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अक्तू॰ 06, 2006
पास बुक / लेखा विवरण में शाखा का पता /टेलीफोन नंबर देना
भारिबैं /2006-07 / 143शबैंवि.केंका.बीपीडी.परि.12/09.39.000/2006-07 6 अक्तूबर 2006 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी ) सहकारी बैंक महोदय /महोदया पास बुक / लेखा विवरण में शाखा का पता /टेलीफोन नंबर देना शाखाओं में ग्राहकों को उपलब्ध सेवा की गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से पास बुक /लेखा विवरणों में शाखा के पते /टेलीफोन नंबर का उल्लेख उपयोगी होगा —2. अत: बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे यह सुनिश्चित करें कि खाता धारकों को जारी की गयी पास बुक / लेखा विवरणों मे
भारिबैं /2006-07 / 143शबैंवि.केंका.बीपीडी.परि.12/09.39.000/2006-07 6 अक्तूबर 2006 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी ) सहकारी बैंक महोदय /महोदया पास बुक / लेखा विवरण में शाखा का पता /टेलीफोन नंबर देना शाखाओं में ग्राहकों को उपलब्ध सेवा की गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से पास बुक /लेखा विवरणों में शाखा के पते /टेलीफोन नंबर का उल्लेख उपयोगी होगा —2. अत: बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे यह सुनिश्चित करें कि खाता धारकों को जारी की गयी पास बुक / लेखा विवरणों मे
अक्तू॰ 04, 2006
ग्राहक सेवा - बचत खाताधारकों (व्यक्ति)को
आरबीआई/2006-07/139बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 32/09.07.005/2006-074 अक्तूबर 20062 आश्विन 1928 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदय, ग्राहक सेवा - बचत खाताधारकों (व्यक्ति)को पासबुक जारी न करनावरिष्ठ नागरिक संघों के साथ-साथ ग्राहकों से हमें अभ्यावेदन प्राप्त हो रहे हैं कि कई बैंकों ने बचत खाताधारकों (व्यक्ति) को पासबुक जारी करना बंद कर दिया है — यह भी पता चला है कि बैंकों ने पासबुक प्रणाली बंद करने का एकतरफा निर्णय लिया है जिससे
आरबीआई/2006-07/139बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 32/09.07.005/2006-074 अक्तूबर 20062 आश्विन 1928 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदय, ग्राहक सेवा - बचत खाताधारकों (व्यक्ति)को पासबुक जारी न करनावरिष्ठ नागरिक संघों के साथ-साथ ग्राहकों से हमें अभ्यावेदन प्राप्त हो रहे हैं कि कई बैंकों ने बचत खाताधारकों (व्यक्ति) को पासबुक जारी करना बंद कर दिया है — यह भी पता चला है कि बैंकों ने पासबुक प्रणाली बंद करने का एकतरफा निर्णय लिया है जिससे
सित॰ 22, 2006
पास बुक/खाते के विवरण में शाखा का पता, टेलीफोन नंबर
भारिबै/2006-07/134 ग्राआऋवि.के का./आरएफबीसी.26 /07.40.06/2006-07 22 सितम्बर 2006सभी राज्य व जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय, पास बुक/खाते के विवरण में शाखा का पता, टेलीफोन नंबर शाखाओं में ग्राहकों को उपलब्ध सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से पास बुक/खाते के विवरणों पर शाखा का पता और टेलीफोन नंबर देना उपयोगी होगा ।2.अत: सभी बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे यह सुनिश्चित करें कि खातेदार को जारी बैंक की पासबुक/खाते के विवरण पर शाखा का पता और टेलीफोन नंबर आवश
भारिबै/2006-07/134 ग्राआऋवि.के का./आरएफबीसी.26 /07.40.06/2006-07 22 सितम्बर 2006सभी राज्य व जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय, पास बुक/खाते के विवरण में शाखा का पता, टेलीफोन नंबर शाखाओं में ग्राहकों को उपलब्ध सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से पास बुक/खाते के विवरणों पर शाखा का पता और टेलीफोन नंबर देना उपयोगी होगा ।2.अत: सभी बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे यह सुनिश्चित करें कि खातेदार को जारी बैंक की पासबुक/खाते के विवरण पर शाखा का पता और टेलीफोन नंबर आवश
सित॰ 15, 2006
पास बुक/खाते की विवरणियों पर बैंक के पते/टेलीफोन नंबर
भारिबै/ 2006-07/128 ग्र.आऋवि./के.का./आर आर बी./ बीसी / सं. 25 /03.05.28ए /2006-0715 सितंबर 2006अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,पास बुक/खाते की विवरणियों पर बैंक के पते/टेलीफोन नंबर ग्राहक सेवा मे सुधार हेतु बैंक की शाखाओं का पता और टेलीफोन नंबर उनकी पासबुक/ खाते के विवरण के ऊपर देना बहुत उपयोगी होगा —2. अत: सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को सुचित किया जाता है कि खाताधारी को पासबुक जारी करने से पहले वे यह सुनिश्चित करें कि बैंक की पासबुक/ खाते के विवरण पर शाखा का
भारिबै/ 2006-07/128 ग्र.आऋवि./के.का./आर आर बी./ बीसी / सं. 25 /03.05.28ए /2006-0715 सितंबर 2006अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,पास बुक/खाते की विवरणियों पर बैंक के पते/टेलीफोन नंबर ग्राहक सेवा मे सुधार हेतु बैंक की शाखाओं का पता और टेलीफोन नंबर उनकी पासबुक/ खाते के विवरण के ऊपर देना बहुत उपयोगी होगा —2. अत: सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को सुचित किया जाता है कि खाताधारी को पासबुक जारी करने से पहले वे यह सुनिश्चित करें कि बैंक की पासबुक/ खाते के विवरण पर शाखा का
सित॰ 01, 2006
पास बुक/लेखा विवरणों में शाखा का पता /टेलीफोन नंबर देना
भारिबैं /2006-07/123 बैंपविवि. सं. एलईजी. 28 /09.07.005/2006-07 1 सितंबर 2006 10 भाद्र 1928 (शक) प्रतिसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय पास बुक/लेखा विवरणों में शाखा का पता /टेलीफोन नंबर देनाशाखाओं में ग्राहकों को उपलब्ध सेवा की गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से पास बुक/लेखा विवरणों में शाखा के पते/टेलीफोन नंबर का उल्लेख उपयोगी होगा।2. अत: बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे यह सुनिश्चित करें कि खाता धारकों को जारी की गयी पास बुक / ल
भारिबैं /2006-07/123 बैंपविवि. सं. एलईजी. 28 /09.07.005/2006-07 1 सितंबर 2006 10 भाद्र 1928 (शक) प्रतिसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय पास बुक/लेखा विवरणों में शाखा का पता /टेलीफोन नंबर देनाशाखाओं में ग्राहकों को उपलब्ध सेवा की गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से पास बुक/लेखा विवरणों में शाखा के पते/टेलीफोन नंबर का उल्लेख उपयोगी होगा।2. अत: बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे यह सुनिश्चित करें कि खाता धारकों को जारी की गयी पास बुक / ल
अग॰ 24, 2006
निवेशकों के ऐच्छिक स्थान पर छमाही ब्याज/राहत/बचत बांड की मूल राशि का भुगतान
भारिबैं/2006/117संदर्भ.सबैंलेवि.सीडीडी.सं.एच-3253/13.01.299/2006-07 24 अगस्त 2006/2 भाद्र 1928 (श)अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक भारतीय स्टेट बैंक /उसके सहयोगी बैंक 17 राष्ट्रीकृत बैंक एचडीएफसी बैंक लिमिटेड/आइसीआइसीआइ बैंक लिमिटेड आइडीबीआइ बैंक लिमिटेड/यूटीआइ बैंक लिमिटेड भारतीय स्टॉक धारिता निगम लिमिटेडमहोदय निवेशकों के ऐच्छिक स्थान पर छमाही ब्याज/राहत/बचत बांड की मूल राशि का भुगतान आप जानते हैं कि एजेंसी बैंक सामान्यत: जहां निवेश हुआ है उसी केन्द्र पर छमाही ब्याज और ब्याज वा
भारिबैं/2006/117संदर्भ.सबैंलेवि.सीडीडी.सं.एच-3253/13.01.299/2006-07 24 अगस्त 2006/2 भाद्र 1928 (श)अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक भारतीय स्टेट बैंक /उसके सहयोगी बैंक 17 राष्ट्रीकृत बैंक एचडीएफसी बैंक लिमिटेड/आइसीआइसीआइ बैंक लिमिटेड आइडीबीआइ बैंक लिमिटेड/यूटीआइ बैंक लिमिटेड भारतीय स्टॉक धारिता निगम लिमिटेडमहोदय निवेशकों के ऐच्छिक स्थान पर छमाही ब्याज/राहत/बचत बांड की मूल राशि का भुगतान आप जानते हैं कि एजेंसी बैंक सामान्यत: जहां निवेश हुआ है उसी केन्द्र पर छमाही ब्याज और ब्याज वा
अग॰ 23, 2006
मास्टर परिपत्र-जमा खाता रखना
आरबीआई /2006-07/114 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 11/13.01.000/2006-07 23 अगस्त 2006कार्यपालक अधिकारी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदयामास्टर परिपत्र-जमा खाता रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 11 अगस्त 2005 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं.9/ 13.01.00 /2004-05 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें । संलग्न मास्टर परिपत्र 30 जून 2006 तक इस विभाग द्वारा इस विषय पर जारी सभी अनुदेशों को समेकित एवं अद्यतन करता है ।भवदीय,
आरबीआई /2006-07/114 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 11/13.01.000/2006-07 23 अगस्त 2006कार्यपालक अधिकारी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदयामास्टर परिपत्र-जमा खाता रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 11 अगस्त 2005 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं.9/ 13.01.00 /2004-05 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें । संलग्न मास्टर परिपत्र 30 जून 2006 तक इस विभाग द्वारा इस विषय पर जारी सभी अनुदेशों को समेकित एवं अद्यतन करता है ।भवदीय,
जुल॰ 28, 2006
डेरिवेटिव खंड में लेनदेन हेतु विदेशी संस्थागतनिवेशकों द्वारा जमानत (कोलैटरल) का अनुरक्षण
आरबीआइ/2006-07/92 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.4 जुलाई 28, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, डेरिवेटिव खंड में लेनदेन हेतु विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा जमानत (कोलैटरल) का अनुरक्षण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों - श्रेणी I का ध्यान जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं.फेमा 120/आरबी-2004 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 और समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2
आरबीआइ/2006-07/92 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.4 जुलाई 28, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, डेरिवेटिव खंड में लेनदेन हेतु विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा जमानत (कोलैटरल) का अनुरक्षण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों - श्रेणी I का ध्यान जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं.फेमा 120/आरबी-2004 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 और समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2
जुल॰ 28, 2006
मास्टर परिपत्र - नोटों तथा सिक्कों को बदलने की सुविधा
आरबीआई सं. 93/2006-07 मुप्रवि (नोट विनिमय) सं. 732/08.07.18/2006-07 28 जुलाई 2006 अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक सरकारी और निजी क्षेत्र के सभी बैंक, विदेशी बैंक एवं राज्य सहकारी बैंक  महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र - नोटों तथा सिक्कों को बदलने की सुविधा कृपया नोटों तथा सिक्कों के विनिमय की सुविधा संबंधी 5 जुलाई 2002 के हमारे मास्टर परिपत्र डीसीएम (नोट विनिमय) सं. जी.2/08.07.18/2002-03 का संदर्भ लें । हम इसके साथ इस विषय में हुए परिवर्तनों को सम्मिलित करते हुए यथा अपेक्षि
आरबीआई सं. 93/2006-07 मुप्रवि (नोट विनिमय) सं. 732/08.07.18/2006-07 28 जुलाई 2006 अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक सरकारी और निजी क्षेत्र के सभी बैंक, विदेशी बैंक एवं राज्य सहकारी बैंक  महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र - नोटों तथा सिक्कों को बदलने की सुविधा कृपया नोटों तथा सिक्कों के विनिमय की सुविधा संबंधी 5 जुलाई 2002 के हमारे मास्टर परिपत्र डीसीएम (नोट विनिमय) सं. जी.2/08.07.18/2002-03 का संदर्भ लें । हम इसके साथ इस विषय में हुए परिवर्तनों को सम्मिलित करते हुए यथा अपेक्षि
जुल॰ 20, 2006
Annual Policy Statement for the year 2006-07-Fair Practices Code- Display of Bank Charges
RBI/2006-07/79 CSD.BOS.5/13.33.01/2005-06 July 20, 2006The Chairman/Chief Executive Officer/Managing Director, All Commercial Banks (Including RRBs).Dear Sir/Madam, Annual Policy Statement for the year 2006-07-Fair Practices Code- Display of Bank Charges Please refer to our circular RPCD.BOS.81/13.33.01/2005-06 dated May 16, 2006 on the captioned subject advising you to display and update, on your website, the details of certain service charges. In continuation of the
RBI/2006-07/79 CSD.BOS.5/13.33.01/2005-06 July 20, 2006The Chairman/Chief Executive Officer/Managing Director, All Commercial Banks (Including RRBs).Dear Sir/Madam, Annual Policy Statement for the year 2006-07-Fair Practices Code- Display of Bank Charges Please refer to our circular RPCD.BOS.81/13.33.01/2005-06 dated May 16, 2006 on the captioned subject advising you to display and update, on your website, the details of certain service charges. In continuation of the
जून 06, 2006
कतिपय निकायों / संगठनों के नाम में बचत बैंक खाते खोला जाना ज्ी/हू-399-05-06.प्ूस्त्
आरबीआइ/2005-06/399 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 87 /07.38.01/2005-06 जून 6, 2006सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय, कतिपय निकायों / संगठनों के नाम में बचत बैंक खाते खोला जाना कृपया दिनांक 17 अक्तूबर 2000 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरएफ.डीआइआर.बीसी.30/07.38.01/2000-01 देखें जिसमें बैंकों को केद्र सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न कार्यक्रमों / योजनाओं के कार्यान्वयन हेतु दिए जाने वाले अनुदान / आर्थिक सहायता के संबंध में सरकारी विभागों / निकायों / एजेंसियों के न
आरबीआइ/2005-06/399 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 87 /07.38.01/2005-06 जून 6, 2006सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय, कतिपय निकायों / संगठनों के नाम में बचत बैंक खाते खोला जाना कृपया दिनांक 17 अक्तूबर 2000 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरएफ.डीआइआर.बीसी.30/07.38.01/2000-01 देखें जिसमें बैंकों को केद्र सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न कार्यक्रमों / योजनाओं के कार्यान्वयन हेतु दिए जाने वाले अनुदान / आर्थिक सहायता के संबंध में सरकारी विभागों / निकायों / एजेंसियों के न
मई 26, 2006
UCBs advised to display Service Charges in their branches/on Website
RBI/ 2005-06/392 UBD. (PCB).Cir.No.54/09.39.000/05-06 May 26, 2006The Chief Executive Officers of All Primary (Urban Co-operative Banks)Dear Sir/Madam, Annual Policy Statement for the year 2006-07- Fair Practices Code- Display of Bank Charges-UCBs Please refer to the paragraph 162 of the Annual Policy Statement for the year 2006-07, a copy of which is enclosed.2. As per extant instructions, the decision to prescribe service charges is left to the discretion of the Boa
RBI/ 2005-06/392 UBD. (PCB).Cir.No.54/09.39.000/05-06 May 26, 2006The Chief Executive Officers of All Primary (Urban Co-operative Banks)Dear Sir/Madam, Annual Policy Statement for the year 2006-07- Fair Practices Code- Display of Bank Charges-UCBs Please refer to the paragraph 162 of the Annual Policy Statement for the year 2006-07, a copy of which is enclosed.2. As per extant instructions, the decision to prescribe service charges is left to the discretion of the Boa
मार्च 22, 2006
बैंकिंग सेवाओं के विस्तार द्वारा वित्तीय समावेश - व्यावसायिक सुविधादाताओं/संपर्ककर्ताओं का उपयोग
भारिबैं/2005-06/331 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 72/22.01.009/2005-2006 22 मार्च 2006 1 चैत्र 1928 (शक) अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक)महोदय,बैंकिंग सेवाओं के विस्तार द्वारा वित्तीय समावेश - व्यावसायिक सुविधादाताओं/संपर्ककर्ताओं का उपयोगकृपया आप उपर्युक्त विषय पर 25 जनवरी 2006 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 58/22.01.001/2005-2006 देखें। 2. उपर्युक्त परिपत्र की शर्तों के अनु
भारिबैं/2005-06/331 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 72/22.01.009/2005-2006 22 मार्च 2006 1 चैत्र 1928 (शक) अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक)महोदय,बैंकिंग सेवाओं के विस्तार द्वारा वित्तीय समावेश - व्यावसायिक सुविधादाताओं/संपर्ककर्ताओं का उपयोगकृपया आप उपर्युक्त विषय पर 25 जनवरी 2006 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 58/22.01.001/2005-2006 देखें। 2. उपर्युक्त परिपत्र की शर्तों के अनु
मार्च 07, 2006
अपने ग्राहक को जानें संबंधी मार्गदर्शी सिद्धांत-ऐंटी मनी लांडरिंग स्टैंडर्ड्स (काले धन को वैध बनाने पर रोक संबंधी मानक)
भारिबैं/2005-06/317 गैबैंपवि.केंका.नीति प्रभाग सं. 64 /03.10.042/2005-06 7 मार्च 2006सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ, विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँ,प्रिय महोदय/महोदया "अपने ग्राहक को जानें "संबंधी मार्गदर्शी सिद्धांत-ऐंटी मनी लांडरिंग स्टैंडर्ड्स (काले धन को वैध बनाने पर रोक संबंधी मानक )कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 21 फरवरी 2005 का हमारा परिपत्र सं. गैबैंपवि.(नीति प्रभाग) कंपरि.48 / 10.42/ 2004-05 देखें। उल्लिखित परिपत्र में गैर बैंकिंग वि
भारिबैं/2005-06/317 गैबैंपवि.केंका.नीति प्रभाग सं. 64 /03.10.042/2005-06 7 मार्च 2006सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ, विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँ,प्रिय महोदय/महोदया "अपने ग्राहक को जानें "संबंधी मार्गदर्शी सिद्धांत-ऐंटी मनी लांडरिंग स्टैंडर्ड्स (काले धन को वैध बनाने पर रोक संबंधी मानक )कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 21 फरवरी 2005 का हमारा परिपत्र सं. गैबैंपवि.(नीति प्रभाग) कंपरि.48 / 10.42/ 2004-05 देखें। उल्लिखित परिपत्र में गैर बैंकिंग वि
फ़र॰ 06, 2006
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के माध्यम से पेंशन का संवितरण - महंगाई राहत (डीआर) का भुगतान
आरबीआई/2005-06/296 डीजीबीए.जीएडी.संख्या एच.11303/45.01.003/2005-06 फ़रवरी 06, 2006 माघ 17, 1927 (साका) सभी पेंशन भुगतान करने वाले बैंक (संलग्न सूची के अनुसार) प्रिय महोदय, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के माध्यम से पेंशन का संवितरण - महंगाई राहत (डीआर) का भुगतान रिजर्व बैंक को सरकार द्वारा समय-समय पर की गई घोषणा के अनुसार एजेंसी बैंकों द्वारा महंगाई राहत (डीआर)/अन्य भत्ते जारी करने में विलंब के संबंध में पेंशनभोगियों से की बड़ी संख्या में शिकायतें प्राप्त होती रही हैं।
आरबीआई/2005-06/296 डीजीबीए.जीएडी.संख्या एच.11303/45.01.003/2005-06 फ़रवरी 06, 2006 माघ 17, 1927 (साका) सभी पेंशन भुगतान करने वाले बैंक (संलग्न सूची के अनुसार) प्रिय महोदय, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के माध्यम से पेंशन का संवितरण - महंगाई राहत (डीआर) का भुगतान रिजर्व बैंक को सरकार द्वारा समय-समय पर की गई घोषणा के अनुसार एजेंसी बैंकों द्वारा महंगाई राहत (डीआर)/अन्य भत्ते जारी करने में विलंब के संबंध में पेंशनभोगियों से की बड़ी संख्या में शिकायतें प्राप्त होती रही हैं।
फ़र॰ 02, 2006
Tender for Competitive Bids
Annexure II For office use only Regn no.The Regional Director, Reserve Bank of India, Public Debt Office, Fort, Mumbai - 400 001. Dear Sir, Tender for "7.40 percent Government Stock, 2035" for an aggregate amount of Rs.3,000 crore : Auction to be held on February 7, 2006 Pursuant to Government of India, Ministry of Finance, Department of Economic Affairs Notification F.No.4(2)-W&M/2005(i)dated February 2, 2006 and the tender notice issued by you, I/we, the undersi
Annexure II For office use only Regn no.The Regional Director, Reserve Bank of India, Public Debt Office, Fort, Mumbai - 400 001. Dear Sir, Tender for "7.40 percent Government Stock, 2035" for an aggregate amount of Rs.3,000 crore : Auction to be held on February 7, 2006 Pursuant to Government of India, Ministry of Finance, Department of Economic Affairs Notification F.No.4(2)-W&M/2005(i)dated February 2, 2006 and the tender notice issued by you, I/we, the undersi
जन॰ 23, 2006
आदाता के खाते में देय चेक का समाहरण - तीसरे पक्ष के खाते में आगम को जमा करने पर प्रतिबंध
आरबीआई. सं. 282/2005-06 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 56/21.01.001/2005-06 23 जनवरी 2006 3 माघ 1927 (शक)अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय, आदाता के खाते में देय चेक का समाहरण - तीसरे पक्ष के खाते में आगम को जमा करने पर प्रतिबंध जैसा कि बैंक जानते हैं, आदाता के खाते में देय चेक आदाता ग्राहक के लिए समाहरित किया जाता है । बैंकों के पक्ष में आहरित आदाता के खाते में देय चेकों के संबंध में, 9 सितंबर 1992 के हमारे परिपत्र बैंपविवि
आरबीआई. सं. 282/2005-06 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 56/21.01.001/2005-06 23 जनवरी 2006 3 माघ 1927 (शक)अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय, आदाता के खाते में देय चेक का समाहरण - तीसरे पक्ष के खाते में आगम को जमा करने पर प्रतिबंध जैसा कि बैंक जानते हैं, आदाता के खाते में देय चेक आदाता ग्राहक के लिए समाहरित किया जाता है । बैंकों के पक्ष में आहरित आदाता के खाते में देय चेकों के संबंध में, 9 सितंबर 1992 के हमारे परिपत्र बैंपविवि
जन॰ 04, 2006
Tender for Competitive Bids

Annexure II For office use only Regn no.The Regional Director, Reserve Bank of India, Public Debt Office, Fort, Mumbai - 400 001. Dear Sir,Tender for "7.40 percent Government Stock, 2035" for an aggregate amount of Rs.4,000 crore : Auction to be held on January 9, 2006 Pursuant to Government of India, Ministry of Finance, Department of Economic Affairs Notification F.No.4(2)-W&M/2005(i)dated January 4, 2006 and the tender notice issued by you, I/we, the undersigne

Annexure II For office use only Regn no.The Regional Director, Reserve Bank of India, Public Debt Office, Fort, Mumbai - 400 001. Dear Sir,Tender for "7.40 percent Government Stock, 2035" for an aggregate amount of Rs.4,000 crore : Auction to be held on January 9, 2006 Pursuant to Government of India, Ministry of Finance, Department of Economic Affairs Notification F.No.4(2)-W&M/2005(i)dated January 4, 2006 and the tender notice issued by you, I/we, the undersigne

दिस॰ 30, 2005
STCBs/DCCBs - Financial Inclusion - Trilingual Forms / Brochures / Pamphlets
RBI /2005-06/269 RPCD.RF.BC.60/07.38.01/2005-06 December 30, 2005All State and District Central Co-operative BanksDear Sir Financial Inclusion - Trilingual Forms / Brochures / Pamphlets Please refer to our Circular RPCD.RF.BC.54/07.38.01/2005-06 dated December 13, 2005 wherein banks were advised to make available a basic banking 'no-frills' account either with 'nil' or very low minimum balances as well as charges that would make such accounts accessible to vast sectio
RBI /2005-06/269 RPCD.RF.BC.60/07.38.01/2005-06 December 30, 2005All State and District Central Co-operative BanksDear Sir Financial Inclusion - Trilingual Forms / Brochures / Pamphlets Please refer to our Circular RPCD.RF.BC.54/07.38.01/2005-06 dated December 13, 2005 wherein banks were advised to make available a basic banking 'no-frills' account either with 'nil' or very low minimum balances as well as charges that would make such accounts accessible to vast sectio
दिस॰ 30, 2005
वित्तीय समावेशन - त्रिभाषी फॉर्म/ ब्रोशर/ पैम्फलेट

आरबीआई/2005-06/270 आरपीसीडी.आरआरबी.बीसी.सं.61/03.05.33/2005-06 30 दिसंबर 2005 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, वित्तीय समावेशन - त्रिभाषी फॉर्म/ ब्रोशर/ पैम्फलेट

आरबीआई/2005-06/270 आरपीसीडी.आरआरबी.बीसी.सं.61/03.05.33/2005-06 30 दिसंबर 2005 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, वित्तीय समावेशन - त्रिभाषी फॉर्म/ ब्रोशर/ पैम्फलेट

दिस॰ 27, 2005
छोटे उधारखातों के लिए एकबारगी समझौता योजना और नए ऋण हेतु पात्रता
भारिबैं / 2005-06 / 241 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी. सं. 56/06.02.31/2005-06 दिसंबर 27, 2005अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) महोदय, छोटे उधारखातों के लिए एकबारगी समझौता योजना और नए ऋण हेतु पात्रता छोटे उधारकर्ताओं को बैंकों के पास उनके अनर्जक आस्ति खातों का निपटान करने और नए वित्त का पात्र होने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों को (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क
भारिबैं / 2005-06 / 241 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी. सं. 56/06.02.31/2005-06 दिसंबर 27, 2005अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) महोदय, छोटे उधारखातों के लिए एकबारगी समझौता योजना और नए ऋण हेतु पात्रता छोटे उधारकर्ताओं को बैंकों के पास उनके अनर्जक आस्ति खातों का निपटान करने और नए वित्त का पात्र होने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों को (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क
दिस॰ 09, 2005
जनता की जमाराशियों या जमाराशियों की परिपक्वतापूर्व अदायगी
भारिबैं/2005-2006/231 गैबैंपवि. (नीति प्रभाग)कं.परि.सं./ 60 /02.01. /2005-2006 9 दिसंबर 2005सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ, विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँं प्रिय महोदय जनता की जमाराशियों या जमाराशियों की परिपक्वतापूर्व अदायगी कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 5 अक्तूबर 2004 के हमारे परिपत्र सं. गैबैंपवि.(नीति प्रभाग) कं.परि. सं. 44/02.01/2004-2005 का अवलोकन करें। उल्लिखित परिपत्र के पैराग्राफ 3(5) में यह विहित है कि एकमात्र/जमाकर्ताओं में से जिस
भारिबैं/2005-2006/231 गैबैंपवि. (नीति प्रभाग)कं.परि.सं./ 60 /02.01. /2005-2006 9 दिसंबर 2005सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ, विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँं प्रिय महोदय जनता की जमाराशियों या जमाराशियों की परिपक्वतापूर्व अदायगी कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 5 अक्तूबर 2004 के हमारे परिपत्र सं. गैबैंपवि.(नीति प्रभाग) कं.परि. सं. 44/02.01/2004-2005 का अवलोकन करें। उल्लिखित परिपत्र के पैराग्राफ 3(5) में यह विहित है कि एकमात्र/जमाकर्ताओं में से जिस
नव॰ 21, 2005
बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन

आरबीआइ/2005-06/211 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 49/24.01.011/2005-06 21 नवंबर 2005 30 कार्तिक 1927 (शक) सभी वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन वार्षिक नीति वक्तव्य 2004-05 में की गई घोषणा के अनुसरण में भारतीय रिज़र्व बैंक ने कार्डों के लिए विनियामक तंत्र पर एक कार्य दल गठित किया था । उक्त कार्य दल ने विभिन्न विनियामक उपाय सुझाये थे, जिनका उद्देश्य एक सुरक्षित, निश्चिंत और कार्यक्षम तरीके स

आरबीआइ/2005-06/211 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 49/24.01.011/2005-06 21 नवंबर 2005 30 कार्तिक 1927 (शक) सभी वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन वार्षिक नीति वक्तव्य 2004-05 में की गई घोषणा के अनुसरण में भारतीय रिज़र्व बैंक ने कार्डों के लिए विनियामक तंत्र पर एक कार्य दल गठित किया था । उक्त कार्य दल ने विभिन्न विनियामक उपाय सुझाये थे, जिनका उद्देश्य एक सुरक्षित, निश्चिंत और कार्यक्षम तरीके स

नव॰ 11, 2005
वित्तीय सेवाएँ प्रदान करना
भारिबैं/204/2005-06 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 44/ 09.07.005/2005-06 11 नवंबर 2005 20 कार्तिक 1927 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, वित्तीय सेवाएँ प्रदान करना कृपया वर्ष 2005-06 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 96 देखें । 2.अप्रैल 2005 के वार्षिक नीति वक्तव्य में आबादी के एक बड़े भाग को अपनी ओर आकर्षित करने के बजाय उसे अपने से दूर करने की बैंकिंग कार्यप्रणाली की प्रवृत्तियों पर चिंता व्यक्त करते हुए, बैं
भारिबैं/204/2005-06 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 44/ 09.07.005/2005-06 11 नवंबर 2005 20 कार्तिक 1927 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, वित्तीय सेवाएँ प्रदान करना कृपया वर्ष 2005-06 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 96 देखें । 2.अप्रैल 2005 के वार्षिक नीति वक्तव्य में आबादी के एक बड़े भाग को अपनी ओर आकर्षित करने के बजाय उसे अपने से दूर करने की बैंकिंग कार्यप्रणाली की प्रवृत्तियों पर चिंता व्यक्त करते हुए, बैं
नव॰ 02, 2005
स्वर्ण आभूषणों और गहनों पर अग्रिम
भारिबैं/2005-06/196 बैंपविवि. सं. आइबीडी. बीसी. 663/23.67.001/2005-062 नवंबर 2005 11 कार्तिक 1927 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, स्वर्ण आभूषणों और गहनों पर अग्रिम कृपया उपर्युक्त विषय पर 22 नवंबर 1994 का हमारा परिपत्र डीबीओडी. सं. बीपी. बीसी. 138/21.01.023/94 देखें । तत्काल संदर्भ के लिए संलग्न पूर्ववर्ती-परिपत्रों का भी अवलोकन करें ।2. जैसा कि आप जानते हैं, स्वर्ण आभूषणों का प्रमाणांकन कैरटेज
भारिबैं/2005-06/196 बैंपविवि. सं. आइबीडी. बीसी. 663/23.67.001/2005-062 नवंबर 2005 11 कार्तिक 1927 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, स्वर्ण आभूषणों और गहनों पर अग्रिम कृपया उपर्युक्त विषय पर 22 नवंबर 1994 का हमारा परिपत्र डीबीओडी. सं. बीपी. बीसी. 138/21.01.023/94 देखें । तत्काल संदर्भ के लिए संलग्न पूर्ववर्ती-परिपत्रों का भी अवलोकन करें ।2. जैसा कि आप जानते हैं, स्वर्ण आभूषणों का प्रमाणांकन कैरटेज
अक्तू॰ 25, 2005
ओएलटीएएस - प्रत्यक्ष कर चालान के लिए ड्रॉप बॉक्स सुविधा
आरबीआई/2005-06/188 डीजीबीए.जीएडी.सं.H-412/42.01.034/2005-06 25 अक्टूबर 2005 कार्तिक 3, 1927 (एस) अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक जम्मू और कश्मीर बैंक लिमिटेडसहित सभी एजेंसी बैंक महोदय, ओएलटीएएस - प्रत्यक्ष कर चालान के लिए ड्रॉप बॉक्स सुविधा आयकर निदेशालय (सिस्टमस) द्वारा यह रिपोर्ट किया गया है कि ऑन लाइन टैक्स अकाउंटिंग सिस्टम (ओएलटीएएस) के तहत पैन/टीएएन  संबन्धित बड़ी संख्या में डेटा प्रविष्टि त्रुटियां पायी गई हैं। ऐसी त्रुटियों का एक कारण करदाता द्वारा शाखाओ
आरबीआई/2005-06/188 डीजीबीए.जीएडी.सं.H-412/42.01.034/2005-06 25 अक्टूबर 2005 कार्तिक 3, 1927 (एस) अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक जम्मू और कश्मीर बैंक लिमिटेडसहित सभी एजेंसी बैंक महोदय, ओएलटीएएस - प्रत्यक्ष कर चालान के लिए ड्रॉप बॉक्स सुविधा आयकर निदेशालय (सिस्टमस) द्वारा यह रिपोर्ट किया गया है कि ऑन लाइन टैक्स अकाउंटिंग सिस्टम (ओएलटीएएस) के तहत पैन/टीएएन  संबन्धित बड़ी संख्या में डेटा प्रविष्टि त्रुटियां पायी गई हैं। ऐसी त्रुटियों का एक कारण करदाता द्वारा शाखाओ
अक्तू॰ 06, 2005
सरकारी व्यवसाय का संचालन - करदाताओं को ई-भुगतान की सुविधा प्रदान करना - इंटरनेट बैंकिंग के लिए दिशानिर्देश
आरबीआई/2005-06/174 डीजीबीए.जीएडी.सं.एच3095/41.07.001/2005-06 06 अक्टूबर 2005 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक सभी एजेंसी बैंक महोदय, सरकारी व्यवसाय का संचालन - करदाताओं को ई-भुगतान की सुविधा प्रदान करना - इंटरनेट बैंकिंग के लिए दिशानिर्देश हमें एजेंसी बैंकों से सरकारी विभागों की ओर से करों के संग्रहण के लिए ई-भुगतान व्यवस्था शुरू करने के लिए हमारी अनुमति के लिए पत्र प्राप्त हो रहे हैं। 2. इस संबंध में, हमें लगता है कि ई-भुगतान प्रणाली के तहत ग्राहकों को मिलने व
आरबीआई/2005-06/174 डीजीबीए.जीएडी.सं.एच3095/41.07.001/2005-06 06 अक्टूबर 2005 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक सभी एजेंसी बैंक महोदय, सरकारी व्यवसाय का संचालन - करदाताओं को ई-भुगतान की सुविधा प्रदान करना - इंटरनेट बैंकिंग के लिए दिशानिर्देश हमें एजेंसी बैंकों से सरकारी विभागों की ओर से करों के संग्रहण के लिए ई-भुगतान व्यवस्था शुरू करने के लिए हमारी अनुमति के लिए पत्र प्राप्त हो रहे हैं। 2. इस संबंध में, हमें लगता है कि ई-भुगतान प्रणाली के तहत ग्राहकों को मिलने व
सित॰ 03, 2005
छोटे और मध्यम उद्यम खातों के लिए एक बारगी निपटान संबंधी दिशानिर्देश
भारिबैं / 2005-06 / 153 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 39/06.02.31/2005-06 सितंबर 3 , 2005 12 भाद्र 1927 (शक)सरकारी क्षेत्र के सभी बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशकमहोदय, छोटे और मध्यम उद्यम खातों के लिए एक बारगी निपटान योजना संबंधी दिशानिर्देशकृपया 19 अगस्त 2005 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि. पीएलएनएफएस. बीसी. सं. 31/ 06.02.31/ 2005-06 का पैरा सं. 8 देखें । तदनुसार 10 करोड़ रु. से कम की अनर्जक आस्तियों की वसूली के लिए एक बारगी समझौता योजना प्रस्तावित है जिसे सरकारी क्षेत
भारिबैं / 2005-06 / 153 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 39/06.02.31/2005-06 सितंबर 3 , 2005 12 भाद्र 1927 (शक)सरकारी क्षेत्र के सभी बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशकमहोदय, छोटे और मध्यम उद्यम खातों के लिए एक बारगी निपटान योजना संबंधी दिशानिर्देशकृपया 19 अगस्त 2005 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि. पीएलएनएफएस. बीसी. सं. 31/ 06.02.31/ 2005-06 का पैरा सं. 8 देखें । तदनुसार 10 करोड़ रु. से कम की अनर्जक आस्तियों की वसूली के लिए एक बारगी समझौता योजना प्रस्तावित है जिसे सरकारी क्षेत
अग॰ 23, 2005
अपने ग्राहक को जानिए के संबंध में दिशानिर्देश - धन शोधन निवारण मानदंड
भारिबैं/2005-06/135संदर्भ : बैंपविवि.सं.एएमएल.बीसी. 28 /14.01.001/2005-06 23 अगस्त 2005 1 भाद्र 1927 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, अपने ग्राहक को जानिए के संबंध में दिशानिर्देश - धन शोधन निवारण मानदंडवफ्पया उपर्युक्त विषय पर 29 नवंबर 2004 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं. एएमएल. बीसी. 58/14.01.001/2004-05 देखें । उपर्युक्त परिपत्र के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे खाता खोलते समय अनुपालन हेतु एक ग्रा
भारिबैं/2005-06/135संदर्भ : बैंपविवि.सं.एएमएल.बीसी. 28 /14.01.001/2005-06 23 अगस्त 2005 1 भाद्र 1927 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, अपने ग्राहक को जानिए के संबंध में दिशानिर्देश - धन शोधन निवारण मानदंडवफ्पया उपर्युक्त विषय पर 29 नवंबर 2004 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं. एएमएल. बीसी. 58/14.01.001/2004-05 देखें । उपर्युक्त परिपत्र के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे खाता खोलते समय अनुपालन हेतु एक ग्रा
अग॰ 16, 2005
Facilitating opening of bank accounts for flood affected persons
RBI/2005-06/125 RPCD.RF.AML.BC 30/07.40.00 /2005-06 August 16, 2005 All State and District Central Co-operative Banks Dear Sir, Facilitating opening of bank accounts for flood affected persons Please refer to our circular RPCD.AML.BC.No. 80/07.40.00/2004-05 dated February 18, 2004 on Know Your Customer Guidelines – Anti-Money Laundering standards. In terms of the above circular, banks were advised to formulate a customer acceptance policy and customer identification p
RBI/2005-06/125 RPCD.RF.AML.BC 30/07.40.00 /2005-06 August 16, 2005 All State and District Central Co-operative Banks Dear Sir, Facilitating opening of bank accounts for flood affected persons Please refer to our circular RPCD.AML.BC.No. 80/07.40.00/2004-05 dated February 18, 2004 on Know Your Customer Guidelines – Anti-Money Laundering standards. In terms of the above circular, banks were advised to formulate a customer acceptance policy and customer identification p
अग॰ 10, 2005
अतिरिक्त/नई सुरक्षा विशेषताओं के साथ भारतीय बैंकनोट
आरबीआई/2005-06/107 डीसीएम (आयो.) सं. जी 7/10.01.00/2005-06 10 अगस्त 2005 अध्यक्ष/एमडी/सीएमडी/सीईओ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, निजी क्षेत्र के बैंक, विदेशी बैंक। महोदया/प्रिय महोदय, अतिरिक्त/नई सुरक्षा विशेषताओं के साथ भारतीय बैंकनोट कृपया 07 मई 2005 का हमारा पत्र आरबीआई/2004-05/458: डीसीएम (आयो) सं. जी.40/10.01.00/2004-05 का, जिसके माध्यम से भारतीय बैंक नोटों में शामिल की जाने वाली अतिरिक्त/नई सुरक्षा विशेषताओं की सूची अग्रेषित की गई थी और 25 मई 2005 को मुंबई में बैंको
आरबीआई/2005-06/107 डीसीएम (आयो.) सं. जी 7/10.01.00/2005-06 10 अगस्त 2005 अध्यक्ष/एमडी/सीएमडी/सीईओ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, निजी क्षेत्र के बैंक, विदेशी बैंक। महोदया/प्रिय महोदय, अतिरिक्त/नई सुरक्षा विशेषताओं के साथ भारतीय बैंकनोट कृपया 07 मई 2005 का हमारा पत्र आरबीआई/2004-05/458: डीसीएम (आयो) सं. जी.40/10.01.00/2004-05 का, जिसके माध्यम से भारतीय बैंक नोटों में शामिल की जाने वाली अतिरिक्त/नई सुरक्षा विशेषताओं की सूची अग्रेषित की गई थी और 25 मई 2005 को मुंबई में बैंको
अग॰ 02, 2005
बाढ़ पीडित व्यक्तियों को बैंक खाते खोलना सुविधाजनक करना
भारिबैं/2005-06/89संदर्भ : बैंपविवि.सं.एएमएल.बीसी.23/14.01.064/2005-06 2 अगस्त 2005 11 श्रावण 1927 (शक)क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालकमहोदय, बाढ़ पीडित व्यक्तियों को बैंक खाते खोलना सुविधाजनक करना वफ्पया अपने ग्राहक को जानिए संबंधी दिशानिर्देश - धन शोधन निवारण मानदंडों पर 29 नवंबर 2004 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं. एएमएल.बीसी.58/14.01.001/2004-05 देखें । उपर्युक्त परिपत्र के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे खाता खोलते स
भारिबैं/2005-06/89संदर्भ : बैंपविवि.सं.एएमएल.बीसी.23/14.01.064/2005-06 2 अगस्त 2005 11 श्रावण 1927 (शक)क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालकमहोदय, बाढ़ पीडित व्यक्तियों को बैंक खाते खोलना सुविधाजनक करना वफ्पया अपने ग्राहक को जानिए संबंधी दिशानिर्देश - धन शोधन निवारण मानदंडों पर 29 नवंबर 2004 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं. एएमएल.बीसी.58/14.01.001/2004-05 देखें । उपर्युक्त परिपत्र के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे खाता खोलते स
जुल॰ 20, 2005
Internet Banking in India - Guidelines
RBI/2005-06/71 DBOD No. Comp.BC.14/07.03.29/2005-06 July 20, 2005All Scheduled Commercial BanksDear Sir Internet Banking in India – Guidelines Please refer to our circular DBOD No.Comp.BC.130/07.03.23/2000-01 dated June 14, 2001 in terms of which banks were advised to seek prior approval of Reserve Bank of India before offering transactional services on the Internet. The position has since been reviewed and banks are advised that while the offering of Internet Banking
RBI/2005-06/71 DBOD No. Comp.BC.14/07.03.29/2005-06 July 20, 2005All Scheduled Commercial BanksDear Sir Internet Banking in India – Guidelines Please refer to our circular DBOD No.Comp.BC.130/07.03.23/2000-01 dated June 14, 2001 in terms of which banks were advised to seek prior approval of Reserve Bank of India before offering transactional services on the Internet. The position has since been reviewed and banks are advised that while the offering of Internet Banking
जुल॰ 12, 2005
Settlement of claims in respect of deceased depositors - Simplification of Procedure
RBI/2005-06/48 RPCD.CO.RF. BC.No.12/07.38.01/2005-06 July 12, 2005 The Chairmen/CEOs All State and District Central Co-operative Banks Dear Sir,Settlement of claims in respect of deceased depositors – Simplification of ProcedurePursuant to the announcement in the Mid-Term Review of the Annual Policy of the RBI on November 3, 2003, the Committee on Procedure and Performance Audit on Public Services (CPPAPS) was constituted by the RBI with a view to improving the qualit
RBI/2005-06/48 RPCD.CO.RF. BC.No.12/07.38.01/2005-06 July 12, 2005 The Chairmen/CEOs All State and District Central Co-operative Banks Dear Sir,Settlement of claims in respect of deceased depositors – Simplification of ProcedurePursuant to the announcement in the Mid-Term Review of the Annual Policy of the RBI on November 3, 2003, the Committee on Procedure and Performance Audit on Public Services (CPPAPS) was constituted by the RBI with a view to improving the qualit
जून 14, 2005
भारत से बाहर दौरे पर निवासी भारतीयों द्वारा इंटरनैशनल डेबिट काड़/ स्टोर वैल्यू काड़/चार्ज काड़/स्मार्ट काड़ का उपयोग
  आरबीआइ/2004-05/492 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.46 जून 14, 2005 सेवा मेंविदेशी मुद्रा का कारोबार करने कि लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय,भारत से बाहर दौरे पर निवासी भारतीयों द्वारा इंटरनैशनल डेबिट काड़/ स्टोर वैल्यू काड़/चार्ज काड़/स्मार्ट काड़ का उपयोग भारतीय रिज़र्व बैंक ने मई 3, 2000 की अपनी अधिसूचना सं. पेर्र्&ींुीीvामा 15/2000-आरबी द्वारा डेबिट काड़, एटीएम काड़ अथवा कोई अन्य लिखत को जिसका उपयोग वित्तीय देयताओं के सफ्जन के लिए किया जा सकता है, "करे
  आरबीआइ/2004-05/492 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.46 जून 14, 2005 सेवा मेंविदेशी मुद्रा का कारोबार करने कि लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय,भारत से बाहर दौरे पर निवासी भारतीयों द्वारा इंटरनैशनल डेबिट काड़/ स्टोर वैल्यू काड़/चार्ज काड़/स्मार्ट काड़ का उपयोग भारतीय रिज़र्व बैंक ने मई 3, 2000 की अपनी अधिसूचना सं. पेर्र्&ींुीीvामा 15/2000-आरबी द्वारा डेबिट काड़, एटीएम काड़ अथवा कोई अन्य लिखत को जिसका उपयोग वित्तीय देयताओं के सफ्जन के लिए किया जा सकता है, "करे
जून 09, 2005
Procedure for settlement of claims relating to Deceased Depositors Simplified
RBI/2004-05/490 DBOD.No.Leg. BC.95 /09.07.005/2004-05 June 09, 2005To The Chairman/CEOs of All the Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs)Dear Sir, Settlement of claims in respect of deceased depositors – Simplification of Procedure Pursuant to the announcement in the Mid-Term Review of the Annual Policy of the RBI on November 3, 2003, the Committee on Procedure and Performance Audit on Public Services (CPPAPS) was constituted by the RBI with a view to improving t
RBI/2004-05/490 DBOD.No.Leg. BC.95 /09.07.005/2004-05 June 09, 2005To The Chairman/CEOs of All the Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs)Dear Sir, Settlement of claims in respect of deceased depositors – Simplification of Procedure Pursuant to the announcement in the Mid-Term Review of the Annual Policy of the RBI on November 3, 2003, the Committee on Procedure and Performance Audit on Public Services (CPPAPS) was constituted by the RBI with a view to improving t
मई 25, 2005
लोक भविष्य निधि योजना, 1968 – स्पष्टीकरण
आरबीआई/2004-05/480 संदर्भ सं.डीटी.कें,का.15.02.001/H-9844-9866/2004-05 25 मई 2005 4 ज्येष्ठ 1927 (स) महाप्रबंधक सरकारी लेखा विभाग भारतीय स्टेट बैंक और सहयोगी बैंक इलाहाबाद बैंक/बैंक ऑफ बड़ौदा/बैंक ऑफ इंडिया/ बैंक ऑफ महाराष्ट्र/केनरा बैंक/सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया/ कॉर्पोरेशन बैंक / देना बैंक / इंडियन बैंक / इंडियन ओवरसीज बैंक/पंजाब नेशनल बैंक/सिंडिकेट बैंक/ यूको बैंक/यूनियन बैंक ऑफ इंडिया/यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया महोदय, लोक भविष्य निधि योजना, 1968 – स्पष्टीकरण कृपया 14 मई
आरबीआई/2004-05/480 संदर्भ सं.डीटी.कें,का.15.02.001/H-9844-9866/2004-05 25 मई 2005 4 ज्येष्ठ 1927 (स) महाप्रबंधक सरकारी लेखा विभाग भारतीय स्टेट बैंक और सहयोगी बैंक इलाहाबाद बैंक/बैंक ऑफ बड़ौदा/बैंक ऑफ इंडिया/ बैंक ऑफ महाराष्ट्र/केनरा बैंक/सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया/ कॉर्पोरेशन बैंक / देना बैंक / इंडियन बैंक / इंडियन ओवरसीज बैंक/पंजाब नेशनल बैंक/सिंडिकेट बैंक/ यूको बैंक/यूनियन बैंक ऑफ इंडिया/यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया महोदय, लोक भविष्य निधि योजना, 1968 – स्पष्टीकरण कृपया 14 मई
मई 07, 2005
अतिरिक्त/संशोधित सुरक्षा विशेषताओं के साथ भारतीय बैंकनोट
आरबीआई/2004-05/458 डीसीएम (आयो.)सं.जी 40/10.01.00/2004-05 मई 07 2005 अध्यक्ष/एमडी/सीएमडी/सीईओ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, निजी क्षेत्र के बैंक, विदेशी बैंक महोदया/प्रिय महोदय, अतिरिक्त/संशोधित सुरक्षा विशेषताओं के साथ भारतीय बैंकनोट उच्च गुणवत्ता वाले जाली नोटों, विशेष रूप से रु. 100 और रु. 500 के नोटों के बढ़ते प्रचलन के मद्देनजर, भारत सरकार ने हमारे बैंक नोटों में सुरक्षा किशेषताओं को सुदृढ़ करने पर विचार करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था। समिति की सिफार
आरबीआई/2004-05/458 डीसीएम (आयो.)सं.जी 40/10.01.00/2004-05 मई 07 2005 अध्यक्ष/एमडी/सीएमडी/सीईओ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, निजी क्षेत्र के बैंक, विदेशी बैंक महोदया/प्रिय महोदय, अतिरिक्त/संशोधित सुरक्षा विशेषताओं के साथ भारतीय बैंकनोट उच्च गुणवत्ता वाले जाली नोटों, विशेष रूप से रु. 100 और रु. 500 के नोटों के बढ़ते प्रचलन के मद्देनजर, भारत सरकार ने हमारे बैंक नोटों में सुरक्षा किशेषताओं को सुदृढ़ करने पर विचार करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था। समिति की सिफार
अप्रैल 30, 2005
Section 23 of the Banking Regulation Act, 1949 - Door-step banking
RBI/2004-05/449DBOD.No.BL.BC.86/22.01.001/2004-05 April 30, 2005 Vaishakha 10, 1927 (S)All scheduled commercial banks. (Excluding RRBs) Dear Sir,Section 23 of the Banking Regulation Act, 1949 - Door-step bankingPlease refer to our circular DBOD.No.BL.BC.42/C-168-83 dated May 24, 1983 (copy enclosed), wherein banks were advised not to extend any banking facilities at the premises of their customers, without obtaining the required permission from Reserve Bank of India.
RBI/2004-05/449DBOD.No.BL.BC.86/22.01.001/2004-05 April 30, 2005 Vaishakha 10, 1927 (S)All scheduled commercial banks. (Excluding RRBs) Dear Sir,Section 23 of the Banking Regulation Act, 1949 - Door-step bankingPlease refer to our circular DBOD.No.BL.BC.42/C-168-83 dated May 24, 1983 (copy enclosed), wherein banks were advised not to extend any banking facilities at the premises of their customers, without obtaining the required permission from Reserve Bank of India.
मार्च 31, 2005
निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीवफ्त प्रेषण योजना
 आरबीआइ/2004-05/402 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.38 मार्च 31, 2005सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने कि लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीवफ्त प्रेषण योजनाप्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान फरवरी 4, 2004 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.64 के पैराग्राफ 3.4(ववव) की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार उक्त योजना के अंतर्गत वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) द्वारा "गैर सहकारी देशों और क्षेत्रों" के रू
 आरबीआइ/2004-05/402 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.38 मार्च 31, 2005सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने कि लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीवफ्त प्रेषण योजनाप्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान फरवरी 4, 2004 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.64 के पैराग्राफ 3.4(ववव) की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार उक्त योजना के अंतर्गत वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) द्वारा "गैर सहकारी देशों और क्षेत्रों" के रू
जन॰ 19, 2005
बैंक शाखाओं द्वारा सिक्कों को स्वीकार न करना
आरबीआई/2004-05/348 डीसीएम (आरएमएमटी) सं.1403/11.37.01/2004-05 19 जनवरी 2005 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, सभी सार्वजनिक/निजी क्षेत्र के बैंक महोदय, बैंक शाखाओं द्वारा सिक्कों को स्वीकार न करना कृपया 9 अक्टूबर 2003 के हमारे परिपत्र डीसीएम (आरएमएमटी) सं.404/11.37.01/2003-04 और 5 अप्रैल 2004 के परिपत्र डीसीएम (आरएमएमटी) सं.1181/11.37.01/2003-04 का संदर्भ लें, जिसमें आपकी शाखाओं द्वारा जनता आदि से बिना किसी प्रतिबंध के सभी मूल्यवर्ग के सिक्कों की को स्वीकार किया जाना सुनिश्च
आरबीआई/2004-05/348 डीसीएम (आरएमएमटी) सं.1403/11.37.01/2004-05 19 जनवरी 2005 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, सभी सार्वजनिक/निजी क्षेत्र के बैंक महोदय, बैंक शाखाओं द्वारा सिक्कों को स्वीकार न करना कृपया 9 अक्टूबर 2003 के हमारे परिपत्र डीसीएम (आरएमएमटी) सं.404/11.37.01/2003-04 और 5 अप्रैल 2004 के परिपत्र डीसीएम (आरएमएमटी) सं.1181/11.37.01/2003-04 का संदर्भ लें, जिसमें आपकी शाखाओं द्वारा जनता आदि से बिना किसी प्रतिबंध के सभी मूल्यवर्ग के सिक्कों की को स्वीकार किया जाना सुनिश्च
जन॰ 15, 2005
Payment Order for Matured Relief/Savings Bonds in the name of the Joint Holder
RBI/2004-05/347 No.CO.DT.13.01.299/H.6284-6313 /2004-05 January 15, 2005The Chairman and Managing Director State Bank of India and Associate banks and 17 Nationalised banks. The Managing Director ICICI/IDBI/HDFC/UTI Bank Ltd. Stock Holding Corporation of India Ltd. Dear Sir, Relief / Savings Bonds Schemes – issue of Payment Orders / Drafts for matured Bonds We have been receiving suggestions from the Joint Holders of the captioned bonds that the Payment Orders represe
RBI/2004-05/347 No.CO.DT.13.01.299/H.6284-6313 /2004-05 January 15, 2005The Chairman and Managing Director State Bank of India and Associate banks and 17 Nationalised banks. The Managing Director ICICI/IDBI/HDFC/UTI Bank Ltd. Stock Holding Corporation of India Ltd. Dear Sir, Relief / Savings Bonds Schemes – issue of Payment Orders / Drafts for matured Bonds We have been receiving suggestions from the Joint Holders of the captioned bonds that the Payment Orders represe
दिस॰ 27, 2004
सिक्कों को स्वीकार नहीं करना
आरबीआई/2004-05/315 डीसीएम (आयो) सं.जी-31/10.03.00/2004-05 27 दिसंबर 2004 सूची के अनुसार मुद्रा तिजोरी रखने वाले बैंक। महोदया / प्रिय महोदय, सिक्कों को स्वीकार नहीं करना कृपया बैंक शाखाओं द्वारा सिक्कों को स्वीकार नहीं करने के संबंध में दिनांक 5 अप्रैल 2004 के हमारे पत्र डीसीएम (आरएमएमटी) सं.1181/11.37.01/2003-04 के माध्यम से आपको दिए गए निर्देशों/अनुदेशों का संदर्भ लें। 22 नवंबर, 2004 को रिजर्व बैंक स्टाफ कॉलेज, चेन्नई में आयोजित निर्गम कार्यालयों के क्षेत्रीय प्रमुखो
आरबीआई/2004-05/315 डीसीएम (आयो) सं.जी-31/10.03.00/2004-05 27 दिसंबर 2004 सूची के अनुसार मुद्रा तिजोरी रखने वाले बैंक। महोदया / प्रिय महोदय, सिक्कों को स्वीकार नहीं करना कृपया बैंक शाखाओं द्वारा सिक्कों को स्वीकार नहीं करने के संबंध में दिनांक 5 अप्रैल 2004 के हमारे पत्र डीसीएम (आरएमएमटी) सं.1181/11.37.01/2003-04 के माध्यम से आपको दिए गए निर्देशों/अनुदेशों का संदर्भ लें। 22 नवंबर, 2004 को रिजर्व बैंक स्टाफ कॉलेज, चेन्नई में आयोजित निर्गम कार्यालयों के क्षेत्रीय प्रमुखो
नव॰ 29, 2004
Know Your Customer (KYC) Guidelines - Anti Money Laundering Standards
RBI-2004-05/284DBOD.NO.AML.BC.58/14.01.001/2004-05November 29, 2004The Chief Executives of All Commercial BanksDear Sir, 'Know Your Customer' (KYC) Guidelines – Anti Money Laundering Standards Please refer to our circular DBOD. No. AML.BC.18/ 14.01.001/2002-2003 dated August 16, 2002 on the guidelines on 'Know Your Customer' norms. Banks were advised to follow certain customer identification procedure for opening of accounts and monitoring transactions of a suspicious
RBI-2004-05/284DBOD.NO.AML.BC.58/14.01.001/2004-05November 29, 2004The Chief Executives of All Commercial BanksDear Sir, 'Know Your Customer' (KYC) Guidelines – Anti Money Laundering Standards Please refer to our circular DBOD. No. AML.BC.18/ 14.01.001/2002-2003 dated August 16, 2002 on the guidelines on 'Know Your Customer' norms. Banks were advised to follow certain customer identification procedure for opening of accounts and monitoring transactions of a suspicious
नव॰ 01, 2004
वर्ष 2004-05 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - घरेलू/सामान्य अनिवासी (एनआरओ) मीयादी जमाराशियों की अवधि में कमी
  भारिबैं/2004-05/268ग्राआऋवि.केका.आएफ.बीसी.55/07.38.01/2004-05 नवबंर 1, 2004सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय, वर्ष 2004-05 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - घरेलू/सामान्य अनिवासी (एनआरओ) मीयादी जमाराशियों की अवधि में कमी वफ्पया दिनांक 19 अप्रैल 2001 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरएफ.डीआइआर.बीसी.77/07.38.01/ 2000-01 का पैरा 1 (व) देखें । वर्तमान में, बैंक 15 लाख रु. और उससे अधिक की मीयादी जमाराशियां न्यूनतम 7 दिनों की परिपक्वता अवधि के
  भारिबैं/2004-05/268ग्राआऋवि.केका.आएफ.बीसी.55/07.38.01/2004-05 नवबंर 1, 2004सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय, वर्ष 2004-05 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - घरेलू/सामान्य अनिवासी (एनआरओ) मीयादी जमाराशियों की अवधि में कमी वफ्पया दिनांक 19 अप्रैल 2001 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरएफ.डीआइआर.बीसी.77/07.38.01/ 2000-01 का पैरा 1 (व) देखें । वर्तमान में, बैंक 15 लाख रु. और उससे अधिक की मीयादी जमाराशियां न्यूनतम 7 दिनों की परिपक्वता अवधि के
अक्तू॰ 07, 2004
Operation of the Senior Citizens Savings Scheme, 2004 (SCSS) through Public Sector Banks
RBI/2004-05/213 CO.DT.No. 15.02.001/H.3484 - 3520 /2004-05 October 7, 2004 Ashwina 15, 1926 (S) The Chairman & Managing Director State Bank of India / Associate Banks 15 Public Sector Banks Dear Sir, Operation of the Senior Citizens Savings Scheme, 2004 (SCSS) through Public Sector Banks You may be aware that in terms of GOI Notification No.G.S.R.490 (E) dated August 2, 2004, Government have introduced the Senior Citizens Savings Scheme (SCSS), 2004 with effect fr
RBI/2004-05/213 CO.DT.No. 15.02.001/H.3484 - 3520 /2004-05 October 7, 2004 Ashwina 15, 1926 (S) The Chairman & Managing Director State Bank of India / Associate Banks 15 Public Sector Banks Dear Sir, Operation of the Senior Citizens Savings Scheme, 2004 (SCSS) through Public Sector Banks You may be aware that in terms of GOI Notification No.G.S.R.490 (E) dated August 2, 2004, Government have introduced the Senior Citizens Savings Scheme (SCSS), 2004 with effect fr
जून 21, 2004
Guidelines on KYC Norms - Existing Accounts
RBI/2004/259DBOD.AML.BC.No.101/14.01.001/2003-04June 21, 2004The Chief Executives of all Commercial Banks(excluding RRBs)Dear Sir,Guidelines on KYC Norms - Existing Accounts Please refer to our circular DBOD.No.AML.BC.18/14.01.001/2002-03 dated August 16, 2002 on the above subject. It was advised in paragraph 3 of the above circular that in case of any omission in respect of the existing accounts, KYC procedures may be completed at the earliest. Further, vide our circ
RBI/2004/259DBOD.AML.BC.No.101/14.01.001/2003-04June 21, 2004The Chief Executives of all Commercial Banks(excluding RRBs)Dear Sir,Guidelines on KYC Norms - Existing Accounts Please refer to our circular DBOD.No.AML.BC.18/14.01.001/2002-03 dated August 16, 2002 on the above subject. It was advised in paragraph 3 of the above circular that in case of any omission in respect of the existing accounts, KYC procedures may be completed at the earliest. Further, vide our circ
मई 29, 2004
Know Your Customer Guidelines-Compliance
RBI/2004/227UBD No.UBD.BPD. PCB. Cir. 48 /09.161.00/2003-04May 29, 2004 The Chief Executive Officers of all Primary (Urban) Co-operative BanksDear Sir"Know Your Customer" Guidelines-CompliancePlease refer to our circular UBD No. DS.PCB. Cir 17/13.01.00/2002-03 dated September 18, 2002 on "Know Your Customer" guidelines to be followed by urban cooperative banks while opening accounts. While complying with the above requirements, UCBs also collect a lot of additional pe
RBI/2004/227UBD No.UBD.BPD. PCB. Cir. 48 /09.161.00/2003-04May 29, 2004 The Chief Executive Officers of all Primary (Urban) Co-operative BanksDear Sir"Know Your Customer" Guidelines-CompliancePlease refer to our circular UBD No. DS.PCB. Cir 17/13.01.00/2002-03 dated September 18, 2002 on "Know Your Customer" guidelines to be followed by urban cooperative banks while opening accounts. While complying with the above requirements, UCBs also collect a lot of additional pe
अप्रैल 17, 2004
फेमा 1999 - चालू खाता लेनदेन - विदेश में रहने वाले नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण के लिए विप्रेषण - विदेशी कंपनियों से भारत में प्रतिनियुक्त किए गए भारतीय नागरिकों का अनुरोध
आरबीआइ/2004/153 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.86 अप्रैल 17, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - चालू खाता लेनदेन - विदेश में रहने वाले नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण के लिए विप्रेषण - विदेशी कंपनियों से भारत में प्रतिनियुक्त किए गए भारतीय नागरिकों का अनुरोध प्रधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 30, 2001 की अधिसूचना सं.एस.ओ.301 (ई) द्वारा यथासंशोधित मई 3, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (ई) की अनुसूची III की मद सं.
आरबीआइ/2004/153 ए पी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.86 अप्रैल 17, 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्रधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - चालू खाता लेनदेन - विदेश में रहने वाले नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण के लिए विप्रेषण - विदेशी कंपनियों से भारत में प्रतिनियुक्त किए गए भारतीय नागरिकों का अनुरोध प्रधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 30, 2001 की अधिसूचना सं.एस.ओ.301 (ई) द्वारा यथासंशोधित मई 3, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (ई) की अनुसूची III की मद सं.
अप्रैल 05, 2004
सिक्कों को स्वीकार करना
आरबीआई/2004/136 डीसीएम(आरएमएमटी)सं.1181/11/37.01/2003-04 5 अप्रैल 2004 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सभी सार्वजनिक/निजी क्षेत्र के बैंक महोदय, सिक्कों को स्वीकार करना उक्त विषय में दिनांक 09 अक्टूबर 2003 के हमारे पत्र डीसीएम(आरएमएमटी)सं. 404/11.37.01/2003-04 का संदर्भ लें, जिसमें आपसे अपनी शाखाओं को आम जनता से बिना किसी प्रतिबंध के सभी मूल्यवर्ग के सिक्के स्वीकार करने हेतु निर्देश देने हेतु अनुरोध किया गया था। यद्यपि, हमें अभी भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बैंक शाखाओं
आरबीआई/2004/136 डीसीएम(आरएमएमटी)सं.1181/11/37.01/2003-04 5 अप्रैल 2004 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सभी सार्वजनिक/निजी क्षेत्र के बैंक महोदय, सिक्कों को स्वीकार करना उक्त विषय में दिनांक 09 अक्टूबर 2003 के हमारे पत्र डीसीएम(आरएमएमटी)सं. 404/11.37.01/2003-04 का संदर्भ लें, जिसमें आपसे अपनी शाखाओं को आम जनता से बिना किसी प्रतिबंध के सभी मूल्यवर्ग के सिक्के स्वीकार करने हेतु निर्देश देने हेतु अनुरोध किया गया था। यद्यपि, हमें अभी भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बैंक शाखाओं
फ़र॰ 27, 2004
Grant of advances against the security of Relief Bonds
RBI/2004/ 82 BPD.PCB.Cir. 36 /13.08.00/2003-04 February 27, 2004The Chief Executive Officers of all Primary (Urban) Co-operative BanksDear Sir,Grant of advances against the security of Relief BondsPlease refer to our circular UBD.No.PCB.82/DC.(13.08.00)/92-93 dated June 2, 1993 advising banks that they may sanction advances against the security of 10% Relief Bonds 1993 on the terms mentioned in paragraph 2 thereof.2. As you are aware, Government of India have from tim
RBI/2004/ 82 BPD.PCB.Cir. 36 /13.08.00/2003-04 February 27, 2004The Chief Executive Officers of all Primary (Urban) Co-operative BanksDear Sir,Grant of advances against the security of Relief BondsPlease refer to our circular UBD.No.PCB.82/DC.(13.08.00)/92-93 dated June 2, 1993 advising banks that they may sanction advances against the security of 10% Relief Bonds 1993 on the terms mentioned in paragraph 2 thereof.2. As you are aware, Government of India have from tim
फ़र॰ 05, 2004
Revised guidelines for compromise settlement of chronic Non-Performing Assets (NPAs) of public sector banks upto Rs 10 crore
February 05, 2004RBI/2004/42DBOD No. BP. BC 66 / 21.04.117/2003-2004 Chairmen and Managing Directors of all Public Sector BanksDear Sir,Revised guidelines for compromise settlement of chronic Non-Performing Assets (NPAs) of public sector banks upto Rs 10 crore Please refer to our circular DBOD No. BP.BC. 108/ 21.04.117 / 2002-2003 dated May 23, 2003 extending the time limit for processing of applications for settlement of NPAs up to Rs. 10 crore from 31st October 2003
February 05, 2004RBI/2004/42DBOD No. BP. BC 66 / 21.04.117/2003-2004 Chairmen and Managing Directors of all Public Sector BanksDear Sir,Revised guidelines for compromise settlement of chronic Non-Performing Assets (NPAs) of public sector banks upto Rs 10 crore Please refer to our circular DBOD No. BP.BC. 108/ 21.04.117 / 2002-2003 dated May 23, 2003 extending the time limit for processing of applications for settlement of NPAs up to Rs. 10 crore from 31st October 2003
जन॰ 29, 2004
काउंटरों में नोट गिनने वाली मशीनों का प्रावधान
29 जनवरी 2004 आरबीआई/2004/30 डीसीएम (आयो)सं.874/10.36.00/2003-04 अध्यक्ष, भारतीय स्टेट बैंक प्रबंध निदेशक, सहयोगी बैंक राष्ट्रीयकृत बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक निजी क्षेत्र के बैंकों/विदेशी बैंकों/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों/स्थानीय क्षेत्र के बैंकों के अध्यक्ष/सीईओ महोदय, काउंटरों में नोट गिनने वाली मशीनों का प्रावधान हम सूचित करते हैं कि बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के तहत भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दिनांक 7 नवंबर 2001 को जनहित में जारी निर्देशों डीब
29 जनवरी 2004 आरबीआई/2004/30 डीसीएम (आयो)सं.874/10.36.00/2003-04 अध्यक्ष, भारतीय स्टेट बैंक प्रबंध निदेशक, सहयोगी बैंक राष्ट्रीयकृत बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक निजी क्षेत्र के बैंकों/विदेशी बैंकों/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों/स्थानीय क्षेत्र के बैंकों के अध्यक्ष/सीईओ महोदय, काउंटरों में नोट गिनने वाली मशीनों का प्रावधान हम सूचित करते हैं कि बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के तहत भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दिनांक 7 नवंबर 2001 को जनहित में जारी निर्देशों डीब
जन॰ 19, 2004
जनता को नोटों, सिक्कों आदि के विनिमय हेतु सुविधाएं प्रदान करना
आरबीआई/2004/19 डीसीएम (एनई) सं.310/08.07.18/2003-04 19 जनवरी 2004 अध्यक्ष, एसबीआई और मुद्रा तिजोरी रखने वाली सभी शाखाओं के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक महोदय, जनता को नोटों, सिक्कों आदि के विनिमय हेतु सुविधाएं प्रदान करना जैसा कि आप जानते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक जनता को मुद्रा और सिक्कों के वितरण और विनिमय जैसी खुदरा सेवाएं प्रदान करता है। हमारे क्षेत्रीय कार्यालय सभी मूल्यवर्ग के नए/अच्छे नोट और सिक्के जारी कर रहे हैं, गंदे नोटों विनिमय कर रहे हैं, कटे-फटे नोटों को अध
आरबीआई/2004/19 डीसीएम (एनई) सं.310/08.07.18/2003-04 19 जनवरी 2004 अध्यक्ष, एसबीआई और मुद्रा तिजोरी रखने वाली सभी शाखाओं के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक महोदय, जनता को नोटों, सिक्कों आदि के विनिमय हेतु सुविधाएं प्रदान करना जैसा कि आप जानते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक जनता को मुद्रा और सिक्कों के वितरण और विनिमय जैसी खुदरा सेवाएं प्रदान करता है। हमारे क्षेत्रीय कार्यालय सभी मूल्यवर्ग के नए/अच्छे नोट और सिक्के जारी कर रहे हैं, गंदे नोटों विनिमय कर रहे हैं, कटे-फटे नोटों को अध
सित॰ 27, 2003
विदेश में  रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डी आइ आर सिरीज़) परिपत्र सं.24 27 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेश में  रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. 3/2000-आरबी के विनियम 6 के पैराग्राफ (iv) की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार आवेदनपत्र प्रस्तुत करने पर तथा उसमें निर्दिष्ट शर्तों पर भारत में निवासी किसी व्यक्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डी आइ आर सिरीज़) परिपत्र सं.24 27 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेश में  रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. 3/2000-आरबी के विनियम 6 के पैराग्राफ (iv) की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार आवेदनपत्र प्रस्तुत करने पर तथा उसमें निर्दिष्ट शर्तों पर भारत में निवासी किसी व्यक्
जुल॰ 17, 2003
चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.3 जुलाई 17, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) विनियमावली 2000, समय समय पर यथा संशोधित, के नियम 5 की अनुसूची III के अंतर्गत विदेशी मुद्रा देने की मौजूदा सीमाओं की ओर आकृष्ट किया जाता है । इसमें और अधिक उदारीकरण के उपाय स्वरूप वर्तमान सीमाओं को निम्नलिखित प्रकार से बढ़ाने का निर्णय किया गया है :- क्रम सं. अ
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.3 जुलाई 17, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) विनियमावली 2000, समय समय पर यथा संशोधित, के नियम 5 की अनुसूची III के अंतर्गत विदेशी मुद्रा देने की मौजूदा सीमाओं की ओर आकृष्ट किया जाता है । इसमें और अधिक उदारीकरण के उपाय स्वरूप वर्तमान सीमाओं को निम्नलिखित प्रकार से बढ़ाने का निर्णय किया गया है :- क्रम सं. अ
जून 26, 2003
चेकों का नकारा जाना - तत्संबंधी क्रियाविधि
चेकों का नकारा जाना - तत्संबंधी क्रियाविधिसंदर्भ : बैंपविवि. बीसी. एलईजी. सं. 113 /09.12.001/2002-2003 26 जून 2003 5 आषाढ़ 1925(शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण र्बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदय,चेकों का नकारा जाना - तत्संबंधी क्रियाविधि जैसा कि आपको ज्ञात है, जनवरी 1992 में बैंकों को सूचित किया गया था कि वे गाइपोरिया समिति की उस सिफारिश को लागू करें, जिसमें यह कहा गया है कि नकारे गये लिखतों को ग्राहकों को बिना किसी विलंब के हर ह
चेकों का नकारा जाना - तत्संबंधी क्रियाविधिसंदर्भ : बैंपविवि. बीसी. एलईजी. सं. 113 /09.12.001/2002-2003 26 जून 2003 5 आषाढ़ 1925(शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण र्बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदय,चेकों का नकारा जाना - तत्संबंधी क्रियाविधि जैसा कि आपको ज्ञात है, जनवरी 1992 में बैंकों को सूचित किया गया था कि वे गाइपोरिया समिति की उस सिफारिश को लागू करें, जिसमें यह कहा गया है कि नकारे गये लिखतों को ग्राहकों को बिना किसी विलंब के हर ह
मई 21, 2003
अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड - निवासियों के लिए सुविधाओं का उदारीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.103 मई 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड - निवासियों के लिए सुविधाओं का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के उपयोग संबंधित जनवरी 24, 2003 की एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 73 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. उदारीकरण के अगले चरण के रूप में, भारत में प्राधिकृत व्यापारी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.103 मई 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड - निवासियों के लिए सुविधाओं का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के उपयोग संबंधित जनवरी 24, 2003 की एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 73 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. उदारीकरण के अगले चरण के रूप में, भारत में प्राधिकृत व्यापारी
मई 05, 2003
ऋणदाताओं के लिए उचित प्रथा संहिता संबंधी दिशा-निर्देश
ऋणदाताओं के लिए उचित प्रथा संहिता संबंधी दिशा-निर्देश संदर्भ : बैंपविवि.सं. बीसी. 104 /09.07.007/2002-03 05 मई 2003 15 वैशाख 1925(शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)प्रिय महोदय, ऋणदाताओं के लिए उचित प्रथा संहिता संबंधी दिशा-निर्देश भारत सरकार द्वारा गठित ऋणदाता दायित्व विधि (Lenders Liability Laws) संबंधी कार्य-दल की सिफारिशों के आधार पर हमने ऋणदाताओं के लिए उचित प्रथा संहिता (Lende
ऋणदाताओं के लिए उचित प्रथा संहिता संबंधी दिशा-निर्देश संदर्भ : बैंपविवि.सं. बीसी. 104 /09.07.007/2002-03 05 मई 2003 15 वैशाख 1925(शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)प्रिय महोदय, ऋणदाताओं के लिए उचित प्रथा संहिता संबंधी दिशा-निर्देश भारत सरकार द्वारा गठित ऋणदाता दायित्व विधि (Lenders Liability Laws) संबंधी कार्य-दल की सिफारिशों के आधार पर हमने ऋणदाताओं के लिए उचित प्रथा संहिता (Lende
जन॰ 24, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999- चालू खाता लेनदेन - विदेशों में क्रेडिट कार्ड का प्रयोग
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी  मुद्रा  नियंत्रण विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई-400001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.73 24 जनवरी 2003 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999- चालू खाता लेनदेन - विदेशों में क्रेडिट कार्ड का प्रयोग प्राधिकृत व्यापारियों ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.जी.एस.आर.381(ई)  की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके द्वारा 30 मार्च 2001 की अधिसूचना सं.एस.ओ..301(ई) द्वारा यथा संशोधित विदेशी मुद्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी  मुद्रा  नियंत्रण विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई-400001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.73 24 जनवरी 2003 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999- चालू खाता लेनदेन - विदेशों में क्रेडिट कार्ड का प्रयोग प्राधिकृत व्यापारियों ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.जी.एस.आर.381(ई)  की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके द्वारा 30 मार्च 2001 की अधिसूचना सं.एस.ओ..301(ई) द्वारा यथा संशोधित विदेशी मुद्
दिस॰ 26, 2002
Minimum balance in savings bank accounts
Ref No. DBOD. Dir. BC. 53/13.10.00/2002-03December 26, 2002All Commercial Banks (excluding RRBs and LABs)Dear Sir,Minimum balance in savings bank accountsReserve Bank of India has not issued any guidelines regarding the minimum balance to be maintained in savings bank accounts. The banks have been prescribing the minimum balance to be maintained taking into consideration the cost involved in maintaining and servicing such accounts and also levying specific charges, if
Ref No. DBOD. Dir. BC. 53/13.10.00/2002-03December 26, 2002All Commercial Banks (excluding RRBs and LABs)Dear Sir,Minimum balance in savings bank accountsReserve Bank of India has not issued any guidelines regarding the minimum balance to be maintained in savings bank accounts. The banks have been prescribing the minimum balance to be maintained taking into consideration the cost involved in maintaining and servicing such accounts and also levying specific charges, if
दिस॰ 24, 2002
निवासी विदेश मुद्रा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.64 दिसंबर 24, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी विदेश मुद्रा प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान नवंबर 23 , 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.53 की अधिसूचना सं.फेमा.74/2002-आरबी की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवासियों को विनिर्दिष्ट प्रयोजनों के लिए भारत के प्राधिकृत व्यापारी के पास करेंसी नोट, बैंक नोट और यात्री च
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.64 दिसंबर 24, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी विदेश मुद्रा प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान नवंबर 23 , 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.53 की अधिसूचना सं.फेमा.74/2002-आरबी की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवासियों को विनिर्दिष्ट प्रयोजनों के लिए भारत के प्राधिकृत व्यापारी के पास करेंसी नोट, बैंक नोट और यात्री च
दिस॰ 14, 2002
Opening of saving bank accounts in
the name of certain bodies / organizations
December 14, 2002Ref No. DBOD. Dir. BC. 51/13.03.00/2002-03All Commercial Banks(excluding RRBs and LABs)Dear Sir,Opening of saving bank accounts inthe name of certain bodies / organizationsPlease refer to paragraph 2 of our Circular DBOD No. Dir. BC. 35/13.03.00/2000-01 dated October 17, 2000, permitting banks to open savings bank accounts in the name of Government departments/bodies/agencies in respect of grants/ subsidies released for implementation of various progr
December 14, 2002Ref No. DBOD. Dir. BC. 51/13.03.00/2002-03All Commercial Banks(excluding RRBs and LABs)Dear Sir,Opening of saving bank accounts inthe name of certain bodies / organizationsPlease refer to paragraph 2 of our Circular DBOD No. Dir. BC. 35/13.03.00/2000-01 dated October 17, 2000, permitting banks to open savings bank accounts in the name of Government departments/bodies/agencies in respect of grants/ subsidies released for implementation of various progr
दिस॰ 09, 2002
अनिवासी भारतीय (एनआरआई) / भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड जारी करना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.59 दिसंबर 9, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीय (एनआरआई) / भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड जारी करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड से संबंधित 27 जून, 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.53 और बाद में स्पष्टीकरण के लिए जारी नवंबर 5, 2002 के ए.पी.(डीआईआ
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.59 दिसंबर 9, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीय (एनआरआई) / भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड जारी करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड से संबंधित 27 जून, 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.53 और बाद में स्पष्टीकरण के लिए जारी नवंबर 5, 2002 के ए.पी.(डीआईआ
नव॰ 25, 2002
विविध प्रयोजनों के लिए विदेशी मुद्रा का प्रेषण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 54 नवंबर 25, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विविध प्रयोजनों के लिए विदेशी मुद्रा का प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.डी(एम.ए.सिरीज़)परिपत्र सं. 11 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें सूचित किया गया था कि परिपत्र की परिशिष्ट V में सूचीबद्ध मामलों के संबंध में आगे के अनुदेश जारी होने तक विदेशी मुद्रा नियम पुस्त
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 54 नवंबर 25, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विविध प्रयोजनों के लिए विदेशी मुद्रा का प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.डी(एम.ए.सिरीज़)परिपत्र सं. 11 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें सूचित किया गया था कि परिपत्र की परिशिष्ट V में सूचीबद्ध मामलों के संबंध में आगे के अनुदेश जारी होने तक विदेशी मुद्रा नियम पुस्त
नव॰ 23, 2002
विदेशी मुद्रा करेंसी खाता (घरेलू) निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 53 नवंबर 23, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा करेंसी खाता (घरेलू) निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधा प्राधिकृत व्यापारीयों का ध्यान नवंबर 1, 2002 के एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 37 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार सरकार द्वारा अधिसूचना प्रकाशित करने तक निवासी विदेशी मुद्रा (घरेलू) खाता खोलने संबंधी सभ
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 53 नवंबर 23, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा करेंसी खाता (घरेलू) निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधा प्राधिकृत व्यापारीयों का ध्यान नवंबर 1, 2002 के एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 37 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार सरकार द्वारा अधिसूचना प्रकाशित करने तक निवासी विदेशी मुद्रा (घरेलू) खाता खोलने संबंधी सभ
नव॰ 18, 2002
विदेश की निजी यात्रा के लिए विदेशी मुद्रा में वृद्धि
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 51 ए.पी. (एफएलआरएल सिरीज) परिपत्र क्र. 2 नवंबर 18, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेश की निजी यात्रा के लिए विदेशी मुद्रा में वृद्धि भारत सरकार की 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (E) की अनुसूची III की मद सं. 2 के अनुसार प्राधिकृत व्यक्तियों को 1 कैलेंडर वर्ष में किसी देश (नेपाल और भूटान के सिवाय) की एक या अनेक य
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 51 ए.पी. (एफएलआरएल सिरीज) परिपत्र क्र. 2 नवंबर 18, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेश की निजी यात्रा के लिए विदेशी मुद्रा में वृद्धि भारत सरकार की 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (E) की अनुसूची III की मद सं. 2 के अनुसार प्राधिकृत व्यक्तियों को 1 कैलेंडर वर्ष में किसी देश (नेपाल और भूटान के सिवाय) की एक या अनेक य
नव॰ 06, 2002
Special One-Time Settlement (OTS) Scheme
for Small and Marginal farmers
DBOD.No.BP.BC. 40 /21.05.004/2002-03November 6, 2002 All Scheduled Commercial Banks(excluding RRBs and LABs)Dear Sir,Special One-Time Settlement (OTS) Scheme for Small and Marginal farmers Please refer to our circular DBOD.No. BP.BC. 80/21.04.117/2001-02 dated March 22, 2002 setting out guidelines for special One Time Settlement Scheme for loans up to Rs.50, 000 to small and marginal farmers by public sector banks. In terms of paragraph 2(i) (d) thereof, the guideline
DBOD.No.BP.BC. 40 /21.05.004/2002-03November 6, 2002 All Scheduled Commercial Banks(excluding RRBs and LABs)Dear Sir,Special One-Time Settlement (OTS) Scheme for Small and Marginal farmers Please refer to our circular DBOD.No. BP.BC. 80/21.04.117/2001-02 dated March 22, 2002 setting out guidelines for special One Time Settlement Scheme for loans up to Rs.50, 000 to small and marginal farmers by public sector banks. In terms of paragraph 2(i) (d) thereof, the guideline
नव॰ 05, 2002
अनिवासी भारतीय (एनआरआई) / भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड जारी करना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.40 05 नवम्बर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीय (एनआरआई) / भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड जारी करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के उपयोग से संबंधित 27 जून, 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.53 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. यह स्पष्ट किया जाता है
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.40 05 नवम्बर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीय (एनआरआई) / भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड जारी करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के उपयोग से संबंधित 27 जून, 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.53 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. यह स्पष्ट किया जाता है
नव॰ 01, 2002
निवासी विदेशी मुद्रा (घरेलू) खाते - निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधाएं
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 37 नवंबर 1, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी विदेशी मुद्रा (घरेलू) खाते - निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधाएं प्राधिकृत व्यापारी जानते हैं कि मई 03, 2000 की आरबीआई अधिसूचना सं. फेमा 11/2000-आरबी के विनियम 3(III) के अनुसार निवासियों को नकद और अथवा यात्री चेकों के रूप में कुल 2000 अमरीकी डॉलर अथवा उसके समतुल्य रकम रख
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 37 नवंबर 1, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी विदेशी मुद्रा (घरेलू) खाते - निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधाएं प्राधिकृत व्यापारी जानते हैं कि मई 03, 2000 की आरबीआई अधिसूचना सं. फेमा 11/2000-आरबी के विनियम 3(III) के अनुसार निवासियों को नकद और अथवा यात्री चेकों के रूप में कुल 2000 अमरीकी डॉलर अथवा उसके समतुल्य रकम रख
अक्तू॰ 18, 2002
निजी यात्रा के लिए विदेशी मुद्रा देना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 31 अक्तूबर 18, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय निजी यात्रा के लिए विदेशी मुद्रा देना भारत सरकार की 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (E) की अनुसूची 3 की मद सं. 2 के अनुसार प्राधिकृत वयापारियों से अपेक्षित है कि वे नेपाल और भूटान के सिवाय एक या एक से अधिक निजी यात्रा के लिए एक कैलेंडर वर्ष में 5 हजार अमरीकी डॉलर से अध
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 31 अक्तूबर 18, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय निजी यात्रा के लिए विदेशी मुद्रा देना भारत सरकार की 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (E) की अनुसूची 3 की मद सं. 2 के अनुसार प्राधिकृत वयापारियों से अपेक्षित है कि वे नेपाल और भूटान के सिवाय एक या एक से अधिक निजी यात्रा के लिए एक कैलेंडर वर्ष में 5 हजार अमरीकी डॉलर से अध
सित॰ 12, 2002
विदेशी में चिकित्सीय इलाज़ के लिए विदेशी मुद्रा देने का उदारीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइआर.सिरीज) परिपत्र क्र. 17 सितम्बर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय विदेशी में चिकित्सीय इलाज़ के लिए विदेशी मुद्रा देने का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 के जीएसआर 38।(E ) की अनुसूची 3 की मद सं. 9 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें किसी भी निवासी को विदेश में इलाज के लिए, भारत के डॉक्टर अथवा अस्पताल / विदेशी डॉक्टर द्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइआर.सिरीज) परिपत्र क्र. 17 सितम्बर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय विदेशी में चिकित्सीय इलाज़ के लिए विदेशी मुद्रा देने का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 के जीएसआर 38।(E ) की अनुसूची 3 की मद सं. 9 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें किसी भी निवासी को विदेश में इलाज के लिए, भारत के डॉक्टर अथवा अस्पताल / विदेशी डॉक्टर द्
अग॰ 23, 2002
ग्राहक-सेवा - बाहरी और स्थानीय चेकों की राशि
ग्राहक-सेवा - बाहरी और स्थानीय चेकों की राशि तुरंत जमा करना - उच्चतम सीमा बढॉनासंदर्भ : बैंपविवि. सं. लेजि. बीसी. 21 /09.07.007/2002-03 23 अगस्त 2002 01 भाद्र 1924 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंक को छोड़कर)प्रिय महोदय,ग्राहक-सेवा - बाहरी और स्थानीय चेकों की राशि तुरंत जमा करना - उच्चतम सीमा बढॉनाकृपया आप 29 मई 2000 का हमारा परिपत्र डीबीओडी. सं. बीसी.181/09.07. 007/99-2000 देखें । बैंकों को यह सूचित किया गया था कि वे ग्रा
ग्राहक-सेवा - बाहरी और स्थानीय चेकों की राशि तुरंत जमा करना - उच्चतम सीमा बढॉनासंदर्भ : बैंपविवि. सं. लेजि. बीसी. 21 /09.07.007/2002-03 23 अगस्त 2002 01 भाद्र 1924 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंक को छोड़कर)प्रिय महोदय,ग्राहक-सेवा - बाहरी और स्थानीय चेकों की राशि तुरंत जमा करना - उच्चतम सीमा बढॉनाकृपया आप 29 मई 2000 का हमारा परिपत्र डीबीओडी. सं. बीसी.181/09.07. 007/99-2000 देखें । बैंकों को यह सूचित किया गया था कि वे ग्रा
अग॰ 16, 2002
Guidelines on "Know Your Customer"
norms and "Cash transactions"
DBOD.AML.BC.18/14.01.001/2002-03August 16, 2002ToThe Chief Executives ofAll Commercial banks.Dear Sir,Guidelines on "Know Your Customer" norms and "Cash transactions"As part of ‘Know Your Customer’ (KYC) principle, RBI has issued several guidelines relating to identification of depositors and advised the banks to put in place systems and procedures to help control financial frauds, identify money laundering and suspicious activities, and for scrutiny/monitoring of lar
DBOD.AML.BC.18/14.01.001/2002-03August 16, 2002ToThe Chief Executives ofAll Commercial banks.Dear Sir,Guidelines on "Know Your Customer" norms and "Cash transactions"As part of ‘Know Your Customer’ (KYC) principle, RBI has issued several guidelines relating to identification of depositors and advised the banks to put in place systems and procedures to help control financial frauds, identify money laundering and suspicious activities, and for scrutiny/monitoring of lar
जुल॰ 18, 2002
बचत /चालू खाते रखनेवाले बैंकों द्वारा
बचत /चालू खाते रखनेवाले बैंकों द्वाराग्राहकों के पास बुक को अद्यतन बनानाकेंका.पीओटी.पीसीबी.परिपत्र. 02 /09.11.00/2002-2003 18 जुलाई 2002 12 आषाढ़ 1924(शक) प्राथमिक शहरी सहकारी बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रिय महोदय / महोदया बचत /चालू खाते रखनेवाले बैंकों द्वाराग्राहकों के पास बुक को अद्यतन बनाना रिज़र्व बैंक को यह जानकारी मिली है कि कुछ बैंकों में जहां पास बुक में प्रविष्टियां कंप्यूटर द्वारा की जाती है, पास बुकों को अद्यतन बनाते समय प्रविष्टियों में चेक संख्या
बचत /चालू खाते रखनेवाले बैंकों द्वाराग्राहकों के पास बुक को अद्यतन बनानाकेंका.पीओटी.पीसीबी.परिपत्र. 02 /09.11.00/2002-2003 18 जुलाई 2002 12 आषाढ़ 1924(शक) प्राथमिक शहरी सहकारी बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रिय महोदय / महोदया बचत /चालू खाते रखनेवाले बैंकों द्वाराग्राहकों के पास बुक को अद्यतन बनाना रिज़र्व बैंक को यह जानकारी मिली है कि कुछ बैंकों में जहां पास बुक में प्रविष्टियां कंप्यूटर द्वारा की जाती है, पास बुकों को अद्यतन बनाते समय प्रविष्टियों में चेक संख्या
जुल॰ 17, 2002
Transferability of Relief Bonds of earlier series
Ref.No. CO. DT.13.01.272/ @@NBSP@@ @@NBSP@@ @@NBSP@@ /2002-03July 17, 2002The RDs, All Regional OfficesState Bank of India & Associates, 18 Nationalised Banks,4 Private Sector Banks and SCHILDear Sir,Transferability of Relief Bonds of earlier seriesWe advise that the secondary market purchases of bonds of earlier series, issued prior to March 1, 2002 and not matured, are not to be treated as fresh investments and included in the per investor annual limit of Rs. 2
Ref.No. CO. DT.13.01.272/ @@NBSP@@ @@NBSP@@ @@NBSP@@ /2002-03July 17, 2002The RDs, All Regional OfficesState Bank of India & Associates, 18 Nationalised Banks,4 Private Sector Banks and SCHILDear Sir,Transferability of Relief Bonds of earlier seriesWe advise that the secondary market purchases of bonds of earlier series, issued prior to March 1, 2002 and not matured, are not to be treated as fresh investments and included in the per investor annual limit of Rs. 2
जुल॰ 15, 2002
Release of Foreign Exchange for Travel outside India
As on July 1, 2002Reserve Bank of IndiaExchange Control Department Central OfficeMumbaiEC.CO. PCD.No.3/15.02.76/2002-03July 15, 2002ToAll Authorised Dealers in Foreign Exchange Dear Sirs,Master Circular – Release of Foreign Exchange for Travel outside IndiaAs you are aware Foreign Exchange Management Act, 1999 has been introduced with effect from June 1, 2000. In terms of Section 5 of the Act, any person may sell or draw foreign exchange to and from authorised person
As on July 1, 2002Reserve Bank of IndiaExchange Control Department Central OfficeMumbaiEC.CO. PCD.No.3/15.02.76/2002-03July 15, 2002ToAll Authorised Dealers in Foreign Exchange Dear Sirs,Master Circular – Release of Foreign Exchange for Travel outside IndiaAs you are aware Foreign Exchange Management Act, 1999 has been introduced with effect from June 1, 2000. In terms of Section 5 of the Act, any person may sell or draw foreign exchange to and from authorised person
जून 27, 2002
क्रेडिट कार्डों का उपयोग
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. ए.पी.(डीआइआर सिरीज़ ) परिपत्र सं.53 जून 27, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय क्रेडिट कार्डों का उपयोग प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 30 अक्तूबर 2000 के एपी (डीआईआर सिरीज ) परिपत्र सं. 19 के पैरा 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है ।जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि "करेंसी" शब्द में अन्य बातों के साथ-साथ क्रेडिट कार्ड एटीएम कार्ड और डेबिट कार्ड आदि शामिल है और
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. ए.पी.(डीआइआर सिरीज़ ) परिपत्र सं.53 जून 27, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय क्रेडिट कार्डों का उपयोग प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 30 अक्तूबर 2000 के एपी (डीआईआर सिरीज ) परिपत्र सं. 19 के पैरा 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है ।जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि "करेंसी" शब्द में अन्य बातों के साथ-साथ क्रेडिट कार्ड एटीएम कार्ड और डेबिट कार्ड आदि शामिल है और
अप्रैल 08, 2002
Customer Service - Reversal of Erroneous Debits
Arising on Fraudulent or Other Transactions
DBOD.LEG.BC.86 /09.07.007/2001-02April 8, 2002The Chairman / Chief ExecutiveAll Scheduled Commercial Banks(excluding RRBs)Dear Sir,Customer Service - Reversal of Erroneous DebitsArising on Fraudulent or Other TransactionsPlease refer to our circular DBOD.BP.BC. 57/21.01.001/95 dated May 4, 1995 (copy enclosed) advising banks to adhere to the guidelines and procedure for opening and operating deposit accounts to safeguard against unscrupulous persons opening accounts m
DBOD.LEG.BC.86 /09.07.007/2001-02April 8, 2002The Chairman / Chief ExecutiveAll Scheduled Commercial Banks(excluding RRBs)Dear Sir,Customer Service - Reversal of Erroneous DebitsArising on Fraudulent or Other TransactionsPlease refer to our circular DBOD.BP.BC. 57/21.01.001/95 dated May 4, 1995 (copy enclosed) advising banks to adhere to the guidelines and procedure for opening and operating deposit accounts to safeguard against unscrupulous persons opening accounts m
फ़र॰ 04, 2002
Release of Assets of Deceased Customers to Legal Survivors/Claimants
DBOD.BC.No. 63 /09.07.007/2001-02 February 04, 2002All Commercial Banks(excluding RRBs)Dear Sir.Release of Assets of Deceased Customers to Legal Survivors/ClaimantsPlease refer to our circular DBOD.BC.No. 55/09.07.007/2001-02 dated January 1, 2002 on the captioned subject. In this connection, you are requested to carry out the following amendment in the above circular in the manner set out below, namely,(i) In paragraph 1 -The words "where the amount to the credit of
DBOD.BC.No. 63 /09.07.007/2001-02 February 04, 2002All Commercial Banks(excluding RRBs)Dear Sir.Release of Assets of Deceased Customers to Legal Survivors/ClaimantsPlease refer to our circular DBOD.BC.No. 55/09.07.007/2001-02 dated January 1, 2002 on the captioned subject. In this connection, you are requested to carry out the following amendment in the above circular in the manner set out below, namely,(i) In paragraph 1 -The words "where the amount to the credit of
जन॰ 01, 2002
Release of Assets of Deceased Customers to
Legal Survivors/Claimants
DBOD. BC.No. 55 /09.07.007/2001-02January 01 , 2002All Commercial Banks(excluding RRBs)Dear Sir,Release of Assets of Deceased Customers toLegal Survivors/ClaimantsIn terms of our circular DBOD BCNo.148/09.07.007/1999-2000 dated March 14,2000, it was advised that banks should not insist upon succession certificate from legal heirs where the amount to the credit of deceased depositors does not exceed Rs.25,000/-.Certain safeguards were stipulated in our Circular DBOD.No
DBOD. BC.No. 55 /09.07.007/2001-02January 01 , 2002All Commercial Banks(excluding RRBs)Dear Sir,Release of Assets of Deceased Customers toLegal Survivors/ClaimantsIn terms of our circular DBOD BCNo.148/09.07.007/1999-2000 dated March 14,2000, it was advised that banks should not insist upon succession certificate from legal heirs where the amount to the credit of deceased depositors does not exceed Rs.25,000/-.Certain safeguards were stipulated in our Circular DBOD.No
दिस॰ 22, 2001
One Time Settlement of NPAs- Small Loan Accounts
with sanctioned limits upto RS.25,000/-
BP.BC. 53 / 21.04.117 /2001-02December 22, 2001Chairmen and Managing Directors of all public sector banksDear Sir,One Time Settlement of NPAs- Small Loan Accountswith sanctioned limits upto RS.25,000/-The Hon’ble Finance Minister in his meeting with the CMDs of public sector banks held at New Delhi on November 12, 2001, has indicated that a suitable scheme should be evolved by the banks for recovery of dues pertaining to loans outstanding up to Rs.25,000. Accordingly,
BP.BC. 53 / 21.04.117 /2001-02December 22, 2001Chairmen and Managing Directors of all public sector banksDear Sir,One Time Settlement of NPAs- Small Loan Accountswith sanctioned limits upto RS.25,000/-The Hon’ble Finance Minister in his meeting with the CMDs of public sector banks held at New Delhi on November 12, 2001, has indicated that a suitable scheme should be evolved by the banks for recovery of dues pertaining to loans outstanding up to Rs.25,000. Accordingly,
नव॰ 13, 2001
विदेशी यात्रा हेतु विदेशी मुद्रा जारी करना - करेन्सी घटक
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा विभाग) केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 11 ए.पी.(एफएल सिरीज़) परिपत्र सं. 1 13 नवम्बर 2001 प्रति विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी प्रिय महोदय, /महोदया विदेशी यात्रा हेतु विदेशी मुद्रा जारी करना - करेन्सी घटक प्राधिकृत व्यापारियों साथी साथ संपूर्ण मुद्रा परिवर्तकों को ईराक, लिंबिया, ईस्लामिक रिपब्लिक औफ ईरान, रशियन फेडरेशन और अंदर रिपब्लिकस् ऑफ कामनवेल्थ ऑफ इन्डेपेन्डेन्ट स्टेटस् के अलावा अन्य द
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा विभाग) केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 11 ए.पी.(एफएल सिरीज़) परिपत्र सं. 1 13 नवम्बर 2001 प्रति विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी प्रिय महोदय, /महोदया विदेशी यात्रा हेतु विदेशी मुद्रा जारी करना - करेन्सी घटक प्राधिकृत व्यापारियों साथी साथ संपूर्ण मुद्रा परिवर्तकों को ईराक, लिंबिया, ईस्लामिक रिपब्लिक औफ ईरान, रशियन फेडरेशन और अंदर रिपब्लिकस् ऑफ कामनवेल्थ ऑफ इन्डेपेन्डेन्ट स्टेटस् के अलावा अन्य द
नव॰ 07, 2001
Stapling of Note Packets - Removal
DBOD No. Dir. BC. 42/13.03.00/2001-02
Reserve Bank of IndiaCentral OfficeDepartment of Banking Operations and DevelopmentCentre - 1, World Trade CentreCuffe Parade, Colaba, Mumbai - 400 005November 7, 2001Kartika 16, 1923(S)DBOD No. Dir. BC. 42/13.03.00/2001-02In exercise of the powers conferred by Section 35A of the Banking Regulations Act, 1949, the Reserve Bank of India being satisfied that it is necessary and expedient in public interest so to do, hereby directs that hereinafter and with immediate eff
Reserve Bank of IndiaCentral OfficeDepartment of Banking Operations and DevelopmentCentre - 1, World Trade CentreCuffe Parade, Colaba, Mumbai - 400 005November 7, 2001Kartika 16, 1923(S)DBOD No. Dir. BC. 42/13.03.00/2001-02In exercise of the powers conferred by Section 35A of the Banking Regulations Act, 1949, the Reserve Bank of India being satisfied that it is necessary and expedient in public interest so to do, hereby directs that hereinafter and with immediate eff
जुल॰ 27, 2001
लॉटरी आदि योजनाओं में सहभाग के लिए धनप्रेषण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400001 ए.पी.(डीआइआरसिरीज) परिपत्र सं.2 27 जुलाई 2001 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय लॉटरी आदि योजनाओं में सहभाग के लिए धनप्रेषण रिज़र्व बैंक के ध्यान में यह आया है कि कतिपय विदेशी संगठन भारत में व्यक्तियों को सूचित कर रहे हैं कि उन्होंने लॉटरी में इनाम जीते हैं तथा उन्होंने शुल्क के रूप में अमरीकी डॉलर में कुछ राशि प्रेषित करने की व्यवस्था करनी चाहिए। 2.  प्राधिकृत व्यापारियों
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400001 ए.पी.(डीआइआरसिरीज) परिपत्र सं.2 27 जुलाई 2001 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय लॉटरी आदि योजनाओं में सहभाग के लिए धनप्रेषण रिज़र्व बैंक के ध्यान में यह आया है कि कतिपय विदेशी संगठन भारत में व्यक्तियों को सूचित कर रहे हैं कि उन्होंने लॉटरी में इनाम जीते हैं तथा उन्होंने शुल्क के रूप में अमरीकी डॉलर में कुछ राशि प्रेषित करने की व्यवस्था करनी चाहिए। 2.  प्राधिकृत व्यापारियों
मई 12, 2001
बैंकों का क्रेडिट काड़ कारोबार
12 मई 2001 22 वैशाख 1923 (शक)बैंकों का क्रेडिट काड़ कारोबारसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)प्रिय महोदय,बैंकों का क्रेडिट काड़ कारोबार हमने क्रेडिट काड़ जारी करने तथा उसके अंतर्गत देय राशियों की वसूली करने से संबंधित प्रणालियों तथा नियंत्रणों संबंधी पहलुओं के संदर्भ में कुछ बैंकों के क्रेडिट काड़ कारोबार का विशेष अध्ययन किया है । अध्ययन संबंधी रिपोर्ट टिप्पणियों तथा सुझावों के लिए बैंकों के बीच परिचालित की गयी । बैंकों से प्राप्त प्रतिसाद
12 मई 2001 22 वैशाख 1923 (शक)बैंकों का क्रेडिट काड़ कारोबारसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)प्रिय महोदय,बैंकों का क्रेडिट काड़ कारोबार हमने क्रेडिट काड़ जारी करने तथा उसके अंतर्गत देय राशियों की वसूली करने से संबंधित प्रणालियों तथा नियंत्रणों संबंधी पहलुओं के संदर्भ में कुछ बैंकों के क्रेडिट काड़ कारोबार का विशेष अध्ययन किया है । अध्ययन संबंधी रिपोर्ट टिप्पणियों तथा सुझावों के लिए बैंकों के बीच परिचालित की गयी । बैंकों से प्राप्त प्रतिसाद
मई 05, 2001
Interest Rates on Deposits
DBOD No. Dir BC 104/13.03.00/2000-01April 19, 2001Chaitra 29,1923(S)Interest Rates on DepositsIn exercise of the powers conferred by Sections 21 and 35A of the Banking Regulation Act, 1949, and in partial modification of its Directive DBOD No. Dir. BC. 46/13.03.00/2000-2001 dated November 4, 2000, the Reserve Bank of India, being satisfied that it is necessary and expedient in the public interest to do so, hereby directs that: i) Annexure I to the aforesaid Directive
DBOD No. Dir BC 104/13.03.00/2000-01April 19, 2001Chaitra 29,1923(S)Interest Rates on DepositsIn exercise of the powers conferred by Sections 21 and 35A of the Banking Regulation Act, 1949, and in partial modification of its Directive DBOD No. Dir. BC. 46/13.03.00/2000-2001 dated November 4, 2000, the Reserve Bank of India, being satisfied that it is necessary and expedient in the public interest to do so, hereby directs that: i) Annexure I to the aforesaid Directive
अप्रैल 19, 2001
Interest Rates on Deposits
Reserve Bank of IndiaCentral OfficeDepartment of Banking Operations and DevelopmentCentre - 1, World Trade CentreCuffe Parade, Colaba, Mumbai - 400 005April 19, 2001Chaitra 29,1923(S)DBOD No. Dir BC 104/13.03.00/2000-01@@NBSP@@Interest Rates on DepositsIn exercise of the powers conferred by Sections 21 and 35A of the Banking Regulation Act, 1949, and in partial modification of its Directive DBOD No. Dir. BC. 46/13.03.00/2000-2001 dated November 4, 2000, the Reserve Ba
Reserve Bank of IndiaCentral OfficeDepartment of Banking Operations and DevelopmentCentre - 1, World Trade CentreCuffe Parade, Colaba, Mumbai - 400 005April 19, 2001Chaitra 29,1923(S)DBOD No. Dir BC 104/13.03.00/2000-01@@NBSP@@Interest Rates on DepositsIn exercise of the powers conferred by Sections 21 and 35A of the Banking Regulation Act, 1949, and in partial modification of its Directive DBOD No. Dir. BC. 46/13.03.00/2000-2001 dated November 4, 2000, the Reserve Ba
जन॰ 10, 2001
रु. 500/- मूल्यवर्ग के नोटों को स्वीकार न करना
डीसीएम 300 /08.04.21/2000-2001 05 जनवरी 2001 अध्यक्ष सभी वाणिज्यिक और सहकारी बैंक महोदय, रु. 500/- मूल्यवर्ग के नोटों को स्वीकार न करना यह हमारे संज्ञान में लाया गया है कि कुछ बैंक शाखाएं या तो रु. 500/- मूल्यवर्ग के नोट स्वीकार नहीं कर रही हैं या निविदाकर्ताओं द्वारा उनकी संख्या आदि सूचीबद्ध करने के पश्चात ऐसा कर रही हैं। 2. इसलिए, हम आपका ध्यान दिनांक 18 जून 1998 के हमारे पत्र डीसीएम.सं.927/08.06.01/97-98 की ओर आकर्षित करना चाहते हैं और एक बार पुन: स्पष्ट करते हैं क
डीसीएम 300 /08.04.21/2000-2001 05 जनवरी 2001 अध्यक्ष सभी वाणिज्यिक और सहकारी बैंक महोदय, रु. 500/- मूल्यवर्ग के नोटों को स्वीकार न करना यह हमारे संज्ञान में लाया गया है कि कुछ बैंक शाखाएं या तो रु. 500/- मूल्यवर्ग के नोट स्वीकार नहीं कर रही हैं या निविदाकर्ताओं द्वारा उनकी संख्या आदि सूचीबद्ध करने के पश्चात ऐसा कर रही हैं। 2. इसलिए, हम आपका ध्यान दिनांक 18 जून 1998 के हमारे पत्र डीसीएम.सं.927/08.06.01/97-98 की ओर आकर्षित करना चाहते हैं और एक बार पुन: स्पष्ट करते हैं क
जन॰ 09, 2001
Payment of interest on the term
deposit of a deceased depositor
DBOD No.Dir.BC. 64/13.03.00/2000-2001January 03, 2001Pausha 13, 1922(Saka)All Commercial Banks(Including Regional Rural Banks/Local Area Banks)Dear SirPayment of interest on the term deposit of a deceased depositorPlease refer to the paragraph 14 of our Directive DBOD No.Dir.BC.46/13.03.00/ 2000-2001 dated November 4, 2000 and paragraph 9 of our Directive DBOD No.Dir.BC.48/13.03.00/2000-2001 dated November 4, 2000 regarding payment of interest on the deposit account o
DBOD No.Dir.BC. 64/13.03.00/2000-2001January 03, 2001Pausha 13, 1922(Saka)All Commercial Banks(Including Regional Rural Banks/Local Area Banks)Dear SirPayment of interest on the term deposit of a deceased depositorPlease refer to the paragraph 14 of our Directive DBOD No.Dir.BC.46/13.03.00/ 2000-2001 dated November 4, 2000 and paragraph 9 of our Directive DBOD No.Dir.BC.48/13.03.00/2000-2001 dated November 4, 2000 regarding payment of interest on the deposit account o
नव॰ 01, 2000
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - विदेश यात्रा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 19 अक्तूबर 30, 2000 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी प्रिय महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - विदेश यात्रा प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली 2000 को अधिसूचित करनेवाली भारत सरकार की दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (ई) की ओर आकृष्ट कियाजाता है जिसके अनुसार कतिपय यचालू खाता लेनदेनों के ल
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 19 अक्तूबर 30, 2000 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी प्रिय महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - विदेश यात्रा प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली 2000 को अधिसूचित करनेवाली भारत सरकार की दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (ई) की ओर आकृष्ट कियाजाता है जिसके अनुसार कतिपय यचालू खाता लेनदेनों के ल
अग॰ 22, 2000
Payment of Balance in Accounts of the Deceased Customers to Survivors / Claimants
RPCD.CO.No.RF.BC.09/07.38.01/2000-2001 August 22, 2000 The Chairman ofAll State and Central Co-operative Banksand Regional Rural banks Dear Sir, Payment of Balance in Accounts of the Deceased Customers to Survivors / Claimants Please refer to our circular RPCD.No.BC.89/07.38.01/94-95 dated 21 December 1994 on the above subject, wherein banks were permitted to fix a limit higher than Rs.25,000/- if they consider it appropriate to settle the claims of survivors / claima
RPCD.CO.No.RF.BC.09/07.38.01/2000-2001 August 22, 2000 The Chairman ofAll State and Central Co-operative Banksand Regional Rural banks Dear Sir, Payment of Balance in Accounts of the Deceased Customers to Survivors / Claimants Please refer to our circular RPCD.No.BC.89/07.38.01/94-95 dated 21 December 1994 on the above subject, wherein banks were permitted to fix a limit higher than Rs.25,000/- if they consider it appropriate to settle the claims of survivors / claima
जून 02, 2000
A.P. (DIR Series) Circular No.1 (June 1, 2000)
RESERVE BANK OF INDIAEXCHANGE CONTROL DEPARTMENTCENTRAL OFFICEMUMBAI 400 023June 1, 2000A.P. (DIR Series) Circular No.1A.P. (F.L. Series) Circular No.1To All authorised persons in Foreign ExchangeForeign Exchange Management Act (FEMA), 1999 Attention of the Full Fledged Money Changers (FFMCs) is invited to para 4 of AD(MA Series) Circular No.11 dated 16th May 2000 wherein it has been indicated that the directions contained therein shall be applicable, mutatis-mutandis
RESERVE BANK OF INDIAEXCHANGE CONTROL DEPARTMENTCENTRAL OFFICEMUMBAI 400 023June 1, 2000A.P. (DIR Series) Circular No.1A.P. (F.L. Series) Circular No.1To All authorised persons in Foreign ExchangeForeign Exchange Management Act (FEMA), 1999 Attention of the Full Fledged Money Changers (FFMCs) is invited to para 4 of AD(MA Series) Circular No.11 dated 16th May 2000 wherein it has been indicated that the directions contained therein shall be applicable, mutatis-mutandis
अप्रैल 01, 2000
जमाराशियों पर ब्‍याज दरें
भारतीय रिज़र्व बैंक केंद्रीय कार्यालय बैंकिंग परिचालन एवं विकास विभाग केंद्र - 1, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कफ परेड, कुलाबा, मुंबई - 400 005 डीबीओडी.डीआईआर.बीसी.158/13.03.00/2000 1 अप्रैल 2000 सभी वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) महोदय, जमाराशियों पर ब्‍याज दरें कृपया हमारे समय-समय पर संशोधित दिनांक 27 दिसंबर 1985 के निदेश डीबीओडी.सं.डीआईआर.बीसी.151/C.347/85 का संदर्भ लें। 2. यह निर्णय लिया गया है कि घरेलू और साधारण अनिवासी बचत जमाराशियों के साथ-साथ अनिवासी (बाह
भारतीय रिज़र्व बैंक केंद्रीय कार्यालय बैंकिंग परिचालन एवं विकास विभाग केंद्र - 1, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कफ परेड, कुलाबा, मुंबई - 400 005 डीबीओडी.डीआईआर.बीसी.158/13.03.00/2000 1 अप्रैल 2000 सभी वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) महोदय, जमाराशियों पर ब्‍याज दरें कृपया हमारे समय-समय पर संशोधित दिनांक 27 दिसंबर 1985 के निदेश डीबीओडी.सं.डीआईआर.बीसी.151/C.347/85 का संदर्भ लें। 2. यह निर्णय लिया गया है कि घरेलू और साधारण अनिवासी बचत जमाराशियों के साथ-साथ अनिवासी (बाह
अप्रैल 01, 2000
Interest Rates on advances against
domestic/NRE/FCNR(B) term deposits
Reserve Bank of IndiaCentral OfficeDepartment of Banking Operations & Development Centre - 1, World Trade CentreCuffe Parade, Colaba,Mumbai 400 005DBOD.Dir.BC. 153 /13.03.00/99-2000March 23 , 2000 All Scheduled Commercial Banks(Excluding RRBs)Dear Sirs, Interest Rates on advances against domestic/NRE/FCNR(B) term deposits Please refer to our Directives DBOD.No.Dir.BC.107/13.01.04/99 and 108/13.01.09/99 dated 29 October 1999 in terms of which banks have been given
Reserve Bank of IndiaCentral OfficeDepartment of Banking Operations & Development Centre - 1, World Trade CentreCuffe Parade, Colaba,Mumbai 400 005DBOD.Dir.BC. 153 /13.03.00/99-2000March 23 , 2000 All Scheduled Commercial Banks(Excluding RRBs)Dear Sirs, Interest Rates on advances against domestic/NRE/FCNR(B) term deposits Please refer to our Directives DBOD.No.Dir.BC.107/13.01.04/99 and 108/13.01.09/99 dated 29 October 1999 in terms of which banks have been given
फ़र॰ 25, 1999
Operation of Bank Accounts by Old/Sick/Incapacitated Customers
RPCD.No.RF.BC.71/07.38.01/98-99 February 25, 1999 All State and Central Co-operative Banks Dear Sir, Operation of Bank Accounts by Old/Sick/Incapacitated Customers The question of extending a suitable facility to old/sick/incapacitated bank customers for operation of their bank accounts etc. has been engaging our attention for some time. It has been decided to extend certain facilities to account holders who are sick/old/incapacitated and who are not willing to open a
RPCD.No.RF.BC.71/07.38.01/98-99 February 25, 1999 All State and Central Co-operative Banks Dear Sir, Operation of Bank Accounts by Old/Sick/Incapacitated Customers The question of extending a suitable facility to old/sick/incapacitated bank customers for operation of their bank accounts etc. has been engaging our attention for some time. It has been decided to extend certain facilities to account holders who are sick/old/incapacitated and who are not willing to open a
मार्च 05, 1997
Interest Rates on Deposits
RPCD.No.DIR.BC.110/07.38.01/96-97 March 5, 1997 All State/Central Co-operative Banks Dear Sir, Interest Rates on Deposits It has been brought to our notice that some banks, while soliciting deposits from the public, have resorted to highlighting only the compounded yield on term deposits without indicating the actual rate of simple interest offered by the bank for the particular period of the deposits. As this is likely to mislead the customers, the banks should in an
RPCD.No.DIR.BC.110/07.38.01/96-97 March 5, 1997 All State/Central Co-operative Banks Dear Sir, Interest Rates on Deposits It has been brought to our notice that some banks, while soliciting deposits from the public, have resorted to highlighting only the compounded yield on term deposits without indicating the actual rate of simple interest offered by the bank for the particular period of the deposits. As this is likely to mislead the customers, the banks should in an
सित॰ 10, 1996
Operation of Safe Deposits Lockers by Customers
RPCD.No.BC.36/07.38.01/96-97 September 10, 1996 The Chief Executive of all State and Central Co-operative Banks Dear Sir, Operation of Safe Deposits Lockers by Customers In an incident which occurred in the recent past, a customer was confined in a locker room of a commercial bank for 72 hours from the Saturday afternoon until Tuesday morning (Monday being a holiday) when the bank was re-opened for business. While no doubt, such instances occur due to non-adherence to
RPCD.No.BC.36/07.38.01/96-97 September 10, 1996 The Chief Executive of all State and Central Co-operative Banks Dear Sir, Operation of Safe Deposits Lockers by Customers In an incident which occurred in the recent past, a customer was confined in a locker room of a commercial bank for 72 hours from the Saturday afternoon until Tuesday morning (Monday being a holiday) when the bank was re-opened for business. While no doubt, such instances occur due to non-adherence to
अप्रैल 06, 1994
Committee on Customer Service in Banks - Implementation of Recommendations of the Goiporia Committee
RPCD.No.BC.126/07.38.01/93-94 April 6, 1994 All State Co-operative Banks Central Co-operative Banks Dear Sir, Committee on Customer Service in Banks - Implementation of Recommendations of the Goiporia Committee Please refer to our circular RPCD.No.111/07.38.01/92-93 dated 12th May 1993 in terms of which we have advised banks to implement certain recommendations of the Goiporia Committee on Customer Service in Banks and submit a progress report to our concerned Regiona
RPCD.No.BC.126/07.38.01/93-94 April 6, 1994 All State Co-operative Banks Central Co-operative Banks Dear Sir, Committee on Customer Service in Banks - Implementation of Recommendations of the Goiporia Committee Please refer to our circular RPCD.No.111/07.38.01/92-93 dated 12th May 1993 in terms of which we have advised banks to implement certain recommendations of the Goiporia Committee on Customer Service in Banks and submit a progress report to our concerned Regiona

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