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फ़रवरी 09, 2011
सरकारी क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारि‍यों के लि‍ए पेंशन का वि‍कल्प पुन: खोलना तथा उपदान (ग्रेच्युटी) सीमाओं मे वृद्धि‍ - वि‍वेकपूर्ण वि‍नि‍यामक व्यवहार
आरबीआइ/2010-11/400 बैंपवि‍वि‍.  सं. बीपी. बीसी. 80/21.04.018/2010-11 09 फरवरी 2011 20 माघ 1932 (शक) सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक महोदय सरकारी क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारि‍यों के लि‍ए पेंशन का वि‍कल्प पुन: खोलना तथा उपदान (ग्रेच्युटी) सीमाओं मे वृद्धि‍ - वि‍वेकपूर्ण वि‍नि‍यामक व्यवहार सरकारी क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारि‍यों के लि‍ए पेंशन वि‍कल्प पुन: खोलने तथा उपदान संदाय अधि‍नि‍यम, 1972 में संशोधन के बाद उपदान सीमाओं में वृद्धि‍ के परि‍णामस्वरूप बैंक एवं भारतीय ब
आरबीआइ/2010-11/400 बैंपवि‍वि‍.  सं. बीपी. बीसी. 80/21.04.018/2010-11 09 फरवरी 2011 20 माघ 1932 (शक) सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक महोदय सरकारी क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारि‍यों के लि‍ए पेंशन का वि‍कल्प पुन: खोलना तथा उपदान (ग्रेच्युटी) सीमाओं मे वृद्धि‍ - वि‍वेकपूर्ण वि‍नि‍यामक व्यवहार सरकारी क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारि‍यों के लि‍ए पेंशन वि‍कल्प पुन: खोलने तथा उपदान संदाय अधि‍नि‍यम, 1972 में संशोधन के बाद उपदान सीमाओं में वृद्धि‍ के परि‍णामस्वरूप बैंक एवं भारतीय ब
फ़रवरी 08, 2011
10 लाख रुपए तक के आवास ऋण पर ब्याज में 1 प्रतिशत छूट की योजना
भारिबैं / 2010-11/399 ग्राआऋवि.एसएमई एवं एनएफएस.बीसी.सं. 52/06.11.01/2010-11 08 फरवरी 2011 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय 10 लाख रुपए तक के आवास ऋण पर ब्याज में 1 प्रतिशत छूट की योजना कृपया 09 अगस्‍त  2011 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एसएमई एवं एनएफएस.बीसी.सं16/ 06.11.01/2010-11 और 20 अक्‍तूबर 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.एसएमई एवं एनएफएस. सं16/06.11.01/ 2010-11 देखें, जिसमें अन्‍य बातों के साथ-साथ उपर्युक्‍
भारिबैं / 2010-11/399 ग्राआऋवि.एसएमई एवं एनएफएस.बीसी.सं. 52/06.11.01/2010-11 08 फरवरी 2011 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय 10 लाख रुपए तक के आवास ऋण पर ब्याज में 1 प्रतिशत छूट की योजना कृपया 09 अगस्‍त  2011 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एसएमई एवं एनएफएस.बीसी.सं16/ 06.11.01/2010-11 और 20 अक्‍तूबर 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.एसएमई एवं एनएफएस. सं16/06.11.01/ 2010-11 देखें, जिसमें अन्‍य बातों के साथ-साथ उपर्युक्‍
फ़रवरी 04, 2011
Recognition of Permanent Diminution in the Value of Investments in Banks' Subsidiaries / Joint Ventures
RBI/2010-11/398 DBOD.FID.FIC.No.11/01.02.00/2010-11 February 01, 2011 The CEOs of select All-India Term Lending and Refinancing Institutions (Exim Bank, NABARD, NHB and SIDBI) Dear Sir, Recognition of Permanent Diminution in the Value of Investments in Banks' Subsidiaries / Joint Ventures In terms of para 14 of Annexure to circular DBS.FID.No.C.9/01.02.00/2000-01 dated November 9, 2000 on ‘Guidelines for Classification and Valuation of investments ', FIs are required
RBI/2010-11/398 DBOD.FID.FIC.No.11/01.02.00/2010-11 February 01, 2011 The CEOs of select All-India Term Lending and Refinancing Institutions (Exim Bank, NABARD, NHB and SIDBI) Dear Sir, Recognition of Permanent Diminution in the Value of Investments in Banks' Subsidiaries / Joint Ventures In terms of para 14 of Annexure to circular DBS.FID.No.C.9/01.02.00/2000-01 dated November 9, 2000 on ‘Guidelines for Classification and Valuation of investments ', FIs are required
फ़रवरी 02, 2011
स्वर्ण आभूषणों की जमानत पर ऋणों का वर्गीकरण
भारिबैं / 2011-12/397ग्राआऋवि.केंका.आयो.बीसी.51/04.09.01/2010-11 2  फरवरी  2011 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, स्वर्ण आभूषणों की जमानत पर ऋणों का वर्गीकरण कृपया प्राथमिकता क्षेत्र को ऋण देने के संबंध में 01 जुलाई 2010 के मास्टर परिपत्र का पैराग्राफ 1.3.14 देखें। 2.  यह स्पष्ट किया जाता है कि स्वर्ण आभूषणों की जमानत पर व्यक्तियों को या अन्य संस्थाओं को ऋण देने के प्र
भारिबैं / 2011-12/397ग्राआऋवि.केंका.आयो.बीसी.51/04.09.01/2010-11 2  फरवरी  2011 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, स्वर्ण आभूषणों की जमानत पर ऋणों का वर्गीकरण कृपया प्राथमिकता क्षेत्र को ऋण देने के संबंध में 01 जुलाई 2010 के मास्टर परिपत्र का पैराग्राफ 1.3.14 देखें। 2.  यह स्पष्ट किया जाता है कि स्वर्ण आभूषणों की जमानत पर व्यक्तियों को या अन्य संस्थाओं को ऋण देने के प्र
फ़रवरी 02, 2011
अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) मानदण्‍ड/काला धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/ आतंकवद के वित्‍तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी)/धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों का दायित्‍व
आरबीआइ/2010-11/396 ग्राआऋवि.केका.आरसीबी.एएमएल.बीसी.सं.50/03.507.40.00/2010-11 2 फरवरी 2011 मुख्‍य कार्यपालक सभी राज्‍य सहकारी और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) मानदण्‍ड/काला धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/ आतंकवद के वित्‍तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी)/धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों का दायित्‍व कृपया अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) मानदण्‍ड - धनशोधन निवारण मानक/आतंकवद के वित्‍तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी)/धन शोधन निवारण अधिनिय
आरबीआइ/2010-11/396 ग्राआऋवि.केका.आरसीबी.एएमएल.बीसी.सं.50/03.507.40.00/2010-11 2 फरवरी 2011 मुख्‍य कार्यपालक सभी राज्‍य सहकारी और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) मानदण्‍ड/काला धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/ आतंकवद के वित्‍तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी)/धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों का दायित्‍व कृपया अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) मानदण्‍ड - धनशोधन निवारण मानक/आतंकवद के वित्‍तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी)/धन शोधन निवारण अधिनिय
जनवरी 31, 2011
बैंकों की सहायक कंपनि‍यों/संयुक्त उद्यमों में नि‍वेश के मूल्य में स्थायी ह्रास का मूल्य नि‍र्धारण
आरबीआइ/2010-11/395 बैंपवि‍वि‍. बीपी. बीसी. सं. 79/21.04.141/2010-11 31 जनवरी 2011 11 माघ 1932 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध नि‍देशक/ मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों की सहायक कंपनि‍यों/संयुक्त उद्यमों में नि‍वेश के मूल्य में स्थायी ह्रास का मूल्य नि‍र्धारण बैंकों द्वारा नि‍वेशों के वर्गीकरण और मूल्यन संबंधी दि‍शानि‍र्देशों पर 16 अक्तूबर 2000 के परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. बीपी. बीसी. 32/21.04.048/2000-2001 के अनुबंध क
आरबीआइ/2010-11/395 बैंपवि‍वि‍. बीपी. बीसी. सं. 79/21.04.141/2010-11 31 जनवरी 2011 11 माघ 1932 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध नि‍देशक/ मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों की सहायक कंपनि‍यों/संयुक्त उद्यमों में नि‍वेश के मूल्य में स्थायी ह्रास का मूल्य नि‍र्धारण बैंकों द्वारा नि‍वेशों के वर्गीकरण और मूल्यन संबंधी दि‍शानि‍र्देशों पर 16 अक्तूबर 2000 के परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. बीपी. बीसी. 32/21.04.048/2000-2001 के अनुबंध क
जनवरी 31, 2011
तालि‍बान/अल-कायदा संगठन  से संबंधि‍त यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्ति‍यों /संस्थाओं की सूची
आरबीआई / 2010-11/394 बैंपवि‍वि‍. एएमएल सं.11884 /14.06.001/2010-11   31 जनवरी 2011 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ स्थानीय  क्षेत्र बैंक/अखि‍ल भारतीय  वि‍त्तीय संस्थाएं  महोदय, तालि‍बान/अल-कायदा संगठन  से संबंधि‍त यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्ति‍यों /संस्थाओं की सूची कृपया 20 जनवरी 2011 का हमारा परि‍पत्र पत्र बैंपवि‍वि‍. एएमएल. सं.11449/14.06.
आरबीआई / 2010-11/394 बैंपवि‍वि‍. एएमएल सं.11884 /14.06.001/2010-11   31 जनवरी 2011 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ स्थानीय  क्षेत्र बैंक/अखि‍ल भारतीय  वि‍त्तीय संस्थाएं  महोदय, तालि‍बान/अल-कायदा संगठन  से संबंधि‍त यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्ति‍यों /संस्थाओं की सूची कृपया 20 जनवरी 2011 का हमारा परि‍पत्र पत्र बैंपवि‍वि‍. एएमएल. सं.11449/14.06.
जनवरी 28, 2011
वार्षिक वित्तीय निरीक्षण – प्राथमिकता क्षेत्र को ऋण – बैंकों द्वारा गलत वर्गीकरण
भारिबैं / 2010-11/ 393 ग्राआऋवि.केंका. 49/04.09.01/2010-11 28 जनवरी 2011 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, वार्षिक वित्तीय निरीक्षण – प्राथमिकता क्षेत्र को ऋण – बैंकों द्वारा गलत वर्गीकरण बैंकिंग पर्यवेक्षण विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए वार्षिक वित्‍तीय निरीक्षण से अन्य बातों के साथ बैंकों द् वारा प्राथमिकता क्षेत्र और/या उसके उप क्षेत्रों के अंतर्गत ऋणों के गलत वर्गीकरण क
भारिबैं / 2010-11/ 393 ग्राआऋवि.केंका. 49/04.09.01/2010-11 28 जनवरी 2011 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, वार्षिक वित्तीय निरीक्षण – प्राथमिकता क्षेत्र को ऋण – बैंकों द्वारा गलत वर्गीकरण बैंकिंग पर्यवेक्षण विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए वार्षिक वित्‍तीय निरीक्षण से अन्य बातों के साथ बैंकों द् वारा प्राथमिकता क्षेत्र और/या उसके उप क्षेत्रों के अंतर्गत ऋणों के गलत वर्गीकरण क
जनवरी 27, 2011
"अल्‍प खाता" खोलना
आरबीआइ/2010-11/389बैंपवि‍वि‍. एएमएल. सं. बीसी. 77/14.01.001/2010-11 27 जनवरी 2011 7 माघ 1932 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/स्थानीय क्षेत्र बैंक/अखि‍ल भारतीय वि‍त्तीय संस्थाएं महोदय "अल्‍प खाता" खोलना कृपया भारत सरकार की अधि‍सूचना सं. 14/2010/एफ. सं. 6/2/2007-ई.एस. दि‍नांक 16 दि‍संबर 2010  की संलग्न प्रति‍लि‍पि‍ देखें जि‍सके द्वारा धनशोधन नि‍वारण (लेनदेन के स्वरूप और मूल्य के अभि‍लेखों का
आरबीआइ/2010-11/389बैंपवि‍वि‍. एएमएल. सं. बीसी. 77/14.01.001/2010-11 27 जनवरी 2011 7 माघ 1932 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/स्थानीय क्षेत्र बैंक/अखि‍ल भारतीय वि‍त्तीय संस्थाएं महोदय "अल्‍प खाता" खोलना कृपया भारत सरकार की अधि‍सूचना सं. 14/2010/एफ. सं. 6/2/2007-ई.एस. दि‍नांक 16 दि‍संबर 2010  की संलग्न प्रति‍लि‍पि‍ देखें जि‍सके द्वारा धनशोधन नि‍वारण (लेनदेन के स्वरूप और मूल्य के अभि‍लेखों का
जनवरी 27, 2011
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण नीति में छूट
आरबीआइ/2010-2011/390 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 78 /22.01.001/2010-11 27 जनवरी 2011 7 माघ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण नीति में छूट 01 दिसंबर 2009 के परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 65/22.01.001/2009-10 के अनुसार घरेलू अनुसूचित वाणिज्य बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) को टीयर - 3 से टीयर - 6 केंद्रों (जनगणना 2001 के अनुसार 49,999 जनसंख्या तक)
आरबीआइ/2010-2011/390 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 78 /22.01.001/2010-11 27 जनवरी 2011 7 माघ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण नीति में छूट 01 दिसंबर 2009 के परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 65/22.01.001/2009-10 के अनुसार घरेलू अनुसूचित वाणिज्य बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) को टीयर - 3 से टीयर - 6 केंद्रों (जनगणना 2001 के अनुसार 49,999 जनसंख्या तक)
जनवरी 25, 2011
मौद्रिक नीति 2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा
डॉ.डी.सुब्बाराव गवर्नर भूमिका 02 नवंबर, 2010 को जारी हुई दूसरी तिमाही समीक्षा के समय से समष्टि आर्थिक परिवेश में महत्त्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। विश्व स्तर पर विकसित अर्थव्यवस्थाओं में रिकवरी पुख्ता होती दिख रही है और 2011 के दौरान वृद्धि की प्रत्याशाएं, विशेष रूप से अमेरिका में, बढ़ी हैं। तथापि, मुद्रास्फ़ीतीय प्रवृत्तियां साफ़ दिखाई दे रही हैं। यद्यपि विकसित अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रा स्फ़ीतीय दबाव अभी भी नरम बने हुए हैं, परंतु उभरती बाज़ार अर्थव्यवस्थाओं (ईएमईज़) में, जह
डॉ.डी.सुब्बाराव गवर्नर भूमिका 02 नवंबर, 2010 को जारी हुई दूसरी तिमाही समीक्षा के समय से समष्टि आर्थिक परिवेश में महत्त्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। विश्व स्तर पर विकसित अर्थव्यवस्थाओं में रिकवरी पुख्ता होती दिख रही है और 2011 के दौरान वृद्धि की प्रत्याशाएं, विशेष रूप से अमेरिका में, बढ़ी हैं। तथापि, मुद्रास्फ़ीतीय प्रवृत्तियां साफ़ दिखाई दे रही हैं। यद्यपि विकसित अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रा स्फ़ीतीय दबाव अभी भी नरम बने हुए हैं, परंतु उभरती बाज़ार अर्थव्यवस्थाओं (ईएमईज़) में, जह
जनवरी 25, 2011
चलनिधि समायोजन सुविधा रिपो और रिवर्स दरें
आरबीआइ/2010-11/388संदर्भ: एफएमडी.एमओएजी.सं. 56/01.01.01/2010-11 25 जनवरी  2011 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) तथा प्राथमिक व्यापारी महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा रिपो और रिवर्स दरें जैसाकि आज मौद्रिक नीति  2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा में घोषित किया गया है, यह निर्णय लिया गया है कि तत्काल प्रभाव से चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी करके उसे 6.25 प्रतिशत से 6.50 प्रतिशत और रिवर्स रिपो में 25 आ
आरबीआइ/2010-11/388संदर्भ: एफएमडी.एमओएजी.सं. 56/01.01.01/2010-11 25 जनवरी  2011 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) तथा प्राथमिक व्यापारी महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा रिपो और रिवर्स दरें जैसाकि आज मौद्रिक नीति  2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा में घोषित किया गया है, यह निर्णय लिया गया है कि तत्काल प्रभाव से चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी करके उसे 6.25 प्रतिशत से 6.50 प्रतिशत और रिवर्स रिपो में 25 आ
जनवरी 25, 2011
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों  [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं  (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़)
आरबीआइ/2010-11/386 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 340/07.01.279/2010-11 25 जनवरी 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों  [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं  (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 25 जनवरी 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा देखें , जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर को तत्का
आरबीआइ/2010-11/386 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 340/07.01.279/2010-11 25 जनवरी 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों  [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं  (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 25 जनवरी 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा देखें , जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर को तत्का
जनवरी 25, 2011
बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 24 - सांवि‍धि‍क चलनि‍धि‍ अनुपात (एसएलआर) को बनाए रखने में कमी - चलनि‍धि‍ समायोजन सुवि‍धा (एलएएफ) के अंतर्गत अति‍रि‍क्त चलनि‍धि‍ सहायता
आरबीआइ /2010-11/387 संदर्भ : बैंपवि‍वि‍. सं. आरईटी बीसी.  76/12.02.001/2010-11 25 जनवरी  2011 5  माघ 1932 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक महोदय बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 24 - सांवि‍धि‍क चलनि‍धि‍ अनुपात (एसएलआर) को बनाए रखने में कमी - चलनि‍धि‍ समायोजन सुवि‍धा (एलएएफ) के अंतर्गत अति‍रि‍क्त चलनि‍धि‍ सहायता कृपया 16 दि‍संबर 2010 का हमारा परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. आरईटी. बीसी. 68/12.02.001/2010-11 देखें, जि‍सके अंतर्गत यह सूचि‍त कि‍या गया था
आरबीआइ /2010-11/387 संदर्भ : बैंपवि‍वि‍. सं. आरईटी बीसी.  76/12.02.001/2010-11 25 जनवरी  2011 5  माघ 1932 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक महोदय बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 24 - सांवि‍धि‍क चलनि‍धि‍ अनुपात (एसएलआर) को बनाए रखने में कमी - चलनि‍धि‍ समायोजन सुवि‍धा (एलएएफ) के अंतर्गत अति‍रि‍क्त चलनि‍धि‍ सहायता कृपया 16 दि‍संबर 2010 का हमारा परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. आरईटी. बीसी. 68/12.02.001/2010-11 देखें, जि‍सके अंतर्गत यह सूचि‍त कि‍या गया था
जनवरी 25, 2011
चुनिंदा अखि‍ल भारतीय वि‍त्तीय संस्थाओं (एआइएफआइ) द्वारा अग्रि‍मों की पुनर्रचना पर वि‍वेकपूर्ण दि‍शानि‍र्देश :माइक्रो वि‍त्त संस्थाओं (एमएफआइ) को ऋण सहायता
आरबीआइ/2010-11/385 बैंपवि‍वि‍. एफआइडी. एफआइसी. सं. 10 /01.02.00/2010-11 25 जनवरी  2011 5 माघ 1932 (शक) मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी चुनिंदा अखि‍ल भारतीय मीयादी ऋण तथा पुनर्वि‍त्त प्रदान करनेवाली संस्थाएं (एक्जि‍म बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सि‍डबी) महोदय चुनिंदा अखि‍ल भारतीय वि‍त्तीय संस्थाओं (एआइएफआइ) द्वारा अग्रि‍मों की पुनर्रचना पर वि‍वेकपूर्ण दि‍शानि‍र्देश :माइक्रो वि‍त्त संस्थाओं (एमएफआइ) को ऋण सहायता कृपया उपर्युक्त वि‍षय पर 14 अक्तूबर 2010 के हमारे पत्र बैंपवि‍वि
आरबीआइ/2010-11/385 बैंपवि‍वि‍. एफआइडी. एफआइसी. सं. 10 /01.02.00/2010-11 25 जनवरी  2011 5 माघ 1932 (शक) मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी चुनिंदा अखि‍ल भारतीय मीयादी ऋण तथा पुनर्वि‍त्त प्रदान करनेवाली संस्थाएं (एक्जि‍म बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सि‍डबी) महोदय चुनिंदा अखि‍ल भारतीय वि‍त्तीय संस्थाओं (एआइएफआइ) द्वारा अग्रि‍मों की पुनर्रचना पर वि‍वेकपूर्ण दि‍शानि‍र्देश :माइक्रो वि‍त्त संस्थाओं (एमएफआइ) को ऋण सहायता कृपया उपर्युक्त वि‍षय पर 14 अक्तूबर 2010 के हमारे पत्र बैंपवि‍वि
जनवरी 20, 2011
तालि‍बान/अल-कायदा संगठन  से संबंधि‍त यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्ति‍यों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2010-11/380 बैंपवि‍वि‍. एएमएल सं. 11449/14.06.001/2010-11 20 जनवरी 2011 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ स्थानीय  क्षेत्र बैंक/अखि‍ल भारतीय  वि‍त्तीय संस्थाएं  महोदय, तालि‍बान/अल-कायदा संगठन  से संबंधि‍त यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्ति‍यों /संस्थाओं की सूची कृपया 21 दि‍संबर 2010 का हमारा परि‍पत्र पत्र बैंपवि‍वि‍. एएमएल. सं.9636/14.06.081/2010
आरबीआइ/2010-11/380 बैंपवि‍वि‍. एएमएल सं. 11449/14.06.001/2010-11 20 जनवरी 2011 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ स्थानीय  क्षेत्र बैंक/अखि‍ल भारतीय  वि‍त्तीय संस्थाएं  महोदय, तालि‍बान/अल-कायदा संगठन  से संबंधि‍त यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्ति‍यों /संस्थाओं की सूची कृपया 21 दि‍संबर 2010 का हमारा परि‍पत्र पत्र बैंपवि‍वि‍. एएमएल. सं.9636/14.06.081/2010
जनवरी 20, 2011
आवास वित्त
आरबीआई सं. 2010-11/379 ग्राआऋवि.केंका.आरसीबीडी.बीसी.सं.  48 /03.03.01/2010-11 20  जनवरी  2011 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, आवास वित्त कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 13 अगस्त 2009 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरसीबीडी. बीसी. सं.15/03.03.01/2009-10 के पैरा 2 (ii) देखें।  यह निर्णय लिया गया है कि राज्य सहकारी बैंकों तथा मध्यवर्ती सहकारी बैंकों की आवास वित्त में ऋण सीमा, उनके कुल ऋण और अग्रिम के 10 प्रतिशत  के स्थान पर अब से उनकी
आरबीआई सं. 2010-11/379 ग्राआऋवि.केंका.आरसीबीडी.बीसी.सं.  48 /03.03.01/2010-11 20  जनवरी  2011 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, आवास वित्त कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 13 अगस्त 2009 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरसीबीडी. बीसी. सं.15/03.03.01/2009-10 के पैरा 2 (ii) देखें।  यह निर्णय लिया गया है कि राज्य सहकारी बैंकों तथा मध्यवर्ती सहकारी बैंकों की आवास वित्त में ऋण सीमा, उनके कुल ऋण और अग्रिम के 10 प्रतिशत  के स्थान पर अब से उनकी
जनवरी 20, 2011
वि‍नि‍यामक पूंजी लि‍खत - स्टेप अप ऑप्शन
आरबीआइ/2010-11/381 बैंपवि‍वि‍.  बीपी. बीसी. सं. 75/21.06.001/2010-11 20 जनवरी  2011 30 पौष 1932 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध नि‍देशक/ मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया वि‍नि‍यामक पूंजी लि‍खत - स्टेप अप ऑप्शन मौजूदा अनुदेशों के  अनुसार बैंकों को `स्टेप अप' ऑप्शन वाले पूंजी लि‍खत जारी करने की अनुमति‍ दी गई है, जैसे (i) नवोन्मेषी बेमीयादी ऋण लि‍खत (आइपीडीआइ) तथा उच्चतर टीयर 2 ऋण पूंजी लि‍खत (2
आरबीआइ/2010-11/381 बैंपवि‍वि‍.  बीपी. बीसी. सं. 75/21.06.001/2010-11 20 जनवरी  2011 30 पौष 1932 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध नि‍देशक/ मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया वि‍नि‍यामक पूंजी लि‍खत - स्टेप अप ऑप्शन मौजूदा अनुदेशों के  अनुसार बैंकों को `स्टेप अप' ऑप्शन वाले पूंजी लि‍खत जारी करने की अनुमति‍ दी गई है, जैसे (i) नवोन्मेषी बेमीयादी ऋण लि‍खत (आइपीडीआइ) तथा उच्चतर टीयर 2 ऋण पूंजी लि‍खत (2
जनवरी 20, 2011
निवेशक शिक्षण और सुरक्षा निधि समिति की बैठक – कंपनी मामले मंत्रालय – बैठक का कार्यवृत्‍त
भारिबैं / 2010-11 / 378ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.  47 / 03.05.3322010-11 20 जनवरी 2011 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, निवेशक शिक्षण और सुरक्षा निधि समिति की बैठक – कंपनी मामले मंत्रालय – बैठक का कार्यवृत्‍त हम सूचित करते हैं कि भारत सरकार, कंपनी मामले मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा आयोजित "निवेशक शिक्षण और सुरक्षा निधि समिति'' की एक बैठक में अन्य बातों के साथ-साथ यह निर्णय लिया गया है कि बैंकों को अर्धशहरी / ग्रामीण शाखाओं में अपने ग्राहकों के साथ आवधिक बैठक
भारिबैं / 2010-11 / 378ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.  47 / 03.05.3322010-11 20 जनवरी 2011 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, निवेशक शिक्षण और सुरक्षा निधि समिति की बैठक – कंपनी मामले मंत्रालय – बैठक का कार्यवृत्‍त हम सूचित करते हैं कि भारत सरकार, कंपनी मामले मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा आयोजित "निवेशक शिक्षण और सुरक्षा निधि समिति'' की एक बैठक में अन्य बातों के साथ-साथ यह निर्णय लिया गया है कि बैंकों को अर्धशहरी / ग्रामीण शाखाओं में अपने ग्राहकों के साथ आवधिक बैठक
जनवरी 19, 2011
चेक संग्रहण हेतु सेवा प्रभारों की समीक्षा – स्थानीय, बाहरी (Outstation) और स्पीड क्लियरिंग
भारिबैं/2010-11/377भुनिप्रवि. केंका. सीएचडी. सं. 1671 / 03.06.01 / 2010-11 19 जनवरी, 2011 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यकारी अधिकारीक्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक / जिला केंद्रीय सहकारी बैंक सहित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदया / महोदय, चेक संग्रहण हेतु सेवा प्रभारों की समीक्षा – स्थानीय, बाहरी (Outstation) और स्पीड क्लियरिंग इलेक्ट्रॉनिक माध्‍यमों के प्रयोग से भुगतान करने के लाभ को देखते हुए, विशेष रूप से बड़ी राशि के लेनदेन
भारिबैं/2010-11/377भुनिप्रवि. केंका. सीएचडी. सं. 1671 / 03.06.01 / 2010-11 19 जनवरी, 2011 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यकारी अधिकारीक्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक / जिला केंद्रीय सहकारी बैंक सहित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदया / महोदय, चेक संग्रहण हेतु सेवा प्रभारों की समीक्षा – स्थानीय, बाहरी (Outstation) और स्पीड क्लियरिंग इलेक्ट्रॉनिक माध्‍यमों के प्रयोग से भुगतान करने के लाभ को देखते हुए, विशेष रूप से बड़ी राशि के लेनदेन

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 26, 2024

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