अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
अक्तू॰ 18, 2003
विशेष आर्थिकक्षेत्र की इकाइयोंद्वारा बाह्यवाणिज्यिक उधार(ईसीबी)
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.29 18 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विशेष आर्थिक क्षेत्र की इकाइयों द्वारा बाह्य वाणिज्यिक उधार(ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति और प्रक्रिया (1999-2000) तथा भारत सरकार, वित्त मंत्रालय द्वारा जारी 15 सितंबर 2002 की प्रेस-विज्ञप्ति एफ-स. 4(2)/2002-ईसीबी की ओर आकर्षित किया जाता है ज
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.29 18 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विशेष आर्थिक क्षेत्र की इकाइयों द्वारा बाह्य वाणिज्यिक उधार(ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति और प्रक्रिया (1999-2000) तथा भारत सरकार, वित्त मंत्रालय द्वारा जारी 15 सितंबर 2002 की प्रेस-विज्ञप्ति एफ-स. 4(2)/2002-ईसीबी की ओर आकर्षित किया जाता है ज
अक्तू॰ 17, 2003
वायदा संविदा- भारतीय कंपनियों में अनिवासियों के निवेश
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.28 17 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया वायदा संविदा- भारतीय कंपनियों में अनिवासियों के निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 16 नवंबर 2002 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 50 के साथ पठित 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.25/आरबी-2000 के विनियम 5 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. यह निर्णय लिया गया है कि भारत से बाहर रहने
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.28 17 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया वायदा संविदा- भारतीय कंपनियों में अनिवासियों के निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 16 नवंबर 2002 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 50 के साथ पठित 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.25/आरबी-2000 के विनियम 5 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. यह निर्णय लिया गया है कि भारत से बाहर रहने
अक्तू॰ 13, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा.103/2003-आरबी दिनांक: 13 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ज) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 7/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विद
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा.103/2003-आरबी दिनांक: 13 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ज) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 7/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विद
अक्तू॰ 10, 2003
फेमा 1999- भारतीय कंपनी निकाय केअनिवासी भारतीयभारतीय मूल के निवासी कर्मचारियों को रुपया ऋण की मंजूरी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.27 10 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया फेमा 1999- भारतीय कंपनी निकाय के अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के निवासी कर्मचारियों को रुपया ऋण की मंजूरी प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.04/2000 आरबी के विनियम 8 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार कोई प्राधिकृत व्यापारी अथवा राष्ट्रीय आव
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.27 10 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया फेमा 1999- भारतीय कंपनी निकाय के अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के निवासी कर्मचारियों को रुपया ऋण की मंजूरी प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.04/2000 आरबी के विनियम 8 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार कोई प्राधिकृत व्यापारी अथवा राष्ट्रीय आव
अक्तू॰ 03, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात -परेषण आधार पर पुस्तकों का निर्यात
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 03 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया माल और सेवाओं का निर्यात -परेषण आधार पर पुस्तकों का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 09 सितंबर 2000 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 12 के पैराग्राफ ए-11 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार विस्तारित ऋण शर्तों पर माल निर्यात करने के इच्छुक निर्यातक अपने बैंकों के ज
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 03 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया माल और सेवाओं का निर्यात -परेषण आधार पर पुस्तकों का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 09 सितंबर 2000 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 12 के पैराग्राफ ए-11 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार विस्तारित ऋण शर्तों पर माल निर्यात करने के इच्छुक निर्यातक अपने बैंकों के ज
अक्तू॰ 03, 2003
Foreign Exchange Management [Withdrawal of General Permission to Overseas Corporate Bodies (OCBs)] Regulations, 2003
Reserve Bank of India Exchange Control Department Central Office Mumbai-400 001Notification No. FEMA@@NBSP@@ 101@@NBSP@@ /2003-RB Dated October@@NBSP@@ 3rd@@NBSP@@ ,2003 Foreign Exchange Management [Withdrawal of General Permission to Overseas Corporate Bodies (OCBs)] Regulations, 2003 In exercise of the powers conferred by clauses (b), (d), (e) and (f) of sub-section (3) of Section 6 read with Section 47 of the FEMA, 1999 (42 of 1999) and all other powers available t
Reserve Bank of India Exchange Control Department Central Office Mumbai-400 001Notification No. FEMA@@NBSP@@ 101@@NBSP@@ /2003-RB Dated October@@NBSP@@ 3rd@@NBSP@@ ,2003 Foreign Exchange Management [Withdrawal of General Permission to Overseas Corporate Bodies (OCBs)] Regulations, 2003 In exercise of the powers conferred by clauses (b), (d), (e) and (f) of sub-section (3) of Section 6 read with Section 47 of the FEMA, 1999 (42 of 1999) and all other powers available t
अक्तू॰ 03, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.100/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में,आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.100/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में,आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
अक्तू॰ 03, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की भारत में स्थापना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.102/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की भारत में स्थापना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उप-धारा (6) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.22/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए , भारतीय रिज़र्व बैंक , ए
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.102/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की भारत में स्थापना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उप-धारा (6) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.22/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए , भारतीय रिज़र्व बैंक , ए
अक्तू॰ 01, 2003
नामित एजेंसीद्वारा जारीप्राधिकारपत्र परस्वर्ण काआयात
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.25 1 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकारपत्र पर स्वर्ण काआयात जैसा कि आप जानते हैं स्वर्ण-आयात हेतु सरकार की नामित एजेंसी योजना के तहत सरकार द्वारा नामित एजेंसी के रूप में पदनामित एमएमटीसी/ एचएचईसी, एसटीसी तथा पीईसी और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनुमत बैंकों को उनके ऊपर ड
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.25 1 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकारपत्र पर स्वर्ण काआयात जैसा कि आप जानते हैं स्वर्ण-आयात हेतु सरकार की नामित एजेंसी योजना के तहत सरकार द्वारा नामित एजेंसी के रूप में पदनामित एमएमटीसी/ एचएचईसी, एसटीसी तथा पीईसी और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनुमत बैंकों को उनके ऊपर ड
सित॰ 27, 2003
विदेश में रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डी आइ आर सिरीज़) परिपत्र सं.24 27 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेश में रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. 3/2000-आरबी के विनियम 6 के पैराग्राफ (iv) की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार आवेदनपत्र प्रस्तुत करने पर तथा उसमें निर्दिष्ट शर्तों पर भारत में निवासी किसी व्यक्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डी आइ आर सिरीज़) परिपत्र सं.24 27 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेश में रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. 3/2000-आरबी के विनियम 6 के पैराग्राफ (iv) की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार आवेदनपत्र प्रस्तुत करने पर तथा उसमें निर्दिष्ट शर्तों पर भारत में निवासी किसी व्यक्
सित॰ 24, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात / ईसीजीसी द्वारा दावों का भुगतान
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 22 सितंबर 24, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात / ईसीजीसी द्वारा दावों का भुगतान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 9, 2000 के ए.पी(डीआईआर परिपत्र) सं.12 की परिशिष्ट के पैराग्राफ इ. 17 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निर्यातक निर्यात अवधि के भीतर निर्यात मूल्य की वसूली करने के लिए जीआर/एसडीएफ/पीपी/सॉफटेक्स फार्मों पर उल्लिखित अपने सांविधिक दायित्व से मुक्त नहीं होता,
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 22 सितंबर 24, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात / ईसीजीसी द्वारा दावों का भुगतान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 9, 2000 के ए.पी(डीआईआर परिपत्र) सं.12 की परिशिष्ट के पैराग्राफ इ. 17 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निर्यातक निर्यात अवधि के भीतर निर्यात मूल्य की वसूली करने के लिए जीआर/एसडीएफ/पीपी/सॉफटेक्स फार्मों पर उल्लिखित अपने सांविधिक दायित्व से मुक्त नहीं होता,
सित॰ 24, 2003
समेकित फॉर्म ए-1/ए-2 का प्रस्तुतीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.23 24 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया समेकित फॉर्म ए-1/ए-2 का प्रस्तुतीकरण वर्तमान अनुदेशों के अनुसार निवासियों द्वारा आयातों के लिए 500 मिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक विप्रेषण भेजते समय फॉर्म ए-1 में तथा अन्य विप्रेषण भेजते समय फॉर्म ए-2 में आवेदन करना अपेक्षित है। 2. प्रक्रिया को सरल तथा अधिक कारगर बनाने और भुगतान ल
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.23 24 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया समेकित फॉर्म ए-1/ए-2 का प्रस्तुतीकरण वर्तमान अनुदेशों के अनुसार निवासियों द्वारा आयातों के लिए 500 मिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक विप्रेषण भेजते समय फॉर्म ए-1 में तथा अन्य विप्रेषण भेजते समय फॉर्म ए-2 में आवेदन करना अपेक्षित है। 2. प्रक्रिया को सरल तथा अधिक कारगर बनाने और भुगतान ल
सित॰ 23, 2003
विदेशी दूतावासों / राजनयिकों/ कॉन्सुलेट जनरलों द्वारा अचल परिसंपत्ति की खरीद/विक्री
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 19 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी दूतावासों / राजनयिकों/ कॉन्सुलेट जनरलों द्वारा अचल परिसंपत्ति की खरीद/विक्री प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों को अनुमत कार्यकलाप करने के लिए भारत में अचल संपत्ति अभिगृहीत करने के बारे में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी के विनियम सं.5 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. भारत सरकार के परामर्श से मामले की समीक्षा
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 19 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी दूतावासों / राजनयिकों/ कॉन्सुलेट जनरलों द्वारा अचल परिसंपत्ति की खरीद/विक्री प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों को अनुमत कार्यकलाप करने के लिए भारत में अचल संपत्ति अभिगृहीत करने के बारे में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी के विनियम सं.5 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. भारत सरकार के परामर्श से मामले की समीक्षा
सित॰ 23, 2003
विदेश में संविदा के निष्पादन हेतु परियोजना / सेवा निर्यातक द्वारा भारत में विदेशी मुद्रा खाता खोलना
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 20 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेश में संविदा के निष्पादन हेतु परियोजना / सेवा निर्यातक द्वारा भारत में विदेशी मुद्रा खाता खोलना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान परियोजना /सेवा निर्यातकों द्वारा भारत से बाहर विदेशी मुद्रा खाता खोलने, धारित करने और अनुरक्षित करने के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी के विनियम सं.7 की ओर आकृष्ट किया जाता है । संगत प्रावधानों को मार्
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 20 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेश में संविदा के निष्पादन हेतु परियोजना / सेवा निर्यातक द्वारा भारत में विदेशी मुद्रा खाता खोलना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान परियोजना /सेवा निर्यातकों द्वारा भारत से बाहर विदेशी मुद्रा खाता खोलने, धारित करने और अनुरक्षित करने के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी के विनियम सं.7 की ओर आकृष्ट किया जाता है । संगत प्रावधानों को मार्
सित॰ 23, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - ईईएफसी / आरएफसी(डी) खाता - स्पष्टीकरण
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 21 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - ईईएफसी / आरएफसी(डी) खाता - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा 10/2000-आरबी, समय-समय पर यथासंशोधित, के विनियम 4 और 5अ,की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी कोई व्यक्ति, उसमें विहित शर्तों पर, क्रमश: विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (ईईएफसी) खाता और निवासी विदेशी मुद्
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 21 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - ईईएफसी / आरएफसी(डी) खाता - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा 10/2000-आरबी, समय-समय पर यथासंशोधित, के विनियम 4 और 5अ,की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी कोई व्यक्ति, उसमें विहित शर्तों पर, क्रमश: विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (ईईएफसी) खाता और निवासी विदेशी मुद्
सित॰ 20, 2003
भारत सरकार और भूतपूर्व श्झएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान शिष्टाचार
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 16 सितंबर 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, भारत सरकार और भूतपूर्व श्झएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान शिष्टाचार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 28, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.89 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष मुद्रा बास्क्टट का रूपया मूल्य मार्च 11, 2003 से प्रभावी होने का उल्लेख किया गया है । 2. प्राधिकृत व्यापारियों को सूचित किया जाता है
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 16 सितंबर 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, भारत सरकार और भूतपूर्व श्झएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान शिष्टाचार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 28, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.89 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष मुद्रा बास्क्टट का रूपया मूल्य मार्च 11, 2003 से प्रभावी होने का उल्लेख किया गया है । 2. प्राधिकृत व्यापारियों को सूचित किया जाता है
सित॰ 20, 2003
वेतन का प्रेषण - ढील
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 17 सितंबर 20, 2003 सेवा में ेंविदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, वेतन का प्रेषण - ढील प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी जनवरी 22, 2001 की अधिसूचना सं. फेमा 34/2001-आरबी द्वारा यथासंशोध्ति, के विनियम 7(8) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में नियोजित विदेशी नागरिकों को अपने वेतन के 75 प्रतिशत तक भारत से बाहर अपने खाते में जमा करके प्राप्त करने की अनुमति है । 2. मामल
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 17 सितंबर 20, 2003 सेवा में ेंविदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, वेतन का प्रेषण - ढील प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी जनवरी 22, 2001 की अधिसूचना सं. फेमा 34/2001-आरबी द्वारा यथासंशोध्ति, के विनियम 7(8) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में नियोजित विदेशी नागरिकों को अपने वेतन के 75 प्रतिशत तक भारत से बाहर अपने खाते में जमा करके प्राप्त करने की अनुमति है । 2. मामल
सित॰ 20, 2003
भारत में विदेशी दूतावासों के राजकीय पारपत्रधारी गैर राजनयिक स्टाफ़ द्वारा विदेशी मुद्रा खाते
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 18 सितंबर 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, भारत में विदेशी दूतावासों के राजकीय पारपत्रधारी गैर राजनयिक स्टाफ़ द्वारा विदेशी मुद्रा खाते प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी के विनियम सं.4(3) ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में राजनयिक मिशनों ओर राजनयिक कार्मिकें को उसमें विहित शर्तों पर, विदेशी मुद्रा खातों में जमा धारित करने की अनुमति है । 2. रिज़र्
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 18 सितंबर 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, भारत में विदेशी दूतावासों के राजकीय पारपत्रधारी गैर राजनयिक स्टाफ़ द्वारा विदेशी मुद्रा खाते प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी के विनियम सं.4(3) ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में राजनयिक मिशनों ओर राजनयिक कार्मिकें को उसमें विहित शर्तों पर, विदेशी मुद्रा खातों में जमा धारित करने की अनुमति है । 2. रिज़र्
सित॰ 17, 2003
आयात के लिए अग्रिम प्रेषण
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 15 सितंबर 17, 2003 सेवा में ेंविदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, आयात के लिए अग्रिम प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.106 की परिशिष्ट के पैरा अ.6 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारियों को अनुमति दी गई है कि वे 100,000 अमरीकी डॉलर (एक सौ हज़ार अमरीकी डॉलर) अथवा उसकी समतुल्य राशि के बराबर भारत में माल के आयात के लिए बिना बैंक गारंटी अग्रिम प्रेषण
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 15 सितंबर 17, 2003 सेवा में ेंविदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, आयात के लिए अग्रिम प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.106 की परिशिष्ट के पैरा अ.6 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारियों को अनुमति दी गई है कि वे 100,000 अमरीकी डॉलर (एक सौ हज़ार अमरीकी डॉलर) अथवा उसकी समतुल्य राशि के बराबर भारत में माल के आयात के लिए बिना बैंक गारंटी अग्रिम प्रेषण
सित॰ 01, 2003
एक्सचेंज पर व्यापार गत व्युत्पन्न संविदाओं (ईटीडीसी) में विदेशी संस्थागत निवेशकों / अनिवासियों द्वारा निवेश
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 13 सितंबर 1, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, एक्सचेंज पर व्यापार गत व्युत्पन्न संविदाओं (ईटीडीसी) में विदेशी संस्थागत निवेशकों / अनिवासियों द्वारा निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें भारत से बाहर कतिपय व्यक्तियों को शेयरों की खरीद की अनुमति दी गई थी । 2. और अधिक उदारीकरण के उपाय के रूप में निर्णय किया गया है क
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 13 सितंबर 1, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, एक्सचेंज पर व्यापार गत व्युत्पन्न संविदाओं (ईटीडीसी) में विदेशी संस्थागत निवेशकों / अनिवासियों द्वारा निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें भारत से बाहर कतिपय व्यक्तियों को शेयरों की खरीद की अनुमति दी गई थी । 2. और अधिक उदारीकरण के उपाय के रूप में निर्णय किया गया है क
अग॰ 27, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा .99/2003-आरबी दिनांक: 27 अगस्त ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की उप-धारा (1) के खंड(क) , धारा 7 की उप-धारा (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई ,2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000-आरबी और दिनांक 27 फरवरी 2001 की अधिसूचना सं. फेमा 36/2001-आरबी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा .99/2003-आरबी दिनांक: 27 अगस्त ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की उप-धारा (1) के खंड(क) , धारा 7 की उप-धारा (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई ,2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000-आरबी और दिनांक 27 फरवरी 2001 की अधिसूचना सं. फेमा 36/2001-आरबी
अग॰ 27, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतानका तरीका) (संशोधन)विनियमावली,2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई-400001 अधिसूचना सं. फेमा.98/आरबी 2003 दिनांक : 27 अगस्त ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतानका तरीका) (संशोधन)विनियमावली,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम,1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.14/2000-आरबी के आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतान का तरीका) विनियमावली, 2000, समय-
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई-400001 अधिसूचना सं. फेमा.98/आरबी 2003 दिनांक : 27 अगस्त ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतानका तरीका) (संशोधन)विनियमावली,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम,1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.14/2000-आरबी के आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतान का तरीका) विनियमावली, 2000, समय-
अग॰ 20, 2003
अनिवासी भारतीयों/समुद्रपारीय निगतिम निकायों को अधिकार आधार पर शेयर जारी करना
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 10 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, अनिवासी भारतीयों/समुद्रपारीय निगतिम निकायों को अधिकार आधार पर शेयर जारी करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/आरबी-2000 के विनियम 6 के उपविनियम (2) बिकया जाता है जिसके अनुसार भारतीय कंपनियों को भारत से बाहर रहने वाले निवासी व्यक्ति को अधिकार आधार पर ईक्विटी अथवा अधिमानीय शेयर अथवा परिवर्तनीय डिबेंचर उनमें विहित शर्तों पर ज
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 10 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, अनिवासी भारतीयों/समुद्रपारीय निगतिम निकायों को अधिकार आधार पर शेयर जारी करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/आरबी-2000 के विनियम 6 के उपविनियम (2) बिकया जाता है जिसके अनुसार भारतीय कंपनियों को भारत से बाहर रहने वाले निवासी व्यक्ति को अधिकार आधार पर ईक्विटी अथवा अधिमानीय शेयर अथवा परिवर्तनीय डिबेंचर उनमें विहित शर्तों पर ज
अग॰ 20, 2003
दस मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - सुरीनाम का मार्च 17, 2003 कर ऋण करार
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 11 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, दस मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - सुरीनाम का मार्च 17, 2003 कर ऋण करार भारत सरकार ने सुरीनाम सरकार को, दोनों सरकार के बीच मार्च 17, 2003 को किए गए समझाते के अंतर्गत 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (केवल दस मिलियन अमरीकी डॉलर) का ऋधण स्वीकृत किसर है । सह ऋण सुरीनाम सरकार को भारत में विनिर्मित भारत से पूंजीगत माल के आयात के लिए उपलब्घ ााटगा । जिसमें मूल अतिरिक्त पु
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 11 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, दस मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - सुरीनाम का मार्च 17, 2003 कर ऋण करार भारत सरकार ने सुरीनाम सरकार को, दोनों सरकार के बीच मार्च 17, 2003 को किए गए समझाते के अंतर्गत 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (केवल दस मिलियन अमरीकी डॉलर) का ऋधण स्वीकृत किसर है । सह ऋण सुरीनाम सरकार को भारत में विनिर्मित भारत से पूंजीगत माल के आयात के लिए उपलब्घ ााटगा । जिसमें मूल अतिरिक्त पु
अग॰ 20, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 12 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 28, 2002 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र. 12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उक्त परिपत्र के साथ परिशिष्ट में सूचीबद्ध देशों को निर्यात किए गए माल / सॉफटेयरों के पूर्ण निर्यात मूल्य की वसूली और प्रत्यावर्तन के लिए सितंबर 1, 2002 से एक साल की अवधि बढ़ा दी गई थी ।समीक्षा करने पर, उक्त सं
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 12 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 28, 2002 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र. 12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उक्त परिपत्र के साथ परिशिष्ट में सूचीबद्ध देशों को निर्यात किए गए माल / सॉफटेयरों के पूर्ण निर्यात मूल्य की वसूली और प्रत्यावर्तन के लिए सितंबर 1, 2002 से एक साल की अवधि बढ़ा दी गई थी ।समीक्षा करने पर, उक्त सं
अग॰ 18, 2003
आयात साक्ष्य - उदारीकरण
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 9 अगस्त 18, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, आयात साक्ष्य - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्रं क्र. 106 की परिशिष्ट के पैराग्राफ अ.10.1(i) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आयात के लिए प्रेषण भेजने वाले प्राधिकृत व्यापारियों के लिए यह अनिवार्य है कि वे सुनिश्चित करें कि आयातक आयात का दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत करें यदि भारत में आयात के लिए क
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 9 अगस्त 18, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, आयात साक्ष्य - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्रं क्र. 106 की परिशिष्ट के पैराग्राफ अ.10.1(i) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आयात के लिए प्रेषण भेजने वाले प्राधिकृत व्यापारियों के लिए यह अनिवार्य है कि वे सुनिश्चित करें कि आयातक आयात का दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत करें यदि भारत में आयात के लिए क
अग॰ 16, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 8 अगस्त 16, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान परिशिष्ट में उल्लिशित ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्रों की ओर आकृष्ट किया जाता है । उनमें यह उल्लिखित किया गया था कि विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली, 2000 में आवश्यक संशोधन अलग से जारी िजा रहे हैं । रिज़र्व बैंक द्वारा जारी संगत सेंशोधन और सरकार द्वारा राजकीय राजपत्र में जारी अधिसुचनाएं परिशिष्ट
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 8 अगस्त 16, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान परिशिष्ट में उल्लिशित ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्रों की ओर आकृष्ट किया जाता है । उनमें यह उल्लिखित किया गया था कि विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली, 2000 में आवश्यक संशोधन अलग से जारी िजा रहे हैं । रिज़र्व बैंक द्वारा जारी संगत सेंशोधन और सरकार द्वारा राजकीय राजपत्र में जारी अधिसुचनाएं परिशिष्ट
अग॰ 12, 2003
चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण - स्पष्टीकरण
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 7 अगस्त 12, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जुलाई 17, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं.3 के पैराग्राफ 1, 2 और 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके द्वारा विदेश में रोज़गार, उत्प्रवास, शिक्षा, नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण और चिकित्सीय इलाज के लिए प्रेषण सुंविधाओं के उदारीकरण की सूचना दी गई थी। हमारे ध्यान में यह बात आई है कि
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 7 अगस्त 12, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जुलाई 17, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं.3 के पैराग्राफ 1, 2 और 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके द्वारा विदेश में रोज़गार, उत्प्रवास, शिक्षा, नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण और चिकित्सीय इलाज के लिए प्रेषण सुंविधाओं के उदारीकरण की सूचना दी गई थी। हमारे ध्यान में यह बात आई है कि
जुल॰ 23, 2003
रिसर्जेंट इंडिया बांड - वायदा संविदा - स्पष्टीकरण
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.6 जुलाई 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, रिसर्जेंट इंडिया बांड - वायदा संविदा - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/आरबी-2000 की अनुसूची II के पैराग्राफ 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें उन जोखिमों की सूची दी गई है जिनके लिए प्राधिकृत व्यापारी अनिवासी भारतीयों /समुद्रपारीय निगमित निकायें को वायदा संविदा का प्रस्ताव दे सकते हैं। 2. चूंकि रिसर्जेंट इंडिया बा
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.6 जुलाई 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, रिसर्जेंट इंडिया बांड - वायदा संविदा - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/आरबी-2000 की अनुसूची II के पैराग्राफ 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें उन जोखिमों की सूची दी गई है जिनके लिए प्राधिकृत व्यापारी अनिवासी भारतीयों /समुद्रपारीय निगमित निकायें को वायदा संविदा का प्रस्ताव दे सकते हैं। 2. चूंकि रिसर्जेंट इंडिया बा
जुल॰ 21, 2003
विदेशी तकनीक सहयोग - रॉयल्टी भुगतान - उदारीकरण
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.5 जुलाई 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी तकनीक सहयोग - रॉयल्टी भुगतान - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी तकनीक सहयोग के अंतर्गत रॉयल्टी भुगतान से संबंधित सरकार की नीति की ओर आकृष्ट किया जाता है। वर्तमान में केवल पूर्ण स्वाधिकृत सहायक कंपनियों को ही अपनी अपतटीय (ऑफशोर) मूल विदेशी कंपनी को बिना किसी अवधि के प्रतिबंध के स्वचालित मार्ग के अंतर्गत रॉयल्टी भुगतान करने की अनुमति है।
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.5 जुलाई 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी तकनीक सहयोग - रॉयल्टी भुगतान - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी तकनीक सहयोग के अंतर्गत रॉयल्टी भुगतान से संबंधित सरकार की नीति की ओर आकृष्ट किया जाता है। वर्तमान में केवल पूर्ण स्वाधिकृत सहायक कंपनियों को ही अपनी अपतटीय (ऑफशोर) मूल विदेशी कंपनी को बिना किसी अवधि के प्रतिबंध के स्वचालित मार्ग के अंतर्गत रॉयल्टी भुगतान करने की अनुमति है।
जुल॰ 19, 2003
व्यापारिक लेनदेनों का सौदा करना - स्पष्टीकरण - अल्पावधि ऋण
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.4 जुलाई 19, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, व्यापारिक लेनदेनों का सौदा करना - स्पष्टीकरण - अल्पावधि ऋण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान आपूर्तिकर्ता ऋण द्वारा भारत में आयात करने के लिए प्रक्रिया को सरल करने से संबंधित सितंबर 27, 2002 के ए पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.25 प्रावधानों की ओर आकृष्ट किया जाता है। स्पष्ट किया जाता है कि आपूर्तिकर्ता ऋण अथवा क्रेता ऋण द्वारा अल्पावधि ऋण, जैसा कि उक्त परिपऋ में
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.4 जुलाई 19, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, व्यापारिक लेनदेनों का सौदा करना - स्पष्टीकरण - अल्पावधि ऋण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान आपूर्तिकर्ता ऋण द्वारा भारत में आयात करने के लिए प्रक्रिया को सरल करने से संबंधित सितंबर 27, 2002 के ए पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.25 प्रावधानों की ओर आकृष्ट किया जाता है। स्पष्ट किया जाता है कि आपूर्तिकर्ता ऋण अथवा क्रेता ऋण द्वारा अल्पावधि ऋण, जैसा कि उक्त परिपऋ में
जुल॰ 17, 2003
चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.3 जुलाई 17, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) विनियमावली 2000, समय समय पर यथा संशोधित, के नियम 5 की अनुसूची III के अंतर्गत विदेशी मुद्रा देने की मौजूदा सीमाओं की ओर आकृष्ट किया जाता है । इसमें और अधिक उदारीकरण के उपाय स्वरूप वर्तमान सीमाओं को निम्नलिखित प्रकार से बढ़ाने का निर्णय किया गया है :- क्रम सं. अ
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.3 जुलाई 17, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) विनियमावली 2000, समय समय पर यथा संशोधित, के नियम 5 की अनुसूची III के अंतर्गत विदेशी मुद्रा देने की मौजूदा सीमाओं की ओर आकृष्ट किया जाता है । इसमें और अधिक उदारीकरण के उपाय स्वरूप वर्तमान सीमाओं को निम्नलिखित प्रकार से बढ़ाने का निर्णय किया गया है :- क्रम सं. अ
जुल॰ 14, 2003
समुद्रपारीय बैंकिंग संस्थाओं / वित्तीय संस्थाओं को एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.2 जुलाई 14, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, समुद्रपारीय बैंकिंग संस्थाओं / वित्तीय संस्थाओं को एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता विदेशी संस्थाओं को एक्ज़िम बैंक द्वारा दी गई सहायता के बारे में जारी निम्नलिखित एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्रों की ओर प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान आकृष्ट किया जाता है- क्रम सं. ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. तारीख विषय 1 30 11.10.2002 एक्ज़िम बैंक द्वारा बैंका कॅमर्शियाला रोमा
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.2 जुलाई 14, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, समुद्रपारीय बैंकिंग संस्थाओं / वित्तीय संस्थाओं को एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता विदेशी संस्थाओं को एक्ज़िम बैंक द्वारा दी गई सहायता के बारे में जारी निम्नलिखित एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्रों की ओर प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान आकृष्ट किया जाता है- क्रम सं. ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. तारीख विषय 1 30 11.10.2002 एक्ज़िम बैंक द्वारा बैंका कॅमर्शियाला रोमा
जुल॰ 08, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 97/2003-आरबी दिनांक: 08 जुलाई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग और दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी और 13 मई 2002 की अधिसूचना सं.फेमा 62/2002-आरबी में आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिस
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 97/2003-आरबी दिनांक: 08 जुलाई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग और दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी और 13 मई 2002 की अधिसूचना सं.फेमा 62/2002-आरबी में आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिस
जुल॰ 02, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की स्थापना) ( संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा विभाग) केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.95/2003-आरबी दिनांक : 2 जुलाई 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की स्थापना) ( संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.22/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए , भारतीय रिज़र्व बैंक , विदेशी मुद्रा प्रबंध ( भा
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा विभाग) केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.95/2003-आरबी दिनांक : 2 जुलाई 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की स्थापना) ( संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.22/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए , भारतीय रिज़र्व बैंक , विदेशी मुद्रा प्रबंध ( भा
जुल॰ 02, 2003
एक्ज़िम बैंक द्वारा हैटन राष्ट्रीय बैंक लि. (एचएनबी) को 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.1 जुलाई 2, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, एक्ज़िम बैंक द्वारा हैटन राष्ट्रीय बैंक लि. (एचएनबी) को 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता एक्ज़िम बैंक ऑफ इंडिया (एक्ज़िम बैंक ) ने फरवरी 12, 2003 को हैटन राष्ट्रीय बैंक लि. (एचएनबी), श्रीलंका को कुल 5 (पाँच मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की राशि तक स्वीकृत समग्र अधिकतम ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। ऋण मई 20, 2003 से लागू हो गया है और पूंजी माल,
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.1 जुलाई 2, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, एक्ज़िम बैंक द्वारा हैटन राष्ट्रीय बैंक लि. (एचएनबी) को 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता एक्ज़िम बैंक ऑफ इंडिया (एक्ज़िम बैंक ) ने फरवरी 12, 2003 को हैटन राष्ट्रीय बैंक लि. (एचएनबी), श्रीलंका को कुल 5 (पाँच मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की राशि तक स्वीकृत समग्र अधिकतम ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। ऋण मई 20, 2003 से लागू हो गया है और पूंजी माल,
जुल॰ 02, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 96/2003-आरबी दिनांक: 02 जुलाई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी में आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रे
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 96/2003-आरबी दिनांक: 02 जुलाई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी में आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रे
जून 21, 2003
विदेशी मुद्रा - रुपया विकल्प
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.108 जून 21, 2003 सेवा मेंविदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा - रुपया विकल्प भारत मे व्युत्पन्न बाज़ार विकास के अंग के रूप में और निवासियों और अनिवासियों को अपनी मुद्रा जोखिम की रक्षा के लिए उपलब्ध रक्षा उत्पादों के क्षेत्र में वृद्धि के लिए जुलाई 7, 2003 से विदेशी मुद्रा - रूपया विकल्प की अनुमति देने का निर्णय किया गया है। प्राधिकृत व्यापारियों को निम्नलिखित नियम और शर्तों के आधार पर उत्पाद का प्रस्ताव द
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.108 जून 21, 2003 सेवा मेंविदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा - रुपया विकल्प भारत मे व्युत्पन्न बाज़ार विकास के अंग के रूप में और निवासियों और अनिवासियों को अपनी मुद्रा जोखिम की रक्षा के लिए उपलब्ध रक्षा उत्पादों के क्षेत्र में वृद्धि के लिए जुलाई 7, 2003 से विदेशी मुद्रा - रूपया विकल्प की अनुमति देने का निर्णय किया गया है। प्राधिकृत व्यापारियों को निम्नलिखित नियम और शर्तों के आधार पर उत्पाद का प्रस्ताव द
जून 19, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध 1999 - भारत में माल का आयात विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.106 जून 19, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध 1999 - भारत में माल का आयात विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 24, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 9 की परिशिष्ट की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमे प्राधिकृत व्यापारिय
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.106 जून 19, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध 1999 - भारत में माल का आयात विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 24, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 9 की परिशिष्ट की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमे प्राधिकृत व्यापारिय
जून 18, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग) केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं.फेमा 94/2003-आरबी दिनांक 18 जून, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा 3 के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग) केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं.फेमा 94/2003-आरबी दिनांक 18 जून, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा 3 के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय
जून 16, 2003
विशेष आर्थिक अंचल (एसईज़ेड) की इकायों द्वारा विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.105 जून 16, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विशेष आर्थिक अंचल (एसईज़ेड) की इकायों द्वारा विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान नवंबर 25, 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र के पैरा 8 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (ड
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.105 जून 16, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विशेष आर्थिक अंचल (एसईज़ेड) की इकायों द्वारा विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान नवंबर 25, 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र के पैरा 8 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (ड
जून 09, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा.93/2003-आरबी दिनांक: 09 जून , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (i) और धारा 47 उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा.93/2003-आरबी दिनांक: 09 जून , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (i) और धारा 47 उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्
जून 07, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.92/2003-आरबी दिनांक : 07 जून, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.92/2003-आरबी दिनांक : 07 जून, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते
जून 05, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (बीमा)(संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई. अधिसूचना सं.फेमा. 91/2003-आरबी दिनांक : 05 जून ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (बीमा)(संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999, (1999 का 42) धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 12/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा प्रबंध (बीमा) विनियमावली, 2000, समय-समय पर यथा संशोधित, में निम्नलिखित
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई. अधिसूचना सं.फेमा. 91/2003-आरबी दिनांक : 05 जून ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (बीमा)(संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999, (1999 का 42) धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 12/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा प्रबंध (बीमा) विनियमावली, 2000, समय-समय पर यथा संशोधित, में निम्नलिखित
मई 31, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - उदारीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.104 मई 31, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान पूंजी खाता लेनदेनों में 30 जून 2003 की अवधि तक, समीक्षा के अधीन कतिपय उदारीकृत सुविधाएं घोषित करने वाले निम्नलिखित ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र की ओर आकृष्ट किया जाता है- क्रम सं. ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.104 मई 31, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान पूंजी खाता लेनदेनों में 30 जून 2003 की अवधि तक, समीक्षा के अधीन कतिपय उदारीकृत सुविधाएं घोषित करने वाले निम्नलिखित ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र की ओर आकृष्ट किया जाता है- क्रम सं. ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.
मई 23, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी करेंसी खाता) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.90/2003-आरबी दिनांक : 23 मई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी करेंसी खाता) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 के खंड (ख) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.90/2003-आरबी दिनांक : 23 मई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी करेंसी खाता) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 के खंड (ख) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
मई 21, 2003
अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड - निवासियों के लिए सुविधाओं का उदारीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.103 मई 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड - निवासियों के लिए सुविधाओं का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के उपयोग संबंधित जनवरी 24, 2003 की एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 73 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. उदारीकरण के अगले चरण के रूप में, भारत में प्राधिकृत व्यापारी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.103 मई 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड - निवासियों के लिए सुविधाओं का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के उपयोग संबंधित जनवरी 24, 2003 की एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 73 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. उदारीकरण के अगले चरण के रूप में, भारत में प्राधिकृत व्यापारी
मई 07, 2003
अस्वीकृति जोखिम बीमा - प्रेषण - उदारीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.102 मई 7, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अस्वीकृति जोखिम बीमा - प्रेषण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2002 की अधिसूचना सं.फेमा.12/2002-आरबी के उप-विनियम (2) की ओर आकृष्ट किय जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्ति को भारत से बाहर किसी बिमाकर्ता से सामान्य बीमा पॉलिसी लेने के लिए केंद्रीय सरकार का ‘‘अनापत्ति
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.102 मई 7, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अस्वीकृति जोखिम बीमा - प्रेषण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2002 की अधिसूचना सं.फेमा.12/2002-आरबी के उप-विनियम (2) की ओर आकृष्ट किय जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्ति को भारत से बाहर किसी बिमाकर्ता से सामान्य बीमा पॉलिसी लेने के लिए केंद्रीय सरकार का ‘‘अनापत्ति
मई 05, 2003
भारत में अनिवासी भारतीय / भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा अभिगृहीत अचल संपत्ति की विक्री आय का प्रत्यावर्तन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.101 मई 5, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारत में अनिवासी भारतीय / भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा अभिगृहीत अचल संपत्ति की विक्री आय का प्रत्यावर्तन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 29, 2002 की अधिसूचना सं.फेमा.65/2002-आरबी के साथ पठित मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा.21/2000--आरबी के विनियम 6 के उपविनियम (ख) के खण्ड (iii) की ओर आक
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.101 मई 5, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारत में अनिवासी भारतीय / भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा अभिगृहीत अचल संपत्ति की विक्री आय का प्रत्यावर्तन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 29, 2002 की अधिसूचना सं.फेमा.65/2002-आरबी के साथ पठित मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा.21/2000--आरबी के विनियम 6 के उपविनियम (ख) के खण्ड (iii) की ओर आक
मई 02, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात - विदेश में वेयरहाउसों को निर्यात
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.100 मई 2, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात - विदेश में वेयरहाउसों को निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 9, 2003 के एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.12 परिशिष्ट इ.6 की टिप्पणी ‘आ’ की आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक वैयक्तिक निर्यातकों को विदेश में, कुछ शर्ता के अधीन, वेय
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.100 मई 2, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात - विदेश में वेयरहाउसों को निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 9, 2003 के एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.12 परिशिष्ट इ.6 की टिप्पणी ‘आ’ की आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक वैयक्तिक निर्यातकों को विदेश में, कुछ शर्ता के अधीन, वेय
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