अधिसूचनाएं - विनियमन वाणिज्यिक बैंकिंग - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
जून 13, 2017
पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन – नया पूंजी पर्याप्तता ढाँचा (एनसीएएफ) पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश - पात्र ऋण रेटिंग एजेंसियां – इन्फॉमेरिक्स वैल्यूएशन एंड रेटिंग प्रॉ. लि. (इन्फॉमेरिक्स)
भा.रि.बैं./2016-17/321 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.74/21.06.009/2016-17 13 जून 2017 अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक/सीईओ सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन – नया पूंजी पर्याप्तता ढाँचा (एनसीएएफ) पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश - पात्र ऋण रेटिंग एजेंसियां – इन्फॉमेरिक्स वैल्यूएशन एंड रेटिंग प्रॉ. लि. (इन्फॉमेरिक्स) कृपया 'पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन – नया पूं
भा.रि.बैं./2016-17/321 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.74/21.06.009/2016-17 13 जून 2017 अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक/सीईओ सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन – नया पूंजी पर्याप्तता ढाँचा (एनसीएएफ) पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश - पात्र ऋण रेटिंग एजेंसियां – इन्फॉमेरिक्स वैल्यूएशन एंड रेटिंग प्रॉ. लि. (इन्फॉमेरिक्स) कृपया 'पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन – नया पूं
जून 07, 2017
वैयक्तिक आवास ऋण: जोखिम- भार और ऋण से मूल्य अनुपात (एलटीवी) को तर्कसंगत बनाना
आरबीआई/2016-17/317 बैविवि.बीपी.बीसी.सं.72/08.12.015/2016-17 7 जून 2017 सभी वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंक को छोड़कर) महोदय/महोदया वैयक्तिक आवास ऋण: जोखिम- भार और ऋण से मूल्य अनुपात (एलटीवी) को तर्कसंगत बनाना कृपया आज घोषित किए गए वर्ष 2017-18 के हमारे द्वितीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य का संदर्भ लें। 2. एक प्रतिचक्रीय उपाय के रूप में, इस परिपत्र की तारीख को या इसके बाद मंजूर वैयक्तिक आवास ऋणों के लिए ऋण से मूल्य अनुपात (एलटीवी), जोखि
आरबीआई/2016-17/317 बैविवि.बीपी.बीसी.सं.72/08.12.015/2016-17 7 जून 2017 सभी वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंक को छोड़कर) महोदय/महोदया वैयक्तिक आवास ऋण: जोखिम- भार और ऋण से मूल्य अनुपात (एलटीवी) को तर्कसंगत बनाना कृपया आज घोषित किए गए वर्ष 2017-18 के हमारे द्वितीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य का संदर्भ लें। 2. एक प्रतिचक्रीय उपाय के रूप में, इस परिपत्र की तारीख को या इसके बाद मंजूर वैयक्तिक आवास ऋणों के लिए ऋण से मूल्य अनुपात (एलटीवी), जोखि
जून 07, 2017
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 और धारा 56 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना
आरबीआई/2016-17/318 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.71/12.02.001/2016-17 7 जून, 2017 सभी वाणिज्यिक बैंक, प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक (यूसीबी), राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक (एसटीसीबी/सीसीबी) महोदया/महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 और धारा 56 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 और धारा 56 अंतर्गत सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना विषय पर दिनांक 10 दिसंबर 2015 का हमारा परिपत्र बैंविवि.सं. आरईटी.बीसी.64/1
आरबीआई/2016-17/318 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.71/12.02.001/2016-17 7 जून, 2017 सभी वाणिज्यिक बैंक, प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक (यूसीबी), राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक (एसटीसीबी/सीसीबी) महोदया/महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 और धारा 56 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 और धारा 56 अंतर्गत सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना विषय पर दिनांक 10 दिसंबर 2015 का हमारा परिपत्र बैंविवि.सं. आरईटी.बीसी.64/1
मई 18, 2017
शाखा प्राधिकरण नीति को युक्तिसंगत बनाना- दिशानिर्देशों में संशोधन
भारिबैंक/2016-17/306 बैंविवि.सं.बीएपीडी.बीसी.69/22.01.001/2016-17 दिनांक 18 मई 2017 अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी देशी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़ कर), लघु वित्त बैंक, भुगतान बैंक तथा स्थानीय क्षेत्र बैंक महोदया/ महोदय, शाखा प्राधिकरण नीति को युक्तिसंगत बनाना- दिशानिर्देशों में संशोधन कृपया ‘बैंकिंग आउटलेट्स – अंतिम दिशानिर्देश’ (उद्धरण संलग्न) पर दिनांक 06 अप्रैल 2016 को जारी विकासात्मक और विनियामक नीतियों से संबंध
भारिबैंक/2016-17/306 बैंविवि.सं.बीएपीडी.बीसी.69/22.01.001/2016-17 दिनांक 18 मई 2017 अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी देशी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़ कर), लघु वित्त बैंक, भुगतान बैंक तथा स्थानीय क्षेत्र बैंक महोदया/ महोदय, शाखा प्राधिकरण नीति को युक्तिसंगत बनाना- दिशानिर्देशों में संशोधन कृपया ‘बैंकिंग आउटलेट्स – अंतिम दिशानिर्देश’ (उद्धरण संलग्न) पर दिनांक 06 अप्रैल 2016 को जारी विकासात्मक और विनियामक नीतियों से संबंध
मई 18, 2017
कारपोरेट बॉण्डों के लिए आंशिक ऋण संवर्धन
भा.रि.बैं./2016-17/305बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.70/21.04.142/2016-17 18 मई, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, कारपोरेट बॉण्डों के लिए आंशिक ऋण संवर्धन कृपया बैंकों द्वारा कारपोरेट बॉण्डों के लिए आंशिक ऋण संवर्धन पर दिशानिर्देश का पैरा 21 (क) देखें जो 24 सितंबर, 2015 के परिपत्र बैंविवि.बीपी.बीसी.सं. 40/21.04.142/2015-16 के अनुबंध में है। उक्त पैरा का संबंध बॉण्ड के जीवनकाल के दौरान पूंजी अपेक्षाओं से है जिसके संबंध में बैंको
भा.रि.बैं./2016-17/305बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.70/21.04.142/2016-17 18 मई, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, कारपोरेट बॉण्डों के लिए आंशिक ऋण संवर्धन कृपया बैंकों द्वारा कारपोरेट बॉण्डों के लिए आंशिक ऋण संवर्धन पर दिशानिर्देश का पैरा 21 (क) देखें जो 24 सितंबर, 2015 के परिपत्र बैंविवि.बीपी.बीसी.सं. 40/21.04.142/2015-16 के अनुबंध में है। उक्त पैरा का संबंध बॉण्ड के जीवनकाल के दौरान पूंजी अपेक्षाओं से है जिसके संबंध में बैंको
मई 18, 2017
सीएफओ और सीटीओ के लिए न्यूनतम अर्हता और अनुभव
भा.रि.बैं./2016-17/304 बैंविवि.नियुक्ति.सं.बीसी. 68/29.67.001/2016-17 18 मई, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/ महोदय, सीएफओ और सीटीओ के लिए न्यूनतम अर्हता और अनुभव बैंकिंग और प्रौद्योगिकी में तीव्र नवाचार के कारण वित्त और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बेहतर जोखिम अभिशासन आवश्यक हो गया है। बैंकों की प्रबंध संरचना में मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) की भूमिका बैंकों के जोखिम अभिशासन ढांचे को म
भा.रि.बैं./2016-17/304 बैंविवि.नियुक्ति.सं.बीसी. 68/29.67.001/2016-17 18 मई, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/ महोदय, सीएफओ और सीटीओ के लिए न्यूनतम अर्हता और अनुभव बैंकिंग और प्रौद्योगिकी में तीव्र नवाचार के कारण वित्त और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बेहतर जोखिम अभिशासन आवश्यक हो गया है। बैंकों की प्रबंध संरचना में मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) की भूमिका बैंकों के जोखिम अभिशासन ढांचे को म
मई 11, 2017
एक्सबीआरएल प्लेटफार्म में सांविधिक विवरणियों (एसएलआर- फार्म VIII) का प्रस्तुतीकरण
आरबीआई/2016-17/302 संदर्भः बैविवि.केंका.आरईटी.बीसी/66/12.07.144/2016-17 मई 11, 2017 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदया/ महोदय, एक्सबीआरएल प्लेटफार्म में सांविधिक विवरणियों (एसएलआर- फार्म VIII) का प्रस्तुतीकरण यह निर्णय लिया गया है कि अब एसएलआर की रिपोर्टिंग पीसीआरपीसीडी से करने के बजाए एक्सबीआरएल (एक्सटेंसिबल बिज़नेस रिपोर्टिंग लैंग्वेज) प्लेटफार्म से की जाए। अतः आपको सूचित किया जाता है कि अप्रैल 2017 माह से एक्सबीआरएल में विवरणियां (फार्म VIII) प्रस्तुत करें। भ
आरबीआई/2016-17/302 संदर्भः बैविवि.केंका.आरईटी.बीसी/66/12.07.144/2016-17 मई 11, 2017 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदया/ महोदय, एक्सबीआरएल प्लेटफार्म में सांविधिक विवरणियों (एसएलआर- फार्म VIII) का प्रस्तुतीकरण यह निर्णय लिया गया है कि अब एसएलआर की रिपोर्टिंग पीसीआरपीसीडी से करने के बजाए एक्सबीआरएल (एक्सटेंसिबल बिज़नेस रिपोर्टिंग लैंग्वेज) प्लेटफार्म से की जाए। अतः आपको सूचित किया जाता है कि अप्रैल 2017 माह से एक्सबीआरएल में विवरणियां (फार्म VIII) प्रस्तुत करें। भ
मई 05, 2017
दबावग्रस्त आस्तियों के समाधान के लिए समय-सीमा
भा.रि.बैं./2016-17/299 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.67/21.04.048/2016-17 5 मई, 2017 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, दबावग्रस्त आस्तियों के समाधान के लिए समय-सीमा कृपया “अर्थव्यवस्था में दबावग्रस्त आस्तियों को सशक्त करने के लिए ढांचा – संयुक्त ऋणदाता फोरम (जेएलएफ) तथा सुधारात्मक कार्रवाई योजना (सीएपी) के संबंध में दिशानिर्देश” पर 26 फरवरी 2014 का
भा.रि.बैं./2016-17/299 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.67/21.04.048/2016-17 5 मई, 2017 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, दबावग्रस्त आस्तियों के समाधान के लिए समय-सीमा कृपया “अर्थव्यवस्था में दबावग्रस्त आस्तियों को सशक्त करने के लिए ढांचा – संयुक्त ऋणदाता फोरम (जेएलएफ) तथा सुधारात्मक कार्रवाई योजना (सीएपी) के संबंध में दिशानिर्देश” पर 26 फरवरी 2014 का
अप्रैल 27, 2017
जोखिम प्रबंधन प्रलाणियां – मुख्य जोखिम अधिकारी (सीआरओ) की भूमिका
भा.रि.बैं./2016-17/294 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.65/21.04.103/2016-17 27 अप्रैल, 2017 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक(स्थानीय क्षेत्र के बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)और लघु वित्त बैंक महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन प्रलाणियां – मुख्य जोखिम अधिकारी (सीआरओ) की भूमिका कृपया दिनांक 7 अक्तूबर 1999 के हमारे परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.(एससी).बीसी. 98/21.04.103/99 के माध्यम से जारी जोखिम प्रबंधन प्रणाली पर दिशानिर्देश और 12
भा.रि.बैं./2016-17/294 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.65/21.04.103/2016-17 27 अप्रैल, 2017 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक(स्थानीय क्षेत्र के बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)और लघु वित्त बैंक महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन प्रलाणियां – मुख्य जोखिम अधिकारी (सीआरओ) की भूमिका कृपया दिनांक 7 अक्तूबर 1999 के हमारे परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.(एससी).बीसी. 98/21.04.103/99 के माध्यम से जारी जोखिम प्रबंधन प्रणाली पर दिशानिर्देश और 12
अप्रैल 20, 2017
घोष समिति की सिफारिशों का अनुपालन
आरबीआई/2016-17/284 संदर्भ – डीबीएस.सीओ.पीपीडी,बी.सी.सं.9/11.01.005/2016-17 अप्रैल 20, 2017 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, घोष समिति की सिफारिशों का अनुपालन। हम आपका ध्यान हमारे परिपत्र सं. डीबीएस.सीओ.पीपीडी.बीसी.सं.10/11.01.005/2015-16 दिनांक 28 अप्रैल 2016 की ओर आकर्षित करते हैं जिसके संदर्भ में बैंकों को यह सूचित किया जाता है कि जिलानी समिति के सिफारिशों का अनुपालन बोर्ड लेखा परीक्षा समिति (एसीबी
आरबीआई/2016-17/284 संदर्भ – डीबीएस.सीओ.पीपीडी,बी.सी.सं.9/11.01.005/2016-17 अप्रैल 20, 2017 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, घोष समिति की सिफारिशों का अनुपालन। हम आपका ध्यान हमारे परिपत्र सं. डीबीएस.सीओ.पीपीडी.बीसी.सं.10/11.01.005/2015-16 दिनांक 28 अप्रैल 2016 की ओर आकर्षित करते हैं जिसके संदर्भ में बैंकों को यह सूचित किया जाता है कि जिलानी समिति के सिफारिशों का अनुपालन बोर्ड लेखा परीक्षा समिति (एसीबी
अप्रैल 20, 2017
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "अबू धाबी कॉमर्शियल बैंक लिमिटेड" का नाम परिवर्तन कर "अबू धाबी कॉमर्शियल बैंक पीजेएससी" करना
भा.रि.बैं/2016-17/285 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी/22/12.07.053ए/2016-17 20 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/ महोदया, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "अबू धाबी कॉमर्शियल बैंक लिमिटेड" का नाम परिवर्तन कर "अबू धाबी कॉमर्शियल बैंक पीजेएससी" करना हम सूचित करते हैं कि 16 जुलाई 2016 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 31 मई 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आईबीडी.सं.14421/23.13.021/2015-16 के द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसर
भा.रि.बैं/2016-17/285 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी/22/12.07.053ए/2016-17 20 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/ महोदया, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "अबू धाबी कॉमर्शियल बैंक लिमिटेड" का नाम परिवर्तन कर "अबू धाबी कॉमर्शियल बैंक पीजेएससी" करना हम सूचित करते हैं कि 16 जुलाई 2016 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 31 मई 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आईबीडी.सं.14421/23.13.021/2015-16 के द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसर
अप्रैल 20, 2017
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36(क) की उप-धारा (2) के अर्थ के अंतर्गत बैंकिंग कंपनी के रूप में “केबीसी बैंक एन.वी.” की समाप्ति
भा.रि.बैं./2016-17/286 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.23/12.07.118ए/2016-17 20 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/ महोदया, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36(क) की उप-धारा (2) के अर्थ के अंतर्गत बैंकिंग कंपनी के रूप में “केबीसी बैंक एन.वी.” की समाप्ति हम सूचित करते हैं कि 24 जून, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आईबीडी.सं.16138/23.13.077/2015-16 जो 13 अगस्त – 19 अगस्त, 2016 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित की गई है, के द्वारा बैंककारी विनियमन अधिनियम,
भा.रि.बैं./2016-17/286 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.23/12.07.118ए/2016-17 20 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/ महोदया, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36(क) की उप-धारा (2) के अर्थ के अंतर्गत बैंकिंग कंपनी के रूप में “केबीसी बैंक एन.वी.” की समाप्ति हम सूचित करते हैं कि 24 जून, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आईबीडी.सं.16138/23.13.077/2015-16 जो 13 अगस्त – 19 अगस्त, 2016 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित की गई है, के द्वारा बैंककारी विनियमन अधिनियम,
अप्रैल 20, 2017
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "को-ऑपरेटिव सेन्ट्राले रैफेसेन-बोरेनलीनबैंक बी.ए." का नाम परिवर्तन कर "को-ऑपरेटिव रैबोबैंक यू.ए." करना
भा.रि.बैं/2016-17/287 संदर्भ. बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी/21/12.07.131ए/2016-17 20 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/महोदया, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "को-ऑपरेटिव सेन्ट्राले रैफेसेन-बोरेनलीनबैंक बी.ए." का नाम परिवर्तन कर "को-ऑपरेटिव रैबोबैंक यू.ए." करना हम सूचित करते हैं कि 16 जुलाई 2016 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 23 मार्च 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आईबीडी.सं.11033/23.03.027/2015-16 के द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक अ
भा.रि.बैं/2016-17/287 संदर्भ. बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी/21/12.07.131ए/2016-17 20 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/महोदया, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "को-ऑपरेटिव सेन्ट्राले रैफेसेन-बोरेनलीनबैंक बी.ए." का नाम परिवर्तन कर "को-ऑपरेटिव रैबोबैंक यू.ए." करना हम सूचित करते हैं कि 16 जुलाई 2016 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 23 मार्च 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आईबीडी.सं.11033/23.03.027/2015-16 के द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक अ
अप्रैल 20, 2017
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से केबीसी बैंक एन.वी. को हटाया जाना
भा.रि.बैं./2016-17/288 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.24/12.07.118ए/2016-17 20 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/ महोदया, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से केबीसी बैंक एन.वी. को हटाया जाना हम सूचित करते हैं कि 24 जून, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आईबीडी.सं.16137/23.13.077/2015-16 जो 27 अगस्त – 02 सितंबर 2016 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित की गई है, के द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में से केबीसी बैंक एन.व
भा.रि.बैं./2016-17/288 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.24/12.07.118ए/2016-17 20 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/ महोदया, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से केबीसी बैंक एन.वी. को हटाया जाना हम सूचित करते हैं कि 24 जून, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आईबीडी.सं.16137/23.13.077/2015-16 जो 27 अगस्त – 02 सितंबर 2016 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित की गई है, के द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में से केबीसी बैंक एन.व
अप्रैल 18, 2017
वित्तीय विवरणों के “लेखे पर टिप्पणियां” में प्रकटीकरण – आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने के संबंध में मतभेद
भा.रि.बैं./2016-17/283 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.63/21.04.018/2016-17 18 अप्रैल, 2017 सभी वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, वित्तीय विवरणों के “लेखे पर टिप्पणियां” में प्रकटीकरण – आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने के संबंध में मतभेद कृपया उपर्युक्त विषय पर 29 सितंबर 2015 को घोषित चौथे द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2015-16 का पैरा 22 (उद्धरण संलग्न) देखें। 2. भारतीय रिज़र्व बैंक अपनी पर्यवेक्षी प्रक्रिया के एक अंग के रूप में आय निर्धारण, आस्त
भा.रि.बैं./2016-17/283 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.63/21.04.018/2016-17 18 अप्रैल, 2017 सभी वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, वित्तीय विवरणों के “लेखे पर टिप्पणियां” में प्रकटीकरण – आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने के संबंध में मतभेद कृपया उपर्युक्त विषय पर 29 सितंबर 2015 को घोषित चौथे द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2015-16 का पैरा 22 (उद्धरण संलग्न) देखें। 2. भारतीय रिज़र्व बैंक अपनी पर्यवेक्षी प्रक्रिया के एक अंग के रूप में आय निर्धारण, आस्त
अप्रैल 18, 2017
मानक अग्रिमों के लिए निर्धारित दरों से उच्चतर दरों पर अतिरिक्त प्रावधान
भा.रि.बैं./2016-17/282 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.64/21.04.048/2016-17 18 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, मानक अग्रिमों के लिए निर्धारित दरों से उच्चतर दरों पर अतिरिक्त प्रावधान कृपया अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड पर दिनांक 1 जुलाई, 2015 के मास्टर परिपत्र का पैरा 5 देखें। 2. यह सूचित किया जाता है कि उपर्युक्त परिपत्र में निर्धारित प्रावधानीकरण की दरे
भा.रि.बैं./2016-17/282 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.64/21.04.048/2016-17 18 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, मानक अग्रिमों के लिए निर्धारित दरों से उच्चतर दरों पर अतिरिक्त प्रावधान कृपया अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड पर दिनांक 1 जुलाई, 2015 के मास्टर परिपत्र का पैरा 5 देखें। 2. यह सूचित किया जाता है कि उपर्युक्त परिपत्र में निर्धारित प्रावधानीकरण की दरे
अप्रैल 18, 2017
बैंकों द्वारा लेखा मानक (एएस) 11 [विदेशी मुद्रा दरों में परिवर्तन के प्रभाव] के अनुपालन पर दिशानिर्देश – स्पष्टीकरण
भा.रि.बैं./2016-17/281 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.61/21.04.018/2016-17 18 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया / महोदय, बैंकों द्वारा लेखा मानक (एएस) 11 [विदेशी मुद्रा दरों में परिवर्तन के प्रभाव] के अनुपालन पर दिशानिर्देश – स्पष्टीकरण कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 मार्च 2005 का परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.76/21.04.018/2004-05 और 05 अप्रैल 2006 का परिपत्र बैंपविवि.बीपी.बीसी.सं.76/21.04.018/2005-06 देखें। 2. यह पाया गया है कि बै
भा.रि.बैं./2016-17/281 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.61/21.04.018/2016-17 18 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया / महोदय, बैंकों द्वारा लेखा मानक (एएस) 11 [विदेशी मुद्रा दरों में परिवर्तन के प्रभाव] के अनुपालन पर दिशानिर्देश – स्पष्टीकरण कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 मार्च 2005 का परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.76/21.04.018/2004-05 और 05 अप्रैल 2006 का परिपत्र बैंपविवि.बीपी.बीसी.सं.76/21.04.018/2005-06 देखें। 2. यह पाया गया है कि बै
अप्रैल 18, 2017
विवेकपूर्ण दिशानिर्देश – आरईआईटीएस और आईएनवीआईटीएस की यूनिटों में बैंकों द्वारा निवेश
भा.रि.बैं./2016-17/280 बैंविवि.सं.एफएसडी.बीसी.62/24.01.040/2016-17 18 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/ महोदया, विवेकपूर्ण दिशानिर्देश – आरईआईटीएस और आईएनवीआईटीएस की यूनिटों में बैंकों द्वारा निवेश कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 6 अप्रैल, 2017 को जारी विकासात्मक और विनियामकीय नीतियों से संबंधित वक्तव्य के पैरा 12 (उद्धरण संलग्न) का संदर्भ लें। उक्त में इंगित किए गए अनुसार, यह निर्णय लिया गया है कि बैंकों को स्था
भा.रि.बैं./2016-17/280 बैंविवि.सं.एफएसडी.बीसी.62/24.01.040/2016-17 18 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/ महोदया, विवेकपूर्ण दिशानिर्देश – आरईआईटीएस और आईएनवीआईटीएस की यूनिटों में बैंकों द्वारा निवेश कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 6 अप्रैल, 2017 को जारी विकासात्मक और विनियामकीय नीतियों से संबंधित वक्तव्य के पैरा 12 (उद्धरण संलग्न) का संदर्भ लें। उक्त में इंगित किए गए अनुसार, यह निर्णय लिया गया है कि बैंकों को स्था
अप्रैल 13, 2017
पंजीकरण प्रमाणपत्र’ प्रदान करना – ऋण संबंधी सूचना प्रदान करने का कारोबार जारी रखने के लिए – ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड
आरबीआई/2016-17/277 बैंविवि.सीआईडी.बीसी. 60/20.16.040/2016-17 13 अप्रैल, 2017 सभी ऋण संस्थाएं महोदय/ महोदया ‘पंजीकरण प्रमाणपत्र’ प्रदान करना – ऋण संबंधी सूचना प्रदान करने का कारोबार जारी रखने के लिए – ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड कृपया क्रेडिट इन्फार्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड को ‘पंजीकरण प्रमाणपत्र’ प्रदान करने के संबंध में दिनांक 05 मार्च, 2012 के हमारे परिपत्र बैंपविवि.सं.सीआईडी.बीसी.84/20.16.042/2011-12 और उक्त कंपनी का नाम बदल कर ट्रांसयूनियन सिबिल हो जाने के परिण
आरबीआई/2016-17/277 बैंविवि.सीआईडी.बीसी. 60/20.16.040/2016-17 13 अप्रैल, 2017 सभी ऋण संस्थाएं महोदय/ महोदया ‘पंजीकरण प्रमाणपत्र’ प्रदान करना – ऋण संबंधी सूचना प्रदान करने का कारोबार जारी रखने के लिए – ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड कृपया क्रेडिट इन्फार्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड को ‘पंजीकरण प्रमाणपत्र’ प्रदान करने के संबंध में दिनांक 05 मार्च, 2012 के हमारे परिपत्र बैंपविवि.सं.सीआईडी.बीसी.84/20.16.042/2011-12 और उक्त कंपनी का नाम बदल कर ट्रांसयूनियन सिबिल हो जाने के परिण
अप्रैल 13, 2017
बैंकों के लिए संशोधित त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (PCA) फ्रेमवर्क
आरबीआई/2016-17/276 डीबीएस.केंका.पीपीडी.बीसी.सं.8/11.01.005/2016-17 13 अप्रैल 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय बैंकों के लिए संशोधित त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (PCA) फ्रेमवर्क कृपया त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई योजना (PCA) विषय पर भारतीय रिज़र्व बैंक का 21 दिसंबर 2002 का परिपत्र सं.डीबीएस.केंका.पीपी.बीसी.सं.9/11.01.005/2002-2003 और 15 जून 2004 का डीबीएस. केंका. पीपी.बीसी.सं.13/11.01.005/2003-04 देखें। 2. बैंकों के लिए मौजूद
आरबीआई/2016-17/276 डीबीएस.केंका.पीपीडी.बीसी.सं.8/11.01.005/2016-17 13 अप्रैल 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय बैंकों के लिए संशोधित त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (PCA) फ्रेमवर्क कृपया त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई योजना (PCA) विषय पर भारतीय रिज़र्व बैंक का 21 दिसंबर 2002 का परिपत्र सं.डीबीएस.केंका.पीपी.बीसी.सं.9/11.01.005/2002-2003 और 15 जून 2004 का डीबीएस. केंका. पीपी.बीसी.सं.13/11.01.005/2003-04 देखें। 2. बैंकों के लिए मौजूद
अप्रैल 10, 2017
आईएफएससी बैंकिंग यूनिटों (आईबीयू) की स्थापना – अनुमेय गतिविधियां
भा.रि.बैं./2016-17/273 बैंविवि.आईबीडी.बीसी.59/23.13.004/2016-17 10 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, आईएफएससी बैंकिंग यूनिटों (आईबीयू) की स्थापना – अनुमेय गतिविधियां कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक का दिनांक 01 अप्रैल 2015 का परिपत्र बैंविवि.आईबीडी.बीसी.14570/23.13.004/2014-15 देखें, जिसे समय-समय पर संशोधित किया गया है और जिसमें अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों (आईएफएससी) बैंकिंग यूनिटों (आईबीयू) के संबंध में भार
भा.रि.बैं./2016-17/273 बैंविवि.आईबीडी.बीसी.59/23.13.004/2016-17 10 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, आईएफएससी बैंकिंग यूनिटों (आईबीयू) की स्थापना – अनुमेय गतिविधियां कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक का दिनांक 01 अप्रैल 2015 का परिपत्र बैंविवि.आईबीडी.बीसी.14570/23.13.004/2014-15 देखें, जिसे समय-समय पर संशोधित किया गया है और जिसमें अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों (आईएफएससी) बैंकिंग यूनिटों (आईबीयू) के संबंध में भार
अप्रैल 06, 2017
बैंक दर में परिवर्तन
आरबीआई/2016-17/270 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.58/12.01.001/2016-17 06 अप्रैल 2017 अध्यक्ष / मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सभी अनुसूचित तथा अननुसूचित बैंक महोदय/महोदया, बैंक दर में परिवर्तन कृपया उपर्युक्त विषय पर 04 अक्तूबर 2016 का हमारा परिपत्र बैंविवि. सं.आरईटी.बीसी.19/12.01.001/2016-17 देखें। 2. दिनांक 06 अप्रैल 2017 को प्रथम द्वि-मासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2017-18 में की गयी घोषणा के अनुसार, 06 अप्रैल 2017 से बैंक दर 6.75 प्रतिशत से 25 आधार अंक घट कर 6.50 प्रतिशत हो गयी ह
आरबीआई/2016-17/270 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.58/12.01.001/2016-17 06 अप्रैल 2017 अध्यक्ष / मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सभी अनुसूचित तथा अननुसूचित बैंक महोदय/महोदया, बैंक दर में परिवर्तन कृपया उपर्युक्त विषय पर 04 अक्तूबर 2016 का हमारा परिपत्र बैंविवि. सं.आरईटी.बीसी.19/12.01.001/2016-17 देखें। 2. दिनांक 06 अप्रैल 2017 को प्रथम द्वि-मासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2017-18 में की गयी घोषणा के अनुसार, 06 अप्रैल 2017 से बैंक दर 6.75 प्रतिशत से 25 आधार अंक घट कर 6.50 प्रतिशत हो गयी ह
मार्च 29, 2017
सरकार के कारोबार के लिए 1 अप्रैल 2017 को सभी एजेंसी बैंकों को खुला रखना – संशोधित अनुदेश
भा.रि.बैं./2016-17/259 बैंविवि.सं.एलईजी.बीसी.56/09.07.005/2016-17 29 मार्च, 2017 सभी एजेंसी बैंक महोदय/ महोदया, सरकार के कारोबार के लिए 1 अप्रैल 2017 को सभी एजेंसी बैंकों को खुला रखना – संशोधित अनुदेश हमने 24 मार्च 2017 के परिपत्र बैंविवि.सं.एलईजी.बीसी.56/09.07.005/2016-17 के माध्यम से सभी एजेंसी बैंकों को सूचित किया था कि वे वर्तमान वित्तीय वर्ष के सभी दिवसों को और 1 अप्रैल 2017 (शनिवार, रविवार और सभी अवकाश के दिनों सहित) को सरकार का कारोबार करने वाली अपनी सभी शाखाओं
भा.रि.बैं./2016-17/259 बैंविवि.सं.एलईजी.बीसी.56/09.07.005/2016-17 29 मार्च, 2017 सभी एजेंसी बैंक महोदय/ महोदया, सरकार के कारोबार के लिए 1 अप्रैल 2017 को सभी एजेंसी बैंकों को खुला रखना – संशोधित अनुदेश हमने 24 मार्च 2017 के परिपत्र बैंविवि.सं.एलईजी.बीसी.56/09.07.005/2016-17 के माध्यम से सभी एजेंसी बैंकों को सूचित किया था कि वे वर्तमान वित्तीय वर्ष के सभी दिवसों को और 1 अप्रैल 2017 (शनिवार, रविवार और सभी अवकाश के दिनों सहित) को सरकार का कारोबार करने वाली अपनी सभी शाखाओं
मार्च 24, 2017
सभी एजेंसी बैंक 25 मार्च 2017 से 1 अप्रैल 2017 तक सभी दिवसों को जनता के लिए खुले रहेंगे
भा.रि.बैं./2016-17/256 बैंविवि.सं.एलईजी.बीसी.55/09.07.005/2016-17 24 मार्च, 2017 सभी एजेंसी बैंक महोदय/ महोदया, सभी एजेंसी बैंक 25 मार्च 2017 से 1 अप्रैल 2017 तक सभी दिवसों को जनता के लिए खुले रहेंगे भारत सरकार ने सूचित किया है कि सभी वेतन और लेखा कार्यालय 1 अप्रैल 2017 तक सभी दिवसों को खुले रहेंगे ताकि सरकारी प्राप्ति और भुगतान कार्य सुचारू रूप से चल सके। तदनुसार, सभी एजेंसी बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे वर्तमान वित्तीय वर्ष के सभी दिवसों को और 1 अप्रैल 2017 (शन
भा.रि.बैं./2016-17/256 बैंविवि.सं.एलईजी.बीसी.55/09.07.005/2016-17 24 मार्च, 2017 सभी एजेंसी बैंक महोदय/ महोदया, सभी एजेंसी बैंक 25 मार्च 2017 से 1 अप्रैल 2017 तक सभी दिवसों को जनता के लिए खुले रहेंगे भारत सरकार ने सूचित किया है कि सभी वेतन और लेखा कार्यालय 1 अप्रैल 2017 तक सभी दिवसों को खुले रहेंगे ताकि सरकारी प्राप्ति और भुगतान कार्य सुचारू रूप से चल सके। तदनुसार, सभी एजेंसी बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे वर्तमान वित्तीय वर्ष के सभी दिवसों को और 1 अप्रैल 2017 (शन
मार्च 09, 2017
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड पीएलसी” को शामिल करना
भा.रि.बैं/2016-17/244 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.54/12.07.150/2016-17 09 मार्च 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड पीएलसी” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड पीएलसी” को २१ जनवरी – २७ जनवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित २९ सितंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आइबीडी.सं. 3878/23.13.020/2016-17
भा.रि.बैं/2016-17/244 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.54/12.07.150/2016-17 09 मार्च 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड पीएलसी” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड पीएलसी” को २१ जनवरी – २७ जनवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित २९ सितंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आइबीडी.सं. 3878/23.13.020/2016-17
फ़रवरी 16, 2017
स्वर्ण ऋण की चुकौती
भारिबै/2016-17/229 बैंविवि.आरआरबी.बीसी.सं 53/31.01.001/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया, स्वर्ण ऋण की चुकौती कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 सितंबर 2010 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.बीसी.सं.22/03.05.34/2010-11 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को एकमुश्त चुकौती के विकल्प सहित एक लाख रुपए तक के स्वर्ण ऋण प्रदान करने की अनुमति दी गई थी। 2. समीक्षा किए जाने पर, यह निर्णय लिया गया है कि निम्नलिखित शर्तों के अधीन योजना के अंतर्ग
भारिबै/2016-17/229 बैंविवि.आरआरबी.बीसी.सं 53/31.01.001/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया, स्वर्ण ऋण की चुकौती कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 सितंबर 2010 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.बीसी.सं.22/03.05.34/2010-11 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को एकमुश्त चुकौती के विकल्प सहित एक लाख रुपए तक के स्वर्ण ऋण प्रदान करने की अनुमति दी गई थी। 2. समीक्षा किए जाने पर, यह निर्णय लिया गया है कि निम्नलिखित शर्तों के अधीन योजना के अंतर्ग
फ़रवरी 16, 2017
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना
भा.रि.बैं/2016-17/230 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी. 52/12.07.143ए/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को 4 फरवरी – 10 फरवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 23 दिसंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.पीएसबीडी.सं. 7144/16.02.
भा.रि.बैं/2016-17/230 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी. 52/12.07.143ए/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को 4 फरवरी – 10 फरवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 23 दिसंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.पीएसबीडी.सं. 7144/16.02.
फ़रवरी 16, 2017
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना
भा.रि.बैं/2016-17/231 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी. 51/12.07.145ए/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को 4 फरवरी – 10 फरवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 8 नवंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.पीएसबीडी.सं. 5201/16.02.001/20
भा.रि.बैं/2016-17/231 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी. 51/12.07.145ए/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को 4 फरवरी – 10 फरवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 8 नवंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.पीएसबीडी.सं. 5201/16.02.001/20
फ़रवरी 02, 2017
बासल III पूंजी विनियमावली – अतिरिक्त टियर 1 पूंजी
भा.रि.बैं./2016-17/222 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.50/21.06.201/2016-17 02 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, बासल III पूंजी विनियमावली – अतिरिक्त टियर 1 पूंजी कृपया ‘बासल III पूंजी विनियमन’ पर 1 जुलाई 2015 के मास्टर परिपत्र बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.1/21.06.201/2015-16 के “अतिरिक्त टियर 1 पूंजी में बेमीयादी ऋण लिखत (पीडीआई) शामिल करने हेतु मानदंड” पर अनुबंध 4 के अंतर्गत ‘कूपन विवेकाधिकार’ पर पैरा 1.8 के साथ पठित ‘मास्टर परिप
भा.रि.बैं./2016-17/222 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.50/21.06.201/2016-17 02 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, बासल III पूंजी विनियमावली – अतिरिक्त टियर 1 पूंजी कृपया ‘बासल III पूंजी विनियमन’ पर 1 जुलाई 2015 के मास्टर परिपत्र बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.1/21.06.201/2015-16 के “अतिरिक्त टियर 1 पूंजी में बेमीयादी ऋण लिखत (पीडीआई) शामिल करने हेतु मानदंड” पर अनुबंध 4 के अंतर्गत ‘कूपन विवेकाधिकार’ पर पैरा 1.8 के साथ पठित ‘मास्टर परिप
दिसंबर 28, 2016
अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड
भारिबैं/2016-17/198 बैविवि.सं.बीपी.बीसी.49/21.04.048/2016-17 28 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदया / महोदय, अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया 21 नवंबर, 2016 का परिपत्र बैविवि.सं.बीपी.बीसी.37/21.04.048/2016-17 देखें। 2. समीक्षा के बाद, यह निर्णय लिया गया है कि: (i) ऊपर उल्लिखित परिपत्र के माध्यम से प्रदान किए गए 60 दिनों के अतिरिक्त, निम्नलिखित श्रेणी के ऋणों के मामले में 30 दिन और प्रदान किए जा
भारिबैं/2016-17/198 बैविवि.सं.बीपी.बीसी.49/21.04.048/2016-17 28 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदया / महोदय, अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया 21 नवंबर, 2016 का परिपत्र बैविवि.सं.बीपी.बीसी.37/21.04.048/2016-17 देखें। 2. समीक्षा के बाद, यह निर्णय लिया गया है कि: (i) ऊपर उल्लिखित परिपत्र के माध्यम से प्रदान किए गए 60 दिनों के अतिरिक्त, निम्नलिखित श्रेणी के ऋणों के मामले में 30 दिन और प्रदान किए जा
दिसंबर 15, 2016
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश के प्रावधानों का अनुपालन
भा.रि.बैं./2016-17/183 बैंविवि.एएमएल.बीसी.48/14.01.01/2016-17 15 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/ महोदया, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश के प्रावधानों का अनुपालन अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश के निम्नलिखित प्रावधानों का संदर्भ लें: (i) धारा 8(घ) और (ङ), जिनमें इसका उल्लेख है कि विनियमित संस्थाओं (आरई) की समवर्ती/आंतरिक लेखा-परीक्षा प्रणाली द्वारा केवाईसी/एएमएल नीतियों और क्रियाविधियों के अनुपालन का सत्यापन किया जाना है और
भा.रि.बैं./2016-17/183 बैंविवि.एएमएल.बीसी.48/14.01.01/2016-17 15 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/ महोदया, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश के प्रावधानों का अनुपालन अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश के निम्नलिखित प्रावधानों का संदर्भ लें: (i) धारा 8(घ) और (ङ), जिनमें इसका उल्लेख है कि विनियमित संस्थाओं (आरई) की समवर्ती/आंतरिक लेखा-परीक्षा प्रणाली द्वारा केवाईसी/एएमएल नीतियों और क्रियाविधियों के अनुपालन का सत्यापन किया जाना है और
दिसंबर 13, 2016
सीसीटीवी रिकॉर्डिंग का संरक्षण
आरबीआई/2016-17/181 डीसीएम (आयो) सं 1712/10.27.00/2016-17 13 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुख्य कार्यपालक अधिकारी समस्त बैंक महोदय, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग का संरक्षण कृपया हमारे दिनांक 27 अक्तूबर, 2016 के परिपत्र डीसीएम(एफएनवीडी)सं 1134/16.01.05/2016-17 का संदर्भ लें जिसमें यह दर्शाया गया था कि जाली नोटों के परिचालन को बढ़ावा देने वाले लोगों की पहचान को आसान तथा सुगम करने के लिए, बैंकों को सूचित किया जाता है कि बैंकिंग हॉल / क्षेत्र तथा काउंटर को सीसीटीवी की निगर
आरबीआई/2016-17/181 डीसीएम (आयो) सं 1712/10.27.00/2016-17 13 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुख्य कार्यपालक अधिकारी समस्त बैंक महोदय, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग का संरक्षण कृपया हमारे दिनांक 27 अक्तूबर, 2016 के परिपत्र डीसीएम(एफएनवीडी)सं 1134/16.01.05/2016-17 का संदर्भ लें जिसमें यह दर्शाया गया था कि जाली नोटों के परिचालन को बढ़ावा देने वाले लोगों की पहचान को आसान तथा सुगम करने के लिए, बैंकों को सूचित किया जाता है कि बैंकिंग हॉल / क्षेत्र तथा काउंटर को सीसीटीवी की निगर
दिसंबर 12, 2016
महात्मा गांधी (नई) श्रंखला के बैंक नोटों का वितरण – रिकॉर्ड
आरबीआई/2016-17/180 डीसीएम (आयो) सं 1683/10.27.00/2016-17 12 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी मुद्रा तिजोरी रखने वाले समस्त बैंक महोदय, महात्मा गांधी (नई) श्रंखला के बैंक नोटों का वितरण – रिकॉर्ड खजाने की प्राप्ति तथा विप्रेषण विषय पर कृपया हमारे दिनांक 15 जुलाई, 2016 के परिपत्र डीसीएम(आरएमएमटी)सं जी-5/11.01.01/2016-17 का संदर्भ लें । 2. आयकर विभाग तथा अन्य कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों के द्वारा बड़ी मात्रा में उच्च मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को
आरबीआई/2016-17/180 डीसीएम (आयो) सं 1683/10.27.00/2016-17 12 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी मुद्रा तिजोरी रखने वाले समस्त बैंक महोदय, महात्मा गांधी (नई) श्रंखला के बैंक नोटों का वितरण – रिकॉर्ड खजाने की प्राप्ति तथा विप्रेषण विषय पर कृपया हमारे दिनांक 15 जुलाई, 2016 के परिपत्र डीसीएम(आरएमएमटी)सं जी-5/11.01.01/2016-17 का संदर्भ लें । 2. आयकर विभाग तथा अन्य कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों के द्वारा बड़ी मात्रा में उच्च मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को
दिसंबर 12, 2016
विनिर्दिष्ट बैंक नोटों (SBN) में जाली नोटों की पहचान – रिपोर्टिंग
आरबीआई/2016-17/179 डीसीएम(आयो)सं.1679/10.27.00/2016-17 12 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक / निजी क्षेत्र के बैंक / विदेशी बैंक / क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक महोदय, विनिर्दिष्ट बैंक नोटों (SBN) में जाली नोटों की पहचान – रिपोर्टिंग कृपया हमारे दिनांक 11 नवंबर, 2016 तथा 16 नवंबर, 2016 के परिपत्र क्रमश: डीसीएम (आयो) सं.1264/10.27.00/2016-17 तथा डीसीएम (आयो) सं.1291/10.27.00/2016-17
आरबीआई/2016-17/179 डीसीएम(आयो)सं.1679/10.27.00/2016-17 12 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक / निजी क्षेत्र के बैंक / विदेशी बैंक / क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक महोदय, विनिर्दिष्ट बैंक नोटों (SBN) में जाली नोटों की पहचान – रिपोर्टिंग कृपया हमारे दिनांक 11 नवंबर, 2016 तथा 16 नवंबर, 2016 के परिपत्र क्रमश: डीसीएम (आयो) सं.1264/10.27.00/2016-17 तथा डीसीएम (आयो) सं.1291/10.27.00/2016-17
दिसंबर 08, 2016
‘अपने ग्राहक को जानिए’ पर मास्टर निदेश में संशोधन
भा.रि.बैं./2016-17/177 बैंविवि.एएमएल.बीसी.47/14.01.01/2016-17 8 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/महोदया, ‘अपने ग्राहक को जानिए’ पर मास्टर निदेश में संशोधन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाईसी) पर मास्टर निदेश में कतिपय संशोधन किए जाएं। अधिसूचित किए जा रहे दो मुख्य परिवर्तन निम्नानुसार हैं: यह निर्णय लिया गया है कि कतिपय प्रतिबंधों के अधीन वन टाइम पिन
भा.रि.बैं./2016-17/177 बैंविवि.एएमएल.बीसी.47/14.01.01/2016-17 8 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/महोदया, ‘अपने ग्राहक को जानिए’ पर मास्टर निदेश में संशोधन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाईसी) पर मास्टर निदेश में कतिपय संशोधन किए जाएं। अधिसूचित किए जा रहे दो मुख्य परिवर्तन निम्नानुसार हैं: यह निर्णय लिया गया है कि कतिपय प्रतिबंधों के अधीन वन टाइम पिन
दिसंबर 08, 2016
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश में संशोधन
भा.रि.बैं./2016-17/176बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.18/14.01.001/2016-17 08 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/ महोदया, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश में संशोधन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए और इसके साथ पठित धारा 56, धनशोधन निवारण (अभिलेखों का रखरखाव) नियमावली, 2005 के नियम 9(14) और इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक को सक्षम बनाने वाले अन्य सभी कानूनों के अधीन प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, रिज़र्व बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक (अपने ग्र
भा.रि.बैं./2016-17/176बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.18/14.01.001/2016-17 08 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/ महोदया, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश में संशोधन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए और इसके साथ पठित धारा 56, धनशोधन निवारण (अभिलेखों का रखरखाव) नियमावली, 2005 के नियम 9(14) और इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक को सक्षम बनाने वाले अन्य सभी कानूनों के अधीन प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, रिज़र्व बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक (अपने ग्र
दिसंबर 07, 2016
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) वृद्धिशील सीआरआर को वापस लेना
भा.रि.बैं./2016-17/174 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.46/12.01.001/2016-17 7 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ सभी अनुसूचित प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक/ सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) वृद्धिशील सीआरआर को वापस लेना कृपया 26 नवंबर, 2016 का हमारा परिपत्र बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.41/12.01.001/2016-17 देखें जिसके द्वारा सभी अनुसूचित बैंकों से अपेक्षित था कि वे धारा
भा.रि.बैं./2016-17/174 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.46/12.01.001/2016-17 7 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ सभी अनुसूचित प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक/ सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) वृद्धिशील सीआरआर को वापस लेना कृपया 26 नवंबर, 2016 का हमारा परिपत्र बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.41/12.01.001/2016-17 देखें जिसके द्वारा सभी अनुसूचित बैंकों से अपेक्षित था कि वे धारा
दिसंबर 06, 2016
ग्राहक के संबंध में समुचित सावधानी की अपेक्षा और अभिलेखों के रखरखाव की आवश्यकता
भा.रि.बैं./2016-17/173 बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.44/14.01.001/2016-17 06 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं (आरई) महोदय/महोदया, ग्राहक के संबंध में समुचित सावधानी की अपेक्षा और अभिलेखों के रखरखाव की आवश्यकतायह रिपोर्ट किया गया है कि हाल ही में बहुत से ग्राहक निष्क्रिय खातों को फिर से सक्रिय करवाने के लिए बैंकों से संपर्क कर रहे हैं। 2. इस संबंध में, ‘बैंकों में ग्राहक सेवा’ पर 1 जुलाई 2015 के मास्टर परिपत्र के पैरा 24.2 (ix) की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जिसमें यह अपे
भा.रि.बैं./2016-17/173 बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.44/14.01.001/2016-17 06 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं (आरई) महोदय/महोदया, ग्राहक के संबंध में समुचित सावधानी की अपेक्षा और अभिलेखों के रखरखाव की आवश्यकतायह रिपोर्ट किया गया है कि हाल ही में बहुत से ग्राहक निष्क्रिय खातों को फिर से सक्रिय करवाने के लिए बैंकों से संपर्क कर रहे हैं। 2. इस संबंध में, ‘बैंकों में ग्राहक सेवा’ पर 1 जुलाई 2015 के मास्टर परिपत्र के पैरा 24.2 (ix) की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जिसमें यह अपे
दिसंबर 01, 2016
इन्फ्रास्ट्रक्चर को वित्त प्रदान करना – ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण’ की परिभाषा
आर.बी.आई./2016-17/168 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.42/08.12.014/2016-17 1 दिसंबर, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)अखिल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त प्रदान करने वाली संस्थाएं(एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी) महोदया/महोदय, इन्फ्रास्ट्रक्चर को वित्त प्रदान करना – ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण’ की परिभाषा कृपया ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण’ की परिभाषा पर 25 नवंबर 2013 के हमारे परिपत्र बैंपविवि.बीपी.बीसी.सं.66/08.12.014/2013-14 का संदर्भ लें, जिसके द्वा
आर.बी.आई./2016-17/168 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.42/08.12.014/2016-17 1 दिसंबर, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)अखिल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त प्रदान करने वाली संस्थाएं(एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी) महोदया/महोदय, इन्फ्रास्ट्रक्चर को वित्त प्रदान करना – ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण’ की परिभाषा कृपया ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण’ की परिभाषा पर 25 नवंबर 2013 के हमारे परिपत्र बैंपविवि.बीपी.बीसी.सं.66/08.12.014/2013-14 का संदर्भ लें, जिसके द्वा
दिसंबर 01, 2016
वृहत् एक्सपोजर ढांचा
भा.रि.बै./2016-17/167 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.43/21.01.003/2016-17 01 दिसंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, वृहत् एक्सपोजर ढांचा कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 04 अक्तूबर 2016 को जारी विकासात्मक एवं नियामक नीतियों के संबंध में वक्तव्य का पैरा 3 देखें (उद्धरण संलग्न)। उसमें यह कहा गया था कि भारतीय रिज़र्व बैंक अक्तूबर 2016 के अंत तक वृहत एक्सपोजर ढांचे (एलईएफ) पर अंतिम दिशानिर्देश जारी करेगा। तदनुसार, अंतिम दिशानिर्द
भा.रि.बै./2016-17/167 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.43/21.01.003/2016-17 01 दिसंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, वृहत् एक्सपोजर ढांचा कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 04 अक्तूबर 2016 को जारी विकासात्मक एवं नियामक नीतियों के संबंध में वक्तव्य का पैरा 3 देखें (उद्धरण संलग्न)। उसमें यह कहा गया था कि भारतीय रिज़र्व बैंक अक्तूबर 2016 के अंत तक वृहत एक्सपोजर ढांचे (एलईएफ) पर अंतिम दिशानिर्देश जारी करेगा। तदनुसार, अंतिम दिशानिर्द
नवंबर 26, 2016
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) अतिरिक्त सीआरआर बनाए रखने की अपेक्षा
भा.रि.बैं./2016-17/159 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.41/12.01.001/2016-17 26 नवंबर, 2016 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/सभी अनुसूचित प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक/ सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) अतिरिक्त सीआरआर बनाए रखने की अपेक्षा भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) के अधीन, सभी अनुसूचित बैंकों से अपेक्षित है कि वे निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) का
भा.रि.बैं./2016-17/159 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.41/12.01.001/2016-17 26 नवंबर, 2016 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/सभी अनुसूचित प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक/ सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) अतिरिक्त सीआरआर बनाए रखने की अपेक्षा भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) के अधीन, सभी अनुसूचित बैंकों से अपेक्षित है कि वे निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) का
नवंबर 24, 2016
बैंकिंग कंपनियों के लिए उपयोगी विशेष ज्ञान अथवा व्यावहारिक अनुभव
भा.रि.बैं./2016-17/152 बैंविवि.नियुक्ति.बीसी.सं.39/29.39.001/2016-17 24 नवंबर, 2016 सभी वाणिज्यिक बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर महोदय / महोदया, बैंकिंग कंपनियों के लिए उपयोगी विशेष ज्ञान अथवा व्यावहारिक अनुभव बैंकिंग और प्रौद्योगिकी में नवोन्मेष की पृष्ठभूमि में, यह महसूस किया गया है कि वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) के बोर्ड में निदेशकों के लिए विभिन्न सांविधिक प्रावधानों के अधीन बताए गए संबंधित क्षेत्र के ज्ञान और अनुभव को अन्य विनिर
भा.रि.बैं./2016-17/152 बैंविवि.नियुक्ति.बीसी.सं.39/29.39.001/2016-17 24 नवंबर, 2016 सभी वाणिज्यिक बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर महोदय / महोदया, बैंकिंग कंपनियों के लिए उपयोगी विशेष ज्ञान अथवा व्यावहारिक अनुभव बैंकिंग और प्रौद्योगिकी में नवोन्मेष की पृष्ठभूमि में, यह महसूस किया गया है कि वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) के बोर्ड में निदेशकों के लिए विभिन्न सांविधिक प्रावधानों के अधीन बताए गए संबंधित क्षेत्र के ज्ञान और अनुभव को अन्य विनिर
नवंबर 22, 2016
रू. 500 तथा रू. 1000 के बैंक नोटों की मौजूदा वैध मुद्रा विशेषताओं को वापस लेना: धोखाधड़ी की आदतें
आरबीआई/2016-17/147 डीसीएम (आयो) सं 1341/10.27.00/2016-17 22 नवम्बर 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक / निजी क्षेत्र के बैंक / विदेशी बैंक / क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक महोदय, रू. 500 तथा रू. 1000 के बैंक नोटों की मौजूदा वैध मुद्रा विशेषताओं को वापस लेना: धोखाधड़ी की आदतें हमारे संज्ञान में यह आया है कि कुछ स्थानों पर, बैंकों के कुछ अधिकारी विनिर्दिष्ट बैंक नोटों को नकद में विनिमय / विनिर्द
आरबीआई/2016-17/147 डीसीएम (आयो) सं 1341/10.27.00/2016-17 22 नवम्बर 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक / निजी क्षेत्र के बैंक / विदेशी बैंक / क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक महोदय, रू. 500 तथा रू. 1000 के बैंक नोटों की मौजूदा वैध मुद्रा विशेषताओं को वापस लेना: धोखाधड़ी की आदतें हमारे संज्ञान में यह आया है कि कुछ स्थानों पर, बैंकों के कुछ अधिकारी विनिर्दिष्ट बैंक नोटों को नकद में विनिमय / विनिर्द
नवंबर 21, 2016
अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड
भा.रि.बैं./2016-17/143 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.37/21.04.048/2016-17 21 नवंबर, 2016 भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा विनियमित सभी संस्थाएं महोदया / महोदय, अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंडहमें अभ्यावेदन प्राप्त हुए हैं कि मौजूदा ₹ 500/- और ₹ 1000/- के नोटों (विनिर्दिष्ट बैंक मुद्रा) की वैध मुद्रा स्थिति को वापस लिए जाने के परिणामस्वरूप, छोटे उधारकर्ताओं को अपने ऋण बकाये की चुकौती करने के लिए कुछ अधिक समय की आवश्यकता
भा.रि.बैं./2016-17/143 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.37/21.04.048/2016-17 21 नवंबर, 2016 भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा विनियमित सभी संस्थाएं महोदया / महोदय, अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंडहमें अभ्यावेदन प्राप्त हुए हैं कि मौजूदा ₹ 500/- और ₹ 1000/- के नोटों (विनिर्दिष्ट बैंक मुद्रा) की वैध मुद्रा स्थिति को वापस लिए जाने के परिणामस्वरूप, छोटे उधारकर्ताओं को अपने ऋण बकाये की चुकौती करने के लिए कुछ अधिक समय की आवश्यकता
नवंबर 10, 2016
दबावग्रस्त आस्तियों के लिए योजनाएं - संशोधन
भारिबैं./2016-17/122 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.34/21.04.132/2016-17 10 नवंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री और पुनर्वित्त संस्थाएं (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी तथा सिडबी) प्रतिभूतीकरण कंपनियों/पुनर्निर्माण कंपनियों सहितगैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां महोदय/महोदया, दबावग्रस्त आस्तियों के लिए योजनाएं - संशोधन हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक ने दबावग्रस्त आस्तियों से निपटने के लिए ऋणदाताओं का सामर्थ्य बढ़ाने के
भारिबैं./2016-17/122 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.34/21.04.132/2016-17 10 नवंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री और पुनर्वित्त संस्थाएं (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी तथा सिडबी) प्रतिभूतीकरण कंपनियों/पुनर्निर्माण कंपनियों सहितगैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां महोदय/महोदया, दबावग्रस्त आस्तियों के लिए योजनाएं - संशोधन हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक ने दबावग्रस्त आस्तियों से निपटने के लिए ऋणदाताओं का सामर्थ्य बढ़ाने के
नवंबर 10, 2016
केंद्रीय प्रतिपक्षकारों के प्रति बैंक के एक्सपोजर हेतु पूंजी अपेक्षाओं पर दिशानिर्देश
भा.रि.बैं./2016-17/120 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.30/21.06.201/2016-17 10 नवंबर, 2016 प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया / महोदय, केंद्रीय प्रतिपक्षकारों के प्रति बैंक के एक्सपोजर हेतु पूंजी अपेक्षाओं पर दिशानिर्देश कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 4 अक्तूबर 2016 को जारी विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य के पैरा 4 का संदर्भ लें। उसमें यह कहा गया था कि भारतीय रिज़र्व बैंक केंद्रीय प्रतिपक्षका
भा.रि.बैं./2016-17/120 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.30/21.06.201/2016-17 10 नवंबर, 2016 प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया / महोदय, केंद्रीय प्रतिपक्षकारों के प्रति बैंक के एक्सपोजर हेतु पूंजी अपेक्षाओं पर दिशानिर्देश कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 4 अक्तूबर 2016 को जारी विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य के पैरा 4 का संदर्भ लें। उसमें यह कहा गया था कि भारतीय रिज़र्व बैंक केंद्रीय प्रतिपक्षका
नवंबर 10, 2016
दबावग्रस्त आस्तियों की संवहनीय संरचना के लिए योजना - संशोधन
भारिबैं./2016-17/121 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.33/21.04.132/2016-17 10 नवंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री और पुनर्वित्त संस्थाएं (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी तथा सिडबी) प्रतिभूतिकरण कंपनियों/पुनर्निर्माण कंपनियों सहित गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां महोदय/महोदया, दबावग्रस्त आस्तियों की संवहनीय संरचना के लिए योजना - संशोधन कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 04 अक्तूबर 2016 को जारी विकासात्मक और विनियामक नीति
भारिबैं./2016-17/121 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.33/21.04.132/2016-17 10 नवंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री और पुनर्वित्त संस्थाएं (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी तथा सिडबी) प्रतिभूतिकरण कंपनियों/पुनर्निर्माण कंपनियों सहित गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां महोदय/महोदया, दबावग्रस्त आस्तियों की संवहनीय संरचना के लिए योजना - संशोधन कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 04 अक्तूबर 2016 को जारी विकासात्मक और विनियामक नीति
नवंबर 10, 2016
डेरिवेटिव लेनदेनों से उत्पन्न होने वाले प्रतिपक्षकार ऋण जोखिम (काउंटरपार्टी क्रेडिट रिस्क) के लिए एक्सपोजर की गणना करने संबंधी दिशानिर्देश
भा.रि.बैं./2016-17/119 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.29/21.06.201/2016-17 10 नवंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, डेरिवेटिव लेनदेनों से उत्पन्न होने वाले प्रतिपक्षकार ऋण जोखिम (काउंटरपार्टी क्रेडिट रिस्क) के लिए एक्सपोजर की गणना करने संबंधी दिशानिर्देश कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 4 अक्तूबर 2016 को जारी विकासात्मक और विनियामक नीति वक्तव्य का पैराग्राफ 4 देखें। उसमें यह सूचित किया
भा.रि.बैं./2016-17/119 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.29/21.06.201/2016-17 10 नवंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, डेरिवेटिव लेनदेनों से उत्पन्न होने वाले प्रतिपक्षकार ऋण जोखिम (काउंटरपार्टी क्रेडिट रिस्क) के लिए एक्सपोजर की गणना करने संबंधी दिशानिर्देश कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 4 अक्तूबर 2016 को जारी विकासात्मक और विनियामक नीति वक्तव्य का पैराग्राफ 4 देखें। उसमें यह सूचित किया
नवंबर 10, 2016
आईएफएससी बैंकिंग यूनिटों (आईबीयू) की स्थापना – अनुमेय गतिविधियां
भा.रि.बैं/2016-17/118 बैंविवि.आईबीडी.बीसी.32/23.13.004/2016-17 10 नवंबर 2016 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक और सीईओ सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) महोदय/महोदया, आईएफएससी बैंकिंग यूनिटों (आईबीयू) की स्थापना – अनुमेय गतिविधियां कृपया दिनांक 01 अप्रैल 2015 का हमारा परिपत्र बैंविवि.आईबीडी.बीसी.14570/23.13.004/2014-15 देखें, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों (आईएफएससी) बैंकिंग यूनिटों (आईबीयू) के संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक के निदेश जारी
भा.रि.बैं/2016-17/118 बैंविवि.आईबीडी.बीसी.32/23.13.004/2016-17 10 नवंबर 2016 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक और सीईओ सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) महोदय/महोदया, आईएफएससी बैंकिंग यूनिटों (आईबीयू) की स्थापना – अनुमेय गतिविधियां कृपया दिनांक 01 अप्रैल 2015 का हमारा परिपत्र बैंविवि.आईबीडी.बीसी.14570/23.13.004/2014-15 देखें, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों (आईएफएससी) बैंकिंग यूनिटों (आईबीयू) के संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक के निदेश जारी
नवंबर 09, 2016
शनिवार, 12 नवंबर और रविवार 13 नवंबर, 2016 को जनता के लिए बैंकों का खुला रहना
भारिबैं/2016-17/114 बैंविवि. सं.एलईजी.बीसी.31/09.07.005/2016-17 9 नवंबर 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक / निजी क्षेत्र के बैंक / विदेशी बैंक / लघु वित्त बैंक / क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / स्थानीय क्षेत्र के बैंकसभी सहकारी बैंक महोदय/ महोदया, शनिवार, 12 नवंबर और रविवार 13 नवंबर, 2016 को जनता के लिए बैंकों का खुला रहना अपने बैंकिंग लेनदेन करने के लिए जनता की अनुमानित भारी मांग को पूरा करने हेतु यह निर्णय लिया गया है कि शनिव
भारिबैं/2016-17/114 बैंविवि. सं.एलईजी.बीसी.31/09.07.005/2016-17 9 नवंबर 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक / निजी क्षेत्र के बैंक / विदेशी बैंक / लघु वित्त बैंक / क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / स्थानीय क्षेत्र के बैंकसभी सहकारी बैंक महोदय/ महोदया, शनिवार, 12 नवंबर और रविवार 13 नवंबर, 2016 को जनता के लिए बैंकों का खुला रहना अपने बैंकिंग लेनदेन करने के लिए जनता की अनुमानित भारी मांग को पूरा करने हेतु यह निर्णय लिया गया है कि शनिव
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: नवंबर 06, 2024