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मास्टर परिपत्र

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जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार
भारिबैं/2010-11/80 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 10/04.09.01/2010-2011 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में बैंकों को समय-समय पर कई दिशा-निर्देश/अनुदेश/ निदेश जारी किए हैं । बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से इस संबंध में विद्यमान
भारिबैं/2010-11/80 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 10/04.09.01/2010-2011 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में बैंकों को समय-समय पर कई दिशा-निर्देश/अनुदेश/ निदेश जारी किए हैं । बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से इस संबंध में विद्यमान
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक वित्त
आरबीआइ/2010-11/51बैंपविवि.बीपी.बीसी.सं.5/21.04.172 /2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक महोदय मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक वित्त कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र सं. आरबीआइ/2009-10/30 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 5/21.04.172/2009-10 देखें। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2010 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए यथोचित रूप में अद्यतन किया गया है त
आरबीआइ/2010-11/51बैंपविवि.बीपी.बीसी.सं.5/21.04.172 /2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक महोदय मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक वित्त कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र सं. आरबीआइ/2009-10/30 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 5/21.04.172/2009-10 देखें। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2010 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए यथोचित रूप में अद्यतन किया गया है त
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां
आरबीआइ/2010-11/67 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी.12/13.03.00/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय /महोदया मास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 14/13.03.00/2009-2010 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा गारंटियां और सह-स्वीकृतियां जारी करने से संबंधित मामलों पर 30 जून 2009 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश/दिशा-निर्देश समेकित किये गये ह
आरबीआइ/2010-11/67 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी.12/13.03.00/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय /महोदया मास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 14/13.03.00/2009-2010 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा गारंटियां और सह-स्वीकृतियां जारी करने से संबंधित मामलों पर 30 जून 2009 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश/दिशा-निर्देश समेकित किये गये ह
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश
भारिबैं/2010-11/101 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.1/05.04.02/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश कृपया दिनांक 01 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस. बीसी.1/05.04.02/2009-10 देखें जिसमें प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में उपलब
भारिबैं/2010-11/101 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.1/05.04.02/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश कृपया दिनांक 01 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस. बीसी.1/05.04.02/2009-10 देखें जिसमें प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में उपलब
जुलाई 01, 2010
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2010-11/58 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी.8/22.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932(शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 20/22.01.001/2009-10 देखें जिसमें 30 जून 2009 तक बैंकों को शाखा प्राधिकरण पर जारी अनुदेशों /दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है । उपर्युक्त मास्टर परिपत्र को 30 जून 2010
आरबीआइ/2010-11/58 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी.8/22.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932(शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 20/22.01.001/2009-10 देखें जिसमें 30 जून 2009 तक बैंकों को शाखा प्राधिकरण पर जारी अनुदेशों /दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है । उपर्युक्त मास्टर परिपत्र को 30 जून 2010
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध
आरबीआइ/2010-11/73 बैंपविवि. सं.डीआइआर.बीसी.13/13.03.00/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदय मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 13/13.03.00/2009-10 देखें, जिसमें ऋणों और अग्रिमों के संबंध में सांविधिक और अन्य प्रतिबंधों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2009 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकि
आरबीआइ/2010-11/73 बैंपविवि. सं.डीआइआर.बीसी.13/13.03.00/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदय मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 13/13.03.00/2009-10 देखें, जिसमें ऋणों और अग्रिमों के संबंध में सांविधिक और अन्य प्रतिबंधों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2009 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकि
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ सं. 2010-11/74 बैंपविवि. सं. बीपी.बीसी.21/21.04.048/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.17/21.04.048/2009-2010 देखें, जिसमें अग्रिमों के संबंध में आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंडों पर
आरबीआइ सं. 2010-11/74 बैंपविवि. सं. बीपी.बीसी.21/21.04.048/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.17/21.04.048/2009-2010 देखें, जिसमें अग्रिमों के संबंध में आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंडों पर
जुलाई 01, 2010
’अपने ग्राहक को जानिए’ मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / धनशोधन निवारण अधिनियम ( पी एल एम ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व से संबंधित मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2010-11/75 बैंपविवि.एएमएल. बीसी. सं. 2 /14.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 ज्येष्ठ 1932 (शक) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) सभी वित्तीय संस्थाएं महोदय ’अपने ग्राहक को जानिए’ मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / धनशोधन निवारण अधिनियम ( पी एल एम ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व से संबंधित मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र संदर्भ सं. बैंपविवि.एएमएल .बीसी.स
आरबीआइ/2010-11/75 बैंपविवि.एएमएल. बीसी. सं. 2 /14.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 ज्येष्ठ 1932 (शक) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) सभी वित्तीय संस्थाएं महोदय ’अपने ग्राहक को जानिए’ मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / धनशोधन निवारण अधिनियम ( पी एल एम ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व से संबंधित मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र संदर्भ सं. बैंपविवि.एएमएल .बीसी.स
जुलाई 01, 2010
ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2010-11/78 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी.19/09.07.006/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी.बीसी.9/09.07.006/2009-10 देखें, जिसमें 30 जून 2009 तक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में हमारे द्वारा जारी महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित किया गया था । इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2010 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए इसे समु
आरबीआइ/2010-11/78 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी.19/09.07.006/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी.बीसी.9/09.07.006/2009-10 देखें, जिसमें 30 जून 2009 तक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में हमारे द्वारा जारी महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित किया गया था । इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2010 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए इसे समु
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप
आरबीआइ/2010-11/60 बैंपविवि.सं.एफएसडी. बीसी. 17/24.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र सं बैंपविवि. एफएसडी.बीसी. सं. 18/ 24.01.001 /2009-10 देखें जिसमें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2009 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2010 तक जारी किए गए अनुदेशों को सम
आरबीआइ/2010-11/60 बैंपविवि.सं.एफएसडी. बीसी. 17/24.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र सं बैंपविवि. एफएसडी.बीसी. सं. 18/ 24.01.001 /2009-10 देखें जिसमें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2009 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2010 तक जारी किए गए अनुदेशों को सम
जुलाई 01, 2010
आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2010-11/63 बैंपविवि.सं. डीआइआर.(एचएसजी) बीसी. 07/08.12.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) मोदय आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते ह, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर (एचएसजी) सं. 8/08.12.01/2009-10 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एकी जग उपलब्ध हट सकें। उक्त मास्टर परिपत्र में निहित अनुदेशों क
आरबीआइ/2010-11/63 बैंपविवि.सं. डीआइआर.(एचएसजी) बीसी. 07/08.12.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) मोदय आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते ह, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर (एचएसजी) सं. 8/08.12.01/2009-10 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एकी जग उपलब्ध हट सकें। उक्त मास्टर परिपत्र में निहित अनुदेशों क
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा
आरबीआइ /2010-11/49 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 4/21.01.002/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. बीपी. बीसी. 6 /21.01.002/2009-2010 देखें, जिसमें पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2009 तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं । उ
आरबीआइ /2010-11/49 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 4/21.01.002/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. बीपी. बीसी. 6 /21.01.002/2009-2010 देखें, जिसमें पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2009 तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं । उ
जुलाई 01, 2010
Frauds - Classification and Reporting- UCBs
RBI/2010-11/103 DBS.CO.FrMC.BC.No.2/23.04.001/2010-11 July 01, 2010 The Chief Executive Officers of All Primary (Urban) Co-operative Banks Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS.CO. FrMC BC No. 2 /23.04.001/2009-10 dated July 01, 2009 forwarding therewith Master Circular on 'Frauds – Classification & Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions issued during the year sinc
RBI/2010-11/103 DBS.CO.FrMC.BC.No.2/23.04.001/2010-11 July 01, 2010 The Chief Executive Officers of All Primary (Urban) Co-operative Banks Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS.CO. FrMC BC No. 2 /23.04.001/2009-10 dated July 01, 2009 forwarding therewith Master Circular on 'Frauds – Classification & Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions issued during the year sinc
जुलाई 01, 2010
Master Circular - Frauds - Classification and Reporting
RBI/2010-11/104 DBS. FrMC. BC. No.1/23.04.001/2010-11 July 01, 2010 The Charimen & Chief Executive Officers of all Scheduled Commercial Banks (excluding RRBs) and All India Select Financial Institutions Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS. FrMC. BC. No.1 /23.04.001/2008-09 dated July 01, 2009 forwarding the Master Circular on 'Frauds – Classification and Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates an
RBI/2010-11/104 DBS. FrMC. BC. No.1/23.04.001/2010-11 July 01, 2010 The Charimen & Chief Executive Officers of all Scheduled Commercial Banks (excluding RRBs) and All India Select Financial Institutions Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS. FrMC. BC. No.1 /23.04.001/2008-09 dated July 01, 2009 forwarding the Master Circular on 'Frauds – Classification and Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates an
फ़रवरी 08, 2010
मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश - नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयन (एनसीएएफ)
आरबीआइ/2009-2010/308 बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.73/21.06.001/2009-10 8 फरवरी 2010 19 माघ 1931 (शक) सभी वाणिज्य बैंक(स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश - नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयन (एनसीएएफ) कृपया 27 अक्तूबर 2009 को घोषित मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही समीक्षा में बासल II ढांचे में सुधार से संबंधित पैरा 153 और 154 देखें (उद्धरण संलग्न)। तदनुसार
आरबीआइ/2009-2010/308 बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.73/21.06.001/2009-10 8 फरवरी 2010 19 माघ 1931 (शक) सभी वाणिज्य बैंक(स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश - नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयन (एनसीएएफ) कृपया 27 अक्तूबर 2009 को घोषित मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही समीक्षा में बासल II ढांचे में सुधार से संबंधित पैरा 153 और 154 देखें (उद्धरण संलग्न)। तदनुसार
सितंबर 18, 2009
मास्टर परिपत्र - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) और सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर)
आरबीआइ /2009-10/163 बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 45 /12.01.001/2009-10 18 सितंबर 2009 26 भाद्र 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) और सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 11 अक्तूबर 2006 का मास्टर परिपत्र आरबीआइ/2006-07/145 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 34/ 12.01.001/2006-07 देखें। उक्त मास्टर परिपत्र को 18 सितंबर 2009 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए यथ
आरबीआइ /2009-10/163 बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 45 /12.01.001/2009-10 18 सितंबर 2009 26 भाद्र 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) और सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 11 अक्तूबर 2006 का मास्टर परिपत्र आरबीआइ/2006-07/145 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 34/ 12.01.001/2006-07 देखें। उक्त मास्टर परिपत्र को 18 सितंबर 2009 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए यथ
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा
आरबीआइ /2009-10/37 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 6 /21.01.002/2009-10 1 जुलाई 2009  9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. बीपी. बीसी. 2 /21.01.002/ 2008-2009 देखें, जिसमें पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर  30 जून 2007 तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किय
आरबीआइ /2009-10/37 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 6 /21.01.002/2009-10 1 जुलाई 2009  9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. बीपी. बीसी. 2 /21.01.002/ 2008-2009 देखें, जिसमें पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर  30 जून 2007 तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किय
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक वित्त
आरबीआइ/2009-10/30 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 5 /21.04.172 /2009-10 1 जुलाई 2009  9 आषाढ़ 1931 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक महोदय मास्टर परिपत्र -गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक वित्त कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र सं.आरबीआइ/2008-09/33 बैंपविवि. बीपी. सं.4/08.12.01/2008-09 देखें। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2009 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए यथोचित रूप में अद्यतन किया गया है
आरबीआइ/2009-10/30 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 5 /21.04.172 /2009-10 1 जुलाई 2009  9 आषाढ़ 1931 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक महोदय मास्टर परिपत्र -गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक वित्त कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र सं.आरबीआइ/2008-09/33 बैंपविवि. बीपी. सं.4/08.12.01/2008-09 देखें। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2009 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए यथोचित रूप में अद्यतन किया गया है
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश
भारिबैं/2009-10/36 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.1/05.04.02/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश कृपया दिनांक 01 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस. बीसी.1/05.04.02/2008-09 देखें जिसमें प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में उपल
भारिबैं/2009-10/36 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.1/05.04.02/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश कृपया दिनांक 01 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस. बीसी.1/05.04.02/2008-09 देखें जिसमें प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में उपल
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश- नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयन
आरबीआइ/2009-2010/43 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 21/21.06.001/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश- नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयन कृपया 1 जुलाई 2008 के पत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 11/21.06.001/2008-09 के साथ उपर्युक्त विषय पर जारी मास्टर परिपत्र देखें, जिसके अनुसार ‘नये पूंजी पर्याप्तता ढाँचे
आरबीआइ/2009-2010/43 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 21/21.06.001/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश- नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयन कृपया 1 जुलाई 2008 के पत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 11/21.06.001/2008-09 के साथ उपर्युक्त विषय पर जारी मास्टर परिपत्र देखें, जिसके अनुसार ‘नये पूंजी पर्याप्तता ढाँचे
जुलाई 01, 2009
आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2009-10/75 बैंपविवि.सं. डीआइआर.(एचएसजी) बीसी. 10/08.12.01/2008-09 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदय आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई 2008 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर (एचएसजी) सं. 10 /08.12.01/2008-09 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो सकें। उक्त मास्टर परिपत्र में निहित अनुदे
आरबीआइ/2009-10/75 बैंपविवि.सं. डीआइआर.(एचएसजी) बीसी. 10/08.12.01/2008-09 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदय आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई 2008 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर (एचएसजी) सं. 10 /08.12.01/2008-09 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो सकें। उक्त मास्टर परिपत्र में निहित अनुदे
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआई सं. 2009-10/39 बैंपविवि. सं. बीपी.बीसी.17/21.04.048/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शके) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 20/21.04.048/2008-2009 देखें, जिसमें अग्रिमों के संबंध में आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंडो
आरबीआई सं. 2009-10/39 बैंपविवि. सं. बीपी.बीसी.17/21.04.048/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शके) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 20/21.04.048/2008-2009 देखें, जिसमें अग्रिमों के संबंध में आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंडो
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार
भारिबैं/2009-10/52 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 2 /04.09.01/2009-2010 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी(सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकक्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय , मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में बैंकों को समय-समय पर कई दिशा-निर्देश / अनुदेश / निदेश जारी किए हैं । बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से इस संबंध में विद्यमा
भारिबैं/2009-10/52 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 2 /04.09.01/2009-2010 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी(सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकक्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय , मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में बैंकों को समय-समय पर कई दिशा-निर्देश / अनुदेश / निदेश जारी किए हैं । बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से इस संबंध में विद्यमा
जुलाई 01, 2009
ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2009-10/57 बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी.9/09.07.006/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र कृपया 3 नवंबर 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी.बीसी.75/09.07.005/2008-09 देखें, जिसमें 31 अक्तूबर 2008 तक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में हमारे द्वारा जारी महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित किया गया था । इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2009 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए इसे समु
आरबीआइ/2009-10/57 बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी.9/09.07.006/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र कृपया 3 नवंबर 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी.बीसी.75/09.07.005/2008-09 देखें, जिसमें 31 अक्तूबर 2008 तक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में हमारे द्वारा जारी महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित किया गया था । इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2009 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए इसे समु
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र-बैंकों में हिंदी का प्रयोग
आरबीआइ / 2009-10/95 बैंपविवि.सं.राजभाषा.बीसी.4 /06.11.04/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक प्रिय महोदय मास्टर परिपत्र-बैंकों में हिंदी का प्रयोग कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. राजभाषा. बीसी. 13/ 06.11.04/2008-09 देखें । इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2009 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए यथोचित रूप में अद्यतन किया गया है और इसे रिज़र्व बैंक की वेबसाइट (/en/web/rbi) पर
आरबीआइ / 2009-10/95 बैंपविवि.सं.राजभाषा.बीसी.4 /06.11.04/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक प्रिय महोदय मास्टर परिपत्र-बैंकों में हिंदी का प्रयोग कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. राजभाषा. बीसी. 13/ 06.11.04/2008-09 देखें । इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2009 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए यथोचित रूप में अद्यतन किया गया है और इसे रिज़र्व बैंक की वेबसाइट (/en/web/rbi) पर
जुलाई 01, 2009
माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2009-10/40 ग्राआऋवि.सं. एमएफएफआई.बीसी.सं. 09 /12.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि. एमएफएफआइ. बीसी.सं.08/12.01.001/2008-09 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में रिज़र्व बैंक द्वारा उक्त विषय पर 30 जून 2009 तक जारी अनुदेश समेकित किए गए हैं। परिपत्रों की सूची, जिनमें ये अनुदेश समाविष्ट हैं, इस मास्टर
आरबीआई/2009-10/40 ग्राआऋवि.सं. एमएफएफआई.बीसी.सं. 09 /12.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि. एमएफएफआइ. बीसी.सं.08/12.01.001/2008-09 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में रिज़र्व बैंक द्वारा उक्त विषय पर 30 जून 2009 तक जारी अनुदेश समेकित किए गए हैं। परिपत्रों की सूची, जिनमें ये अनुदेश समाविष्ट हैं, इस मास्टर
जुलाई 01, 2009
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2009-10/63 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 20 /22.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931(शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 21/22.01.001/2008-09 देखें जिसमें 30 जून 2008 तक बैंकों को शाखा प्राधिकरण पर जारी अनुदेशों /दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है । उपर्युक्त मास्टर परिपत्र को 30 जून 20
आरबीआइ/2009-10/63 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 20 /22.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931(शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 21/22.01.001/2008-09 देखें जिसमें 30 जून 2008 तक बैंकों को शाखा प्राधिकरण पर जारी अनुदेशों /दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है । उपर्युक्त मास्टर परिपत्र को 30 जून 20
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग (बैंकिंग से इतर) कार्यकलाप
आरबीआइ/2009-10/65 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. सं. 18/24.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग (बैंकिंग से इतर) कार्यकलाप कृपया 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र सं बैंपविवि. एफएसडी.बीसी. सं. 7/24.01.001/2008-09 देखें जिसमें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2009 तक जारी किए गए
आरबीआइ/2009-10/65 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. सं. 18/24.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग (बैंकिंग से इतर) कार्यकलाप कृपया 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र सं बैंपविवि. एफएसडी.बीसी. सं. 7/24.01.001/2008-09 देखें जिसमें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2009 तक जारी किए गए
जुलाई 01, 2009
बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2009-10/64 बैंपविवि.एफएसडी.बीसी.19/24.01.011/2009-10 1 जुलाई 20099 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 6 /24.01.011/2008-09 देखें जिसमें 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेशों/ दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। इस मास्टर
आरबीआइ/2009-10/64 बैंपविवि.एफएसडी.बीसी.19/24.01.011/2009-10 1 जुलाई 20099 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 6 /24.01.011/2008-09 देखें जिसमें 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेशों/ दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। इस मास्टर
जुलाई 01, 2009
देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2009-10/67 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.11/13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्र कृपया आप देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य) खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित करनेवाला, 1 जुलाई 2008 का मा
आरबीआइ/2009-10/67 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.11/13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्र कृपया आप देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य) खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित करनेवाला, 1 जुलाई 2008 का मा
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध
आरबीआई/2009-10/69 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 13 /13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 17 /13.03.00/2008-09 देखें, जिसमें ऋणों और अग्रिमों के संबंध में सांविधिक और अन्य प्रतिबंधों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकि
आरबीआई/2009-10/69 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 13 /13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 17 /13.03.00/2008-09 देखें, जिसमें ऋणों और अग्रिमों के संबंध में सांविधिक और अन्य प्रतिबंधों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकि
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्ड
आरबीआइ/2009-10/71 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.15/13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्ड कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी.19/13.03.00/2008-09 देखें जिसमें ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्डों से संबंधित विषयों पर उस तारीख तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। 30 जून 2009 तक
आरबीआइ/2009-10/71 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.15/13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्ड कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी.19/13.03.00/2008-09 देखें जिसमें ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्डों से संबंधित विषयों पर उस तारीख तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। 30 जून 2009 तक
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां
आरबीआइ/2009-10/70 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 14 /13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 18/13.03.00/ 2008-2009 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा गारंटियां और सह-स्वीकृतियां जारी करने से संबंधित मामलों पर 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश / दिशा-निर्देश समेकित किये गये हैं ।
आरबीआइ/2009-10/70 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 14 /13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 18/13.03.00/ 2008-2009 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा गारंटियां और सह-स्वीकृतियां जारी करने से संबंधित मामलों पर 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश / दिशा-निर्देश समेकित किये गये हैं ।
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में संघों/संस्थाओं द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों के दायित्व
आरबीआइ /2009-2010/72 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 1/14.08.001/2009-10  1 जुलाई 20099 आषाढ़ 1931 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) और सभी वित्तीय संस्थाएँ महोदय मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में संघों/संस्थाओं द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों के दायित्व कृपया 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एएमएल. बीस
आरबीआइ /2009-2010/72 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 1/14.08.001/2009-10  1 जुलाई 20099 आषाढ़ 1931 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) और सभी वित्तीय संस्थाएँ महोदय मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में संघों/संस्थाओं द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों के दायित्व कृपया 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एएमएल. बीस
जुलाई 01, 2009
विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों से संबंधित अनुदेशों का मास्टर परिपत्र
आरबीआइ / 2009-10/68 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी. 12/13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009  9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों से संबंधित अनुदेशों का मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2008 के मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 16/13.03.00/2008-09 का अवलोकन करें, जिसमें विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2008
आरबीआइ / 2009-10/68 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी. 12/13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009  9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों से संबंधित अनुदेशों का मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2008 के मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 16/13.03.00/2008-09 का अवलोकन करें, जिसमें विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2008
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - अग्रिमों पर ब्याज दरें
आरबीआइ/2009- 10/66 बैपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 10/13.03.00/2009-1     1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्यबैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - अग्रिमों पर ब्याज दरें कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 14 /13.03.00/ 2008-09 देखें जिसमें अग्रिमों पर ब्याज दरों के संबंध में बैंकों को 30 जून 2008 तक जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किये गये थे। 30 जून 2009 तक जारी किये गये अनु
आरबीआइ/2009- 10/66 बैपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 10/13.03.00/2009-1     1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्यबैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - अग्रिमों पर ब्याज दरें कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 14 /13.03.00/ 2008-09 देखें जिसमें अग्रिमों पर ब्याज दरों के संबंध में बैंकों को 30 जून 2008 तक जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किये गये थे। 30 जून 2009 तक जारी किये गये अनु
जुलाई 01, 2009
’अपने ग्राहक को जानिए’मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध/धनशोधन निवारण अधिनियम ( पी एल एम ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व से संबंधित मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2009-10/73 बैंपविवि.एएमएल. बीसी. सं. 2/14.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 ज्येष्ठ 1931 (शक) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) सभी वित्तीय संस्थाएं महोदय ’अपने ग्राहक को जानिए’मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध/धनशोधन निवारण अधिनियम ( पी एल एम ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व से संबंधित मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र संदर्भ सं. बैंपविवि.एएमएल.बीसी.सं. 12/14
आरबीआइ/2009-10/73 बैंपविवि.एएमएल. बीसी. सं. 2/14.01.001/2009-10 1 जुलाई 2009 ज्येष्ठ 1931 (शक) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) सभी वित्तीय संस्थाएं महोदय ’अपने ग्राहक को जानिए’मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध/धनशोधन निवारण अधिनियम ( पी एल एम ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व से संबंधित मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र संदर्भ सं. बैंपविवि.एएमएल.बीसी.सं. 12/14
जुलाई 01, 2009
निर्यातकों को रुपए में /विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2009-10/74 बैंपविवि. सं. डीआइआर. (ईएक्सपी). बीसी. 07/04.02.02/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931(शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदय निर्यातकों को रुपए में /विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 को एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. (ईएक्सपी) सं. 09/04.02.02/2008-09 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक
आरबीआइ/2009-10/74 बैंपविवि. सं. डीआइआर. (ईएक्सपी). बीसी. 07/04.02.02/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931(शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदय निर्यातकों को रुपए में /विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 को एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. (ईएक्सपी) सं. 09/04.02.02/2008-09 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक
जुलाई 01, 2009
माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमइ ) क्षेत्र को उधार
भारिबैं/2009-10/59 ग्राआऋवि.सं.एसएमइ ऍण्ड एनएफएस.बीसी.10/06.02.31/2009-2010 01 जुलाई 2009 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित) महोदय , मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमइ ) क्षेत्र को उधार जैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार से संबंधित मामलों के बारे में दिशा-निर्देश/अनुदेश/निदेश
भारिबैं/2009-10/59 ग्राआऋवि.सं.एसएमइ ऍण्ड एनएफएस.बीसी.10/06.02.31/2009-2010 01 जुलाई 2009 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित) महोदय , मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमइ ) क्षेत्र को उधार जैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार से संबंधित मामलों के बारे में दिशा-निर्देश/अनुदेश/निदेश
जुलाई 01, 2009
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2009-10/38 संदर्भ मौनीवि. सं. 4627 /07.01.279/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के संबंध में 30 जून 2009 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन करके एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जिसकी एक प्रति संलग्न है। यह मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.
भारिबैं/2009-10/38 संदर्भ मौनीवि. सं. 4627 /07.01.279/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के संबंध में 30 जून 2009 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन करके एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जिसकी एक प्रति संलग्न है। यह मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखे पर टिप्पणियाँ
आरबीआइ सं./2009-10/42 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 22/21.04.018/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखे पर टिप्पणियाँ कृपया 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 3/21.04.018/2008-09 देखें जिसमें ‘लेखे पर टिप्पणियां’ में प्रकटीकरणों से संबंधित विषय पर 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी सभी परिचालनगत अनुदेशों को समेकित किय
आरबीआइ सं./2009-10/42 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 22/21.04.018/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखे पर टिप्पणियाँ कृपया 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 3/21.04.018/2008-09 देखें जिसमें ‘लेखे पर टिप्पणियां’ में प्रकटीकरणों से संबंधित विषय पर 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी सभी परिचालनगत अनुदेशों को समेकित किय
जुलाई 01, 2009
इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्र
आरबीआइ /2009-10/44 बैंपविवि.सं.डीएल बीसी.16 /20.16.003/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) i) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बेंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii) अखिल भारतीय अधिसूचित वित्तीय संस्थाएँ महोदय इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परिपत्र जारी किए हैं जिनमें इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित विषयों पर अनुदेश निहित हैं ।बैंकों/वित
आरबीआइ /2009-10/44 बैंपविवि.सं.डीएल बीसी.16 /20.16.003/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) i) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बेंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii) अखिल भारतीय अधिसूचित वित्तीय संस्थाएँ महोदय इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परिपत्र जारी किए हैं जिनमें इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित विषयों पर अनुदेश निहित हैं ।बैंकों/वित
जुलाई 01, 2009
Frauds - Classification and Reporting
@@NBSP@@ RBI/2009-10/58 DBS. FrMC. BC. No. 1/23.04.001/2009-10 July 01, 2009 The Chief Executives of all Commercial Banks (Excluding RRBs) and Financial Institutions @@NBSP@@ Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS. FrMC. BC. No.15 /23.04.001/2008-09 dated July 01, 2008 forwarding the Master Circular on 'Frauds – Classification and Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions
@@NBSP@@ RBI/2009-10/58 DBS. FrMC. BC. No. 1/23.04.001/2009-10 July 01, 2009 The Chief Executives of all Commercial Banks (Excluding RRBs) and Financial Institutions @@NBSP@@ Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS. FrMC. BC. No.15 /23.04.001/2008-09 dated July 01, 2008 forwarding the Master Circular on 'Frauds – Classification and Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण,मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ/2009-10/20 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 3  /21.04.141/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1930 (शक)  सभी वाणिज्य बैंक ( क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 5/21.04.141/2008-2009 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित
आरबीआइ/2009-10/20 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 3  /21.04.141/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1930 (शक)  सभी वाणिज्य बैंक ( क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 5/21.04.141/2008-2009 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित
नवंबर 03, 2008
ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2008-09/261 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 75/09.07.005/2008-09 3 नवंबर 2008   12 कार्तिक 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)   महोदय   ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र   जैसाकि आप जानते हैं, बैंकों तथा उनकी शाखाओं में ग्राहक सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाने की दृष्टि से रिज़र्व बैंक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में विभिन्न अनुदेश/दिशानिर्देश समय-समय पर जारी करता रहा है ।   2. उपर्युक्त विषय से संबंधित सभी वर्तमान
आरबीआइ/2008-09/261 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 75/09.07.005/2008-09 3 नवंबर 2008   12 कार्तिक 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)   महोदय   ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र   जैसाकि आप जानते हैं, बैंकों तथा उनकी शाखाओं में ग्राहक सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाने की दृष्टि से रिज़र्व बैंक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में विभिन्न अनुदेश/दिशानिर्देश समय-समय पर जारी करता रहा है ।   2. उपर्युक्त विषय से संबंधित सभी वर्तमान
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश
भारिबैं /2008-2009 /35 भारिबैं /2008-2009 /35 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 1 /05.04.02/2008-09 1 जुलाई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी डसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय,मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देशकृपया दिनांक 02 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस. बीसी.1/ 05.04.02/2007-08 देखें जिसमें प्राकृतिक आपदाओं
भारिबैं /2008-2009 /35 भारिबैं /2008-2009 /35 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 1 /05.04.02/2008-09 1 जुलाई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी डसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय,मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देशकृपया दिनांक 02 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस. बीसी.1/ 05.04.02/2007-08 देखें जिसमें प्राकृतिक आपदाओं
जुलाई 01, 2008
देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्र
ड्ड्र : "ज़्द्दiर्िंिंिंख्र्ख्र्ंख्र्ड़ख्र् " ढ़श्व्ह्य्ज़्ख्र्×न्न् BANKCHALAN, MUMBAIआरबीआइ/2008-09/76 बैंपविवि. सं. डीआइआर.बीसी. 15 /13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयदेशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्रकृपया आप देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य) खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 3
ड्ड्र : "ज़्द्दiर्िंिंिंख्र्ख्र्ंख्र्ड़ख्र् " ढ़श्व्ह्य्ज़्ख्र्×न्न् BANKCHALAN, MUMBAIआरबीआइ/2008-09/76 बैंपविवि. सं. डीआइआर.बीसी. 15 /13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयदेशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्रकृपया आप देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य) खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 3
जुलाई 01, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
भारिबैं /2008-09/36 ग्राआऋवि.केका.क्षेग्राबैं.सं.बीएल.बीसी. 07/03.05.90ए/2008-09 01 जुलाई 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों / प्रायोजक बैंकों के अध्यक्षमहोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को शाखाएँ / विस्तार काउंटर / कार्यालय खोलने / स्थान बदलने / विलय करने आदि के बारे में समय-समय पर अनुदेश जारी करता रहा है। सभी वर्तमान अनुदेशों को समेकित करने तथा उन
भारिबैं /2008-09/36 ग्राआऋवि.केका.क्षेग्राबैं.सं.बीएल.बीसी. 07/03.05.90ए/2008-09 01 जुलाई 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों / प्रायोजक बैंकों के अध्यक्षमहोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को शाखाएँ / विस्तार काउंटर / कार्यालय खोलने / स्थान बदलने / विलय करने आदि के बारे में समय-समय पर अनुदेश जारी करता रहा है। सभी वर्तमान अनुदेशों को समेकित करने तथा उन
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - अग्रिमों पर ब्याज दरें
आरबीआइ/2008-09/75 बैपविवि. सं. डीआइआर. बीसी.14/13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - अग्रिमों पर ब्याज दरेंकृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 6 /13.03.00/ 2007-08 देखें जिसमें अग्रिमों पर ब्याज दरों के संबंध में बैंकों को 30 जून 2007 तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किये गये थे । 30 जून 2008 तक जारी किये गये अनुदेशों को शामिल करते
आरबीआइ/2008-09/75 बैपविवि. सं. डीआइआर. बीसी.14/13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - अग्रिमों पर ब्याज दरेंकृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 6 /13.03.00/ 2007-08 देखें जिसमें अग्रिमों पर ब्याज दरों के संबंध में बैंकों को 30 जून 2007 तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किये गये थे । 30 जून 2008 तक जारी किये गये अनुदेशों को शामिल करते
जुलाई 01, 2008
विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों से संबंधित अनुदेशों का मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2008-09/77 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी. 16/13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयविदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों से संबंधित अनुदेशों का मास्टर परिपत्र कृपया 2 जुलाई 2007 के मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 8/13.03.00/2006-07 का अवलोकन करें, जिसमें विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2007 तक जारी अनु
आरबीआइ/2008-09/77 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी. 16/13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयविदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों से संबंधित अनुदेशों का मास्टर परिपत्र कृपया 2 जुलाई 2007 के मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 8/13.03.00/2006-07 का अवलोकन करें, जिसमें विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2007 तक जारी अनु
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में एसोसिएशनों/संगठनों द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों की बाध्यताएं
़ख्र्ख्र्दृ्र॰ख्र्ज्ञ्/2007-08/51भारिबैं/2008-09/61 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 8 /14.08.001/2008-0901 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) और सभी वित्तीय संस्थाओंमहोदयमास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में एसोसिएशनों/संगठनों द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों की बाध्यताएं कृपया 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्
़ख्र्ख्र्दृ्र॰ख्र्ज्ञ्/2007-08/51भारिबैं/2008-09/61 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 8 /14.08.001/2008-0901 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) और सभी वित्तीय संस्थाओंमहोदयमास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में एसोसिएशनों/संगठनों द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों की बाध्यताएं कृपया 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्
जुलाई 01, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में
मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2008-09/85 1 जुलाई 2008आरबीआइ/2008-09/85 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 21 /22.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र कृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 16/22.01.001/ 2007-08 देखें जिसमें 30 जून 2007 तक बैंकों को शाखा प्राधिकरण पर जारी अनुदेशों /दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। उपर्युक
आरबीआइ/2008-09/85 1 जुलाई 2008आरबीआइ/2008-09/85 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 21 /22.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र कृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 16/22.01.001/ 2007-08 देखें जिसमें 30 जून 2007 तक बैंकों को शाखा प्राधिकरण पर जारी अनुदेशों /दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। उपर्युक
जुलाई 01, 2008
इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्र
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दi आरबीआइ/2008-09/26 बैंपविवि.सं.डीएल बीसी. 1/20.16.003/2008-091 जुलाई 2008 11 आषाढ़ 1930 (शक)i) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बेंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii) अखिल भारतीय अधिसूचित वित्तीय संस्थाएँमहोदयइरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परिपत्र जारी किए हैं जिनमें इरादतन चूककर्ताओं से
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दi आरबीआइ/2008-09/26 बैंपविवि.सं.डीएल बीसी. 1/20.16.003/2008-091 जुलाई 2008 11 आषाढ़ 1930 (शक)i) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बेंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii) अखिल भारतीय अधिसूचित वित्तीय संस्थाएँमहोदयइरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परिपत्र जारी किए हैं जिनमें इरादतन चूककर्ताओं से
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध
ड्ड्र : "ज़्द्दiर्िंिंिंख्र्ख्र्ंख्र्ड़ख्र् " ढ़श्व्ह्य्ज़्ख्र्×न्न् ऊातआरबीआइ/2008-09/78 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 17 /13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयमास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंधकृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 9 /13.03.00/2006-07 देखें, जिसमें ऋणों और अग्रिमों के संबंध में सांविधिक और अन्य प्रतिबंधों से संबंधित विषयो
ड्ड्र : "ज़्द्दiर्िंिंिंख्र्ख्र्ंख्र्ड़ख्र् " ढ़श्व्ह्य्ज़्ख्र्×न्न् ऊातआरबीआइ/2008-09/78 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 17 /13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयमास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंधकृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 9 /13.03.00/2006-07 देखें, जिसमें ऋणों और अग्रिमों के संबंध में सांविधिक और अन्य प्रतिबंधों से संबंधित विषयो
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्ड
ड्ड्र : "ज़्द्दiर्िंिंिंख्र्ख्र्ंख्र्ड़ख्र् " ढ़श्व्ह्य्ज़्ख्र्×न्न् ऊातआरबीआइ/2008-09/80 बैंपविवि. सं. डीआइआर.बीसी. 19 /13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्ड कृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 11/ 13.03.00/2006-07 देखें जिसमें ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्डों से संबंधित विषयों पर उस तारीख तक
ड्ड्र : "ज़्द्दiर्िंिंिंख्र्ख्र्ंख्र्ड़ख्र् " ढ़श्व्ह्य्ज़्ख्र्×न्न् ऊातआरबीआइ/2008-09/80 बैंपविवि. सं. डीआइआर.बीसी. 19 /13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्ड कृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 11/ 13.03.00/2006-07 देखें जिसमें ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्डों से संबंधित विषयों पर उस तारीख तक
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां
–ड़ख्र्ड्डज़्ख्र्ह्य्झ़्ख्र् - Iआरबीआइ/2008-09/79 संदर्भ : बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी.18 /13.03.00/2008-091 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां कृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 10/13.03.00/ 2007-2008 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा गारंटियां और सह-स्वीकृतियां जारी करने से संबंधित मामलों पर 30 जून 2007 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदे
–ड़ख्र्ड्डज़्ख्र्ह्य्झ़्ख्र् - Iआरबीआइ/2008-09/79 संदर्भ : बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी.18 /13.03.00/2008-091 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां कृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 10/13.03.00/ 2007-2008 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा गारंटियां और सह-स्वीकृतियां जारी करने से संबंधित मामलों पर 30 जून 2007 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदे
जुलाई 01, 2008
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2008-09/37 संदर्भ मौनीवि. सं.302/07.01.279/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)   महोदय,   निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र   निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के संबंध में 30 जून 2008 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन करके एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जिसकी एक प्रति संलग्न है। यह मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक की व
भारिबैं/2008-09/37 संदर्भ मौनीवि. सं.302/07.01.279/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)   महोदय,   निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र   निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा के संबंध में 30 जून 2008 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन करके एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जिसकी एक प्रति संलग्न है। यह मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक की व
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश -नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयन
आरबीआइ/68/2008-2009आरबीआइ/68/2008-2009 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 11/21.06.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी वाणिज्य बैंक(स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयमास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश -नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयनकृपया आप 27 अप्रैल 2007 का परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 90/20.06.001/2006-07 तथा 26 मार्च 2008 का परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 66/21.06.001/20
आरबीआइ/68/2008-2009आरबीआइ/68/2008-2009 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 11/21.06.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी वाणिज्य बैंक(स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयमास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश -नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयनकृपया आप 27 अप्रैल 2007 का परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 90/20.06.001/2006-07 तथा 26 मार्च 2008 का परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 66/21.06.001/20
जुलाई 01, 2008
’अपने ग्राहक को जानिए’ मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / धनशोधन निवारण अधिनियम ( पी एल एम ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व से संबंधित मास्टर परिपत्र्
आरबीआइ/2008-09/72आरबीआइ/2008-09/72 बैंपविवि.एएमएल. बीसी. सं. 12/14.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालकसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)सभी वित्तीय संस्थाएंमहोदय’अपने ग्राहक को जानिए’ मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / धनशोधन निवारण अधिनियम ( पी एल एम ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व से संबंधित मास्टर परिपत्रभारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर ’अपने ग्राहक को जानिए’ मानदंड/धनश
आरबीआइ/2008-09/72आरबीआइ/2008-09/72 बैंपविवि.एएमएल. बीसी. सं. 12/14.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालकसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)सभी वित्तीय संस्थाएंमहोदय’अपने ग्राहक को जानिए’ मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / धनशोधन निवारण अधिनियम ( पी एल एम ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व से संबंधित मास्टर परिपत्रभारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर ’अपने ग्राहक को जानिए’ मानदंड/धनश
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखे पर टिप्पणियाँ
आरबीआइ संआरबीआइ सं./2008-09/32 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 3/21.04.018/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालकसभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखे पर टिप्पणियाँ कृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 14/21.04.018/2007-08 देखें जिसमें ‘लेखे पर टिप्पणियां’ में प्रकटीकरणों से संबंधित विषय पर 30 जून 2007 तक बैंकों को जारी सभी परिचालनगत अनुदेशों को समेकि
आरबीआइ संआरबीआइ सं./2008-09/32 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 3/21.04.018/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालकसभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखे पर टिप्पणियाँ कृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 14/21.04.018/2007-08 देखें जिसमें ‘लेखे पर टिप्पणियां’ में प्रकटीकरणों से संबंधित विषय पर 30 जून 2007 तक बैंकों को जारी सभी परिचालनगत अनुदेशों को समेकि
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक वित्त
ख्र्ह्य्ख़़्ख्र्न्न् –ख्र्डङ्कड़ख्र्=ङ्कद्म्ख्र्आरबीआइ/2008-09/33 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 4 /08.12.01 /2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंकमहोदयमास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक वित्त कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र सं. आरबीआइ/2007-08/52 बैंपविवि. बीपी. सं. 13/08.12.01/2006-07 देखें। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2008 तक जारी अनुदेशों को शामिल
ख्र्ह्य्ख़़्ख्र्न्न् –ख्र्डङ्कड़ख्र्=ङ्कद्म्ख्र्आरबीआइ/2008-09/33 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 4 /08.12.01 /2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंकमहोदयमास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक वित्त कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र सं. आरबीआइ/2007-08/52 बैंपविवि. बीपी. सं. 13/08.12.01/2006-07 देखें। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2008 तक जारी अनुदेशों को शामिल
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार
भारिबैं / 2008-09 / 69भारिबैं / 2008-09 / 69 ग्राआऋवि.सं.प्लान.बीसी. 9 / 04.09.01/2008-2009 1 जुलाई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय ,मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में समय-समय पर कई दिशा-निर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किए हैं — बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन
भारिबैं / 2008-09 / 69भारिबैं / 2008-09 / 69 ग्राआऋवि.सं.प्लान.बीसी. 9 / 04.09.01/2008-2009 1 जुलाई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय ,मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में समय-समय पर कई दिशा-निर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किए हैं — बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन
जुलाई 01, 2008
माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआई/2008-09/45 ग्राआऋवि.सं. एमएफएफआई.बीसी.सं. 08/12.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयमाइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.एमएफएफआइ.बीसी.सं.08/ 12.01.001/2007-08 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में रिज़र्व बैंक द्वारा उक्त विषय पर 30 जून 2008 तक जारी अनुदेश समेकित किए गए हैं। परिपत्रों की स
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआई/2008-09/45 ग्राआऋवि.सं. एमएफएफआई.बीसी.सं. 08/12.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयमाइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.एमएफएफआइ.बीसी.सं.08/ 12.01.001/2007-08 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में रिज़र्व बैंक द्वारा उक्त विषय पर 30 जून 2008 तक जारी अनुदेश समेकित किए गए हैं। परिपत्रों की स
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग (बैंकिंग से इतर) कार्यकलाप
आरबीआइ/2008-09/40आरबीआइ/2008-09/40 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. सं. 7/24.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग (बैंकिंग से इतर) कार्यकलापकृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र सं बैंपविवि. एफएसडी.बीसी. सं. 18/ 24.01.001/2007-08 देखें जिसमें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2007 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2
आरबीआइ/2008-09/40आरबीआइ/2008-09/40 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. सं. 7/24.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग (बैंकिंग से इतर) कार्यकलापकृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र सं बैंपविवि. एफएसडी.बीसी. सं. 18/ 24.01.001/2007-08 देखें जिसमें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2007 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2
जुलाई 01, 2008
बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2008-09/39आरबीआइ/2008-09/39 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 6 /24.01.011/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 17 /24.01.011/2007-08 देखें जिसमें 30 जून 2007 तक बैंको को जारी किए गए अनुदेशों / दिशानिर्देशों को समेकित क
आरबीआइ/2008-09/39आरबीआइ/2008-09/39 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 6 /24.01.011/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 17 /24.01.011/2007-08 देखें जिसमें 30 जून 2007 तक बैंको को जारी किए गए अनुदेशों / दिशानिर्देशों को समेकित क
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमइ ) क्षेत्र को उधार
ढ़ख्र्ख्र्“्र ग़ख्र्ङ्क्रग़ख्र्त्र्ख्र् भारिबैं / 2007-08 /41 ग्राआऋवि.सं.एसएमइ ऍण्ड एनएफएस.बीसी. 02 / 06.02.31/2008-2009 01 जुलाई 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय ,मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमइ ) क्षेत्र को उधार जैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार से संबंधित मामलों
ढ़ख्र्ख्र्“्र ग़ख्र्ङ्क्रग़ख्र्त्र्ख्र् भारिबैं / 2007-08 /41 ग्राआऋवि.सं.एसएमइ ऍण्ड एनएफएस.बीसी. 02 / 06.02.31/2008-2009 01 जुलाई 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय ,मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमइ ) क्षेत्र को उधार जैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार से संबंधित मामलों
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइध संआरबीआइ सं. 2008-09/84 बैंपविवि. सं. बीपी.बीसी. 20 /21.04.048/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय,मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 12 /21.04.048/2007-2008 देखें, जिसमें अग्रिमों के संबंध में आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकप
आरबीआइध संआरबीआइ सं. 2008-09/84 बैंपविवि. सं. बीपी.बीसी. 20 /21.04.048/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय,मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 12 /21.04.048/2007-2008 देखें, जिसमें अग्रिमों के संबंध में आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकप
जुलाई 01, 2008
निर्यातकों को रुपए में/विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र
ङड्ढआरबीआइ /2008-09/66 बैंपविवि.सं.डीआइआर.(ईएक्सपी).बीसी. 09 /04.02.02/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930(शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदयनिर्यातकों को रुपए में/विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 को एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं. डीआइआर.(ईएक्सपी) सं. 01/04.02.02/2007-08 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक ही
ङड्ढआरबीआइ /2008-09/66 बैंपविवि.सं.डीआइआर.(ईएक्सपी).बीसी. 09 /04.02.02/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930(शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदयनिर्यातकों को रुपए में/विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 को एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं. डीआइआर.(ईएक्सपी) सं. 01/04.02.02/2007-08 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक ही
जुलाई 01, 2008
आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2008-2009/67 बैंपविवि.सं. डीआइआर.(एचएसजी) बीसी. 10/08.12.01/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदयआवास वित्त पर मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर (एचएसजी) सं. 02/08.12.01/2007-08 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो सकें। उक्त मास्टर परिपत्र में निहित अनुदेश
आरबीआइ/2008-2009/67 बैंपविवि.सं. डीआइआर.(एचएसजी) बीसी. 10/08.12.01/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदयआवास वित्त पर मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर (एचएसजी) सं. 02/08.12.01/2007-08 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो सकें। उक्त मास्टर परिपत्र में निहित अनुदेश
जुलाई 01, 2008
Master Circular - Prudential Norms on Capital Adequacy-Basel I Framework
RBI/2008-2009/31 DBOD.No.BP.BC. 2 /21.01.002/2008-09 July 1, 2008 All Commercial Banks (excluding RRBs) Dear Sir, Master Circular - Prudential Norms on Capital Adequacy-Basel I Framework Please refer to the Master Circular No. DBOD.BP.BC.4/21.01.002/2007-2008 dated July 2, 2007 consolidating instructions / guidelines issued to banks till June 30, 2007 on matters relating to prudential norms on capital adequacy. The Master Circular has been suitably updated by incorpor
RBI/2008-2009/31 DBOD.No.BP.BC. 2 /21.01.002/2008-09 July 1, 2008 All Commercial Banks (excluding RRBs) Dear Sir, Master Circular - Prudential Norms on Capital Adequacy-Basel I Framework Please refer to the Master Circular No. DBOD.BP.BC.4/21.01.002/2007-2008 dated July 2, 2007 consolidating instructions / guidelines issued to banks till June 30, 2007 on matters relating to prudential norms on capital adequacy. The Master Circular has been suitably updated by incorpor
जुलाई 01, 2008
Master Circular - Frauds - Classification and Reporting
RBI/2008-09/29 DBS. CO.FrMC. BC. No. 15 /23.04.001/2008-09 July 01, 2008 The Chief Executives of all commercial banks (Excluding RRBs), and Financial Institutions Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS. FrMC. BC. No.1 /23.04.001/2007-08 dated July 02, 2007 forwarding the Master Circular on 'Frauds – Classification and Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions issued during
RBI/2008-09/29 DBS. CO.FrMC. BC. No. 15 /23.04.001/2008-09 July 01, 2008 The Chief Executives of all commercial banks (Excluding RRBs), and Financial Institutions Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS. FrMC. BC. No.1 /23.04.001/2007-08 dated July 02, 2007 forwarding the Master Circular on 'Frauds – Classification and Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions issued during
जुलाई 01, 2008
Master Circular - Prudential Norms for Classification, Valuation and Operation of Investment Portfolio by Banks
RBI/2008-09/ 34 DBOD No. BP. BC. 5 / 21.04.141 / 2008-09 July 1, 2008 All Commercial Banks (excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Master Circular – Prudential norms for classification, valuation and operation of investment portfolio by banks Please refer to the Master Circular No. DBOD. BP. BC.15 / 21.04.141/ 2007-08 dated July 2, 2007, containing consolidated instructions/guidelines issued to banks till June 30, 2007, on matters relating to prudential norms for c
RBI/2008-09/ 34 DBOD No. BP. BC. 5 / 21.04.141 / 2008-09 July 1, 2008 All Commercial Banks (excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Master Circular – Prudential norms for classification, valuation and operation of investment portfolio by banks Please refer to the Master Circular No. DBOD. BP. BC.15 / 21.04.141/ 2007-08 dated July 2, 2007, containing consolidated instructions/guidelines issued to banks till June 30, 2007, on matters relating to prudential norms for c

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: सितंबर 05, 2024

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