प्रेस प्रकाशनियां - भुगतान और निपटान प्रणाली - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
31 दिसंबर 2023 को समाप्त तिमाही के दौरान, भारतीय रिज़र्व बैंक को दिनांक 5 दिसंबर 2019 के निजी क्षेत्र में लघु वित्त बैंकों के 'ऑन टैप' लाइसेंस हेतु दिशानिर्देशों के अंतर्गत फिनो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड से एक आवेदन प्राप्त हुआ है। (योगेश दयाल) मुख्य महाप्रबंधक प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/1636
31 दिसंबर 2023 को समाप्त तिमाही के दौरान, भारतीय रिज़र्व बैंक को दिनांक 5 दिसंबर 2019 के निजी क्षेत्र में लघु वित्त बैंकों के 'ऑन टैप' लाइसेंस हेतु दिशानिर्देशों के अंतर्गत फिनो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड से एक आवेदन प्राप्त हुआ है। (योगेश दयाल) मुख्य महाप्रबंधक प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/1636
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज " बैंकों द्वारा लाभांश की घोषणा और भारत में विदेशी बैंक शाखाओं द्वारा प्रधान कार्यालय को लाभ विप्रेषण” संबंधी परिपत्र का मसौदा जारी किया। परिपत्र के मसौदे पर बैंकों, बाजार प्रतिभागियों और अन्य हितधारकों से 31 जनवरी 2024 तक टिप्पणियाँ आमंत्रित की गई हैं।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज " बैंकों द्वारा लाभांश की घोषणा और भारत में विदेशी बैंक शाखाओं द्वारा प्रधान कार्यालय को लाभ विप्रेषण” संबंधी परिपत्र का मसौदा जारी किया। परिपत्र के मसौदे पर बैंकों, बाजार प्रतिभागियों और अन्य हितधारकों से 31 जनवरी 2024 तक टिप्पणियाँ आमंत्रित की गई हैं।
पर्यवेक्षित संस्थाओं के साथ रिज़र्व बैंक की सहबद्धता के हिस्से के रूप में, सभी साख सूचना कंपनियों (सीआईसी) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारियों के साथ आज (02 जनवरी 2024) एक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता भारतीय रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर, श्री स्वामीनाथन जे ने की और इसमें पर्यवेक्षण विभाग और विनियमन विभाग के कार्यपालक निदेशकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
पर्यवेक्षित संस्थाओं के साथ रिज़र्व बैंक की सहबद्धता के हिस्से के रूप में, सभी साख सूचना कंपनियों (सीआईसी) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारियों के साथ आज (02 जनवरी 2024) एक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता भारतीय रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर, श्री स्वामीनाथन जे ने की और इसमें पर्यवेक्षण विभाग और विनियमन विभाग के कार्यपालक निदेशकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
दिसंबर 2023 माह के दौरान अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों के संबंध में प्राप्त आंकड़े सारणी 1 से 7 में दर्शाए गए हैं।
दिसंबर 2023 माह के दौरान अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों के संबंध में प्राप्त आंकड़े सारणी 1 से 7 में दर्शाए गए हैं।
(राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 16-दिसंबर -22 01- दिसंबर -2023 * 15- दिसंबर -2023 * 16- दिसंबर -22 01-दिसंबर -2023 *
(राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 16-दिसंबर -22 01- दिसंबर -2023 * 15- दिसंबर -2023 * 16- दिसंबर -22 01-दिसंबर -2023 *
एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक की पहचान प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण घरेलू बैंकों (डी-एसआईबी) के रूप में जारी रही। जबकि आईसीआईसीआई बैंक पिछले वर्ष की तरह ही उसी बकेटिंग संरचना में बना हुआ है, एसबीआई और एचडीएफसी बैंक उच्च बकेट में चले गए हैं - एसबीआई बकेट 3 से बकेट 4 में स्थानांतरित हो गया है और एचडीएफसी बैंक बकेट 1 से बकेट 2 में स्थानांतरित हो गया है। एसबीआई और एचडीएफसी बैंक के लिए, बकेट वृद्धि के कारण उच्च डी-एसआईबी बफर आवश्यकताएं 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी होंगी। अतिरिक्त सामान्य इक्विटी टियर 1 (सीईटी1) आवश्यकता पूंजी संरक्षण बफर के अतिरिक्त होगी।
एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक की पहचान प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण घरेलू बैंकों (डी-एसआईबी) के रूप में जारी रही। जबकि आईसीआईसीआई बैंक पिछले वर्ष की तरह ही उसी बकेटिंग संरचना में बना हुआ है, एसबीआई और एचडीएफसी बैंक उच्च बकेट में चले गए हैं - एसबीआई बकेट 3 से बकेट 4 में स्थानांतरित हो गया है और एचडीएफसी बैंक बकेट 1 से बकेट 2 में स्थानांतरित हो गया है। एसबीआई और एचडीएफसी बैंक के लिए, बकेट वृद्धि के कारण उच्च डी-एसआईबी बफर आवश्यकताएं 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी होंगी। अतिरिक्त सामान्य इक्विटी टियर 1 (सीईटी1) आवश्यकता पूंजी संरक्षण बफर के अतिरिक्त होगी।
रिज़र्व बैंक ने 22 जुलाई 2014 को घरेलू प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण बैंकों (डी-एसआईबी) से निपटने के लिए रूपरेखा जारी की थी। इस ढांचे के अनुसार, बैंक को वार्षिक आधार पर डी-एसआईबी के रूप में नामित बैंकों के नामों की पहचान करना और प्रकट करना आवश्यक है। इसके अलावा, ढांचे के अनुसार, प्रणालीगत रूप से बैंकों के महत्व का आकलन करने और डी-एसआईबी की पहचान के लिए मूल्यांकन पद्धति की समय-समय पर समीक्षा की जानी आवश्यक है। तदनुसार, इसकी शुरूआत के बाद से ढांचे की कार्यप्रणाली, प्रणालीगत जोखिम मापदंड के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गतिविधियां और डी-एसआईबी ढांचे को लागू करने में अन्य देशों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए, मूल्यांकन पद्धति की समीक्षा की गई है। समीक्षा के आधार पर, हालांकि चयनित संकेतकों या उनके संबंधित भार में कोई बदलाव नहीं हुआ है, बैंक ने पद्धति में निम्नलिखित संशोधन करने का निर्णय लिया है:
रिज़र्व बैंक ने 22 जुलाई 2014 को घरेलू प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण बैंकों (डी-एसआईबी) से निपटने के लिए रूपरेखा जारी की थी। इस ढांचे के अनुसार, बैंक को वार्षिक आधार पर डी-एसआईबी के रूप में नामित बैंकों के नामों की पहचान करना और प्रकट करना आवश्यक है। इसके अलावा, ढांचे के अनुसार, प्रणालीगत रूप से बैंकों के महत्व का आकलन करने और डी-एसआईबी की पहचान के लिए मूल्यांकन पद्धति की समय-समय पर समीक्षा की जानी आवश्यक है। तदनुसार, इसकी शुरूआत के बाद से ढांचे की कार्यप्रणाली, प्रणालीगत जोखिम मापदंड के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गतिविधियां और डी-एसआईबी ढांचे को लागू करने में अन्य देशों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए, मूल्यांकन पद्धति की समीक्षा की गई है। समीक्षा के आधार पर, हालांकि चयनित संकेतकों या उनके संबंधित भार में कोई बदलाव नहीं हुआ है, बैंक ने पद्धति में निम्नलिखित संशोधन करने का निर्णय लिया है:
दिनांक 6 अक्तूबर 2023 को मौद्रिक नीति वक्तव्य के साथ जारी विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसरण में, भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर ‘विनियमित संस्थाओं के लिए स्व-विनियामक संगठनों को मान्यता देने हेतु बहुप्रयोजनीय ढांचे का मसौदा’ रखा है। इस बहुप्रयोजनीय ढांचे के मसौदे में किसी भी स्व-विनियामक संगठन (एसआरओ) पर लागू होने वाले व्यापक मापदंड यथा उद्देश्यों, जिम्मेदारियां, पात्रता मानदंड, सुशासन मानक, आवेदन प्रक्रिया और एसआरओ को मान्यता प्रदान करने के लिए अन्य बुनियादी शर्तें शामिल हैं।
दिनांक 6 अक्तूबर 2023 को मौद्रिक नीति वक्तव्य के साथ जारी विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसरण में, भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर ‘विनियमित संस्थाओं के लिए स्व-विनियामक संगठनों को मान्यता देने हेतु बहुप्रयोजनीय ढांचे का मसौदा’ रखा है। इस बहुप्रयोजनीय ढांचे के मसौदे में किसी भी स्व-विनियामक संगठन (एसआरओ) पर लागू होने वाले व्यापक मापदंड यथा उद्देश्यों, जिम्मेदारियां, पात्रता मानदंड, सुशासन मानक, आवेदन प्रक्रिया और एसआरओ को मान्यता प्रदान करने के लिए अन्य बुनियादी शर्तें शामिल हैं।
दिनांक 1 दिसंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 02-दिसंबर-22 17-नवंबर-2023 * 01-दिसंबर-2023 * 02-दिसंबर-22 17-नवंबर-2023 * 01-दिसंबर-2023 * I बैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां 204511.44 241123.11 254742.65 206990.5 244489.69 258583.28 **
दिनांक 1 दिसंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 02-दिसंबर-22 17-नवंबर-2023 * 01-दिसंबर-2023 * 02-दिसंबर-22 17-नवंबर-2023 * 01-दिसंबर-2023 * I बैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां 204511.44 241123.11 254742.65 206990.5 244489.69 258583.28 **
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने कुछ भ्रामक विज्ञापन देखें हैं जो ऋण माफी की पेशकश करके उधारकर्ताओं को लुभा रहे हैं। ये संस्थाएं प्रिंट मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी ऐसे कई अभियानों को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही हैं। ऐसी संस्थाओं द्वारा बिना किसी अधिकार के 'ऋण माफी प्रमाणपत्र' जारी करने के लिए सेवा/कानूनी शुल्क वसूल करने की भी खबरें हैं। यह भी हमारे संज्ञान में आया है कि कुछ स्थानों पर, कुछ व्यक्तियों द्वारा ऐसे अभियान चलाए जा रहे हैं, जो बैंकों से लिए जाने वाले सिक्योरिटी चार्ज के संबंध में अधिकारों के प्रवर्तन के बैंकों के प्रयासों को कमजोर करते हैं। ऐसी संस्थाएं गलतबयानी कर रही हैं कि बैंकों समेत वित्तीय संस्थानों का बकाया चुकाने की आवश्यकता नहीं है। ऐसी गतिविधियां वित्तीय संस्थानों की स्थिरता और सबसे बढ़कर, जमाकर्ताओं के हितों को कमजोर करती हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि ऐसी संस्थाओं के साथ जुड़ने से प्रत्यक्ष वित्तीय नुकसान हो सकता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने कुछ भ्रामक विज्ञापन देखें हैं जो ऋण माफी की पेशकश करके उधारकर्ताओं को लुभा रहे हैं। ये संस्थाएं प्रिंट मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी ऐसे कई अभियानों को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही हैं। ऐसी संस्थाओं द्वारा बिना किसी अधिकार के 'ऋण माफी प्रमाणपत्र' जारी करने के लिए सेवा/कानूनी शुल्क वसूल करने की भी खबरें हैं। यह भी हमारे संज्ञान में आया है कि कुछ स्थानों पर, कुछ व्यक्तियों द्वारा ऐसे अभियान चलाए जा रहे हैं, जो बैंकों से लिए जाने वाले सिक्योरिटी चार्ज के संबंध में अधिकारों के प्रवर्तन के बैंकों के प्रयासों को कमजोर करते हैं। ऐसी संस्थाएं गलतबयानी कर रही हैं कि बैंकों समेत वित्तीय संस्थानों का बकाया चुकाने की आवश्यकता नहीं है। ऐसी गतिविधियां वित्तीय संस्थानों की स्थिरता और सबसे बढ़कर, जमाकर्ताओं के हितों को कमजोर करती हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि ऐसी संस्थाओं के साथ जुड़ने से प्रत्यक्ष वित्तीय नुकसान हो सकता है।
1 दिसंबर 2023 दिनांक 17 नवंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 18-नवंबर-22 03-नवंबर-2023* 17-नवंबर-2023* 18-नवंबर-22 03-नवंबर-2023* 17-नवंबर-2023* I बैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां 197683.51 242686.81 241123.31 200234.72 246100.18 244489.89 ** ख) बैंकों से लिये गये ऋण 59717.51 195603.02 186866.5 59825.5 195669.28 186961.73 ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं 52717.05 72833.37 72004.03 53280.8 73572.49 72619.52
1 दिसंबर 2023 दिनांक 17 नवंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 18-नवंबर-22 03-नवंबर-2023* 17-नवंबर-2023* 18-नवंबर-22 03-नवंबर-2023* 17-नवंबर-2023* I बैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां 197683.51 242686.81 241123.31 200234.72 246100.18 244489.89 ** ख) बैंकों से लिये गये ऋण 59717.51 195603.02 186866.5 59825.5 195669.28 186961.73 ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं 52717.05 72833.37 72004.03 53280.8 73572.49 72619.52
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – नवंबर 2023
नवंबर 2023 माह के दौरान अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों के संबंध में प्राप्त आंकड़े तालिका 1 से 7 में दर्शाए गए हैं।
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – नवंबर 2023
नवंबर 2023 माह के दौरान अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों के संबंध में प्राप्त आंकड़े तालिका 1 से 7 में दर्शाए गए हैं।
15 नवंबर 2023 दिनांक 3 नवंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित)सभी अनुसूचित बैंक 04-नवंबर-2220-अक्तूबर-2023*03-नवंबर-2023*04-नवंबर-2220-अक्तूबर-2023
15 नवंबर 2023 दिनांक 3 नवंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित)सभी अनुसूचित बैंक 04-नवंबर-2220-अक्तूबर-2023*03-नवंबर-2023*04-नवंबर-2220-अक्तूबर-2023
2 नवंबर 2023 दिनांक 20 अक्तूबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 21-अक्तूबर-2206-अक्तूबर-2023*20-अक्तूबर-2023*21-अक्तूबर-2206-अक्तूबर-2023*20-अक्तूबर-2023* I बैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां 186189.57237269.35239035.24189070.38239604.43244239.27 **
2 नवंबर 2023 दिनांक 20 अक्तूबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 21-अक्तूबर-2206-अक्तूबर-2023*20-अक्तूबर-2023*21-अक्तूबर-2206-अक्तूबर-2023*20-अक्तूबर-2023* I बैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां 186189.57237269.35239035.24189070.38239604.43244239.27 **
1 नवंबर 2023 वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) उच्च जोखिम और निगरानी के अधीन अन्य क्षेत्राधिकार– 27 अक्तूबर 2023 वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) ने सार्वजनिक दस्तावेज़ ‘कार्रवाई के लिए आह्वान के अधीन उच्च जोखिम वाले क्षेत्राधिकार’- अक्तूबर 2023 द्वारा अपने सदस्यों और अन्य क्षेत्राधिकारों से अनुरोध किया है कि फरवरी 2020 में अपनाई गयी डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) और ईरान संबंधी वक्तव्य का संदर्भ लें, जो प्रभावी बना हुआ है। इसके अलावा, म्यांमार को उच्च जोखिम वाले क्षेत्राधिकारों की सूची में शामिल किया गया है, जो अक्तूबर 2022 एफएटीएफ प्लेनरी में कार्रवाई के लिए आह्वान के अधीन है और एफएटीएफ ने अपने सदस्यों और अन्य क्षेत्राधिकारों से म्यांमार से उत्पन्न होने वाले जोखिम के समनुपातन अधिक सावधानी बरतने के उपायों को कार्यान्वित करने का आह्वान किया है। अधिक सावधानी बरतने संबंधी उपायों को कार्यान्वित करते समय, देशों को यह सुनिश्चित करने हेतु सूचित किया गया है कि मानवीय सहायता, वैध एनपीओ गतिविधि और विप्रेषण के लिए धन का प्रवाह बाधित न हो। कार्रवाई के आह्वान वाले देशों की
1 नवंबर 2023 वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) उच्च जोखिम और निगरानी के अधीन अन्य क्षेत्राधिकार– 27 अक्तूबर 2023 वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) ने सार्वजनिक दस्तावेज़ ‘कार्रवाई के लिए आह्वान के अधीन उच्च जोखिम वाले क्षेत्राधिकार’- अक्तूबर 2023 द्वारा अपने सदस्यों और अन्य क्षेत्राधिकारों से अनुरोध किया है कि फरवरी 2020 में अपनाई गयी डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) और ईरान संबंधी वक्तव्य का संदर्भ लें, जो प्रभावी बना हुआ है। इसके अलावा, म्यांमार को उच्च जोखिम वाले क्षेत्राधिकारों की सूची में शामिल किया गया है, जो अक्तूबर 2022 एफएटीएफ प्लेनरी में कार्रवाई के लिए आह्वान के अधीन है और एफएटीएफ ने अपने सदस्यों और अन्य क्षेत्राधिकारों से म्यांमार से उत्पन्न होने वाले जोखिम के समनुपातन अधिक सावधानी बरतने के उपायों को कार्यान्वित करने का आह्वान किया है। अधिक सावधानी बरतने संबंधी उपायों को कार्यान्वित करते समय, देशों को यह सुनिश्चित करने हेतु सूचित किया गया है कि मानवीय सहायता, वैध एनपीओ गतिविधि और विप्रेषण के लिए धन का प्रवाह बाधित न हो। कार्रवाई के आह्वान वाले देशों की
1 नवंबर 2023 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – अक्तूबर 2023 अक्तूबर 2023 माह के दौरान अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों के संबंध में प्राप्त आंकड़े तालिका 1 से 7 में दर्शाए गए हैं। मुख्य बातें: उधार दर:
1 नवंबर 2023 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – अक्तूबर 2023 अक्तूबर 2023 माह के दौरान अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों के संबंध में प्राप्त आंकड़े तालिका 1 से 7 में दर्शाए गए हैं। मुख्य बातें: उधार दर:
26 अक्तूबर 2023 भारतीय रिज़र्व बैंक ने वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग में जोखिमों के प्रबंधन और आचार संहिता संबंधी मास्टर निदेश के मसौदे पर टिप्पणियां आमंत्रित कीं भारतीय रिज़र्व बैंक ने वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग में जोखिमों के प्रबंधन और आचार संहिता संबंधी मास्टर निदेश का मसौदा आज अपनी वेबसाइट पर रखा है।
टिप्पणियां/ फीडबैक, यदि कोई हो, तो 28 नवंबर 2023 तक "वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग में जोखिमों के प्रबंधन और आचार संहिता संबंधी मास्टर निदेश के मसौदे पर टिप्पणियां" विषय के साथ ईमेल द्वारा भेजी जा सकती हैं।
26 अक्तूबर 2023 भारतीय रिज़र्व बैंक ने वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग में जोखिमों के प्रबंधन और आचार संहिता संबंधी मास्टर निदेश के मसौदे पर टिप्पणियां आमंत्रित कीं भारतीय रिज़र्व बैंक ने वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग में जोखिमों के प्रबंधन और आचार संहिता संबंधी मास्टर निदेश का मसौदा आज अपनी वेबसाइट पर रखा है।
टिप्पणियां/ फीडबैक, यदि कोई हो, तो 28 नवंबर 2023 तक "वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग में जोखिमों के प्रबंधन और आचार संहिता संबंधी मास्टर निदेश के मसौदे पर टिप्पणियां" विषय के साथ ईमेल द्वारा भेजी जा सकती हैं।
19 अक्तूबर 2023 दिनांक 6 अक्तूबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक
(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित)सभी अनुसूचित बैंक 07-अक्तूबर-2222-सितंबर-2023*06-अक्तूबर-2023*07-अक्तूबर-2222-सितंबर-2023*06-अक्तूबर-2023* Iबैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां191780.92238947.18233687.07194707.13241286.81236022.15 ** ख) बैंकों से लिये गये ऋण61002.31195119.2199276.661308.31195203.11199285.6 ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं50315.1170559.3472142.7950858.9670625.03
19 अक्तूबर 2023 दिनांक 6 अक्तूबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक
(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित)सभी अनुसूचित बैंक 07-अक्तूबर-2222-सितंबर-2023*06-अक्तूबर-2023*07-अक्तूबर-2222-सितंबर-2023*06-अक्तूबर-2023* Iबैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां191780.92238947.18233687.07194707.13241286.81236022.15 ** ख) बैंकों से लिये गये ऋण61002.31195119.2199276.661308.31195203.11199285.6 ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं50315.1170559.3472142.7950858.9670625.03
राज्य सरकार प्रतिभूतियों की नीलामी का पूर्ण परिणाम 3 अक्तूबर 2023 को आयोजित राज्य सरकार प्रतिभूतियों की नीलामी का परिणाम निम्नानुसार है: (राशि ₹ करोड़ में) आंध्र प्रदेश 2034आंध्र प्रदेश 2041असम 2033बिहार 2031 अधिसूचित राशि1000100010002000 अवधि1118108 प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या38213367
राज्य सरकार प्रतिभूतियों की नीलामी का पूर्ण परिणाम 3 अक्तूबर 2023 को आयोजित राज्य सरकार प्रतिभूतियों की नीलामी का परिणाम निम्नानुसार है: (राशि ₹ करोड़ में) आंध्र प्रदेश 2034आंध्र प्रदेश 2041असम 2033बिहार 2031 अधिसूचित राशि1000100010002000 अवधि1118108 प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या38213367
5 अक्तूबर 2023उद्गम UDGAM पोर्टल पर और अधिक बैंकों को शामिल करना भारतीय रिज़र्व बैंक ने 17 अगस्त 2023 को आम जनता के लिए एक केंद्रीकृत वेब पोर्टल उद्गम UDGAM (Unclaimed Deposits – Gateway to Access inforMation) का शुभारंभ किया ताकि उनके लिए एक ही स्थान पर कई बैंकों में अपनी दावा रहित जमाराशि का पता लगाना आसान हो सके। पता लगाने की यह सुविधा शुरूआत में सात बैंकों के लिए पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई थी और जनता को यह सूचित किया गया था कि शेष बैंकों के लिए पता लगाने की यह सुविधा पोर्टल पर 15 अक्तूबर 2023 तक चरणबद्ध तरीके से उपलब्ध कराई जाएगी। जनता को सूचित किया जाता है कि 28 सितंबर 2023 को पोर्टल पर 30 बैंकों के लिए पता लगाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जो जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकता (डीईए) निधि में ऐसी दावा रहित जमाराशि (मूल्य के संदर्भ में) के लगभग 90% को समाविष्ट करता है
5 अक्तूबर 2023उद्गम UDGAM पोर्टल पर और अधिक बैंकों को शामिल करना भारतीय रिज़र्व बैंक ने 17 अगस्त 2023 को आम जनता के लिए एक केंद्रीकृत वेब पोर्टल उद्गम UDGAM (Unclaimed Deposits – Gateway to Access inforMation) का शुभारंभ किया ताकि उनके लिए एक ही स्थान पर कई बैंकों में अपनी दावा रहित जमाराशि का पता लगाना आसान हो सके। पता लगाने की यह सुविधा शुरूआत में सात बैंकों के लिए पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई थी और जनता को यह सूचित किया गया था कि शेष बैंकों के लिए पता लगाने की यह सुविधा पोर्टल पर 15 अक्तूबर 2023 तक चरणबद्ध तरीके से उपलब्ध कराई जाएगी। जनता को सूचित किया जाता है कि 28 सितंबर 2023 को पोर्टल पर 30 बैंकों के लिए पता लगाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जो जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकता (डीईए) निधि में ऐसी दावा रहित जमाराशि (मूल्य के संदर्भ में) के लगभग 90% को समाविष्ट करता है
5 अक्तूबर 2023 दिनांक 22 सितंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित)सभी अनुसूचित बैंक 23-सितंबर-2208-सितंबर-2023*22-सितंबर-2023*23-सितंबर-2208-सितंबर-2023*22-सितंबर-2023*Iबैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां185703.85253481.66243807.14188640.83255860.31246146.77** ख) बैंकों से लिये गये ऋण57304.07188137.54195119.257338.07188207.97195203.11 ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं46955.9469409.9270309.947474.3870117.3770375.59 IIअन्य के प्रति देयताएं (क)
5 अक्तूबर 2023 दिनांक 22 सितंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित)सभी अनुसूचित बैंक 23-सितंबर-2208-सितंबर-2023*22-सितंबर-2023*23-सितंबर-2208-सितंबर-2023*22-सितंबर-2023*Iबैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां185703.85253481.66243807.14188640.83255860.31246146.77** ख) बैंकों से लिये गये ऋण57304.07188137.54195119.257338.07188207.97195203.11 ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं46955.9469409.9270309.947474.3870117.3770375.59 IIअन्य के प्रति देयताएं (क)
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – सितंबर 2023 सितंबर 2023 माह के लिए अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों से संबंधित आंकड़े। मुख्य बातें: उधार दर:अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के नए रुपया ऋणों पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) जुलाई 2023 में 9.44 प्रतिशत से 3 आधार अंक (बीपीएस) बढ़कर अगस्त 2023 में 9.47 प्रतिशत हो गई। अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के बकाया रुपया ऋणों पर डब्लूएएलआर पिछले माह की तुलना में अगस्त 2023 में 9.84 प्रतिशत पर यथावत् रहा।1 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की निधि की सीमांत लागत आधारित उधार दर (एमसीएलआर) की 1-वर्ष की माध्यिका अगस्त 2023 में 8.60 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2023 में 8.70 प्रतिशत हो गई। जून 2023 के अंत में एससीबी के कुल बकाया अस्थिर दर वाले रुपया ऋण में बाहरी बेंचमार्क आधारित ऋण दर (ईबीएलआर) से संबद्ध ऋण की हिस्सेदारी 50.2 प्रतिशत थी, जबकि एमसीएलआर से संबद्ध ऋण की हिस्सेदारी 44.8 प्रतिशत थी।
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – सितंबर 2023 सितंबर 2023 माह के लिए अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों से संबंधित आंकड़े। मुख्य बातें: उधार दर:अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के नए रुपया ऋणों पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) जुलाई 2023 में 9.44 प्रतिशत से 3 आधार अंक (बीपीएस) बढ़कर अगस्त 2023 में 9.47 प्रतिशत हो गई। अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के बकाया रुपया ऋणों पर डब्लूएएलआर पिछले माह की तुलना में अगस्त 2023 में 9.84 प्रतिशत पर यथावत् रहा।1 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की निधि की सीमांत लागत आधारित उधार दर (एमसीएलआर) की 1-वर्ष की माध्यिका अगस्त 2023 में 8.60 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2023 में 8.70 प्रतिशत हो गई। जून 2023 के अंत में एससीबी के कुल बकाया अस्थिर दर वाले रुपया ऋण में बाहरी बेंचमार्क आधारित ऋण दर (ईबीएलआर) से संबद्ध ऋण की हिस्सेदारी 50.2 प्रतिशत थी, जबकि एमसीएलआर से संबद्ध ऋण की हिस्सेदारी 44.8 प्रतिशत थी।
दिनांक 8 सितंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण(राशि ₹ करोड़ में)अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक09-सितंबर-2225-अगस्त-2023*08-सितंबर-2023*09-सितंबर-2225-अगस्त-2023*08-सितंबर-2023*Iबैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क)क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां183335.64246284.1253485.01186364.23248463.22255863.66 **ख) बैंकों से लिये गये ऋण41752.75199018.31188137.5441824.75199142.43188207.97ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं44678.468276.3270299.5245184.8168988.2871006.97IIअन्य के प्रति देयताएं (क)क) जमाराशियां (बैंकों से ली गयी जमाराशियों से इतर)17056327.1519235804.92 (19089008.78)19382898.84 (19239081.12)17480633.819675179.8 (19528383.66)19822648.8 (19678831.08)
दिनांक 8 सितंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण(राशि ₹ करोड़ में)अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक09-सितंबर-2225-अगस्त-2023*08-सितंबर-2023*09-सितंबर-2225-अगस्त-2023*08-सितंबर-2023*Iबैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क)क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां183335.64246284.1253485.01186364.23248463.22255863.66 **ख) बैंकों से लिये गये ऋण41752.75199018.31188137.5441824.75199142.43188207.97ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं44678.468276.3270299.5245184.8168988.2871006.97IIअन्य के प्रति देयताएं (क)क) जमाराशियां (बैंकों से ली गयी जमाराशियों से इतर)17056327.1519235804.92 (19089008.78)19382898.84 (19239081.12)17480633.819675179.8 (19528383.66)19822648.8 (19678831.08)
21 सितंबर 2023 इरादतन चूककर्ताओं और बड़े चूककर्ताओं के निरूपण संबंधी मास्टर निदेश का मसौदा रिज़र्व बैंक ने इरादतन चूककर्ताओं से निपटने के लिए एक योजना शुरू की थी, जो 1 अप्रैल 1999 से प्रभावी थी। इसके पश्चात, इन दिशानिर्देशों को इरादतन चूककर्ताओं पर मास्टर परिपत्र में समेकित किया गया, जिसे अंतिम बार 1 जुलाई 2015 को अद्यतन किया गया था।
21 सितंबर 2023 इरादतन चूककर्ताओं और बड़े चूककर्ताओं के निरूपण संबंधी मास्टर निदेश का मसौदा रिज़र्व बैंक ने इरादतन चूककर्ताओं से निपटने के लिए एक योजना शुरू की थी, जो 1 अप्रैल 1999 से प्रभावी थी। इसके पश्चात, इन दिशानिर्देशों को इरादतन चूककर्ताओं पर मास्टर परिपत्र में समेकित किया गया, जिसे अंतिम बार 1 जुलाई 2015 को अद्यतन किया गया था।
भारतीय रिज़र्व बैंक (वाणिज्यिक बैंकों के निवेश पोर्टफोलियो का वर्गीकरण, मूल्य निर्धारण और परिचालन) निदेश, 2023 भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 14 जनवरी 2022 को जारी एक चर्चा पत्र (डीपी) में वाणिज्यिक बैंकों के निवेश पोर्टफोलियो के वर्गीकरण, मूल्य निर्धारण और परिचालन संबंधी मौजूदा मानदंडों में संशोधन का प्रस्ताव किया गया था। डीपी पर प्राप्त फीडबैक पर विचार करने के बाद, भारतीय रिज़र्व बैंक (वाणिज्यिक बैंकों के निवेश पोर्टफोलियो का वर्गीकरण, मूल्य निर्धारण और परिचालन) निदेश, 2023 आज जारी किया गया है। 2. संशोधित निदेशों में निवेश पोर्टफोलियो का सिद्धांत-आधारित वर्गीकरण, परिपक्वता तक धारित (एचटीएम) श्रेणी से/ में अंतरण और एचटीएम के अलावा बिक्री संबंधी विनियमों को सख्त करना, कतिपय शर्तों के अधीन एचटीएम में गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का समावेशन तथा लाभ और हानि की सममित पहचान शामिल है।
भारतीय रिज़र्व बैंक (वाणिज्यिक बैंकों के निवेश पोर्टफोलियो का वर्गीकरण, मूल्य निर्धारण और परिचालन) निदेश, 2023 भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 14 जनवरी 2022 को जारी एक चर्चा पत्र (डीपी) में वाणिज्यिक बैंकों के निवेश पोर्टफोलियो के वर्गीकरण, मूल्य निर्धारण और परिचालन संबंधी मौजूदा मानदंडों में संशोधन का प्रस्ताव किया गया था। डीपी पर प्राप्त फीडबैक पर विचार करने के बाद, भारतीय रिज़र्व बैंक (वाणिज्यिक बैंकों के निवेश पोर्टफोलियो का वर्गीकरण, मूल्य निर्धारण और परिचालन) निदेश, 2023 आज जारी किया गया है। 2. संशोधित निदेशों में निवेश पोर्टफोलियो का सिद्धांत-आधारित वर्गीकरण, परिपक्वता तक धारित (एचटीएम) श्रेणी से/ में अंतरण और एचटीएम के अलावा बिक्री संबंधी विनियमों को सख्त करना, कतिपय शर्तों के अधीन एचटीएम में गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का समावेशन तथा लाभ और हानि की सममित पहचान शामिल है।
वृद्धिशील आरक्षित नकदी निधि अनुपात (आई-सीआरआर): समीक्षा दिनांक 10 अगस्त 2023 के गवर्नर के मौद्रिक नीति वक्तव्य के अनुसरण में, अनुसूचित बैंकों को 19 मई 2023 और 28 जुलाई 2023 के बीच उनकी निवल मांग और मियादी देयताओं (एनडीटीएल) में वृद्धि पर 10 प्रतिशत वृद्धिशील आरक्षित नकदी निधि अनुपात (आई सीआरआर) बनाए रखना आवश्यक था। इस उपाय का उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली में ₹2000 के नोटों की वापसी सहित विभिन्न कारकों से उत्पन्न अधिशेष चलनिधि को अवशोषित करना था। यह कहा गया था कि आई-सीआरआर चलनिधि की अधिकता के प्रबंधन के लिए एक अस्थायी उपाय है और त्यौहारी सीज़न से पहले बैंकिंग प्रणाली से अवशोषित राशि को वापस करने की दृष्टि से आई-सीआरआर की समीक्षा 8 सितंबर 2023 या उससे पहले की जाएगी।
वृद्धिशील आरक्षित नकदी निधि अनुपात (आई-सीआरआर): समीक्षा दिनांक 10 अगस्त 2023 के गवर्नर के मौद्रिक नीति वक्तव्य के अनुसरण में, अनुसूचित बैंकों को 19 मई 2023 और 28 जुलाई 2023 के बीच उनकी निवल मांग और मियादी देयताओं (एनडीटीएल) में वृद्धि पर 10 प्रतिशत वृद्धिशील आरक्षित नकदी निधि अनुपात (आई सीआरआर) बनाए रखना आवश्यक था। इस उपाय का उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली में ₹2000 के नोटों की वापसी सहित विभिन्न कारकों से उत्पन्न अधिशेष चलनिधि को अवशोषित करना था। यह कहा गया था कि आई-सीआरआर चलनिधि की अधिकता के प्रबंधन के लिए एक अस्थायी उपाय है और त्यौहारी सीज़न से पहले बैंकिंग प्रणाली से अवशोषित राशि को वापस करने की दृष्टि से आई-सीआरआर की समीक्षा 8 सितंबर 2023 या उससे पहले की जाएगी।
6 सितंबर 2023 दिनांक 25 अगस्त 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 26-अगस्त-22 11-अगस्त-2023* 25-अगस्त-2023* 26-अगस्त-22 11-अगस्त-2023* 25-अगस्त-2023* I बैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां 188767.08 254229.15 246284 191920.01 256429.72 248463.22*
6 सितंबर 2023 दिनांक 25 अगस्त 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण (राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 26-अगस्त-22 11-अगस्त-2023* 25-अगस्त-2023* 26-अगस्त-22 11-अगस्त-2023* 25-अगस्त-2023* I बैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां 188767.08 254229.15 246284 191920.01 256429.72 248463.22*
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: सितंबर 06, 2024