प्रेस प्रकाशनियां
The 30th Meeting of the Standing Advisory Committee (SAC) to review the flow of credit to the Micro, Small and Medium Enterprises (MSME) sector was held in Coimbatore on October 27, 2025, under the chairmanship of Shri Swaminathan J, Deputy Governor, Reserve Bank of India. The meeting was attended by the Executive Directors from RBI, Additional Secretary from the Ministry of MSME and Joint Secretary from the Department of Financial Services, Ministry of Finance, Government of India; Chairman, SIDBI; Managing Directors of SBI and Punjab National Bank, senior management of major banks and NABARD; senior executives of the Credit Guarantee Fund Trust for Micro and Small Enterprises (CGTMSE), National Credit Guarantee Trustee Company Limited (NCGTC), Khadi & Village Industries Commission (KVIC), Indian Banks’ Association (IBA), Finance Industry Development Council (FIDC), and representatives from MSME associations. The last two meetings of SAC were held in Lucknow and Ahmedabad.
The 30th Meeting of the Standing Advisory Committee (SAC) to review the flow of credit to the Micro, Small and Medium Enterprises (MSME) sector was held in Coimbatore on October 27, 2025, under the chairmanship of Shri Swaminathan J, Deputy Governor, Reserve Bank of India. The meeting was attended by the Executive Directors from RBI, Additional Secretary from the Ministry of MSME and Joint Secretary from the Department of Financial Services, Ministry of Finance, Government of India; Chairman, SIDBI; Managing Directors of SBI and Punjab National Bank, senior management of major banks and NABARD; senior executives of the Credit Guarantee Fund Trust for Micro and Small Enterprises (CGTMSE), National Credit Guarantee Trustee Company Limited (NCGTC), Khadi & Village Industries Commission (KVIC), Indian Banks’ Association (IBA), Finance Industry Development Council (FIDC), and representatives from MSME associations. The last two meetings of SAC were held in Lucknow and Ahmedabad.
वित्तीय समावेशन (एफआई) योजनाओं की अधिकतम संतृप्ति हेतु बैंक, 1 जुलाई 2025 से 30 सितंबर 2025 तक ग्राम पंचायत स्तर पर एक देश-व्यापी अभियान चला रहे हैं, जिसके तहत बैंक खातों का पुनः केवाईसी भी किया जा रहा है। शिविरों का उपयोग दावा न की गई जमा राशि के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने और शिकायतों के निवारण के लिए भी किया जा रहा है। 11 अगस्त 2025 तक, 1.41 लाख से अधिक शिविर आयोजित किए जा चुके हैं और 35 लाख से अधिक खातों की पुनः-केवाईसी का कार्य पूरा हो चुका है। अपेक्षित परिणामों की प्राप्ति में हो रही प्रगति पर सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
वित्तीय समावेशन (एफआई) योजनाओं की अधिकतम संतृप्ति हेतु बैंक, 1 जुलाई 2025 से 30 सितंबर 2025 तक ग्राम पंचायत स्तर पर एक देश-व्यापी अभियान चला रहे हैं, जिसके तहत बैंक खातों का पुनः केवाईसी भी किया जा रहा है। शिविरों का उपयोग दावा न की गई जमा राशि के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने और शिकायतों के निवारण के लिए भी किया जा रहा है। 11 अगस्त 2025 तक, 1.41 लाख से अधिक शिविर आयोजित किए जा चुके हैं और 35 लाख से अधिक खातों की पुनः-केवाईसी का कार्य पूरा हो चुका है। अपेक्षित परिणामों की प्राप्ति में हो रही प्रगति पर सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने, सरकार सहित संबंधित हितधारकों के परामर्श से, देश भर में वित्तीय समावेशन की सीमा को मापने के लिए एक सम्मिश्र वित्तीय समावेशन सूचकांक (एफआई-सूचकांक) का निर्माण किया था जिसे पहली बार मार्च 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए अगस्त 2021 में प्रकाशित
भारतीय रिज़र्व बैंक ने, सरकार सहित संबंधित हितधारकों के परामर्श से, देश भर में वित्तीय समावेशन की सीमा को मापने के लिए एक सम्मिश्र वित्तीय समावेशन सूचकांक (एफआई-सूचकांक) का निर्माण किया था जिसे पहली बार मार्च 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए अगस्त 2021 में प्रकाशित
भारतीय रिज़र्व बैंक ने हितधारकों से प्राप्त प्रतिकृया को ध्यान में रखते हुए मौजूदा प्रावधानों की व्यापक समीक्षा के बाद आज प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार (पीएसएल) पर संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। 1 अप्रैल 2025 से लागू होने वाले नए दिशा-निर्देशों में निम्नलिखित प्रमुख परिवर्तन शामिल हैं:
भारतीय रिज़र्व बैंक ने हितधारकों से प्राप्त प्रतिकृया को ध्यान में रखते हुए मौजूदा प्रावधानों की व्यापक समीक्षा के बाद आज प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार (पीएसएल) पर संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। 1 अप्रैल 2025 से लागू होने वाले नए दिशा-निर्देशों में निम्नलिखित प्रमुख परिवर्तन शामिल हैं:
वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए रिज़र्व बैंक 2016 से हर वर्ष वित्तीय साक्षरता सप्ताह (एफ़एलडब्ल्यू) का आयोजन कर रहा है। गवर्नर श्री संजय मल्होत्रा ने वित्तीय साक्षरता सप्ताह (एफ़एलडब्ल्यू) 2025 के दसवें संस्करण का शुभारंभ किया और इस वर्ष का विषय है "वित्तीय समझदारी: समृद्ध नारी”
वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए रिज़र्व बैंक 2016 से हर वर्ष वित्तीय साक्षरता सप्ताह (एफ़एलडब्ल्यू) का आयोजन कर रहा है। गवर्नर श्री संजय मल्होत्रा ने वित्तीय साक्षरता सप्ताह (एफ़एलडब्ल्यू) 2025 के दसवें संस्करण का शुभारंभ किया और इस वर्ष का विषय है "वित्तीय समझदारी: समृद्ध नारी”
भारतीय रिज़र्व बैंक, पूर्वस्नातक स्तर पर कॉलेज छात्रों के लिए आरबीआई90क्विज़ की शुरुआत की घोषणा करता है। यह क्विज़ एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता है जिसे रिज़र्व बैंक की स्थापना के 90 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है।
आरबीआई90क्विज़ सामान्य ज्ञान पर आधारित है और इसमें बहु-स्तरीय प्रतियोगिता होगी, जो ऑनलाइन चरण से शुरू होगी, उसके बाद राज्य और क्षेत्रीय स्तर के दौर होंगे और राष्ट्रीय फाइनल के साथ समापन होगा।
भारतीय रिज़र्व बैंक, पूर्वस्नातक स्तर पर कॉलेज छात्रों के लिए आरबीआई90क्विज़ की शुरुआत की घोषणा करता है। यह क्विज़ एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता है जिसे रिज़र्व बैंक की स्थापना के 90 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है।
आरबीआई90क्विज़ सामान्य ज्ञान पर आधारित है और इसमें बहु-स्तरीय प्रतियोगिता होगी, जो ऑनलाइन चरण से शुरू होगी, उसके बाद राज्य और क्षेत्रीय स्तर के दौर होंगे और राष्ट्रीय फाइनल के साथ समापन होगा।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने वित्तीय साक्षरता सप्ताह 2024 अभियान के हिस्से के रूप में “नवयुवकों के लिए पैसा मायने रखता है: आउटरीच कार्यनीतियों पर पुनर्विचार” विषय पर स्नातकोत्तर छात्रों के लिए वित्तीय साक्षरता आइडियाथॉन की घोषणा की थी।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने वित्तीय साक्षरता सप्ताह 2024 अभियान के हिस्से के रूप में “नवयुवकों के लिए पैसा मायने रखता है: आउटरीच कार्यनीतियों पर पुनर्विचार” विषय पर स्नातकोत्तर छात्रों के लिए वित्तीय साक्षरता आइडियाथॉन की घोषणा की थी।
सरकार सहित संबंधित हितधारकों के परामर्श से भारतीय रिज़र्व बैंक ने देश भर में वित्तीय समावेशन की सीमा को मापने के लिए एक सम्मिश्र वित्तीय समावेशन सूचकांक (एफआई-सूचकांक) का निर्माण किया था जिसे पहली बार मार्च 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए अगस्त 2021 में प्रकाशित किया गया था।
सरकार सहित संबंधित हितधारकों के परामर्श से भारतीय रिज़र्व बैंक ने देश भर में वित्तीय समावेशन की सीमा को मापने के लिए एक सम्मिश्र वित्तीय समावेशन सूचकांक (एफआई-सूचकांक) का निर्माण किया था जिसे पहली बार मार्च 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए अगस्त 2021 में प्रकाशित किया गया था।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 26 फरवरी 2024 को स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए वित्तीय साक्षरता आइडियाथॉन की घोषणा की थी, जिसमें प्रविष्टियां जमा करने की समय-सीमा 20 मार्च 2024 थी। समय-सीमा को बढ़ाने के लिए प्राप्त अनुरोधों के मद्देनज़र, भारतीय रिज़र्व बैंक, आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि को 15 अप्रैल 2024 तक बढ़ाने की सहर्ष घोषणा करता है। 2. इसके अतिरिक्त, आवेदन प्रस्तुत करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और निरंतरता बनाए रखने के लिए, प्रतिभागियों को सूचित किया जाता है कि: i) प्रस्तुतियाँ टाइप की हुई होनी चाहिए और इसे ऑनलाइन या डाक द्वारा प्रस्तुत की जा सकती है। ii) प्रत्येक प्रविष्टि के साथ संबंधित कॉलेज/ संस्थान का आईडी कार्ड होना चाहिए।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 26 फरवरी 2024 को स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए वित्तीय साक्षरता आइडियाथॉन की घोषणा की थी, जिसमें प्रविष्टियां जमा करने की समय-सीमा 20 मार्च 2024 थी। समय-सीमा को बढ़ाने के लिए प्राप्त अनुरोधों के मद्देनज़र, भारतीय रिज़र्व बैंक, आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि को 15 अप्रैल 2024 तक बढ़ाने की सहर्ष घोषणा करता है। 2. इसके अतिरिक्त, आवेदन प्रस्तुत करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और निरंतरता बनाए रखने के लिए, प्रतिभागियों को सूचित किया जाता है कि: i) प्रस्तुतियाँ टाइप की हुई होनी चाहिए और इसे ऑनलाइन या डाक द्वारा प्रस्तुत की जा सकती है। ii) प्रत्येक प्रविष्टि के साथ संबंधित कॉलेज/ संस्थान का आईडी कार्ड होना चाहिए।
भारतीय रिज़र्व बैंक 26 फरवरी से 1 मार्च 2024 तक "करो सही शुरुआत – बनो फ़ाइनेंशियली स्मार्ट" विषय पर वित्तीय साक्षरता सप्ताह (एफ़एलडब्ल्यू) 2024 मना रहा है। वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2016 से प्रति वर्ष एफएलडब्ल्यू मनाया जाता रहा है। 2. इस वर्ष का विषय, युवा वयस्कों, मुख्यतः विद्यार्थियों पर लक्षित है। इसका उद्देश्य बचत, बजट, कंपाउंडिंग की शक्ति, बैंकिंग अनिवार्यताओं और साइबर हाइजीन पर इनपुट के साथ कम उम्र से ही वित्तीय अनुशासन विकसित करने के फायदों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। 3. 2024 के एफएलडब्ल्यू अभियान के भाग के रूप में, भारतीय रिज़र्व बैंक वित्तीय साक्षरता आइडियाथॉन की सहर्ष घोषणा करता है, जिसका उद्देश्य युवाओं के बीच वित्तीय साक्षरता का प्रचार करने के लिए रचनात्मक कार्यनीतियों पर स्नातकोत्तर छात्रों से नवीन विचारों को आमंत्रित करना है ताकि उन्हें दायित्वपूर्ण वित्तीय व्यवहार करने और सोच-समझकर वित्तीय निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाया जा सके।
भारतीय रिज़र्व बैंक 26 फरवरी से 1 मार्च 2024 तक "करो सही शुरुआत – बनो फ़ाइनेंशियली स्मार्ट" विषय पर वित्तीय साक्षरता सप्ताह (एफ़एलडब्ल्यू) 2024 मना रहा है। वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2016 से प्रति वर्ष एफएलडब्ल्यू मनाया जाता रहा है। 2. इस वर्ष का विषय, युवा वयस्कों, मुख्यतः विद्यार्थियों पर लक्षित है। इसका उद्देश्य बचत, बजट, कंपाउंडिंग की शक्ति, बैंकिंग अनिवार्यताओं और साइबर हाइजीन पर इनपुट के साथ कम उम्र से ही वित्तीय अनुशासन विकसित करने के फायदों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। 3. 2024 के एफएलडब्ल्यू अभियान के भाग के रूप में, भारतीय रिज़र्व बैंक वित्तीय साक्षरता आइडियाथॉन की सहर्ष घोषणा करता है, जिसका उद्देश्य युवाओं के बीच वित्तीय साक्षरता का प्रचार करने के लिए रचनात्मक कार्यनीतियों पर स्नातकोत्तर छात्रों से नवीन विचारों को आमंत्रित करना है ताकि उन्हें दायित्वपूर्ण वित्तीय व्यवहार करने और सोच-समझकर वित्तीय निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाया जा सके।
15 सितंबर 2023 मार्च 2023 के लिए वित्तीय समावेशन सूचकांक सरकार सहित संबंधित हितधारकों के परामर्श से भारतीय रिज़र्व बैंक ने देश भर में वित्तीय समावेशन की सीमा को मापने के लिए एक सम्मिश्र वित्तीय समावेशन सूचकांक (एफआई-सूचकांक) का निर्माण किया था जिसे पहली बार मार्च 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए अगस्त 2021 में प्रकाशित किया गया था।
15 सितंबर 2023 मार्च 2023 के लिए वित्तीय समावेशन सूचकांक सरकार सहित संबंधित हितधारकों के परामर्श से भारतीय रिज़र्व बैंक ने देश भर में वित्तीय समावेशन की सीमा को मापने के लिए एक सम्मिश्र वित्तीय समावेशन सूचकांक (एफआई-सूचकांक) का निर्माण किया था जिसे पहली बार मार्च 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए अगस्त 2021 में प्रकाशित किया गया था।
5 मई 2021 गवर्नर का वक्तव्य – 5 मई 2021 वित्तीय वर्ष के रूप में 2020-21 - महामारी का वर्ष – खत्म होने के कगार पर था, पीअर्स के सापेक्ष, भारतीय अर्थव्यवस्था लाभप्रद रूप से तैयार की गई थी। भारत एक मजबूत बहाली की तलहटी में था, जिसने सकारात्मक संवृद्धि हासिल की, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह थी कि संक्रमण वक्र समतल हो गया । तब से कुछ हफ्तों में, स्थिति काफी बदल गई है। आज, भारत संक्रमण और मृत्यु दर की भयानक वृद्धि से लड़ रहा है। नया म्युटेंट स्ट्रैन उभरा हैं, जिससे स्वास
5 मई 2021 गवर्नर का वक्तव्य – 5 मई 2021 वित्तीय वर्ष के रूप में 2020-21 - महामारी का वर्ष – खत्म होने के कगार पर था, पीअर्स के सापेक्ष, भारतीय अर्थव्यवस्था लाभप्रद रूप से तैयार की गई थी। भारत एक मजबूत बहाली की तलहटी में था, जिसने सकारात्मक संवृद्धि हासिल की, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह थी कि संक्रमण वक्र समतल हो गया । तब से कुछ हफ्तों में, स्थिति काफी बदल गई है। आज, भारत संक्रमण और मृत्यु दर की भयानक वृद्धि से लड़ रहा है। नया म्युटेंट स्ट्रैन उभरा हैं, जिससे स्वास
31 जनवरी 2014 वार्षिक बैंकिंग ओम्बड्समैन सम्मेलन 2014 वार्षिक बैंकिंग ओम्बड्समैन सम्मेलन का आयोजन भारतीय रिज़र्व बैंक, मुंबई में 30 जनवरी 2014 को किया गया और इसका उद्घाटन भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर डॉ. रघुराम जी. राजन द्वारा किया गया। गवर्नर ने मुख्य संबोधन किया और कहा कि ग्राहक सुरक्षा केंद्रीय बैंकों की मुख्य चिंता है। उन्होंने वर्ष 2012-13 के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन की वार्षिक रिपोर्ट जारी की। वार्षिक रिपोर्ट में देशभर में 15 बैंकिंग ओम्बड्समैन कार्यालयों के कार्यनिष्पादन की मुख
31 जनवरी 2014 वार्षिक बैंकिंग ओम्बड्समैन सम्मेलन 2014 वार्षिक बैंकिंग ओम्बड्समैन सम्मेलन का आयोजन भारतीय रिज़र्व बैंक, मुंबई में 30 जनवरी 2014 को किया गया और इसका उद्घाटन भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर डॉ. रघुराम जी. राजन द्वारा किया गया। गवर्नर ने मुख्य संबोधन किया और कहा कि ग्राहक सुरक्षा केंद्रीय बैंकों की मुख्य चिंता है। उन्होंने वर्ष 2012-13 के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन की वार्षिक रिपोर्ट जारी की। वार्षिक रिपोर्ट में देशभर में 15 बैंकिंग ओम्बड्समैन कार्यालयों के कार्यनिष्पादन की मुख
4 जनवरी 2013 भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की समीक्षा करने के लिए कार्य समूह का गठन बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना 2006 से संबंधित बैंकों में ग्राहक सेवा संबंधी समिति और अधीनस्थ विधि निर्माण संबंधी राज्य सभा समिति की सिफारिशों के अनुरूप, भारतीय रिजर्व बैंक में बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना 2006 की समीक्षा करने, उसे अद्यतन करने और उसमें संशोधन करने के लिए एक कार्यसमूह (अध्यक्षाः श्रीमती सुमा वर्मा) का गठन किया गया है। इसका पता भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा आज यहां प्रकाशित बैंकि
4 जनवरी 2013 भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की समीक्षा करने के लिए कार्य समूह का गठन बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना 2006 से संबंधित बैंकों में ग्राहक सेवा संबंधी समिति और अधीनस्थ विधि निर्माण संबंधी राज्य सभा समिति की सिफारिशों के अनुरूप, भारतीय रिजर्व बैंक में बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना 2006 की समीक्षा करने, उसे अद्यतन करने और उसमें संशोधन करने के लिए एक कार्यसमूह (अध्यक्षाः श्रीमती सुमा वर्मा) का गठन किया गया है। इसका पता भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा आज यहां प्रकाशित बैंकि
24 फरवरी 2012 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की वार्षिक रिपोर्ट जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज वर्ष 2010-11 के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की वार्षिक रिपोर्ट जारी की। रिज़र्व बैंक ने बैंक ग्राहकों की शिकायतों के त्वरित निवारण के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना वर्ष 1995 में स्थापित की थी। संपूर्ण देश में बैकिंग ओम्बड्समैन के 15 कार्यालय हैं। यह रिपोर्ट बैकिंग ओम्बड्समैन के सभी कार्यालयों की गतिविधियों का सार-संक्षेप है।कि इस रिपोर्ट में उल्लेख है कि वर्ष 2010
24 फरवरी 2012 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की वार्षिक रिपोर्ट जारी किया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज वर्ष 2010-11 के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की वार्षिक रिपोर्ट जारी की। रिज़र्व बैंक ने बैंक ग्राहकों की शिकायतों के त्वरित निवारण के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना वर्ष 1995 में स्थापित की थी। संपूर्ण देश में बैकिंग ओम्बड्समैन के 15 कार्यालय हैं। यह रिपोर्ट बैकिंग ओम्बड्समैन के सभी कार्यालयों की गतिविधियों का सार-संक्षेप है।कि इस रिपोर्ट में उल्लेख है कि वर्ष 2010
6 सितंबर 2011 बैकिंग ओम्बड्समैन सम्मेलन : बैंकों की ग्राहक सेवा में सुधार के लिए दस कार्य बिन्दु 1. भारतीय बैंक संघ (आइबीए) कम-से-कम दस महत्वपूर्ण बैंकिंग लेनदेन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण शर्तों (एमआइटीएसी) का मानकीकरण करेगा और उन्हें स्वीकार करने के लिए बैंकों के बीच परिचालित करेगा। 2. बैंक उपलब्ध प्रौद्योगिकी जैसेकि मुख्य बैंकिंग समाधान की सहायता से जमाराशियों, ऋणों आदि सहित ग्राहकों के सभी बैंक खातों पर निरीक्षण उपलब्ध कराने के लिए प्रक्रिया शुरू करेंगे। बैंक
6 सितंबर 2011 बैकिंग ओम्बड्समैन सम्मेलन : बैंकों की ग्राहक सेवा में सुधार के लिए दस कार्य बिन्दु 1. भारतीय बैंक संघ (आइबीए) कम-से-कम दस महत्वपूर्ण बैंकिंग लेनदेन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण शर्तों (एमआइटीएसी) का मानकीकरण करेगा और उन्हें स्वीकार करने के लिए बैंकों के बीच परिचालित करेगा। 2. बैंक उपलब्ध प्रौद्योगिकी जैसेकि मुख्य बैंकिंग समाधान की सहायता से जमाराशियों, ऋणों आदि सहित ग्राहकों के सभी बैंक खातों पर निरीक्षण उपलब्ध कराने के लिए प्रक्रिया शुरू करेंगे। बैंक
1 फरवरी 2011 वर्ष 2009-10 की बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की वार्षिक रिपोर्ट में ग्राहक शिकायतों के प्रभावी निवारण का उल्लेख किया गया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज वर्ष 2009-10 के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की वार्षिक रिपोर्ट जारी की। रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना वर्ष 1995 में स्थापित की थी ताकि बैंक के ग्राहकों की शिकायतों का त्वरित निवारण किया जा सके। रिपोर्ट में इस योजना के बारे में ग्राहकों की जागरूकता बढ़ने की बात कही गई है जिसके कारण बैंकिंग ओम्बड्समैन कार्यालयों में प
1 फरवरी 2011 वर्ष 2009-10 की बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की वार्षिक रिपोर्ट में ग्राहक शिकायतों के प्रभावी निवारण का उल्लेख किया गया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज वर्ष 2009-10 के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की वार्षिक रिपोर्ट जारी की। रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना वर्ष 1995 में स्थापित की थी ताकि बैंक के ग्राहकों की शिकायतों का त्वरित निवारण किया जा सके। रिपोर्ट में इस योजना के बारे में ग्राहकों की जागरूकता बढ़ने की बात कही गई है जिसके कारण बैंकिंग ओम्बड्समैन कार्यालयों में प
22 फरवरी 2010 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंक ग्राहकों के लाभार्थ समूह कार्रवाई आरंभ की ; बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की वार्षिक रिपोर्ट - वर्ष 2008-09 जारी की गई भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों द्वारा किए गए भूल-चूक से बैंक ग्राहकों को सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से सभी बैंकों को सक्रियता से सामान्य निदेश जारी करना शुरू कर दिया है। इसे ‘समूह कार्रवाई’ कहा गया है और नियंत्रक द्वारा ऐसे सामान्य निदेश ऐसे मामलों में दिए जा रहे है जिसका लाभ न केवल आवेदक को प्राप्त होगा बल्कि उन स
22 फरवरी 2010 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंक ग्राहकों के लाभार्थ समूह कार्रवाई आरंभ की ; बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की वार्षिक रिपोर्ट - वर्ष 2008-09 जारी की गई भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों द्वारा किए गए भूल-चूक से बैंक ग्राहकों को सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से सभी बैंकों को सक्रियता से सामान्य निदेश जारी करना शुरू कर दिया है। इसे ‘समूह कार्रवाई’ कहा गया है और नियंत्रक द्वारा ऐसे सामान्य निदेश ऐसे मामलों में दिए जा रहे है जिसका लाभ न केवल आवेदक को प्राप्त होगा बल्कि उन स
05 फरवरी, 2009 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना को संशोधित कियाः इंटरनेट बैंकिंग और बीसीएसबीआई कोड का पालन नही करने संबंधी शिकायतें शामिल भारतीय रिज़र्व बैंक ने इंटरनेट बैंकिंग से उत्पन्न कमियों को शामिल करने हेतु अपनी बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 2006 के क्षेत्र को व्यापक बनाया है। संशोधित योजना के अंतर्गत कोई ग्राहक भारतीय बैंकिंग कोड और मानक बोर्ड (बीसीएसबीआई) द्वारा ऋणदाताओं के लिए निष्पक्ष व्यवहार संहिता के प्रावधानों अथवा ग्राहकें के लिए बैंक की प्रतिबध्दता
05 फरवरी, 2009 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना को संशोधित कियाः इंटरनेट बैंकिंग और बीसीएसबीआई कोड का पालन नही करने संबंधी शिकायतें शामिल भारतीय रिज़र्व बैंक ने इंटरनेट बैंकिंग से उत्पन्न कमियों को शामिल करने हेतु अपनी बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 2006 के क्षेत्र को व्यापक बनाया है। संशोधित योजना के अंतर्गत कोई ग्राहक भारतीय बैंकिंग कोड और मानक बोर्ड (बीसीएसबीआई) द्वारा ऋणदाताओं के लिए निष्पक्ष व्यवहार संहिता के प्रावधानों अथवा ग्राहकें के लिए बैंक की प्रतिबध्दता
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज 2007-08 की अवधि के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की कार्यपद्धति पर वार्षिक रिपोर्ट जारी की।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष के दौरान बैंकिंग ओम्बड्समैन ने 47,887 शिकायतें प्राप्त की जो वर्ष 2006-07 में प्राप्त 38,638 शिकायतों से अधिक थी।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज 2007-08 की अवधि के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना की कार्यपद्धति पर वार्षिक रिपोर्ट जारी की।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष के दौरान बैंकिंग ओम्बड्समैन ने 47,887 शिकायतें प्राप्त की जो वर्ष 2006-07 में प्राप्त 38,638 शिकायतों से अधिक थी।
24 अप्रैल 2008 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बीमार लघु और मध्यम उद्यमों के पुनर्वास पर कार्यकारी दल की रिपोर्ट जारी की भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर बीमार लघु और मध्यम उद्यमों के पुनर्वास पर कार्यकारी दल की रिपोर्ट व्यापक प्रचार-प्रसार और अभिमतों के लिए रखी। रिपोर्ट पर आप अपने अभिमत पर भेज सकते है।श्री के.सी.चक्रबर्ती, पंजाब नेशनल बैंक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में एक एक कार्यकारी दल का गठन किया गया। उक्त कार्यकारी दल लघु और मध्यम
24 अप्रैल 2008 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बीमार लघु और मध्यम उद्यमों के पुनर्वास पर कार्यकारी दल की रिपोर्ट जारी की भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर बीमार लघु और मध्यम उद्यमों के पुनर्वास पर कार्यकारी दल की रिपोर्ट व्यापक प्रचार-प्रसार और अभिमतों के लिए रखी। रिपोर्ट पर आप अपने अभिमत पर भेज सकते है।श्री के.सी.चक्रबर्ती, पंजाब नेशनल बैंक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में एक एक कार्यकारी दल का गठन किया गया। उक्त कार्यकारी दल लघु और मध्यम
24 मई 2007ग्राहक अब बैंकिंग ओम्बड्समैन के निर्णय के विरुद्ध अपील कर सकते हैं बैंक ग्राहक अब उन मामलों में बैंकिंग ओम्बड्समैन के निर्णय के विरुद्ध अपील कर सकते हैं जहाँ उसने योजना के अंतर्गत निर्दिष्ट शिकायत के क्षेत्र के भीतर आनेवाले मामलो से संबंधित ग्राहक की शिकायतों को अस्वीकार कर दिया है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 2006 को संशोधित किया है ताकि ग्राहक बैंकिंग ओम्बड्समैन के निर्णय के विरुद्ध शिकायत कर सकें। ये संशोधन भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध है
24 मई 2007ग्राहक अब बैंकिंग ओम्बड्समैन के निर्णय के विरुद्ध अपील कर सकते हैं बैंक ग्राहक अब उन मामलों में बैंकिंग ओम्बड्समैन के निर्णय के विरुद्ध अपील कर सकते हैं जहाँ उसने योजना के अंतर्गत निर्दिष्ट शिकायत के क्षेत्र के भीतर आनेवाले मामलो से संबंधित ग्राहक की शिकायतों को अस्वीकार कर दिया है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 2006 को संशोधित किया है ताकि ग्राहक बैंकिंग ओम्बड्समैन के निर्णय के विरुद्ध शिकायत कर सकें। ये संशोधन भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध है
26 दिसंबर 2005 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना का दायरा बढ़ाया निष्पक्ष व्यवहार को इसके दायरे में लाया गया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज परिवर्धित दायरे के साथ संशोधित बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना घोषित की ताकि इसके दायरें में कतिपय नए क्षेत्र शामिल किए जा सकें, जैसे क्रेडिट कार्ड से संबंधित शिकायतें, वादा की गई सुविधाएं देने में विलंब, जिसमें बैंकों के बिक्री एजेंटों द्वारा किए गए वादे शामिल हैं, ग्राहक को पूर्व सूचना दिए बिना सेवा प्रभार लगाना और अलग-अलग बैंकों द्वा
26 दिसंबर 2005 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना का दायरा बढ़ाया निष्पक्ष व्यवहार को इसके दायरे में लाया गया भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज परिवर्धित दायरे के साथ संशोधित बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना घोषित की ताकि इसके दायरें में कतिपय नए क्षेत्र शामिल किए जा सकें, जैसे क्रेडिट कार्ड से संबंधित शिकायतें, वादा की गई सुविधाएं देने में विलंब, जिसमें बैंकों के बिक्री एजेंटों द्वारा किए गए वादे शामिल हैं, ग्राहक को पूर्व सूचना दिए बिना सेवा प्रभार लगाना और अलग-अलग बैंकों द्वा
बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना : 1995 अब तक की उसकी कार्यप्रणाली की खास-खास बातें26 मार्च 2003भारतीय रिज़र्व बैंक ने 1998-1999 से 2001-2002 की अवधि के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 1995 की समीक्षा पर रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट के अनुसार 1999-2000, 2000-2001 और 2001-2002 की अवधि के दौरान प्राप्त शिकायतों की संख्या क्रमश: 4994, 5803 और 5907 रही। वर्ष 1998-1999 (अप्रैल-मार्च) के तुलनात्मक आंकड़े 6062 थे। वर्ष 1998-1999 के दौरान प्राप्त शिकायतों की तुलना में वर्ष 2001-2002 के द
बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना : 1995 अब तक की उसकी कार्यप्रणाली की खास-खास बातें26 मार्च 2003भारतीय रिज़र्व बैंक ने 1998-1999 से 2001-2002 की अवधि के लिए बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 1995 की समीक्षा पर रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट के अनुसार 1999-2000, 2000-2001 और 2001-2002 की अवधि के दौरान प्राप्त शिकायतों की संख्या क्रमश: 4994, 5803 और 5907 रही। वर्ष 1998-1999 (अप्रैल-मार्च) के तुलनात्मक आंकड़े 6062 थे। वर्ष 1998-1999 के दौरान प्राप्त शिकायतों की तुलना में वर्ष 2001-2002 के द
बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 200214 जून 2002बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 1995 की समीक्षा करने के बाद रिज़र्व बैंक ने अब बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 2002 शुरू करने का निर्णय लिया है। इस योजना का फैलाव व्यापक होगा और ओम्बड्समैन को और अधिक अधिकार/कार्य उपलब्ध होंगे। नयी योजना आज अर्थात् 14 जून 2002 से प्रभावी होगी।बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 1995 भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा इस प्रयोजन से शुरू की गयी थी कि बैंक ग्राहकों को तेजी से शिकायत निवारण के लिए एक तंत्र उपलब्ध कराया जाए। बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना जो
बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 200214 जून 2002बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 1995 की समीक्षा करने के बाद रिज़र्व बैंक ने अब बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 2002 शुरू करने का निर्णय लिया है। इस योजना का फैलाव व्यापक होगा और ओम्बड्समैन को और अधिक अधिकार/कार्य उपलब्ध होंगे। नयी योजना आज अर्थात् 14 जून 2002 से प्रभावी होगी।बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना, 1995 भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा इस प्रयोजन से शुरू की गयी थी कि बैंक ग्राहकों को तेजी से शिकायत निवारण के लिए एक तंत्र उपलब्ध कराया जाए। बैंकिंग ओम्बड्समैन योजना जो
तिरूवनंतपुरम में नये बैंकिंग ओम्बड्समैन 19 सितंबर 2001 भारतीय रिज़र्व बैंक ने श्री जी. आर. सुंदरवडिवेल को 10 सितंबर 2001 से तिरूवनंतपुरम के बैंकिंग ओम्बड्समैन के पद पर नियुक्त किया है। बैंकिंग ओम्बड्समैन की नियुक्ति से पहले श्री सुंदरवडिवेल युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के कार्यपालक निदेशक थे।
तिरूवनंतपुरम में नये बैंकिंग ओम्बड्समैन 19 सितंबर 2001 भारतीय रिज़र्व बैंक ने श्री जी. आर. सुंदरवडिवेल को 10 सितंबर 2001 से तिरूवनंतपुरम के बैंकिंग ओम्बड्समैन के पद पर नियुक्त किया है। बैंकिंग ओम्बड्समैन की नियुक्ति से पहले श्री सुंदरवडिवेल युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के कार्यपालक निदेशक थे।
भुवनेश्वर में नये बैंकिंग ओम्बड्समैन29 अगस्त 2001भारतीय रिज़र्व बैंक ने श्री एस.बी. मिश्रा, आइ.ए.एस. (सेवानिवृत्त) को 21 अगस्त 2001 से भुवनेश्वर में बैंकिंग ओम्बड्समैन के पद पर नियुक्त किया है ।बैंकिंग ओम्बड्समैन के रूप में श्री मिश्रा का कार्यालय भारतीय रिज़र्व बैंक बिल्डिंग, भुवनेश्वर में होगा तथा उनका क्षेत्राधिकार तथा प्राधिकार उड़ीसा की प्रादेशिक सीमाओं के अंतर्गत आनेवाले बैंकों के कार्यालयों और शाखाओं के विरुद्ध प्राप्त होनेवाली शिकायतों तक विस्तारित होगा ।पी.वी. सदानंदन सह
भुवनेश्वर में नये बैंकिंग ओम्बड्समैन29 अगस्त 2001भारतीय रिज़र्व बैंक ने श्री एस.बी. मिश्रा, आइ.ए.एस. (सेवानिवृत्त) को 21 अगस्त 2001 से भुवनेश्वर में बैंकिंग ओम्बड्समैन के पद पर नियुक्त किया है ।बैंकिंग ओम्बड्समैन के रूप में श्री मिश्रा का कार्यालय भारतीय रिज़र्व बैंक बिल्डिंग, भुवनेश्वर में होगा तथा उनका क्षेत्राधिकार तथा प्राधिकार उड़ीसा की प्रादेशिक सीमाओं के अंतर्गत आनेवाले बैंकों के कार्यालयों और शाखाओं के विरुद्ध प्राप्त होनेवाली शिकायतों तक विस्तारित होगा ।पी.वी. सदानंदन सह
मुंबई में नये बैंकिंग ओम्बड्समैन1 अगस्त 2001भारतीय रिज़र्व बैंक ने श्री एस. जी. काळे, आइ.ए.एस. (सेवानिवृत्त) को पहली अगस्त 2001 से मुंबई में बैंकिंग ओम्बड्समैन के पद पर नियुक्त किया है। बैंकिंग ओम्बड्समैन के रूप में श्री काळे का कार्यालय गारमेंट हाउस, डॉ. एनी बेसेंट रोड, वरली, मुंबई 400 018 में होगा तथा उनका क्षेत्राधिकार तथा प्राधिकार महाराष्ट्र और गोवा की प्रादेशिक सीमाओं के अंतर्गत आनेवाले बैंकों के कार्यालयों और शाखाओं के विरुद्ध प्राप्त होनेवाली शिकायतों तक विस्तारित होगा। प
मुंबई में नये बैंकिंग ओम्बड्समैन1 अगस्त 2001भारतीय रिज़र्व बैंक ने श्री एस. जी. काळे, आइ.ए.एस. (सेवानिवृत्त) को पहली अगस्त 2001 से मुंबई में बैंकिंग ओम्बड्समैन के पद पर नियुक्त किया है। बैंकिंग ओम्बड्समैन के रूप में श्री काळे का कार्यालय गारमेंट हाउस, डॉ. एनी बेसेंट रोड, वरली, मुंबई 400 018 में होगा तथा उनका क्षेत्राधिकार तथा प्राधिकार महाराष्ट्र और गोवा की प्रादेशिक सीमाओं के अंतर्गत आनेवाले बैंकों के कार्यालयों और शाखाओं के विरुद्ध प्राप्त होनेवाली शिकायतों तक विस्तारित होगा। प
अहमदाबाद में नये बैंकिंग ओम्बड्समैन4 जून 2001भारतीय रिज़र्व बैंक ने स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र के भूतपूर्व प्रबंध निदेशक श्री प्रभु दयाल को पहली जून 2001 से अहमदाबाद के बैंकिंग ओम्बड्समैन के पद पर नियुक्त किया है।बैंकिंग ओम्बड्समैन के रूप में श्री प्रभु दयाल का कार्यालय भारतीय रिज़र्व बैंक बिल्डिंग, ला गज्जर चेम्बर्स, आश्रम रोड, अहमदाबाद-380 009 में होगा तथा उनका क्षेत्राधिकार तथा प्राधिकार गुजरात, दादरा और नगर हवेली, दमण और दीव के संघशासित क्षेत्र की प्रादेशिक सीमाओं के अंतर्गत आने
अहमदाबाद में नये बैंकिंग ओम्बड्समैन4 जून 2001भारतीय रिज़र्व बैंक ने स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र के भूतपूर्व प्रबंध निदेशक श्री प्रभु दयाल को पहली जून 2001 से अहमदाबाद के बैंकिंग ओम्बड्समैन के पद पर नियुक्त किया है।बैंकिंग ओम्बड्समैन के रूप में श्री प्रभु दयाल का कार्यालय भारतीय रिज़र्व बैंक बिल्डिंग, ला गज्जर चेम्बर्स, आश्रम रोड, अहमदाबाद-380 009 में होगा तथा उनका क्षेत्राधिकार तथा प्राधिकार गुजरात, दादरा और नगर हवेली, दमण और दीव के संघशासित क्षेत्र की प्रादेशिक सीमाओं के अंतर्गत आने
तिरुवनंतपुरम में नये बैंकिंग ओम्बड्समैन5 मई 2001भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने भूतपूर्व कार्यपालक निदेशक श्री जी.पी.मुनियप्पन को दिनांक 26 अप्रैल, 2001 से तिरुवनंतपुरम के बैंकिंग ओम्बड्समैन के पद पर नियुक्त किया है।बैंकिंग ओम्बड्समैन के रूप में श्री जी.पी.मुनियप्पन का कार्यालय भारतीय रिज़र्व बैंक बिल्डिंग, बेकरी जंक्शन, तिरुवनंतपुरम 695033 में होगा तथा उनका क्षेत्राधिकार तथा प्राधिकार केरल, लक्षद्वीप संघशासित क्षेत्र की प्रादेशिक सीमाओं के अंतर्गत आनेवाले बैंकों के कार्यालयों और शाख
तिरुवनंतपुरम में नये बैंकिंग ओम्बड्समैन5 मई 2001भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने भूतपूर्व कार्यपालक निदेशक श्री जी.पी.मुनियप्पन को दिनांक 26 अप्रैल, 2001 से तिरुवनंतपुरम के बैंकिंग ओम्बड्समैन के पद पर नियुक्त किया है।बैंकिंग ओम्बड्समैन के रूप में श्री जी.पी.मुनियप्पन का कार्यालय भारतीय रिज़र्व बैंक बिल्डिंग, बेकरी जंक्शन, तिरुवनंतपुरम 695033 में होगा तथा उनका क्षेत्राधिकार तथा प्राधिकार केरल, लक्षद्वीप संघशासित क्षेत्र की प्रादेशिक सीमाओं के अंतर्गत आनेवाले बैंकों के कार्यालयों और शाख