प्रेस प्रकाशनियां - विनियमित गैर-बैंकिंग - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के लेखा-परीक्षकों को पूंजी पर्याप्तता अनुपात अपेक्षाओं के सतत अनुपालन के सत्यापन के निदेश6 जून 2002भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज विवेकशील मानदंडों और अर्द्धवार्षिक विवरणी में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों तथा उनके लेखा-परीक्षकों द्वारा प्रस्तुत किये जानेवाले प्रमाणपत्रों के फॉर्मेट (फॉर्म एनबीएस-2) आशोधित किये। अब से लेखा-परीक्षकों को यह सत्यापित करना होगा कि इन कंपनियों द्वारा पूंजी पर्याप्तता अनुपात निरंतर आधार पर बनाया रखा गया है। रिज़र्व बै
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के लेखा-परीक्षकों को पूंजी पर्याप्तता अनुपात अपेक्षाओं के सतत अनुपालन के सत्यापन के निदेश6 जून 2002भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज विवेकशील मानदंडों और अर्द्धवार्षिक विवरणी में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों तथा उनके लेखा-परीक्षकों द्वारा प्रस्तुत किये जानेवाले प्रमाणपत्रों के फॉर्मेट (फॉर्म एनबीएस-2) आशोधित किये। अब से लेखा-परीक्षकों को यह सत्यापित करना होगा कि इन कंपनियों द्वारा पूंजी पर्याप्तता अनुपात निरंतर आधार पर बनाया रखा गया है। रिज़र्व बै
भारतीय रिज़र्व बैंक ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड युक्तिसंगत किये22 अप्रैल 2002भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज घोषित किया कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा अनर्जक आस्तियों की पहचान के लिए पूर्ववर्ती 30 दिनों की नियत अवधि 31 मार्च 2003 से समाप्त हो जायेगी। इस प्रकार, ऋण आस्ति को अनर्जक आस्ति माना जायेगा यदि किस्त या उस पर देय ब्याज छह महीने के लिए अतिदेय होता है। इसी तरह से, पट्टे पर या किराया खरीद की आस्ति को अनर्जक आस्ति समझा जाएगा यदि पट्टा
भारतीय रिज़र्व बैंक ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड युक्तिसंगत किये22 अप्रैल 2002भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज घोषित किया कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा अनर्जक आस्तियों की पहचान के लिए पूर्ववर्ती 30 दिनों की नियत अवधि 31 मार्च 2003 से समाप्त हो जायेगी। इस प्रकार, ऋण आस्ति को अनर्जक आस्ति माना जायेगा यदि किस्त या उस पर देय ब्याज छह महीने के लिए अतिदेय होता है। इसी तरह से, पट्टे पर या किराया खरीद की आस्ति को अनर्जक आस्ति समझा जाएगा यदि पट्टा
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 21, 2025