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मास्टर परिपत्र

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जुलाई 01, 2014
मास्‍टर परिपत्र – अग्रणी बैंक योजना
आरबीआई/2014-15/94 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 9/02.01.001/2014-15 1 जुलाई 2014 अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एसएलबीसी संयोजक बैंक / अग्रणी बैंक महोदय / महोदया, मास्‍टर परिपत्र – अग्रणी बैंक योजना भारतीय रिज़र्व बैंक ने अग्रणी बैंक योजना पर समय-समय पर दिशानिर्देश जारी किए हैं। इस मास्‍टर परिपत्र में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अग्रणी बैंक योजना पर 30 जून 2014 तक जारी संबंधित दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है, उक्‍त दिशानिर्देशों की सूची परिशिष्‍ट में दी गई है। 2. यह म
आरबीआई/2014-15/94 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 9/02.01.001/2014-15 1 जुलाई 2014 अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एसएलबीसी संयोजक बैंक / अग्रणी बैंक महोदय / महोदया, मास्‍टर परिपत्र – अग्रणी बैंक योजना भारतीय रिज़र्व बैंक ने अग्रणी बैंक योजना पर समय-समय पर दिशानिर्देश जारी किए हैं। इस मास्‍टर परिपत्र में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अग्रणी बैंक योजना पर 30 जून 2014 तक जारी संबंधित दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है, उक्‍त दिशानिर्देशों की सूची परिशिष्‍ट में दी गई है। 2. यह म
जुलाई 01, 2013
मास्टर परिपत्र - जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश

भारिबैं/2013-14/104 संदर्भ.: आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.05/14.01.03/2013-14 1 जुलाई 2013 सभी बाज़ार सहभागी महोदय/महोदया मास्टर परिपत्र - जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश मुद्रा बाजार लिखतों के विस्तार को और अधिक बढ़ाने और निवेशकों को अपनी अल्पावधि अतिरिक्त निधियों के अभिनियोजन में ज्यादा मौके प्रदान करने की दृष्टि से भारत में 1989 में जमा प्रमाणपत्र शुरू किए गए थे । वर्तमान में जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी, समय-समय प

भारिबैं/2013-14/104 संदर्भ.: आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.05/14.01.03/2013-14 1 जुलाई 2013 सभी बाज़ार सहभागी महोदय/महोदया मास्टर परिपत्र - जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश मुद्रा बाजार लिखतों के विस्तार को और अधिक बढ़ाने और निवेशकों को अपनी अल्पावधि अतिरिक्त निधियों के अभिनियोजन में ज्यादा मौके प्रदान करने की दृष्टि से भारत में 1989 में जमा प्रमाणपत्र शुरू किए गए थे । वर्तमान में जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी, समय-समय प

जुलाई 01, 2013
Master Circular - Corporate Governance
RBI/2013-14/44 DNBS (PD) CC No.342/03.10.001/2013-14 July 1, 2013 To All Non-Banking Financial Companies (NBFCs) Dear Sirs, Master Circular – Corporate Governance In order to have all current instructions in one place, the Reserve Bank of India has consolidated all the instructions issued on the topic as at end of June 30, 2013. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions contained in the notifications listed in the Appendix
RBI/2013-14/44 DNBS (PD) CC No.342/03.10.001/2013-14 July 1, 2013 To All Non-Banking Financial Companies (NBFCs) Dear Sirs, Master Circular – Corporate Governance In order to have all current instructions in one place, the Reserve Bank of India has consolidated all the instructions issued on the topic as at end of June 30, 2013. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions contained in the notifications listed in the Appendix
जुलाई 01, 2013
मास्टर परिपत्र - भारत में मोबाइल बैंकिंग लेनदेन - बैंकों के लिए परिचालनात्मक दिशानिर्देश
आरबीआई/2013-14/116 डीपीएसएस.सीओ.पीडी. मोबाइल बैंकिंग सं.121/02.23.001/2013-14 1 जुलाई 2013 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों / शहरी सहकारी बैंकों / राज्य सहकारी बैंक / जिला केंद्रीय सहकारी बैंक सहित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/महोदया, मास्टर परिपत्र - भारत में मोबाइल बैंकिंग लेनदेन - बैंकों के लिए परिचालनात्मक दिशानिर्देश जैसा कि आप जानते हैं समय समय पर भारतीय रिजर्व बैंक ने मोबाइल बैंकिंग पर दिशा निर्देश देने वाले कई प
आरबीआई/2013-14/116 डीपीएसएस.सीओ.पीडी. मोबाइल बैंकिंग सं.121/02.23.001/2013-14 1 जुलाई 2013 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों / शहरी सहकारी बैंकों / राज्य सहकारी बैंक / जिला केंद्रीय सहकारी बैंक सहित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/महोदया, मास्टर परिपत्र - भारत में मोबाइल बैंकिंग लेनदेन - बैंकों के लिए परिचालनात्मक दिशानिर्देश जैसा कि आप जानते हैं समय समय पर भारतीय रिजर्व बैंक ने मोबाइल बैंकिंग पर दिशा निर्देश देने वाले कई प
जुलाई 01, 2013
Master Circular - Fair Practices Code
RBI/2013-14/42 DNBS (PD) CC No.340/03.10.042/2013-14 July 1, 2013 To All Non-Banking Financial Companies (NBFCs) and Residuary Non-Banking Companies (RNBCs) Dear Sirs, Master Circular - Fair Practices Code In order to have all current instructions on the subject in one place, the Reserve Bank of India has consolidated all the instructions issued on the topic as at end of June 30, 2013. The Master Circular has also been placed on the RBI web-site (http://www.rbi.org.in
RBI/2013-14/42 DNBS (PD) CC No.340/03.10.042/2013-14 July 1, 2013 To All Non-Banking Financial Companies (NBFCs) and Residuary Non-Banking Companies (RNBCs) Dear Sirs, Master Circular - Fair Practices Code In order to have all current instructions on the subject in one place, the Reserve Bank of India has consolidated all the instructions issued on the topic as at end of June 30, 2013. The Master Circular has also been placed on the RBI web-site (http://www.rbi.org.in
जुलाई 01, 2013
मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआई/2013-14/109बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 8/21.04.141/2013-14 1 जुलाई 201310 आषाढ़ 1935 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 2 जुलाई 2012 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 13/21.04.141/2012-2013 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर बैं
आरबीआई/2013-14/109बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 8/21.04.141/2013-14 1 जुलाई 201310 आषाढ़ 1935 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 2 जुलाई 2012 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 13/21.04.141/2012-2013 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर बैं
जुलाई 01, 2013
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2013-14/108संदर्भ मौनीवि. सं. 366/07.01.279/2013-14 1 जुलाई 2013 10 आषाढ़ 1935 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र कृपया निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा पर दिनांक 2 जुलाई 2012 का मास्टर परिपत्र सं.एमपीडी सं.356/07.01.279/2012-13 देखें। इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2013 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन किया गया है। इस विषय
भारिबैं/2013-14/108संदर्भ मौनीवि. सं. 366/07.01.279/2013-14 1 जुलाई 2013 10 आषाढ़ 1935 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र कृपया निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा पर दिनांक 2 जुलाई 2012 का मास्टर परिपत्र सं.एमपीडी सं.356/07.01.279/2012-13 देखें। इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2013 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन किया गया है। इस विषय
जुलाई 01, 2013
स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2013-14/89 ग्राआऋवि.सं.एफआईडी.बीसी.सं. 10/12.01.033/2013-14 01 जुलाई 2013 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम के संबंध में अनेक दिशा-निर्देश / अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा- निर्देशों / अनुदेशों को समा
आरबीआई/2013-14/89 ग्राआऋवि.सं.एफआईडी.बीसी.सं. 10/12.01.033/2013-14 01 जुलाई 2013 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम के संबंध में अनेक दिशा-निर्देश / अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा- निर्देशों / अनुदेशों को समा
जुलाई 02, 2012
मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश
भा.रि.बैं/2012-13/99 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.04/14.01.02/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी अनुसूचित बैंकों/प्राथमिक व्‍यापारियों और अखिल भारतीय वित्‍तीय संस्‍थाओं के अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक महोदय/महोदय मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश वाणिज्यिक पत्र, वचन पत्र के रूप में जारी की जानेवाली एक गैर-जमानती मुद्रा बाज़ार लिखत है जिसे भारत में 1990 में पहली बार जारी किया गया । इसे जारी करने का उद्देश्‍य यह कि उच्‍च दर्जे के कार्पोरेट उधारकर्ता अपने अ
भा.रि.बैं/2012-13/99 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.04/14.01.02/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी अनुसूचित बैंकों/प्राथमिक व्‍यापारियों और अखिल भारतीय वित्‍तीय संस्‍थाओं के अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक महोदय/महोदय मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश वाणिज्यिक पत्र, वचन पत्र के रूप में जारी की जानेवाली एक गैर-जमानती मुद्रा बाज़ार लिखत है जिसे भारत में 1990 में पहली बार जारी किया गया । इसे जारी करने का उद्देश्‍य यह कि उच्‍च दर्जे के कार्पोरेट उधारकर्ता अपने अ
जुलाई 02, 2012
स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2012-13/87 ग्राआऋवि.सं.एफआईडी.बीसी.सं. 04/12.01.033/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम के संबंध में अनेक दिशा-निर्देश / अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा- निर्देशों / अनुदेशों को समा
आरबीआई/2012-13/87 ग्राआऋवि.सं.एफआईडी.बीसी.सं. 04/12.01.033/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम के संबंध में अनेक दिशा-निर्देश / अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा- निर्देशों / अनुदेशों को समा
जुलाई 02, 2012
मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआई/2012-13/40 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी.13 /21.04.141/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.19/21.04.141/2011-2012 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर बै
आरबीआई/2012-13/40 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी.13 /21.04.141/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.19/21.04.141/2011-2012 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर बै
जुलाई 02, 2012
शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी)
भारिबैं/2012-13/84ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीएल.बीसी.05/03.05.90/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरआरबी. सं. बीएल.बीसी.07/03.05.90-ए/2011-12 देखें जिसमें बैंकों को शाखा लाइसेंसीकरण के संबंध में 30 जून 2011 तक जारी अनुदेशों / दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। उक्त मास्टर परिपत्र को 30 जून 2012 तक जारी अनुदेशों को
भारिबैं/2012-13/84ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीएल.बीसी.05/03.05.90/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरआरबी. सं. बीएल.बीसी.07/03.05.90-ए/2011-12 देखें जिसमें बैंकों को शाखा लाइसेंसीकरण के संबंध में 30 जून 2011 तक जारी अनुदेशों / दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। उक्त मास्टर परिपत्र को 30 जून 2012 तक जारी अनुदेशों को
जुलाई 02, 2012
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2012-13/97संदर्भ मौनीवि. सं. 356 /07.01.279/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र सं.एमपीडी सं. 345 /07.01.279/2011-12 देखें। इस निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन किया गया है
भारिबैं/2012-13/97संदर्भ मौनीवि. सं. 356 /07.01.279/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र सं.एमपीडी सं. 345 /07.01.279/2011-12 देखें। इस निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन किया गया है
जुलाई 02, 2012
स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देशों संबंधी मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2012-13/107 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरडी.सं.02/03.64.00/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारी महोदय स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देशों संबंधी मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर सरकारी प्रतिभूति बाजार परिचालन और अन्य गतिविधियों के संबंध में प्राथमिक व्यापारियों के लिए दिशानिर्देश जारी किये हैं । प्राथमिक व्यापारियों को सभी वर्तमान अनुदेश एकसाथ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 30 जून 2
भारिबैं/2012-13/107 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरडी.सं.02/03.64.00/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारी महोदय स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देशों संबंधी मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर सरकारी प्रतिभूति बाजार परिचालन और अन्य गतिविधियों के संबंध में प्राथमिक व्यापारियों के लिए दिशानिर्देश जारी किये हैं । प्राथमिक व्यापारियों को सभी वर्तमान अनुदेश एकसाथ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 30 जून 2
जुलाई 02, 2012
मास्‍टर परिपत्र - जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश
आरबीआई/2012-13/100 संदर्भ.: आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.05/14.01.03/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक सभी अनुसूचित बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्‍थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर), प्राथमिक व्यापारी (पीडी) और आखिल भारतीय मीयादी ऋणदाता और पुनर्वित संस्‍थाएं महोदय/महोदया मास्‍टर परिपत्र - जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश मुद्रा बाजार लिखतों के विस्‍तार को और अधिक बढ़ाने और निवेशकों को अपनी अल्‍पावधि अतिरिक्‍त निधियों के अभिनियोजन में ज्‍यादा मौके प्र
आरबीआई/2012-13/100 संदर्भ.: आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.05/14.01.03/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक सभी अनुसूचित बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्‍थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर), प्राथमिक व्यापारी (पीडी) और आखिल भारतीय मीयादी ऋणदाता और पुनर्वित संस्‍थाएं महोदय/महोदया मास्‍टर परिपत्र - जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश मुद्रा बाजार लिखतों के विस्‍तार को और अधिक बढ़ाने और निवेशकों को अपनी अल्‍पावधि अतिरिक्‍त निधियों के अभिनियोजन में ज्‍यादा मौके प्र
जुलाई 01, 2011
स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई / 2011-12 /82 ग्राआऋवि.सं.एफआईडी.बीसी.सं. 06 /12.01.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम के संबंध में अनेक दिशा-निर्देश / अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा- निर्देशों / अनुदेशों को
आरबीआई / 2011-12 /82 ग्राआऋवि.सं.एफआईडी.बीसी.सं. 06 /12.01.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम के संबंध में अनेक दिशा-निर्देश / अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा- निर्देशों / अनुदेशों को
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ/2011-12/65 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी.19/21.04.141/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2010 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.18/21.04.141/2010-2011 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर बैं
आरबीआइ/2011-12/65 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी.19/21.04.141/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2010 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.18/21.04.141/2010-2011 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर बैं
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश
भा.रि.बैं/2011-12/89संदर्भ : आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.4/14.01.02/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी अनुसूचित बैंकों/प्राथमिक व्‍यापारियों और अखिल भारतीय वित्‍तीय संस्‍थाओं के अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक महोदय/महोदय मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश वाणिज्यिक पत्र, वचन पत्र के रूप में जारी की जानेवाली एक गैर-जमानती मुद्रा बाज़ार लिखत है जिसे भारत में 1990 में पहली बार जारी किया गया ।  इसे जारी करने का उद्देश्‍य यह कि उच्‍च दर्जे के कार्पोरेट उधारकर्ता अप
भा.रि.बैं/2011-12/89संदर्भ : आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.4/14.01.02/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी अनुसूचित बैंकों/प्राथमिक व्‍यापारियों और अखिल भारतीय वित्‍तीय संस्‍थाओं के अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक महोदय/महोदय मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश वाणिज्यिक पत्र, वचन पत्र के रूप में जारी की जानेवाली एक गैर-जमानती मुद्रा बाज़ार लिखत है जिसे भारत में 1990 में पहली बार जारी किया गया ।  इसे जारी करने का उद्देश्‍य यह कि उच्‍च दर्जे के कार्पोरेट उधारकर्ता अप
जुलाई 01, 2011
मास्‍टर परिपत्र - जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश
आरबीआई/2011-12/90 संदर्भ.: आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.5/14.01.03/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक सभी अनुसूचित बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्‍थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) और आखिल भारतीय मीयादी ऋणदाता और पुनर्वित संस्‍थाएं महोदय/महोदया मास्‍टर परिपत्र - जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश मुद्रा बाजार लिखतों के विस्‍तार को और अधिक बढ़ाने और निवेशकों को अपनी अल्‍पावधि अतिरिक्‍त निधियों के अभिनियोजन में ज्‍यादा मौके प्रदान करने की दृष्टि से भारत म
आरबीआई/2011-12/90 संदर्भ.: आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.5/14.01.03/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक सभी अनुसूचित बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्‍थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) और आखिल भारतीय मीयादी ऋणदाता और पुनर्वित संस्‍थाएं महोदय/महोदया मास्‍टर परिपत्र - जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशा-निर्देश मुद्रा बाजार लिखतों के विस्‍तार को और अधिक बढ़ाने और निवेशकों को अपनी अल्‍पावधि अतिरिक्‍त निधियों के अभिनियोजन में ज्‍यादा मौके प्रदान करने की दृष्टि से भारत म
फ़रवरी 14, 2011
माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई / 2010-11/407 ग्राआऋवि.सं. एफआइडी.बीसी.सं.53/12.01.001/2010-11 14 फरवरी 2011 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभीअनुसूचितवाणिज्यबैंक महोदयमाइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो ऋण के संबंध में अनेक दिशा-निर्देश/ अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा-निर्देशों/अनुदेशों को समाहित करते हुए एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जो इसके साथ संलग्न है
आरबीआई / 2010-11/407 ग्राआऋवि.सं. एफआइडी.बीसी.सं.53/12.01.001/2010-11 14 फरवरी 2011 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभीअनुसूचितवाणिज्यबैंक महोदयमाइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो ऋण के संबंध में अनेक दिशा-निर्देश/ अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा-निर्देशों/अनुदेशों को समाहित करते हुए एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जो इसके साथ संलग्न है
जुलाई 01, 2010
माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2010-11/52 ग्राआऋवि.सं. एफआइडी.बीसी.सं. 05/12.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो ऋण पर अनेक दिशा-निर्देश/अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा-निर्देशों/अनुदेशों को समाहित करते हुए एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जो संलग्न है। इस मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2010-11/52 ग्राआऋवि.सं. एफआइडी.बीसी.सं. 05/12.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो ऋण पर अनेक दिशा-निर्देश/अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा-निर्देशों/अनुदेशों को समाहित करते हुए एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जो संलग्न है। इस मास्टर परिपत्र
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ/2010-11/50 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 18  /21.04.141/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.3/21.04.141/2009-2010 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों
आरबीआइ/2010-11/50 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 18  /21.04.141/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.3/21.04.141/2009-2010 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों
जुलाई 01, 2010
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2010-11/86 संदर्भ मौनीवि. सं. 332/07.01.279/20010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय / महोदया, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र सं.एमपीडी सं.4627/07.01.279/2009-10 देखें। इस निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के मास्टर परिपत्र में 30 जून 2010तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों के साथ समेकित
भारिबैं/2010-11/86 संदर्भ मौनीवि. सं. 332/07.01.279/20010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय / महोदया, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र सं.एमपीडी सं.4627/07.01.279/2009-10 देखें। इस निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के मास्टर परिपत्र में 30 जून 2010तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों के साथ समेकित
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - प्राथमिक व्यापारियों के लिए परिचालनगत दिशानिर्देश
भारिबैं/2010-11/81 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.सं. 01/03.64.00/2010-11 1 जुलाई 2010 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार के सभी प्राथमिक व्यापारी महोदय मास्टर परिपत्र - प्राथमिक व्यापारियों के लिए परिचालनगत दिशानिर्देश भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में अपने परिचालनों के संबंध में प्राथमिक व्यापारियों को कई दिशानिर्देश/अनुदेश/परिपत्र जारी किए हैं । उक्त विषय पर दिनांक 30 जून 2010 तक के सभी दिशानिर्देशों/अनुदेशों/निदेशों को सम्मिलित करते हुए यह मास्टर परिप
भारिबैं/2010-11/81 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.सं. 01/03.64.00/2010-11 1 जुलाई 2010 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार के सभी प्राथमिक व्यापारी महोदय मास्टर परिपत्र - प्राथमिक व्यापारियों के लिए परिचालनगत दिशानिर्देश भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में अपने परिचालनों के संबंध में प्राथमिक व्यापारियों को कई दिशानिर्देश/अनुदेश/परिपत्र जारी किए हैं । उक्त विषय पर दिनांक 30 जून 2010 तक के सभी दिशानिर्देशों/अनुदेशों/निदेशों को सम्मिलित करते हुए यह मास्टर परिप
जुलाई 01, 2010
स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देशों संबंधी मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2010-11/82 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरडी.सं.02/03.64.00 /2010-11 1 जुलाई 2010 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार के सभी प्राथमिक व्यापारी महोदय स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देशों संबंधी मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन संबंधी कई दिशानिर्देश जारी किये हैं । प्राथमिक व्यापारियों को सभी वर्तमान अनुदेश एकसाथ उपलब्ध कराने के उद्दे
भारिबैं/2010-11/82 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरडी.सं.02/03.64.00 /2010-11 1 जुलाई 2010 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार के सभी प्राथमिक व्यापारी महोदय स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देशों संबंधी मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन संबंधी कई दिशानिर्देश जारी किये हैं । प्राथमिक व्यापारियों को सभी वर्तमान अनुदेश एकसाथ उपलब्ध कराने के उद्दे
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश
भा.रि.बैं/2010-11/84 संदर्भ : आंऋप्रवि.डीओडी.सं.14/11.08.36/2010-11 1 जुलाई 2010 सभी अनुसूचित बैंकों/ प्राथमिक व्‍यापारियों और अखिल भारतीय वित्‍तीय संस्‍थाओं के अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक महोदय मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश जैसा कि आप जानते हैं, वाणिज्यिक पत्र, वचन पत्र के रूप में जारी की जानेवाली एक गैर-जमानती मुद्रा बाज़ार लिखत है जिसे भारत में 1990 में पहली बार जारी किया गया ।  इसे जारी करने का उद्देश्‍य यह है कि उच्‍च दर्जे के क
भा.रि.बैं/2010-11/84 संदर्भ : आंऋप्रवि.डीओडी.सं.14/11.08.36/2010-11 1 जुलाई 2010 सभी अनुसूचित बैंकों/ प्राथमिक व्‍यापारियों और अखिल भारतीय वित्‍तीय संस्‍थाओं के अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक महोदय मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश जैसा कि आप जानते हैं, वाणिज्यिक पत्र, वचन पत्र के रूप में जारी की जानेवाली एक गैर-जमानती मुद्रा बाज़ार लिखत है जिसे भारत में 1990 में पहली बार जारी किया गया ।  इसे जारी करने का उद्देश्‍य यह है कि उच्‍च दर्जे के क
मई 03, 2010
Customer complaints relating to ATM transactions

May 03, 2010

The Chairman/CEO
All Scheduled Commercial Banks

Dear Sir,

Customer complaints relating to ATM transactions

Kindly refer to our letter No. DPSS/CO/PD/2018/02.10.002/2009-10 dated March 19, 2010 on the introduction of a uniform template for lodging complaints relating to ATM transactions.

2. In this connection we request you to confirm that the templates have since been introduced and are being displayed at your ATMs. We further advise you to place the same on your website also for better customer service.

Yours faithfully,

(K. Sivaraman)
General Manager

May 03, 2010

The Chairman/CEO
All Scheduled Commercial Banks

Dear Sir,

Customer complaints relating to ATM transactions

Kindly refer to our letter No. DPSS/CO/PD/2018/02.10.002/2009-10 dated March 19, 2010 on the introduction of a uniform template for lodging complaints relating to ATM transactions.

2. In this connection we request you to confirm that the templates have since been introduced and are being displayed at your ATMs. We further advise you to place the same on your website also for better customer service.

Yours faithfully,

(K. Sivaraman)
General Manager

मार्च 19, 2010
Customer complaints relating to ATM transactions

आरबीआई/2015-16/66 डीपीएसएस.सीओ.पीडी.पीपीआई.सं 2/02.14.006/2015-16 01 जुलाई 2015 (09 जुलाई 2015 को संशोधित) सभी प्रीपेड भुगतान लिखत जारीकर्ता, प्रणाली प्रदाता, सिस्टम सहभागी और अन्य सभी भावी प्रीपेड भुगतान लिखत जारीकर्ता महोदय/महोदया, भारत में प्रीपेड भुगतान लिखतों को जारी करने और उनका परिचालन करने के संबंध में नीतिगत दिशानिर्देश – मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते हैं कि समय समय पर भारतीय रिजर्व बैंक ने भारत में प्रीपेड भुगतान लिखतों को जारी करने और उनका परिचालन करने के

आरबीआई/2015-16/66 डीपीएसएस.सीओ.पीडी.पीपीआई.सं 2/02.14.006/2015-16 01 जुलाई 2015 (09 जुलाई 2015 को संशोधित) सभी प्रीपेड भुगतान लिखत जारीकर्ता, प्रणाली प्रदाता, सिस्टम सहभागी और अन्य सभी भावी प्रीपेड भुगतान लिखत जारीकर्ता महोदय/महोदया, भारत में प्रीपेड भुगतान लिखतों को जारी करने और उनका परिचालन करने के संबंध में नीतिगत दिशानिर्देश – मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते हैं कि समय समय पर भारतीय रिजर्व बैंक ने भारत में प्रीपेड भुगतान लिखतों को जारी करने और उनका परिचालन करने के

जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण,मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ/2009-10/20 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 3  /21.04.141/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1930 (शक)  सभी वाणिज्य बैंक ( क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 5/21.04.141/2008-2009 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित
आरबीआइ/2009-10/20 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 3  /21.04.141/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1930 (शक)  सभी वाणिज्य बैंक ( क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 5/21.04.141/2008-2009 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित
जुलाई 01, 2009
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2009-10/63 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 20 /22.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931(शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 21/22.01.001/2008-09 देखें जिसमें 30 जून 2008 तक बैंकों को शाखा प्राधिकरण पर जारी अनुदेशों /दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है । उपर्युक्त मास्टर परिपत्र को 30 जून 20
आरबीआइ/2009-10/63 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 20 /22.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931(शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 21/22.01.001/2008-09 देखें जिसमें 30 जून 2008 तक बैंकों को शाखा प्राधिकरण पर जारी अनुदेशों /दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है । उपर्युक्त मास्टर परिपत्र को 30 जून 20
जुलाई 01, 2009
माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2009-10/40 ग्राआऋवि.सं. एमएफएफआई.बीसी.सं. 09 /12.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि. एमएफएफआइ. बीसी.सं.08/12.01.001/2008-09 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में रिज़र्व बैंक द्वारा उक्त विषय पर 30 जून 2009 तक जारी अनुदेश समेकित किए गए हैं। परिपत्रों की सूची, जिनमें ये अनुदेश समाविष्ट हैं, इस मास्टर
आरबीआई/2009-10/40 ग्राआऋवि.सं. एमएफएफआई.बीसी.सं. 09 /12.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि. एमएफएफआइ. बीसी.सं.08/12.01.001/2008-09 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में रिज़र्व बैंक द्वारा उक्त विषय पर 30 जून 2009 तक जारी अनुदेश समेकित किए गए हैं। परिपत्रों की सूची, जिनमें ये अनुदेश समाविष्ट हैं, इस मास्टर
जुलाई 01, 2009
स्वतंत्रप्राथमि‍कव्यापारि‍यों के लि‍एपूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखि‍म प्रबंधनदि‍शानि‍र्देशों संबंधी मास्टर परि‍पत्र
भारि‍बैं/2009-10/55 संदर्भ : आंऋप्रवि‍.पीडीआरडी.सं. 02 /03.64.00 /2009-10 1 जुलाई 2009 सरकारी प्रति‍भूति‍ बाज़ार के सभी प्राथमि‍क व्यापारी   महोदय स्वतंत्र प्राथमि‍क व्यापारि‍यों के लि‍ए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखि‍म प्रबंधन दि‍शानि‍र्देशों संबंधी मास्टर परि‍पत्र भारतीय रि‍ज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वतंत्र प्राथमि‍क व्यापारि‍यों के लि‍ए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखि‍म प्रबंधन संबंधी कई दि‍शानि‍र्देश जारी कि‍ये हैं ।  प्राथमि‍क व्यापारि‍यों को सभी वर्तम
भारि‍बैं/2009-10/55 संदर्भ : आंऋप्रवि‍.पीडीआरडी.सं. 02 /03.64.00 /2009-10 1 जुलाई 2009 सरकारी प्रति‍भूति‍ बाज़ार के सभी प्राथमि‍क व्यापारी   महोदय स्वतंत्र प्राथमि‍क व्यापारि‍यों के लि‍ए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखि‍म प्रबंधन दि‍शानि‍र्देशों संबंधी मास्टर परि‍पत्र भारतीय रि‍ज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वतंत्र प्राथमि‍क व्यापारि‍यों के लि‍ए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखि‍म प्रबंधन संबंधी कई दि‍शानि‍र्देश जारी कि‍ये हैं ।  प्राथमि‍क व्यापारि‍यों को सभी वर्तम
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पेपर जारी करने के लिए दिशानिर्देश
आरबीआई/2009-10/45 संदर्भ सं एफएमडी एमएसआरजी. सं.37/02.08.003/2009-10 1 जुलाई 2009 आषाढ़ 09, 1931 (स) अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित बैंक, प्राथमिक डीलर और अखिल भारतीय वित्तीय संस्थान प्रिय महोदय, वाणिज्यिक पेपर जारी करने के लिए दिशानिर्देश जैसा कि आप जानते हैं, वाणिज्यिक पत्र (सीपी), एक वचन पत्र के रूप में जारी बिना प्रतिभूति का मुद्रा बाजार लिखत है जिसे वर्ष 1990 में भारत में प्रारंभ किया गया था ताकि उच्च रेटेड कॉर्पोरेट उधारकर्ताओं को अल्पकालिक उधार के
आरबीआई/2009-10/45 संदर्भ सं एफएमडी एमएसआरजी. सं.37/02.08.003/2009-10 1 जुलाई 2009 आषाढ़ 09, 1931 (स) अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित बैंक, प्राथमिक डीलर और अखिल भारतीय वित्तीय संस्थान प्रिय महोदय, वाणिज्यिक पेपर जारी करने के लिए दिशानिर्देश जैसा कि आप जानते हैं, वाणिज्यिक पत्र (सीपी), एक वचन पत्र के रूप में जारी बिना प्रतिभूति का मुद्रा बाजार लिखत है जिसे वर्ष 1990 में भारत में प्रारंभ किया गया था ताकि उच्च रेटेड कॉर्पोरेट उधारकर्ताओं को अल्पकालिक उधार के
जुलाई 01, 2009
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2009-10/38 संदर्भ मौनीवि. सं. 4627 /07.01.279/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के संबंध में 30 जून 2009 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन करके एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जिसकी एक प्रति संलग्न है। यह मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.
भारिबैं/2009-10/38 संदर्भ मौनीवि. सं. 4627 /07.01.279/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के संबंध में 30 जून 2009 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन करके एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जिसकी एक प्रति संलग्न है। यह मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.
जुलाई 01, 2009
मास्टर परि‍पत्र - प्राथमि‍क व्यापारि‍यों के लि‍ए परि‍चालनगत दि‍शानि‍र्देश
भारि‍बैं/2009-10/56 संदर्भ : आंऋप्रवि‍.पीडीआरएस.सं. 01 /03.64.00 /2009-10 1 जुलाई 2009 सरकारी प्रति‍भूति‍ बाज़ार के सभी प्राथमि‍क व्यापारी महोदय मास्टर परि‍पत्र - प्राथमि‍क व्यापारि‍यों के लि‍ए परि‍चालनगत दि‍शानि‍र्देश भारतीय रि‍ज़र्व बैंक ने समय-समय पर सरकारी प्रति‍भूति‍ बाज़ार में अपने परि‍चालनों के संबंध में प्राथमि‍क व्यापारि‍यों को कई दि‍शानि‍र्देश/अनुदेश/परि‍पत्र जारी कि‍ए हैं । उक्त वि‍षय पर दि‍नांक     30 जून 2009 तक के सभी दि‍शानि‍र्देशों/
भारि‍बैं/2009-10/56 संदर्भ : आंऋप्रवि‍.पीडीआरएस.सं. 01 /03.64.00 /2009-10 1 जुलाई 2009 सरकारी प्रति‍भूति‍ बाज़ार के सभी प्राथमि‍क व्यापारी महोदय मास्टर परि‍पत्र - प्राथमि‍क व्यापारि‍यों के लि‍ए परि‍चालनगत दि‍शानि‍र्देश भारतीय रि‍ज़र्व बैंक ने समय-समय पर सरकारी प्रति‍भूति‍ बाज़ार में अपने परि‍चालनों के संबंध में प्राथमि‍क व्यापारि‍यों को कई दि‍शानि‍र्देश/अनुदेश/परि‍पत्र जारी कि‍ए हैं । उक्त वि‍षय पर दि‍नांक     30 जून 2009 तक के सभी दि‍शानि‍र्देशों/
जुलाई 01, 2008
Master Circular - Prudential Norms for Classification, Valuation and Operation of Investment Portfolio by Banks
RBI/2008-09/ 34 DBOD No. BP. BC. 5 / 21.04.141 / 2008-09 July 1, 2008 All Commercial Banks (excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Master Circular – Prudential norms for classification, valuation and operation of investment portfolio by banks Please refer to the Master Circular No. DBOD. BP. BC.15 / 21.04.141/ 2007-08 dated July 2, 2007, containing consolidated instructions/guidelines issued to banks till June 30, 2007, on matters relating to prudential norms for c
RBI/2008-09/ 34 DBOD No. BP. BC. 5 / 21.04.141 / 2008-09 July 1, 2008 All Commercial Banks (excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Master Circular – Prudential norms for classification, valuation and operation of investment portfolio by banks Please refer to the Master Circular No. DBOD. BP. BC.15 / 21.04.141/ 2007-08 dated July 2, 2007, containing consolidated instructions/guidelines issued to banks till June 30, 2007, on matters relating to prudential norms for c
जुलाई 01, 2008
माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआई/2008-09/45 ग्राआऋवि.सं. एमएफएफआई.बीसी.सं. 08/12.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयमाइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.एमएफएफआइ.बीसी.सं.08/ 12.01.001/2007-08 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में रिज़र्व बैंक द्वारा उक्त विषय पर 30 जून 2008 तक जारी अनुदेश समेकित किए गए हैं। परिपत्रों की स
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआई/2008-09/45 ग्राआऋवि.सं. एमएफएफआई.बीसी.सं. 08/12.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयमाइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.एमएफएफआइ.बीसी.सं.08/ 12.01.001/2007-08 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में रिज़र्व बैंक द्वारा उक्त विषय पर 30 जून 2008 तक जारी अनुदेश समेकित किए गए हैं। परिपत्रों की स
जुलाई 01, 2008
स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देश संबंधी मास्टर परिपत्र
़ख्र्ख्र्दृ्र॰ख्र्ज्ञ्/2008-09/भारिबैं/2008-09/71 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.सं.02 /03.64.00 /2008-09 1 जुलाई 2008 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार के सभी प्राथमिक व्यापारी महोदयस्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देश संबंधी मास्टर परिपत्रजैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन संबंधी कई दिशानिर्देश जारी किये हैं । प्राथमिक व्यापारियो
़ख्र्ख्र्दृ्र॰ख्र्ज्ञ्/2008-09/भारिबैं/2008-09/71 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.सं.02 /03.64.00 /2008-09 1 जुलाई 2008 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार के सभी प्राथमिक व्यापारी महोदयस्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देश संबंधी मास्टर परिपत्रजैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन संबंधी कई दिशानिर्देश जारी किये हैं । प्राथमिक व्यापारियो
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश
वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश पर मास्टर परिपत्र आरबीआई/2008-09/23 संदर्भ: एफएमडी.एमएसआरजी.सं.20/02.08.003/2008-09 01 जुलाई 2008 आषाढ़ 10, 1930 (शक) अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक सभी अनुसूचित बैंक, प्राथमिक व्‍यापारी और सभी आखिल भारतीय वित्तीय संस्‍थाएं महोदय मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश जैसा कि आप जानते हैं, वाणिज्यिक पत्र (सीपी), वचन पत्र के रूप में जारी की जानेवाली एक गैर-जमानती मुद्रा बाज़ार लिखत है जिसे भारत में 1990 में
वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश पर मास्टर परिपत्र आरबीआई/2008-09/23 संदर्भ: एफएमडी.एमएसआरजी.सं.20/02.08.003/2008-09 01 जुलाई 2008 आषाढ़ 10, 1930 (शक) अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक सभी अनुसूचित बैंक, प्राथमिक व्‍यापारी और सभी आखिल भारतीय वित्तीय संस्‍थाएं महोदय मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश जैसा कि आप जानते हैं, वाणिज्यिक पत्र (सीपी), वचन पत्र के रूप में जारी की जानेवाली एक गैर-जमानती मुद्रा बाज़ार लिखत है जिसे भारत में 1990 में
जुलाई 01, 2008
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2008-09/37 संदर्भ मौनीवि. सं.302/07.01.279/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)   महोदय,   निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र   निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के संबंध में 30 जून 2008 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन करके एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जिसकी एक प्रति संलग्न है। यह मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक की व
भारिबैं/2008-09/37 संदर्भ मौनीवि. सं.302/07.01.279/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)   महोदय,   निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र   निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के संबंध में 30 जून 2008 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन करके एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जिसकी एक प्रति संलग्न है। यह मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक की व
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - प्राथमिक व्यापारियों के लिए परिचालनगत दिशानिर्देश
भारिबैं/2008-09/70भारिबैं/2008-09/70 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.सं.01 /03.64.00 /2008-09 1 जुलाई 2008 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार के सभी प्राथमिक व्यापारीमहोदयमास्टर परिपत्र - प्राथमिक व्यापारियों के लिए परिचालनगत दिशानिर्देशजैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में अपने परिचालनों के संबंध में प्राथमिक व्यापारियों को कई दिशानिर्देश/अनुदेश/परिपत्र जारी किए हैं । उक्त विषय पर दिनांक 30 जून 2008 तक के सभी दिशानिर्देशों/अनुदेशों/निदे
भारिबैं/2008-09/70भारिबैं/2008-09/70 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.सं.01 /03.64.00 /2008-09 1 जुलाई 2008 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार के सभी प्राथमिक व्यापारीमहोदयमास्टर परिपत्र - प्राथमिक व्यापारियों के लिए परिचालनगत दिशानिर्देशजैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में अपने परिचालनों के संबंध में प्राथमिक व्यापारियों को कई दिशानिर्देश/अनुदेश/परिपत्र जारी किए हैं । उक्त विषय पर दिनांक 30 जून 2008 तक के सभी दिशानिर्देशों/अनुदेशों/निदे
जुलाई 02, 2007
मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकार्यता(रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998

भारिबैं.2007-08 /1 गैबैंपवि.(नीप्र)कंपरि.सं. 96 /03.02.01/2007-08 1 जुलाई 2007 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियॉं(अवशिष्ट गैर-बैंकिंग कंपनियों तथा विविध गैर बैंकिंग कंपनियों से इतर)प्रिय महोदय मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकार्यता(रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998 गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा जनता से जमाराशि स्वीकार करने के संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक ने निदेश 31 जनवरी 1998 को अधिसूचना सं.डीएफसी. 118/डीज

भारिबैं.2007-08 /1 गैबैंपवि.(नीप्र)कंपरि.सं. 96 /03.02.01/2007-08 1 जुलाई 2007 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियॉं(अवशिष्ट गैर-बैंकिंग कंपनियों तथा विविध गैर बैंकिंग कंपनियों से इतर)प्रिय महोदय मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकार्यता(रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998 गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा जनता से जमाराशि स्वीकार करने के संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक ने निदेश 31 जनवरी 1998 को अधिसूचना सं.डीएफसी. 118/डीज

जुलाई 02, 2007
मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ/2007-08/54 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 15 /21.04.141/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक)  सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 14/21.04.141/ 2006-2007 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित व
आरबीआइ/2007-08/54 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 15 /21.04.141/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक)  सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 14/21.04.141/ 2006-2007 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित व
जुलाई 12, 2006
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र
RBI/2006-07/ 63 Ref. MPD. No. 282/07.01.279/2006-07 July 12, 2006 Aashadha 10, 1928(S) The Chairmen/Chief Executives of all Scheduled Banks (excluding RRBs) Dear Sir, @@NBSP@@ Master Circular on Export Credit Refinance Facility We enclose the Master Circular on Export Credit Refinance Facility which consolidates and updates all instructions/guidelines issued on the subject upto June 30, 2006. This Master Circular has also been placed on the RBI's website (www.rbi.org.
RBI/2006-07/ 63 Ref. MPD. No. 282/07.01.279/2006-07 July 12, 2006 Aashadha 10, 1928(S) The Chairmen/Chief Executives of all Scheduled Banks (excluding RRBs) Dear Sir, @@NBSP@@ Master Circular on Export Credit Refinance Facility We enclose the Master Circular on Export Credit Refinance Facility which consolidates and updates all instructions/guidelines issued on the subject upto June 30, 2006. This Master Circular has also been placed on the RBI's website (www.rbi.org.
जुलाई 01, 2005
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र
 भारिबैं/2005-06/15 संदर्भ मौनीवि. सं. 270/07.01.279/2005-06 1 जुलाई 2005 10 आषाढ़ 1927 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र आपको विदित है कि भारतीय रिज़र्व बैंक ने निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा से संबंधित मामलों के संबंध में बैंकों के लिए समय-समय पर अनेक दिशा निर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किये हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए उपर्युक्त व
 भारिबैं/2005-06/15 संदर्भ मौनीवि. सं. 270/07.01.279/2005-06 1 जुलाई 2005 10 आषाढ़ 1927 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र आपको विदित है कि भारतीय रिज़र्व बैंक ने निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा से संबंधित मामलों के संबंध में बैंकों के लिए समय-समय पर अनेक दिशा निर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किये हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए उपर्युक्त व

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: सितंबर 07, 2024

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