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मई 03, 2004
कर्मचारी स्टॉक विकल्प (ईएसओपी) योजना के अंतर्गत व्यक्तियों द्वारा विदेशी प्रतिभूतियों का अभिग्रहण
आरबीआइ/2004/188 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.90 मई 3, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय कर्मचारी स्टॉक विकल्प (ईएसओपी) योजना के अंतर्गत व्यक्तियों द्वारा विदेशी प्रतिभूतियों का अभिग्रहण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 19/2000-आरबी के विनियम 19 और बाद के एपी (डीआइआर सिरिज) परिपत्र सं. 32 दिनांक अप्रैल 28, 2001, सं.16 दिनांक दिसंबर 15, 2001 और सं. 68 दिनांक जनवरी 13, 2003 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके
आरबीआइ/2004/188 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.90 मई 3, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय कर्मचारी स्टॉक विकल्प (ईएसओपी) योजना के अंतर्गत व्यक्तियों द्वारा विदेशी प्रतिभूतियों का अभिग्रहण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 19/2000-आरबी के विनियम 19 और बाद के एपी (डीआइआर सिरिज) परिपत्र सं. 32 दिनांक अप्रैल 28, 2001, सं.16 दिनांक दिसंबर 15, 2001 और सं. 68 दिनांक जनवरी 13, 2003 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके
अप्रैल 24, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा राशि) विनियमावली, 2000 - जमा राशि स्वीकार करना - संशोधित मार्गदर्शी सिध्दांत
आरबीआइ/2004/179 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.89 अप्रैल 24, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा राशि) विनियमावली, 2000 - जमा राशि स्वीकार करना - संशोधित मार्गदर्शी सिध्दांत विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा राशि ) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी द्वारा जारी) के विनियम 7 (1) और (2) के अनुसार प्राधिकृत व्यापारी / प्राधिकृत बैंकों से इतर व्यक्तियों को अनिवासी भारतीयों से जमा राशि स्वीकार करने
आरबीआइ/2004/179 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.89 अप्रैल 24, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा राशि) विनियमावली, 2000 - जमा राशि स्वीकार करना - संशोधित मार्गदर्शी सिध्दांत विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा राशि ) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी द्वारा जारी) के विनियम 7 (1) और (2) के अनुसार प्राधिकृत व्यापारी / प्राधिकृत बैंकों से इतर व्यक्तियों को अनिवासी भारतीयों से जमा राशि स्वीकार करने
अप्रैल 22, 2004
दिनांक 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के भारत सरकार और पूर्ववत यूएसएसआर के ब ाच आस्थागित भुगतान शिष्टाचार
आरबीआइ/2004/174 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.88 अप्रैल 22, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय दिनांक 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के भारत सरकार और पूर्ववत यूएसएसआर के ब ाच आस्थागित भुगतान शिष्टाचार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 19, 2004 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.59 की ओर आकर्षित किया जाता है , जिसमें जनवरी 01, 2004 से विशेष मुद्रा समूह का रुपया मूल्य 59.3395 रु. दर्शाया गया था । 2. प्राधिकृत व्यापारियों को सूचित कि
आरबीआइ/2004/174 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.88 अप्रैल 22, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय दिनांक 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के भारत सरकार और पूर्ववत यूएसएसआर के ब ाच आस्थागित भुगतान शिष्टाचार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 19, 2004 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.59 की ओर आकर्षित किया जाता है , जिसमें जनवरी 01, 2004 से विशेष मुद्रा समूह का रुपया मूल्य 59.3395 रु. दर्शाया गया था । 2. प्राधिकृत व्यापारियों को सूचित कि
अप्रैल 17, 2004
फेमा 1999 - चालू खाता लेनदेन - विदेश में रहने वाले नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण के लिए विप्रेषण - विदेशी कंपनियों से भारत में प्रतिनियुक्त किए गए भारतीय नागरिकों का अनुरोध
आरबीआइ/2004/153 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.86 अप्रैल 17, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - चालू खाता लेनदेन - विदेश में रहने वाले नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण के लिए विप्रेषण - विदेशी कंपनियों से भारत में प्रतिनियुक्त किए गए भारतीय नागरिकों का अनुरोध प्रधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 30, 2001 की अधिसूचना सं.एस.ओ.301 (ई) द्वारा यथासंशोधित मई 3, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (ई) की अनुसूची III की मद सं.
आरबीआइ/2004/153 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.86 अप्रैल 17, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - चालू खाता लेनदेन - विदेश में रहने वाले नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण के लिए विप्रेषण - विदेशी कंपनियों से भारत में प्रतिनियुक्त किए गए भारतीय नागरिकों का अनुरोध प्रधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 30, 2001 की अधिसूचना सं.एस.ओ.301 (ई) द्वारा यथासंशोधित मई 3, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (ई) की अनुसूची III की मद सं.
अप्रैल 17, 2004
भारत में आयात के लिए व्यापारिक उधार - समीक्षा और सरलीकरण
आरबीआइ/2004/154 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.87 अप्रैल 17, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय भारत में आयात के लिए व्यापारिक उधार - समीक्षा और सरलीकरण जैसा कि प्रधिकृत व्यापारियों को मालूम है, सितंबर 27, 2002 से प्राधिकृत व्यापारियों को तीन वर्ष से कम अवधि के लिए 20 मिलियन अमरिकी डॉलर तक के प्रति आयात लेनदेन के अल्पावधि उधार को अनुमोदित करने की अनुमति दी गई है (देखें सितंबर 27, 2002 का ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र क्र.25) । 20 मिलियन अम
आरबीआइ/2004/154 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.87 अप्रैल 17, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय भारत में आयात के लिए व्यापारिक उधार - समीक्षा और सरलीकरण जैसा कि प्रधिकृत व्यापारियों को मालूम है, सितंबर 27, 2002 से प्राधिकृत व्यापारियों को तीन वर्ष से कम अवधि के लिए 20 मिलियन अमरिकी डॉलर तक के प्रति आयात लेनदेन के अल्पावधि उधार को अनुमोदित करने की अनुमति दी गई है (देखें सितंबर 27, 2002 का ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र क्र.25) । 20 मिलियन अम
अप्रैल 16, 2004
बैंक तुरनआलेम, कज़ख्स्तान को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता
आर.बी.आइ/2004/148 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 84 अप्रैल 16, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बैंक तुरनआलेम, कज़ख्स्तान को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़ाम बैंक) ने फरवरी 27, 2004 को बैंक तुरनआलेम, कज़ख्स्तान को कंल 10 मिलियन अमरीकी डॉलर दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। ऋण करार मार्च 24, 2004 से लागू हो गया है औरउपकरण माल और सेवाएं और
आर.बी.आइ/2004/148 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 84 अप्रैल 16, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बैंक तुरनआलेम, कज़ख्स्तान को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़ाम बैंक) ने फरवरी 27, 2004 को बैंक तुरनआलेम, कज़ख्स्तान को कंल 10 मिलियन अमरीकी डॉलर दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। ऋण करार मार्च 24, 2004 से लागू हो गया है औरउपकरण माल और सेवाएं और
अप्रैल 16, 2004
ज़ांबिया सरकार और बैंक गोस्पोदर्स्तवा क्राजोवेगो (नैशनल इकॉनमी बैंक - बीजीके बैंक ), पोलैंड, प्रत्येक को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्जिम बैंक की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2004/149 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.85 अप्रैल 16, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय ज़ांबिया सरकार और बैंक गोस्पोदर्स्तवा क्राजोवेगो (नैशनल इकॉनमी बैंक - बीजीके बैंक ), पोलैंड, प्रत्येक को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्जिम बैंक की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात - आयात बैंक ( एक्जिम बैंक) ने दिसंबर 20, 2003 को वित्त मंत्रालय, ज़ाबिया सरकार और जनवरी 20, 2004 को बीजीके बैंक, पोलैंड, प्रत्येक को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमर
आरबीआइ/2004/149 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.85 अप्रैल 16, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय ज़ांबिया सरकार और बैंक गोस्पोदर्स्तवा क्राजोवेगो (नैशनल इकॉनमी बैंक - बीजीके बैंक ), पोलैंड, प्रत्येक को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की एक्जिम बैंक की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात - आयात बैंक ( एक्जिम बैंक) ने दिसंबर 20, 2003 को वित्त मंत्रालय, ज़ाबिया सरकार और जनवरी 20, 2004 को बीजीके बैंक, पोलैंड, प्रत्येक को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमर
अप्रैल 12, 2004
एक्जिम बैंक की बैंक मारकाजी जोम्हौरी इस्लामी ईरान को 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की साख- पत्र पुन:वित्तीयन सुविधा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई-400001 भारिबैंक/2004/141 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.83 12 अप्रैल 2004 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्जिम बैंक की बैंक मारकाजी जोम्हौरी इस्लामी ईरान को 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की साख- पत्र पुन:वित्तीयन सुविधा भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने बैंक मारकाजी जोम्हौरी इस्लामी ईरान (ईरान के इस्लामिक रिपब्लिक के केंद्रीय बैंक) के साथ बादवाले को 20 मिलियन अमरीकी डॉलर (बीस मिलिय
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई-400001 भारिबैंक/2004/141 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.83 12 अप्रैल 2004 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्जिम बैंक की बैंक मारकाजी जोम्हौरी इस्लामी ईरान को 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की साख- पत्र पुन:वित्तीयन सुविधा भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने बैंक मारकाजी जोम्हौरी इस्लामी ईरान (ईरान के इस्लामिक रिपब्लिक के केंद्रीय बैंक) के साथ बादवाले को 20 मिलियन अमरीकी डॉलर (बीस मिलिय
अप्रैल 01, 2004
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) - स्पष्टीकरण
आर.बी.आइ/2004/128 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 82 1 अप्रैल 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) - स्पष्टीकरण जनवरी 31, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.60 द्वारा जारी संशोधित बाह्य वाणिज्यिक उधार मार्गदर्शी सिद्धांतों को संशोधत किया गया है। भारतीय रिज़र्व बैंक से बाह्य वाणिज्यिक उधार के मार्गदर्शी सिद्धांतों के विभिन्न पहलुओं से संबंधित अनेक प्रश्न पूछे जा रहे हैं। इन मुद्दों के संबंध में हमारे स्पश
आर.बी.आइ/2004/128 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 82 1 अप्रैल 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) - स्पष्टीकरण जनवरी 31, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.60 द्वारा जारी संशोधित बाह्य वाणिज्यिक उधार मार्गदर्शी सिद्धांतों को संशोधत किया गया है। भारतीय रिज़र्व बैंक से बाह्य वाणिज्यिक उधार के मार्गदर्शी सिद्धांतों के विभिन्न पहलुओं से संबंधित अनेक प्रश्न पूछे जा रहे हैं। इन मुद्दों के संबंध में हमारे स्पश
मार्च 24, 2004
प्राधिकृत व्यापारियों द्वारा समुद्रपारीय विदेशी मुद्रा उधार - औचित्यस्थापन और निगरानी
भारिबैंक/2004/113 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 81 24 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, प्राधिकृत व्यापारियों द्वारा समुद्रपारीय विदेशी मुद्रा उधार - औचित्यस्थापन और निगरानी प्राधिकृत व्यापारियों को मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 3/2000-आरबी के विनियम 4(2) में दी गई परिस्थितियों और उसमें उल्लिखित शर्तों के अधीन विदेशी मुद्रा में उधार लेने की अनुमति दी गई है। 2. तदनुसार, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन पर जुलाई 1, 2003 के भारि
भारिबैंक/2004/113 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 81 24 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, प्राधिकृत व्यापारियों द्वारा समुद्रपारीय विदेशी मुद्रा उधार - औचित्यस्थापन और निगरानी प्राधिकृत व्यापारियों को मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 3/2000-आरबी के विनियम 4(2) में दी गई परिस्थितियों और उसमें उल्लिखित शर्तों के अधीन विदेशी मुद्रा में उधार लेने की अनुमति दी गई है। 2. तदनुसार, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन पर जुलाई 1, 2003 के भारि
मार्च 18, 2004
निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना - निवेशकर्ता को संरक्षण - प्रकटीकरण अपेक्षाएं
भारिबैंक/2004/105 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 80 18 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना - निवेशकर्ता को संरक्षण - प्रकटीकरण अपेक्षाएं प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान फरवरी 4, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.64 में दिए गए अनुदेशों की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके द्वारा रिज़र्व बैंक ने अधिकतम 25,000 अमरीकी डॉलर प्रति कैलंडर वर्ष के विप्रेषण की निवासी व्य
भारिबैंक/2004/105 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 80 18 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना - निवेशकर्ता को संरक्षण - प्रकटीकरण अपेक्षाएं प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान फरवरी 4, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.64 में दिए गए अनुदेशों की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके द्वारा रिज़र्व बैंक ने अधिकतम 25,000 अमरीकी डॉलर प्रति कैलंडर वर्ष के विप्रेषण की निवासी व्य
मार्च 15, 2004
एक्जिम बैंक की सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी, जिबौटी को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
आर.बी.आइ/2004/99 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 79 15 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्जिम बैंक की सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी, जिबौटी को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्जिम बैंक) ने सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी, जिबौटी के साथ जुलाई 24, 2003 को एक करार किया है जिसमें सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की कुल राशि की ऋण सहायता उपलब्ध कराई गई है। ऋण की व्यवस्था जनव
आर.बी.आइ/2004/99 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 79 15 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्जिम बैंक की सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी, जिबौटी को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्जिम बैंक) ने सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी, जिबौटी के साथ जुलाई 24, 2003 को एक करार किया है जिसमें सेंट्रल बैंक ऑफ जिबौटी को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की कुल राशि की ऋण सहायता उपलब्ध कराई गई है। ऋण की व्यवस्था जनव
मार्च 13, 2004
विदेशी आवक विप्रेषण भुगातान प्रणाली लिखत को हटाना
आर.बी.आइ/2004/96 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 78 13 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी आवक विप्रेषण भुगातान प्रणाली लिखत को हटाना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 के संलग्नक V की ओर आकष्रित किया जाता है। उसमें संकेत दिया गया है कि अतिरिक्त निदेशों का विचाराधीन मुद्दा, विदेशी आवक विप्रेषण भुगतान प्रणाली के संबंध में प्राधिकृत व्यापारियों को विदेशी मुद्रा नियंत्रण मैन्युअल क
आर.बी.आइ/2004/96 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 78 13 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी आवक विप्रेषण भुगातान प्रणाली लिखत को हटाना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 के संलग्नक V की ओर आकष्रित किया जाता है। उसमें संकेत दिया गया है कि अतिरिक्त निदेशों का विचाराधीन मुद्दा, विदेशी आवक विप्रेषण भुगतान प्रणाली के संबंध में प्राधिकृत व्यापारियों को विदेशी मुद्रा नियंत्रण मैन्युअल क
मार्च 13, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - आर-विवरणियों के समेकन के लिए मार्गदर्शी सिद्धांत
आर.बी.आइ/2004/95 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 77 13 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - आर-विवरणियों के समेकन के लिए मार्गदर्शी सिद्धांत प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान फरवरी 3, 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.76 के की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें फलॉपी में लेनदेन के ब्योरों (एफईटी-ईआरएस- वर्शन 5.0) के साथ हार्ड कॉपी में आर-विवरणी (नॉस्त्रो)और आर-विवरणी (वॉस्त्रो) जमा क
आर.बी.आइ/2004/95 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 77 13 मार्च 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - आर-विवरणियों के समेकन के लिए मार्गदर्शी सिद्धांत प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान फरवरी 3, 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.76 के की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें फलॉपी में लेनदेन के ब्योरों (एफईटी-ईआरएस- वर्शन 5.0) के साथ हार्ड कॉपी में आर-विवरणी (नॉस्त्रो)और आर-विवरणी (वॉस्त्रो) जमा क
मार्च 06, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (संशोधन) विनियमावली, 2004
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं. फेमा.113/2004-आरबी दिनांक: 06 मार्च ,2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (संशोधन) विनियमावली, 2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं. फेमा.113/2004-आरबी दिनांक: 06 मार्च ,2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (संशोधन) विनियमावली, 2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए
मार्च 06, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) (संशोधन) विनियमावली, 2004
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.112/2004-आरबी दिनांक: 06 मार्च ,2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) (संशोधन) विनियमावली, 2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उप-धारा 3 के खंड (घ),धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 3/2000-आरबी, समय समय पर यथासंशोधित, में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय र
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.112/2004-आरबी दिनांक: 06 मार्च ,2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) (संशोधन) विनियमावली, 2004 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उप-धारा 3 के खंड (घ),धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 3/2000-आरबी, समय समय पर यथासंशोधित, में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय र
फ़र॰ 24, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण
आर.बी.आइ/2004/74 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 76 24 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान चालू खाता लेनदेन के संबंध में मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 के संलग्नक I की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। 2. अधिक उदारीकरण की ओर एक और कदम के रूप में यह निर्णय लिय गया है कि निवासियों द्वारा भेजे गए विप्रेषणों पर से निम्नलिखि
आर.बी.आइ/2004/74 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 76 24 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान चालू खाता लेनदेन के संबंध में मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 के संलग्नक I की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। 2. अधिक उदारीकरण की ओर एक और कदम के रूप में यह निर्णय लिय गया है कि निवासियों द्वारा भेजे गए विप्रेषणों पर से निम्नलिखि
फ़र॰ 23, 2004
विदेशी प्रत्यक्ष निवेश - विलयन और अभिग्रहण के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी)
आर.बी.आइ/2004/72 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 75 23 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी प्रत्यक्ष निवेश - विलयन और अभिग्रहण के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 31, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.60 द्वारा जारी संशोधित बाह्य वाणिज्यिक उधार मार्गदर्शी सिद्धांतों की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। 2. भारतीय कॉर्पोरेट्स के विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को सुविधाजनक बनाकर उन्हें विश्वव्यापी स्त
आर.बी.आइ/2004/72 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 75 23 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी प्रत्यक्ष निवेश - विलयन और अभिग्रहण के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 31, 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.60 द्वारा जारी संशोधित बाह्य वाणिज्यिक उधार मार्गदर्शी सिद्धांतों की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। 2. भारतीय कॉर्पोरेट्स के विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को सुविधाजनक बनाकर उन्हें विश्वव्यापी स्त
फ़र॰ 20, 2004
एक्ज़ीम बैंक की एबीएसए बैंक लि., दक्षिण अफ्रिका को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
आर.बी.आइ/2004/63 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 70 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्ज़ीम बैंक की एबीएसए बैंक लि., दक्षिण अफ्रिका को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़ीम बैंक) ने एबीएसए बैंक लि., दक्षिण अफ्रिका के साथ जुलाई 4, 2003 को एक करार किया है जिसमें एबीएसए बैंक लि. को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की कुल राशि की ऋण सहायता उपलब्ध कराई गई है। ऋण की व्यवस्था 30 दिसम
आर.बी.आइ/2004/63 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 70 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्ज़ीम बैंक की एबीएसए बैंक लि., दक्षिण अफ्रिका को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़ीम बैंक) ने एबीएसए बैंक लि., दक्षिण अफ्रिका के साथ जुलाई 4, 2003 को एक करार किया है जिसमें एबीएसए बैंक लि. को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की कुल राशि की ऋण सहायता उपलब्ध कराई गई है। ऋण की व्यवस्था 30 दिसम
फ़र॰ 20, 2004
राज्य ऋणों के रुपये में पुनभुगतान पर रूस को माल निर्यात - एजेंसी कमीशन का भुगतान
आर.बी.आइ/2004/64 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 71 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय राज्य ऋणों के रुपये में पुनभुगतान पर रूस को माल निर्यात - एजेंसी कमीशन का भुगतान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 16 मई 2000 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 11 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके साथ अन्य बातों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381(ई) की एक प्रति प्रे
आर.बी.आइ/2004/64 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 71 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय राज्य ऋणों के रुपये में पुनभुगतान पर रूस को माल निर्यात - एजेंसी कमीशन का भुगतान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 16 मई 2000 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 11 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके साथ अन्य बातों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381(ई) की एक प्रति प्रे
फ़र॰ 20, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - भारत में माल का आयात - आयात का साक्ष्य
आर.बी.आइ/2004/65 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 72 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - भारत में माल का आयात - आयात का साक्ष्य प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान (क) 19 जून 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.106 के पैरा अ.11 और (ख) उसके संलग्नक में बीईएफ विवरण के नोट के मद सं.iv की ओर आकृष्ट करते हैं जिसके द्वारा उन्हे आयात के अनंतिम साक्ष्य के रूप में "इंटु बॉण्ड बिल ऑफ एन्ट्री" को स्वीकार
आर.बी.आइ/2004/65 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 72 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - भारत में माल का आयात - आयात का साक्ष्य प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान (क) 19 जून 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.106 के पैरा अ.11 और (ख) उसके संलग्नक में बीईएफ विवरण के नोट के मद सं.iv की ओर आकृष्ट करते हैं जिसके द्वारा उन्हे आयात के अनंतिम साक्ष्य के रूप में "इंटु बॉण्ड बिल ऑफ एन्ट्री" को स्वीकार
फ़र॰ 20, 2004
उपहार के रूप में वस्तुओं का निर्यात - उदारीकरण
आर.बी.आइ/2004/66 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 73 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय उपहार के रूप में वस्तुओं का निर्यात - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 के विनियम 4 के खण्ड(ङ) के अनुसार, मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000-आरबी में दिया गया है कि उपहार के रूप में वस्तुओं
आर.बी.आइ/2004/66 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 73 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय उपहार के रूप में वस्तुओं का निर्यात - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 के विनियम 4 के खण्ड(ङ) के अनुसार, मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000-आरबी में दिया गया है कि उपहार के रूप में वस्तुओं
फ़र॰ 20, 2004
फेमा 1999 - भारतीय कंपनी द्वारा भारत से बाहर स्थित शाखाओं में कार्यरत अपने कर्मचारियों को ऋण प्रदान करना
आर.बी.आइ/2004/67 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 74 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - भारतीय कंपनी द्वारा भारत से बाहर स्थित शाखाओं में कार्यरत अपने कर्मचारियों को ऋण प्रदान करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) विनियमावली, 2000 के विनियम 5 में, मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 3/
आर.बी.आइ/2004/67 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 74 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - भारतीय कंपनी द्वारा भारत से बाहर स्थित शाखाओं में कार्यरत अपने कर्मचारियों को ऋण प्रदान करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) विनियमावली, 2000 के विनियम 5 में, मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 3/
फ़र॰ 12, 2004
फेमा 1999 - अनिवासी भारतीयों को रुपया ऋण की मंजूरी - उदारीकरण
आर.बी.आइ/2004/55 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 69 12 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - अनिवासी भारतीयों को रुपया ऋण की मंजूरी - उदारीकरण मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.4/2000 आरबी-द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपया में ऋण लेना और देना) विनियमावली, 2000 के प्रावधानों के अंतर्गत प्राधिकृत व्यापारियों को अनिवासी भारतीयों को रुपये में ऋण (i) भारत में धारित शेयरों अथवा अचल संपत्ति की ज़मानत पर निजी अथवा कारोबार क
आर.बी.आइ/2004/55 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 69 12 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - अनिवासी भारतीयों को रुपया ऋण की मंजूरी - उदारीकरण मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.4/2000 आरबी-द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपया में ऋण लेना और देना) विनियमावली, 2000 के प्रावधानों के अंतर्गत प्राधिकृत व्यापारियों को अनिवासी भारतीयों को रुपये में ऋण (i) भारत में धारित शेयरों अथवा अचल संपत्ति की ज़मानत पर निजी अथवा कारोबार क
फ़र॰ 11, 2004
काल और सेवाओं का निर्यात - उदारीकरण
आर.बी.आइ/2004/54 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 68 11 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय काल और सेवाओं का निर्यात - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितम्बर 9, 2000 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 12 के परिशिष्ट के पैराग्राफ सी 20 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें बेचान के लिए/ पोत लदान देस्तावेजों को सावधानी सूची में शामिल निर्यातकों से जीआर/ एसडीएफ/ पीपी/ सॉफटेक्स फार्मों पर घोषित अथवा उनके द्वारा भरी गई
आर.बी.आइ/2004/54 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 68 11 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय काल और सेवाओं का निर्यात - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितम्बर 9, 2000 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 12 के परिशिष्ट के पैराग्राफ सी 20 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें बेचान के लिए/ पोत लदान देस्तावेजों को सावधानी सूची में शामिल निर्यातकों से जीआर/ एसडीएफ/ पीपी/ सॉफटेक्स फार्मों पर घोषित अथवा उनके द्वारा भरी गई
फ़र॰ 06, 2004
फेमा 1999 - भारत में आयात -आयात बिलों/दस्तावेजों की सीधी प्राप्ति - उदारीकरण
आर.बी.आइ/2004/45 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 66 6 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - भारत में आयात -आयात बिलों/दस्तावेजों की सीधी प्राप्ति - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 106 के परिशिष्ट के पैराग्राफ अ.12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें प्राधिकृत व्यापारियों को विदेशी आपूर्तिकर्ताओं से आयातकों को सीधे ही प्राप्त हो गए कतिपय आयात बिलों/ दस्तावेजों के संबंध
आर.बी.आइ/2004/45 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 66 6 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - भारत में आयात -आयात बिलों/दस्तावेजों की सीधी प्राप्ति - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 106 के परिशिष्ट के पैराग्राफ अ.12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें प्राधिकृत व्यापारियों को विदेशी आपूर्तिकर्ताओं से आयातकों को सीधे ही प्राप्त हो गए कतिपय आयात बिलों/ दस्तावेजों के संबंध
फ़र॰ 06, 2004
विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के अंतर्गत शेष गतिविधियों के लिए स्वचालित मार्ग से संबंधित स्पष्टीकरण
आर.बी.आई./2004/46 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.67 फरवरी 6, 2004 सेवा में, विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के अंतर्गत शेष गतिविधियों के लिए स्वचालित मार्ग से संबंधित स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिसंबर 3, 2003 के एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.38 के साथ भेजे गए भारत में विदेशी निवेश को कवर करनेवाले से समाविष्ट विनियामक प्रावधानों का सारांश और जून 18, 2003 की अधिसूचना सं. फेमा.9/2003 आर.बी. की ओर आकृष
आर.बी.आई./2004/46 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.67 फरवरी 6, 2004 सेवा में, विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के अंतर्गत शेष गतिविधियों के लिए स्वचालित मार्ग से संबंधित स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिसंबर 3, 2003 के एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.38 के साथ भेजे गए भारत में विदेशी निवेश को कवर करनेवाले से समाविष्ट विनियामक प्रावधानों का सारांश और जून 18, 2003 की अधिसूचना सं. फेमा.9/2003 आर.बी. की ओर आकृष
फ़र॰ 05, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999-विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली में संशोधन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 आरबीआई/2004/43 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.65 5 फरवरी  2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999- विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली में संशोधन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान निम्नलिखित से संबंधित ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्रों की ओर आकर्षित किया जाता है:- i.          जोखिम प्रबंध और भा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 आरबीआई/2004/43 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.65 5 फरवरी  2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999- विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली में संशोधन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान निम्नलिखित से संबंधित ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्रों की ओर आकर्षित किया जाता है:- i.          जोखिम प्रबंध और भा
फ़र॰ 04, 2004
निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना
भारिबैंक/2004/39 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 64 4 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना जैसा कि आप जानते हैं, हम देश की समष्टि आर्थिक विकास का बहुत ही सूक्ष्म रूप से अनुप्रवर्तन करते रहे हैं और इस बदलते परिदृष्य के परिप्रेक्ष्य में उपयुक्त नीति की शुरूवात करते रहे हैं। निवासियों को उपलब्ध विदेशी मुद्रा की सुविधाओं को और अधिक सरल और उदारीकृत बनाने के अगले चरण के
भारिबैंक/2004/39 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 64 4 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना जैसा कि आप जानते हैं, हम देश की समष्टि आर्थिक विकास का बहुत ही सूक्ष्म रूप से अनुप्रवर्तन करते रहे हैं और इस बदलते परिदृष्य के परिप्रेक्ष्य में उपयुक्त नीति की शुरूवात करते रहे हैं। निवासियों को उपलब्ध विदेशी मुद्रा की सुविधाओं को और अधिक सरल और उदारीकृत बनाने के अगले चरण के
फ़र॰ 03, 2004
अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थागत निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश
आर.बी.आइ/2004/37 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 63 3 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थागत निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2002-आरबी, समय समय पर यथा संशोधित, की अनुसूची 5 के पैराग्राफ 1 और 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार वित्तीय संस्थागत निवेशकों एवं अनिवासी भारतीयों को प्रत्यावर्तन के आधार पर सरकारी प्रतिभूतियां खर
आर.बी.आइ/2004/37 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 63 3 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थागत निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2002-आरबी, समय समय पर यथा संशोधित, की अनुसूची 5 के पैराग्राफ 1 और 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार वित्तीय संस्थागत निवेशकों एवं अनिवासी भारतीयों को प्रत्यावर्तन के आधार पर सरकारी प्रतिभूतियां खर
जन॰ 31, 2004
काल और सॉफटवेयर का निर्यात की घोषणा से छूट
आर.बी.आइ/2004/35 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 61 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय काल और सॉफटवेयर का निर्यात की घोषणा से छूट प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा 23/2000-आरबी के विनियम 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्रत्येक निर्यातक को माल अथवा भौतिक रूप में सॉफटवेयर अथवा किसी और रूप में निर्यात के लिए जीआर/एसडीएफ/पीपी/सॉफटवेयर फार्म में यह पुष्टि करते हुए घोषणा करनी होती है कि माल अथ
आर.बी.आइ/2004/35 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 61 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय काल और सॉफटवेयर का निर्यात की घोषणा से छूट प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा 23/2000-आरबी के विनियम 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्रत्येक निर्यातक को माल अथवा भौतिक रूप में सॉफटवेयर अथवा किसी और रूप में निर्यात के लिए जीआर/एसडीएफ/पीपी/सॉफटवेयर फार्म में यह पुष्टि करते हुए घोषणा करनी होती है कि माल अथ
जन॰ 31, 2004
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी)
आर.बी.आइ/2003-04/34 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 60 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) 1. प्रस्तावना नवंबर 14ए 2003 को घोषित बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित अस्थायी उपायों के स्थान पर अधिक पारदर्शी और सरल नीतियां एवं प्रक्रिया को लागू करने के विचार से बाह्य वाणिज्यिक उधार संबंधी दिशानिदेशों की समीक्षा की गई है। यह समीक्षा वर्तमान समष्टि आर्थिक परिस्थिति, बाह्य क्षेत्र के प्रबंध में आने वाली चुनौति
आर.बी.आइ/2003-04/34 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 60 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) 1. प्रस्तावना नवंबर 14ए 2003 को घोषित बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित अस्थायी उपायों के स्थान पर अधिक पारदर्शी और सरल नीतियां एवं प्रक्रिया को लागू करने के विचार से बाह्य वाणिज्यिक उधार संबंधी दिशानिदेशों की समीक्षा की गई है। यह समीक्षा वर्तमान समष्टि आर्थिक परिस्थिति, बाह्य क्षेत्र के प्रबंध में आने वाली चुनौति
जन॰ 31, 2004
अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों और विदेशी नागरिकों के लिए उदारीकृत प्रेषण सुविधाएं
आर.बी.आइ/2004/36 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 62 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों और विदेशी नागरिकों के लिए उदारीकृत प्रेषण सुविधाएं फेमा विनियमावली में संशोधन स्पष्टीकरण संबंधी दिशानिदेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 13, 2003 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं. 67 के पैराग्राफ 4 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार अनिवासी भारतीय/भारतीय मूल के व्यक्ति/ विदेशी नागरिकों (
आर.बी.आइ/2004/36 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 62 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों और विदेशी नागरिकों के लिए उदारीकृत प्रेषण सुविधाएं फेमा विनियमावली में संशोधन स्पष्टीकरण संबंधी दिशानिदेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 13, 2003 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं. 67 के पैराग्राफ 4 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार अनिवासी भारतीय/भारतीय मूल के व्यक्ति/ विदेशी नागरिकों (
जन॰ 01, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध - (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (पांचवां संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400001 अधिसूचना सं.फेमा.108/2003-आरबी दिनांक :22 दिसंबर, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध - (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (पांचवां संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों के प्रयोग तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 120/आरबी-2004 में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक विदेश
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400001 अधिसूचना सं.फेमा.108/2003-आरबी दिनांक :22 दिसंबर, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध - (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (पांचवां संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों के प्रयोग तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 120/आरबी-2004 में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक विदेश
जन॰ 01, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (पांचवा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंकविदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.109/2003-आरबी     दिनांक : 22 दिसंबर, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (पांचवा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी)
भारतीय रिज़र्व बैंकविदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.109/2003-आरबी     दिनांक : 22 दिसंबर, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (पांचवा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी)
दिस॰ 05, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात-उदारीकरण
ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 (5 दिसंबर 2003)
माल और सेवाओं का निर्यात-उदारीकरण ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 (5 दिसंबर 2003) भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 5 दिसंबर 2003 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात-उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान माल और सेवाओं के निर्यात से संबंधित समय -समय पर यथा संशोधित 9 सितंबर 2000 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 12 तथा उक्त परिपत्र के भाग सी, जिसमें
माल और सेवाओं का निर्यात-उदारीकरण ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 (5 दिसंबर 2003) भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 5 दिसंबर 2003 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात-उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान माल और सेवाओं के निर्यात से संबंधित समय -समय पर यथा संशोधित 9 सितंबर 2000 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 12 तथा उक्त परिपत्र के भाग सी, जिसमें
दिस॰ 03, 2003
भारत में विदेशी निवेश
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण वि?ााग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.38 दिसंबर 3, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में विदेशी निवेश * विदेशी प्रत्यक्ष निवेश से संबंधित हाल ही के उदारीकरण उपाय - फेमा सं.94/2000-आरबी * भारत में विदेशी निवेशों को समाविष्ट करने वाले विनियामक प्रावधानों का सारांश प्राधिकृत व्यापारियों यह विनियमावली विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रत
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण वि?ााग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.38 दिसंबर 3, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में विदेशी निवेश * विदेशी प्रत्यक्ष निवेश से संबंधित हाल ही के उदारीकरण उपाय - फेमा सं.94/2000-आरबी * भारत में विदेशी निवेशों को समाविष्ट करने वाले विनियामक प्रावधानों का सारांश प्राधिकृत व्यापारियों यह विनियमावली विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रत
दिस॰ 03, 2003
भारत में विदेशी निवेश - स्वामित्व प्रतिष्ठान/साझेदारी फ़र्म में निवेश
एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.39 दिसंबर 3, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय भारत में विदेशी निवेश - स्वामित्व प्रतिष्ठान/साझेदारी फ़र्म में निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में फर्म या स्वामित्व प्रतिष्ठान में निवेश) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसे विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 के, भारत में विदेशी निवेश से संबंधित प्रावधानों को लागू करने के लिए मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.24/2000
एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.39 दिसंबर 3, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय भारत में विदेशी निवेश - स्वामित्व प्रतिष्ठान/साझेदारी फ़र्म में निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में फर्म या स्वामित्व प्रतिष्ठान में निवेश) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसे विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 के, भारत में विदेशी निवेश से संबंधित प्रावधानों को लागू करने के लिए मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.24/2000
नव॰ 15, 2003
भारत में परियोजना कार्यालय खोलने और परिसंपत्तियों के प्रेषण की अनुमति - परियोजना कार्यालय
 भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई-400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.37 नवंबर 15, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में परियोजना कार्यालय खोलने और परिसंपत्तियों के प्रेषण की अनुमति - परियोजना कार्यालय प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान भारत से बाहर निवास करने वाले व्यक्ति द्वारा भारत में शाखा अथवा कार्यालय कारोबार का अन्य स्थान खोलने के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.22/2000-आ
 भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई-400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.37 नवंबर 15, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में परियोजना कार्यालय खोलने और परिसंपत्तियों के प्रेषण की अनुमति - परियोजना कार्यालय प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान भारत से बाहर निवास करने वाले व्यक्ति द्वारा भारत में शाखा अथवा कार्यालय कारोबार का अन्य स्थान खोलने के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.22/2000-आ
नव॰ 14, 2003
एकमुश्त शुल्क/रॉयल्टी/ईसीबी का पूंजीकरण - उदारीकरण
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.34 नवंबर 14, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय एकमुश्त शुल्क/रॉयल्टी/ईसीबी का पूंजीकरण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000 -आरबी के विनियम 5(1) और उसकी अनुसूची I के पैरा 8 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार भारत में कंपनी द्वारा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश योजना के अंतर्गत भारत के बाहर के निवासी व्यक्ति को (बांगलादेश अथवा पाकिस्तान अथवा श्रीलंका के अलाव
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.34 नवंबर 14, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय एकमुश्त शुल्क/रॉयल्टी/ईसीबी का पूंजीकरण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000 -आरबी के विनियम 5(1) और उसकी अनुसूची I के पैरा 8 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार भारत में कंपनी द्वारा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश योजना के अंतर्गत भारत के बाहर के निवासी व्यक्ति को (बांगलादेश अथवा पाकिस्तान अथवा श्रीलंका के अलाव
नव॰ 14, 2003
म्यूच्युअल फंडों के युनिटों जारी करना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.35 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया म्यूच्युअल फंडों के युनिटों जारी करना वर्तमान में भारतीय आस्ति प्रबंध कंपनियाँ (एएमसी) जो विदेश में अपतटीय (ऑफ़शोर)निधि शुरू करती हैं उन्हें ऐसी योजनाओंं के लिए सेबी की अनुमति प्राप्त करनी पड़ती । उनहें ऐसी निधियों में समुद्रपारीय निवेशकों को यूनिट जारी करने लाभांश के प्रेषण और यू
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.35 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया म्यूच्युअल फंडों के युनिटों जारी करना वर्तमान में भारतीय आस्ति प्रबंध कंपनियाँ (एएमसी) जो विदेश में अपतटीय (ऑफ़शोर)निधि शुरू करती हैं उन्हें ऐसी योजनाओंं के लिए सेबी की अनुमति प्राप्त करनी पड़ती । उनहें ऐसी निधियों में समुद्रपारीय निवेशकों को यूनिट जारी करने लाभांश के प्रेषण और यू
नव॰ 14, 2003
बाह्य वाणिज्यिक उधार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.36 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 5, 2000 और सितंबर 17, 2002 के क्रमानुसार ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 10 और 23 एवं भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) की नवंबर 12, 2003 की प्रेस विज्ञप्ति एफ.सं.4(35)/2003-ईसीबी की ओर आकृष्ट किया जाता हैं । 2. तदनुसार, हम वर्त
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.36 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 5, 2000 और सितंबर 17, 2002 के क्रमानुसार ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 10 और 23 एवं भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) की नवंबर 12, 2003 की प्रेस विज्ञप्ति एफ.सं.4(35)/2003-ईसीबी की ओर आकृष्ट किया जाता हैं । 2. तदनुसार, हम वर्त
नव॰ 13, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 चालू खामा लेनदेन - उदारीकरण
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 33 नवंबर 13, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय , विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 चालू खामा लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक जुलाई 17, 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र क्रं.3 की ओर ओञष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार वे विविध प्रयोजनों, नामत: (i) विदेश में रोजगार (ii) उत्प्रवास (iii) नज़दीकी रिश्तेदारी के भरणपोषण, और (iv) विदेश में शिक्षा, के लिए प्रत्येकी 100,000 अमरीकी डॉलर तक प
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 33 नवंबर 13, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय , विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 चालू खामा लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक जुलाई 17, 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र क्रं.3 की ओर ओञष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार वे विविध प्रयोजनों, नामत: (i) विदेश में रोजगार (ii) उत्प्रवास (iii) नज़दीकी रिश्तेदारी के भरणपोषण, और (iv) विदेश में शिक्षा, के लिए प्रत्येकी 100,000 अमरीकी डॉलर तक प
अक्तू॰ 29, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं.फेमा 107/2005-आरबी 29 अक्तूबर,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं.फेमा 107/2005-आरबी 29 अक्तूबर,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा
अक्तू॰ 28, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 32 अक्तुबर 28, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000 -आरबी के विनियम 18 अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आस्थिगत भुगतान कीर शर्त पर माल और सेवाओं के निर्यात अथवा टर्नकी परियोजना के निष्पादन अथवा सिविल निर्माण स
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 32 अक्तुबर 28, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000 -आरबी के विनियम 18 अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आस्थिगत भुगतान कीर शर्त पर माल और सेवाओं के निर्यात अथवा टर्नकी परियोजना के निष्पादन अथवा सिविल निर्माण स
अक्तू॰ 27, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.106/2003-आरबी दिनांक : 27 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में , आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.106/2003-आरबी दिनांक : 27 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में , आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र
अक्तू॰ 24, 2003
नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकार पत्र के तहत चांदी / प्लैटिनम को आयात
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र 31 अक्तूबर 24, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकार पत्र के तहत चांदी / प्लैटिनम को आयात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक अक्तूबर 1, 2003 के ए पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र. 25 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें यह सूचित किया गया था कि वे केवल उन्हीं नामित एजेंसियों की ओर से नामित एजेंसी योजना के अंतर्गत स्वर्ण आयात करने के लिए साख पत्र खोलने की
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र 31 अक्तूबर 24, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकार पत्र के तहत चांदी / प्लैटिनम को आयात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक अक्तूबर 1, 2003 के ए पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र. 25 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें यह सूचित किया गया था कि वे केवल उन्हीं नामित एजेंसियों की ओर से नामित एजेंसी योजना के अंतर्गत स्वर्ण आयात करने के लिए साख पत्र खोलने की
अक्तू॰ 21, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा. 104/आरबी-2003 दिनांक : 21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 के उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए,भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा. 104/आरबी-2003 दिनांक : 21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 के उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए,भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
अक्तू॰ 21, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.30 अक्तूबर 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 24, 2001 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.6 जुलाई 4, 2002 के क्र.2 और अक्तूबर 23, 2002 के क्र.33 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कुछ उत्पादों के विनिर्माता निर्यातकों /व्यापारी निर्यातकों / व्यापारियों को जिनकी एक वर्ष में निर्यात संविदाएं रुपये 100 करोड़ या उससे अधिक मूल्य की हों, उ
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.30 अक्तूबर 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 24, 2001 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.6 जुलाई 4, 2002 के क्र.2 और अक्तूबर 23, 2002 के क्र.33 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कुछ उत्पादों के विनिर्माता निर्यातकों /व्यापारी निर्यातकों / व्यापारियों को जिनकी एक वर्ष में निर्यात संविदाएं रुपये 100 करोड़ या उससे अधिक मूल्य की हों, उ
अक्तू॰ 21, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (चतुर्थ संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.105/आरबी-2003 दिनांक :21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (चतुर्थ संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 की उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.105/आरबी-2003 दिनांक :21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (चतुर्थ संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 की उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 16, 2025

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