अधिसूचनाएं - वित्तीय समावेशन और विकास - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
अप्रैल 09, 2010
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा एसएलआर प्रतिभूतियों में किया गया निवेश
आरबीआई/2009-10/391 आरपीसीडी.आरआरबी.बीसी.सं. 68/03.05.34/2009-10 9 अप्रैल 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / प्रायोजक बैंक प्रिय महोदय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा एसएलआर प्रतिभूतियों में किया गया निवेश कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 26 मार्च 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी.सं.94/ 03.05.34/ 2008-09 देखें। 2. मामले की जांच करने पर यह निर्णय लिया गया है कि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को एसएलआर प्रतिभूतियों में उनके निवेश को "दैनिक बाजार मूल्य पर अंकित
आरबीआई/2009-10/391 आरपीसीडी.आरआरबी.बीसी.सं. 68/03.05.34/2009-10 9 अप्रैल 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / प्रायोजक बैंक प्रिय महोदय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा एसएलआर प्रतिभूतियों में किया गया निवेश कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 26 मार्च 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी.सं.94/ 03.05.34/ 2008-09 देखें। 2. मामले की जांच करने पर यह निर्णय लिया गया है कि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को एसएलआर प्रतिभूतियों में उनके निवेश को "दैनिक बाजार मूल्य पर अंकित
अप्रैल 09, 2010
अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) दिशानिर्देश - मालिकाना प्रतिष्ठान के खाते
आरबीआइ/2009-10/389 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी. एएमएल. सं.67/03.05.33(ई)/2009-10 9 अप्रैल 2010 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) दिशानिर्देश - मालिकाना प्रतिष्ठान के खाते कृपया 18 फरवरी 2005 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी.सं. 81/03.05.33(ई)/ 2004-05 में संलग्न ’अपने ग्राहक को जानिए’ मानदंडों तथा धनशोधन निवारक उपायों पर दिशा-निर्देशों का पैरा 3 देखें । क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को यह सूचित किया गया है कि वे विधिक हस्तियों के लिए ग्र
आरबीआइ/2009-10/389 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी. एएमएल. सं.67/03.05.33(ई)/2009-10 9 अप्रैल 2010 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) दिशानिर्देश - मालिकाना प्रतिष्ठान के खाते कृपया 18 फरवरी 2005 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी.सं. 81/03.05.33(ई)/ 2004-05 में संलग्न ’अपने ग्राहक को जानिए’ मानदंडों तथा धनशोधन निवारक उपायों पर दिशा-निर्देशों का पैरा 3 देखें । क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को यह सूचित किया गया है कि वे विधिक हस्तियों के लिए ग्र
अप्रैल 08, 2010
कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008
भारिबैं/2009-10/388 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.66/05.04.02/2009-10 8 अप्रैल 2010 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) महोदय, कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 हम उपर्युक्त विषय पर भारत सरकार, वित्त मंत्रालय, नई दिल्ली से प्राप्त दिनांक 26 मार्च 2010 का पत्र एफ.सं. 3/9/2008-एसी की प्रतिलिपि इसके साथ प्रेषित कर रहे हैं जिसकी विषय-वस्तु स्वत: स्पष्ट है। 2. अनुरोध है कि आप इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई क
भारिबैं/2009-10/388 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.66/05.04.02/2009-10 8 अप्रैल 2010 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) महोदय, कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 हम उपर्युक्त विषय पर भारत सरकार, वित्त मंत्रालय, नई दिल्ली से प्राप्त दिनांक 26 मार्च 2010 का पत्र एफ.सं. 3/9/2008-एसी की प्रतिलिपि इसके साथ प्रेषित कर रहे हैं जिसकी विषय-वस्तु स्वत: स्पष्ट है। 2. अनुरोध है कि आप इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई क
अप्रैल 08, 2010
चेक संग्रहण नीति (सीसीपी) - स्थानीय/बाहरी चेकों का तत्काल क्रेडिट
भारिबैं/2009-10/387 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 65/03.05.33/2009-10 8 अप्रैल 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, चेक संग्रहण नीति (सीसीपी) - स्थानीय/बाहरी चेकों का तत्काल क्रेडिट कृपया दिनांक 5 फरवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 87/03.05.33/2008-09 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग द्वारा निर्धारित समय सीमा के अनुसार स्थानीय और बाहरी चेकों के संग्रहण के संबंध में अपनी चेक संग्रहण न
भारिबैं/2009-10/387 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 65/03.05.33/2009-10 8 अप्रैल 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, चेक संग्रहण नीति (सीसीपी) - स्थानीय/बाहरी चेकों का तत्काल क्रेडिट कृपया दिनांक 5 फरवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 87/03.05.33/2008-09 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग द्वारा निर्धारित समय सीमा के अनुसार स्थानीय और बाहरी चेकों के संग्रहण के संबंध में अपनी चेक संग्रहण न
अप्रैल 06, 2010
कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआइ सं. 2009-10/380ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 63/03.05.72/2009-10 6 अप्रैल 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.सं.बीसी. 18/03.05.072/2008-09, 17 नवंबर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 64/03.05.072/2008-09,
आरबीआइ सं. 2009-10/380ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 63/03.05.72/2009-10 6 अप्रैल 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.सं.बीसी. 18/03.05.072/2008-09, 17 नवंबर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 64/03.05.072/2008-09,
मार्च 30, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/369 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 10105/03.05.28(ए)/2009-10 30 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 18 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.9611/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की
आरबीआइ/2009-10/369 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 10105/03.05.28(ए)/2009-10 30 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 18 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.9611/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की
मार्च 23, 2010
ऋण सूचना का व्यवसाय आरंभ करने के लिए पंजीकरण प्रमाणपत्र प्रदान करना - एक्सपीरियन क्रेडिट इन्फॉरमेंशन कंपनी ऑफ इंडिया प्राइवेट लि.
आरबीआई/2009-10/354 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 62/03.05.33/2009-10 23 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, ऋण सूचना का व्यवसाय आरंभ करने के लिए पंजीकरण प्रमाणपत्र प्रदान करना - एक्सपीरियन क्रेडिट इन्फॉरमेंशन कंपनी ऑफ इंडिया प्राइवेट लि. कृपया 20 अक्तूबर 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.32/03.05.33/2009-10 देखें जिसमें ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 के संबंध में सूचना देते हुए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से जब कभी भी ऋण सू
आरबीआई/2009-10/354 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 62/03.05.33/2009-10 23 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, ऋण सूचना का व्यवसाय आरंभ करने के लिए पंजीकरण प्रमाणपत्र प्रदान करना - एक्सपीरियन क्रेडिट इन्फॉरमेंशन कंपनी ऑफ इंडिया प्राइवेट लि. कृपया 20 अक्तूबर 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.32/03.05.33/2009-10 देखें जिसमें ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 के संबंध में सूचना देते हुए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से जब कभी भी ऋण सू
मार्च 19, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों/संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/350 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.9635/07.02.12/2009-10 19 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों/संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 11 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.9345/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
आरबीआइ/2009-10/350 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.9635/07.02.12/2009-10 19 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों/संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 11 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.9345/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
मार्च 18, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/348 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 9611 /03.05.28(ए)/2009-10 18 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 9 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं.9262/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 126
आरबीआइ/2009-10/348 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 9611 /03.05.28(ए)/2009-10 18 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 9 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं.9262/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 126
मार्च 11, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/346 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.9345/07.02.12/2009-10 11 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 2 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.8956/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सु
आरबीआइ/2009-10/346 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.9345/07.02.12/2009-10 11 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 2 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.8956/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सु
मार्च 09, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/344 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 9262/03.05.28(ए)/2009-10 9 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 25 फरवरी 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.8864/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 12
आरबीआइ/2009-10/344 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 9262/03.05.28(ए)/2009-10 9 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 25 फरवरी 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.8864/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 12
मार्च 05, 2010
स्वर्ण ऋण की चुकौती
आरबीआई/2009-10/342 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.60/07.37.02/2009-10 05 मार्च 2010 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय / महोदया स्वर्ण ऋण की चुकौती राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक अपनी उधार नीति के भाग के रुप में स्वर्ण आभूषण की जमानत पर विभिन्न प्रयोजनों हेतु ऋण प्रदान करते हैं । वर्तमान अनुदेशों के अनुसार (दि.31 जनवरी 2003 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरएफ.बीसी.सं.69/ 07.37.02/2002-03 देखें) बैंक, कृषि और संबद्ध कार्यकलापों को छोड़कर अन्य प्रयोजनों के लिए प्रदान किए गए
आरबीआई/2009-10/342 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.60/07.37.02/2009-10 05 मार्च 2010 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय / महोदया स्वर्ण ऋण की चुकौती राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक अपनी उधार नीति के भाग के रुप में स्वर्ण आभूषण की जमानत पर विभिन्न प्रयोजनों हेतु ऋण प्रदान करते हैं । वर्तमान अनुदेशों के अनुसार (दि.31 जनवरी 2003 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरएफ.बीसी.सं.69/ 07.37.02/2002-03 देखें) बैंक, कृषि और संबद्ध कार्यकलापों को छोड़कर अन्य प्रयोजनों के लिए प्रदान किए गए
मार्च 04, 2010
मानक आस्तियों के लिए प्रावधानीकरण अपेक्षा
आरबीआइ/2009-10/337 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. सं. 61/03.05.34/2009-10 4 मार्च 2010 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, मानक आस्तियों के लिए प्रावधानीकरण अपेक्षा कृपया ‘मानक आस्तियों’ के लिए प्रावधानीकरण अपेक्षा के बारे में हमारे दिनांक 11 जून 2001 के परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी.सं. बीसी. 97/03.05.34/2000-01 का पैरा 2 देखें। 2. इस संबंध में आपका ध्यान 27 अक्तूबर 2009 को घोषित वर्ष 2009-10 की मौद्रिक नीति की दूसरी तिमाही समीक्षा के पैरा 158 की ओर आकर्षित किया जाता है ।
आरबीआइ/2009-10/337 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. सं. 61/03.05.34/2009-10 4 मार्च 2010 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, मानक आस्तियों के लिए प्रावधानीकरण अपेक्षा कृपया ‘मानक आस्तियों’ के लिए प्रावधानीकरण अपेक्षा के बारे में हमारे दिनांक 11 जून 2001 के परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी.सं. बीसी. 97/03.05.34/2000-01 का पैरा 2 देखें। 2. इस संबंध में आपका ध्यान 27 अक्तूबर 2009 को घोषित वर्ष 2009-10 की मौद्रिक नीति की दूसरी तिमाही समीक्षा के पैरा 158 की ओर आकर्षित किया जाता है ।
मार्च 03, 2010
धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरुप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पध्दति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों / वित्तीय संस्थाओं के दायित्व
आरबीआइ/2009-10/336 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी.सं.59/07.40.00/2009-10 3 मार्च 2010 अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरुप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पध्दति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों / वित्तीय संस्थाओं के द
आरबीआइ/2009-10/336 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी.सं.59/07.40.00/2009-10 3 मार्च 2010 अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरुप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पध्दति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों / वित्तीय संस्थाओं के द
मार्च 02, 2010
बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
भारिबैं/2009-10/332ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.58/03.05.33/2009-10 2 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जैसा कि आप जानते हैं, बैंकों के सामान्य कारोबार में प्रयुक्त समाशोधन लिखतों के सुविधा जनक, किफायती ढंग से त्वरित कार्यान्वयन और निपटान करने के लिए देश में समाशोधन गृह की एक व्यापक व्यवस्था मौजूद है । वर्तमान में देशभर में मौजूद समाशोधन गृह टी + 1 आधार पर प्रतिदिन 4
भारिबैं/2009-10/332ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.58/03.05.33/2009-10 2 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जैसा कि आप जानते हैं, बैंकों के सामान्य कारोबार में प्रयुक्त समाशोधन लिखतों के सुविधा जनक, किफायती ढंग से त्वरित कार्यान्वयन और निपटान करने के लिए देश में समाशोधन गृह की एक व्यापक व्यवस्था मौजूद है । वर्तमान में देशभर में मौजूद समाशोधन गृह टी + 1 आधार पर प्रतिदिन 4
मार्च 02, 2010
अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन
भारिबैं/2009-10/331 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं.57/02.19.10/2009-10 मार्च 02, 2010 अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं एवं प्रबंध निदेशक सभी अग्रणी बैंक / सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन अग्रणी बैंक योजना (एलबीएस) की शुरुआत से चार दशक की अवधि के दौरान कई परिवर्तन हुए हैं जिससे योजना पर पुनर्विचार करना आवश्यक हो गया है ताकि उसे बैंकिंग क्षेत्र में हाल की गतिविधियों तथा वित्तीय समावेशन
भारिबैं/2009-10/331 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं.57/02.19.10/2009-10 मार्च 02, 2010 अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं एवं प्रबंध निदेशक सभी अग्रणी बैंक / सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन अग्रणी बैंक योजना (एलबीएस) की शुरुआत से चार दशक की अवधि के दौरान कई परिवर्तन हुए हैं जिससे योजना पर पुनर्विचार करना आवश्यक हो गया है ताकि उसे बैंकिंग क्षेत्र में हाल की गतिविधियों तथा वित्तीय समावेशन
मार्च 02, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/330ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.8956/07.02.12/2009-10 2 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 29 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.7031/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
आरबीआइ/2009-10/330ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.8956/07.02.12/2009-10 2 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 29 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.7031/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
फ़रवरी 26, 2010
अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन
भारिबैं/2009-10/329 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं. 56 /02.19.10/2009-10 फरवरी 26, 2010 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सभी एसएलबीसी आयोजक बैंक) महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन अग्रणी बैंक योजना (एलबीएस) की शुरुआत से चार दशक की अवधि के दौरान कई परिवर्तन हुए हैं जिससे योजना पर पुनर्विचार करना आवश्यक हो गया है ताकि उसे बैंकिंग क्षेत्र में हाल की गतिविधियों तथा वित्तीय समावेशन पर ध्यानपूर्वक केंद्रीकरण के
भारिबैं/2009-10/329 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं. 56 /02.19.10/2009-10 फरवरी 26, 2010 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सभी एसएलबीसी आयोजक बैंक) महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन अग्रणी बैंक योजना (एलबीएस) की शुरुआत से चार दशक की अवधि के दौरान कई परिवर्तन हुए हैं जिससे योजना पर पुनर्विचार करना आवश्यक हो गया है ताकि उसे बैंकिंग क्षेत्र में हाल की गतिविधियों तथा वित्तीय समावेशन पर ध्यानपूर्वक केंद्रीकरण के
फ़रवरी 25, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/327 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 8864/03.05.28(ए)/2009-10 25 फरवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 11 जनवरी 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.7763/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1
आरबीआइ/2009-10/327 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 8864/03.05.28(ए)/2009-10 25 फरवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 11 जनवरी 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.7763/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1
फ़रवरी 18, 2010
बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक
भारिबैं/2009-10/319 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.55/07.38.03/2009-10 18 फरवरी 2010 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय /महोदया बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक जैसा कि आप जानते हैं, बैंकों के सामान्य कारोबार में प्रयुक्त समाशोधन लिखतों के सुविधा जनक, किफायती ढंग से त्वरित कार्यान्वयन और निपटान करने के लिए देश में समाशोधन गृह की एक व्यापक व्यवस्था मौजूद है। वर्तमान में देशभर में मौजूद समाशोधन गृह टी + 1 आधार पर प
भारिबैं/2009-10/319 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.55/07.38.03/2009-10 18 फरवरी 2010 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय /महोदया बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक जैसा कि आप जानते हैं, बैंकों के सामान्य कारोबार में प्रयुक्त समाशोधन लिखतों के सुविधा जनक, किफायती ढंग से त्वरित कार्यान्वयन और निपटान करने के लिए देश में समाशोधन गृह की एक व्यापक व्यवस्था मौजूद है। वर्तमान में देशभर में मौजूद समाशोधन गृह टी + 1 आधार पर प
फ़रवरी 05, 2010
बैंक कारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 23 - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र-क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की नीति
आरबीआई/2009-10/306 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.54/03.05.90(ए)/2009-10 5 फरवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंक कारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 23 - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र-क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की नीति कृपया दिनांक 01 जुलाई 2009 के हमारे मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. बीएल. बीसी.8/03.05.90ए/2009-10 का पैरा 2.3 देखें जिसके अनुसार 75 या अधिक शाखाओं वाले समामेलित क्षेत्रीय
आरबीआई/2009-10/306 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.54/03.05.90(ए)/2009-10 5 फरवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंक कारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 23 - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र-क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की नीति कृपया दिनांक 01 जुलाई 2009 के हमारे मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. बीएल. बीसी.8/03.05.90ए/2009-10 का पैरा 2.3 देखें जिसके अनुसार 75 या अधिक शाखाओं वाले समामेलित क्षेत्रीय
फ़रवरी 01, 2010
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना
आरबीआइ/2009-2010/301 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.53/03.05.28(बी)/2009-10 01 फरवरी 2010 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1)- आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 5 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 82/03.05.28(बी)/2008-09 देखें। 2. 29 जनवरी 2010 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की तीसरी तिमाही समीक्षा में दिए गए वर्तमान समष्टि आर्थिक मूल्यांकन के आधार पर यह निर्
आरबीआइ/2009-2010/301 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.53/03.05.28(बी)/2009-10 01 फरवरी 2010 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1)- आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 5 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 82/03.05.28(बी)/2008-09 देखें। 2. 29 जनवरी 2010 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की तीसरी तिमाही समीक्षा में दिए गए वर्तमान समष्टि आर्थिक मूल्यांकन के आधार पर यह निर्
फ़रवरी 01, 2010
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना
आरबीआइ/2009-2010/ 300 ग्राआऋवि.वेंका.आरएफ.बीसी.सं.51/07.02.01/2009-10 01 फरवरी 2010 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 5 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.वेंका.आरएफ. बीसी.सं.81/07.02.01/2008-09 देखें । 2. 29 जनवरी 2010 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की तीसरी तिमाही समीक्षा में दिए गए वर्तमान समष्टि आर्थिक मूल्यांकन के आधार पर यह निर्णय लि
आरबीआइ/2009-2010/ 300 ग्राआऋवि.वेंका.आरएफ.बीसी.सं.51/07.02.01/2009-10 01 फरवरी 2010 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 5 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.वेंका.आरएफ. बीसी.सं.81/07.02.01/2008-09 देखें । 2. 29 जनवरी 2010 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की तीसरी तिमाही समीक्षा में दिए गए वर्तमान समष्टि आर्थिक मूल्यांकन के आधार पर यह निर्णय लि
जनवरी 28, 2010
धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरूप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पद्धति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों /वित्तीय संस्थाओं के दायित्व
आरबीआइ/2009-10/293ए ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं.49/03.05.33(इ)/2009-10 28 जनवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरूप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पद्धति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों /वित्तीय संस्थाओं के दायित्व जैसा कि आप जानते हैं, भारत सरक
आरबीआइ/2009-10/293ए ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं.49/03.05.33(इ)/2009-10 28 जनवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरूप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पद्धति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों /वित्तीय संस्थाओं के दायित्व जैसा कि आप जानते हैं, भारत सरक
जनवरी 18, 2010
सीआरआर/एसएलआर बनाए रखने के प्रयोजन के लिए निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) की गणना
आरबीआई/2009-10/289 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 48 /03.05.50/2009-10 18 जनवरी 2010 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय सीआरआर/एसएलआर बनाए रखने के प्रयोजन के लिए निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) की गणना यह देखा गया है कि घनप्रेषण सुविधाओं के लिए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रतिनिधि बैंकें (मुख्यत: प्रायोजक बैंकों) के साथ की गई व्यवस्था के संबंध में देयताओं की गणना करने के बारे में एक समान पध्दति नहीं अपना रहे हैं । इस व्यवस्था के अंतर्गत प्राप्तकर्ता बैंक द्वारा अपने
आरबीआई/2009-10/289 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 48 /03.05.50/2009-10 18 जनवरी 2010 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय सीआरआर/एसएलआर बनाए रखने के प्रयोजन के लिए निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) की गणना यह देखा गया है कि घनप्रेषण सुविधाओं के लिए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रतिनिधि बैंकें (मुख्यत: प्रायोजक बैंकों) के साथ की गई व्यवस्था के संबंध में देयताओं की गणना करने के बारे में एक समान पध्दति नहीं अपना रहे हैं । इस व्यवस्था के अंतर्गत प्राप्तकर्ता बैंक द्वारा अपने
दिसंबर 29, 2009
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/276 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.7031/07.02.12/2009-10 29 दिसंबर 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 15 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.6638/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र
आरबीआइ/2009-10/276 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.7031/07.02.12/2009-10 29 दिसंबर 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 15 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.6638/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र
दिसंबर 22, 2009
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/270 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं.6915/03.05.28(ए)/2009-10 22 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 16 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं.6691/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के अध
आरबीआइ/2009-10/270 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं.6915/03.05.28(ए)/2009-10 22 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 16 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं.6691/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के अध
दिसंबर 18, 2009
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) को ऋण
आरबीआई / 2009-10 /263 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 46 /04.09.01/2009-10 18 दिसंबर 2009 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक / कार्यपालक निदेशक डसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) को ऋण कृपया प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र देखें जिसके अनुसार आवास इकाई खरीदने / बनाने के लिए व्यक्तियों को ऋण देने हेतु पुनर्वित्त के प्रयोजन के लिए राष
आरबीआई / 2009-10 /263 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 46 /04.09.01/2009-10 18 दिसंबर 2009 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक / कार्यपालक निदेशक डसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) को ऋण कृपया प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र देखें जिसके अनुसार आवास इकाई खरीदने / बनाने के लिए व्यक्तियों को ऋण देने हेतु पुनर्वित्त के प्रयोजन के लिए राष
दिसंबर 18, 2009
मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमएस) का 30 सितंबर 2009 के बाद भी जारी रहना
आरबीआइ/2009-10/264 ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं.47/09.03.01/2009-10 18 दिसंबर 2009 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमएस) का 30 सितंबर 2009 के बाद भी जारी रहना कृपया दिनांक 29 जून 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं. 117/09.03.01/ 2008-09 देखें जिसमें बैंकों को मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमए
आरबीआइ/2009-10/264 ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं.47/09.03.01/2009-10 18 दिसंबर 2009 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमएस) का 30 सितंबर 2009 के बाद भी जारी रहना कृपया दिनांक 29 जून 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं. 117/09.03.01/ 2008-09 देखें जिसमें बैंकों को मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमए
दिसंबर 16, 2009
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/257 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.6691/03.05.28-ए/2009-10 16 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 16 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं.5446/03.05.28-ए/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के अध्यक्ष के
आरबीआइ/2009-10/257 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.6691/03.05.28-ए/2009-10 16 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 16 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं.5446/03.05.28-ए/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के अध्यक्ष के
दिसंबर 15, 2009
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/255 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.6638/07.02.12/2009-10 15 दिसंबर 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 9 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.4865/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
आरबीआइ/2009-10/255 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.6638/07.02.12/2009-10 15 दिसंबर 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 9 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.4865/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
दिसंबर 10, 2009
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी)
आरबीआइ/2009-10/254 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.एएमएल.सं.6548/07.02.12/2009-10 10 दिसंबर 2009 सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंकों के अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) ईरान, उजबेकिस्तान, पाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और साओ टोम तथा प्रिंसिपे में एएमएल/ सीएफटी प्रणाली में पायी गयी कमियों से उत्पन्न होनेवाले जोखिमों पर दिनांक 9 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केका.आर
आरबीआइ/2009-10/254 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.एएमएल.सं.6548/07.02.12/2009-10 10 दिसंबर 2009 सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंकों के अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) ईरान, उजबेकिस्तान, पाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और साओ टोम तथा प्रिंसिपे में एएमएल/ सीएफटी प्रणाली में पायी गयी कमियों से उत्पन्न होनेवाले जोखिमों पर दिनांक 9 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केका.आर
दिसंबर 10, 2009
Know Your Customer (KYC) Norms/Anti-Money Laundering (AML) Standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT)
RBI/2009-10/253 RPCD.CO RRB.No 6557/03.05.28-A/2009-10 December 10, 2009 The Chairman Regional Rural Banks Dear Sir, Know Your Customer (KYC) Norms/Anti-Money Laundering (AML) Standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT) Please refer to our letter RPCD.CO.RRB.No.5450/03.05.28-A/2009-10 dated November 16, 2009 on risks arising from the deficiencies in AML/CFT regime of Iran,Uzbekistan, Pakistan, Turkmenistan, Sao Tome and Principe. 2. Financial Action Task Force
RBI/2009-10/253 RPCD.CO RRB.No 6557/03.05.28-A/2009-10 December 10, 2009 The Chairman Regional Rural Banks Dear Sir, Know Your Customer (KYC) Norms/Anti-Money Laundering (AML) Standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT) Please refer to our letter RPCD.CO.RRB.No.5450/03.05.28-A/2009-10 dated November 16, 2009 on risks arising from the deficiencies in AML/CFT regime of Iran,Uzbekistan, Pakistan, Turkmenistan, Sao Tome and Principe. 2. Financial Action Task Force
दिसंबर 09, 2009
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा पारस्परिक निधियों की युनिटों/बीमा आदि उत्पादों का विपणन/वितरण
आरबीआई/2009-10/250 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 45/03.05.33/2009-10 9 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा पारस्परिक निधियों की युनिटों/ बीमा आदि उत्पादों का विपणन/वितरण कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 17 मई 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरआरबी. बीसी.82/03.05.33/2005-06 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को कतिपय शर्तों के अधीन एजेंट के रूप में पारस्परिक निधियों की इकाइयों की युनिटों को बेचने का काम करने की अनु
आरबीआई/2009-10/250 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 45/03.05.33/2009-10 9 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा पारस्परिक निधियों की युनिटों/ बीमा आदि उत्पादों का विपणन/वितरण कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 17 मई 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरआरबी. बीसी.82/03.05.33/2005-06 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को कतिपय शर्तों के अधीन एजेंट के रूप में पारस्परिक निधियों की इकाइयों की युनिटों को बेचने का काम करने की अनु
दिसंबर 01, 2009
ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005
आरबीआई/2009-10/240 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.44/07.40.06/2009-10 01 दिसंबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 जैसा कि आप जानते हैं, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 दिनांक 14 दिसंबर 2006 से लागू हो गया है । अधिनियम की धारा 15 (1) के अनुसार प्रत्येक ऋण संस्था को अधिनियम के लागू होने से तीन माह की अवधि के अंदर या आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक द्वारा बढ़ाई गई समय सीमा के अंदर कम से कम एक ऋण सूचना कंपनी का सदस्
आरबीआई/2009-10/240 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.44/07.40.06/2009-10 01 दिसंबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 जैसा कि आप जानते हैं, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 दिनांक 14 दिसंबर 2006 से लागू हो गया है । अधिनियम की धारा 15 (1) के अनुसार प्रत्येक ऋण संस्था को अधिनियम के लागू होने से तीन माह की अवधि के अंदर या आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक द्वारा बढ़ाई गई समय सीमा के अंदर कम से कम एक ऋण सूचना कंपनी का सदस्
नवंबर 27, 2009
अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति - 2000 से अधिक जनसंख्या वाले प्रत्येक गांव में मार्च 2011 तक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना
आरबीआइ/2009-10/233 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं.43/02.19.10/2009-10 27 नवंबर 2009 एसएलबीसी आयोजक बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सूची के अनुसार) महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति - 2000 से अधिक जनसंख्या वाले प्रत्येक गांव में मार्च 2011 तक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना जैसाकि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अग्रणी बैंक योजना पर श्रीमती ऊषा थोरात, उप गवर्नर की आध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने दिनांक 20 अगस्त 2009 को अ
आरबीआइ/2009-10/233 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं.43/02.19.10/2009-10 27 नवंबर 2009 एसएलबीसी आयोजक बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सूची के अनुसार) महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति - 2000 से अधिक जनसंख्या वाले प्रत्येक गांव में मार्च 2011 तक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना जैसाकि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अग्रणी बैंक योजना पर श्रीमती ऊषा थोरात, उप गवर्नर की आध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने दिनांक 20 अगस्त 2009 को अ
नवंबर 13, 2009
सुरक्षा ज़मा लॉकर
आरबीआई /2009-10/218 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.42/07.38.01/2009-10 13 नवम्बर 2009 सभी राज्य़ और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय सुरक्षा ज्ामा लॉकर कृपया दिनांक 18 मई 2007 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.95/07.38.01/2006-07 का पैराग्राफ 5 देखें ज़िसमें बैंको को यह सुनिश्चित करने हेतु सूचित किया गया था कि सभी लॉकरों की चाबियों पर बैंक/शाखा की पहचान कूट संख्या एम्बॉस की जाती है ताकि प्राधिकारियों को लॉकर की चाबियों के स्वामित्व को पहचानने में सुविधा हो। 2
आरबीआई /2009-10/218 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.42/07.38.01/2009-10 13 नवम्बर 2009 सभी राज्य़ और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय सुरक्षा ज्ामा लॉकर कृपया दिनांक 18 मई 2007 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.95/07.38.01/2006-07 का पैराग्राफ 5 देखें ज़िसमें बैंको को यह सुनिश्चित करने हेतु सूचित किया गया था कि सभी लॉकरों की चाबियों पर बैंक/शाखा की पहचान कूट संख्या एम्बॉस की जाती है ताकि प्राधिकारियों को लॉकर की चाबियों के स्वामित्व को पहचानने में सुविधा हो। 2
नवंबर 09, 2009
छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना
आरबीआइ/2009-2010/212 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.40/07.02.01/2009-10 9 नवंबर 2009 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युकमत विषय पर दिनांक 24 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं..77/07.02.01/2006-07 देखें । 2. 27 अत्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय समाशोधन निगम लिमिटेड
आरबीआइ/2009-2010/212 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.40/07.02.01/2009-10 9 नवंबर 2009 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युकमत विषय पर दिनांक 24 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं..77/07.02.01/2006-07 देखें । 2. 27 अत्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय समाशोधन निगम लिमिटेड
नवंबर 09, 2009
छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना
आरबीआइ/2009-2010/214 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.41/03.05.28(बी)/2009-10 9 नवंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 24 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.72/03.05.28(बी)/2006-07 देखें। 2. 27 अत्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय समाशोधन
आरबीआइ/2009-2010/214 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.41/03.05.28(बी)/2009-10 9 नवंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 24 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.72/03.05.28(बी)/2006-07 देखें। 2. 27 अत्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय समाशोधन
नवंबर 05, 2009
आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व
आरबीआइ/2009-10/206 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.39/03.05.33(इ)/2009-10 5 नवंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व कृपया ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध पर जारी 27 फरवरी 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.50/ 03.05.33(इ) 2007-08 देखें। 2. उक्त परिपत्र के पैरा 5 (बी) में क्षेत्रीय ग्रा
आरबीआइ/2009-10/206 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.39/03.05.33(इ)/2009-10 5 नवंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व कृपया ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध पर जारी 27 फरवरी 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.50/ 03.05.33(इ) 2007-08 देखें। 2. उक्त परिपत्र के पैरा 5 (बी) में क्षेत्रीय ग्रा
अक्तूबर 29, 2009
आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व
आरबीआइ/2009-10/198 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी .सं. 34/07.40.00/2009-10 29 अक्तूबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व कृपया ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध सीएफटी पर जारी 28 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरएफ. एएमएल.बीसी.सं.51/07.40.00/2007-08 देखें। 2. उक्त परिपत्र के पैर
आरबीआइ/2009-10/198 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी .सं. 34/07.40.00/2009-10 29 अक्तूबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व कृपया ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध सीएफटी पर जारी 28 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरएफ. एएमएल.बीसी.सं.51/07.40.00/2007-08 देखें। 2. उक्त परिपत्र के पैर
अक्तूबर 29, 2009
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना
आरबीआई/2009-10/200 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.36 /03.05.28(बी)/2009-10 29 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदया /महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 14 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.सं.बीसी. 47/03.05.28(बी)/2007-08 देखें जिसके साथ दिनांक 14 फरवरी 2008 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं. 8483/03.05.28(बी)/2007-08 भेजी गई थी। &nb
आरबीआई/2009-10/200 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.36 /03.05.28(बी)/2009-10 29 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदया /महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 14 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.सं.बीसी. 47/03.05.28(बी)/2007-08 देखें जिसके साथ दिनांक 14 फरवरी 2008 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं. 8483/03.05.28(बी)/2007-08 भेजी गई थी। &nb
अक्तूबर 29, 2009
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई/2009-10/201 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 38 /03.05.28(बी)/2009-10 29 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 3 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.बीसी.सं.58/03.05.28(बी)/2008-09 देखें। 2. दिनांक 27 अक्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गई घोषणा के अनुस
आरबीआई/2009-10/201 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 38 /03.05.28(बी)/2009-10 29 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 3 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.बीसी.सं.58/03.05.28(बी)/2008-09 देखें। 2. दिनांक 27 अक्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गई घोषणा के अनुस
अक्तूबर 22, 2009
केंद्रीय बजट -2009-10 - वर्ष 2009-10 में अल्पावधि फसल ऋणों के लिए 2 प्रतिशत ब्याज सहायता योजना (इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम) और 1 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन सहायता को जारी रखने का प्रस्ताव
आरबीआई.2009-10/186 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.33/05.04.02/2009-10 22 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक महोदय केंद्रीय बजट -2009-10 - वर्ष 2009-10 में अल्पावधि फसल ऋणों के लिए 2 प्रतिशत ब्याज सहायता योजना (इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम) और 1 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन सहायता को जारी रखने का प्रस्ताव जैसा कि आप जानते हैं, माननीय वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण (पैरा 27) में निम्नानुसार घोषणा की थी: ‘‘मैं किसानों के लिए प्रति किसान 3 लाख रुपए तक अल्पावधि फ
आरबीआई.2009-10/186 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.33/05.04.02/2009-10 22 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक महोदय केंद्रीय बजट -2009-10 - वर्ष 2009-10 में अल्पावधि फसल ऋणों के लिए 2 प्रतिशत ब्याज सहायता योजना (इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम) और 1 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन सहायता को जारी रखने का प्रस्ताव जैसा कि आप जानते हैं, माननीय वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण (पैरा 27) में निम्नानुसार घोषणा की थी: ‘‘मैं किसानों के लिए प्रति किसान 3 लाख रुपए तक अल्पावधि फ
अक्तूबर 20, 2009
ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) (कठिनाइयों को दूर करना) आदेश, 2008
आरबीआई/2009-10/185 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.32/03.05.33/2009-10 20 अक्तूबर 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) (कठिनाइयों को दूर करना) आदेश, 2008 जैसा कि आप जानते हैं, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 दिनांक 14 दिसंबर 2006 से लागू हो गया है। अधिनियम की धारा 15 (1) के अनुसार प्रत्येक ऋण संस्था को अधिनियम के लागू होने से तीन माह की अवधि के अंदर या आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक द्वारा बढ़ाई गई समय सीमा के अंदर कम से कम एक ऋण
आरबीआई/2009-10/185 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.32/03.05.33/2009-10 20 अक्तूबर 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) (कठिनाइयों को दूर करना) आदेश, 2008 जैसा कि आप जानते हैं, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 दिनांक 14 दिसंबर 2006 से लागू हो गया है। अधिनियम की धारा 15 (1) के अनुसार प्रत्येक ऋण संस्था को अधिनियम के लागू होने से तीन माह की अवधि के अंदर या आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक द्वारा बढ़ाई गई समय सीमा के अंदर कम से कम एक ऋण
अक्तूबर 12, 2009
बचत बैंक खाते पर दैनंदिन उत्पाद आधार पर ब्याज का भुगतान
आरबीआई/2009-10/181 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 31/07. 38.01/2009-10 12 अक्तूबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय बचत बैंक खाते पर दैनंदिन उत्पाद आधार पर ब्याज का भुगतान कृपया 2 नवंबर 1987 के हमारे निदेश ग्राआऋवि.आरएफ़ डीआइआर.बीसी.53/डी.1- 87/88 का पैरा 3 (iii) देखें जिसके अनुसार बचत जमाराशियों के मामले में ब्याज की गणना प्रत्येक कैलेंडर माह की 10 तारीख से अंतिम दिन तक की अवधि के दौरान जमा खाते में न्यूनतम शेष राशि पर की जाएगी। 2. इसकी समीक्षा करने प
आरबीआई/2009-10/181 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 31/07. 38.01/2009-10 12 अक्तूबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय बचत बैंक खाते पर दैनंदिन उत्पाद आधार पर ब्याज का भुगतान कृपया 2 नवंबर 1987 के हमारे निदेश ग्राआऋवि.आरएफ़ डीआइआर.बीसी.53/डी.1- 87/88 का पैरा 3 (iii) देखें जिसके अनुसार बचत जमाराशियों के मामले में ब्याज की गणना प्रत्येक कैलेंडर माह की 10 तारीख से अंतिम दिन तक की अवधि के दौरान जमा खाते में न्यूनतम शेष राशि पर की जाएगी। 2. इसकी समीक्षा करने प
अक्तूबर 06, 2009
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - एमएसएमइडी अधिनियम, 2006 के तहत सेवा के अंतर्गत आनेवाले कार्यकलापों का श्रेणीकरण
आरबीआई/2009-10/178 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 29/03.05.33/2009-10 6 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - एमएसएमइडी अधिनियम, 2006 के तहत सेवा के अंतर्गत आनेवाले कार्यकलापों का श्रेणीकरण प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 22 अगस्त 2007 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं. आरआरबी.बीसी.20/03.05.33/2007-08 के साथ संलग्न दिशानिर्देश के भाग 1 के पैरा 2.1.1 और 2.1.2 के अनुसार, छोटे उद्यमों को ऋण में माइक्रो और छोट
आरबीआई/2009-10/178 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 29/03.05.33/2009-10 6 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - एमएसएमइडी अधिनियम, 2006 के तहत सेवा के अंतर्गत आनेवाले कार्यकलापों का श्रेणीकरण प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 22 अगस्त 2007 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं. आरआरबी.बीसी.20/03.05.33/2007-08 के साथ संलग्न दिशानिर्देश के भाग 1 के पैरा 2.1.1 और 2.1.2 के अनुसार, छोटे उद्यमों को ऋण में माइक्रो और छोट
सितंबर 30, 2009
अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध /पीएमएलए , 2002 के अंतर्गत बैंकों के दायित्व
आरबीआइ/2009-10/174 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी.सं. 28/07.40.00/2009-10 30 सितंबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय, अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / पीएमएलए , 2002 के अंतर्गत बैंकों के दायित्व कृपया उपर्युक्त विषय पर 18 फरवरी 2005 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एएमएल. बीसी.सं. 80/07.40.00/2004-05 तथा 3 मार्च 2006 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी. 65/07.02.12/2005-06 देख
आरबीआइ/2009-10/174 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी.सं. 28/07.40.00/2009-10 30 सितंबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय, अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / पीएमएलए , 2002 के अंतर्गत बैंकों के दायित्व कृपया उपर्युक्त विषय पर 18 फरवरी 2005 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एएमएल. बीसी.सं. 80/07.40.00/2004-05 तथा 3 मार्च 2006 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी. 65/07.02.12/2005-06 देख
सितंबर 29, 2009
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 6 - ऐसे कार्य जिन्हें सहकारी बैंकों द्वारा किया जा सकता है
आरबीआई/2009-10/172 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 26/07.07.11/2009-10 29 सितंबर 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 6 - ऐसे कार्य जिन्हें सहकारी बैंकों द्वारा किया जा सकता है बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 6 (एफ) की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार बैंक किसी ऐसी संपत्ति के प्रबंधन, विक्रय और वसूली का काम कर सकता है जो उसके क
आरबीआई/2009-10/172 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 26/07.07.11/2009-10 29 सितंबर 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 6 - ऐसे कार्य जिन्हें सहकारी बैंकों द्वारा किया जा सकता है बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 6 (एफ) की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार बैंक किसी ऐसी संपत्ति के प्रबंधन, विक्रय और वसूली का काम कर सकता है जो उसके क
सितंबर 29, 2009
अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के दायित्व
आरबीआइ / 2009-10 /171 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 27/03.05.33(इ)/2009-10 29 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के दायित्व कृपया उपर्युक्त विषय पर 18 फरवरी 2005 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं. आरआरबी. बीसी. 81/03.05.33 (ई) /2004-05 तथा 9 मार्च 2006 का परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.एएमएल.बीसी. 68/03.05
आरबीआइ / 2009-10 /171 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 27/03.05.33(इ)/2009-10 29 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के दायित्व कृपया उपर्युक्त विषय पर 18 फरवरी 2005 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं. आरआरबी. बीसी. 81/03.05.33 (ई) /2004-05 तथा 9 मार्च 2006 का परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.एएमएल.बीसी. 68/03.05
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