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अप्रैल 08, 2010
कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008
भारिबैं/2009-10/388 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.66/05.04.02/2009-10 8 अप्रैल 2010 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) महोदय, कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 हम उपर्युक्त विषय पर भारत सरकार, वित्त मंत्रालय, नई दिल्ली से प्राप्त दिनांक 26 मार्च 2010 का पत्र एफ.सं. 3/9/2008-एसी की प्रतिलिपि इसके साथ प्रेषित कर रहे हैं जिसकी विषय-वस्तु स्वत: स्पष्ट है। 2. अनुरोध है कि आप इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई क
भारिबैं/2009-10/388 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.66/05.04.02/2009-10 8 अप्रैल 2010 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) महोदय, कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 हम उपर्युक्त विषय पर भारत सरकार, वित्त मंत्रालय, नई दिल्ली से प्राप्त दिनांक 26 मार्च 2010 का पत्र एफ.सं. 3/9/2008-एसी की प्रतिलिपि इसके साथ प्रेषित कर रहे हैं जिसकी विषय-वस्तु स्वत: स्पष्ट है। 2. अनुरोध है कि आप इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई क
अप्रैल 08, 2010
चेक संग्रहण नीति (सीसीपी) - स्थानीय/बाहरी चेकों का तत्काल क्रेडिट
भारिबैं/2009-10/387 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 65/03.05.33/2009-10  8 अप्रैल 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, चेक संग्रहण नीति (सीसीपी) - स्थानीय/बाहरी चेकों का तत्काल क्रेडिट कृपया दिनांक 5 फरवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 87/03.05.33/2008-09 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग द्वारा निर्धारित समय सीमा के अनुसार स्थानीय और बाहरी चेकों के संग्रहण के संबंध में अपनी चेक संग्रहण न
भारिबैं/2009-10/387 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 65/03.05.33/2009-10  8 अप्रैल 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, चेक संग्रहण नीति (सीसीपी) - स्थानीय/बाहरी चेकों का तत्काल क्रेडिट कृपया दिनांक 5 फरवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 87/03.05.33/2008-09 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग द्वारा निर्धारित समय सीमा के अनुसार स्थानीय और बाहरी चेकों के संग्रहण के संबंध में अपनी चेक संग्रहण न
अप्रैल 06, 2010
कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआइ सं. 2009-10/380ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 63/03.05.72/2009-10 6 अप्रैल 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.सं.बीसी. 18/03.05.072/2008-09, 17 नवंबर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 64/03.05.072/2008-09,
आरबीआइ सं. 2009-10/380ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 63/03.05.72/2009-10 6 अप्रैल 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.सं.बीसी. 18/03.05.072/2008-09, 17 नवंबर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 64/03.05.072/2008-09,
मार्च 30, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/369 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 10105/03.05.28(ए)/2009-10 30 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 18 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.9611/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की
आरबीआइ/2009-10/369 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 10105/03.05.28(ए)/2009-10 30 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 18 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.9611/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की
मार्च 23, 2010
ऋण सूचना का व्यवसाय आरंभ करने के लिए पंजीकरण प्रमाणपत्र प्रदान करना - एक्सपीरियन क्रेडिट इन्फॉरमेंशन कंपनी ऑफ इंडिया प्राइवेट लि.
आरबीआई/2009-10/354 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 62/03.05.33/2009-10 23 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, ऋण सूचना का व्यवसाय आरंभ करने के लिए पंजीकरण प्रमाणपत्र प्रदान करना - एक्सपीरियन क्रेडिट इन्फॉरमेंशन कंपनी ऑफ इंडिया प्राइवेट लि. कृपया 20 अक्तूबर 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.32/03.05.33/2009-10 देखें जिसमें ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 के संबंध में सूचना देते हुए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से जब कभी भी ऋण सू
आरबीआई/2009-10/354 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 62/03.05.33/2009-10 23 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, ऋण सूचना का व्यवसाय आरंभ करने के लिए पंजीकरण प्रमाणपत्र प्रदान करना - एक्सपीरियन क्रेडिट इन्फॉरमेंशन कंपनी ऑफ इंडिया प्राइवेट लि. कृपया 20 अक्तूबर 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.32/03.05.33/2009-10 देखें जिसमें ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 के संबंध में सूचना देते हुए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से जब कभी भी ऋण सू
मार्च 19, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों/संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/350 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.9635/07.02.12/2009-10 19 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों/संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 11 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.9345/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
आरबीआइ/2009-10/350 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.9635/07.02.12/2009-10 19 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों/संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 11 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.9345/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
मार्च 18, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/348 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 9611 /03.05.28(ए)/2009-10 18 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 9 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं.9262/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 126
आरबीआइ/2009-10/348 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 9611 /03.05.28(ए)/2009-10 18 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 9 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं.9262/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 126
मार्च 11, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/346 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.9345/07.02.12/2009-10  11 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 2 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.8956/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सु
आरबीआइ/2009-10/346 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.9345/07.02.12/2009-10  11 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 2 मार्च 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.8956/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सु
मार्च 09, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/344 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 9262/03.05.28(ए)/2009-10 9 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 25 फरवरी 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.8864/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 12
आरबीआइ/2009-10/344 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 9262/03.05.28(ए)/2009-10 9 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 25 फरवरी 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.8864/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 12
मार्च 05, 2010
स्वर्ण ऋण की चुकौती
आरबीआई/2009-10/342 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.60/07.37.02/2009-10 05 मार्च 2010 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय / महोदया स्वर्ण ऋण की चुकौती राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक अपनी उधार नीति के भाग के रुप में स्वर्ण आभूषण की जमानत पर विभिन्न प्रयोजनों हेतु ऋण प्रदान करते हैं । वर्तमान अनुदेशों के अनुसार (दि.31 जनवरी 2003 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरएफ.बीसी.सं.69/ 07.37.02/2002-03 देखें) बैंक, कृषि और संबद्ध कार्यकलापों को छोड़कर अन्य प्रयोजनों के लिए प्रदान किए गए
आरबीआई/2009-10/342 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.60/07.37.02/2009-10 05 मार्च 2010 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय / महोदया स्वर्ण ऋण की चुकौती राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक अपनी उधार नीति के भाग के रुप में स्वर्ण आभूषण की जमानत पर विभिन्न प्रयोजनों हेतु ऋण प्रदान करते हैं । वर्तमान अनुदेशों के अनुसार (दि.31 जनवरी 2003 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरएफ.बीसी.सं.69/ 07.37.02/2002-03 देखें) बैंक, कृषि और संबद्ध कार्यकलापों को छोड़कर अन्य प्रयोजनों के लिए प्रदान किए गए
मार्च 04, 2010
मानक आस्तियों के लिए प्रावधानीकरण अपेक्षा
आरबीआइ/2009-10/337 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. सं. 61/03.05.34/2009-10 4 मार्च 2010 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, मानक आस्तियों के लिए प्रावधानीकरण अपेक्षा कृपया ‘मानक आस्तियों’ के लिए प्रावधानीकरण अपेक्षा के बारे में हमारे दिनांक 11 जून 2001 के परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी.सं. बीसी. 97/03.05.34/2000-01 का पैरा 2 देखें। 2. इस संबंध में आपका ध्यान 27 अक्तूबर 2009 को घोषित वर्ष 2009-10 की मौद्रिक नीति की दूसरी तिमाही समीक्षा के पैरा 158 की ओर आकर्षित किया जाता है ।
आरबीआइ/2009-10/337 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. सं. 61/03.05.34/2009-10 4 मार्च 2010 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, मानक आस्तियों के लिए प्रावधानीकरण अपेक्षा कृपया ‘मानक आस्तियों’ के लिए प्रावधानीकरण अपेक्षा के बारे में हमारे दिनांक 11 जून 2001 के परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी.सं. बीसी. 97/03.05.34/2000-01 का पैरा 2 देखें। 2. इस संबंध में आपका ध्यान 27 अक्तूबर 2009 को घोषित वर्ष 2009-10 की मौद्रिक नीति की दूसरी तिमाही समीक्षा के पैरा 158 की ओर आकर्षित किया जाता है ।
मार्च 03, 2010
धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरुप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पध्दति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों / वित्तीय संस्थाओं के दायित्व
आरबीआइ/2009-10/336 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी.सं.59/07.40.00/2009-10 3 मार्च 2010 अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरुप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पध्दति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों / वित्तीय संस्थाओं के द
आरबीआइ/2009-10/336 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी.सं.59/07.40.00/2009-10 3 मार्च 2010 अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरुप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पध्दति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों / वित्तीय संस्थाओं के द
मार्च 02, 2010
बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
भारिबैं/2009-10/332ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.58/03.05.33/2009-10  2 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जैसा कि आप जानते हैं, बैंकों के सामान्य कारोबार में प्रयुक्त समाशोधन लिखतों के सुविधा जनक, किफायती ढंग से त्वरित कार्यान्वयन और निपटान करने के लिए देश में समाशोधन गृह की एक व्यापक व्यवस्था मौजूद है । वर्तमान में देशभर में मौजूद समाशोधन गृह टी + 1 आधार पर प्रतिदिन 4
भारिबैं/2009-10/332ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.58/03.05.33/2009-10  2 मार्च 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जैसा कि आप जानते हैं, बैंकों के सामान्य कारोबार में प्रयुक्त समाशोधन लिखतों के सुविधा जनक, किफायती ढंग से त्वरित कार्यान्वयन और निपटान करने के लिए देश में समाशोधन गृह की एक व्यापक व्यवस्था मौजूद है । वर्तमान में देशभर में मौजूद समाशोधन गृह टी + 1 आधार पर प्रतिदिन 4
मार्च 02, 2010
अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन
भारिबैं/2009-10/331 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं.57/02.19.10/2009-10 मार्च 02, 2010 अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं एवं प्रबंध निदेशक सभी अग्रणी बैंक / सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन अग्रणी बैंक योजना (एलबीएस) की शुरुआत से चार दशक की अवधि के दौरान कई परिवर्तन हुए हैं जिससे योजना पर पुनर्विचार करना आवश्यक हो गया है ताकि उसे बैंकिंग क्षेत्र में हाल की गतिविधियों तथा वित्तीय समावेशन
भारिबैं/2009-10/331 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं.57/02.19.10/2009-10 मार्च 02, 2010 अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं एवं प्रबंध निदेशक सभी अग्रणी बैंक / सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन अग्रणी बैंक योजना (एलबीएस) की शुरुआत से चार दशक की अवधि के दौरान कई परिवर्तन हुए हैं जिससे योजना पर पुनर्विचार करना आवश्यक हो गया है ताकि उसे बैंकिंग क्षेत्र में हाल की गतिविधियों तथा वित्तीय समावेशन
मार्च 02, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/330ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.8956/07.02.12/2009-10 2 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 29 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.7031/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
आरबीआइ/2009-10/330ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.8956/07.02.12/2009-10 2 मार्च 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 29 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ.एएमएल.सं.7031/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
फ़रवरी 26, 2010
अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन
भारिबैं/2009-10/329 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं. 56 /02.19.10/2009-10 फरवरी 26, 2010 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सभी एसएलबीसी आयोजक बैंक) महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन अग्रणी बैंक योजना (एलबीएस) की शुरुआत से चार दशक की अवधि के दौरान कई परिवर्तन हुए हैं जिससे योजना पर पुनर्विचार करना आवश्यक हो गया है ताकि उसे बैंकिंग क्षेत्र में हाल की गतिविधियों तथा वित्तीय समावेशन पर ध्यानपूर्वक केंद्रीकरण के
भारिबैं/2009-10/329 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं. 56 /02.19.10/2009-10 फरवरी 26, 2010 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सभी एसएलबीसी आयोजक बैंक) महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट - सिफारिशों का कार्यान्वयन अग्रणी बैंक योजना (एलबीएस) की शुरुआत से चार दशक की अवधि के दौरान कई परिवर्तन हुए हैं जिससे योजना पर पुनर्विचार करना आवश्यक हो गया है ताकि उसे बैंकिंग क्षेत्र में हाल की गतिविधियों तथा वित्तीय समावेशन पर ध्यानपूर्वक केंद्रीकरण के
फ़रवरी 25, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/327 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 8864/03.05.28(ए)/2009-10 25 फरवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 11 जनवरी 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.7763/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1
आरबीआइ/2009-10/327 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं. 8864/03.05.28(ए)/2009-10 25 फरवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 11 जनवरी 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. एएमएल.सं.7763/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1
फ़रवरी 18, 2010
बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक
भारिबैं/2009-10/319 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.55/07.38.03/2009-10 18 फरवरी 2010 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय /महोदया बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक जैसा कि आप जानते हैं, बैंकों के सामान्य कारोबार में प्रयुक्त समाशोधन लिखतों के सुविधा जनक, किफायती ढंग से त्वरित कार्यान्वयन और निपटान करने के लिए देश में समाशोधन गृह की एक व्यापक व्यवस्था मौजूद है। वर्तमान में देशभर में मौजूद समाशोधन गृह टी + 1 आधार पर प
भारिबैं/2009-10/319 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.55/07.38.03/2009-10 18 फरवरी 2010 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय /महोदया बैंकों के बीच द्विपक्षीय समाशोधन व्यवस्था की समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक जैसा कि आप जानते हैं, बैंकों के सामान्य कारोबार में प्रयुक्त समाशोधन लिखतों के सुविधा जनक, किफायती ढंग से त्वरित कार्यान्वयन और निपटान करने के लिए देश में समाशोधन गृह की एक व्यापक व्यवस्था मौजूद है। वर्तमान में देशभर में मौजूद समाशोधन गृह टी + 1 आधार पर प
फ़रवरी 05, 2010
बैंक कारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 23 - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र-क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की नीति
आरबीआई/2009-10/306 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.54/03.05.90(ए)/2009-10 5 फरवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंक कारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 23 - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र-क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की नीति कृपया दिनांक 01 जुलाई 2009 के हमारे मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. बीएल. बीसी.8/03.05.90ए/2009-10 का पैरा 2.3 देखें जिसके अनुसार 75 या अधिक शाखाओं वाले समामेलित क्षेत्रीय
आरबीआई/2009-10/306 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.54/03.05.90(ए)/2009-10 5 फरवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंक कारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 23 - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र-क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की नीति कृपया दिनांक 01 जुलाई 2009 के हमारे मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. बीएल. बीसी.8/03.05.90ए/2009-10 का पैरा 2.3 देखें जिसके अनुसार 75 या अधिक शाखाओं वाले समामेलित क्षेत्रीय
फ़रवरी 01, 2010
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना
आरबीआइ/2009-2010/301 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.53/03.05.28(बी)/2009-10 01 फरवरी 2010 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1)- आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 5 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 82/03.05.28(बी)/2008-09 देखें। 2. 29 जनवरी 2010 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की तीसरी तिमाही समीक्षा में दिए गए वर्तमान समष्टि आर्थिक मूल्यांकन के आधार पर यह निर्
आरबीआइ/2009-2010/301 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.53/03.05.28(बी)/2009-10 01 फरवरी 2010 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1)- आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 5 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 82/03.05.28(बी)/2008-09 देखें। 2. 29 जनवरी 2010 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की तीसरी तिमाही समीक्षा में दिए गए वर्तमान समष्टि आर्थिक मूल्यांकन के आधार पर यह निर्
फ़रवरी 01, 2010
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना
आरबीआइ/2009-2010/ 300 ग्राआऋवि.वेंका.आरएफ.बीसी.सं.51/07.02.01/2009-10 01 फरवरी 2010 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 5 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.वेंका.आरएफ. बीसी.सं.81/07.02.01/2008-09 देखें । 2. 29 जनवरी 2010 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की तीसरी तिमाही समीक्षा में दिए गए वर्तमान समष्टि आर्थिक मूल्यांकन के आधार पर यह निर्णय लि
आरबीआइ/2009-2010/ 300 ग्राआऋवि.वेंका.आरएफ.बीसी.सं.51/07.02.01/2009-10 01 फरवरी 2010 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 5 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.वेंका.आरएफ. बीसी.सं.81/07.02.01/2008-09 देखें । 2. 29 जनवरी 2010 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की तीसरी तिमाही समीक्षा में दिए गए वर्तमान समष्टि आर्थिक मूल्यांकन के आधार पर यह निर्णय लि
जनवरी 28, 2010
धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरूप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पद्धति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों /वित्तीय संस्थाओं के दायित्व
आरबीआइ/2009-10/293ए ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं.49/03.05.33(इ)/2009-10 28 जनवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरूप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पद्धति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों /वित्तीय संस्थाओं के दायित्व जैसा कि आप जानते हैं, भारत सरक
आरबीआइ/2009-10/293ए ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं.49/03.05.33(इ)/2009-10 28 जनवरी 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय धनशोधन निवारण (लेनदेन के स्वरूप तथा मूल्य के अभिलेखों का रखरखाव, सूचना प्रस्तुत करने की समयसीमा तथा उसके रखरखाव की क्रियाविधि तथा पद्धति तथा बैंकिंग कंपनियों, वित्तीय संस्थाओं तथा मध्यवर्ती संस्थाओं के ग्राहकों की पहचान के अभिलेखों का सत्यापन तथा रखरखाव) संशोधन नियमावली, 2009 - बैंकों /वित्तीय संस्थाओं के दायित्व जैसा कि आप जानते हैं, भारत सरक
जनवरी 18, 2010
सीआरआर/एसएलआर बनाए रखने के प्रयोजन के लिए निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) की गणना
आरबीआई/2009-10/289 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 48 /03.05.50/2009-10 18 जनवरी 2010 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय सीआरआर/एसएलआर बनाए रखने के प्रयोजन के लिए निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) की गणना यह देखा गया है कि घनप्रेषण सुविधाओं के लिए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रतिनिधि बैंकें (मुख्यत: प्रायोजक बैंकों) के साथ की गई व्यवस्था के संबंध में देयताओं की गणना करने के बारे में एक समान पध्दति नहीं अपना रहे हैं । इस व्यवस्था के अंतर्गत प्राप्तकर्ता बैंक द्वारा अपने
आरबीआई/2009-10/289 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 48 /03.05.50/2009-10 18 जनवरी 2010 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय सीआरआर/एसएलआर बनाए रखने के प्रयोजन के लिए निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) की गणना यह देखा गया है कि घनप्रेषण सुविधाओं के लिए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रतिनिधि बैंकें (मुख्यत: प्रायोजक बैंकों) के साथ की गई व्यवस्था के संबंध में देयताओं की गणना करने के बारे में एक समान पध्दति नहीं अपना रहे हैं । इस व्यवस्था के अंतर्गत प्राप्तकर्ता बैंक द्वारा अपने
दिसंबर 29, 2009
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/276 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.7031/07.02.12/2009-10  29 दिसंबर 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 15 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.6638/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र
आरबीआइ/2009-10/276 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.7031/07.02.12/2009-10  29 दिसंबर 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 15 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.6638/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र
दिसंबर 22, 2009
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/270 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं.6915/03.05.28(ए)/2009-10 22 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 16 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं.6691/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के अध
आरबीआइ/2009-10/270 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.सं.6915/03.05.28(ए)/2009-10 22 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 16 दिसंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं.6691/03.05.28(ए)/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के अध
दिसंबर 18, 2009
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) को ऋण
आरबीआई / 2009-10 /263 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 46 /04.09.01/2009-10 18 दिसंबर 2009 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक / कार्यपालक निदेशक डसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) को ऋण कृपया प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र देखें जिसके अनुसार आवास इकाई खरीदने / बनाने के लिए व्यक्तियों को ऋण देने हेतु पुनर्वित्त के प्रयोजन के लिए राष
आरबीआई / 2009-10 /263 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 46 /04.09.01/2009-10 18 दिसंबर 2009 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक / कार्यपालक निदेशक डसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) को ऋण कृपया प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र देखें जिसके अनुसार आवास इकाई खरीदने / बनाने के लिए व्यक्तियों को ऋण देने हेतु पुनर्वित्त के प्रयोजन के लिए राष
दिसंबर 18, 2009
मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमएस) का 30 सितंबर 2009 के बाद भी जारी रहना
आरबीआइ/2009-10/264 ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं.47/09.03.01/2009-10 18 दिसंबर 2009 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमएस) का 30 सितंबर 2009 के बाद भी जारी रहना कृपया दिनांक 29 जून 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं. 117/09.03.01/ 2008-09 देखें जिसमें बैंकों को मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमए
आरबीआइ/2009-10/264 ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं.47/09.03.01/2009-10 18 दिसंबर 2009 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमएस) का 30 सितंबर 2009 के बाद भी जारी रहना कृपया दिनांक 29 जून 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं. 117/09.03.01/ 2008-09 देखें जिसमें बैंकों को मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमए
दिसंबर 16, 2009
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/257 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.6691/03.05.28-ए/2009-10 16 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 16 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं.5446/03.05.28-ए/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के अध्यक्ष के
आरबीआइ/2009-10/257 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.6691/03.05.28-ए/2009-10 16 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 16 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं.5446/03.05.28-ए/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के अध्यक्ष के
दिसंबर 15, 2009
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2009-10/255 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.6638/07.02.12/2009-10 15 दिसंबर 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 9 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.4865/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
आरबीआइ/2009-10/255 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.6638/07.02.12/2009-10 15 दिसंबर 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 9 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.4865/07.02.12/2009-10 देखें। हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
दिसंबर 10, 2009
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी)
आरबीआइ/2009-10/254 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.एएमएल.सं.6548/07.02.12/2009-10 10 दिसंबर 2009 सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंकों के अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) ईरान, उजबेकिस्तान, पाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और साओ टोम तथा प्रिंसिपे में एएमएल/ सीएफटी प्रणाली में पायी गयी कमियों से उत्पन्न होनेवाले जोखिमों पर दिनांक 9 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केका.आर
आरबीआइ/2009-10/254 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.एएमएल.सं.6548/07.02.12/2009-10 10 दिसंबर 2009 सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंकों के अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) ईरान, उजबेकिस्तान, पाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और साओ टोम तथा प्रिंसिपे में एएमएल/ सीएफटी प्रणाली में पायी गयी कमियों से उत्पन्न होनेवाले जोखिमों पर दिनांक 9 नवंबर 2009 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केका.आर
दिसंबर 10, 2009
Know Your Customer (KYC) Norms/Anti-Money Laundering (AML) Standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT)
RBI/2009-10/253 RPCD.CO RRB.No 6557/03.05.28-A/2009-10 December 10, 2009 The Chairman Regional Rural Banks Dear Sir, Know Your Customer (KYC) Norms/Anti-Money Laundering (AML) Standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT) Please refer to our letter RPCD.CO.RRB.No.5450/03.05.28-A/2009-10 dated November 16, 2009 on risks arising from the deficiencies in AML/CFT regime of Iran,Uzbekistan, Pakistan, Turkmenistan, Sao Tome and Principe. 2. Financial Action Task Force
RBI/2009-10/253 RPCD.CO RRB.No 6557/03.05.28-A/2009-10 December 10, 2009 The Chairman Regional Rural Banks Dear Sir, Know Your Customer (KYC) Norms/Anti-Money Laundering (AML) Standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT) Please refer to our letter RPCD.CO.RRB.No.5450/03.05.28-A/2009-10 dated November 16, 2009 on risks arising from the deficiencies in AML/CFT regime of Iran,Uzbekistan, Pakistan, Turkmenistan, Sao Tome and Principe. 2. Financial Action Task Force
दिसंबर 09, 2009
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा पारस्परिक निधियों की युनिटों/बीमा आदि उत्पादों का विपणन/वितरण
आरबीआई/2009-10/250 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 45/03.05.33/2009-10 9 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा पारस्परिक निधियों की युनिटों/ बीमा आदि उत्पादों का विपणन/वितरण कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 17 मई 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरआरबी. बीसी.82/03.05.33/2005-06 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को कतिपय शर्तों के अधीन एजेंट के रूप में पारस्परिक निधियों की इकाइयों की युनिटों को बेचने का काम करने की अनु
आरबीआई/2009-10/250 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 45/03.05.33/2009-10 9 दिसंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा पारस्परिक निधियों की युनिटों/ बीमा आदि उत्पादों का विपणन/वितरण कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 17 मई 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरआरबी. बीसी.82/03.05.33/2005-06 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को कतिपय शर्तों के अधीन एजेंट के रूप में पारस्परिक निधियों की इकाइयों की युनिटों को बेचने का काम करने की अनु
दिसंबर 01, 2009
ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005
आरबीआई/2009-10/240 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.44/07.40.06/2009-10 01 दिसंबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 जैसा कि आप जानते हैं, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 दिनांक 14 दिसंबर 2006 से लागू हो गया है । अधिनियम की धारा 15 (1) के अनुसार प्रत्येक ऋण संस्था को अधिनियम के लागू होने से तीन माह की अवधि के अंदर या आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक द्वारा बढ़ाई गई समय सीमा के अंदर कम से कम एक ऋण सूचना कंपनी का सदस्
आरबीआई/2009-10/240 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.44/07.40.06/2009-10 01 दिसंबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 जैसा कि आप जानते हैं, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 दिनांक 14 दिसंबर 2006 से लागू हो गया है । अधिनियम की धारा 15 (1) के अनुसार प्रत्येक ऋण संस्था को अधिनियम के लागू होने से तीन माह की अवधि के अंदर या आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक द्वारा बढ़ाई गई समय सीमा के अंदर कम से कम एक ऋण सूचना कंपनी का सदस्
नवंबर 27, 2009
अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति - 2000 से अधिक जनसंख्या वाले प्रत्येक गांव में मार्च 2011 तक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना
आरबीआइ/2009-10/233 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं.43/02.19.10/2009-10 27 नवंबर 2009 एसएलबीसी आयोजक बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सूची के अनुसार) महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति - 2000 से अधिक जनसंख्या वाले प्रत्येक गांव में मार्च 2011 तक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना जैसाकि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अग्रणी बैंक योजना पर श्रीमती ऊषा थोरात, उप गवर्नर की आध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने दिनांक 20 अगस्त 2009 को अ
आरबीआइ/2009-10/233 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं.43/02.19.10/2009-10 27 नवंबर 2009 एसएलबीसी आयोजक बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सूची के अनुसार) महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति - 2000 से अधिक जनसंख्या वाले प्रत्येक गांव में मार्च 2011 तक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना जैसाकि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अग्रणी बैंक योजना पर श्रीमती ऊषा थोरात, उप गवर्नर की आध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने दिनांक 20 अगस्त 2009 को अ
नवंबर 13, 2009
सुरक्षा ज़मा लॉकर
आरबीआई /2009-10/218 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.42/07.38.01/2009-10 13 नवम्बर 2009 सभी राज्य़ और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय सुरक्षा ज्ामा लॉकर कृपया दिनांक 18 मई 2007 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.95/07.38.01/2006-07 का पैराग्राफ 5 देखें ज़िसमें बैंको को यह सुनिश्चित करने हेतु सूचित किया गया था कि सभी लॉकरों की चाबियों पर बैंक/शाखा की पहचान कूट संख्या एम्बॉस की जाती है ताकि प्राधिकारियों को लॉकर की चाबियों के स्वामित्व को पहचानने में सुविधा हो। 2
आरबीआई /2009-10/218 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.42/07.38.01/2009-10 13 नवम्बर 2009 सभी राज्य़ और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय सुरक्षा ज्ामा लॉकर कृपया दिनांक 18 मई 2007 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.95/07.38.01/2006-07 का पैराग्राफ 5 देखें ज़िसमें बैंको को यह सुनिश्चित करने हेतु सूचित किया गया था कि सभी लॉकरों की चाबियों पर बैंक/शाखा की पहचान कूट संख्या एम्बॉस की जाती है ताकि प्राधिकारियों को लॉकर की चाबियों के स्वामित्व को पहचानने में सुविधा हो। 2
नवंबर 09, 2009
छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना
आरबीआइ/2009-2010/212 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.40/07.02.01/2009-10 9 नवंबर 2009 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युकमत विषय पर दिनांक 24 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं..77/07.02.01/2006-07 देखें । 2. 27 अत्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय समाशोधन निगम लिमिटेड
आरबीआइ/2009-2010/212 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.40/07.02.01/2009-10 9 नवंबर 2009 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युकमत विषय पर दिनांक 24 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं..77/07.02.01/2006-07 देखें । 2. 27 अत्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय समाशोधन निगम लिमिटेड
नवंबर 09, 2009
छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना
आरबीआइ/2009-2010/214 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.41/03.05.28(बी)/2009-10 9 नवंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 24 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.72/03.05.28(बी)/2006-07 देखें। 2. 27 अत्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय समाशोधन
आरबीआइ/2009-2010/214 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.41/03.05.28(बी)/2009-10 9 नवंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 24 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.72/03.05.28(बी)/2006-07 देखें। 2. 27 अत्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय समाशोधन
नवंबर 05, 2009
आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व
आरबीआइ/2009-10/206 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.39/03.05.33(इ)/2009-10 5 नवंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व कृपया ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध पर जारी 27 फरवरी 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.50/ 03.05.33(इ) 2007-08 देखें। 2. उक्त परिपत्र के पैरा 5 (बी) में क्षेत्रीय ग्रा
आरबीआइ/2009-10/206 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.39/03.05.33(इ)/2009-10 5 नवंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व कृपया ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध पर जारी 27 फरवरी 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.50/ 03.05.33(इ) 2007-08 देखें। 2. उक्त परिपत्र के पैरा 5 (बी) में क्षेत्रीय ग्रा
अक्‍तूबर 29, 2009
आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व
आरबीआइ/2009-10/198 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी .सं. 34/07.40.00/2009-10 29 अक्तूबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व कृपया ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध सीएफटी पर जारी 28 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरएफ. एएमएल.बीसी.सं.51/07.40.00/2007-08 देखें। 2. उक्त परिपत्र के पैर
आरबीआइ/2009-10/198 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी .सं. 34/07.40.00/2009-10 29 अक्तूबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध - विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 - बैंकों के दायित्व कृपया ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध सीएफटी पर जारी 28 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरएफ. एएमएल.बीसी.सं.51/07.40.00/2007-08 देखें। 2. उक्त परिपत्र के पैर
अक्‍तूबर 29, 2009
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना
आरबीआई/2009-10/200 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.36 /03.05.28(बी)/2009-10 29 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदया /महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 14 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.सं.बीसी. 47/03.05.28(बी)/2007-08 देखें जिसके साथ दिनांक 14 फरवरी 2008 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं. 8483/03.05.28(बी)/2007-08 भेजी गई थी।  &nb
आरबीआई/2009-10/200 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.36 /03.05.28(बी)/2009-10 29 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदया /महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 14 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.सं.बीसी. 47/03.05.28(बी)/2007-08 देखें जिसके साथ दिनांक 14 फरवरी 2008 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं. 8483/03.05.28(बी)/2007-08 भेजी गई थी।  &nb
अक्‍तूबर 29, 2009
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई/2009-10/201 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 38 /03.05.28(बी)/2009-10 29 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 3 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.बीसी.सं.58/03.05.28(बी)/2008-09 देखें। 2. दिनांक 27 अक्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गई घोषणा के अनुस
आरबीआई/2009-10/201 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 38 /03.05.28(बी)/2009-10 29 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 3 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.बीसी.सं.58/03.05.28(बी)/2008-09 देखें। 2. दिनांक 27 अक्तूबर 2009 को जारी मौद्रिक नीति 2009-10 की दूसरी तिमाही की समीक्षा में की गई घोषणा के अनुस
अक्‍तूबर 22, 2009
केंद्रीय बजट -2009-10 - वर्ष 2009-10 में अल्पावधि फसल ऋणों के लिए 2 प्रतिशत ब्याज सहायता योजना (इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम) और 1 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन सहायता को जारी रखने का प्रस्ताव
आरबीआई.2009-10/186 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.33/05.04.02/2009-10 22 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक महोदय केंद्रीय बजट -2009-10 - वर्ष 2009-10 में अल्पावधि फसल ऋणों के लिए 2 प्रतिशत ब्याज सहायता योजना (इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम) और 1 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन सहायता को जारी रखने का प्रस्ताव जैसा कि आप जानते हैं, माननीय वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण (पैरा 27) में निम्नानुसार घोषणा की थी: ‘‘मैं किसानों के लिए प्रति किसान 3 लाख रुपए तक अल्पावधि फ
आरबीआई.2009-10/186 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.33/05.04.02/2009-10 22 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक महोदय केंद्रीय बजट -2009-10 - वर्ष 2009-10 में अल्पावधि फसल ऋणों के लिए 2 प्रतिशत ब्याज सहायता योजना (इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम) और 1 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन सहायता को जारी रखने का प्रस्ताव जैसा कि आप जानते हैं, माननीय वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण (पैरा 27) में निम्नानुसार घोषणा की थी: ‘‘मैं किसानों के लिए प्रति किसान 3 लाख रुपए तक अल्पावधि फ
अक्‍तूबर 20, 2009
ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) (कठिनाइयों को दूर करना) आदेश, 2008
आरबीआई/2009-10/185 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.32/03.05.33/2009-10 20 अक्तूबर 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) (कठिनाइयों को दूर करना) आदेश, 2008 जैसा कि आप जानते हैं, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 दिनांक 14 दिसंबर 2006 से लागू हो गया है। अधिनियम की धारा 15 (1) के अनुसार प्रत्येक ऋण संस्था को अधिनियम के लागू होने से तीन माह की अवधि के अंदर या आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक द्वारा बढ़ाई गई समय सीमा के अंदर कम से कम एक ऋण
आरबीआई/2009-10/185 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.32/03.05.33/2009-10 20 अक्तूबर 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) (कठिनाइयों को दूर करना) आदेश, 2008 जैसा कि आप जानते हैं, ऋण सूचना कंपनियां (विनियमन) अधिनियम, 2005 दिनांक 14 दिसंबर 2006 से लागू हो गया है। अधिनियम की धारा 15 (1) के अनुसार प्रत्येक ऋण संस्था को अधिनियम के लागू होने से तीन माह की अवधि के अंदर या आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक द्वारा बढ़ाई गई समय सीमा के अंदर कम से कम एक ऋण
अक्‍तूबर 12, 2009
बचत बैंक खाते पर दैनंदिन उत्पाद आधार पर ब्याज का भुगतान
आरबीआई/2009-10/181 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 31/07. 38.01/2009-10 12 अक्तूबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय बचत बैंक खाते पर दैनंदिन उत्पाद आधार पर ब्याज का भुगतान कृपया 2 नवंबर 1987 के हमारे निदेश ग्राआऋवि.आरएफ़ डीआइआर.बीसी.53/डी.1- 87/88 का पैरा 3 (iii) देखें जिसके अनुसार बचत जमाराशियों के मामले में ब्याज की गणना प्रत्येक कैलेंडर माह की 10 तारीख से अंतिम दिन तक की अवधि के दौरान जमा खाते में न्यूनतम शेष राशि पर की जाएगी। 2. इसकी समीक्षा करने प
आरबीआई/2009-10/181 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 31/07. 38.01/2009-10 12 अक्तूबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय बचत बैंक खाते पर दैनंदिन उत्पाद आधार पर ब्याज का भुगतान कृपया 2 नवंबर 1987 के हमारे निदेश ग्राआऋवि.आरएफ़ डीआइआर.बीसी.53/डी.1- 87/88 का पैरा 3 (iii) देखें जिसके अनुसार बचत जमाराशियों के मामले में ब्याज की गणना प्रत्येक कैलेंडर माह की 10 तारीख से अंतिम दिन तक की अवधि के दौरान जमा खाते में न्यूनतम शेष राशि पर की जाएगी। 2. इसकी समीक्षा करने प
अक्‍तूबर 06, 2009
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - एमएसएमइडी अधिनियम, 2006 के तहत सेवा के अंतर्गत आनेवाले कार्यकलापों का श्रेणीकरण
आरबीआई/2009-10/178 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 29/03.05.33/2009-10 6 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - एमएसएमइडी अधिनियम, 2006 के तहत सेवा के अंतर्गत आनेवाले कार्यकलापों का श्रेणीकरण  प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 22 अगस्त 2007 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं. आरआरबी.बीसी.20/03.05.33/2007-08 के साथ संलग्न दिशानिर्देश के भाग 1 के पैरा 2.1.1 और 2.1.2 के अनुसार, छोटे उद्यमों को ऋण में माइक्रो और छोट
आरबीआई/2009-10/178 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 29/03.05.33/2009-10 6 अक्तूबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - एमएसएमइडी अधिनियम, 2006 के तहत सेवा के अंतर्गत आनेवाले कार्यकलापों का श्रेणीकरण  प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 22 अगस्त 2007 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं. आरआरबी.बीसी.20/03.05.33/2007-08 के साथ संलग्न दिशानिर्देश के भाग 1 के पैरा 2.1.1 और 2.1.2 के अनुसार, छोटे उद्यमों को ऋण में माइक्रो और छोट
सितंबर 30, 2009
अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध /पीएमएलए , 2002 के अंतर्गत बैंकों के दायित्व
आरबीआइ/2009-10/174 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी.सं. 28/07.40.00/2009-10    30 सितंबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय, अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / पीएमएलए , 2002 के अंतर्गत बैंकों के दायित्व कृपया उपर्युक्त विषय पर 18 फरवरी 2005 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एएमएल. बीसी.सं. 80/07.40.00/2004-05 तथा 3 मार्च 2006 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी. 65/07.02.12/2005-06 देख
आरबीआइ/2009-10/174 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी.सं. 28/07.40.00/2009-10    30 सितंबर 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय, अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / पीएमएलए , 2002 के अंतर्गत बैंकों के दायित्व कृपया उपर्युक्त विषय पर 18 फरवरी 2005 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एएमएल. बीसी.सं. 80/07.40.00/2004-05 तथा 3 मार्च 2006 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी. 65/07.02.12/2005-06 देख
सितंबर 29, 2009
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 6 - ऐसे कार्य जिन्हें सहकारी बैंकों द्वारा किया जा सकता है
आरबीआई/2009-10/172 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 26/07.07.11/2009-10 29 सितंबर 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 6 - ऐसे कार्य जिन्हें सहकारी बैंकों द्वारा किया जा सकता है बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 6 (एफ) की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार बैंक किसी ऐसी संपत्ति के प्रबंधन, विक्रय और वसूली का काम कर सकता है जो उसके क
आरबीआई/2009-10/172 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 26/07.07.11/2009-10 29 सितंबर 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 6 - ऐसे कार्य जिन्हें सहकारी बैंकों द्वारा किया जा सकता है बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 6 (एफ) की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार बैंक किसी ऐसी संपत्ति के प्रबंधन, विक्रय और वसूली का काम कर सकता है जो उसके क
सितंबर 29, 2009
अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के दायित्व
आरबीआइ / 2009-10 /171 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 27/03.05.33(इ)/2009-10 29 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के दायित्व कृपया उपर्युक्त विषय पर 18 फरवरी 2005 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं. आरआरबी. बीसी. 81/03.05.33 (ई) /2004-05 तथा 9 मार्च 2006 का परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.एएमएल.बीसी. 68/03.05
आरबीआइ / 2009-10 /171 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 27/03.05.33(इ)/2009-10 29 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, अपने ग्राहक को जानिए’ संबंधी मानदंड / धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक / धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के दायित्व कृपया उपर्युक्त विषय पर 18 फरवरी 2005 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं. आरआरबी. बीसी. 81/03.05.33 (ई) /2004-05 तथा 9 मार्च 2006 का परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.एएमएल.बीसी. 68/03.05
सितंबर 24, 2009
बचत बैंक खाते पर दैनंदिन उत्पाद आधार पर ब्याज का भुगतान 
आरबीआई/2009-10/169 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 25/03.05.33/2009-10 24 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक  प्रिय महोदय  बचत बैंक खाते पर दैनंदिन उत्पाद आधार पर ब्याज का भुगतान  कृपया 27 दिसंबर 1985 के निदेश डीबीओडी.सं.डीआईआर.बीसी.151/सी.347-85 देखें जिसके अनुसार बचत जमाराशियों के मामले में ब्याज की गणना प्रत्येक कैलेंडर माह की 10 तारीख से अंतिम दिन तक की अवधि के दौरान जमा खाते में न्यूनतम शेष राशि पर की जाएगी ।   2. इसकी समीक्षा करने
आरबीआई/2009-10/169 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 25/03.05.33/2009-10 24 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक  प्रिय महोदय  बचत बैंक खाते पर दैनंदिन उत्पाद आधार पर ब्याज का भुगतान  कृपया 27 दिसंबर 1985 के निदेश डीबीओडी.सं.डीआईआर.बीसी.151/सी.347-85 देखें जिसके अनुसार बचत जमाराशियों के मामले में ब्याज की गणना प्रत्येक कैलेंडर माह की 10 तारीख से अंतिम दिन तक की अवधि के दौरान जमा खाते में न्यूनतम शेष राशि पर की जाएगी ।   2. इसकी समीक्षा करने
सितंबर 18, 2009
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - एमएसएमइडी अधिनियम, 2006 के तहत सेवा के अंतर्गत आनेवाले कार्यकलापों का श्रेणीकरण
आरबीआई/2009-10/164 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 24/04.09.01/2009-10 18 सितंबर 2009 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] प्रिय महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - एमएसएमइडी अधिनियम, 2006 के तहत सेवा के अंतर्गत आनेवाले कार्यकलापों का श्रेणीकरण प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 1 जुलाई 2009 के मास्टर परिपत्र के भाग I के पैरा 2.1.1 और 2.1.2 के अनुसार, छोटे उद्यमों को ऋण में माइक्रो औ
आरबीआई/2009-10/164 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 24/04.09.01/2009-10 18 सितंबर 2009 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] प्रिय महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - एमएसएमइडी अधिनियम, 2006 के तहत सेवा के अंतर्गत आनेवाले कार्यकलापों का श्रेणीकरण प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 1 जुलाई 2009 के मास्टर परिपत्र के भाग I के पैरा 2.1.1 और 2.1.2 के अनुसार, छोटे उद्यमों को ऋण में माइक्रो औ
सितंबर 17, 2009
ऑटिसम, दिमागी पक्षाघात, मानसिक मंदन एवं बहुविध विकलांगता वाले व्यक्तियों के कल्याण हेतु राष्ट्रीय न्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत स्थापित स्थानीय स्तर की समितियों के संबंध में सूचना का प्रदर्शन
आरबीआइ/2009-10/161 ग्राआऋावि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 22/07.40.06/2009-10 17 सितंबर 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय ऑटिसम, दिमागी पक्षाघात, मानसिक मंदन एवं बहुविध विकलांगता वाले व्यक्तियों के कल्याण हेतु राष्ट्रीय न्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत स्थापित स्थानीय स्तर की समितियों के संबंध में सूचना का प्रदर्शन कृपया 20 नवंबर 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋावि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 37/ 07.40.06/ 2007-08 देखें, जिसमें बैंकों को सूचित किया गया है कि वे
आरबीआइ/2009-10/161 ग्राआऋावि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 22/07.40.06/2009-10 17 सितंबर 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय ऑटिसम, दिमागी पक्षाघात, मानसिक मंदन एवं बहुविध विकलांगता वाले व्यक्तियों के कल्याण हेतु राष्ट्रीय न्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत स्थापित स्थानीय स्तर की समितियों के संबंध में सूचना का प्रदर्शन कृपया 20 नवंबर 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋावि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 37/ 07.40.06/ 2007-08 देखें, जिसमें बैंकों को सूचित किया गया है कि वे
सितंबर 16, 2009
कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, अस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ सं. 2009-10/160 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 23/07.37.02/2009-10 16 सितंबर 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक तथा जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, अस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरएफ.सं.बीसी.17/07.38.03/2008-09, 6 मार्च 2009 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.सं.बीसी.91/07.37.02/2008-09 तथा 26 जून 2009
आरबीआइ सं. 2009-10/160 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 23/07.37.02/2009-10 16 सितंबर 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक तथा जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, अस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरएफ.सं.बीसी.17/07.38.03/2008-09, 6 मार्च 2009 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.सं.बीसी.91/07.37.02/2008-09 तथा 26 जून 2009
सितंबर 14, 2009
आवास परियोजनाओं का वित्तपोषण -क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के पास संपत्ति दृष्टिबंधक रखने संबंधी जानकारी को पेंफ्लेटों/ब्रोशरों/विज्ञापनों में दर्शाने के लिए शर्तो और निबंधनों में शर्त को शामिल करना
आरबीआइ/2009-10/155ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. सं.21/03.05.033/2009-10 14 सितम्बर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, आवास परियोजनाओं का वित्तपोषण -क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के पास संपत्ति दृष्टिबंधक रखने संबंधी जानकारी को पेंफ्लेटों/ब्रोशरों/विज्ञापनों में दर्शाने के लिए शर्तो और निबंधनों में शर्त को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि माननीय मुंबई उच्च न्यायालय के न्यायाधिकरण के समक्ष आए एक मामले में माननीय उच्च न्यायालय ने यह पाया कि आवास विकास परियोजनाओ
आरबीआइ/2009-10/155ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. सं.21/03.05.033/2009-10 14 सितम्बर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, आवास परियोजनाओं का वित्तपोषण -क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के पास संपत्ति दृष्टिबंधक रखने संबंधी जानकारी को पेंफ्लेटों/ब्रोशरों/विज्ञापनों में दर्शाने के लिए शर्तो और निबंधनों में शर्त को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि माननीय मुंबई उच्च न्यायालय के न्यायाधिकरण के समक्ष आए एक मामले में माननीय उच्च न्यायालय ने यह पाया कि आवास विकास परियोजनाओ
सितंबर 11, 2009
आदाता खाता चेक का संग्रह - चेकों की राशि को तृतीय पक्षकार (थर्ड पार्टी) के खाते में जमा करने पर प्रतिबंध
आरबीआई / 2009-10/154 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 19/03.05.33/2009-10 11 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय आदाता खाता चेक का संग्रह - चेकों की राशि को तृतीय पक्षकार (थर्ड पार्टी) के खाते में जमा करने पर प्रतिबंध कृपया 27 अप्रैल 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ. बीसी.78/ 07.38.03/ 2005-06 देखां जिसके अनुसार बैंकों को मना किया था कि वे "आदाता खाता" चेकों को उनमें अंकित आदाता के नाम के सिवाय किसी दूसरे व्यक्ति के खाते में जमा न करें। 2. यह ब
आरबीआई / 2009-10/154 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 19/03.05.33/2009-10 11 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय आदाता खाता चेक का संग्रह - चेकों की राशि को तृतीय पक्षकार (थर्ड पार्टी) के खाते में जमा करने पर प्रतिबंध कृपया 27 अप्रैल 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ. बीसी.78/ 07.38.03/ 2005-06 देखां जिसके अनुसार बैंकों को मना किया था कि वे "आदाता खाता" चेकों को उनमें अंकित आदाता के नाम के सिवाय किसी दूसरे व्यक्ति के खाते में जमा न करें। 2. यह ब
सितंबर 11, 2009
कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामाीण बैंक
आरबीआइ सं. 2009-10/153 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 20/03.05.72/2009-10 11 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामाीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.सं.बीसी. 18/03.05.072/2008-09, 17 नवंबर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरआरबी.सं.बीसी.64/03.05.072/2008-0
आरबीआइ सं. 2009-10/153 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 20/03.05.72/2009-10 11 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना, 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामाीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.सं.बीसी. 18/03.05.072/2008-09, 17 नवंबर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरआरबी.सं.बीसी.64/03.05.072/2008-0
सितंबर 07, 2009
आदाता खाता चेक का संगह - चेकों की राशि को तृतीय पक्षकार (थर्ड पार्टी) के खाते में जमा करने पर प्रतिबंध
आरबीआई/2009-10/148 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.18/07.38.03/2009-10 7 सितंबर 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय आदाता खाता चेक का संगह - चेकों की राशि को तृतीय पक्षकार (थर्ड पार्टी) के खाते में जमा करने पर प्रतिबंध कृपया 27 अप्रैल 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 78/ 07.38.03/ 2005-06 देखें जिसके अनुसार बैंकों को मना किया गया था कि वे ’आदाता खाता’ चेकों को उनमें अंकित आदाता के नाम के सिवाय किसी दूसरे व्यक्ति के खाते में जमा
आरबीआई/2009-10/148 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.18/07.38.03/2009-10 7 सितंबर 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय आदाता खाता चेक का संगह - चेकों की राशि को तृतीय पक्षकार (थर्ड पार्टी) के खाते में जमा करने पर प्रतिबंध कृपया 27 अप्रैल 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 78/ 07.38.03/ 2005-06 देखें जिसके अनुसार बैंकों को मना किया गया था कि वे ’आदाता खाता’ चेकों को उनमें अंकित आदाता के नाम के सिवाय किसी दूसरे व्यक्ति के खाते में जमा
सितंबर 04, 2009
बैंककारी विनियम अधिनियम, 1949 की धारा 24 सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना
आरबीआई 2009-10/146 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 17/ 03.05.28(बी)/2009-10 4 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, बैंककारी विनियम अधिनियम, 1949 की धारा 24 सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया भारत सरकार के नकदी प्रबंधन बिल के जारी किए जाने के बारे में 10 अगस्त 2009 की रिज़र्व बैंक की प्रेस प्रकाशनी : 2009 - 2010/227 देखें। हम सूचित करते हैं कि प्रस्तावित नकदी प्रबंधन बिल को 14 फरवरी 2008 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं. 8483/03.05.28
आरबीआई 2009-10/146 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 17/ 03.05.28(बी)/2009-10 4 सितंबर 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय, बैंककारी विनियम अधिनियम, 1949 की धारा 24 सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया भारत सरकार के नकदी प्रबंधन बिल के जारी किए जाने के बारे में 10 अगस्त 2009 की रिज़र्व बैंक की प्रेस प्रकाशनी : 2009 - 2010/227 देखें। हम सूचित करते हैं कि प्रस्तावित नकदी प्रबंधन बिल को 14 फरवरी 2008 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.सं. 8483/03.05.28
अगस्त 24, 2009
संपार्श्विक रहित ऋण - माइक्रो और लघु उद्यम(एमएसई)
भारिबै/2009-10/129 ग्राआऋवि.एसएमईएंडएनएफएस.बीसी.सं.16/06.02.31(पी)/2009-10 24 अगस्त 2009 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित) महोदय, संपार्श्विक रहित ऋण - माइक्रो और लघु उद्यम(एमएसई) कृपया दिनांक 20 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. एसएमई एंड एनएफएस. बीसी.सं. 84ए/ 06.02.31(पी)/2008-09 देखें जो एमएसएमइडी अधिनियम , 2006 के अंतर्गत परिभाषितानुसार एमएसई क्षेत्र (उत्पादक तथा सेवा उद्यम दोनों ) की
भारिबै/2009-10/129 ग्राआऋवि.एसएमईएंडएनएफएस.बीसी.सं.16/06.02.31(पी)/2009-10 24 अगस्त 2009 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित) महोदय, संपार्श्विक रहित ऋण - माइक्रो और लघु उद्यम(एमएसई) कृपया दिनांक 20 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. एसएमई एंड एनएफएस. बीसी.सं. 84ए/ 06.02.31(पी)/2008-09 देखें जो एमएसएमइडी अधिनियम , 2006 के अंतर्गत परिभाषितानुसार एमएसई क्षेत्र (उत्पादक तथा सेवा उद्यम दोनों ) की
अगस्त 13, 2009
आवास वित्त
आरबीआई /2009-10/120 ग्राआऋवि.केंका.आरसीबीडी.बीसी.सं.15 /03.03.01/2009-10  13 अगस्त 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय आवास वित्त कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 5 जुलाई 1997 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएनएफएस.बीसी. 04 /06.11.02 / 97-98 तथा 24 फरवरी 1995 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएनएफएस.बीसी.122 /06.11.02 /94-95 के साथ पठित दिनांक 31 अक्तूबर 1997 का परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएनएफएस. बीसी.51/ 06.11.02/97-98 देखें। वर्तमान अनुदेशों के अनुसार, रा
आरबीआई /2009-10/120 ग्राआऋवि.केंका.आरसीबीडी.बीसी.सं.15 /03.03.01/2009-10  13 अगस्त 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक प्रिय महोदय आवास वित्त कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 5 जुलाई 1997 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएनएफएस.बीसी. 04 /06.11.02 / 97-98 तथा 24 फरवरी 1995 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएनएफएस.बीसी.122 /06.11.02 /94-95 के साथ पठित दिनांक 31 अक्तूबर 1997 का परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएनएफएस. बीसी.51/ 06.11.02/97-98 देखें। वर्तमान अनुदेशों के अनुसार, रा
अगस्त 04, 2009
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 (सहकारी सोसाइटियों को यथालागू) - राज्य सहकारी बैंकों द्वारा नए स्थान पर कारोबार करने के लिए नीति
आरबीआई/2009-10/114 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 14/07.06.00/2009-10 4 अगस्त 2009 12 श्रावण 1931 (शक) सभी राज्य सहकारी बैंक महोदय / महोदया, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 (सहकारी सोसाइटियों को यथालागू) - राज्य सहकारी बैंकों द्वारा नए स्थान पर कारोबार करने के लिए नीति बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 (सहकारी सोसाइटियों को यथालागू) की धारा 23 के अंतर्गत राज्य सहकारी बैंकों द्वारा नए स्थान पर कारोबार करने की नीति की समीक्षा करने पर निम्नलिखित मानदंड अपनाने का निर
आरबीआई/2009-10/114 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 14/07.06.00/2009-10 4 अगस्त 2009 12 श्रावण 1931 (शक) सभी राज्य सहकारी बैंक महोदय / महोदया, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 (सहकारी सोसाइटियों को यथालागू) - राज्य सहकारी बैंकों द्वारा नए स्थान पर कारोबार करने के लिए नीति बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 (सहकारी सोसाइटियों को यथालागू) की धारा 23 के अंतर्गत राज्य सहकारी बैंकों द्वारा नए स्थान पर कारोबार करने की नीति की समीक्षा करने पर निम्नलिखित मानदंड अपनाने का निर
अगस्त 04, 2009
आंतर बैंक सहभागिता
आरबीआई /2009-10/113 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 13/03.05.33/2009-10 4 अगस्त  2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय आंतर बैंक सहभागिता हमारे दिनांक 31 दिसंबर 1988 के परिपत्र डीबीओडी सं.बीपी.बीसी.57/62-88 (प्रति संलग्न) के अनुसार अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के लिए एक आंतर बैंक सहभागिता प्रमाणपत्र (आइबीपीसी) योजना आरंभ की गई थी । 2. यह निर्णय लिया गया है कि अब से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों को 180 दिनों की अवधि के लिए जोखिम में हिस
आरबीआई /2009-10/113 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 13/03.05.33/2009-10 4 अगस्त  2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय आंतर बैंक सहभागिता हमारे दिनांक 31 दिसंबर 1988 के परिपत्र डीबीओडी सं.बीपी.बीसी.57/62-88 (प्रति संलग्न) के अनुसार अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के लिए एक आंतर बैंक सहभागिता प्रमाणपत्र (आइबीपीसी) योजना आरंभ की गई थी । 2. यह निर्णय लिया गया है कि अब से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों को 180 दिनों की अवधि के लिए जोखिम में हिस
जुलाई 01, 2009
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता पर विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई/2009-10/92 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 11/03.05.33/2009-10 01 जुलाई  2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता पर विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी. बीसी. सं.18/03.05.072/ 2008-09; 17 नवंबर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 64/ 03.05.072/ 2008-0
आरबीआई/2009-10/92 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 11/03.05.33/2009-10 01 जुलाई  2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता पर विवेकपूर्ण मानदंड - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी. बीसी. सं.18/03.05.072/ 2008-09; 17 नवंबर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 64/ 03.05.072/ 2008-0
जून 30, 2009
मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमएस) का मार्च 2009 के बाद भी जारी रहना
ग्राआऋवि.केंका.एसपी.बीसी.सं.117/09.03.01/2008-09 29 जून 2009 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक सार्वजनिक क्षेत्र के सभी भारतीय बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमएस) का मार्च 2009 के बाद भी जारी रहना कृपया 15 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं. 57/09.03.01/2007-08 देखां् जिसमें बैंकों को मार्च 2009 तक बकाया स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास को लक्ष्य बनाकर भारत सरकार द्वारा
ग्राआऋवि.केंका.एसपी.बीसी.सं.117/09.03.01/2008-09 29 जून 2009 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक सार्वजनिक क्षेत्र के सभी भारतीय बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना (एसआरएमएस) का मार्च 2009 के बाद भी जारी रहना कृपया 15 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं. 57/09.03.01/2007-08 देखां् जिसमें बैंकों को मार्च 2009 तक बकाया स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास को लक्ष्य बनाकर भारत सरकार द्वारा
जून 26, 2009
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता पर विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआई/2008-09/ 512ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.116/ 07.37.02/2008-09 26 जून 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता पर विवेकपूर्ण मानदंड - कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.17 / 07.38. 03 / 2008 - 09; 17 नवंबर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 69/ 07. 37. 02 / 2008 - 09 और 6 मार्च 2009 का परिपत्र
आरबीआई/2008-09/ 512ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.116/ 07.37.02/2008-09 26 जून 2009 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता पर विवेकपूर्ण मानदंड - कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.17 / 07.38. 03 / 2008 - 09; 17 नवंबर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 69/ 07. 37. 02 / 2008 - 09 और 6 मार्च 2009 का परिपत्र
जून 22, 2009
संपत्ति का मूल्यन - मूल्यनकर्ताओं का पैनल
आरबीआई /2008 - 2009/506ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 115 /03.05.33/2008-09 22 जून 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, संपत्ति का मूल्यन - मूल्यनकर्ताओं का पैनल यह पाया गया है कि भिन्न - भिन्न बैंक संपत्तियों के मूल्यन तथा इस प्रयोजन से मूल्यनकर्ताओं की नियुक्ति के लिए अलग-अलग नीतियों का प्रयोग करते हैं । बैंकों द्वारा स्वाधिकृत निर्धारित आस्तियों तथा अपने अग्रिम संविभाग के एक बड़े हिस्से के लिए संपार्श्विक के रूप में स्वीकृत आस्तियों के सही और वास्तविक मूल्यन का मु
आरबीआई /2008 - 2009/506ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 115 /03.05.33/2008-09 22 जून 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, संपत्ति का मूल्यन - मूल्यनकर्ताओं का पैनल यह पाया गया है कि भिन्न - भिन्न बैंक संपत्तियों के मूल्यन तथा इस प्रयोजन से मूल्यनकर्ताओं की नियुक्ति के लिए अलग-अलग नीतियों का प्रयोग करते हैं । बैंकों द्वारा स्वाधिकृत निर्धारित आस्तियों तथा अपने अग्रिम संविभाग के एक बड़े हिस्से के लिए संपार्श्विक के रूप में स्वीकृत आस्तियों के सही और वास्तविक मूल्यन का मु
जून 18, 2009
नियत्रक कार्यालय का क्षेत्रीय कार्यालय के रूप में पुनर्नामकरण- ‘‘क्षेत्रीय गामीण बैंक ’’
आरबीआई/2008-09/504गाआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.स. 114 /03.05.90-ए/2008-09 18 जून 2009 सभी क्षेत्रीय गामीण बैंक प्रिय महोदय नियत्रक कार्यालय का क्षेत्रीय कार्यालय के रूप में पुनर्नामकरण- ‘‘क्षेत्रीय गामीण बैंक ’’ कृपया उपर्युत्त विषय पर हमारे दिनाक 4 मई 2009 के परिपत्र गाआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.स. 101/ 03.05.90-ए/2008-09 के साथ पठित शाखा लाइसेंसिडग – क्षेत्रीय गामीण बैंक पर दिनाक 1 जुलाई 2008 के मास्टर परिपत्र गाआऋवि.केंका.आरआरबी.स.बीएल.बीसी.07/03.05.90-ए/2008-09 (आरबीआई/20
आरबीआई/2008-09/504गाआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.स. 114 /03.05.90-ए/2008-09 18 जून 2009 सभी क्षेत्रीय गामीण बैंक प्रिय महोदय नियत्रक कार्यालय का क्षेत्रीय कार्यालय के रूप में पुनर्नामकरण- ‘‘क्षेत्रीय गामीण बैंक ’’ कृपया उपर्युत्त विषय पर हमारे दिनाक 4 मई 2009 के परिपत्र गाआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.स. 101/ 03.05.90-ए/2008-09 के साथ पठित शाखा लाइसेंसिडग – क्षेत्रीय गामीण बैंक पर दिनाक 1 जुलाई 2008 के मास्टर परिपत्र गाआऋवि.केंका.आरआरबी.स.बीएल.बीसी.07/03.05.90-ए/2008-09 (आरबीआई/20
जून 16, 2009
आय - निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा अन्य संबंधित मामले
आरबीआइ /2008 - 09/498 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.113/07.37.02/2008-09 16 जून 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक तथा मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, आय - निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा अन्य संबंधित मामले राज्य सहकारी बैंकों / मध्यवर्ती सहकारी बैंकों द्वारा आगे उधार देने हेतु क्रमश: मध्यवर्ती सहकारी बैंकों / प्राथमिक कृषि ऋण समितियों को अल्पावधि कृषि अग्रिम तथा अन्य प्रयोजनों के लिए भी अग्रिम प्रदान किए जाते हैं। दिनांक 22 जून 1996 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं.बीसी.155
आरबीआइ /2008 - 09/498 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.113/07.37.02/2008-09 16 जून 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक तथा मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, आय - निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा अन्य संबंधित मामले राज्य सहकारी बैंकों / मध्यवर्ती सहकारी बैंकों द्वारा आगे उधार देने हेतु क्रमश: मध्यवर्ती सहकारी बैंकों / प्राथमिक कृषि ऋण समितियों को अल्पावधि कृषि अग्रिम तथा अन्य प्रयोजनों के लिए भी अग्रिम प्रदान किए जाते हैं। दिनांक 22 जून 1996 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं.बीसी.155
जून 03, 2009
संपत्ति का मूल्यन - मूल्यनकर्ताओं का पैनल
आरबीआई/2008 - 2009/490 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.112/07.37.02/2008-09 3 जून 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, संपत्ति का मूल्यन - मूल्यनकर्ताओं का पैनल यह पाया गया है कि भिन्न - भिन्न बैंक संपत्तियों के मूल्यन तथा इस प्रयोजन से मूल्यनकर्ताओं की नियुक्ति के लिए अलग-अलग नीतियों का प्रयोग करते हैं । बैंकों द्वारा स्वाधिकृत निर्धारित आस्तियों तथा अपने अग्रिम संविभाग के एक बड़े हिस्से के लिए संपार्श्विक के रूप में स्वीकृत आस्तियों के सही और व
आरबीआई/2008 - 2009/490 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.112/07.37.02/2008-09 3 जून 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, संपत्ति का मूल्यन - मूल्यनकर्ताओं का पैनल यह पाया गया है कि भिन्न - भिन्न बैंक संपत्तियों के मूल्यन तथा इस प्रयोजन से मूल्यनकर्ताओं की नियुक्ति के लिए अलग-अलग नीतियों का प्रयोग करते हैं । बैंकों द्वारा स्वाधिकृत निर्धारित आस्तियों तथा अपने अग्रिम संविभाग के एक बड़े हिस्से के लिए संपार्श्विक के रूप में स्वीकृत आस्तियों के सही और व
जून 02, 2009
निर्यात बढ़ाने के लिए एसएलबीसी की उप समिति
भारिबैं /2008-09/489ग्राआऋवि.एलबीएस.केंका.बीसी.सं.111/02.13.03/2008-09 2 जून 2009 एसएलबीसी/यूटीएलबीसी के सभी आयोजक बैंक (डाक सूची के अनुसार) प्रिय महोदय निर्यात बढ़ाने के लिए एसएलबीसी की उप समिति कृपया 17 सितंबर 2004 का आरबीआई परिपत्र डीबीओडी.आइईसीएस.सं.43/04.02.10/2004-05 (प्रति संलग्न) देखें जिसमें सभी वाणिज्य बैंकों को यह सूचित किया गया था कि वे राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) के अंतर्गत एक अलग उप समिति गठित करें ताकि राज्य स्तर पर निर्यातकों की शिकायतों पर च
भारिबैं /2008-09/489ग्राआऋवि.एलबीएस.केंका.बीसी.सं.111/02.13.03/2008-09 2 जून 2009 एसएलबीसी/यूटीएलबीसी के सभी आयोजक बैंक (डाक सूची के अनुसार) प्रिय महोदय निर्यात बढ़ाने के लिए एसएलबीसी की उप समिति कृपया 17 सितंबर 2004 का आरबीआई परिपत्र डीबीओडी.आइईसीएस.सं.43/04.02.10/2004-05 (प्रति संलग्न) देखें जिसमें सभी वाणिज्य बैंकों को यह सूचित किया गया था कि वे राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) के अंतर्गत एक अलग उप समिति गठित करें ताकि राज्य स्तर पर निर्यातकों की शिकायतों पर च
मई 29, 2009
RRBs - Submission of Certified Copies of Entries/Print Outs to Courts
RBI/2008-09/487 RPCD.CO.RRB.BC.No.110 @@NBSP@@/03.05.33/2008-09 May 29, 2009 The Chairman All Regional Rural Banks Dear Sir, The Bankers' Books Evidence Act, 1891 - Submission of @@NBSP@@Certified Copies of Entries / Print out to Courts In a recent case heard at the Court of a Civil Judge in Maharashtra, the Hon'ble Court advised Reserve Bank of India to instruct all banks that whenever they submit any data stored in their computer systems as evidence under Bankers' B
RBI/2008-09/487 RPCD.CO.RRB.BC.No.110 @@NBSP@@/03.05.33/2008-09 May 29, 2009 The Chairman All Regional Rural Banks Dear Sir, The Bankers' Books Evidence Act, 1891 - Submission of @@NBSP@@Certified Copies of Entries / Print out to Courts In a recent case heard at the Court of a Civil Judge in Maharashtra, the Hon'ble Court advised Reserve Bank of India to instruct all banks that whenever they submit any data stored in their computer systems as evidence under Bankers' B
मई 25, 2009
वाणिज्यिक रियल इस्टेट को त्रण देना
आरबीआई/2008-09/482ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 109/07.38.01/2008-09   25 मई 2009 सभी राज्य /मध्यवर्ती सहकारी बैंक (एसटीसीबी/सीसीबी) महोदय/ महोदया  वाणिज्यिक रियल इस्टेट को ऋण देना यह बात हमारे ध्यान में आई है कि कुछ राज्य सहकारी और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों ने वाणिज्यिक रियल इस्टेट क्षेत्र को वित्त प्रदान किया है। हम सूचित करते हैं कि ग्रामीण सहकारी बैंक की प्राथमिक भूमिका कृषि और ग्रामीण विकास से संबंधित कार्यकलापों के लिए ऋण देना है। इसके अलावा, संवेदनश
आरबीआई/2008-09/482ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 109/07.38.01/2008-09   25 मई 2009 सभी राज्य /मध्यवर्ती सहकारी बैंक (एसटीसीबी/सीसीबी) महोदय/ महोदया  वाणिज्यिक रियल इस्टेट को ऋण देना यह बात हमारे ध्यान में आई है कि कुछ राज्य सहकारी और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों ने वाणिज्यिक रियल इस्टेट क्षेत्र को वित्त प्रदान किया है। हम सूचित करते हैं कि ग्रामीण सहकारी बैंक की प्राथमिक भूमिका कृषि और ग्रामीण विकास से संबंधित कार्यकलापों के लिए ऋण देना है। इसके अलावा, संवेदनश
मई 25, 2009
माइक्रो और छोटे उद्यमों को ऋण प्रदान करना
आरबीआई/2008-09/483ग्राआऋवि.एसएमईएण्डएनएफएस.बीसी.सं.106/06.02.31(पी)/2008-09   25 मई 2009 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लोकल एरिया बैंकों सहित) प्रिय महोदय माइक्रो और छोटे उद्यमों को ऋण प्रदान करना    कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 16 दिसंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एसएमईएण्डएनएफएस. बीसी.सं.76/06.02.31(पी)/2008-09 देखें। इस संबंध में हम यह स्पष्ट करते हैं कि उसमें निहित दिशानिर्देश केवल अनुसूचित वाणिज्य बैंकों से
आरबीआई/2008-09/483ग्राआऋवि.एसएमईएण्डएनएफएस.बीसी.सं.106/06.02.31(पी)/2008-09   25 मई 2009 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लोकल एरिया बैंकों सहित) प्रिय महोदय माइक्रो और छोटे उद्यमों को ऋण प्रदान करना    कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 16 दिसंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एसएमईएण्डएनएफएस. बीसी.सं.76/06.02.31(पी)/2008-09 देखें। इस संबंध में हम यह स्पष्ट करते हैं कि उसमें निहित दिशानिर्देश केवल अनुसूचित वाणिज्य बैंकों से
मई 22, 2009
बैंकों में अदावी जमाराशियां तथा अपरिचालित /निक्रिय खाते
आरबीआइ/2008-09/481 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 108/03.58.33/2008-09 22 मई 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय , बैंकों में अदावी जमाराशियां तथा अपरिचालित /निक्रिय खाते बैंकों के पास अदावी जमाराशियों की प्रतिवर्ष बढ़ती हुई राशि तथा ऐसी जमाराशियों से संबद्ध अंतर्निहित जोखिम के परिप्रेक्ष्य में ऐसा महसूस किया जा रहा है कि जिन खाताधारकों के खाते अपरिचालित रहे हैं, उनका पता-ठिकाना ढूंढने में बैंकों को अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। इसके साथ ही, ग्राहकों के खातों के अ
आरबीआइ/2008-09/481 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 108/03.58.33/2008-09 22 मई 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय , बैंकों में अदावी जमाराशियां तथा अपरिचालित /निक्रिय खाते बैंकों के पास अदावी जमाराशियों की प्रतिवर्ष बढ़ती हुई राशि तथा ऐसी जमाराशियों से संबद्ध अंतर्निहित जोखिम के परिप्रेक्ष्य में ऐसा महसूस किया जा रहा है कि जिन खाताधारकों के खाते अपरिचालित रहे हैं, उनका पता-ठिकाना ढूंढने में बैंकों को अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। इसके साथ ही, ग्राहकों के खातों के अ
मई 22, 2009
अग्रणी बैंक योजना - तमिलनाडु राज्य में एक नये जिले तिरुप्पुर का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन
भारिबैं/2008-09/480ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 107/ 02.08.01/2008-09 मई 22, 2009 अध्यक्ष सभी अग्रणी बैंक प्रिय महोदय, अग्रणी बैंक योजना - तमिलनाडु राज्य में एक नये जिले तिरुप्पुर का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन राजस्व विभाग, तमिलनाडु सरकार, के दिनांक अक्तूबर 24, 2008 के अधिसूचना सं. जी ओ (एमएस) 618 के द्वारा तिरुप्पुर नाम से एक नये जिले का गठन किया है जिसे वर्तमान जिले कोयम्बतुर और इरोड से अलग करके बनाया गया हैं और इसमें तिरुप्पुर, अवनाशी, पल्लडम, दारापु
भारिबैं/2008-09/480ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 107/ 02.08.01/2008-09 मई 22, 2009 अध्यक्ष सभी अग्रणी बैंक प्रिय महोदय, अग्रणी बैंक योजना - तमिलनाडु राज्य में एक नये जिले तिरुप्पुर का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन राजस्व विभाग, तमिलनाडु सरकार, के दिनांक अक्तूबर 24, 2008 के अधिसूचना सं. जी ओ (एमएस) 618 के द्वारा तिरुप्पुर नाम से एक नये जिले का गठन किया है जिसे वर्तमान जिले कोयम्बतुर और इरोड से अलग करके बनाया गया हैं और इसमें तिरुप्पुर, अवनाशी, पल्लडम, दारापु
मई 15, 2009
इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पादों और बाहरी चेकों के संग्रहण के लिए सेवा प्रभार लगाना एवं अधिशेष क्लियरिडग निधियों के अंतरण के लिए प्रभारों का मानकीकरण
आरबीआई/2008-09/478 ग्राआऋवि.के.का.आरआरबी.बी.सी.सं. 105 / 03.05.33/2008-09 15 मई 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पादों और बाहरी चेकों के संग्रहण के लिए सेवा प्रभार लगाना एवं अधिशेष क्लियरिडग निधियों के अंतरण के लिए प्रभारों का मानकीकरण इसके साथ हमारे भुगतान और निपटान प्रणाली विभाग,केद्रीय कार्यालय द्वारा जारी दिनांक 8 जनवरी 2008 के परिपत्र डीपीएसएस.केका. सं.1001/03.01.02/2007-08, 20 जून 2008 का परिपत्र डीपीएसएस. केका.सं.2092/03.01.02(पी)/20
आरबीआई/2008-09/478 ग्राआऋवि.के.का.आरआरबी.बी.सी.सं. 105 / 03.05.33/2008-09 15 मई 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पादों और बाहरी चेकों के संग्रहण के लिए सेवा प्रभार लगाना एवं अधिशेष क्लियरिडग निधियों के अंतरण के लिए प्रभारों का मानकीकरण इसके साथ हमारे भुगतान और निपटान प्रणाली विभाग,केद्रीय कार्यालय द्वारा जारी दिनांक 8 जनवरी 2008 के परिपत्र डीपीएसएस.केका. सं.1001/03.01.02/2007-08, 20 जून 2008 का परिपत्र डीपीएसएस. केका.सं.2092/03.01.02(पी)/20
मई 13, 2009
बैंकिंग कंपनी (नामांकन) नियमावली, 1985 - नामांकन की प्राप्ति सूचना तथा पास बुक / मीयादी जमा रसीदों में नामिति का नाम दर्शाना
आरबीआई / 2008-09/477ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 103/03.05.28ए/2008-09 13 मई 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंकिंग कंपनी (नामांकन) नियमावली, 1985 - नामांकन की प्राप्ति सूचना तथा पास बुक / मीयादी जमा रसीदों में नामिति का नाम दर्शाना हमारे ध्यान में यह बात लाई गई है कि कुछ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में नामांकन करने, नामांकन को रद्द करने तथा अथवा उसमें परिवर्तन करने के विधिवत भरे गए संबंधित फार्म जमा किए जाने की सूचना देने की कोई प्रणाली नहीं है। साथ ही यह भी प
आरबीआई / 2008-09/477ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 103/03.05.28ए/2008-09 13 मई 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंकिंग कंपनी (नामांकन) नियमावली, 1985 - नामांकन की प्राप्ति सूचना तथा पास बुक / मीयादी जमा रसीदों में नामिति का नाम दर्शाना हमारे ध्यान में यह बात लाई गई है कि कुछ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में नामांकन करने, नामांकन को रद्द करने तथा अथवा उसमें परिवर्तन करने के विधिवत भरे गए संबंधित फार्म जमा किए जाने की सूचना देने की कोई प्रणाली नहीं है। साथ ही यह भी प
मई 07, 2009
बैंकों का निवेश संविभाग प्रतिभूतियों मेंलेनदेन
आरबीआई/2008-09/ 473 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 104  /07.37.02/2008-09 7  मई 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय बैंकों का निवेश संविभाग- प्रतिभूतियों में लेनदेन कृपया उपर्युक्त विषय पर हमारे दिनांक 23 मई 1995 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं.बीसी. 154 /07.02.08/ 94-95 तथा 13 जुलाइ 2005 के परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 14/07.02.03/2005-06 के साथ पठित दिनांक  4 सितंबर 1992 का परिपत्र ग्राआऋवि.सं. आरएफ.बीसी.17/ए. 4-92-93 देखें। 2.
आरबीआई/2008-09/ 473 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 104  /07.37.02/2008-09 7  मई 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय बैंकों का निवेश संविभाग- प्रतिभूतियों में लेनदेन कृपया उपर्युक्त विषय पर हमारे दिनांक 23 मई 1995 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं.बीसी. 154 /07.02.08/ 94-95 तथा 13 जुलाइ 2005 के परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 14/07.02.03/2005-06 के साथ पठित दिनांक  4 सितंबर 1992 का परिपत्र ग्राआऋवि.सं. आरएफ.बीसी.17/ए. 4-92-93 देखें। 2.
मई 04, 2009
नियंत्रक कार्यालय का क्षेत्रीय कार्यालय के रुप में पुनर्नामकरण - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआइ /2008-09/468ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.101/03.05.90-ए/2008-09                 04 मई 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, नियंत्रक कार्यालय का क्षेत्रीय कार्यालय के रुप में पुनर्नामकरण - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया शाखा लाइसेंसीकरण - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) पर 1 ज्लार्ई 2008 के हमारे मास्टर परिपत्र सं. ग्राआऋवि. केका. आरआरबी. सं.बीएल. बीसी.07/03.05.90-ए/ 2008-09 (आरबीआइ/
आरबीआइ /2008-09/468ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.101/03.05.90-ए/2008-09                 04 मई 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, नियंत्रक कार्यालय का क्षेत्रीय कार्यालय के रुप में पुनर्नामकरण - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक कृपया शाखा लाइसेंसीकरण - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) पर 1 ज्लार्ई 2008 के हमारे मास्टर परिपत्र सं. ग्राआऋवि. केका. आरआरबी. सं.बीएल. बीसी.07/03.05.90-ए/ 2008-09 (आरबीआइ/
मई 04, 2009
माइक्रो और छोटे उद्यम क्षेत्र को ऋण प्रदान करना
आरबीआई/2008-09/467ग्राआऋवि.एसएमइएण्डएनएफएस.बीसी.सं.102/06.04.01/2008-09 4 मई 2009 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय/महोदया माइक्रो और छोटे उद्यम क्षेत्र को ऋण प्रदान करना माइक्रो और छोटे उद्यम (एमएसई) क्षेत्र द्वारा विशेषत: संभाव्य रूप से व्यवहार्य रुग्ण इकाइयों के संबंध में अनुभव की जा रही समस्याओं का पता लगाने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने डॉ.के.सी.चक्रवर्ती,अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, पंज़्ााब नैशनल बैंक की अध्यक्षता में एक कार्यदल गठित किया था। 2. उक्त दल ने रिज़र्व
आरबीआई/2008-09/467ग्राआऋवि.एसएमइएण्डएनएफएस.बीसी.सं.102/06.04.01/2008-09 4 मई 2009 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय/महोदया माइक्रो और छोटे उद्यम क्षेत्र को ऋण प्रदान करना माइक्रो और छोटे उद्यम (एमएसई) क्षेत्र द्वारा विशेषत: संभाव्य रूप से व्यवहार्य रुग्ण इकाइयों के संबंध में अनुभव की जा रही समस्याओं का पता लगाने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने डॉ.के.सी.चक्रवर्ती,अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, पंज़्ााब नैशनल बैंक की अध्यक्षता में एक कार्यदल गठित किया था। 2. उक्त दल ने रिज़र्व
अप्रैल 24, 2009
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में नाम शामिल करना /में से नाम हटाना-क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई /2008-09/456 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी. बीसी. सं.99/ 03.05.100/2008-09 24 अप्रैल 2009   सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक   प्रिय महोदय,   भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में नाम शामिल करना /में से नाम हटाना-क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक   हम सूचित करते हैं कि दिनांक 18 मार्च 2009 के भारत के असाधारण राजपत्र (भाग III धारा 4)में प्रकाशित दिनांक 27 जनवरी 2009 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 7430/03.05.100/2008-09 द्वारा 8 समामेलित क्षेत्
आरबीआई /2008-09/456 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी. बीसी. सं.99/ 03.05.100/2008-09 24 अप्रैल 2009   सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक   प्रिय महोदय,   भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में नाम शामिल करना /में से नाम हटाना-क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक   हम सूचित करते हैं कि दिनांक 18 मार्च 2009 के भारत के असाधारण राजपत्र (भाग III धारा 4)में प्रकाशित दिनांक 27 जनवरी 2009 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 7430/03.05.100/2008-09 द्वारा 8 समामेलित क्षेत्
अप्रैल 24, 2009
बैंककार बही साक्ष्य अधिनियम, 1891 - प्रविष्टियों की सत्यापित प्रतिलिपियों/प्रिंट आउट की न्यायालयों में प्रस्तुति
आरबीआई/2008-09/457 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.100/07.38.03/2008-09 24 अप्रैल 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक तथा जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय बैंककार बही साक्ष्य अधिनियम, 1891 - प्रविष्टियों की सत्यापित प्रतिलिपियों/प्रिंट आउट की न्यायालयों में प्रस्तुति महाराष्ट्र के एक सिविल जज़ के न्यायालय में सुनवाई के दौरान हाल ही के एक मामले में माननीय न्यायालय ने भारतीय रिज़र्व बैंक को सूचित किया है कि वह सभी बैंकों को निर्देश दे कि जब भी वे बैंककार बही साक्ष्य अधिनियम, 1891 के
आरबीआई/2008-09/457 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.100/07.38.03/2008-09 24 अप्रैल 2009 सभी राज्य सहकारी बैंक तथा जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय बैंककार बही साक्ष्य अधिनियम, 1891 - प्रविष्टियों की सत्यापित प्रतिलिपियों/प्रिंट आउट की न्यायालयों में प्रस्तुति महाराष्ट्र के एक सिविल जज़ के न्यायालय में सुनवाई के दौरान हाल ही के एक मामले में माननीय न्यायालय ने भारतीय रिज़र्व बैंक को सूचित किया है कि वह सभी बैंकों को निर्देश दे कि जब भी वे बैंककार बही साक्ष्य अधिनियम, 1891 के
अप्रैल 21, 2009
बैंक शाखाओंएटीएम को विकलांगताग्रस्त व्यक्तियो की पहुंच के अनुरूप बनाने की की पहुंच के अनुरूप बनाने की आवश्यकता
आरबीआइ/2008-09/441 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.97/03.05.90-ए/2008-09  21 अप्रैल 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंक शाखाओं/एटीएम को विकलांगताग्रस्त व्यक्तियों की पहुंच के अनुरूप बनाने की आवश्यकता हमें भारत सरकार सहित अन्य लोगों से इस संबंध में अनेक सुझाव प्राप्त हो रहे हैं कि बैंक शाखाओं और एटीएम में व्हील चेयर का उपयोग करनेवालों के लिए रैम्प की व्यवस्था करके तथा मशीन की ऊंचाई को व्हील चेयर की ऊंचाई के समान बनाकर विकलांगताग्रस्त व्यक्तियों की पहुंच के लिए
आरबीआइ/2008-09/441 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.97/03.05.90-ए/2008-09  21 अप्रैल 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंक शाखाओं/एटीएम को विकलांगताग्रस्त व्यक्तियों की पहुंच के अनुरूप बनाने की आवश्यकता हमें भारत सरकार सहित अन्य लोगों से इस संबंध में अनेक सुझाव प्राप्त हो रहे हैं कि बैंक शाखाओं और एटीएम में व्हील चेयर का उपयोग करनेवालों के लिए रैम्प की व्यवस्था करके तथा मशीन की ऊंचाई को व्हील चेयर की ऊंचाई के समान बनाकर विकलांगताग्रस्त व्यक्तियों की पहुंच के लिए
अप्रैल 21, 2009
बैंक की शाखाओं में सुरक्षा व्यवस्था - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई/2008-09/443 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 98 / 03.05.28/2008-09 21 अप्रैल 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक   प्रिय महोदय,   बैंक की शाखाओं में सुरक्षा व्यवस्था - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक   वर्तमान कानून और व्यवस्था की स्थिति तथा असामाजिक / आतंकवादी संगठनों द्वारा किए जा रहे विनाशकारी कृत्यों एवं बैंक चूंकि ऐसे घटकों के प्रहार्य लक्ष्य होते हैं इसलिए बैंक शाखाओं की सुरक्षा के लिए कड़े सुरक्षा मानदंडों का पालन करना अनिवार्य हो गया है। 2. अत: बैं
आरबीआई/2008-09/443 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 98 / 03.05.28/2008-09 21 अप्रैल 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक   प्रिय महोदय,   बैंक की शाखाओं में सुरक्षा व्यवस्था - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक   वर्तमान कानून और व्यवस्था की स्थिति तथा असामाजिक / आतंकवादी संगठनों द्वारा किए जा रहे विनाशकारी कृत्यों एवं बैंक चूंकि ऐसे घटकों के प्रहार्य लक्ष्य होते हैं इसलिए बैंक शाखाओं की सुरक्षा के लिए कड़े सुरक्षा मानदंडों का पालन करना अनिवार्य हो गया है। 2. अत: बैं
अप्रैल 13, 2009
इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पादों और बाहरी चेकों के संग्रहण के लिए सेवा प्रभार लगाना एवं अधिशेष क्लियरिडग निधियों के अंतरण के लिए प्रभारों का मानकीकरण
आरबीआई/2008-09/432 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.95/07.06.00/2008-09 13 अप्रैल 2009 23 चैत्र शक 1931     सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक   महोदय / महोदया   इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पादों और बाहरी चेकों के संग्रहण के लिए सेवा प्रभार लगाना एवं अधिशेष क्लियरिडग निधियों के अंतरण के लिए प्रभारों का मानकीकरण   इसके साथ हमारे भुगतान और निपटान प्रणाली विभाग, केद्रीय कार्यालय द्वारा जारी दिनांक 8 जनवरी 2008 के परिपत्र डीपीएसएस.केका.सं.10
आरबीआई/2008-09/432 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.95/07.06.00/2008-09 13 अप्रैल 2009 23 चैत्र शक 1931     सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक   महोदय / महोदया   इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पादों और बाहरी चेकों के संग्रहण के लिए सेवा प्रभार लगाना एवं अधिशेष क्लियरिडग निधियों के अंतरण के लिए प्रभारों का मानकीकरण   इसके साथ हमारे भुगतान और निपटान प्रणाली विभाग, केद्रीय कार्यालय द्वारा जारी दिनांक 8 जनवरी 2008 के परिपत्र डीपीएसएस.केका.सं.10
अप्रैल 13, 2009
सहकारी बैंक (नामांकन) नियमावली, 1985 - नामांकन की प्राप्ति सूचना तथा पास बुक / मीयादी जमा रसीदों में नामिती का नमा दर्शाना
आरबीआई/2008-09/430 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 96 /07.38.01/2008-09 13 अप्रैल 2009 सभी राज्य /मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय सहकारी बैंक (नामांकन) नियमावली, 1985 - नामांकन की प्राप्ति सूचना तथा पास बुक / मीयादी जमा रसीदों में नामिती का नमा दर्शाना जैसा कि आप जानते हैं, सहकारी बैंक (नामांकन) नियमावली, 1985 के नियम 2(9), 3(8) और 4(9) के अनुसार बैंकों को नामांकन करने, नामांकन को रद्द करने तथा/अथवा उसमें परिवर्तन करने के विधिवत भरे गए संबंधित फार्म जमा किए जाने की सूचना जमा
आरबीआई/2008-09/430 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 96 /07.38.01/2008-09 13 अप्रैल 2009 सभी राज्य /मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय सहकारी बैंक (नामांकन) नियमावली, 1985 - नामांकन की प्राप्ति सूचना तथा पास बुक / मीयादी जमा रसीदों में नामिती का नमा दर्शाना जैसा कि आप जानते हैं, सहकारी बैंक (नामांकन) नियमावली, 1985 के नियम 2(9), 3(8) और 4(9) के अनुसार बैंकों को नामांकन करने, नामांकन को रद्द करने तथा/अथवा उसमें परिवर्तन करने के विधिवत भरे गए संबंधित फार्म जमा किए जाने की सूचना जमा
मार्च 26, 2009
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा एसएलआर/अनुमोदित प्रतिभूतियों में किए गए निवेश का मूल्यन
स्पीड पोस्ट   आरबीआई /2008-09/420 आरपीसीडी.आरआरबी.बीसी.सं.94/03.05.34/2008-09 26 मार्च 2009   अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक /प्रायोाक बैंक   प्रिय महोदय   क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा एसएलआर/अनुमोदित प्रतिभूतियों में किए गए निवेश का मूल्यन   कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 08 मई 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी. बीसी. सं.87/03.05.34/2006-07 देखें।    2. मामले की जांच करने पर यह निर्णय लिया गया है कि क्षेत्रीय ग्रामीण बेंक
स्पीड पोस्ट   आरबीआई /2008-09/420 आरपीसीडी.आरआरबी.बीसी.सं.94/03.05.34/2008-09 26 मार्च 2009   अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक /प्रायोाक बैंक   प्रिय महोदय   क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा एसएलआर/अनुमोदित प्रतिभूतियों में किए गए निवेश का मूल्यन   कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 08 मई 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी. बीसी. सं.87/03.05.34/2006-07 देखें।    2. मामले की जांच करने पर यह निर्णय लिया गया है कि क्षेत्रीय ग्रामीण बेंक
मार्च 23, 2009
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआई सं. 2008-09/413 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. सं. 92/03.05.072/2008-09   23 मार्च 2009   सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक   प्रिय महोदय   कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड   कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.18/03.05.072/2008-09 और 17 नवम्बर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. बीसी.सं.64/03.05.072/200
आरबीआई सं. 2008-09/413 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. सं. 92/03.05.072/2008-09   23 मार्च 2009   सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक   प्रिय महोदय   कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड   कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.18/03.05.072/2008-09 और 17 नवम्बर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी. बीसी.सं.64/03.05.072/200
मार्च 06, 2009
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआई सं. 2008-09/404 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. सं. 91/07.37.02/2008-09 06 मार्च  2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक   प्रिय महोदय   कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड   कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.17/07.38.03/2008-09 और 17 नवम्बर 2008 का  परिपत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ. बीसी.सं.6
आरबीआई सं. 2008-09/404 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. सं. 91/07.37.02/2008-09 06 मार्च  2009 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक   प्रिय महोदय   कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड   कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.17/07.38.03/2008-09 और 17 नवम्बर 2008 का  परिपत्र ग्राआऋवि.केंका. आरएफ. बीसी.सं.6
फ़रवरी 27, 2009
पश्चिम बंगाल में पोल्ट्री युनिटों के लिए बैंकों द्वारा किए जानेवाले राहत उपायों पर दिशानिर्देश
आरबीआई/2008-09/396 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं. 90/05.04.02/2008-09 27 फरवरी 2009 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक   प्रिय महोदय,   पश्चिम बंगाल में पोल्ट्री युनिटों के लिए बैंकों द्वारा किए जानेवाले राहत उपायों पर दिशानिर्देश   कृपया दिनांक 19 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं. 48/ 05.04.02/2007-08 देखें जिसमें पोल्ट्री उद्योग को राहत देने के लिए कतिपय राहत उपायों की घोषणा की गई थी। 2. उक्त र
आरबीआई/2008-09/396 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं. 90/05.04.02/2008-09 27 फरवरी 2009 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक   प्रिय महोदय,   पश्चिम बंगाल में पोल्ट्री युनिटों के लिए बैंकों द्वारा किए जानेवाले राहत उपायों पर दिशानिर्देश   कृपया दिनांक 19 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं. 48/ 05.04.02/2007-08 देखें जिसमें पोल्ट्री उद्योग को राहत देने के लिए कतिपय राहत उपायों की घोषणा की गई थी। 2. उक्त र
फ़रवरी 18, 2009
बैंकों में अदावी जमाराशियां तथा अपरिचालित /निक्रिय खाते
आरबीआइ/2008-09/386ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी. 89/07.38.01/2008-09 18 फरवरी 2009   सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक   महोदय ,   बैंकों में अदावी जमाराशियां तथा अपरिचालित /निक्रिय खाते   बैंकों के पास अदावी जमाराशियों की प्रतिवर्ष बढ़ती हुई राशि तथा ऐसी जमाराशियों से संबद्ध अंतर्निहित जोखिम के परिप्रेक्ष्य में ऐसा महसूस किया जा रहा है कि जिन खाताधारकों के खाते अपरिचालित रहे हैं, उनका पता-ठिकाना ढूंढने में बैंकों को अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। इसक
आरबीआइ/2008-09/386ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी. 89/07.38.01/2008-09 18 फरवरी 2009   सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक   महोदय ,   बैंकों में अदावी जमाराशियां तथा अपरिचालित /निक्रिय खाते   बैंकों के पास अदावी जमाराशियों की प्रतिवर्ष बढ़ती हुई राशि तथा ऐसी जमाराशियों से संबद्ध अंतर्निहित जोखिम के परिप्रेक्ष्य में ऐसा महसूस किया जा रहा है कि जिन खाताधारकों के खाते अपरिचालित रहे हैं, उनका पता-ठिकाना ढूंढने में बैंकों को अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। इसक
फ़रवरी 06, 2009
चेक क्लियरिडग में विलंब - राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष 2006 का मामला संख्या 82
आरबीआई / 2008-09 /378 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 88/07.06.00 /2008-09 6 फरवरी 2009 17 माघ, शक 1930 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय/महोदया, चेक क्लियरिडग में विलंब - राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष 2006 का मामला संख्या 82 जैसा कि आपको विदित है, अगस्त 2006 के दौरान उपभोक्ता सुरक्षा अधिनियम, 1986 के अंतर्गत राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष एक मामला दर्ज किया गया था जिसमें चेक क्लियरिडग में विलंब और विशेष रूप से, स्था
आरबीआई / 2008-09 /378 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 88/07.06.00 /2008-09 6 फरवरी 2009 17 माघ, शक 1930 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय/महोदया, चेक क्लियरिडग में विलंब - राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष 2006 का मामला संख्या 82 जैसा कि आपको विदित है, अगस्त 2006 के दौरान उपभोक्ता सुरक्षा अधिनियम, 1986 के अंतर्गत राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष एक मामला दर्ज किया गया था जिसमें चेक क्लियरिडग में विलंब और विशेष रूप से, स्था
फ़रवरी 05, 2009
चेक क्लियरिडग में विलंब - राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष 2006 का मामला संख्या 82
आरबीआई / 2008-09 /377 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 87/03.05.33 /2008-09 5 फरवरी 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया, चेक क्लियरिडग में विलंब - राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष 2006 का मामला संख्या 82 जैसा कि आपको विदित है, अगस्त 2006 के दौरान उपभोक्ता सुरक्षा अधिनियम, 1986 के अंतर्गत राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष एक मामला दर्ज किया गया था जिसमें चेक क्लियरिडग में विलंब और विशेष रूप से, स्थानीय और अंतर -सिटी क्लियरिडग में
आरबीआई / 2008-09 /377 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 87/03.05.33 /2008-09 5 फरवरी 2009 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया, चेक क्लियरिडग में विलंब - राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष 2006 का मामला संख्या 82 जैसा कि आपको विदित है, अगस्त 2006 के दौरान उपभोक्ता सुरक्षा अधिनियम, 1986 के अंतर्गत राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष एक मामला दर्ज किया गया था जिसमें चेक क्लियरिडग में विलंब और विशेष रूप से, स्थानीय और अंतर -सिटी क्लियरिडग में
फ़रवरी 04, 2009
वित्तीय साक्षरता और ऋण सलाह केद्र (एफएलसीसी) - मॉडल योजना
भारिबैं / 2008-09/371 ग्राआऋवि.केका.एमएफएफआइ.बीसी.सं. 86/12.01.18/2008-09   4 फरवरी 2009   अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सहित )   महोदय / महोदया,   वित्तीय साक्षरता और ऋण सलाह केद्र (एफएलसीसी) - मॉडल योजना   रिज़र्व बैंक द्वारा कृषि ऋण की क्रियाविधियों और प्रक्रियाओं की जांच करने के लिए गठित कार्यकारी दल (अध्यक्ष : श्री सी.पी.स्वर्णकार ) ने अपनी रिपोर्ट (अप्रैल 2007) में यह
भारिबैं / 2008-09/371 ग्राआऋवि.केका.एमएफएफआइ.बीसी.सं. 86/12.01.18/2008-09   4 फरवरी 2009   अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सहित )   महोदय / महोदया,   वित्तीय साक्षरता और ऋण सलाह केद्र (एफएलसीसी) - मॉडल योजना   रिज़र्व बैंक द्वारा कृषि ऋण की क्रियाविधियों और प्रक्रियाओं की जांच करने के लिए गठित कार्यकारी दल (अध्यक्ष : श्री सी.पी.स्वर्णकार ) ने अपनी रिपोर्ट (अप्रैल 2007) में यह
जनवरी 15, 2009
अग्रणी बैंक योजना - हरियाणा राज्य में नये जिले पलवल का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन
भारिबैं/2008-09/351 ग्राआऋवि. केंका. एलबीएस.बी सी सं.84/02.08.01/2008-09 जनवरी 15, 2009   अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक,   प्रिय महोदय,   अग्रणी बैंक योजना - हरियाणा राज्य में नये जिले पलवल का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन   राजस्व तथा आपदा प्रबंधन विभाग, हरियाणा सरकार, के दिनांक 13 अगस्त 2008 के अधिसूचना सं. का.आ.69/पं.अ.17/1887/धा.5/2008 के द्वारा पलवल नाम केध नये जिले का गठन किया है जिसे वर्तमान फरीदाबाद और मेवात जिले से अलग करके बनाया गया
भारिबैं/2008-09/351 ग्राआऋवि. केंका. एलबीएस.बी सी सं.84/02.08.01/2008-09 जनवरी 15, 2009   अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक,   प्रिय महोदय,   अग्रणी बैंक योजना - हरियाणा राज्य में नये जिले पलवल का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन   राजस्व तथा आपदा प्रबंधन विभाग, हरियाणा सरकार, के दिनांक 13 अगस्त 2008 के अधिसूचना सं. का.आ.69/पं.अ.17/1887/धा.5/2008 के द्वारा पलवल नाम केध नये जिले का गठन किया है जिसे वर्तमान फरीदाबाद और मेवात जिले से अलग करके बनाया गया
जनवरी 06, 2009
अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह संघ शासित राज्य मे नये जिलों का गठन - अग्रणी बैंक दायित्व सौंपना
भारिबैं / 2008-09 /347भारिबैं/2008-09/347 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी.सं. 83 /02.08.01/2008-09 06 जनवरी 2009अध्यक्षसभी अग्रणी बैंकमहोदय,अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह संघ शासित राज्य मे नये जिलों का गठन - अग्रणी बैंक दायित्व सौंपना राजस्व विभाग, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, प्रशासन ने दिनांक 17 अगस्त 2006 की अपनी राजपत्र संख्या 153 एवं अधिसूचना सं.147/2006/एफ.सं.3-195/2002-एलएसजी,(रेव्यू) द्वारा दिनांक अगस्त 18, 2006 से वर्तमान जिला अंडमान को विस्थापित कर दक्षिण अंडमान
भारिबैं / 2008-09 /347भारिबैं/2008-09/347 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी.सं. 83 /02.08.01/2008-09 06 जनवरी 2009अध्यक्षसभी अग्रणी बैंकमहोदय,अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह संघ शासित राज्य मे नये जिलों का गठन - अग्रणी बैंक दायित्व सौंपना राजस्व विभाग, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, प्रशासन ने दिनांक 17 अगस्त 2006 की अपनी राजपत्र संख्या 153 एवं अधिसूचना सं.147/2006/एफ.सं.3-195/2002-एलएसजी,(रेव्यू) द्वारा दिनांक अगस्त 18, 2006 से वर्तमान जिला अंडमान को विस्थापित कर दक्षिण अंडमान
जनवरी 05, 2009
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×/2008-09/345 x्रख्र्–ख्र्=दृद्म्ख्र्आरबीआइ/2008-09/345 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं.82 /03.05.28(बी) /2008-09 5 ज़नवरी 2009सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 03 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 59 / 03.05.28(बी)/2008-2009 (आरबीआइ / 2008-09/264) देखें।2. मौाझदा वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थि
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×/2008-09/345 x्रख्र्–ख्र्=दृद्म्ख्र्आरबीआइ/2008-09/345 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं.82 /03.05.28(बी) /2008-09 5 ज़नवरी 2009सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 03 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 59 / 03.05.28(बी)/2008-2009 (आरबीआइ / 2008-09/264) देखें।2. मौाझदा वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थि
जनवरी 05, 2009
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×/2008-09/344 x्रख्र्–ख्र्=दृद्म्ख्र्आरबीआइ/2008-09/344 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी सं.81 /07.02.01 /2008-09 5 ज़नवरी 2009 सभी अनुसूचित राज़्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 03 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 57 / 07.02.01/2008-2009 देखें।2. मौज़ूदा वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक स्थिति की समीक्षा करने पर तथा 2 ज़नवरी 2009 की भार
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×/2008-09/344 x्रख्र्–ख्र्=दृद्म्ख्र्आरबीआइ/2008-09/344 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी सं.81 /07.02.01 /2008-09 5 ज़नवरी 2009 सभी अनुसूचित राज़्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 03 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 57 / 07.02.01/2008-2009 देखें।2. मौज़ूदा वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक स्थिति की समीक्षा करने पर तथा 2 ज़नवरी 2009 की भार
दिसंबर 30, 2008
एसएलबीसी बैठकों में एमएसएमइ क्षेत्र से संबंधित मामलों को शामिल करना
आरबीआइ / 2008-09/334 ग्राआऋवि.एलबीएस.केका.बीसी.सं. 79 /02-01.01/2008-0930 दिसंबर 2008 अध्यक्ष / कार्यपालक निदेशक सभी एसएलबीसी संयोजक बैंक (डाक सूची के अनुसार ) महोदय / महोदया,एसएलबीसी बैठकों में एमएसएमइ क्षेत्र से संबंधित मामलों को शामिल करनाजैसाकि आपको ज्ञात है, अपेक्षित क्षेत्रों को पर्याप्त मात्रा में और समय पर ऋण प्रदान करना सुनिश्चित करने हेतु, राज्य और केद्र सरकार की बैंकों और एजेंसियों के बीच समन्वय हेतु राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) एक विवेचनात्मक केद्
आरबीआइ / 2008-09/334 ग्राआऋवि.एलबीएस.केका.बीसी.सं. 79 /02-01.01/2008-0930 दिसंबर 2008 अध्यक्ष / कार्यपालक निदेशक सभी एसएलबीसी संयोजक बैंक (डाक सूची के अनुसार ) महोदय / महोदया,एसएलबीसी बैठकों में एमएसएमइ क्षेत्र से संबंधित मामलों को शामिल करनाजैसाकि आपको ज्ञात है, अपेक्षित क्षेत्रों को पर्याप्त मात्रा में और समय पर ऋण प्रदान करना सुनिश्चित करने हेतु, राज्य और केद्र सरकार की बैंकों और एजेंसियों के बीच समन्वय हेतु राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) एक विवेचनात्मक केद्
दिसंबर 19, 2008
प्रोसेसिंग शुल्क / प्रभारों से संबंधित जानकारी प्रकट करना
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न् / 2008-09/328आरबीआई / 2008-09/328 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.78/07.38.01/2008-0919 दिसंबर 2008सभी राज्य सहकारी बैंक और मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय महोदय,प्रोसेसिंग शुल्क / प्रभारों से संबंधित जानकारी प्रकट करनाबैंकों द्वारा अधिक ब्याज लगाए जाने की शिकायतों के संबंध में कृपया हमारा दिनांक 16 मई 2007 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. सं. 93/07.38.01/2006-07 देखें जिसमें राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों को यह सूचित किया गया था कि वे उचित आंतरिक स
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न् / 2008-09/328आरबीआई / 2008-09/328 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.78/07.38.01/2008-0919 दिसंबर 2008सभी राज्य सहकारी बैंक और मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय महोदय,प्रोसेसिंग शुल्क / प्रभारों से संबंधित जानकारी प्रकट करनाबैंकों द्वारा अधिक ब्याज लगाए जाने की शिकायतों के संबंध में कृपया हमारा दिनांक 16 मई 2007 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. सं. 93/07.38.01/2006-07 देखें जिसमें राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों को यह सूचित किया गया था कि वे उचित आंतरिक स
दिसंबर 17, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में नाम शामिल करना / हटाना -
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई/2008-09/327 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 77/03.05.100/2008-09 17 दिसंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में नाम शामिल करना / हटाना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकहम सूचित करते हैं कि दिनांक 15 नवंबर 2008 के भारत के राजपत्र (भाग III धारा 4) में प्रकाशित दिनांक 22 सितंबर 2008 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 3231/03.05.100/2008-09 द्वारा 25 समामेलित क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के नामों का भारतीय रिज़र्व ब
आरबीआई/2008-09/327 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 77/03.05.100/2008-09 17 दिसंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में नाम शामिल करना / हटाना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकहम सूचित करते हैं कि दिनांक 15 नवंबर 2008 के भारत के राजपत्र (भाग III धारा 4) में प्रकाशित दिनांक 22 सितंबर 2008 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 3231/03.05.100/2008-09 द्वारा 25 समामेलित क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के नामों का भारतीय रिज़र्व ब

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