प्रेस प्रकाशनियां - भुगतान और निपटान प्रणाली - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की कुल जमाराशियां और सकल बैंक ऋण : तिमाही पुस्तिका : 31 मार्च 2002 तक की स्थिति3 जुलाई 2002"बैंकिंग सांख्यिकी : तिमाही पुस्तिका - मार्च 2002" में 31 मार्च 2002 की स्थिति के अनुसार अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की कुल जमाराशियों और सकल बैंक ऋण संबंधी आंकड़े प्रस्तुत किये गये हैं। आंकड़े सर्वोच्च सौ केंद्रों, जनसंख्या समूहों, जिलों, राज्यों और बैंक समूहों के अनुसार प्रस्तुत किये गये हैं। प्रारंभिक आंकड़े अनुसूचित वाणिज्य बैंकों से बीएसआर-7 विवरणी क
सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की कुल जमाराशियां और सकल बैंक ऋण : तिमाही पुस्तिका : 31 मार्च 2002 तक की स्थिति3 जुलाई 2002"बैंकिंग सांख्यिकी : तिमाही पुस्तिका - मार्च 2002" में 31 मार्च 2002 की स्थिति के अनुसार अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की कुल जमाराशियों और सकल बैंक ऋण संबंधी आंकड़े प्रस्तुत किये गये हैं। आंकड़े सर्वोच्च सौ केंद्रों, जनसंख्या समूहों, जिलों, राज्यों और बैंक समूहों के अनुसार प्रस्तुत किये गये हैं। प्रारंभिक आंकड़े अनुसूचित वाणिज्य बैंकों से बीएसआर-7 विवरणी क
सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की कुल जमाराशियां और सकलबैंक ऋण : तिमाही पुस्तिका : दिसंबर 2001 के अंतिम शुक्रवार तक की स्थिति5 अप्रैल 2002भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिसम्बर 2001 के अंतिम शुक्रवार तक के अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की कुल जमाराशियों और सकल बैंक ऋण संबंधी आंकड़े प्रस्तुत करनेवाली ‘बैंकिंग सांख्यिकी : तिमाही पुस्तिका : दिसम्बर 2001’ विभिन्न वर्गीकरणों के साथ प्रकाशित की है। सर्वोच्च सौ केंद्रों, जनसंख्या समूहों, जिलों, राज्यों और बैंक समूहों के अनुसार आंकड़े प्रस्तु
सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की कुल जमाराशियां और सकलबैंक ऋण : तिमाही पुस्तिका : दिसंबर 2001 के अंतिम शुक्रवार तक की स्थिति5 अप्रैल 2002भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिसम्बर 2001 के अंतिम शुक्रवार तक के अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की कुल जमाराशियों और सकल बैंक ऋण संबंधी आंकड़े प्रस्तुत करनेवाली ‘बैंकिंग सांख्यिकी : तिमाही पुस्तिका : दिसम्बर 2001’ विभिन्न वर्गीकरणों के साथ प्रकाशित की है। सर्वोच्च सौ केंद्रों, जनसंख्या समूहों, जिलों, राज्यों और बैंक समूहों के अनुसार आंकड़े प्रस्तु
भारतीय रिज़र्व बैंक ने "भारत में बैंकिंग की प्रवृत्तियां और प्रगति की रिपोर्ट-2000-01" आज जारी की15 नवंबर 2001भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘भारत में बैंकिंग की प्रवृत्तियां और प्रगति रिपोर्ट 2000-2001’ आज जारी की। इस रिपोर्ट में वाणिज्य बैंकों, सहकारी बैंकों, वित्तीय संस्थाओं और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की निष्पादकता के विस्तृत ब्यौरे दिये गये हैं। इसके अलावा इस रिपोर्ट में उन नीतियों और विनियामक वातावरण तथा पर्यवेक्षी ढांचे की भी चर्चा की गयी है जिनके अंतर्गत ये संस्था
भारतीय रिज़र्व बैंक ने "भारत में बैंकिंग की प्रवृत्तियां और प्रगति की रिपोर्ट-2000-01" आज जारी की15 नवंबर 2001भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘भारत में बैंकिंग की प्रवृत्तियां और प्रगति रिपोर्ट 2000-2001’ आज जारी की। इस रिपोर्ट में वाणिज्य बैंकों, सहकारी बैंकों, वित्तीय संस्थाओं और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की निष्पादकता के विस्तृत ब्यौरे दिये गये हैं। इसके अलावा इस रिपोर्ट में उन नीतियों और विनियामक वातावरण तथा पर्यवेक्षी ढांचे की भी चर्चा की गयी है जिनके अंतर्गत ये संस्था
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जून 19, 2025