अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
मई 03, 2004
कर्मचारी स्टॉक विकल्प (ईएसओपी) योजना के अंतर्गत व्यक्तियों द्वारा विदेशी प्रतिभूतियों का अभिग्रहण
आरबीआइ/2004/188 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.90 मई 3, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय कर्मचारी स्टॉक विकल्प (ईएसओपी) योजना के अंतर्गत व्यक्तियों द्वारा विदेशी प्रतिभूतियों का अभिग्रहण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 19/2000-आरबी के विनियम 19 और बाद के एपी (डीआइआर सिरिज) परिपत्र सं. 32 दिनांक अप्रैल 28, 2001, सं.16 दिनांक दिसंबर 15, 2001 और सं. 68 दिनांक जनवरी 13, 2003 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके
आरबीआइ/2004/188 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.90 मई 3, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय कर्मचारी स्टॉक विकल्प (ईएसओपी) योजना के अंतर्गत व्यक्तियों द्वारा विदेशी प्रतिभूतियों का अभिग्रहण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 19/2000-आरबी के विनियम 19 और बाद के एपी (डीआइआर सिरिज) परिपत्र सं. 32 दिनांक अप्रैल 28, 2001, सं.16 दिनांक दिसंबर 15, 2001 और सं. 68 दिनांक जनवरी 13, 2003 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके
अप्रैल 24, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा राशि) विनियमावली, 2000 - जमा राशि स्वीकार करना - संशोधित मार्गदर्शी सिध्दांत
आरबीआइ/2004/179 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.89 अप्रैल 24, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा राशि) विनियमावली, 2000 - जमा राशि स्वीकार करना - संशोधित मार्गदर्शी सिध्दांत विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा राशि ) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी द्वारा जारी) के विनियम 7 (1) और (2) के अनुसार प्राधिकृत व्यापारी / प्राधिकृत बैंकों से इतर व्यक्तियों को अनिवासी भारतीयों से जमा राशि स्वीकार करने
आरबीआइ/2004/179 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.89 अप्रैल 24, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा राशि) विनियमावली, 2000 - जमा राशि स्वीकार करना - संशोधित मार्गदर्शी सिध्दांत विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा राशि ) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी द्वारा जारी) के विनियम 7 (1) और (2) के अनुसार प्राधिकृत व्यापारी / प्राधिकृत बैंकों से इतर व्यक्तियों को अनिवासी भारतीयों से जमा राशि स्वीकार करने
अप्रैल 22, 2004
दिनांक 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के भारत सरकार और पूर्ववत यूएसएसआर के ब ाच आस्थागित भुगतान शिष्टाचार
आरबीआइ/2004/174 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.88 अप्रैल 22, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय दिनांक 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के भारत सरकार और पूर्ववत यूएसएसआर के ब ाच आस्थागित भुगतान शिष्टाचार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 19, 2004 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.59 की ओर आकर्षित किया जाता है , जिसमें जनवरी 01, 2004 से विशेष मुद्रा समूह का रुपया मूल्य 59.3395 रु. दर्शाया गया था । 2. प्राधिकृत व्यापारियों को सूचित कि
आरबीआइ/2004/174 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.88 अप्रैल 22, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय दिनांक 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के भारत सरकार और पूर्ववत यूएसएसआर के ब ाच आस्थागित भुगतान शिष्टाचार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 19, 2004 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.59 की ओर आकर्षित किया जाता है , जिसमें जनवरी 01, 2004 से विशेष मुद्रा समूह का रुपया मूल्य 59.3395 रु. दर्शाया गया था । 2. प्राधिकृत व्यापारियों को सूचित कि
अप्रैल 17, 2004
फेमा 1999 - चालू खाता लेनदेन - विदेश में रहने वाले नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण के लिए विप्रेषण - विदेशी कंपनियों से भारत में प्रतिनियुक्त किए गए भारतीय नागरिकों का अनुरोध
आरबीआइ/2004/153 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.86 अप्रैल 17, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - चालू खाता लेनदेन - विदेश में रहने वाले नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण के लिए विप्रेषण - विदेशी कंपनियों से भारत में प्रतिनियुक्त किए गए भारतीय नागरिकों का अनुरोध प्रधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 30, 2001 की अधिसूचना सं.एस.ओ.301 (ई) द्वारा यथासंशोधित मई 3, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (ई) की अनुसूची III की मद सं.
आरबीआइ/2004/153 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.86 अप्रैल 17, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - चालू खाता लेनदेन - विदेश में रहने वाले नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण के लिए विप्रेषण - विदेशी कंपनियों से भारत में प्रतिनियुक्त किए गए भारतीय नागरिकों का अनुरोध प्रधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 30, 2001 की अधिसूचना सं.एस.ओ.301 (ई) द्वारा यथासंशोधित मई 3, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (ई) की अनुसूची III की मद सं.
अप्रैल 17, 2004
भारत में आयात के लिए व्यापारिक उधार - समीक्षा और सरलीकरण
आरबीआइ/2004/154 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.87 अप्रैल 17, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय भारत में आयात के लिए व्यापारिक उधार - समीक्षा और सरलीकरण जैसा कि प्रधिकृत व्यापारियों को मालूम है, सितंबर 27, 2002 से प्राधिकृत व्यापारियों को तीन वर्ष से कम अवधि के लिए 20 मिलियन अमरिकी डॉलर तक के प्रति आयात लेनदेन के अल्पावधि उधार को अनुमोदित करने की अनुमति दी गई है (देखें सितंबर 27, 2002 का ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र क्र.25) । 20 मिलियन अम
आरबीआइ/2004/154 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.87 अप्रैल 17, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय भारत में आयात के लिए व्यापारिक उधार - समीक्षा और सरलीकरण जैसा कि प्रधिकृत व्यापारियों को मालूम है, सितंबर 27, 2002 से प्राधिकृत व्यापारियों को तीन वर्ष से कम अवधि के लिए 20 मिलियन अमरिकी डॉलर तक के प्रति आयात लेनदेन के अल्पावधि उधार को अनुमोदित करने की अनुमति दी गई है (देखें सितंबर 27, 2002 का ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र क्र.25) । 20 मिलियन अम
अप्रैल 16, 2004
बैंक तुरनआलेम, कज़ख्स्तान को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता
आर.बी.आइ/2004/148 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 84 अप्रैल 16, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बैंक तुरनआलेम, कज़ख्स्तान को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़ाम बैंक) ने फरवरी 27, 2004 को बैंक तुरनआलेम, कज़ख्स्तान को कंल 10 मिलियन अमरीकी डॉलर दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। ऋण करार मार्च 24, 2004 से लागू हो गया है औरउपकरण माल और सेवाएं और
आर.बी.आइ/2004/148 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 84 अप्रैल 16, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बैंक तुरनआलेम, कज़ख्स्तान को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़ाम बैंक) ने फरवरी 27, 2004 को बैंक तुरनआलेम, कज़ख्स्तान को कंल 10 मिलियन अमरीकी डॉलर दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। ऋण करार मार्च 24, 2004 से लागू हो गया है औरउपकरण माल और सेवाएं और
अप्रैल 16, 2004
ज़ांबिया सरकार और बैंक गोस्पोदर्स्तवा क्राजोवेगो (नैशनल इकॉनमी बैंक - बीजीके बैंक ), पोलैंड, प्रत्येक को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्जिम बैंक की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2004/149 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.85 अप्रैल 16, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय ज़ांबिया सरकार और बैंक गोस्पोदर्स्तवा क्राजोवेगो (नैशनल इकॉनमी बैंक - बीजीके बैंक ), पोलैंड, प्रत्येक को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्जिम बैंक की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात - आयात बैंक ( एक्जिम बैंक) ने दिसंबर 20, 2003 को वित्त मंत्रालय, ज़ाबिया सरकार और जनवरी 20, 2004 को बीजीके बैंक, पोलैंड, प्रत्येक को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमर
आरबीआइ/2004/149 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.85 अप्रैल 16, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय ज़ांबिया सरकार और बैंक गोस्पोदर्स्तवा क्राजोवेगो (नैशनल इकॉनमी बैंक - बीजीके बैंक ), पोलैंड, प्रत्येक को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्जिम बैंक की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात - आयात बैंक ( एक्जिम बैंक) ने दिसंबर 20, 2003 को वित्त मंत्रालय, ज़ाबिया सरकार और जनवरी 20, 2004 को बीजीके बैंक, पोलैंड, प्रत्येक को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमर
अप्रैल 12, 2004
एक्जिम बैंक की बैंक मारकाजी जोम्हौरी इस्लामी ईरान को 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की साख- पत्र पुन:वित्तीयन सुविधा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई-400001 भारिबैंक/2004/141 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.83 12 अप्रैल 2004 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्जिम बैंक की बैंक मारकाजी जोम्हौरी इस्लामी ईरान को 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की साख- पत्र पुन:वित्तीयन सुविधा भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने बैंक मारकाजी जोम्हौरी इस्लामी ईरान (ईरान के इस्लामिक रिपब्लिक के केंद्रीय बैंक) के साथ बादवाले को 20 मिलियन अमरीकी डॉलर (बीस मिलिय
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई-400001 भारिबैंक/2004/141 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.83 12 अप्रैल 2004 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्जिम बैंक की बैंक मारकाजी जोम्हौरी इस्लामी ईरान को 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की साख- पत्र पुन:वित्तीयन सुविधा भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने बैंक मारकाजी जोम्हौरी इस्लामी ईरान (ईरान के इस्लामिक रिपब्लिक के केंद्रीय बैंक) के साथ बादवाले को 20 मिलियन अमरीकी डॉलर (बीस मिलिय
अप्रैल 01, 2004
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) - स्पष्टीकरण
आर.बी.आइ/2004/128 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 82 1 अप्रैल 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) - स्पष्टीकरण जनवरी 31, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.60 द्वारा जारी संशोधित बाह्य वाणिज्यिक उधार मार्गदर्शी सिद्धांतों को संशोधत किया गया है। भारतीय रिज़र्व बैंक से बाह्य वाणिज्यिक उधार के मार्गदर्शी सिद्धांतों के विभिन्न पहलुओं से संबंधित अनेक प्रश्न पूछे जा रहे हैं। इन मुद्दों के संबंध में हमारे स्पश
आर.बी.आइ/2004/128 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 82 1 अप्रैल 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) - स्पष्टीकरण जनवरी 31, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.60 द्वारा जारी संशोधित बाह्य वाणिज्यिक उधार मार्गदर्शी सिद्धांतों को संशोधत किया गया है। भारतीय रिज़र्व बैंक से बाह्य वाणिज्यिक उधार के मार्गदर्शी सिद्धांतों के विभिन्न पहलुओं से संबंधित अनेक प्रश्न पूछे जा रहे हैं। इन मुद्दों के संबंध में हमारे स्पश
मार्च 24, 2004
प्राधिकृत व्यापारियों द्वारा समुद्रपारीय विदेशी मुद्रा उधार - औचित्यस्थापन और निगरानी
भारिबैंक/2004/113 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 81 24 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, प्राधिकृत व्यापारियों द्वारा समुद्रपारीय विदेशी मुद्रा उधार - औचित्यस्थापन और निगरानी प्राधिकृत व्यापारियों को मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 3/2000-आरबी के विनियम 4(2) में दी गई परिस्थितियों और उसमें उल्लिखित शर्तों के अधीन विदेशी मुद्रा में उधार लेने की अनुमति दी गई है। 2. तदनुसार, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन पर जुलाई 1, 2003 के भारि
भारिबैंक/2004/113 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 81 24 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, प्राधिकृत व्यापारियों द्वारा समुद्रपारीय विदेशी मुद्रा उधार - औचित्यस्थापन और निगरानी प्राधिकृत व्यापारियों को मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 3/2000-आरबी के विनियम 4(2) में दी गई परिस्थितियों और उसमें उल्लिखित शर्तों के अधीन विदेशी मुद्रा में उधार लेने की अनुमति दी गई है। 2. तदनुसार, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन पर जुलाई 1, 2003 के भारि
मार्च 18, 2004
निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना - निवेशकर्ता को संरक्षण - प्रकटीकरण अपेक्षाएं
भारिबैंक/2004/105 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 80 18 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना - निवेशकर्ता को संरक्षण - प्रकटीकरण अपेक्षाएं प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान फरवरी 4, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.64 में दिए गए अनुदेशों की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके द्वारा रिज़र्व बैंक ने अधिकतम 25,000 अमरीकी डॉलर प्रति कैलंडर वर्ष के विप्रेषण की निवासी व्य
भारिबैंक/2004/105 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 80 18 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना - निवेशकर्ता को संरक्षण - प्रकटीकरण अपेक्षाएं प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान फरवरी 4, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.64 में दिए गए अनुदेशों की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके द्वारा रिज़र्व बैंक ने अधिकतम 25,000 अमरीकी डॉलर प्रति कैलंडर वर्ष के विप्रेषण की निवासी व्य
मार्च 15, 2004
एक्जिम बैंक की सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी, जिबौटी को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
आर.बी.आइ/2004/99 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 79 15 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्जिम बैंक की सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी, जिबौटी को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्जिम बैंक) ने सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी, जिबौटी के साथ जुलाई 24, 2003 को एक करार किया है जिसमें सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की कुल राशि की ऋण सहायता उपलब्ध कराई गई है। ऋण की व्यवस्था जनव
आर.बी.आइ/2004/99 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 79 15 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्जिम बैंक की सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी, जिबौटी को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्जिम बैंक) ने सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी, जिबौटी के साथ जुलाई 24, 2003 को एक करार किया है जिसमें सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की कुल राशि की ऋण सहायता उपलब्ध कराई गई है। ऋण की व्यवस्था जनव
मार्च 13, 2004
विदेशी आवक विप्रेषण भुगातान प्रणाली लिखत को हटाना
आर.बी.आइ/2004/96 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 78 13 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी आवक विप्रेषण भुगातान प्रणाली लिखत को हटाना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 के संलग्नक V की ओर आकष्रित किया जाता है। उसमें संकेत दिया गया है कि अतिरिक्त निदेशों का विचाराधीन मुद्दा, विदेशी आवक विप्रेषण भुगतान प्रणाली के संबंध में प्राधिकृत व्यापारियों को विदेशी मुद्रा नियंत्रण मैन्युअल क
आर.बी.आइ/2004/96 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 78 13 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी आवक विप्रेषण भुगातान प्रणाली लिखत को हटाना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 के संलग्नक V की ओर आकष्रित किया जाता है। उसमें संकेत दिया गया है कि अतिरिक्त निदेशों का विचाराधीन मुद्दा, विदेशी आवक विप्रेषण भुगतान प्रणाली के संबंध में प्राधिकृत व्यापारियों को विदेशी मुद्रा नियंत्रण मैन्युअल क
मार्च 13, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - आर-विवरणियों के समेकन के लिए मार्गदर्शी सिद्धांत
आर.बी.आइ/2004/95 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 77 13 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - आर-विवरणियों के समेकन के लिए मार्गदर्शी सिद्धांत प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान फरवरी 3, 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.76 के की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें फलॉपी में लेनदेन के ब्योरों (एफईटी-ईआरएस- वर्शन 5.0) के साथ हार्ड कॉपी में आर-विवरणी (नॉस्त्रो)और आर-विवरणी (वॉस्त्रो) जमा क
आर.बी.आइ/2004/95 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 77 13 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - आर-विवरणियों के समेकन के लिए मार्गदर्शी सिद्धांत प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान फरवरी 3, 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.76 के की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें फलॉपी में लेनदेन के ब्योरों (एफईटी-ईआरएस- वर्शन 5.0) के साथ हार्ड कॉपी में आर-विवरणी (नॉस्त्रो)और आर-विवरणी (वॉस्त्रो) जमा क
मार्च 06, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (संशोधन) विनियमावली, 2004
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं. फेमा.113/2004-आरबी दिनांक: 06 मार्च ,2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (संशोधन) विनियमावली, 2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं. फेमा.113/2004-आरबी दिनांक: 06 मार्च ,2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (संशोधन) विनियमावली, 2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए
मार्च 06, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) (संशोधन) विनियमावली, 2004
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.112/2004-आरबी दिनांक: 06 मार्च ,2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) (संशोधन) विनियमावली, 2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उप-धारा 3 के खंड (घ),धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 3/2000-आरबी, समय समय पर यथासंशोधित, में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय र
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.112/2004-आरबी दिनांक: 06 मार्च ,2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) (संशोधन) विनियमावली, 2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उप-धारा 3 के खंड (घ),धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 3/2000-आरबी, समय समय पर यथासंशोधित, में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय र
फ़र॰ 24, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण
आर.बी.आइ/2004/74 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 76 24 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान चालू खाता लेनदेन के संबंध में मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 के संलग्नक I की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। 2. अधिक उदारीकरण की ओर एक और कदम के रूप में यह निर्णय लिय गया है कि निवासियों द्वारा भेजे गए विप्रेषणों पर से निम्नलिखि
आर.बी.आइ/2004/74 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 76 24 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान चालू खाता लेनदेन के संबंध में मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 के संलग्नक I की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। 2. अधिक उदारीकरण की ओर एक और कदम के रूप में यह निर्णय लिय गया है कि निवासियों द्वारा भेजे गए विप्रेषणों पर से निम्नलिखि
फ़र॰ 23, 2004
विदेशी प्रत्यक्ष निवेश - विलयन और अभिग्रहण के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी)
आर.बी.आइ/2004/72 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 75 23 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी प्रत्यक्ष निवेश - विलयन और अभिग्रहण के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 31, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.60 द्वारा जारी संशोधित बाह्य वाणिज्यिक उधार मार्गदर्शी सिद्धांतों की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। 2. भारतीय कॉर्पोरेट्स के विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को सुविधाजनक बनाकर उन्हें विश्वव्यापी स्त
आर.बी.आइ/2004/72 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 75 23 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी प्रत्यक्ष निवेश - विलयन और अभिग्रहण के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 31, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.60 द्वारा जारी संशोधित बाह्य वाणिज्यिक उधार मार्गदर्शी सिद्धांतों की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। 2. भारतीय कॉर्पोरेट्स के विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को सुविधाजनक बनाकर उन्हें विश्वव्यापी स्त
फ़र॰ 20, 2004
एक्ज़ीम बैंक की एबीएसए बैंक लि., दक्षिण अफ्रिका को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
आर.बी.आइ/2004/63 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 70 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्ज़ीम बैंक की एबीएसए बैंक लि., दक्षिण अफ्रिका को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़ीम बैंक) ने एबीएसए बैंक लि., दक्षिण अफ्रिका के साथ जुलाई 4, 2003 को एक करार किया है जिसमें एबीएसए बैंक लि. को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की कुल राशि की ऋण सहायता उपलब्ध कराई गई है। ऋण की व्यवस्था 30 दिसम
आर.बी.आइ/2004/63 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 70 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्ज़ीम बैंक की एबीएसए बैंक लि., दक्षिण अफ्रिका को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़ीम बैंक) ने एबीएसए बैंक लि., दक्षिण अफ्रिका के साथ जुलाई 4, 2003 को एक करार किया है जिसमें एबीएसए बैंक लि. को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की कुल राशि की ऋण सहायता उपलब्ध कराई गई है। ऋण की व्यवस्था 30 दिसम
फ़र॰ 20, 2004
राज्य ऋणों के रुपये में पुनभुगतान पर रूस को माल निर्यात - एजेंसी कमीशन का भुगतान
आर.बी.आइ/2004/64 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 71 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय राज्य ऋणों के रुपये में पुनभुगतान पर रूस को माल निर्यात - एजेंसी कमीशन का भुगतान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 16 मई 2000 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 11 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके साथ अन्य बातों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381(ई) की एक प्रति प्रे
आर.बी.आइ/2004/64 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 71 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय राज्य ऋणों के रुपये में पुनभुगतान पर रूस को माल निर्यात - एजेंसी कमीशन का भुगतान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 16 मई 2000 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 11 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके साथ अन्य बातों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381(ई) की एक प्रति प्रे
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