अधिसूचनाएं - विनियमन वाणिज्यिक बैंकिंग - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
सित॰ 30, 2011
सामान्य बैंकिंग कारोबार के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 17 (4) (ए) के अंतर्गत राज्य सरकारी बैंकों को अग्रिम
भारिबैं / 2011-12/209 ग्राआऋवि.केंका.आरसीबी.बीसी.सं. 20 /03.03.02/2011-12 30 सितंबर 2011 सभी राज्य सहकारी बैंक महोदय, सामान्य बैंकिंग कारोबार के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 17 (4) (ए) के अंतर्गत राज्य सरकारी बैंकों को अग्रिम जैसाकि आपको ज्ञात है रिज़र्व बैंक द्वारा राज्य सहकारी बैंकों को भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 17 (4) (ए) के अंतर्गत निकासी – समायोजन, चलनिधि आदि जैसे सामान्य बैंकिंग कारोबार के प्रयोजन हेतु ऋण और अग्रिमों पर प्र
भारिबैं / 2011-12/209 ग्राआऋवि.केंका.आरसीबी.बीसी.सं. 20 /03.03.02/2011-12 30 सितंबर 2011 सभी राज्य सहकारी बैंक महोदय, सामान्य बैंकिंग कारोबार के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 17 (4) (ए) के अंतर्गत राज्य सरकारी बैंकों को अग्रिम जैसाकि आपको ज्ञात है रिज़र्व बैंक द्वारा राज्य सहकारी बैंकों को भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 17 (4) (ए) के अंतर्गत निकासी – समायोजन, चलनिधि आदि जैसे सामान्य बैंकिंग कारोबार के प्रयोजन हेतु ऋण और अग्रिमों पर प्र
सित॰ 29, 2011
भारत – नेपाल धन प्रेषण प्रणाली – उपयोग को बढाने के उपाय
आरबीआई/2011-12/208 भु.नि.प्र.वि. (कें.का.) ईपीपीडी सं 590/04.09.003 / 2011-12 29 सितंबर 2011 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/ एनईएफ़टी में भाग लेने वाले सभी बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय/ महोदया भारत – नेपाल धन प्रेषण प्रणाली – उपयोग को बढाने के उपाय दिनांक 29 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र भु.नि.प्र.वि.कें.का. सं. 1764/04.09.003/ 2007-08 जिसमें उपर्युक्त विषय की प्रमुख विशेषताओं और साथ ही साथ परिचालनात्मक अनुदेशों के बारे में वर्णन है और साथ ही दिनांक 09 फरवरी 2009 क
आरबीआई/2011-12/208 भु.नि.प्र.वि. (कें.का.) ईपीपीडी सं 590/04.09.003 / 2011-12 29 सितंबर 2011 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/ एनईएफ़टी में भाग लेने वाले सभी बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय/ महोदया भारत – नेपाल धन प्रेषण प्रणाली – उपयोग को बढाने के उपाय दिनांक 29 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र भु.नि.प्र.वि.कें.का. सं. 1764/04.09.003/ 2007-08 जिसमें उपर्युक्त विषय की प्रमुख विशेषताओं और साथ ही साथ परिचालनात्मक अनुदेशों के बारे में वर्णन है और साथ ही दिनांक 09 फरवरी 2009 क
सित॰ 28, 2011
Know Your Customer Norms - Letter issued by Unique Identification Authority of India (UIDAI) containing details of name, address and Aadhaar number
RBI/2011-12/207 DBOD.AML.BC.No. 36/ 14.01.001/2011-12 September 28, 2011 The Chairmen/CEOs of all Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs)/ Local Area Banks/All India Financial Institutions Dear Sir, Know Your Customer Norms – Letter issued by Unique Identification Authority of India (UIDAI) containing details of name, address and Aadhaar number Please refer to the Government of India Notification No. 14/2010/F.No. 6/2/2007-ES dated December 16, 2010 which recognis
RBI/2011-12/207 DBOD.AML.BC.No. 36/ 14.01.001/2011-12 September 28, 2011 The Chairmen/CEOs of all Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs)/ Local Area Banks/All India Financial Institutions Dear Sir, Know Your Customer Norms – Letter issued by Unique Identification Authority of India (UIDAI) containing details of name, address and Aadhaar number Please refer to the Government of India Notification No. 14/2010/F.No. 6/2/2007-ES dated December 16, 2010 which recognis
सित॰ 22, 2011
कार्ड उपलब्ध (सीपी) लेनदेनों संबंधी सुरक्षा मामले और जोखिम कम करने के उपाय
भारिबैं/2011-12/194 भुनिप्रवि.पीडी.केंका.सं. 513 / 02.14.003 / 2011-2012 22 सितंबर 2011 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों/शहरी सहकारी बैंकों/राज्य सहकारी बैंकों/ जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों/अधिकृत कार्ड भुगतान नेटवर्कों सहित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदया / महोदय कार्ड उपलब्ध (सीपी) लेनदेनों संबंधी सुरक्षा मामले और जोखिम कम करने के उपाय जैसा कि आप जानते हैं, कि यह सुनिश्चित करने के प्रयास में कि देश में संचालित भुगतान प्रणा
भारिबैं/2011-12/194 भुनिप्रवि.पीडी.केंका.सं. 513 / 02.14.003 / 2011-2012 22 सितंबर 2011 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों/शहरी सहकारी बैंकों/राज्य सहकारी बैंकों/ जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों/अधिकृत कार्ड भुगतान नेटवर्कों सहित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदया / महोदय कार्ड उपलब्ध (सीपी) लेनदेनों संबंधी सुरक्षा मामले और जोखिम कम करने के उपाय जैसा कि आप जानते हैं, कि यह सुनिश्चित करने के प्रयास में कि देश में संचालित भुगतान प्रणा
सित॰ 21, 2011
बैंक खाते में अपर्याप्त राशि के कारण इलेक्ट्रॉनिक धन अंतरण का अस्वीकरण - स्पष्टीकरण
आरबीआई/2011-12/191भुनिप्रवि.केंका.पीडी.सं. 497/02.12.004/2011-12 21 सितंबर 2011 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारीक्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों/शहरी सहकारी बैंकों/राज्य सहकारी बैंकों/ जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों/अधिकृत कार्ड भुगतान नेटवर्कों सहित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदया/महोदय बैंक खाते में अपर्याप्त राशि के कारण इलेक्ट्रॉनिक धन अंतरण का अस्वीकरण - स्पष्टीकरण जैसा कि आप अवश्य जानते होंगे कि भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 की धारा 25 भुगतान
आरबीआई/2011-12/191भुनिप्रवि.केंका.पीडी.सं. 497/02.12.004/2011-12 21 सितंबर 2011 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारीक्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों/शहरी सहकारी बैंकों/राज्य सहकारी बैंकों/ जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों/अधिकृत कार्ड भुगतान नेटवर्कों सहित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदया/महोदय बैंक खाते में अपर्याप्त राशि के कारण इलेक्ट्रॉनिक धन अंतरण का अस्वीकरण - स्पष्टीकरण जैसा कि आप अवश्य जानते होंगे कि भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 की धारा 25 भुगतान
सित॰ 21, 2011
भुगतान प्रणाली के लिए एक्सेस संबंधी मानदंड
आरबीआई/2011-12/193 भु.नि.प्र.वि. (कें.का.) ओडी 494/04.04.009 / 2011-12 21 सितंबर 2011 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक/ शहरी सहकारी बैंक/ राज्य सहकारी बैंक/ जिला केंद्रीय सहकारी बैंक/ प्राथमिक डीलर महोदय/ महोदया भुगतान प्रणाली के लिए एक्सेस संबंधी मानदंड 1. कृपया दिनांक 22 सितंबर 2008 के परिपत्र भु.नि.प्र.वि. (कें.का.) सं. 528/04.04.009/2008/09 का संदर्भ लें जिसमें राष्ट्रीय भुगतान प्रणाली के लिए ए
आरबीआई/2011-12/193 भु.नि.प्र.वि. (कें.का.) ओडी 494/04.04.009 / 2011-12 21 सितंबर 2011 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक/ शहरी सहकारी बैंक/ राज्य सहकारी बैंक/ जिला केंद्रीय सहकारी बैंक/ प्राथमिक डीलर महोदय/ महोदया भुगतान प्रणाली के लिए एक्सेस संबंधी मानदंड 1. कृपया दिनांक 22 सितंबर 2008 के परिपत्र भु.नि.प्र.वि. (कें.का.) सं. 528/04.04.009/2008/09 का संदर्भ लें जिसमें राष्ट्रीय भुगतान प्रणाली के लिए ए
सित॰ 16, 2011
चलनिधि समायोजन सुविधा – रेपो तथा रिवर्स रेपो और सीमांत स्थायी सुविधा दरें
आरबीआई/2011-2012/182एफएमडी.एमओएजी. सं 63/01.01.01/2011-12 16 सितंबर 2011 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) तथा प्राथमिक व्यापारी महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा – रेपो तथा रिवर्स रेपो और सीमांत स्थायी सुविधा दरें आज घोषित की गई मध्य तिमाही मौद्रिक नीति समीक्षा सितंबर 2011 के अनुसरण में यह निर्णय लिया गया है कि तत्काल प्रभाव से चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपो दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर उसे 8.00 प्रत
आरबीआई/2011-2012/182एफएमडी.एमओएजी. सं 63/01.01.01/2011-12 16 सितंबर 2011 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) तथा प्राथमिक व्यापारी महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा – रेपो तथा रिवर्स रेपो और सीमांत स्थायी सुविधा दरें आज घोषित की गई मध्य तिमाही मौद्रिक नीति समीक्षा सितंबर 2011 के अनुसरण में यह निर्णय लिया गया है कि तत्काल प्रभाव से चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपो दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर उसे 8.00 प्रत
सित॰ 16, 2011
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़)
आरबीआइ/2011-12/181संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 348/07.01.279/2011-12 16 सितंबर, 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 16 सितंबर, 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्र
आरबीआइ/2011-12/181संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 348/07.01.279/2011-12 16 सितंबर, 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 16 सितंबर, 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्र
सित॰ 15, 2011
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत बिक्रीगत आमदनी को एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करना - स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2011-12/177 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.16 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत बिक्रीगत आमदनी को एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करना - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 11 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण या निर्गम) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा
भारिबैंक/2011-12/177 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.16 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत बिक्रीगत आमदनी को एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करना - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 11 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण या निर्गम) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा
सित॰ 15, 2011
विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाते (EEFC) तथा निवासी विदेशी मुद्रा खाते (RFC) - संयुक्त खाता धारक-उदारीकरण
भारिबैंक/2011-12/176 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.15 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाते (EEFC) तथा निवासी विदेशी मुद्रा खाते (RFC)- संयुक्त खाता धारक-उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी के विनियम 4 तथा 5 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवास करने वाले व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता), विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता
भारिबैंक/2011-12/176 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.15 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाते (EEFC) तथा निवासी विदेशी मुद्रा खाते (RFC)- संयुक्त खाता धारक-उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी के विनियम 4 तथा 5 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवास करने वाले व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता), विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता
सित॰ 15, 2011
भारत में विदेशी निवेश- उपहार के रूप में प्रतिभूति का अंतरण - उदारीकरण
भारिबैंक/2011-12/175 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.14 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में विदेशी निवेश- उपहार के रूप में प्रतिभूति का अंतरण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 10 ए(ए) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गम)) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा संशोधित, के साथ पठित 25 अगस्त 2005
भारिबैंक/2011-12/175 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.14 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में विदेशी निवेश- उपहार के रूप में प्रतिभूति का अंतरण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 10 ए(ए) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गम)) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा संशोधित, के साथ पठित 25 अगस्त 2005
सित॰ 15, 2011
अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा एनआरई/एफसीएनआर (बी) खाते भारतीय निवासी घनिष्ठ संबंधी के साथ संयुक्त रूप में रखना – उदारीकरण
भारिबैं/2011-12/174 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.13 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा एनआरई/एफसीएनआर (बी) खाते भारतीय निवासी घनिष्ठ संबंधी के साथ संयुक्त रूप में रखना – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 5/2000-आरबी की अनुसूची 1 तथा 2 अर्थात समय समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जात
भारिबैं/2011-12/174 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.13 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा एनआरई/एफसीएनआर (बी) खाते भारतीय निवासी घनिष्ठ संबंधी के साथ संयुक्त रूप में रखना – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 5/2000-आरबी की अनुसूची 1 तथा 2 अर्थात समय समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जात
सित॰ 15, 2011
भारत में निवास करने वाले व्यक्तियों द्वारा रखे गये बचत बैंक खाते – संयुक्त खाता धारक – उदारीकरण
भारिबैं/2011-12/173 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.12 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में निवास करने वाले व्यक्तियों द्वारा रखे गये बचत बैंक खाते – संयुक्त खाता धारक – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 5 के विनियम 2(vi) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार अनिवासी भारतीय (एनआरआइ) का अर्थ भारत से बाहर रहने वाले उस व्यक्ति से है जो भारत का नागरिक या भारतीय मूल का व्यक्ति
भारिबैं/2011-12/173 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.12 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में निवास करने वाले व्यक्तियों द्वारा रखे गये बचत बैंक खाते – संयुक्त खाता धारक – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 5 के विनियम 2(vi) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार अनिवासी भारतीय (एनआरआइ) का अर्थ भारत से बाहर रहने वाले उस व्यक्ति से है जो भारत का नागरिक या भारतीय मूल का व्यक्ति
सित॰ 12, 2011
रुग्ण एसएमई इकाईयों के पुनर्वास हेतु दिशा-निर्देश
आरबीआइ/2011-2012/171 ग्राआऋवि.एस एम ई एण्ड एन एफ एस. बीसी. 19/06.02.31/2011-12 12 सितंबर 2011 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशकमुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया / महोदय, रुग्ण एसएमई इकाईयों के पुनर्वास हेतु दिशा-निर्देश कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 16 जनवरी 2002 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएनएफएस. बीसी. 57/ 06.04.01/ 2001-02 के अनुबंध I का पैराग्राफ 5 देखें। उक्त परिपत्र के परिशिष्ट – II
आरबीआइ/2011-2012/171 ग्राआऋवि.एस एम ई एण्ड एन एफ एस. बीसी. 19/06.02.31/2011-12 12 सितंबर 2011 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशकमुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया / महोदय, रुग्ण एसएमई इकाईयों के पुनर्वास हेतु दिशा-निर्देश कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 16 जनवरी 2002 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएनएफएस. बीसी. 57/ 06.04.01/ 2001-02 के अनुबंध I का पैराग्राफ 5 देखें। उक्त परिपत्र के परिशिष्ट – II
सित॰ 09, 2011
आधार दर पर दिशानिर्देश
आरबीआइ/2011-12/170 बैंपविवि.डीआइआर.बीसी.34/13.03.00/2011-12 18 भाद्र 1933 (शक) 9 सितंबर 2011 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया आधार दर पर दिशानिर्देश कृपया उपर्युक्त विषय पर 9 अप्रैल 2010 का हमारा परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 88/13.07.001/ 2009-10 तथा भारतीय बैंक संघ (आईबीए) को संबोधित 24 जून 2010 का हमारा पत्र बैंपविवि. डीआइआर. सं. 21957/ 13.07.001/2009-10 देखें । 2. राष्ट्रीय अनुसूचित जनजातीय वित्त तथा विकास निगम (एनए
आरबीआइ/2011-12/170 बैंपविवि.डीआइआर.बीसी.34/13.03.00/2011-12 18 भाद्र 1933 (शक) 9 सितंबर 2011 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया आधार दर पर दिशानिर्देश कृपया उपर्युक्त विषय पर 9 अप्रैल 2010 का हमारा परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 88/13.07.001/ 2009-10 तथा भारतीय बैंक संघ (आईबीए) को संबोधित 24 जून 2010 का हमारा पत्र बैंपविवि. डीआइआर. सं. 21957/ 13.07.001/2009-10 देखें । 2. राष्ट्रीय अनुसूचित जनजातीय वित्त तथा विकास निगम (एनए
सित॰ 07, 2011
दस्तावेज़ों में लघु उद्योग के स्थान पर माइक्रो और लघु उद्यम शब्द बदलना
आरबीआई / 2011-12 / 167ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 18 / 03.05.33 / 2011-12 7 सितंबर 2011 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, दस्तावेज़ों में लघु उद्योग के स्थान पर माइक्रो और लघु उद्यम शब्द बदलना " लघु उद्यम " के स्थान पर " माइक्रो और लघु उद्यम " शब्द बदलने के संबंध में लघु उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी दिनांक 29 सितंबर 2006 की अधिसूचना सं. एस.ओ. 1642/(ई) तथा वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी दिनांक 27 फरवरी 2009 की अधिसूचना सं. एस.ओ. 563 (ई) की
आरबीआई / 2011-12 / 167ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 18 / 03.05.33 / 2011-12 7 सितंबर 2011 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, दस्तावेज़ों में लघु उद्योग के स्थान पर माइक्रो और लघु उद्यम शब्द बदलना " लघु उद्यम " के स्थान पर " माइक्रो और लघु उद्यम " शब्द बदलने के संबंध में लघु उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी दिनांक 29 सितंबर 2006 की अधिसूचना सं. एस.ओ. 1642/(ई) तथा वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी दिनांक 27 फरवरी 2009 की अधिसूचना सं. एस.ओ. 563 (ई) की
सित॰ 05, 2011
ऋण आसूचना कंपनियों को ऋण आसूचना प्रस्तुत करना - 1 करोड़ रुपये तथा उससे अधिक राशि के चूककर्ता और 25 लाख रुपये तथा उससे अधिक राशि के इरादतन चूककर्ता - वाद दायर खातों से संबंधित ऋण आसूचनाओं का प्रसार
आरबीआई/2011-12/165 बैंपविवि.सं.सीआइडी.बीसी.30/20.16.042/2011-12 5 सितंबर 2011 14 भाद्र 1933 (शक) अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा सभी अधिसूचित अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदय, ऋण आसूचना कंपनियों को ऋण आसूचना प्रस्तुत करना - 1 करोड़ रुपये तथा उससे अधिक राशि के चूककर्ता और 25 लाख रुपये तथा उससे अधिक राशि के इरादतन चूककर्ता - वाद दायर खातों से संबंधित ऋण आसूचनाओं
आरबीआई/2011-12/165 बैंपविवि.सं.सीआइडी.बीसी.30/20.16.042/2011-12 5 सितंबर 2011 14 भाद्र 1933 (शक) अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा सभी अधिसूचित अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदय, ऋण आसूचना कंपनियों को ऋण आसूचना प्रस्तुत करना - 1 करोड़ रुपये तथा उससे अधिक राशि के चूककर्ता और 25 लाख रुपये तथा उससे अधिक राशि के इरादतन चूककर्ता - वाद दायर खातों से संबंधित ऋण आसूचनाओं
अग॰ 30, 2011
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल करना - ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड बैंकिंग ग्रुप लिमिटेड
आरबीआइ/2011-2012/163बैंपविवि. सं.आरईटी. बीसी.29 /12.06.130/2011-12 30 अगस्त 2011 08 भाद्ग 1933 (शक) सभी अनूसूचित वाणिज्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल करना - ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड बैंकिंग ग्रुप लिमिटेड हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड बैंकिंग ग्रुप लिमिटेड" का नाम दिनांक 09 जुलाई 2011 के भारत के राजपत्र (भाग III खं
आरबीआइ/2011-2012/163बैंपविवि. सं.आरईटी. बीसी.29 /12.06.130/2011-12 30 अगस्त 2011 08 भाद्ग 1933 (शक) सभी अनूसूचित वाणिज्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल करना - ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड बैंकिंग ग्रुप लिमिटेड हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड बैंकिंग ग्रुप लिमिटेड" का नाम दिनांक 09 जुलाई 2011 के भारत के राजपत्र (भाग III खं
अग॰ 30, 2011
प्राथमिक व्यापारियों (पीडी) के लिए प्राधिकार दिशानिर्देश
आरबीआइ /2011-2012/162 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीसीडी.सं. 9/14.03.05/2011-12 30 अगस्त 2011 सभी बाजार सहभागी महोदय प्राथमिक व्यापारियों (पीडी) के लिए प्राधिकार दिशानिर्देश प्राथमिक व्यापारियों के प्राधिकार के लिए न्यायसंगत तथा पारदर्शी विनियामक दिशानिर्देश तैयार करने तथा हामीदारी प्रतिबद्धता सहित सरकारी प्रतिभूतियों की सभी नीलामियों में अर्थपूर्ण भागीदारी के लिए पर्याप्त रूप से तैयारी सुनिश्चित करने और उभरती हुई परिस्थितियों में सरकारी प्रतिभूति बाजार में सक्रिय भूमिका निभाने
आरबीआइ /2011-2012/162 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीसीडी.सं. 9/14.03.05/2011-12 30 अगस्त 2011 सभी बाजार सहभागी महोदय प्राथमिक व्यापारियों (पीडी) के लिए प्राधिकार दिशानिर्देश प्राथमिक व्यापारियों के प्राधिकार के लिए न्यायसंगत तथा पारदर्शी विनियामक दिशानिर्देश तैयार करने तथा हामीदारी प्रतिबद्धता सहित सरकारी प्रतिभूतियों की सभी नीलामियों में अर्थपूर्ण भागीदारी के लिए पर्याप्त रूप से तैयारी सुनिश्चित करने और उभरती हुई परिस्थितियों में सरकारी प्रतिभूति बाजार में सक्रिय भूमिका निभाने
अग॰ 25, 2011
बैंक में हड़ताल /प्राकृतिक आपदा के लिए आकस्मिक योजना - एटीएम को भरने की व्यवस्था
आरबीआई/2011-12/ 159 परिपत्र सं.30 सबैंलेवि.लेखा (एपी) सं.1337/57.02.001/2011-12 25 अगस्त 2011 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सभी वाणिज्यिक बैंक प्रिय महोदय, बैंक में हड़ताल /प्राकृतिक आपदा के लिए आकस्मिक योजना - एटीएम को भरने की व्यवस्था बैंक में हड़ताल / प्राकृतिक आपदा के समय, बैंक ग्राहकों को असुविधा से बचाने के लिए बैंकों के एटीएम में नकदी भरने की आवश्यकता की भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जांच की गई । इस दिशा में पहले कदम के रुप में, हमारे दिनांक 10 मार्च 2008 के परिपत
आरबीआई/2011-12/ 159 परिपत्र सं.30 सबैंलेवि.लेखा (एपी) सं.1337/57.02.001/2011-12 25 अगस्त 2011 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सभी वाणिज्यिक बैंक प्रिय महोदय, बैंक में हड़ताल /प्राकृतिक आपदा के लिए आकस्मिक योजना - एटीएम को भरने की व्यवस्था बैंक में हड़ताल / प्राकृतिक आपदा के समय, बैंक ग्राहकों को असुविधा से बचाने के लिए बैंकों के एटीएम में नकदी भरने की आवश्यकता की भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जांच की गई । इस दिशा में पहले कदम के रुप में, हमारे दिनांक 10 मार्च 2008 के परिपत
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