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अक्‍तूबर 01, 2024
डीआरजी अध्ययन संख्या 50: भारत में मौद्रिक नीति संचारण और श्रम बाज़ार

आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट पर “भारत में मौद्रिक नीति संचारण और श्रम बाज़ार” शीर्षक से डीआरजी अध्ययन जारी किया। इस अध्ययन का सह-लेखन चेतन घाटे, सताद्रु दास, देवज्योति मजूमदार, श्रीरूपा सेनगुप्ता और सत्यार्थ सिंह ने किया है।

आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट पर “भारत में मौद्रिक नीति संचारण और श्रम बाज़ार” शीर्षक से डीआरजी अध्ययन जारी किया। इस अध्ययन का सह-लेखन चेतन घाटे, सताद्रु दास, देवज्योति मजूमदार, श्रीरूपा सेनगुप्ता और सत्यार्थ सिंह ने किया है।

जुलाई 06, 2023
डीआरजी अध्ययन संख्या 49: भारतीय सब्जी बाजार में कीमत अस्थिरता संचारण का गहन विश्लेषण
6 जुलाई 2023 डीआरजी अध्ययन संख्या 49: भारतीय सब्जी बाजार में कीमत अस्थिरता संचारण का गहन विश्लेषण भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "भारतीय सब्जी बाजार में कीमत अस्थिरता संचारण का गहन विश्लेषण" शीर्षक से डीआरजी अध्ययन1 जारी किया। इस अध्ययन का सह-लेखन पूजा पाढी, हिमानी शेखर और आकांक्षा हांडा द्वारा किया गया है। अध्ययन तीन प्रमुख सब्जियों अर्थात टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) के लिए क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर अस्थिरता संचारण की जांच करता है। क्षैतिज अस्थिरता संचारण का सं
6 जुलाई 2023 डीआरजी अध्ययन संख्या 49: भारतीय सब्जी बाजार में कीमत अस्थिरता संचारण का गहन विश्लेषण भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "भारतीय सब्जी बाजार में कीमत अस्थिरता संचारण का गहन विश्लेषण" शीर्षक से डीआरजी अध्ययन1 जारी किया। इस अध्ययन का सह-लेखन पूजा पाढी, हिमानी शेखर और आकांक्षा हांडा द्वारा किया गया है। अध्ययन तीन प्रमुख सब्जियों अर्थात टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) के लिए क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर अस्थिरता संचारण की जांच करता है। क्षैतिज अस्थिरता संचारण का सं
जनवरी 17, 2023
डीआरजी अध्ययन संख्या 48: भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में वित्तीय साक्षरता और वित्तीय समावेशन के निर्धारक: मिज़ोरम का एक मामला अध्ययन
17 जनवरी 2023 डीआरजी अध्ययन संख्या 48: भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में वित्तीय साक्षरता और वित्तीय समावेशन के निर्धारक: मिज़ोरम का एक मामला अध्ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में वित्तीय साक्षरता और वित्तीय समावेशन के निर्धारक: मिज़ोरम का एक मामला अध्ययन" शीर्षक से डीआरजी अध्ययन1 जारी किया। इस अध्ययन के सह-लेखक भारतेंदु सिंह, राज राजेश, रमेश गोलैट और के. सैमुअल एल. हैं। इस अध्ययन में मिजोरम राज्य में किए गए एक सर्वेक्षण के मा
17 जनवरी 2023 डीआरजी अध्ययन संख्या 48: भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में वित्तीय साक्षरता और वित्तीय समावेशन के निर्धारक: मिज़ोरम का एक मामला अध्ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में वित्तीय साक्षरता और वित्तीय समावेशन के निर्धारक: मिज़ोरम का एक मामला अध्ययन" शीर्षक से डीआरजी अध्ययन1 जारी किया। इस अध्ययन के सह-लेखक भारतेंदु सिंह, राज राजेश, रमेश गोलैट और के. सैमुअल एल. हैं। इस अध्ययन में मिजोरम राज्य में किए गए एक सर्वेक्षण के मा
अगस्त 19, 2022
डीआरजी अध्ययन संख्या 47: भारतीय बैंकों का सुशासन, दक्षता और सुदृढ़ता
19 अगस्त 2022 डीआरजी अध्ययन संख्या 47: भारतीय बैंकों का सुशासन, दक्षता और सुदृढ़ता भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "भारतीय बैंकों का सुशासन, दक्षता और सुदृढ़ता" शीर्षक से डीआरजी अध्ययन* जारी किया। अध्ययन के सह-लेखक रचिता गुलाटी, सुनील कुमार, एस. चिंनगैहलियन, राजेंद्र रघुमान्डा और प्रबल बिलंतू है। यह अध्ययन एक विस्तृत अनुसंधान दृष्टिकोण को अपनाता है और डायनेमिक पैनल डेटा मॉडल का उपयोग करके विभिन्न पृथक्करण स्तरों पर भारतीय बैंकिंग उद्योग में सुशासन, दक्षता और
19 अगस्त 2022 डीआरजी अध्ययन संख्या 47: भारतीय बैंकों का सुशासन, दक्षता और सुदृढ़ता भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "भारतीय बैंकों का सुशासन, दक्षता और सुदृढ़ता" शीर्षक से डीआरजी अध्ययन* जारी किया। अध्ययन के सह-लेखक रचिता गुलाटी, सुनील कुमार, एस. चिंनगैहलियन, राजेंद्र रघुमान्डा और प्रबल बिलंतू है। यह अध्ययन एक विस्तृत अनुसंधान दृष्टिकोण को अपनाता है और डायनेमिक पैनल डेटा मॉडल का उपयोग करके विभिन्न पृथक्करण स्तरों पर भारतीय बैंकिंग उद्योग में सुशासन, दक्षता और
मई 24, 2021
डीआरजी अध्ययन सं. 46: भारत में जोखिम प्रीमियम झटके और व्यापार चक्र परिणाम
24 मई 2021 डीआरजी अध्ययन सं. 46: भारत में जोखिम प्रीमियम झटके और व्यापार चक्र परिणाम भारतीय रिज़र्व  बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "भारत में जोखिम प्रीमियम झटके और व्यापार चक्र परिणाम" शीर्षक से डीआरजी अध्ययन* जारी किया। अध्ययन के सह-लेखक डॉ. शेषाद्री बनर्जी, श्री जिबिन जोस और श्री राधेश्याम वर्मा हैं। यह अध्ययन व्यापार चक्र पर वित्तीय झटकों के गतिशील प्रभावों की जांच करता है। बैंकों की उच्च गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) की पृष्ठभूमि में, एक वित्तीय झटके को उधारकर्त
24 मई 2021 डीआरजी अध्ययन सं. 46: भारत में जोखिम प्रीमियम झटके और व्यापार चक्र परिणाम भारतीय रिज़र्व  बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "भारत में जोखिम प्रीमियम झटके और व्यापार चक्र परिणाम" शीर्षक से डीआरजी अध्ययन* जारी किया। अध्ययन के सह-लेखक डॉ. शेषाद्री बनर्जी, श्री जिबिन जोस और श्री राधेश्याम वर्मा हैं। यह अध्ययन व्यापार चक्र पर वित्तीय झटकों के गतिशील प्रभावों की जांच करता है। बैंकों की उच्च गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) की पृष्ठभूमि में, एक वित्तीय झटके को उधारकर्त
मई 24, 2021
डीआरजी अध्ययन सं. 45: मुद्रास्फीति का प्रारंभिक स्तर - अवधारणा और मापन
24 मई 2021 डीआरजी अध्ययन सं. 45: मुद्रास्फीति का प्रारंभिक  स्तर - अवधारणा और मापन भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर डीआरजी अध्ययन* जारी किया है जिसका शीर्षक है – “मुद्रास्फीति का प्रारंभिक (थ्रेशोल्ड) स्तर - अवधारणा और मापन" जारी किया।  उक्त अध्ययन के सह-लेखक प्रोफेसर रवींद्र एच. ढोलकिया, डॉ. जय चंदर, श्रीमती. इप्सिता पाधी और श्री भानु प्रताप हैं। अध्ययन प्रारंभिक मुद्रास्फीति की अवधारणा की जांच करता है और इसे मुद्रास्फीति की दीर्घकालिक संतुलन दर के
24 मई 2021 डीआरजी अध्ययन सं. 45: मुद्रास्फीति का प्रारंभिक  स्तर - अवधारणा और मापन भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर डीआरजी अध्ययन* जारी किया है जिसका शीर्षक है – “मुद्रास्फीति का प्रारंभिक (थ्रेशोल्ड) स्तर - अवधारणा और मापन" जारी किया।  उक्त अध्ययन के सह-लेखक प्रोफेसर रवींद्र एच. ढोलकिया, डॉ. जय चंदर, श्रीमती. इप्सिता पाधी और श्री भानु प्रताप हैं। अध्ययन प्रारंभिक मुद्रास्फीति की अवधारणा की जांच करता है और इसे मुद्रास्फीति की दीर्घकालिक संतुलन दर के
मार्च 27, 2018
डीआरजी अध्ययन सं. 44: भारत में मौद्रिक नीति अंतरण में वित्तीय घर्षण की भूमिका
27 मार्च 2018 डीआरजी अध्ययन सं. 44: भारत में मौद्रिक नीति अंतरण में वित्तीय घर्षण की भूमिका भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर डीआरजी अध्ययन जारी किया है जिसका शीर्षक है – “भारत में मौद्रिक नीति अंतरण में वित्तीय घर्षण की भूमिका”। उक्त अध्ययन डॉ. शेसाद्री बनर्जी, डॉ. हरेन्द्र बेहेरा, श्री संजीब बोरदोलोई और श्री राकेश कुमार द्वारा सह-लेखित है। इस अध्ययन में एक अपूर्ण रूप से प्रतिस्पर्धी बैंकिंग क्षेत्र के साथ न्यू कीन्सेनियन डायनेमिक स्टेकास्टिक जनरल इक्विलिब्रि
27 मार्च 2018 डीआरजी अध्ययन सं. 44: भारत में मौद्रिक नीति अंतरण में वित्तीय घर्षण की भूमिका भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर डीआरजी अध्ययन जारी किया है जिसका शीर्षक है – “भारत में मौद्रिक नीति अंतरण में वित्तीय घर्षण की भूमिका”। उक्त अध्ययन डॉ. शेसाद्री बनर्जी, डॉ. हरेन्द्र बेहेरा, श्री संजीब बोरदोलोई और श्री राकेश कुमार द्वारा सह-लेखित है। इस अध्ययन में एक अपूर्ण रूप से प्रतिस्पर्धी बैंकिंग क्षेत्र के साथ न्यू कीन्सेनियन डायनेमिक स्टेकास्टिक जनरल इक्विलिब्रि
सितंबर 12, 2017
डीआरजी अध्ययन संख्या 43: भारत में विभिन्न प्रकार के सार्वजनिक व्यय का कुछ समष्टि-आर्थिक प्रभाव-गणनीय सामान्य संतुलन मॉडल का उपयोग कर विश्लेषण
12 सितंबर 2017 डीआरजी अध्ययन संख्या 43: भारत में विभिन्न प्रकार के सार्वजनिक व्यय का कुछ समष्टि-आर्थिक प्रभाव-गणनीय सामान्य संतुलन मॉडल का उपयोग कर विश्लेषण भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर “भारत में विभिन्न प्रकार के सार्वजनिक व्यय का कुछ समष्टि-आर्थिक प्रभाव- गणनीय सामान्य संतुलन मॉडल का उपयोग कर विश्लेषण” शीर्षक का डीआरजी अध्ययन जारी किया। इस अध्ययन के सह-लेखक प्रोफेसर ए.गणेश-कुमार, विपुल के.घोष, ख्याजमंग मेट और प्रयाग सिंह रावत हैं। यह अध्ययन 2011-12 से 2
12 सितंबर 2017 डीआरजी अध्ययन संख्या 43: भारत में विभिन्न प्रकार के सार्वजनिक व्यय का कुछ समष्टि-आर्थिक प्रभाव-गणनीय सामान्य संतुलन मॉडल का उपयोग कर विश्लेषण भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर “भारत में विभिन्न प्रकार के सार्वजनिक व्यय का कुछ समष्टि-आर्थिक प्रभाव- गणनीय सामान्य संतुलन मॉडल का उपयोग कर विश्लेषण” शीर्षक का डीआरजी अध्ययन जारी किया। इस अध्ययन के सह-लेखक प्रोफेसर ए.गणेश-कुमार, विपुल के.घोष, ख्याजमंग मेट और प्रयाग सिंह रावत हैं। यह अध्ययन 2011-12 से 2
मार्च 30, 2017
डीआरजी अध्ययन: आघात और मुद्रास्फीति
30 मार्च 2017 डीआरजी अध्ययन: आघात और मुद्रास्फीति भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर “आघात और मुद्रास्फीति” शीर्षक से डीआरजी अध्ययन* जारी किया है। यह अध्ययन प्रोफेसर एम.रामचंद्रन, पुदुच्चेरी विश्वविद्यालय और श्री राकेश कुमार, सहायक परामर्शदाता, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किया गया है। सामान्य तौर पर, मानना है कि आपूर्ति पक्ष कारकों द्वारा प्रेरित आघातों का मुद्रास्फीति पर कोई दीर्घकालीन प्रभाव नहीं पड़ता है। इसलिए, आपूर्ति आघातों से प्रेरित मुद्रास्फीति नीति हस्
30 मार्च 2017 डीआरजी अध्ययन: आघात और मुद्रास्फीति भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर “आघात और मुद्रास्फीति” शीर्षक से डीआरजी अध्ययन* जारी किया है। यह अध्ययन प्रोफेसर एम.रामचंद्रन, पुदुच्चेरी विश्वविद्यालय और श्री राकेश कुमार, सहायक परामर्शदाता, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किया गया है। सामान्य तौर पर, मानना है कि आपूर्ति पक्ष कारकों द्वारा प्रेरित आघातों का मुद्रास्फीति पर कोई दीर्घकालीन प्रभाव नहीं पड़ता है। इसलिए, आपूर्ति आघातों से प्रेरित मुद्रास्फीति नीति हस्
जनवरी 29, 2016
डीआरजी अध्ययन सं. 41- व्यापार नीति और विनिर्माण कार्यनिष्पादन: वर्ष 1990-2010 की अवधि में भारत के संगठित विनिर्माण में व्यापार खुलेपन के स्तर को तलाशना
29 जनवरी 2016 डीआरजी अध्ययन सं. 41- व्यापार नीति और विनिर्माण कार्यनिष्पादन: वर्ष 1990-2010 की अवधि में भारत के संगठित विनिर्माण में व्यापार खुलेपन के स्तर को तलाशना भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर “व्यापार नीति और विनिर्माण कार्यनिष्पादन: वर्ष 1990-2010 की अवधि में भारत के संगठित विनिर्माण में व्यापार खुलेपन के स्तर को तलाशना” शीर्षक से डीआरजी अध्ययन* जारी किया है। यह अध्ययन डॉ. देब कुसुम दास, अर्थशास्त्र विभाग, रामजस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा किया
29 जनवरी 2016 डीआरजी अध्ययन सं. 41- व्यापार नीति और विनिर्माण कार्यनिष्पादन: वर्ष 1990-2010 की अवधि में भारत के संगठित विनिर्माण में व्यापार खुलेपन के स्तर को तलाशना भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर “व्यापार नीति और विनिर्माण कार्यनिष्पादन: वर्ष 1990-2010 की अवधि में भारत के संगठित विनिर्माण में व्यापार खुलेपन के स्तर को तलाशना” शीर्षक से डीआरजी अध्ययन* जारी किया है। यह अध्ययन डॉ. देब कुसुम दास, अर्थशास्त्र विभाग, रामजस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा किया
मार्च 04, 2014
डीआरजी अध्ययन सं. 40 - ‘भारत में कंपनी बांड बाजार का अध्ययन: सैद्धांतिक और नीतिगत प्रभाव’
4 मार्च 2014 डीआरजी अध्ययन सं. 40 -‘भारत में कंपनी बांड बाजार का अध्ययन: सैद्धांतिक और नीतिगत प्रभाव’ भारतीय रिजर्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "भारत में कंपनी बांड बाजार का अध्ययनः सैद्धांतिक और नीतिगत प्रभाव" शीर्षक से डीआरजी अध्ययन जारी किया। इस अध्ययन के सह-लेखक प्रो. सुंदर राघवन, वित्त प्रोफेसर, एंब्री रिड्डल एरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी; और श्री अशोक साहू, निदेशक, वित्तीय स्थिरता इकाई; श्री अंगशुमान हाइत, सहायक सलाहकार, सांख्यिकी और सूचना प्रबंधन विभाग; और डॉ. सौरभ घोष,
4 मार्च 2014 डीआरजी अध्ययन सं. 40 -‘भारत में कंपनी बांड बाजार का अध्ययन: सैद्धांतिक और नीतिगत प्रभाव’ भारतीय रिजर्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "भारत में कंपनी बांड बाजार का अध्ययनः सैद्धांतिक और नीतिगत प्रभाव" शीर्षक से डीआरजी अध्ययन जारी किया। इस अध्ययन के सह-लेखक प्रो. सुंदर राघवन, वित्त प्रोफेसर, एंब्री रिड्डल एरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी; और श्री अशोक साहू, निदेशक, वित्तीय स्थिरता इकाई; श्री अंगशुमान हाइत, सहायक सलाहकार, सांख्यिकी और सूचना प्रबंधन विभाग; और डॉ. सौरभ घोष,
फ़रवरी 18, 2013
विकास अनुसंधान समूह अध्‍ययन सं. 39 - भारत में करेंसी की मांग का प्रतिरूपण: एक अनुभवजन्‍य अध्‍ययन
18 फरवरी 2013 विकास अनुसंधान समूह अध्‍ययन सं. 39 -भारत में करेंसी की मांग का प्रतिरूपण: एक अनुभवजन्‍य अध्‍ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज ''भारत में करेंसी की मांग का प्रतिरूपण: एक अनुभवजन्‍य अध्‍ययन'' जारी किया। इस अध्‍ययन के सह-लेखक हैं डॉ. डी. एम. नाचने, ए.बी.चक्रवर्ती और संजीब बोरडोलोई। इस अध्‍ययन का मुख्‍य उद्देश्‍य भारतीय संदर्भ में करेंसी की मांग के उभरते हुए निर्धारकों की जांच तथा सकल स्‍तर पर करेंसी की मांग के प्रतिरूपण के साथ-साथ मूल्‍यवर्गीय  संरचना 
18 फरवरी 2013 विकास अनुसंधान समूह अध्‍ययन सं. 39 -भारत में करेंसी की मांग का प्रतिरूपण: एक अनुभवजन्‍य अध्‍ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज ''भारत में करेंसी की मांग का प्रतिरूपण: एक अनुभवजन्‍य अध्‍ययन'' जारी किया। इस अध्‍ययन के सह-लेखक हैं डॉ. डी. एम. नाचने, ए.बी.चक्रवर्ती और संजीब बोरडोलोई। इस अध्‍ययन का मुख्‍य उद्देश्‍य भारतीय संदर्भ में करेंसी की मांग के उभरते हुए निर्धारकों की जांच तथा सकल स्‍तर पर करेंसी की मांग के प्रतिरूपण के साथ-साथ मूल्‍यवर्गीय  संरचना 
सितंबर 20, 2012
डीआरजी अध्‍ययन : धान का मूल्‍य निर्धारण : आंध्र प्रदेश का एक मामला अध्‍ययन
20 सितंबर 2012 डीआरजी अध्‍ययन : धान का मूल्‍य निर्धारण : आंध्र प्रदेश का एक मामला अध्‍ययन रिज़र्व बैंक ने आज डॉ. रामनामूर्ति और श्रीमती रेखा मिश्रा द्वारा लिखित ''डीआरजी अध्‍ययन : धान का मून्‍य निर्धारण : आंध्र प्रदेश का एक मामला अध्‍ययन'' पर डीआरजी अध्‍ययन जारी किया। इस डीआरजी अध्‍ययन श्रृंखला संख्‍या 38 के बाद रिज़र्व बैंक डीआरजी अध्‍ययन केवल वेबसाईट पर डालेगा और मुद्रित संस्‍करण उपलब्‍ध नहीं कराएगा। इस अध्‍ययन का मुख्‍य प्रयोजन अन्‍य बातों के साथ-साथ न्‍यूनतम समर्थ
20 सितंबर 2012 डीआरजी अध्‍ययन : धान का मूल्‍य निर्धारण : आंध्र प्रदेश का एक मामला अध्‍ययन रिज़र्व बैंक ने आज डॉ. रामनामूर्ति और श्रीमती रेखा मिश्रा द्वारा लिखित ''डीआरजी अध्‍ययन : धान का मून्‍य निर्धारण : आंध्र प्रदेश का एक मामला अध्‍ययन'' पर डीआरजी अध्‍ययन जारी किया। इस डीआरजी अध्‍ययन श्रृंखला संख्‍या 38 के बाद रिज़र्व बैंक डीआरजी अध्‍ययन केवल वेबसाईट पर डालेगा और मुद्रित संस्‍करण उपलब्‍ध नहीं कराएगा। इस अध्‍ययन का मुख्‍य प्रयोजन अन्‍य बातों के साथ-साथ न्‍यूनतम समर्थ
जून 17, 2011
भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादकता, क्षमता और प्रतिस्पर्धा पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया
17 जून 2011 भारतीय रिज़र्व बैंक ने ''भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादकता, क्षमता और प्रतिस्पर्धा'' पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज ''भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादकता, क्षमता और प्रतिस्पर्धा'' पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया। यह अध्ययन प्रो. पुष्पा त्रिवेदी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बाम्बे) तथा रिज़र्व बैंक के श्री एल. लक्ष्मणन (सहायक परामर्शदाता, आंतरिक ऋण प्रबंध विभाग), डॉ. राजीव जैन (सहायक परामर्शदाता, आर्थिक और न
17 जून 2011 भारतीय रिज़र्व बैंक ने ''भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादकता, क्षमता और प्रतिस्पर्धा'' पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज ''भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादकता, क्षमता और प्रतिस्पर्धा'' पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया। यह अध्ययन प्रो. पुष्पा त्रिवेदी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बाम्बे) तथा रिज़र्व बैंक के श्री एल. लक्ष्मणन (सहायक परामर्शदाता, आंतरिक ऋण प्रबंध विभाग), डॉ. राजीव जैन (सहायक परामर्शदाता, आर्थिक और न
जून 02, 2010
भारतीय रिज़र्व बैंक ने "मुद्रास्फीति के अग्रणी संकेतकों के रूप में डीविज़िया मौद्रिक सूचकांक" विषय पर डीआरजी अध्ययन जारी किया
2 जून 2010 भारतीय रिज़र्व बैंक ने "मुद्रास्फीति के अग्रणी संकेतकों के रूप में डीविज़िया मौद्रिक सूचकांक" विषय पर डीआरजी अध्ययन जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज "मुद्रास्फीति के अग्रणी संकेतकों के रूप में डीविज़िया मौद्रिक सूचकांक" विषय पर डीआरजी अध्ययन जारी किया। प्रो. एम.रामचंद्रन, पाँडिचेरी विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर, रिज़र्व बैंक के आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग के निदेशक श्री राजीब दास और सहायक परामर्शदाता श्री बिनोद बी. भोई इस अध्ययन के सह-
2 जून 2010 भारतीय रिज़र्व बैंक ने "मुद्रास्फीति के अग्रणी संकेतकों के रूप में डीविज़िया मौद्रिक सूचकांक" विषय पर डीआरजी अध्ययन जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज "मुद्रास्फीति के अग्रणी संकेतकों के रूप में डीविज़िया मौद्रिक सूचकांक" विषय पर डीआरजी अध्ययन जारी किया। प्रो. एम.रामचंद्रन, पाँडिचेरी विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर, रिज़र्व बैंक के आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग के निदेशक श्री राजीब दास और सहायक परामर्शदाता श्री बिनोद बी. भोई इस अध्ययन के सह-
मई 17, 2010
भारतीय रिज़र्व बैंक ने "वर्ष 1990 के दशक में भारत में क्षेत्रीय असमानता : प्रवृत्ति और नीति प्रभाव" पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया
17 मई 2010 भारतीय रिज़र्व बैंक ने "वर्ष 1990 के दशक में भारत में क्षेत्रीय असमानता : प्रवृत्ति और नीति प्रभाव" पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज "वर्ष 1990 के दशक में भारत में क्षेत्रीय असमानता : प्रवृत्ति और नीति प्रभाव" शीर्षक विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया। यह अध्ययन डॉ. निर्विकार सिंह, प्राध्यापक कैलिर्फोनिया विश्वविद्यालय, सांताक्रुज, यूएसए तथा श्री जे.के. केण्डल, विश्व बैंक, श्री आर.के. जैन, निदेशक, आर्थिक विश्लेषण और नीति व
17 मई 2010 भारतीय रिज़र्व बैंक ने "वर्ष 1990 के दशक में भारत में क्षेत्रीय असमानता : प्रवृत्ति और नीति प्रभाव" पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज "वर्ष 1990 के दशक में भारत में क्षेत्रीय असमानता : प्रवृत्ति और नीति प्रभाव" शीर्षक विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया। यह अध्ययन डॉ. निर्विकार सिंह, प्राध्यापक कैलिर्फोनिया विश्वविद्यालय, सांताक्रुज, यूएसए तथा श्री जे.के. केण्डल, विश्व बैंक, श्री आर.के. जैन, निदेशक, आर्थिक विश्लेषण और नीति व
अप्रैल 21, 2010
"जीडीपी-सूचकांक बॉण्ड" संबंधी डीआरजी अध्ययन
21 अप्रैल 2010 “जीडीपी-सूचकांक बॉण्ड” संबंधी डीआरजी अध्ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने “जीडीपी-सूचकांक बॉण्ड’ शीर्षक से डीआरजी अध्ययन जारी किया। प्रो. एरोल डिसूजा, प्रोफेसर, भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद, श्री संजय कुमार, सहायक परामर्शदाता, आईडीएमडी, डॉ. कुमारजीत मंडल, पूर्व अनुसंधान अधिकारी, डीईएपी और श्री विनीत विरमानी, सहायक उपाध्यक्ष, मात्रात्मक जोखिम टीम, नोमुरा सर्विसेज इंडिया लिमिटेड, इस अध्ययन के सह-लेखक हैं । 1990 के दशक में कई उभरते बाजारों में वित्तीय और ऋण स
21 अप्रैल 2010 “जीडीपी-सूचकांक बॉण्ड” संबंधी डीआरजी अध्ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने “जीडीपी-सूचकांक बॉण्ड’ शीर्षक से डीआरजी अध्ययन जारी किया। प्रो. एरोल डिसूजा, प्रोफेसर, भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद, श्री संजय कुमार, सहायक परामर्शदाता, आईडीएमडी, डॉ. कुमारजीत मंडल, पूर्व अनुसंधान अधिकारी, डीईएपी और श्री विनीत विरमानी, सहायक उपाध्यक्ष, मात्रात्मक जोखिम टीम, नोमुरा सर्विसेज इंडिया लिमिटेड, इस अध्ययन के सह-लेखक हैं । 1990 के दशक में कई उभरते बाजारों में वित्तीय और ऋण स
फ़रवरी 25, 2010
"भारत में विनिमय दर नीति और मॉडल तैयार करना" पर डीआरजी अध्ययन
25 फरवरी 2010 "भारत में विनिमय दर नीति और मॉडल तैयार करना" पर डीआरजी अध्ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने "भारत में विनिमय दर नीति और मॉडल तैयार करना" विषय पर डीआरजी अध्ययन जारी किया। दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के अर्थव्यवस्था विभाग की प्रो. पम्मी दुआ तथा भारतीय रिज़र्व बैंक के आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग के निदेशक डॉ. राजीव रंजन इस अध्ययन के सह-लेखक हैं। इस अध्ययन के दो मुख्य विषय है : पहला, विनिमय दर के संबंध में आर्थिक नीति के विभिन्न पहलु और दूसरा विनिमय दर का मॉडल तैय
25 फरवरी 2010 "भारत में विनिमय दर नीति और मॉडल तैयार करना" पर डीआरजी अध्ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने "भारत में विनिमय दर नीति और मॉडल तैयार करना" विषय पर डीआरजी अध्ययन जारी किया। दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के अर्थव्यवस्था विभाग की प्रो. पम्मी दुआ तथा भारतीय रिज़र्व बैंक के आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग के निदेशक डॉ. राजीव रंजन इस अध्ययन के सह-लेखक हैं। इस अध्ययन के दो मुख्य विषय है : पहला, विनिमय दर के संबंध में आर्थिक नीति के विभिन्न पहलु और दूसरा विनिमय दर का मॉडल तैय
सितंबर 03, 2009
"एक खुली अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के अंतर्गत मौद्रिक नीति, विदेशी मुद्रा बाज़ारों और प्रतिसूचना" विषय पर विकास अनुसंधान समूह का अध्ययन
3 सितंबर 2009 ‘एक खुली अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के अंतर्गत मौद्रिक नीति, विदेशी मुद्रा बाज़ारों और प्रतिसूचना’ विषय पर विकास अनुसंधान समूह का अध्ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘एक खुली अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के अंतर्गत मौद्रिक नीति, विदेशी मुद्रा बाज़ारों और प्रतिसूचना’ विषय पर विकास अनुसंधान समूह का अध्ययन जारी किया। यह अध्ययन प्रो. असीमा गोयल, इंदिरा गांधी विकास अनुसंधान संस्थान तथा रिज़र्व बैंक के स्टाफ सदस्य (श्री अयप्पन नायर, सहायक महाप्रबंधक, वित्तीय बाज़ार
3 सितंबर 2009 ‘एक खुली अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के अंतर्गत मौद्रिक नीति, विदेशी मुद्रा बाज़ारों और प्रतिसूचना’ विषय पर विकास अनुसंधान समूह का अध्ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘एक खुली अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के अंतर्गत मौद्रिक नीति, विदेशी मुद्रा बाज़ारों और प्रतिसूचना’ विषय पर विकास अनुसंधान समूह का अध्ययन जारी किया। यह अध्ययन प्रो. असीमा गोयल, इंदिरा गांधी विकास अनुसंधान संस्थान तथा रिज़र्व बैंक के स्टाफ सदस्य (श्री अयप्पन नायर, सहायक महाप्रबंधक, वित्तीय बाज़ार
अगस्त 14, 2009
भारतीय रिज़र्व बैंक ने दो अध्ययन - "अंतरसरकारी अंतरणों में व्यय गुणवत्ता लागू करना : एक त्रिगुणात्मक -इ ढाँचा" तथा "मध्यावधि में केंद्र सरकार के वर्ष 2009 के बाद राजकोषीय जवाबदेही तथा बज़ट प्रबंध (एफआरबीएम) राजकोषीय संरचना की रूपरेखा" जारी किया
14 अगस्त 2009 भारतीय रिज़र्व बैंक ने दो अध्ययन - "अंतरसरकारी अंतरणों में व्यय गुणवत्ता लागू करना : एक त्रिगुणात्मक -इ ढाँचा" तथा "मध्यावधि में केंद्र सरकार के वर्ष 2009 के बाद राजकोषीय जवाबदेही तथा बज़ट प्रबंध (एफआरबीएम) राजकोषीय संरचना की रूपरेखा" जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज तेरहवें वित्त आयोग के विचाराणीय विषयों से संबंधित दो अध्ययन - "अंतरसरकारी अंतरणों में व्यय गुणवत्ता लागू करना : एक त्रिगुणात्मक -इ ढाँचा" तथा "मध्यावधि में केंद्र सरकार के वर्ष 2009 के बा
14 अगस्त 2009 भारतीय रिज़र्व बैंक ने दो अध्ययन - "अंतरसरकारी अंतरणों में व्यय गुणवत्ता लागू करना : एक त्रिगुणात्मक -इ ढाँचा" तथा "मध्यावधि में केंद्र सरकार के वर्ष 2009 के बाद राजकोषीय जवाबदेही तथा बज़ट प्रबंध (एफआरबीएम) राजकोषीय संरचना की रूपरेखा" जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज तेरहवें वित्त आयोग के विचाराणीय विषयों से संबंधित दो अध्ययन - "अंतरसरकारी अंतरणों में व्यय गुणवत्ता लागू करना : एक त्रिगुणात्मक -इ ढाँचा" तथा "मध्यावधि में केंद्र सरकार के वर्ष 2009 के बा
अगस्त 13, 2009
भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘विकेंद्रीकरण को मज़बूती प्रदान करना - तेरहवें वित्त आयुक्त द्वारा राज्यों की समेकित निधि बढ़ाना : एक प्रमाणिक दृष्टिकोण" पर अध्ययन जारी किया
13 अगस्त 2009 भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘विकेंद्रीकरण को मज़बूती प्रदान करना - तेरहवें वित्त आयुक्त द्वारा राज्यों की समेकित निधि बढ़ाना : एक प्रमाणिक दृष्टिकोण" पर अध्ययन जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा आज जारी ‘विकेंद्रीकरण को मज़बूती प्रदान करना - तेरहवें वित्त आयुक्त द्वारा राज्यों की समेकित निधि बढ़ाना : प्रामाणिक दृष्टिकोण" पर अध्ययन तेरहवें वित्त आयुक्त के संदर्भित शर्तों से संबंधित हैं। अध्ययन के लेखक श्री अभय पीठे, मुंबई विश्वविद्यालय तथा रिज़र्व बैंक के अन
13 अगस्त 2009 भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘विकेंद्रीकरण को मज़बूती प्रदान करना - तेरहवें वित्त आयुक्त द्वारा राज्यों की समेकित निधि बढ़ाना : एक प्रमाणिक दृष्टिकोण" पर अध्ययन जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा आज जारी ‘विकेंद्रीकरण को मज़बूती प्रदान करना - तेरहवें वित्त आयुक्त द्वारा राज्यों की समेकित निधि बढ़ाना : प्रामाणिक दृष्टिकोण" पर अध्ययन तेरहवें वित्त आयुक्त के संदर्भित शर्तों से संबंधित हैं। अध्ययन के लेखक श्री अभय पीठे, मुंबई विश्वविद्यालय तथा रिज़र्व बैंक के अन
जून 27, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक ने "वर्ष 1991 से भारत में कृषि विकास" पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया

27 जून 2008भारतीय रिज़र्व बैंक ने "वर्ष 1991 से भारत में कृषि विकास" पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया [टिप्पणी : विकास अनुसंधान समूह का गठन वर्तमान अभिरूचि के विषयों पर आधारित मजबूत विश्लेषणात्मक और वैश्विक आधार द्वारा समर्थित प्रभावी नीति-उन्मुख अनुसंधान शुरू करने के लिए रिज़र्व बैंक के आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग में किया गया है। इन अध्ययनों में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और वे रिज़र्व बैंक के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं] भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज

27 जून 2008भारतीय रिज़र्व बैंक ने "वर्ष 1991 से भारत में कृषि विकास" पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया [टिप्पणी : विकास अनुसंधान समूह का गठन वर्तमान अभिरूचि के विषयों पर आधारित मजबूत विश्लेषणात्मक और वैश्विक आधार द्वारा समर्थित प्रभावी नीति-उन्मुख अनुसंधान शुरू करने के लिए रिज़र्व बैंक के आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग में किया गया है। इन अध्ययनों में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और वे रिज़र्व बैंक के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं] भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज

जनवरी 14, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक ने "भारत में नगर निगम वित्त - एक आकलन" पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया

14 जनवरी 2008 भारतीय रिज़र्व बैंक ने "भारत में नगर निगम वित्त - एक आकलन" पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया [टिप्पणी : विकास अनुसंधान समूह का गठन वर्तमान अभिरूचि के विषयों पर मजबूत विश्लेषणात्मक और वैश्विक आधार पर समर्थित प्रभावी नीति-उन्मुख अनुसंधान शुरू करने के लिए रिज़र्व बैंक के आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग में किया गया है। इन अध्ययनों में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और वे रिज़र्व बैंक के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं] भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआइ) ने आ

14 जनवरी 2008 भारतीय रिज़र्व बैंक ने "भारत में नगर निगम वित्त - एक आकलन" पर विकास अनुसंधान समूह अध्ययन जारी किया [टिप्पणी : विकास अनुसंधान समूह का गठन वर्तमान अभिरूचि के विषयों पर मजबूत विश्लेषणात्मक और वैश्विक आधार पर समर्थित प्रभावी नीति-उन्मुख अनुसंधान शुरू करने के लिए रिज़र्व बैंक के आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग में किया गया है। इन अध्ययनों में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और वे रिज़र्व बैंक के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं] भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआइ) ने आ

जनवरी 25, 2006
भारतीय रिज़र्व बैंक का रोल ऑफ बैंक लेंडिंग चैनल इन ट्रान्समिशन ऑफ मोनेटरी पॉलिसी पर अध्ययन
25 जनवरी 2006भारतीय रिज़र्व बैंक का ‘रोल ऑफ बैंक लेंडिंग चैनल इन ट्रान्समिशन ऑफ मोनेटरी पॉलिसी’ पर अध्ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज ‘ट्रान्समिशन ऑफ मोनेटरी पॉलिसी एंड दि बैंक लेंडिंग चैनेल एनैलेसिस एंड एविडन्स फॉर इंडिया’ नामक एक अध्ययन प्रकाशित किया। इस अध्ययन का सह लेखन प्रो. बी.एल.पंडित, दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स ने विकास अनुसंधान दल के तत्त्वावधान के अंतर्गत तीन आंतरिक दल सदस्यों के साथ किया। इस अध्ययन में व्यापक रूप से 1993-94 से 2002-03 की अवधि के प्रकाशित और अ
25 जनवरी 2006भारतीय रिज़र्व बैंक का ‘रोल ऑफ बैंक लेंडिंग चैनल इन ट्रान्समिशन ऑफ मोनेटरी पॉलिसी’ पर अध्ययन भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज ‘ट्रान्समिशन ऑफ मोनेटरी पॉलिसी एंड दि बैंक लेंडिंग चैनेल एनैलेसिस एंड एविडन्स फॉर इंडिया’ नामक एक अध्ययन प्रकाशित किया। इस अध्ययन का सह लेखन प्रो. बी.एल.पंडित, दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स ने विकास अनुसंधान दल के तत्त्वावधान के अंतर्गत तीन आंतरिक दल सदस्यों के साथ किया। इस अध्ययन में व्यापक रूप से 1993-94 से 2002-03 की अवधि के प्रकाशित और अ
नवंबर 20, 2003
‘इंटरेस्ट रेट मॉडलिंग एण्ड फोरकास्टिंग इन इंडिया’ पर डीआरजी अध्ययन

‘इंटरेस्ट रेट मॉडलिंग एण्ड फोरकास्टिंग इन इंडिया’पर डीआरजी अध्ययन20 नवंबर 2003भारतीय रिज़र्व बैंक के विकास अनुसंधान समूह (डीआरजी) ने ‘इंटरेस्ट रेट मॉडलिंग एण्ड फोरकास्टिंग इन इंडिया’ नाम का एक अध्ययन प्रकाशित किया है। यह डीआरजी अध्ययन द्राृंखला में 24वां अध्ययन है। इस अध्ययन के लेखक दिल्ली स्कूल ऑफ इकानामिक्स की डॉ. पम्मी दुआ और रिज़र्व बैंक के आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग की श्रीमती नीशिता राजे और डॉ. सत्यानन्द साहू हैं। डीआरजी अध्ययन द्राृंखला में नीति उन्मुख अध्यय

‘इंटरेस्ट रेट मॉडलिंग एण्ड फोरकास्टिंग इन इंडिया’पर डीआरजी अध्ययन20 नवंबर 2003भारतीय रिज़र्व बैंक के विकास अनुसंधान समूह (डीआरजी) ने ‘इंटरेस्ट रेट मॉडलिंग एण्ड फोरकास्टिंग इन इंडिया’ नाम का एक अध्ययन प्रकाशित किया है। यह डीआरजी अध्ययन द्राृंखला में 24वां अध्ययन है। इस अध्ययन के लेखक दिल्ली स्कूल ऑफ इकानामिक्स की डॉ. पम्मी दुआ और रिज़र्व बैंक के आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग की श्रीमती नीशिता राजे और डॉ. सत्यानन्द साहू हैं। डीआरजी अध्ययन द्राृंखला में नीति उन्मुख अध्यय

मार्च 02, 2001
ए लीडिंग इंडेक्स फॉर इंडियन एक्सपोर्टस्

‘ए लीडिंग इंडेक्स फॉर इंडियन एक्सपोर्टस्’2 मार्च 2001भारतीय रिज़र्व बैंक के विकास अनुसंधान दल ने "ए लीडिंग इंडेक्स फॉर इंडियन एक्सपोर्टस् " नामक एक अध्ययन जारी किया है। द्राृृंखला का यह तेईसवां अध्ययन है तथा दिल्ली स्कूल ऑफ इक़ानॉमिक्स की डॉ. पमी दुआ और इकॉनॉमिक्स सायकल्स रिसर्च इंस्टिटयूट अमेरिका के डॉ. अनिर्वाण बैनर्जी इसके लेखक हैं।विकास अनुसंधान दल अध्ययन द्राृृंखला नीति-उन्मुख अनुसंधान को महत्त्व देती है। व्यावसायिक अर्थशास्त्रियों और नीति निर्माताओं के बीच अद्यत

‘ए लीडिंग इंडेक्स फॉर इंडियन एक्सपोर्टस्’2 मार्च 2001भारतीय रिज़र्व बैंक के विकास अनुसंधान दल ने "ए लीडिंग इंडेक्स फॉर इंडियन एक्सपोर्टस् " नामक एक अध्ययन जारी किया है। द्राृृंखला का यह तेईसवां अध्ययन है तथा दिल्ली स्कूल ऑफ इक़ानॉमिक्स की डॉ. पमी दुआ और इकॉनॉमिक्स सायकल्स रिसर्च इंस्टिटयूट अमेरिका के डॉ. अनिर्वाण बैनर्जी इसके लेखक हैं।विकास अनुसंधान दल अध्ययन द्राृृंखला नीति-उन्मुख अनुसंधान को महत्त्व देती है। व्यावसायिक अर्थशास्त्रियों और नीति निर्माताओं के बीच अद्यत

सितंबर 25, 2000
Capital Adequacy Requirements and the Behaviour of Commercial Banks in India : an Analytical and Empirical Study
The Development Research Group (DRG) in the Reserve Bank of India has brought out a study entitled "Capital Adequacy Requirements and the Behaviour of Commercial Banks in India : An Analytical and Empirical Study", the twenty-second in the DRG Study Series. The study is authored by Prof. D.M.Nachane, Shri Aditya Narain, Shri Saibal Ghosh and Shri Satyananda Sahoo.In the wake of the introduction of prudential regulation as an integral part of financial sector reforms i
The Development Research Group (DRG) in the Reserve Bank of India has brought out a study entitled "Capital Adequacy Requirements and the Behaviour of Commercial Banks in India : An Analytical and Empirical Study", the twenty-second in the DRG Study Series. The study is authored by Prof. D.M.Nachane, Shri Aditya Narain, Shri Saibal Ghosh and Shri Satyananda Sahoo.In the wake of the introduction of prudential regulation as an integral part of financial sector reforms i
अगस्त 31, 2000
Modernising Indian Agriculture: Priority Tasks and Critical Policies
The Development Research Group (DRG) in the Reserve Bank of India has brought out a study entitled "Modernising Indian Agriculture: Priority Tasks and Critical Policies". This is the twenty-first in the DRG Study Series. The study is authored by Prof. V. M. Rao and Dr P. D. Jeromi.The DRG Studies series have an accent on policy-oriented research. They are released for wide circulation with a view to generating constructive discussion among professional economists and
The Development Research Group (DRG) in the Reserve Bank of India has brought out a study entitled "Modernising Indian Agriculture: Priority Tasks and Critical Policies". This is the twenty-first in the DRG Study Series. The study is authored by Prof. V. M. Rao and Dr P. D. Jeromi.The DRG Studies series have an accent on policy-oriented research. They are released for wide circulation with a view to generating constructive discussion among professional economists and
अगस्त 30, 2000
DRG Study: Productivity in Major Manufacturing Industries in India: 1973-74 to 1997-98
The Development Research Group (DRG) in the Reserve Bank of India has brought out a study entitled "Productivity in Major Manufacturing Industries in India: 1973-74 to 1997-98". The twentieth in the DRG Study Series, this Study is authored by Prof. Pushpa Trivedi, Shri Anand Prakash and Shri David Sinate. The DRG Studies series have an accent on policy-oriented research. They are released for wide circulation with a view to generating constructive discussion among pro
The Development Research Group (DRG) in the Reserve Bank of India has brought out a study entitled "Productivity in Major Manufacturing Industries in India: 1973-74 to 1997-98". The twentieth in the DRG Study Series, this Study is authored by Prof. Pushpa Trivedi, Shri Anand Prakash and Shri David Sinate. The DRG Studies series have an accent on policy-oriented research. They are released for wide circulation with a view to generating constructive discussion among pro
जून 22, 2000
Bond Financing and Debt Stability: Theoretical Issues and Empirical Analysis for India
The Development Research Group (DRG) in the Reserve Bank of India has brought out a study entitled "Bond Financing and Debt Stability: Theoretical Issues and Empirical Analysis for India", (Part 1 and Part 2). the nineteenth in the DRG Study Series. The Study is authored by Prof. Vivek Moorthy, Shri Bhupal Singh and Dr. Sarat Chandra Dhal.The DRG Studies series have an accent on policy-oriented research. They are released for wide circulation with a view to generating
The Development Research Group (DRG) in the Reserve Bank of India has brought out a study entitled "Bond Financing and Debt Stability: Theoretical Issues and Empirical Analysis for India", (Part 1 and Part 2). the nineteenth in the DRG Study Series. The Study is authored by Prof. Vivek Moorthy, Shri Bhupal Singh and Dr. Sarat Chandra Dhal.The DRG Studies series have an accent on policy-oriented research. They are released for wide circulation with a view to generating
जून 21, 1999
दिसंबर 10, 1998
अप्रैल 16, 1998
मार्च 12, 1998
अगस्त 30, 1996
जुलाई 22, 1996
अप्रैल 18, 1996
जून 19, 1995
जनवरी 18, 1995
अक्‍तूबर 21, 1994
अप्रैल 20, 1994
जुलाई 23, 1993
मई 27, 1993
फ़रवरी 10, 1993
सितंबर 14, 1992
अप्रैल 21, 1992
अप्रैल 07, 1992
फ़रवरी 19, 1992

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जनवरी 18, 2023

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