अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
नव॰ 14, 2003
म्यूच्युअल फंडों के युनिटों जारी करना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.35 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया म्यूच्युअल फंडों के युनिटों जारी करना वर्तमान में भारतीय आस्ति प्रबंध कंपनियाँ (एएमसी) जो विदेश में अपतटीय (ऑफ़शोर)निधि शुरू करती हैं उन्हें ऐसी योजनाओंं के लिए सेबी की अनुमति प्राप्त करनी पड़ती । उनहें ऐसी निधियों में समुद्रपारीय निवेशकों को यूनिट जारी करने लाभांश के प्रेषण और यू
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.35 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया म्यूच्युअल फंडों के युनिटों जारी करना वर्तमान में भारतीय आस्ति प्रबंध कंपनियाँ (एएमसी) जो विदेश में अपतटीय (ऑफ़शोर)निधि शुरू करती हैं उन्हें ऐसी योजनाओंं के लिए सेबी की अनुमति प्राप्त करनी पड़ती । उनहें ऐसी निधियों में समुद्रपारीय निवेशकों को यूनिट जारी करने लाभांश के प्रेषण और यू
नव॰ 14, 2003
बाह्य वाणिज्यिक उधार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.36 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 5, 2000 और सितंबर 17, 2002 के क्रमानुसार ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 10 और 23 एवं भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) की नवंबर 12, 2003 की प्रेस विज्ञप्ति एफ.सं.4(35)/2003-ईसीबी की ओर आकृष्ट किया जाता हैं । 2. तदनुसार, हम वर्त
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.36 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 5, 2000 और सितंबर 17, 2002 के क्रमानुसार ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 10 और 23 एवं भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) की नवंबर 12, 2003 की प्रेस विज्ञप्ति एफ.सं.4(35)/2003-ईसीबी की ओर आकृष्ट किया जाता हैं । 2. तदनुसार, हम वर्त
नव॰ 13, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 चालू खामा लेनदेन - उदारीकरण
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 33 नवंबर 13, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय , विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 चालू खामा लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक जुलाई 17, 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र क्रं.3 की ओर ओञष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार वे विविध प्रयोजनों, नामत: (i) विदेश में रोजगार (ii) उत्प्रवास (iii) नज़दीकी रिश्तेदारी के भरणपोषण, और (iv) विदेश में शिक्षा, के लिए प्रत्येकी 100,000 अमरीकी डॉलर तक प
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 33 नवंबर 13, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय , विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 चालू खामा लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक जुलाई 17, 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र क्रं.3 की ओर ओञष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार वे विविध प्रयोजनों, नामत: (i) विदेश में रोजगार (ii) उत्प्रवास (iii) नज़दीकी रिश्तेदारी के भरणपोषण, और (iv) विदेश में शिक्षा, के लिए प्रत्येकी 100,000 अमरीकी डॉलर तक प
अक्तू॰ 29, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं.फेमा 107/2005-आरबी 29 अक्तूबर,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं.फेमा 107/2005-आरबी 29 अक्तूबर,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा
अक्तू॰ 28, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 32 अक्तुबर 28, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000 -आरबी के विनियम 18 अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आस्थिगत भुगतान कीर शर्त पर माल और सेवाओं के निर्यात अथवा टर्नकी परियोजना के निष्पादन अथवा सिविल निर्माण स
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 32 अक्तुबर 28, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000 -आरबी के विनियम 18 अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आस्थिगत भुगतान कीर शर्त पर माल और सेवाओं के निर्यात अथवा टर्नकी परियोजना के निष्पादन अथवा सिविल निर्माण स
अक्तू॰ 27, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.106/2003-आरबी दिनांक : 27 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में , आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.106/2003-आरबी दिनांक : 27 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में , आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र
अक्तू॰ 24, 2003
नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकार पत्र के तहत चांदी / प्लैटिनम को आयात
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र 31 अक्तूबर 24, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकार पत्र के तहत चांदी / प्लैटिनम को आयात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक अक्तूबर 1, 2003 के ए पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र. 25 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें यह सूचित किया गया था कि वे केवल उन्हीं नामित एजेंसियों की ओर से नामित एजेंसी योजना के अंतर्गत स्वर्ण आयात करने के लिए साख पत्र खोलने की
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र 31 अक्तूबर 24, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकार पत्र के तहत चांदी / प्लैटिनम को आयात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक अक्तूबर 1, 2003 के ए पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र. 25 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें यह सूचित किया गया था कि वे केवल उन्हीं नामित एजेंसियों की ओर से नामित एजेंसी योजना के अंतर्गत स्वर्ण आयात करने के लिए साख पत्र खोलने की
अक्तू॰ 21, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा. 104/आरबी-2003 दिनांक : 21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 के उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए,भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा. 104/आरबी-2003 दिनांक : 21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 के उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए,भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
अक्तू॰ 21, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.30 अक्तूबर 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 24, 2001 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.6 जुलाई 4, 2002 के क्र.2 और अक्तूबर 23, 2002 के क्र.33 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कुछ उत्पादों के विनिर्माता निर्यातकों /व्यापारी निर्यातकों / व्यापारियों को जिनकी एक वर्ष में निर्यात संविदाएं रुपये 100 करोड़ या उससे अधिक मूल्य की हों, उ
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.30 अक्तूबर 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 24, 2001 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.6 जुलाई 4, 2002 के क्र.2 और अक्तूबर 23, 2002 के क्र.33 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कुछ उत्पादों के विनिर्माता निर्यातकों /व्यापारी निर्यातकों / व्यापारियों को जिनकी एक वर्ष में निर्यात संविदाएं रुपये 100 करोड़ या उससे अधिक मूल्य की हों, उ
अक्तू॰ 21, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (चतुर्थ संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.105/आरबी-2003 दिनांक :21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (चतुर्थ संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 की उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.105/आरबी-2003 दिनांक :21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (चतुर्थ संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 की उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
अक्तू॰ 18, 2003
विशेष आर्थिकक्षेत्र की इकाइयोंद्वारा बाह्यवाणिज्यिक उधार(ईसीबी)
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.29 18 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विशेष आर्थिक क्षेत्र की इकाइयों द्वारा बाह्य वाणिज्यिक उधार(ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति और प्रक्रिया (1999-2000) तथा भारत सरकार, वित्त मंत्रालय द्वारा जारी 15 सितंबर 2002 की प्रेस-विज्ञप्ति एफ-स. 4(2)/2002-ईसीबी की ओर आकर्षित किया जाता है ज
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.29 18 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विशेष आर्थिक क्षेत्र की इकाइयों द्वारा बाह्य वाणिज्यिक उधार(ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति और प्रक्रिया (1999-2000) तथा भारत सरकार, वित्त मंत्रालय द्वारा जारी 15 सितंबर 2002 की प्रेस-विज्ञप्ति एफ-स. 4(2)/2002-ईसीबी की ओर आकर्षित किया जाता है ज
अक्तू॰ 17, 2003
वायदा संविदा- भारतीय कंपनियों में अनिवासियों के निवेश
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.28 17 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया वायदा संविदा- भारतीय कंपनियों में अनिवासियों के निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 16 नवंबर 2002 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 50 के साथ पठित 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.25/आरबी-2000 के विनियम 5 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. यह निर्णय लिया गया है कि भारत से बाहर रहने
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.28 17 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया वायदा संविदा- भारतीय कंपनियों में अनिवासियों के निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 16 नवंबर 2002 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 50 के साथ पठित 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.25/आरबी-2000 के विनियम 5 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. यह निर्णय लिया गया है कि भारत से बाहर रहने
अक्तू॰ 13, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा.103/2003-आरबी दिनांक: 13 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ज) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 7/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विद
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा.103/2003-आरबी दिनांक: 13 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ज) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 7/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विद
अक्तू॰ 10, 2003
फेमा 1999- भारतीय कंपनी निकाय केअनिवासी भारतीयभारतीय मूल के निवासी कर्मचारियों को रुपया ऋण की मंजूरी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.27 10 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया फेमा 1999- भारतीय कंपनी निकाय के अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के निवासी कर्मचारियों को रुपया ऋण की मंजूरी प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.04/2000 आरबी के विनियम 8 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार कोई प्राधिकृत व्यापारी अथवा राष्ट्रीय आव
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.27 10 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया फेमा 1999- भारतीय कंपनी निकाय के अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के निवासी कर्मचारियों को रुपया ऋण की मंजूरी प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.04/2000 आरबी के विनियम 8 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार कोई प्राधिकृत व्यापारी अथवा राष्ट्रीय आव
अक्तू॰ 03, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात -परेषण आधार पर पुस्तकों का निर्यात
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 03 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया माल और सेवाओं का निर्यात -परेषण आधार पर पुस्तकों का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 09 सितंबर 2000 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 12 के पैराग्राफ ए-11 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार विस्तारित ऋण शर्तों पर माल निर्यात करने के इच्छुक निर्यातक अपने बैंकों के ज
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 03 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया माल और सेवाओं का निर्यात -परेषण आधार पर पुस्तकों का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 09 सितंबर 2000 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 12 के पैराग्राफ ए-11 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार विस्तारित ऋण शर्तों पर माल निर्यात करने के इच्छुक निर्यातक अपने बैंकों के ज
अक्तू॰ 03, 2003
Foreign Exchange Management [Withdrawal of General Permission to Overseas Corporate Bodies (OCBs)] Regulations, 2003
Reserve Bank of India Exchange Control Department Central Office Mumbai-400 001Notification No. FEMA@@NBSP@@ 101@@NBSP@@ /2003-RB Dated October@@NBSP@@ 3rd@@NBSP@@ ,2003 Foreign Exchange Management [Withdrawal of General Permission to Overseas Corporate Bodies (OCBs)] Regulations, 2003 In exercise of the powers conferred by clauses (b), (d), (e) and (f) of sub-section (3) of Section 6 read with Section 47 of the FEMA, 1999 (42 of 1999) and all other powers available t
Reserve Bank of India Exchange Control Department Central Office Mumbai-400 001Notification No. FEMA@@NBSP@@ 101@@NBSP@@ /2003-RB Dated October@@NBSP@@ 3rd@@NBSP@@ ,2003 Foreign Exchange Management [Withdrawal of General Permission to Overseas Corporate Bodies (OCBs)] Regulations, 2003 In exercise of the powers conferred by clauses (b), (d), (e) and (f) of sub-section (3) of Section 6 read with Section 47 of the FEMA, 1999 (42 of 1999) and all other powers available t
अक्तू॰ 03, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.100/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में,आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.100/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में,आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
अक्तू॰ 03, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की भारत में स्थापना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.102/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की भारत में स्थापना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उप-धारा (6) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.22/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए , भारतीय रिज़र्व बैंक , ए
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.102/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की भारत में स्थापना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उप-धारा (6) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.22/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए , भारतीय रिज़र्व बैंक , ए
अक्तू॰ 01, 2003
नामित एजेंसीद्वारा जारीप्राधिकारपत्र परस्वर्ण काआयात
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.25 1 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकारपत्र पर स्वर्ण काआयात जैसा कि आप जानते हैं स्वर्ण-आयात हेतु सरकार की नामित एजेंसी योजना के तहत सरकार द्वारा नामित एजेंसी के रूप में पदनामित एमएमटीसी/ एचएचईसी, एसटीसी तथा पीईसी और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनुमत बैंकों को उनके ऊपर ड
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.25 1 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकारपत्र पर स्वर्ण काआयात जैसा कि आप जानते हैं स्वर्ण-आयात हेतु सरकार की नामित एजेंसी योजना के तहत सरकार द्वारा नामित एजेंसी के रूप में पदनामित एमएमटीसी/ एचएचईसी, एसटीसी तथा पीईसी और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनुमत बैंकों को उनके ऊपर ड
सित॰ 27, 2003
विदेश में रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डी आइ आर सिरीज़) परिपत्र सं.24 27 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेश में रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. 3/2000-आरबी के विनियम 6 के पैराग्राफ (iv) की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार आवेदनपत्र प्रस्तुत करने पर तथा उसमें निर्दिष्ट शर्तों पर भारत में निवासी किसी व्यक्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डी आइ आर सिरीज़) परिपत्र सं.24 27 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेश में रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. 3/2000-आरबी के विनियम 6 के पैराग्राफ (iv) की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार आवेदनपत्र प्रस्तुत करने पर तथा उसमें निर्दिष्ट शर्तों पर भारत में निवासी किसी व्यक्
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 16, 2025