अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
मई 31, 2007
जोखिम प्रबंधन और अंतर बैंक लेनदेन - पण्य हेजिंग
आरबीआइ/2006-07/423 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.66 मई 31, 2007 सेवा में सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंकमहोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन और अंतर बैंक लेनदेन - पण्य हेजिंगप्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा.25/आरबी-2000 के विनियम 6 और जुलाई 23, 2005 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.03 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान में भारत में निवासी व्यक्तियों को रिजर्व बैंक के पूर्वानुमोदन से कतिपय शर्तों के अधीन पण्य
आरबीआइ/2006-07/423 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.66 मई 31, 2007 सेवा में सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंकमहोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन और अंतर बैंक लेनदेन - पण्य हेजिंगप्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा.25/आरबी-2000 के विनियम 6 और जुलाई 23, 2005 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.03 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान में भारत में निवासी व्यक्तियों को रिजर्व बैंक के पूर्वानुमोदन से कतिपय शर्तों के अधीन पण्य
मई 31, 2007
Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident Outside India) (Amendment) Regulations, 2007
Reserve Bank of India Foreign Exchange Department Central Office Mumbai- 400 001 @@NBSP@@ Notification No. FEMA. 153/2007-RB Dated@@NBSP@@ May 31, 2007 Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident Outside India) (Amendment) Regulations, 2007 In exercise of the powers conferred by clause (b) of sub-section (3) of Section 6 and Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999),@@NBSP@@@@NBSP@@ the Reserve Bank of Ind
Reserve Bank of India Foreign Exchange Department Central Office Mumbai- 400 001 @@NBSP@@ Notification No. FEMA. 153/2007-RB Dated@@NBSP@@ May 31, 2007 Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident Outside India) (Amendment) Regulations, 2007 In exercise of the powers conferred by clause (b) of sub-section (3) of Section 6 and Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999),@@NBSP@@@@NBSP@@ the Reserve Bank of Ind
मई 15, 2007
विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2007
विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 152/2007-आरबी दिनांक: 15 मई, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा (3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी ) विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) विनियमावली 2000, में निम्नलिखित संशोधन करता है, अर्थात्, संक्षिप्त नाम
विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 152/2007-आरबी दिनांक: 15 मई, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा (3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी ) विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) विनियमावली 2000, में निम्नलिखित संशोधन करता है, अर्थात्, संक्षिप्त नाम
मई 08, 2007
पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाओं की बुकिंग
आर बी आइ/2006-07/380 ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 52मई 08, 2007सभी प्राधिकृत श्रेणी I बैंक महोदया / महोदय पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाओं की बुकिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जनवरी 24, 2004 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 19, दिसंबर 21, 2002 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं 63, नवंबर 1, 2004 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 26 और दिसंबर 13, 2006 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 22 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2. वर्
आर बी आइ/2006-07/380 ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 52मई 08, 2007सभी प्राधिकृत श्रेणी I बैंक महोदया / महोदय पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाओं की बुकिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जनवरी 24, 2004 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 19, दिसंबर 21, 2002 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं 63, नवंबर 1, 2004 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 26 और दिसंबर 13, 2006 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 22 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2. वर्
अप्रैल 26, 2007
रिपब्लिक ऑफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 48 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/350ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.43 अप्रैल 26,2007 सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकमहोदया/महोदय, रिपब्लिक ऑफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 48 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता ?ाारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ सूडान की सरकार को फरवरी 12, 2007 को हुए ऋण करार के तहत सूडान में परियोजनाओं के वित्तपोषण हेतु उन्हें कुल 48 मिलियन अमरीकी डॉलर (अडतालीस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किय
आरबीआइ/2006-07/350ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.43 अप्रैल 26,2007 सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकमहोदया/महोदय, रिपब्लिक ऑफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 48 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता ?ाारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ सूडान की सरकार को फरवरी 12, 2007 को हुए ऋण करार के तहत सूडान में परियोजनाओं के वित्तपोषण हेतु उन्हें कुल 48 मिलियन अमरीकी डॉलर (अडतालीस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किय
अप्रैल 20, 2007
विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को सरल और कारगर बनाना
आरबीआइ/2006-07/337ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.41अप्रैल 20, 2007सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी Iमहोदया/महोदय,विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को सरल और कारगर बनाना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं.फेमा.120/आरबी-2004 (अधिसूचना) द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान प्रावधानों को सरल और कारगर बनाने के लिए समुद्
आरबीआइ/2006-07/337ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.41अप्रैल 20, 2007सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी Iमहोदया/महोदय,विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को सरल और कारगर बनाना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं.फेमा.120/आरबी-2004 (अधिसूचना) द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान प्रावधानों को सरल और कारगर बनाने के लिए समुद्
अप्रैल 16, 2007
रिपब्लिक ऑफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 11 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/323 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.39 अप्रैल 16, 2007सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकमहोदया/महोदय,रिपब्लिक ऑफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 11 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ सेनेगल की सरकार को जनवरी 15, 2007 को हुए ऋण करार के तहत कुल 11 मिलियन अमरीकी डॉलर (ग्यारह मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता महिला गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम की सहायता और भारत से 400 वाहनों के अधिग्रहण
आरबीआइ/2006-07/323 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.39 अप्रैल 16, 2007सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकमहोदया/महोदय,रिपब्लिक ऑफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 11 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ सेनेगल की सरकार को जनवरी 15, 2007 को हुए ऋण करार के तहत कुल 11 मिलियन अमरीकी डॉलर (ग्यारह मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता महिला गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम की सहायता और भारत से 400 वाहनों के अधिग्रहण
फ़र॰ 07, 2007
मोज़ाम्बिक गणतंत्र की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/251 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.31 07 फरवरी, 2007 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी I महोदया/महोदय, मोज़ाम्बिक गणतंत्र की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने मोज़ाम्बिक गणतंत्र की सरकार के साथ मोज़ाम्बिक में गाज़ा प्रदेश के विद्युतीकरण के लिए क्रेताओं द्वारा उधारकर्ता के देश में पात्र माल की खरीद को सुविधाजनक बनाने हेतु उनको कुल 20 मिलियन अमरीकी डॉलर (बीस मिल
आरबीआइ/2006-07/251 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.31 07 फरवरी, 2007 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी I महोदया/महोदय, मोज़ाम्बिक गणतंत्र की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने मोज़ाम्बिक गणतंत्र की सरकार के साथ मोज़ाम्बिक में गाज़ा प्रदेश के विद्युतीकरण के लिए क्रेताओं द्वारा उधारकर्ता के देश में पात्र माल की खरीद को सुविधाजनक बनाने हेतु उनको कुल 20 मिलियन अमरीकी डॉलर (बीस मिल
जन॰ 31, 2007
विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 - अनिवासी (बाह्य) रुपया खाता/ विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) जमाराशियों की जमानत पर अनिवासियों/तीसरेपक्षकोऋणप्रदानकरना
आरबीआइ/2006-07/244 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.29 31 जनवरी, 2007 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 - अनिवासी (बाह्य) रुपया खाता/ विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) जमाराशियों की जमानत पर अनिवासियों/ तीसरे पक्ष को ऋण प्रदान करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों और प्राधिकृत बैंकों (बैंकों) का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्र
आरबीआइ/2006-07/244 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.29 31 जनवरी, 2007 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 - अनिवासी (बाह्य) रुपया खाता/ विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) जमाराशियों की जमानत पर अनिवासियों/ तीसरे पक्ष को ऋण प्रदान करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों और प्राधिकृत बैंकों (बैंकों) का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्र
जन॰ 04, 2007
विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली 2000 -विनियमावली में संशोधन
अधिसूचना सं.फेमा 151 /2007-आरबी दिनांक जनवरी 4, 2007विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली 2000 -विनियमावली में संशोधन विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (ञ) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 8/2000-आरबी) में भारतीय रिज़र्व बैंक निम्नलिखित संशोधन करता है, अर्थात्- 1. संक्षिप्त नाम और प्रारंभ (i) ये विनियम विदेशी
अधिसूचना सं.फेमा 151 /2007-आरबी दिनांक जनवरी 4, 2007विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली 2000 -विनियमावली में संशोधन विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (ञ) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 8/2000-आरबी) में भारतीय रिज़र्व बैंक निम्नलिखित संशोधन करता है, अर्थात्- 1. संक्षिप्त नाम और प्रारंभ (i) ये विनियम विदेशी
दिस॰ 20, 2006
निवासी व्यक्तियों के लिए 50,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत विप्रेषण योजना
आरबीआइ/2006-07/216 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.24 दिसंबर 20, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 50,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत विप्रेषण योजना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान फरवरी 4, 2004 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.64, समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 (नियम) तथा जनवरी 13, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.66 की ओर आकर्षित किया जाता है।उपर्
आरबीआइ/2006-07/216 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.24 दिसंबर 20, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 50,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत विप्रेषण योजना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान फरवरी 4, 2004 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.64, समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 (नियम) तथा जनवरी 13, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.66 की ओर आकर्षित किया जाता है।उपर्
दिस॰ 18, 2006
भारत सरकार और भूतपूर्व यूएसएसआर के बीच अप्रैल 30, 1981 और दिसंबर 23, 1985 के आस्थगित भुगतान प्रोटोकोल
आरबीआइ/2006-07/215 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.23 दिसंबर 18, 2006 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और भूतपूर्व यूएसएसआर के बीच अप्रैल 30, 1981 और दिसंबर 23, 1985 के आस्थगित भुगतान प्रोटोकोल प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जुलाई 6, 2006 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.01 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष करेंसी बास्केट का रुपया मूल्य मई 31, 2006 से 60.4958 रुपये दर्शाया गया था। 2. प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I ब
आरबीआइ/2006-07/215 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.23 दिसंबर 18, 2006 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और भूतपूर्व यूएसएसआर के बीच अप्रैल 30, 1981 और दिसंबर 23, 1985 के आस्थगित भुगतान प्रोटोकोल प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जुलाई 6, 2006 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.01 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष करेंसी बास्केट का रुपया मूल्य मई 31, 2006 से 60.4958 रुपये दर्शाया गया था। 2. प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I ब
दिस॰ 13, 2006
आयात के सीमाशुल्क घटक के लिए वायदा संविदा बुक करना
आरबीआइ/2006-07/207 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.21 दिसंबर 13, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, आयात के सीमाशुल्क घटक के लिए वायदा संविदा बुक करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित और समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) नियमावली, 2000 की अनुसूची-1 [अ.1(ञ)] तथा अप्रैल 29, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.98 की ओर आकर्
आरबीआइ/2006-07/207 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.21 दिसंबर 13, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, आयात के सीमाशुल्क घटक के लिए वायदा संविदा बुक करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित और समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) नियमावली, 2000 की अनुसूची-1 [अ.1(ञ)] तथा अप्रैल 29, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.98 की ओर आकर्
दिस॰ 13, 2006
पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाएं बुक करना
आरबीआइ/2006-07/208 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.22 दिसंबर 13, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाएं बुक करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जनवरी 24, 2002 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.19, दिसंबर 21, 2002 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.63 तथा नवंबर 1, 2004 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान में प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक, विश
आरबीआइ/2006-07/208 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.22 दिसंबर 13, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाएं बुक करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जनवरी 24, 2002 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.19, दिसंबर 21, 2002 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.63 तथा नवंबर 1, 2004 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान में प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक, विश
दिस॰ 06, 2006
म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/199 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.19 दिसंबर 6, 2006 सेवा में सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक के साथ म्यांमार स्थित थानलिइन रिफाइनरी के नवीकरण के लिए भारत सरकार की विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात के लिए पात्र, परामर्श सेवाओं सहित, माल और सेवाओं के निर्यात के वित्तपोषण हेतु उनको
आरबीआइ/2006-07/199 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.19 दिसंबर 6, 2006 सेवा में सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक के साथ म्यांमार स्थित थानलिइन रिफाइनरी के नवीकरण के लिए भारत सरकार की विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात के लिए पात्र, परामर्श सेवाओं सहित, माल और सेवाओं के निर्यात के वित्तपोषण हेतु उनको
दिस॰ 04, 2006
बाह्य वाणिज्यिक उधार
आरबीआइ/2006-07/194 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.17 दिसंबर 4, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबद्ध समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा उधार देना) विनियमावली, 2000 के विनियम 6 तथा अगस्त 1, 2005 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.5 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. वर्तमान में, कंपनियां स्वतः अनुमोदित मार्ग
आरबीआइ/2006-07/194 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.17 दिसंबर 4, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबद्ध समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा उधार देना) विनियमावली, 2000 के विनियम 6 तथा अगस्त 1, 2005 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.5 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. वर्तमान में, कंपनियां स्वतः अनुमोदित मार्ग
दिस॰ 04, 2006
विदेश में कार्यालयों की स्थापना
आरबीआइ/2006-07/197 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.18 दिसंबर 4, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेश में कार्यालयों की स्थापना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.10/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित और समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) विनियमावली, 2000 तथा अप्रैल 21, 2006 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.32 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान
आरबीआइ/2006-07/197 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.18 दिसंबर 4, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेश में कार्यालयों की स्थापना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.10/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित और समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) विनियमावली, 2000 तथा अप्रैल 21, 2006 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.32 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान
नव॰ 30, 2006
विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाता - प्रक्रिया का उदारीकरण
आरबीआइ/2006-07/129 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.15 नवंबर 30, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाता - प्रक्रिया का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी किसी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) विनियमावली, 2000 के विनियम 4 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार भारत में
आरबीआइ/2006-07/129 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.15 नवंबर 30, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाता - प्रक्रिया का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी किसी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) विनियमावली, 2000 के विनियम 4 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार भारत में
नव॰ 30, 2006
अंगोला सरकार को एक्ज़िम बैंक की 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/193 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.16 नवंबर 30, 2006 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, अंगोला सरकार को एक्ज़िम बैंक की 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने अंगोला गणतंत्र की सरकार के साथ उनको कुल 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए जुलाई 6, 2006 को करार किया है। यह ऋण भारत सरकार की विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात क
आरबीआइ/2006-07/193 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.16 नवंबर 30, 2006 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, अंगोला सरकार को एक्ज़िम बैंक की 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने अंगोला गणतंत्र की सरकार के साथ उनको कुल 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए जुलाई 6, 2006 को करार किया है। यह ऋण भारत सरकार की विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात क
नव॰ 28, 2006
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण
आरबीआइ/2006-07/190 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.14 नवंबर 28, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 के
आरबीआइ/2006-07/190 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.14 नवंबर 28, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 के
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 16, 2025