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जून 26, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ/2007-08/384आरबीआइ/2007-08/384 संदर्भ ग्राआऋवि. केका. आरएफ.बीसी.सं. 83/07.02.01/2007-08 26 जून 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकमहोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखनाकृपया उपर्युक्त विषय पर 29 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 63/07.02.01/2007-08 देखें । वर्तमान वैश्वक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अ
आरबीआइ/2007-08/384आरबीआइ/2007-08/384 संदर्भ ग्राआऋवि. केका. आरएफ.बीसी.सं. 83/07.02.01/2007-08 26 जून 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकमहोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखनाकृपया उपर्युक्त विषय पर 29 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 63/07.02.01/2007-08 देखें । वर्तमान वैश्वक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अ
जून 26, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iआरबीआइ/2007-08/385 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 84 /03.05.28(बी)/2007-08. 26 जून 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.लल आरआरबी. सं.बीसी.64/03.05.28(बी)/ 2007-08 देखें। वर्तमान वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iआरबीआइ/2007-08/385 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 84 /03.05.28(बी)/2007-08. 26 जून 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.लल आरआरबी. सं.बीसी.64/03.05.28(बी)/ 2007-08 देखें। वर्तमान वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर
जून 25, 2008
धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व
आरबीआइ/2007-08/381 आरपीसीडी. केका.आरएफ. एएमएल. बीसी. सं. 81/07.40.00/2007-08 25 ज़ून 2008 मुख्य कार्यपालक सभी राय़ और केद्रीय सहकारी बैंकमहोदयधन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व कृपया 03 माफी 2006 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.आरएफं. एएमएल. बीसी. 65/07.02.12/ 2005-06 देखें। उक्त परिपत्र के पैराग्राफ 3 में यह सुनिश्चित किया गया था कि बैंकों से अपेक्षित है कि वे नियम 3 में उल्लिखित अपने ग्राहक के साथ किए गए लेनदेन से संबं
आरबीआइ/2007-08/381 आरपीसीडी. केका.आरएफ. एएमएल. बीसी. सं. 81/07.40.00/2007-08 25 ज़ून 2008 मुख्य कार्यपालक सभी राय़ और केद्रीय सहकारी बैंकमहोदयधन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व कृपया 03 माफी 2006 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.आरएफं. एएमएल. बीसी. 65/07.02.12/ 2005-06 देखें। उक्त परिपत्र के पैराग्राफ 3 में यह सुनिश्चित किया गया था कि बैंकों से अपेक्षित है कि वे नियम 3 में उल्लिखित अपने ग्राहक के साथ किए गए लेनदेन से संबं
जून 24, 2008
यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008
आरबीआइ/2007-08/378 आरपीसीडी.सं.पीएलएफएस.बीसी. 80/05.04.02/2007-08 24 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 19 जून 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.78 /05.04.02/ 2007-08 देखें ।2. उपर्युक्त परिपत्र के प्रश्न सं. 33 के बारे में प्रस्तुत स्पष्टीकरण भारत सरकार द्वारा निम्नानुसार संशोधित किया गया है" यदि ऋण मुर्गी-
आरबीआइ/2007-08/378 आरपीसीडी.सं.पीएलएफएस.बीसी. 80/05.04.02/2007-08 24 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 19 जून 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.78 /05.04.02/ 2007-08 देखें ।2. उपर्युक्त परिपत्र के प्रश्न सं. 33 के बारे में प्रस्तुत स्पष्टीकरण भारत सरकार द्वारा निम्नानुसार संशोधित किया गया है" यदि ऋण मुर्गी-
जून 23, 2008
भारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकन
आरबीआइ/2007-08/376 आरपीसीडी.केका.आरएफ.बीसी. सं. 79/07.02.03/2007-08 23 जून 2008अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक सभी राज्य और केद्रीय सहकारी बैंकमहोदयभारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकनकृपया "बैंकों के निवेश संविभाग प्रतिभूतियों में लेन-देन" पर दिनांक 23 मई 1995 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.सं.बीसी. 154/07.02.08/1994-95 देखें —2. ऐसा देखा गया है कि भारत सरकार ने पिछले कई वर्षों से समय-समय पर ऐसी अनेक विशेष प्रतिभूतियाँ जारी की हैं जो राज्य / केद्रीय सहकार
आरबीआइ/2007-08/376 आरपीसीडी.केका.आरएफ.बीसी. सं. 79/07.02.03/2007-08 23 जून 2008अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक सभी राज्य और केद्रीय सहकारी बैंकमहोदयभारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकनकृपया "बैंकों के निवेश संविभाग प्रतिभूतियों में लेन-देन" पर दिनांक 23 मई 1995 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.सं.बीसी. 154/07.02.08/1994-95 देखें —2. ऐसा देखा गया है कि भारत सरकार ने पिछले कई वर्षों से समय-समय पर ऐसी अनेक विशेष प्रतिभूतियाँ जारी की हैं जो राज्य / केद्रीय सहकार
जून 19, 2008
यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008
भारिबैं / 2007-08 / 373भारिबैं / 2007-08 / 373 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 78 /05.04.02 /2007-08 19 जून 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 तथा उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 देखें। आपका ध्यान दिनांक 30 मई 2008 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफए
भारिबैं / 2007-08 / 373भारिबैं / 2007-08 / 373 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 78 /05.04.02 /2007-08 19 जून 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 तथा उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 देखें। आपका ध्यान दिनांक 30 मई 2008 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफए
जून 18, 2008
धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व
आरबीआइ/2007-08/372 आरपीसीडी. केका.आरआरबी. बीसी. सं. 77/03.05.33(इ)/2007-08 18 जून 2008 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदयधन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व कृपया 09 मार्च 2006 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.आरआरबी. बीसी. 68/03.05.33(इ)/ 2005-06 देखें। उक्त परिपत्र के पैराग्राफ 3 में यह सूचित किया गया था कि बैंकों से अपेक्षित है कि वे नियम 3 में उल्लिखित अपने ग्राहक के साथ किए गए लेनदेन से संबंधित जानकारी हार्ड तथा
आरबीआइ/2007-08/372 आरपीसीडी. केका.आरआरबी. बीसी. सं. 77/03.05.33(इ)/2007-08 18 जून 2008 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदयधन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व कृपया 09 मार्च 2006 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.आरआरबी. बीसी. 68/03.05.33(इ)/ 2005-06 देखें। उक्त परिपत्र के पैराग्राफ 3 में यह सूचित किया गया था कि बैंकों से अपेक्षित है कि वे नियम 3 में उल्लिखित अपने ग्राहक के साथ किए गए लेनदेन से संबंधित जानकारी हार्ड तथा
जून 13, 2008
यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008
आरबीआइ/2007-08/366 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 76/05.04.02/2007-08 13 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.72/05.04.02/2007-08 और उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण की माफी और ऋण राहत योजना 2008 देखें।2. इस संबंध में हम इसके साथ योजना के सुचारू कार्यान्वयन के लिए कतिपय अतिरिक्त अनुदेश भेज रहे
आरबीआइ/2007-08/366 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 76/05.04.02/2007-08 13 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.72/05.04.02/2007-08 और उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण की माफी और ऋण राहत योजना 2008 देखें।2. इस संबंध में हम इसके साथ योजना के सुचारू कार्यान्वयन के लिए कतिपय अतिरिक्त अनुदेश भेज रहे
जून 04, 2008
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को दिए गए बैंक अग्रिमों की निगरानी - विशेष विवरणी III- जून (वार्षिक) के सूचना देने वाले अंतिम शुक्रवार की स्थिति के अनुसार प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को अग्रिमों का वितरण
आरबीआइ/2007-08/ 357 ग्राआऋवि.स्टैट.बीसी.सं. 75 /11.01.04/2007-08 04 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदयप्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को दिए गए बैंक अग्रिमों की निगरानी - विशेष विवरणी III- जून (वार्षिक) के सूचना देने वाले अंतिम शुक्रवार की स्थिति के अनुसार प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को अग्रिमों का वितरण कृपया दिनांक 9 अगस्त 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. स्टैट. बीसी.सं. 18/11.01.04 /2007-08 देखें जिसमें
आरबीआइ/2007-08/ 357 ग्राआऋवि.स्टैट.बीसी.सं. 75 /11.01.04/2007-08 04 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदयप्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को दिए गए बैंक अग्रिमों की निगरानी - विशेष विवरणी III- जून (वार्षिक) के सूचना देने वाले अंतिम शुक्रवार की स्थिति के अनुसार प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को अग्रिमों का वितरण कृपया दिनांक 9 अगस्त 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. स्टैट. बीसी.सं. 18/11.01.04 /2007-08 देखें जिसमें
मई 30, 2008
युनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योजना, 2008
आरबीआइ/2007-08/344आरबीआइ/2007-08/344 ग्राआऋवि.केका.सं.पीएलएफएस.बीसी. 74/05.04.02/2007-08 30 मई , 2008अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(स्थानिय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,युनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योजना, 2008कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.72/ 05.04.02/2007-08 और उसके साथ भेजी गई कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योजना, 2008 देखें। आपका ध्यान हमारे दिनांक 30 मई 2008 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस.ब
आरबीआइ/2007-08/344आरबीआइ/2007-08/344 ग्राआऋवि.केका.सं.पीएलएफएस.बीसी. 74/05.04.02/2007-08 30 मई , 2008अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(स्थानिय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,युनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योजना, 2008कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.72/ 05.04.02/2007-08 और उसके साथ भेजी गई कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योजना, 2008 देखें। आपका ध्यान हमारे दिनांक 30 मई 2008 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस.ब
मई 30, 2008
यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008
आरबीआइ/2007-08/340 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 73/05.04.02/2007-08 30 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं. प्लान.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 और उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 देखें ।2. इस संबंध में, भारत सरकार द्वारा दिनांक 23 मई 2008 के कार्यान्वयन परिपत्र द्वारा जारी स्पष्टीकरण
आरबीआइ/2007-08/340 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 73/05.04.02/2007-08 30 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं. प्लान.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 और उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 देखें ।2. इस संबंध में, भारत सरकार द्वारा दिनांक 23 मई 2008 के कार्यान्वयन परिपत्र द्वारा जारी स्पष्टीकरण
मई 23, 2008
केद्रीय बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना - 2008
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्ख्र्ज्ञ्iआरबीआइ/2007-08/330 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 23 मई 2008अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,केद्रीय बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना - 2008जैसा कि आप जानते हैं, वर्ष 2008-09 के अपने बजट अभिभाषण (पैरा - 73) में माननीय वित्त मंत्री ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और सहकारी धक्रेडिट सोसायटियों के साथ - साथ सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्ख्र्ज्ञ्iआरबीआइ/2007-08/330 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 23 मई 2008अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,केद्रीय बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना - 2008जैसा कि आप जानते हैं, वर्ष 2008-09 के अपने बजट अभिभाषण (पैरा - 73) में माननीय वित्त मंत्री ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और सहकारी धक्रेडिट सोसायटियों के साथ - साथ सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों
मई 22, 2008
RRBS Allowed to sell Loan Assets in excess of prescribed Priority Sector Exposure
RBI/2007-2008/326RPCD. CO. RRB. No. BC. 71 /03.05.33/2007-08May 22, 2008The ChairmanAll Regional Rural BanksDear SirIncreasing opportunities for flow of credit to priority sectorPlease refer to paragraph 137 of the Annual Policy Statement for the year 2008-09 (copy enclosed). As indicated in the annual Policy Statement, it has been decided to allow RRBs to sell loan assets held by them under priority sector categories in excess of the prescribed priority sector lendin
RBI/2007-2008/326RPCD. CO. RRB. No. BC. 71 /03.05.33/2007-08May 22, 2008The ChairmanAll Regional Rural BanksDear SirIncreasing opportunities for flow of credit to priority sectorPlease refer to paragraph 137 of the Annual Policy Statement for the year 2008-09 (copy enclosed). As indicated in the annual Policy Statement, it has been decided to allow RRBs to sell loan assets held by them under priority sector categories in excess of the prescribed priority sector lendin
मई 14, 2008
गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में दावों का निपटान
आरबीआइ/2007-08/319 आरपीसीडी.केका.आरएफ.बीसी.70/07.38.01/2007-08 14 मई 2008 सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय,गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में दावों का निपटान यह पूछा गया है कि गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावे के निपटान हेतु नामिती/कानूनी वारिसों से प्राप्त दावों पर बैंक किस प्रणाली का अनुसरण करें ।2. गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावों का निपटान भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की धारा 107/108 के प्रावधानों के अनुसार किया जाएगा । धारा 107 गुमशुदा व्यक्ति के
आरबीआइ/2007-08/319 आरपीसीडी.केका.आरएफ.बीसी.70/07.38.01/2007-08 14 मई 2008 सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय,गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में दावों का निपटान यह पूछा गया है कि गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावे के निपटान हेतु नामिती/कानूनी वारिसों से प्राप्त दावों पर बैंक किस प्रणाली का अनुसरण करें ।2. गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावों का निपटान भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की धारा 107/108 के प्रावधानों के अनुसार किया जाएगा । धारा 107 गुमशुदा व्यक्ति के
मई 13, 2008
StCBs/DCCBs - Customer Charges for use of ATMs for Cash Withdrawal/Balance Enquiry
RBI/2007-2008/318 RPCD.CO.RF.BC.No. 69 / 07.06.00 / 2007-08 May 13, 2008 23 Vaishakha, Saka 1930 To All State and Central Co-operative Banks Dear Sir, Customer charges for use of ATMs for cash withdrawal and balance enquiry Automated Teller Machines (ATMs) have gained prominence as a delivery channel for banking transactions in India. Banks have been deploying ATMs to increase their reach. While ATMs facilitate a variety of banking transactions for customers, their ma
RBI/2007-2008/318 RPCD.CO.RF.BC.No. 69 / 07.06.00 / 2007-08 May 13, 2008 23 Vaishakha, Saka 1930 To All State and Central Co-operative Banks Dear Sir, Customer charges for use of ATMs for cash withdrawal and balance enquiry Automated Teller Machines (ATMs) have gained prominence as a delivery channel for banking transactions in India. Banks have been deploying ATMs to increase their reach. While ATMs facilitate a variety of banking transactions for customers, their ma
मई 06, 2008
प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत कृषि को अप्रत्यक्ष वित्त के रूप में जनरल प्रयोजन क्रेडिट कार्ड और "नो - फ्रिल्स" खात ेमें ओवर-ड्राप्ट
आरबीआइ / 2007-08 / 313 आरपीसीडी.केका.प्लान.बीसी.सं. 66/04.09.01/2007-08 6 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सहित) महोदय,प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत कृषि को अप्रत्यक्ष वित्त के रूप में जनरल प्रयोजन क्रेडिट कार्ड और "नो - फ्रिल्स" खाते में ओवर-ड्राप्ट कृपया दिनांक 27 दिसंबर 2005 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.सं.आरआरबी.बीसी.59/ 03.05.33(एफ)/2005-06 देखें जिसमें सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों
आरबीआइ / 2007-08 / 313 आरपीसीडी.केका.प्लान.बीसी.सं. 66/04.09.01/2007-08 6 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सहित) महोदय,प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत कृषि को अप्रत्यक्ष वित्त के रूप में जनरल प्रयोजन क्रेडिट कार्ड और "नो - फ्रिल्स" खाते में ओवर-ड्राप्ट कृपया दिनांक 27 दिसंबर 2005 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.सं.आरआरबी.बीसी.59/ 03.05.33(एफ)/2005-06 देखें जिसमें सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों
मई 06, 2008
कमज़ोर वर्ग हेतु उधार लक्ष्य - पालन सुनिश्चित करना
आरबीआइ / 2007-08 / 314 आरपीसीडी.केका.प्लान.बीसी.सं. 65 / 04.09.01/2007-08 6 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी देशी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय, कमज़ोर वर्ग हेतु उधार लक्ष्य - पालन सुनिश्चित करनाकृपया दिनांक 2 जुलाई 2007 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.सं. प्लान.बीसी. 5/04.09.01/2007-08 द्वारा प्रेषित प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार का मास्टर परिपत्र देखें जिसके अनुसार देशी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों से अपेक्षित
आरबीआइ / 2007-08 / 314 आरपीसीडी.केका.प्लान.बीसी.सं. 65 / 04.09.01/2007-08 6 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी देशी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय, कमज़ोर वर्ग हेतु उधार लक्ष्य - पालन सुनिश्चित करनाकृपया दिनांक 2 जुलाई 2007 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.सं. प्लान.बीसी. 5/04.09.01/2007-08 द्वारा प्रेषित प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार का मास्टर परिपत्र देखें जिसके अनुसार देशी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों से अपेक्षित
मई 06, 2008
झारखण्ड राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2007-08/315 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 67 /02.08.01/2007-08 मई 06, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, झारखण्ड राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग, झारखण्ड सरकार के दिनांक सितम्बर 12, 2007 के राजपत्र अधिसूचना सं.ए एस /पीआरए.इ.पीयुआर-05.07/2004 केए.4961 व 4960/झारखन्ड के द्वारा रामगढ और खूँटी नामक दो नये जिलों का गठन किया है ।नवनिर्मित जिले रामगढ़ में वही क्षेत्र सम्मिलित है ,जो
भारिबैं/2007-08/315 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 67 /02.08.01/2007-08 मई 06, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, झारखण्ड राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग, झारखण्ड सरकार के दिनांक सितम्बर 12, 2007 के राजपत्र अधिसूचना सं.ए एस /पीआरए.इ.पीयुआर-05.07/2004 केए.4961 व 4960/झारखन्ड के द्वारा रामगढ और खूँटी नामक दो नये जिलों का गठन किया है ।नवनिर्मित जिले रामगढ़ में वही क्षेत्र सम्मिलित है ,जो
अप्रैल 30, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी)
आरबीआइ / 2007-08 /306 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.64/03.05.28(बी)/2007-08 30 अप्रैल , 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 अप्रैल, 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 61/03.05.28(बी)/2007-08(आरबीआइ/2007 - 08 /292) देखें। 29 अप्रैल 2008 को वर्ष 2008-09 के लिए जारी किए गए गवर्नर महोदय के वार्षिक नी
आरबीआइ / 2007-08 /306 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.64/03.05.28(बी)/2007-08 30 अप्रैल , 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 अप्रैल, 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 61/03.05.28(बी)/2007-08(आरबीआइ/2007 - 08 /292) देखें। 29 अप्रैल 2008 को वर्ष 2008-09 के लिए जारी किए गए गवर्नर महोदय के वार्षिक नी
अप्रैल 29, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ / 2007-08/305 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 63/07.02.01/2007-08 29 अप्रैल 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 21 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2007-2008/288 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी सं. 59/07.02.01/2007-08 देखें ।29 अप्रैल 2008 को वर्ष 2008-09 के लिए जारी किए गए गवर्नर महोदय के वार्षिक नीति वक्तव्य में दिए गए अनुसार चलनिधि की परिवर्तनशील स्थिति की समीक्षा करने प
आरबीआइ / 2007-08/305 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 63/07.02.01/2007-08 29 अप्रैल 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 21 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2007-2008/288 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी सं. 59/07.02.01/2007-08 देखें ।29 अप्रैल 2008 को वर्ष 2008-09 के लिए जारी किए गए गवर्नर महोदय के वार्षिक नीति वक्तव्य में दिए गए अनुसार चलनिधि की परिवर्तनशील स्थिति की समीक्षा करने प
अप्रैल 22, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी)
आरबीआइ/2007-08/292 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं. 61 / 03.05.28(बी) / 2007-08 22 अप्रैल 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया उपर्युक्त विषय पर 31 अक्तूबर 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 35/03.05.28(बी) /2007-08 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के
आरबीआइ/2007-08/292 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं. 61 / 03.05.28(बी) / 2007-08 22 अप्रैल 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया उपर्युक्त विषय पर 31 अक्तूबर 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 35/03.05.28(बी) /2007-08 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के
अप्रैल 21, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ / 2007-08/288 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 59 / 07.02.01 / 2007-08 21 अप्रैल 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 अक्तूबर 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ / 2007-2008 / 174 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी सं. 34 / 07.02.01 / 2007-08 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर
आरबीआइ / 2007-08/288 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 59 / 07.02.01 / 2007-08 21 अप्रैल 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 अक्तूबर 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ / 2007-2008 / 174 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी सं. 34 / 07.02.01 / 2007-08 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर
अप्रैल 15, 2008
मार्च 2009 तक सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की नई "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस)
आरबीआइ /2007-08/283 आरपीसीडी.एसपी.सं. 57/09.03.01/2007-08 15 अप्रैल 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर ) महोदय, मार्च 2009 तक सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की नई "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस) जैसा कि आपको ज्ञात है, स्वच्छकारों की मुक्ति और पुनर्वास के लिए राष्ट्रीय योजना (एनएसएलआरएस) वर्ष 1993 से सभी
आरबीआइ /2007-08/283 आरपीसीडी.एसपी.सं. 57/09.03.01/2007-08 15 अप्रैल 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर ) महोदय, मार्च 2009 तक सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की नई "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस) जैसा कि आपको ज्ञात है, स्वच्छकारों की मुक्ति और पुनर्वास के लिए राष्ट्रीय योजना (एनएसएलआरएस) वर्ष 1993 से सभी
अप्रैल 15, 2008
स्वयं सहायता समूहों का कुल वित्तीय समावेशन और ऋण आवश्यकता
आरबीआइ / 2007-08 / 282 आरपीसीडी.एमएफएफआइ.बीसी.सं. 56 / 12.01.001/2007-08 15 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय,स्वयं सहायता समूहों का कुल वित्तीय समावेशन और ऋण आवश्यकता कृपया माइक्रो ऋण पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र आरपीसीडी.एमएफएफआइ. बीसी.सं. 08 / 12.01.001/2007-08 देखें जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि अन्य बातों के साथ-साथ ऐसे ऋण में न केवल गरीबों के विभिन्न कृषि और गैर-कृषि गतिविधियों के लिए
आरबीआइ / 2007-08 / 282 आरपीसीडी.एमएफएफआइ.बीसी.सं. 56 / 12.01.001/2007-08 15 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय,स्वयं सहायता समूहों का कुल वित्तीय समावेशन और ऋण आवश्यकता कृपया माइक्रो ऋण पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र आरपीसीडी.एमएफएफआइ. बीसी.सं. 08 / 12.01.001/2007-08 देखें जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि अन्य बातों के साथ-साथ ऐसे ऋण में न केवल गरीबों के विभिन्न कृषि और गैर-कृषि गतिविधियों के लिए
अप्रैल 10, 2008
विभेदक ब्याज दर (डीआरआइ) योजना - आय सीमा में संशोधन
आरबीआइ / 2007 - 08 / 279 आरपीसीडी.एसपी.बीसी.सं. 55 / 09.07.01/2007-08 10 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशकभारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक ( क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर )महोदय, विभेदक ब्याज दर (डीआरआइ) योजना - आय सीमा में संशोधनकृपया दिनांक 13 जून 2007 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.एसपी.बीसी.सं. 101 / 09.07.01 /2006-07 देखें जिसमें उपर्युक्त योजना की संशोधित ऋण सीमाओं के बारे में सूचित किया गया है जिसे वर्तमान में सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों द्वारा कार्यान्वित किया ज
आरबीआइ / 2007 - 08 / 279 आरपीसीडी.एसपी.बीसी.सं. 55 / 09.07.01/2007-08 10 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशकभारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक ( क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर )महोदय, विभेदक ब्याज दर (डीआरआइ) योजना - आय सीमा में संशोधनकृपया दिनांक 13 जून 2007 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.एसपी.बीसी.सं. 101 / 09.07.01 /2006-07 देखें जिसमें उपर्युक्त योजना की संशोधित ऋण सीमाओं के बारे में सूचित किया गया है जिसे वर्तमान में सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों द्वारा कार्यान्वित किया ज
अप्रैल 01, 2008
पीएमआरवाई - कार्यक्रम वर्ष 2007 - 08 के लिए मंजूर किए गए मामलों में मंजूरी और ऋण वितरण पूरा करने की समाप्ति की अंतिम तारीख को और आगे बढ़ाने के संबंध में
आरबीआइ / 2007-08/272 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 54/09.04.01/2007-08 01 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)प्रिय महोदय, पीएमआरवाई - कार्यक्रम वर्ष 2007 - 08 के लिए मंजूर किए गए मामलों में मंजूरी और ऋण वितरण पूरा करने की समाप्ति की अंतिम तारीख को और आगे बढ़ाने के संबंध में कार्यक्रम वर्ष 2007-08 की तिमाही सूची में यह अधिदेशित किए जाने के बावजूद कि, कार्यक्रम वर्ष के अंतर्गत सभी ऋण मंजूरियों और उनके
आरबीआइ / 2007-08/272 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 54/09.04.01/2007-08 01 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)प्रिय महोदय, पीएमआरवाई - कार्यक्रम वर्ष 2007 - 08 के लिए मंजूर किए गए मामलों में मंजूरी और ऋण वितरण पूरा करने की समाप्ति की अंतिम तारीख को और आगे बढ़ाने के संबंध में कार्यक्रम वर्ष 2007-08 की तिमाही सूची में यह अधिदेशित किए जाने के बावजूद कि, कार्यक्रम वर्ष के अंतर्गत सभी ऋण मंजूरियों और उनके
अप्रैल 01, 2008
राजस्थान राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2007-08/271 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 53/02.08.01/2007-08 अप्रैल 01, 2008.अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, राजस्थान राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग(ग्रुप-1)राजस्थान सरकार, जयपुर के दिनांक जनवरी 25, 2008 के सरकारी अधिसूचना सं.पी 9 (17)र.ज.-1/07/3 द्वारा प्रतापगढ नामक नये जिले का गठन किया है जिसे वर्तमान चितौरगढ, बाँसवारा और उदयपुर जिलों से अलग करके बनाया गया है एवं इसका मुख्यालय प्रतापगढ है ।इस नये प्रतापगढ
भारिबैं/2007-08/271 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 53/02.08.01/2007-08 अप्रैल 01, 2008.अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, राजस्थान राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग(ग्रुप-1)राजस्थान सरकार, जयपुर के दिनांक जनवरी 25, 2008 के सरकारी अधिसूचना सं.पी 9 (17)र.ज.-1/07/3 द्वारा प्रतापगढ नामक नये जिले का गठन किया है जिसे वर्तमान चितौरगढ, बाँसवारा और उदयपुर जिलों से अलग करके बनाया गया है एवं इसका मुख्यालय प्रतापगढ है ।इस नये प्रतापगढ
मार्च 27, 2008
गुजरात राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2007-08/267 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 52/02.08.01/2007-08 मार्च 27, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक (सूचीनुसार) प्रिय महोदय, गुजरात राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग गुजरात सरकार के दिनांक सितम्बर 27, 2007 के सरकारी आदेश सं.पी एफ आर /5207/एम आर 56/एल.1 द्वारा तापी नामक नये जिले का गठन किया है जिसमें व्यारा, सोनगढ, उच्छल, निझार और वालोद तालुका शामिल हैं जिन्हें वर्तमान सूरत जिले से लिया गया है, जिसमें विभाजन के उपरान्त चोरयासी,
भारिबैं/2007-08/267 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 52/02.08.01/2007-08 मार्च 27, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक (सूचीनुसार) प्रिय महोदय, गुजरात राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग गुजरात सरकार के दिनांक सितम्बर 27, 2007 के सरकारी आदेश सं.पी एफ आर /5207/एम आर 56/एल.1 द्वारा तापी नामक नये जिले का गठन किया है जिसमें व्यारा, सोनगढ, उच्छल, निझार और वालोद तालुका शामिल हैं जिन्हें वर्तमान सूरत जिले से लिया गया है, जिसमें विभाजन के उपरान्त चोरयासी,
फ़रवरी 28, 2008
"अपने ग्राहक को जानिए"(केवाइसी) मानदंड / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी)
आरबीआइ/2007-08/250 आरपीसीडी.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी. सं. 51 /07.40.00/2007-08 28 फरवरी 2008 सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय"अपने ग्राहक को जानिए"(केवाइसी) मानदंड / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) 18 फरवरी 2005 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.सं.एएमएल.बीसी.80/07.40.00/ 2004-05 द्वारा बैंकों को सूचित किया गया था कि ग्राहक स्वीकृति नीति अपनाने तथा उसे लागू करने का यह परिणाम नहीं होना चाहिए कि सामान्य जनता, विशेष रूप से वे जो व
आरबीआइ/2007-08/250 आरपीसीडी.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी. सं. 51 /07.40.00/2007-08 28 फरवरी 2008 सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय"अपने ग्राहक को जानिए"(केवाइसी) मानदंड / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) 18 फरवरी 2005 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.सं.एएमएल.बीसी.80/07.40.00/ 2004-05 द्वारा बैंकों को सूचित किया गया था कि ग्राहक स्वीकृति नीति अपनाने तथा उसे लागू करने का यह परिणाम नहीं होना चाहिए कि सामान्य जनता, विशेष रूप से वे जो व
फ़रवरी 27, 2008
‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआइ/2007-08/248 आरपीसीडी.केका.आरआरबी.बीसी.सं.50 /03.05.33(इ)/2007-08 27 फरवरी 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अध्यक्ष महोदय ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक18 फरवरी 2005 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.केका. आरआरबी. सं.बीसी.81/ 03.05.33(इ)/2004-05 द्वारा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को सूचित किया गया था कि ग्राहक स्वीकृति नीति अपनाने तथा उसे लागू करने का यह परिणाम नहीं
आरबीआइ/2007-08/248 आरपीसीडी.केका.आरआरबी.बीसी.सं.50 /03.05.33(इ)/2007-08 27 फरवरी 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अध्यक्ष महोदय ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक18 फरवरी 2005 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.केका. आरआरबी. सं.बीसी.81/ 03.05.33(इ)/2004-05 द्वारा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को सूचित किया गया था कि ग्राहक स्वीकृति नीति अपनाने तथा उसे लागू करने का यह परिणाम नहीं
फ़रवरी 19, 2008
अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को ऋण सुविधाएँ-संशोधित अनुबंध
भारिबैं/2007-08/24 ग्राआऋवि.एसपी. बीसी.सं. 49/09.09.01/2007-08 फरवरी 19, 2008 सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को ऋण सुविधाएँ-संशोधित अनुबंध कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 2/09.09.01/07-08 देखें । इस संबंध में हम सूचित करते हैं कि दिनांक 30 अप्रैल 2007 के ग्राआऋवि.सं.प्लान.बीसी.84/04.09.01/06-07 द्वारा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार देने संबंधी दिशा-निर्देश संशोधित किए
भारिबैं/2007-08/24 ग्राआऋवि.एसपी. बीसी.सं. 49/09.09.01/2007-08 फरवरी 19, 2008 सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को ऋण सुविधाएँ-संशोधित अनुबंध कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 2/09.09.01/07-08 देखें । इस संबंध में हम सूचित करते हैं कि दिनांक 30 अप्रैल 2007 के ग्राआऋवि.सं.प्लान.बीसी.84/04.09.01/06-07 द्वारा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार देने संबंधी दिशा-निर्देश संशोधित किए
फ़रवरी 19, 2008
बैंको द्वारा मुर्गीपालन उद्योग को राहत उपायों हेतु दिशानिर्देश
आरबीआइ/2007-08/240 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं.48/05.04.02/2007-08 19 फरवरी 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक,महोदय,बैंको द्वारा मुर्गीपालन उद्योग को राहत उपायों हेतु दिशानिर्देश जैसा कि आप को ज्ञात है कि देश के कुछ भागों में एवियन इन्फलूंजा (बर्ड फलू) फैलने के मामले सामने आए हैं। मुर्गियों की छँटाई के साथ-साथ पोल्ट्री उत्पाद की मांग और उनके मूल्य में भारी गिरावट के कारण होने वाली आय में हुई क्षति के मद्देनजर बैंक उनके द्वारा वित
आरबीआइ/2007-08/240 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं.48/05.04.02/2007-08 19 फरवरी 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक,महोदय,बैंको द्वारा मुर्गीपालन उद्योग को राहत उपायों हेतु दिशानिर्देश जैसा कि आप को ज्ञात है कि देश के कुछ भागों में एवियन इन्फलूंजा (बर्ड फलू) फैलने के मामले सामने आए हैं। मुर्गियों की छँटाई के साथ-साथ पोल्ट्री उत्पाद की मांग और उनके मूल्य में भारी गिरावट के कारण होने वाली आय में हुई क्षति के मद्देनजर बैंक उनके द्वारा वित
फ़रवरी 14, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात बनाये रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआइ/2007-08/237 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी. सं.47/03.05.28(बी)/2007-08 14 फरवरी , 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात बनाये रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 21 अक्तूबर 1997 का हमारा परिपत्र बैपविवि.सं.बीसी.137 /12.02.001 / 97-98 देखें।बैंककारी विनियमन (संशोधन) अध्यादेश, 2007 के स्थान पर बैंककारी विनियमन (संशोधन) अधिनियम, 2007 दिनांक 23 जनवरी 2007 से लागू हुआ था। बैंककारी विनियमन अध
आरबीआइ/2007-08/237 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी. सं.47/03.05.28(बी)/2007-08 14 फरवरी , 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात बनाये रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 21 अक्तूबर 1997 का हमारा परिपत्र बैपविवि.सं.बीसी.137 /12.02.001 / 97-98 देखें।बैंककारी विनियमन (संशोधन) अध्यादेश, 2007 के स्थान पर बैंककारी विनियमन (संशोधन) अधिनियम, 2007 दिनांक 23 जनवरी 2007 से लागू हुआ था। बैंककारी विनियमन अध
जनवरी 15, 2008
तामीलनाडु राज्य में नए जिलें का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2007-08/223 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 46 /02.08.01/2007-08 जनवरी 15, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, तामीलनाडु राज्य में नए जिलें का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग (आर ए1(1) तामीलनाडु सरकार के दिनांक नवम्बर 19, 2007 के सरकारी आदेश सं.जी.ओ.(एम.एस) सं.684 द्वारा अरियालूर नामक नये जिलें का गठन किया है जिसे वर्तमान जिला पेरामबलूर को विभाजित करके बनाया गया है । इन जिलें में शामिल तालुकों के नाम निम्न तालिका में दर्शाये गये ह
भारिबैं/2007-08/223 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 46 /02.08.01/2007-08 जनवरी 15, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, तामीलनाडु राज्य में नए जिलें का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग (आर ए1(1) तामीलनाडु सरकार के दिनांक नवम्बर 19, 2007 के सरकारी आदेश सं.जी.ओ.(एम.एस) सं.684 द्वारा अरियालूर नामक नये जिलें का गठन किया है जिसे वर्तमान जिला पेरामबलूर को विभाजित करके बनाया गया है । इन जिलें में शामिल तालुकों के नाम निम्न तालिका में दर्शाये गये ह
जनवरी 08, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 17 (2) - आरक्षित निधि में से विनियोजन
आरबीआइ / 2007 -08 / 222 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 45 / 03.05.98 / 2007-08 8 जनवरी 2008अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 17 (2) - आरक्षित निधि में से विनियोजन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 51 के साथ पठित धारा 17 (2) के अनुसार जब कोई बैंक आरक्षित निधि में से कोई राशि या राशियों का विनियोजन करता है तो वह ऐसा विनियोजन करने की तारीख से 21 दिनों के अंदर विनियोजन करने से संबंधित परिस्थितियों का स्पष्टीकरण देते
आरबीआइ / 2007 -08 / 222 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 45 / 03.05.98 / 2007-08 8 जनवरी 2008अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 17 (2) - आरक्षित निधि में से विनियोजन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 51 के साथ पठित धारा 17 (2) के अनुसार जब कोई बैंक आरक्षित निधि में से कोई राशि या राशियों का विनियोजन करता है तो वह ऐसा विनियोजन करने की तारीख से 21 दिनों के अंदर विनियोजन करने से संबंधित परिस्थितियों का स्पष्टीकरण देते
दिसंबर 28, 2007
वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करना
आरबीआई/2007-2008/218 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 44 / 05.03.095/2007-08 28 दिसंबर 2007अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करनाकृपया वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 149 (उद्धरण की प्रति संलग्न) देखें — इस समय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जोखिम भारित परिसंपत्ति की तुलना में पूंजी अनुपात (सीआरएआर) की परिधि से बाहर हैं —
आरबीआई/2007-2008/218 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 44 / 05.03.095/2007-08 28 दिसंबर 2007अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करनाकृपया वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 149 (उद्धरण की प्रति संलग्न) देखें — इस समय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जोखिम भारित परिसंपत्ति की तुलना में पूंजी अनुपात (सीआरएआर) की परिधि से बाहर हैं —
दिसंबर 14, 2007
कर्नाटक राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2007-08/212 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 43 /02.08.01/2007-08 दिसम्बर 14, 2007 अध्यक्ष,सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार ) प्रिय महोदय, कर्नाटक राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग (एल ए क्यू/एस एस एल आर) कर्नाटक सरकार के दिनांक अगस्त 03, 2007 के राजपत्र अधिसूचना सं.आर डी 27 भूदापु 2006(ज्.3) के द्वारा दिनांक 10 सितम्बर 2007 से रामनगर और चिक्कबल्लापुरा इन दो नये जिलों का गठन किया है जिनका विवरण निम्न तालिका में उन जिलां के सामने दर्शाय
भारिबैं/2007-08/212 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 43 /02.08.01/2007-08 दिसम्बर 14, 2007 अध्यक्ष,सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार ) प्रिय महोदय, कर्नाटक राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग (एल ए क्यू/एस एस एल आर) कर्नाटक सरकार के दिनांक अगस्त 03, 2007 के राजपत्र अधिसूचना सं.आर डी 27 भूदापु 2006(ज्.3) के द्वारा दिनांक 10 सितम्बर 2007 से रामनगर और चिक्कबल्लापुरा इन दो नये जिलों का गठन किया है जिनका विवरण निम्न तालिका में उन जिलां के सामने दर्शाय
दिसंबर 12, 2007
प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को प्रायोजक बैंकों /वाणिज्य बैंकों द्वारा निधियां प्रदान करना
आरबीआइ/2007-08/209 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बी.सी.42/04.09.01.2007-08 12 दिसंबर 2007 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) प्रिय महोदय प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को प्रायोजक बैंकों /वाणिज्य बैंकों द्वारा निधियां प्रदान करना कृपया प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. प्लान.बीसी. 5 /04.09.01/2007-08 देखें। कृषि क्षेत्र क
आरबीआइ/2007-08/209 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बी.सी.42/04.09.01.2007-08 12 दिसंबर 2007 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) प्रिय महोदय प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को प्रायोजक बैंकों /वाणिज्य बैंकों द्वारा निधियां प्रदान करना कृपया प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. प्लान.बीसी. 5 /04.09.01/2007-08 देखें। कृषि क्षेत्र क
दिसंबर 10, 2007
अग्रणी बैंक योजना - जम्मू और काश्मीर में अनंतनाग,बडग्ााँम, पुलवामा तथा श्रीनगर जिलों के संबंध में अग्रणी बैंक का उत्तरदायित्व स्थायी रूप से सौपना
भारिबैं/2007-08/207 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं 41 /02.08.01/2007-08 दिसम्बर 10, 2007अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, अग्रणी बैंक योजना - जम्मू और काश्मीर में अनंतनाग,बडग्ााँम, पुलवामा तथा श्रीनगर जिलों के संबंध में अग्रणी बैंक का उत्तरदायित्व स्थायी रूप से सौपनाकृपया दिनांक मार्च 29, 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.एलबीएस.बीसी.59/02.08.01/2006-07 देखें जिसके अंतर्गत जम्मू और काश्मीर बैंक लिमिटेड को अनंतनाग,बडग्ााँम, पुलवामा तथा श्रीनगर जिलों के सं
भारिबैं/2007-08/207 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं 41 /02.08.01/2007-08 दिसम्बर 10, 2007अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, अग्रणी बैंक योजना - जम्मू और काश्मीर में अनंतनाग,बडग्ााँम, पुलवामा तथा श्रीनगर जिलों के संबंध में अग्रणी बैंक का उत्तरदायित्व स्थायी रूप से सौपनाकृपया दिनांक मार्च 29, 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.एलबीएस.बीसी.59/02.08.01/2006-07 देखें जिसके अंतर्गत जम्मू और काश्मीर बैंक लिमिटेड को अनंतनाग,बडग्ााँम, पुलवामा तथा श्रीनगर जिलों के सं
दिसंबर 04, 2007
वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करना
आरबीआई / 2007 - 2008 / 203 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. 40 / 07.38.03/2007-084 दिसंबर 2007 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय महोदय वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करनाकृपया वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 149 (उद्धरण की प्रति संलग्न) देखें । इस समय, राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक जोखिम भारित परिसंपत्ति की तुलना में पूंज
आरबीआई / 2007 - 2008 / 203 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. 40 / 07.38.03/2007-084 दिसंबर 2007 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय महोदय वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करनाकृपया वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 149 (उद्धरण की प्रति संलग्न) देखें । इस समय, राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक जोखिम भारित परिसंपत्ति की तुलना में पूंज
नवंबर 29, 2007
निश्चित अवरुद्धता अवधि वाली जमा योजनाएं
आरबीआइ/2007-08/196 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं..39/03.05.33/2007-08 29 नवंबर 2007 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक(आरआरबी) महोदय निश्चित अवरुद्धता अवधि वाली जमा योजनाएं हमारे ध्यान में यह लाया गया है कि कुछ बैंक नियमित मीयादी जमाराशियों के अतिरिक्त अपने ग्राहकों को 300 दिन से पांच वर्ष तक की विस्तारित सीमा वाले विशेष मीयादी जमाराशि उत्पाद प्रस्तावित कर रहे हैं जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं :i. 6 से 12 महीने तक की विस्तारित सीमा वाली निश्चित अवरुद्धता अवधि; ii. निश
आरबीआइ/2007-08/196 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं..39/03.05.33/2007-08 29 नवंबर 2007 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक(आरआरबी) महोदय निश्चित अवरुद्धता अवधि वाली जमा योजनाएं हमारे ध्यान में यह लाया गया है कि कुछ बैंक नियमित मीयादी जमाराशियों के अतिरिक्त अपने ग्राहकों को 300 दिन से पांच वर्ष तक की विस्तारित सीमा वाले विशेष मीयादी जमाराशि उत्पाद प्रस्तावित कर रहे हैं जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं :i. 6 से 12 महीने तक की विस्तारित सीमा वाली निश्चित अवरुद्धता अवधि; ii. निश
नवंबर 22, 2007
ऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपलडिसेबिलिटीज़ वाले अपंग व्यक्तियों को अधिकार देनेवाले राष्ट्रीयन्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत जारी कानूनी अभिभावक प्रमाणपत्र
आरबीआइ /2007-08/ 191 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 38/03.05.33/2007-08 22 नवंबर 2007 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदयऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपलडिसेबिलिटीज़ वाले अपंग व्यक्तियों को अधिकार देनेवाले राष्ट्रीयन्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत जारी कानूनी अभिभावक प्रमाणपत्र नैशनल ट्रस्ट फॉर दि वेलफेयर ऑफ पर्सन्स विद ऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपल डिसेबिलिटीज़ (न्यास) ने हमें सूचित किया है कि ऐसा एक प्रश्न उठा है कि बैंक त
आरबीआइ /2007-08/ 191 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 38/03.05.33/2007-08 22 नवंबर 2007 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदयऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपलडिसेबिलिटीज़ वाले अपंग व्यक्तियों को अधिकार देनेवाले राष्ट्रीयन्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत जारी कानूनी अभिभावक प्रमाणपत्र नैशनल ट्रस्ट फॉर दि वेलफेयर ऑफ पर्सन्स विद ऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपल डिसेबिलिटीज़ (न्यास) ने हमें सूचित किया है कि ऐसा एक प्रश्न उठा है कि बैंक त
नवंबर 20, 2007
ऑटिसम, सेरेब्रली पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपलडिसेबिलिटीज़ वाले अपंग व्यक्तियों को अधिकार देनेवाले राष्ट्रीय न्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत जारी कानूनी अभिभावक प्रमाणपत्र
आरबीआइ / 2007 - 08 / 190 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी. 37 / 07.40.06 / 2007-08 20 नवंबर 2007 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंक (राज्य सहकारी बैंक / जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक ) महोदयऑटिसम, सेरेब्रली पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपलडिसेबिलिटीज़ वाले अपंग व्यक्तियों को अधिकार देनेवाले राष्ट्रीय न्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत जारी कानूनी अभिभावक प्रमाणपत्र नैशनल ट्रस्ट फॉर दि वेलफेयर ऑफ पर्सन्स विद ऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टि
आरबीआइ / 2007 - 08 / 190 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी. 37 / 07.40.06 / 2007-08 20 नवंबर 2007 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंक (राज्य सहकारी बैंक / जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक ) महोदयऑटिसम, सेरेब्रली पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपलडिसेबिलिटीज़ वाले अपंग व्यक्तियों को अधिकार देनेवाले राष्ट्रीय न्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत जारी कानूनी अभिभावक प्रमाणपत्र नैशनल ट्रस्ट फॉर दि वेलफेयर ऑफ पर्सन्स विद ऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टि
नवंबर 14, 2007
निश्चित अवरुद्धता अवधि वाली जमा योजनाएं
आरबीआइ/2007-08/185 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.. 36/07.38.01/2007-08 14 नवंबर 2007 सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंकों (राज्य सहकारी बैंकों /जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकों ) मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदयनिश्चित अवरुद्धता अवधि वाली जमा योजनाएं हमारे ध्यान में यह लाया गया है कि कुछ बैंक नियमित मीयादी जमाराशियों के अतिरिक्त अपने ग्राहकों को 300 दिन से पांच वर्ष तक की विस्तारित सीमा वाले विशेष मीयादी जमाराशि उत्पाद प्रस्तावित कर रहे हैं जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं :i. 6 स
आरबीआइ/2007-08/185 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.. 36/07.38.01/2007-08 14 नवंबर 2007 सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंकों (राज्य सहकारी बैंकों /जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकों ) मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदयनिश्चित अवरुद्धता अवधि वाली जमा योजनाएं हमारे ध्यान में यह लाया गया है कि कुछ बैंक नियमित मीयादी जमाराशियों के अतिरिक्त अपने ग्राहकों को 300 दिन से पांच वर्ष तक की विस्तारित सीमा वाले विशेष मीयादी जमाराशि उत्पाद प्रस्तावित कर रहे हैं जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं :i. 6 स
अक्‍तूबर 31, 2007
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना -क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी)
आरबीआइ / 2007-08 / 175 ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.बीसी.35 / 03.05.28(बी) / 2007-08 31 अक्तूबर 2007 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना -क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 अगस्त 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरबीआइ.बीसी. 17/03.05.28(बी)/2007-08(आरबीआइ/2007-08/109) देखें। वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि 10
आरबीआइ / 2007-08 / 175 ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.बीसी.35 / 03.05.28(बी) / 2007-08 31 अक्तूबर 2007 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना -क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 अगस्त 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरबीआइ.बीसी. 17/03.05.28(बी)/2007-08(आरबीआइ/2007-08/109) देखें। वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि 10
अक्‍तूबर 30, 2007
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ / 2007-08/174 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 34/07.02.01/2007-08 30 अक्तूबर 2007सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 अगस्त 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2007-2008/108 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी सं. 15/07.02.01/2007-08 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि 10 नवंबर 2007 से प्रारंभ होनेवाले पखवाड़े से अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों के
आरबीआइ / 2007-08/174 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 34/07.02.01/2007-08 30 अक्तूबर 2007सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 अगस्त 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2007-2008/108 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी सं. 15/07.02.01/2007-08 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि 10 नवंबर 2007 से प्रारंभ होनेवाले पखवाड़े से अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों के
अक्‍तूबर 18, 2007
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा मुद्रा तिजोरियां खोलना
आरबीआइ /2007-08/162 ग्राआाऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.32/03.05.33 (सी) /2007-08 18 अक्तूबर 2007सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयक्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा मुद्रा तिजोरियां खोलना कृपया 27 दिसंबर 2005 के हमारे परिपत्र ग्राआाऋवि. केंका. आरआरबी. सं.बीसी. 57/03.05.33 (एफ) /2005-06 की मद (3)ं देखें। इस संबंध में यह निर्णय किया गया है कि निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करने वाले क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अब से मुद्रा तिजोरी की सुविधा के लिए विभाग के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय को आ
आरबीआइ /2007-08/162 ग्राआाऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.32/03.05.33 (सी) /2007-08 18 अक्तूबर 2007सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयक्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा मुद्रा तिजोरियां खोलना कृपया 27 दिसंबर 2005 के हमारे परिपत्र ग्राआाऋवि. केंका. आरआरबी. सं.बीसी. 57/03.05.33 (एफ) /2005-06 की मद (3)ं देखें। इस संबंध में यह निर्णय किया गया है कि निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करने वाले क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अब से मुद्रा तिजोरी की सुविधा के लिए विभाग के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय को आ
अक्‍तूबर 15, 2007
जम्मू और काश्मीर राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक का उत्तरदायित्व सौंपना
भारिबैं/2007-08/160 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं.31/02.08.01/2007-08अक्तूबर 15, 2007अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक (सूचीनुसार)प्रिय महोदय,जम्मू और काश्मीर राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक का उत्तरदायित्व सौंपनाकृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक सितम्बर 12, 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं.23/02.08.01/2007-08 देखें जिसके अनुसार जम्मू एवं काश्मीर राज्य में गठित आठ नये जिलां, जैसे गांदरबल, बांदीपुर, शोपियाँ, कुलगाम, सांबा, रियासी, रामबन और किश्तवाड़ में
भारिबैं/2007-08/160 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं.31/02.08.01/2007-08अक्तूबर 15, 2007अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक (सूचीनुसार)प्रिय महोदय,जम्मू और काश्मीर राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक का उत्तरदायित्व सौंपनाकृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक सितम्बर 12, 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं.23/02.08.01/2007-08 देखें जिसके अनुसार जम्मू एवं काश्मीर राज्य में गठित आठ नये जिलां, जैसे गांदरबल, बांदीपुर, शोपियाँ, कुलगाम, सांबा, रियासी, रामबन और किश्तवाड़ में
अक्‍तूबर 11, 2007
Revised Guidelines on Lending to Priority Sector - Weaker Sections
RBI/2007-2008/159RPCD.CO.Plan.BC. 30 /04.09.01/2007-08October 11, 2007The Chairman/Managing Director/Chief Executive Officer[All scheduled commercial banks(excluding Regional Rural Banks)]Dear Sir,Revised Guidelines on Lending to Priority Sector – Weaker SectionsPlease refer to our circular RPCD.No.Plan.BC.10856/04.09.01/2006-07 dated May 18, 2007 on the above subject, advising the addition of clause (j) under paragraph 8 of Section I of the circular RPCD.No.Plan. BC.
RBI/2007-2008/159RPCD.CO.Plan.BC. 30 /04.09.01/2007-08October 11, 2007The Chairman/Managing Director/Chief Executive Officer[All scheduled commercial banks(excluding Regional Rural Banks)]Dear Sir,Revised Guidelines on Lending to Priority Sector – Weaker SectionsPlease refer to our circular RPCD.No.Plan.BC.10856/04.09.01/2006-07 dated May 18, 2007 on the above subject, advising the addition of clause (j) under paragraph 8 of Section I of the circular RPCD.No.Plan. BC.
अक्‍तूबर 09, 2007
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा रुपयों में अनिवासी सामान्य खाता (एनआरओ) /अनिवासी बाह्य खाता (एनआरई) खोलने / रखने का प्राधिकार तथा विदेशी मुद्रा अनिवासी (एफसीएनआर) जमाराशियाँ स्वीकार करना
भारिबैं / 2007-08 /157 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 29 / 03.05.33(सी)-2007-08 9 अक्तूबर 2007सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा रुपयों में अनिवासी सामान्य खाता (एनआरओ) /अनिवासी बाह्य खाता (एनआरई) खोलने / रखने का प्राधिकार तथा विदेशी मुद्रा अनिवासी (एफसीएनआर) जमाराशियाँ स्वीकार करनाकृपया दिनांक 28 जून 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी 106 / 03.05.33(सी)/2006-07 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के लिए रुपयों में ग्राह
भारिबैं / 2007-08 /157 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 29 / 03.05.33(सी)-2007-08 9 अक्तूबर 2007सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा रुपयों में अनिवासी सामान्य खाता (एनआरओ) /अनिवासी बाह्य खाता (एनआरई) खोलने / रखने का प्राधिकार तथा विदेशी मुद्रा अनिवासी (एफसीएनआर) जमाराशियाँ स्वीकार करनाकृपया दिनांक 28 जून 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी 106 / 03.05.33(सी)/2006-07 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के लिए रुपयों में ग्राह

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