अधिसूचनाएं - वित्तीय समावेशन और विकास - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
जन॰ 15, 2009
अग्रणी बैंक योजना - हरियाणा राज्य में नये जिले पलवल का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन
भारिबैं/2008-09/351 ग्राआऋवि. केंका. एलबीएस.बी सी सं.84/02.08.01/2008-09 जनवरी 15, 2009 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, प्रिय महोदय, अग्रणी बैंक योजना - हरियाणा राज्य में नये जिले पलवल का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन राजस्व तथा आपदा प्रबंधन विभाग, हरियाणा सरकार, के दिनांक 13 अगस्त 2008 के अधिसूचना सं. का.आ.69/पं.अ.17/1887/धा.5/2008 के द्वारा पलवल नाम केध नये जिले का गठन किया है जिसे वर्तमान फरीदाबाद और मेवात जिले से अलग करके बनाया गया
भारिबैं/2008-09/351 ग्राआऋवि. केंका. एलबीएस.बी सी सं.84/02.08.01/2008-09 जनवरी 15, 2009 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, प्रिय महोदय, अग्रणी बैंक योजना - हरियाणा राज्य में नये जिले पलवल का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन राजस्व तथा आपदा प्रबंधन विभाग, हरियाणा सरकार, के दिनांक 13 अगस्त 2008 के अधिसूचना सं. का.आ.69/पं.अ.17/1887/धा.5/2008 के द्वारा पलवल नाम केध नये जिले का गठन किया है जिसे वर्तमान फरीदाबाद और मेवात जिले से अलग करके बनाया गया
जन॰ 06, 2009
अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह संघ शासित राज्य मे नये जिलों का गठन - अग्रणी बैंक दायित्व सौंपना
भारिबैं / 2008-09 /347भारिबैं/2008-09/347 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी.सं. 83 /02.08.01/2008-09 06 जनवरी 2009अध्यक्षसभी अग्रणी बैंकमहोदय,अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह संघ शासित राज्य मे नये जिलों का गठन - अग्रणी बैंक दायित्व सौंपना राजस्व विभाग, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, प्रशासन ने दिनांक 17 अगस्त 2006 की अपनी राजपत्र संख्या 153 एवं अधिसूचना सं.147/2006/एफ.सं.3-195/2002-एलएसजी,(रेव्यू) द्वारा दिनांक अगस्त 18, 2006 से वर्तमान जिला अंडमान को विस्थापित कर दक्षिण अंडमान
भारिबैं / 2008-09 /347भारिबैं/2008-09/347 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी.सं. 83 /02.08.01/2008-09 06 जनवरी 2009अध्यक्षसभी अग्रणी बैंकमहोदय,अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह संघ शासित राज्य मे नये जिलों का गठन - अग्रणी बैंक दायित्व सौंपना राजस्व विभाग, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, प्रशासन ने दिनांक 17 अगस्त 2006 की अपनी राजपत्र संख्या 153 एवं अधिसूचना सं.147/2006/एफ.सं.3-195/2002-एलएसजी,(रेव्यू) द्वारा दिनांक अगस्त 18, 2006 से वर्तमान जिला अंडमान को विस्थापित कर दक्षिण अंडमान
जन॰ 05, 2009
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×/2008-09/345 x्रख्र्–ख्र्=दृद्म्ख्र्आरबीआइ/2008-09/345 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं.82 /03.05.28(बी) /2008-09 5 ज़नवरी 2009सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 03 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 59 / 03.05.28(बी)/2008-2009 (आरबीआइ / 2008-09/264) देखें।2. मौाझदा वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थि
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×/2008-09/345 x्रख्र्–ख्र्=दृद्म्ख्र्आरबीआइ/2008-09/345 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं.82 /03.05.28(बी) /2008-09 5 ज़नवरी 2009सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 03 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 59 / 03.05.28(बी)/2008-2009 (आरबीआइ / 2008-09/264) देखें।2. मौाझदा वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थि
जन॰ 05, 2009
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×/2008-09/344 x्रख्र्–ख्र्=दृद्म्ख्र्आरबीआइ/2008-09/344 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी सं.81 /07.02.01 /2008-09 5 ज़नवरी 2009 सभी अनुसूचित राज़्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 03 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 57 / 07.02.01/2008-2009 देखें।2. मौज़ूदा वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक स्थिति की समीक्षा करने पर तथा 2 ज़नवरी 2009 की भार
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×/2008-09/344 x्रख्र्–ख्र्=दृद्म्ख्र्आरबीआइ/2008-09/344 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी सं.81 /07.02.01 /2008-09 5 ज़नवरी 2009 सभी अनुसूचित राज़्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 03 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 57 / 07.02.01/2008-2009 देखें।2. मौज़ूदा वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक स्थिति की समीक्षा करने पर तथा 2 ज़नवरी 2009 की भार
दिस॰ 30, 2008
एसएलबीसी बैठकों में एमएसएमइ क्षेत्र से संबंधित मामलों को शामिल करना
आरबीआइ / 2008-09/334 ग्राआऋवि.एलबीएस.केका.बीसी.सं. 79 /02-01.01/2008-0930 दिसंबर 2008 अध्यक्ष / कार्यपालक निदेशक सभी एसएलबीसी संयोजक बैंक (डाक सूची के अनुसार ) महोदय / महोदया,एसएलबीसी बैठकों में एमएसएमइ क्षेत्र से संबंधित मामलों को शामिल करनाजैसाकि आपको ज्ञात है, अपेक्षित क्षेत्रों को पर्याप्त मात्रा में और समय पर ऋण प्रदान करना सुनिश्चित करने हेतु, राज्य और केद्र सरकार की बैंकों और एजेंसियों के बीच समन्वय हेतु राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) एक विवेचनात्मक केद्
आरबीआइ / 2008-09/334 ग्राआऋवि.एलबीएस.केका.बीसी.सं. 79 /02-01.01/2008-0930 दिसंबर 2008 अध्यक्ष / कार्यपालक निदेशक सभी एसएलबीसी संयोजक बैंक (डाक सूची के अनुसार ) महोदय / महोदया,एसएलबीसी बैठकों में एमएसएमइ क्षेत्र से संबंधित मामलों को शामिल करनाजैसाकि आपको ज्ञात है, अपेक्षित क्षेत्रों को पर्याप्त मात्रा में और समय पर ऋण प्रदान करना सुनिश्चित करने हेतु, राज्य और केद्र सरकार की बैंकों और एजेंसियों के बीच समन्वय हेतु राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) एक विवेचनात्मक केद्
दिस॰ 19, 2008
प्रोसेसिंग शुल्क / प्रभारों से संबंधित जानकारी प्रकट करना
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न् / 2008-09/328आरबीआई / 2008-09/328 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.78/07.38.01/2008-0919 दिसंबर 2008सभी राज्य सहकारी बैंक और मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय महोदय,प्रोसेसिंग शुल्क / प्रभारों से संबंधित जानकारी प्रकट करनाबैंकों द्वारा अधिक ब्याज लगाए जाने की शिकायतों के संबंध में कृपया हमारा दिनांक 16 मई 2007 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. सं. 93/07.38.01/2006-07 देखें जिसमें राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों को यह सूचित किया गया था कि वे उचित आंतरिक स
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न् / 2008-09/328आरबीआई / 2008-09/328 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.78/07.38.01/2008-0919 दिसंबर 2008सभी राज्य सहकारी बैंक और मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय महोदय,प्रोसेसिंग शुल्क / प्रभारों से संबंधित जानकारी प्रकट करनाबैंकों द्वारा अधिक ब्याज लगाए जाने की शिकायतों के संबंध में कृपया हमारा दिनांक 16 मई 2007 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. सं. 93/07.38.01/2006-07 देखें जिसमें राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों को यह सूचित किया गया था कि वे उचित आंतरिक स
दिस॰ 17, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में नाम शामिल करना / हटाना -
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई/2008-09/327 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 77/03.05.100/2008-09 17 दिसंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में नाम शामिल करना / हटाना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकहम सूचित करते हैं कि दिनांक 15 नवंबर 2008 के भारत के राजपत्र (भाग III धारा 4) में प्रकाशित दिनांक 22 सितंबर 2008 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 3231/03.05.100/2008-09 द्वारा 25 समामेलित क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के नामों का भारतीय रिज़र्व ब
आरबीआई/2008-09/327 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 77/03.05.100/2008-09 17 दिसंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रिय महोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में नाम शामिल करना / हटाना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकहम सूचित करते हैं कि दिनांक 15 नवंबर 2008 के भारत के राजपत्र (भाग III धारा 4) में प्रकाशित दिनांक 22 सितंबर 2008 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 3231/03.05.100/2008-09 द्वारा 25 समामेलित क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के नामों का भारतीय रिज़र्व ब
दिस॰ 16, 2008
माइक्रो और छोटे उद्यमों को ऋण देना
आरबीआई / 2008-09/ 324आरबीआई / 2008-09/ 324 ग्राआऋवि.एसएमइ ऍण्ड एनएफएस.बीसी.सं. 76/06.02.31(पी)/2008-09 16 दिसंबर 2008सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र के बैंक (एलएबी)प्रिय महोदय,माइक्रो और छोटे उद्यमों को ऋण देनावैश्विक गतिविधियों और घरेलू ऋण बाजारों के असर के आघातों के संदर्भ में भारतीय रिज़र्व बैंक ने रोजगारोन्मुख माइक्रो और छोटे उद्यम (एमएसई) क्षेत्र को ऋण बढ़ाने के कई उपाय किए हैं।2. इस क्षेत्र को सहायता प्रदान करने के लिए रिज़र्व बैंक ने
आरबीआई / 2008-09/ 324आरबीआई / 2008-09/ 324 ग्राआऋवि.एसएमइ ऍण्ड एनएफएस.बीसी.सं. 76/06.02.31(पी)/2008-09 16 दिसंबर 2008सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र के बैंक (एलएबी)प्रिय महोदय,माइक्रो और छोटे उद्यमों को ऋण देनावैश्विक गतिविधियों और घरेलू ऋण बाजारों के असर के आघातों के संदर्भ में भारतीय रिज़र्व बैंक ने रोजगारोन्मुख माइक्रो और छोटे उद्यम (एमएसई) क्षेत्र को ऋण बढ़ाने के कई उपाय किए हैं।2. इस क्षेत्र को सहायता प्रदान करने के लिए रिज़र्व बैंक ने
दिस॰ 10, 2008
ऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता पर दिशानिर्देश - प्रोसेसिंग शुल्क / प्रभारों के बारे में जानकारी देना
आरबीआइ / 2008-09 /320आरबीआइ/2008-09/320 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 75/03.05.28बी/2008-09 10 दिसंबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय,ऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता पर दिशानिर्देश - प्रोसेसिंग शुल्क / प्रभारों के बारे में जानकारी देनाकृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 16 मई 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.बीओएस/81/13.33.01/2005-06 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित सभी वाणिज्य बैंकों को सूचित किया गया था कि वे अपने कार्यालयों / अपनी शाखाओं में दी ज
आरबीआइ / 2008-09 /320आरबीआइ/2008-09/320 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 75/03.05.28बी/2008-09 10 दिसंबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय,ऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता पर दिशानिर्देश - प्रोसेसिंग शुल्क / प्रभारों के बारे में जानकारी देनाकृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 16 मई 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.बीओएस/81/13.33.01/2005-06 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित सभी वाणिज्य बैंकों को सूचित किया गया था कि वे अपने कार्यालयों / अपनी शाखाओं में दी ज
दिस॰ 08, 2008
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) को ऋण
आरबीआइ /2008-09/315 ग्राआऋवि.केका.प्लान.बीसी. 74/04.09.01/2008-09 8 दिसंबर 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर ) महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) को ऋण दिनांक 6 दिसंबर 2008 की प्रेस प्रकाशनी सं. 2008-2009/842 में रिज़र्व बैंक की घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि रिहायशी इकाइयों की खरीद / निर्माण के लिए एकल व्यक्तियो
आरबीआइ /2008-09/315 ग्राआऋवि.केका.प्लान.बीसी. 74/04.09.01/2008-09 8 दिसंबर 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर ) महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) को ऋण दिनांक 6 दिसंबर 2008 की प्रेस प्रकाशनी सं. 2008-2009/842 में रिज़र्व बैंक की घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि रिहायशी इकाइयों की खरीद / निर्माण के लिए एकल व्यक्तियो
दिस॰ 05, 2008
कृषि संबंधी परिचालनों के लिए अस्थायी नकदी सहायता
आरबीआई/2008-09/308आरबीआई/2008-09/308 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.सं.73/05.04.02/2008-09 5 दिसम्बर 2008 अनुसूचित बैंकों/नाबार्ड के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक प्रिय मोदय,कृषि संबंधी परिचालनों के लिए अस्थायी नकदी सहायता कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 अक्तूबर 2008 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी 45/05.04.02/ 2008-09 और 3 नवम्बर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.बीसी 60/05.04.02/ 2008-09 देखें ।2. जैसा कि उसमें कहा गया है, रिज़र्व बैंक ने इस बीच कृषि संबंधी परिचा
आरबीआई/2008-09/308आरबीआई/2008-09/308 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.सं.73/05.04.02/2008-09 5 दिसम्बर 2008 अनुसूचित बैंकों/नाबार्ड के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक प्रिय मोदय,कृषि संबंधी परिचालनों के लिए अस्थायी नकदी सहायता कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 अक्तूबर 2008 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी 45/05.04.02/ 2008-09 और 3 नवम्बर 2008 का परिपत्र ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.बीसी 60/05.04.02/ 2008-09 देखें ।2. जैसा कि उसमें कहा गया है, रिज़र्व बैंक ने इस बीच कृषि संबंधी परिचा
दिस॰ 03, 2008
वर्ष 2008-09 मे अल्पावधि ऋण फसलो के लिए 3 प्रतिशत की ब्याज सहायता योजना
आरबीआई/2008-09/305आरबीआई/2008-09/305 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.सं.72/05.04.02/2008-093 दिसम्बर 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकप्रिय मोदय,वर्ष 2008-09 मे अल्पावधि ऋण फसलो के लिए 3 प्रतिशत की ब्याज सहायता योजना कृपया वर्ष 2008-09 में अल्पावधि फसल ऋणों के लिए 2 प्रतिशत ब्याज की सहायता योजना के संबंध में 14 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी 11/05.04.02/ 2008-09 देखें ।2. हमें भारत सरकार, वित्त मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग ने अब
आरबीआई/2008-09/305आरबीआई/2008-09/305 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.सं.72/05.04.02/2008-093 दिसम्बर 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकप्रिय मोदय,वर्ष 2008-09 मे अल्पावधि ऋण फसलो के लिए 3 प्रतिशत की ब्याज सहायता योजना कृपया वर्ष 2008-09 में अल्पावधि फसल ऋणों के लिए 2 प्रतिशत ब्याज की सहायता योजना के संबंध में 14 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी 11/05.04.02/ 2008-09 देखें ।2. हमें भारत सरकार, वित्त मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग ने अब
दिस॰ 02, 2008
आवास ऋण - दिल्ली उच्चन्यायालय का आदेश - भारत सरकार और अन्य के विरुध्द कल्याण संस्था वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन की रिट याचिका -दिशानिर्देशों को लागू करना
भारतीय रिज़र्व बैंकआरबीआई/2008-09/303 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.71/03.05.33/2008-09 2 दिसम्बर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय मोदय,आवास ऋण - दिल्ली उच्चन्यायालय का आदेश - भारत सरकार और अन्य के विरुध्द कल्याण संस्था वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन की रिट याचिका -दिशानिर्देशों को लागू करनाकृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 नवम्बर 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी 36/03.05.33 /2006-07 देखें ।2. इस संबंध में प्रश्न उठाए जाने पर, मामला माननीय उच्च न्यायालय, दिल्ली द्व
भारतीय रिज़र्व बैंकआरबीआई/2008-09/303 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.71/03.05.33/2008-09 2 दिसम्बर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय मोदय,आवास ऋण - दिल्ली उच्चन्यायालय का आदेश - भारत सरकार और अन्य के विरुध्द कल्याण संस्था वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन की रिट याचिका -दिशानिर्देशों को लागू करनाकृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 नवम्बर 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी 36/03.05.33 /2006-07 देखें ।2. इस संबंध में प्रश्न उठाए जाने पर, मामला माननीय उच्च न्यायालय, दिल्ली द्व
नव॰ 28, 2008
आवास ऋण - दिल्ली उच्च न्यायालय का आदेश - भारत सरकार और अन्य के विरुध्द कल्याण संस्था वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन की रिट याचिका -दिशानिर्देशों को लागू करना
आरबीआई/2008-09/298आरबीआई/2008-09/298 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.70/07.40.06/2008-09 28 नवम्बर 2008 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय मोदय,आवास ऋण - दिल्ली उच्च न्यायालय का आदेश - भारत सरकार और अन्य के विरुध्द कल्याण संस्था वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन की रिट याचिका -दिशानिर्देशों को लागू करनाकृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 नवम्बर 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरएफ.बीसी 35/07.40.06/ 2006-07 देखें ।2. इस संबंध में प्रश्न उठाए जाने पर, मामला माननीय उच्च न्यायालय, दिल्ली
आरबीआई/2008-09/298आरबीआई/2008-09/298 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं.70/07.40.06/2008-09 28 नवम्बर 2008 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय मोदय,आवास ऋण - दिल्ली उच्च न्यायालय का आदेश - भारत सरकार और अन्य के विरुध्द कल्याण संस्था वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन की रिट याचिका -दिशानिर्देशों को लागू करनाकृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 नवम्बर 2006 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.आरएफ.बीसी 35/07.40.06/ 2006-07 देखें ।2. इस संबंध में प्रश्न उठाए जाने पर, मामला माननीय उच्च न्यायालय, दिल्ली
नव॰ 17, 2008
अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें
आरबीआइ/2008-09/289 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 68/07.38.01/2008-09 17 नवंबर 2008 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया एनआरइ रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 52/07.38.01/2008-09 देखें । बाज़ार में प्रचलित परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में यह निर्णय लिया गया है कि 15 नवंबर 2008 को भारत में कारोबार की
आरबीआइ/2008-09/289 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 68/07.38.01/2008-09 17 नवंबर 2008 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया एनआरइ रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 52/07.38.01/2008-09 देखें । बाज़ार में प्रचलित परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में यह निर्णय लिया गया है कि 15 नवंबर 2008 को भारत में कारोबार की
नव॰ 17, 2008
अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें
भारतीय रिज़र्व बैंकभारिबैं/2008-09/292 ग्राआऋवि.सं.आरआरबी.बीसी.सं. 63/03.05.33(सी)/2008-09 17 नवम्बर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया अनिवासी (विदेशी)रुपया (एनआरई) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरआरबी.बीसी.54/03.05.33(सी)/2008-09 देखें। बाजार की मौजूदा स्
भारतीय रिज़र्व बैंकभारिबैं/2008-09/292 ग्राआऋवि.सं.आरआरबी.बीसी.सं. 63/03.05.33(सी)/2008-09 17 नवम्बर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया अनिवासी (विदेशी)रुपया (एनआरई) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरआरबी.बीसी.54/03.05.33(सी)/2008-09 देखें। बाजार की मौजूदा स्
नव॰ 17, 2008
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - एवं पूंजी पर्याप्तता क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआइ/2008-09/286 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. सं. 64/03.05.072/2008-09 17 नवंबर 2008क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय,कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - एवं पूंजी पर्याप्तता क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरआरबी. सं. बीसी. 18/03.05.072/2008-09 देखें।2. इस संबंध में हम यह सूचित करते हैं कि उक्त योजना के अंतर्गत इस बीच भारत सरकार ने जुल
आरबीआइ/2008-09/286 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. सं. 64/03.05.072/2008-09 17 नवंबर 2008क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय,कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - एवं पूंजी पर्याप्तता क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरआरबी. सं. बीसी. 18/03.05.072/2008-09 देखें।2. इस संबंध में हम यह सूचित करते हैं कि उक्त योजना के अंतर्गत इस बीच भारत सरकार ने जुल
नव॰ 17, 2008
एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज की दरें
आरबीआइ/2008-09/288 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी. 66/07.38.01/2008-09 17 नवंबर 2008 प्रबंध निदेशक महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक लि. 9, नगीनदास मास्टर रोड विस्तार फोर्ट मुंबई 400 001 महोदय एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज की दरें कृपया एफसीएनआर (बी) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज की दरों पर 15 अक्तूबर 2008 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी 50/07.38.01/2008-09 देखें । बाजार में प्रचलित परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में यह निर्णय लिया गया है कि 15 नवंब
आरबीआइ/2008-09/288 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी. 66/07.38.01/2008-09 17 नवंबर 2008 प्रबंध निदेशक महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक लि. 9, नगीनदास मास्टर रोड विस्तार फोर्ट मुंबई 400 001 महोदय एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज की दरें कृपया एफसीएनआर (बी) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज की दरों पर 15 अक्तूबर 2008 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी 50/07.38.01/2008-09 देखें । बाजार में प्रचलित परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में यह निर्णय लिया गया है कि 15 नवंब
नव॰ 17, 2008
वर्ष 2008-09 की वार्षिक नीति की मध्यावधि समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के लिए शाखा लाइसेंसीकरण को और उदार बनाना - नई शाखाएं खोलने के लिए शर्तों का अनुपालन
आरबीआइ/2008-2009/285 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 61/03.05.90-ए/2008-0917 नवंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय,वर्ष 2008-09 की वार्षिक नीति की मध्यावधि समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के लिए शाखा लाइसेंसीकरण को और उदार बनाना - नई शाखाएं खोलने के लिए शर्तों का अनुपालनशाखा लाइसेंसीकरण - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीएल.बीसी.07/03.05.90ए/2008-09 देखें।उपर्युक्त विषय पर वर्ष 2008-09 की 24 अक्तूबर
आरबीआइ/2008-2009/285 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 61/03.05.90-ए/2008-0917 नवंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय,वर्ष 2008-09 की वार्षिक नीति की मध्यावधि समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के लिए शाखा लाइसेंसीकरण को और उदार बनाना - नई शाखाएं खोलने के लिए शर्तों का अनुपालनशाखा लाइसेंसीकरण - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीएल.बीसी.07/03.05.90ए/2008-09 देखें।उपर्युक्त विषय पर वर्ष 2008-09 की 24 अक्तूबर
नव॰ 17, 2008
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - एवं पूंजी पर्याप्तता
आरबीआइ/2008-09/290आरबीआइ/2008-09/290 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. सं. 69/07.37.02/2008-09 17 नवंबर 2008सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय महोदय,कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - एवं पूंजी पर्याप्तता कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरएफ.बीसी. सं. 17/07.38.03/2008-09 देखें।2. हम यह सूचित करते हैं कि इस बीच भारत सरकार ने उक्त योजना के अंतर्ग
आरबीआइ/2008-09/290आरबीआइ/2008-09/290 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. सं. 69/07.37.02/2008-09 17 नवंबर 2008सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय महोदय,कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - एवं पूंजी पर्याप्तता कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरएफ.बीसी. सं. 17/07.38.03/2008-09 देखें।2. हम यह सूचित करते हैं कि इस बीच भारत सरकार ने उक्त योजना के अंतर्ग
नव॰ 03, 2008
कृषि संबंधी परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थायी नकदी सहायता
आरबीआई / 2008-09 / 266आरबीआई/2008-09 /266 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.बीसी. 60 / 05.04.02/2008-09 3 नवंबर 2008 सभी अनुसूचित बैंकों / नाबार्ड के अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक प्रिय महोदय,कृषि संबंधी परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थायी नकदी सहायताकृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. पीएलएफएस. सं. बीसी. 45/05.04.02/2008-09 देखें।2. रिज़र्व बैंक ने 5 दिसंबर 2008 तक की अवधि के लिए कृषि संबंधी परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थायी नकदी सहायता की
आरबीआई / 2008-09 / 266आरबीआई/2008-09 /266 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.बीसी. 60 / 05.04.02/2008-09 3 नवंबर 2008 सभी अनुसूचित बैंकों / नाबार्ड के अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक प्रिय महोदय,कृषि संबंधी परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थायी नकदी सहायताकृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. पीएलएफएस. सं. बीसी. 45/05.04.02/2008-09 देखें।2. रिज़र्व बैंक ने 5 दिसंबर 2008 तक की अवधि के लिए कृषि संबंधी परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थायी नकदी सहायता की
नव॰ 03, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ /2008-09/259ग्राआऋविआरबीआइ /2008-09/259 ग्राआऋवि.केका.आरएफ. बीसी.57/07.02.01/2008-09 03 नवंबर 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकमहोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरएफ. बीसी. 48/07.02.01/2008-2009 देखें। 2. मौजूदा तथा परिवर्तनशील समष्टि आर्थिक स्थिति तथा वैश्विक और देशी वित्तीय बाज़ारों में चलनिधि की स्थिति की समीक्षा करने पर, तथा 01 नवंबर 2008 को जारी
आरबीआइ /2008-09/259ग्राआऋविआरबीआइ /2008-09/259 ग्राआऋवि.केका.आरएफ. बीसी.57/07.02.01/2008-09 03 नवंबर 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकमहोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरएफ. बीसी. 48/07.02.01/2008-2009 देखें। 2. मौजूदा तथा परिवर्तनशील समष्टि आर्थिक स्थिति तथा वैश्विक और देशी वित्तीय बाज़ारों में चलनिधि की स्थिति की समीक्षा करने पर, तथा 01 नवंबर 2008 को जारी
नव॰ 03, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी)
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दi आरबीआइ/2008-09/264 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं. 59/03.05.28(बी) /2008-0903 नवंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी)कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 46/03.05.28(बी) /2008-09(आरबीआइ/2008-09/234) देखें ।2. मौजूदा तथा परिवर्तनशील समष्टि आर्
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दi आरबीआइ/2008-09/264 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं. 59/03.05.28(बी) /2008-0903 नवंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी)कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 46/03.05.28(बी) /2008-09(आरबीआइ/2008-09/234) देखें ।2. मौजूदा तथा परिवर्तनशील समष्टि आर्
नव॰ 03, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआइ/2008-09/263 ग्राआऋविआरबीआइ/2008-09/263 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं. 58/03.05.28(बी) /2008-0903 नवंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 14 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 47/03.05.28(बी)/2007-2008 (आरबीआइ / 2007-08/237) देखें।2. मौजूदा तथा परिवर्तनशील समष्टि आर्थिक स्थिति तथा वैश्विक और देशी वित्तीय बाज़
आरबीआइ/2008-09/263 ग्राआऋविआरबीआइ/2008-09/263 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं. 58/03.05.28(बी) /2008-0903 नवंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 14 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 47/03.05.28(बी)/2007-2008 (आरबीआइ / 2007-08/237) देखें।2. मौजूदा तथा परिवर्तनशील समष्टि आर्थिक स्थिति तथा वैश्विक और देशी वित्तीय बाज़
अक्तू॰ 22, 2008
कृषि परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थाई नकदी सहायता
आरबीआइ/2008-09/244 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.बीसी. 55/05.04.02/2008-09 22 अक्तूबर 2008 सभी अनुसूचित बैंकों / नाबार्ड के अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालकप्रिय महोदय,कृषि परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थाई नकदी सहायताकृपया उपर्युक्त विषय पर 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. पीएलएफएस. सं. बीसी.45/05.04.02/2008-09 देखें।2. उसमें बताए गए अनुसार, कृषि परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थाई नकदी सहायता पर ब्याज दर को इस बीच संशोधित किया गया है। तदनुसार, 20 अक्तूबर 2008 से उक्त
आरबीआइ/2008-09/244 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.बीसी. 55/05.04.02/2008-09 22 अक्तूबर 2008 सभी अनुसूचित बैंकों / नाबार्ड के अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालकप्रिय महोदय,कृषि परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थाई नकदी सहायताकृपया उपर्युक्त विषय पर 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. पीएलएफएस. सं. बीसी.45/05.04.02/2008-09 देखें।2. उसमें बताए गए अनुसार, कृषि परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थाई नकदी सहायता पर ब्याज दर को इस बीच संशोधित किया गया है। तदनुसार, 20 अक्तूबर 2008 से उक्त
अक्तू॰ 15, 2008
कृषि परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थाई चलनिधि सहायता
आरबीआइ / 2008-09 / 226 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.बीसी. 45/05.04.02/2008-09 15 अक्तूबर 2008 सभी अनुसूचित बैंकों / नाबार्ड के अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालकप्रिय महोदय,कृषि परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थाई चलनिधि सहायताबैंकों द्वारा कृषि परिचालनों के लिए पर्याप्त वित्तपोषण सुनिश्चित करने की दृष्टि से, रिज़र्व बैंक ने नाबार्ड और अनुसूचित बैंकों को उनके बकाया कृषि अग्रिमों पर 25,000/- करोड़ रुपए तक की अस्थायी नकदी सहायता प्रदान करने का निर्णय किया है। यह सीमा कृषि ऋण माफी और ऋण
आरबीआइ / 2008-09 / 226 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.बीसी. 45/05.04.02/2008-09 15 अक्तूबर 2008 सभी अनुसूचित बैंकों / नाबार्ड के अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालकप्रिय महोदय,कृषि परिचालनों के वित्तपोषण के लिए अस्थाई चलनिधि सहायताबैंकों द्वारा कृषि परिचालनों के लिए पर्याप्त वित्तपोषण सुनिश्चित करने की दृष्टि से, रिज़र्व बैंक ने नाबार्ड और अनुसूचित बैंकों को उनके बकाया कृषि अग्रिमों पर 25,000/- करोड़ रुपए तक की अस्थायी नकदी सहायता प्रदान करने का निर्णय किया है। यह सीमा कृषि ऋण माफी और ऋण
अक्तू॰ 15, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई /2008-2009/234 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.46/03.05.28(बी)/2008-09 15 अकतूबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 07 अकतूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी. सं. बीसी.44/03.05.28(बी)/2008-09(आरबीआइ/2008-09/213) देखें जिसके माध्यम से यह सूचित किया गया है कि औसत आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) को 11 अक्तूबर 2008 से आरंभ होनेवाले पख
आरबीआई /2008-2009/234 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.46/03.05.28(बी)/2008-09 15 अकतूबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 07 अकतूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी. सं. बीसी.44/03.05.28(बी)/2008-09(आरबीआइ/2008-09/213) देखें जिसके माध्यम से यह सूचित किया गया है कि औसत आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) को 11 अक्तूबर 2008 से आरंभ होनेवाले पख
अक्तू॰ 15, 2008
अनिवासी (विदेशी)रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर(बी)जमाराशियों पर ब्याज दरें
भारिबैं/2008-09/235 भारिबैं/2008-09/235 ग्राआऋवि.सं.आरआरबी.बीसी.सं. 54/03.05.33(C)/2008-09 15 अक्तूबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,अनिवासी (विदेशी)रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर(बी)जमाराशियों पर ब्याज दरें अनिवासी (विदेशी)रुपया (एनआरई)जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया अनिवासी (विदेशी)रुपया (एनआरई) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 18 सितम्बर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरआरबी.बीसी.33/03.05.33(C)/2008-09 देखें। समीक्षा करने पर यह निर
भारिबैं/2008-09/235 भारिबैं/2008-09/235 ग्राआऋवि.सं.आरआरबी.बीसी.सं. 54/03.05.33(C)/2008-09 15 अक्तूबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,अनिवासी (विदेशी)रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर(बी)जमाराशियों पर ब्याज दरें अनिवासी (विदेशी)रुपया (एनआरई)जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया अनिवासी (विदेशी)रुपया (एनआरई) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 18 सितम्बर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरआरबी.बीसी.33/03.05.33(C)/2008-09 देखें। समीक्षा करने पर यह निर
अक्तू॰ 15, 2008
एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दर
आरबीआइ/2008-09/232 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी. 50/07.38.01/2008-09 15 अक्तूबर 2008 प्रबंध निदेशक महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक लि. 9, नगीनदास मास्टर रोड विस्तार,फोर्ट मुंबई 400 001 महोदय एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दर कृपया एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज की दरों से संबंधित 17 सितंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 31/07.38.01/2008-09 देखें । इसकी समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 15 अक्तूबर 2008 को भारत
आरबीआइ/2008-09/232 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी. 50/07.38.01/2008-09 15 अक्तूबर 2008 प्रबंध निदेशक महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक लि. 9, नगीनदास मास्टर रोड विस्तार,फोर्ट मुंबई 400 001 महोदय एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दर कृपया एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज की दरों से संबंधित 17 सितंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 31/07.38.01/2008-09 देखें । इसकी समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 15 अक्तूबर 2008 को भारत
अक्तू॰ 15, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1)-सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ/2008-09/231 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 48/07.02.01/2008-09 15 अक्तूबर 2008 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1)-सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 10 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ. बीसी.43 /07.02.01/2008-2009 देखें, जिसके द्वारा 11 अक्तूबर 2008 से आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) में 150 आधार अंकों की कटौती करते हुए उसे निवल मांग और मीयादी देयताओं के 9.00 प्रतिशत से घटाकर 7
आरबीआइ/2008-09/231 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 48/07.02.01/2008-09 15 अक्तूबर 2008 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1)-सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 10 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ. बीसी.43 /07.02.01/2008-2009 देखें, जिसके द्वारा 11 अक्तूबर 2008 से आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) में 150 आधार अंकों की कटौती करते हुए उसे निवल मांग और मीयादी देयताओं के 9.00 प्रतिशत से घटाकर 7
अक्तू॰ 15, 2008
अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें
आरबीआइ/2008-09/233 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 52/07.38.01/2008-09 15 अक्तूबर 2008 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया एनआरइ रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 17 सितंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 29/07.38.01/2008-09 देखें । समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 15 अक्तूबर 2008 को भारत में कारोबार की समाप्ति से अगली सूचना तक
आरबीआइ/2008-09/233 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 52/07.38.01/2008-09 15 अक्तूबर 2008 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया एनआरइ रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 17 सितंबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 29/07.38.01/2008-09 देखें । समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 15 अक्तूबर 2008 को भारत में कारोबार की समाप्ति से अगली सूचना तक
अक्तू॰ 10, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआई / 2008-09/212आरबीआई/2008-09/212 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 43/07.02.01/2008-09 10 अक्तूबर 2008 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखनाकृपया उपर्युक्त विषय पर 07 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.धकेंका.आरएफ.बीसी.सं. 39/07.02.01/2008-09 देखें जिसके माध्यम से यह सूचित किया गया है कि अपेक्षित औसत आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) को 11 अक्तूबर 2008 से आरंभ होनेवाले पखवाड़े से 50 आधार अंक घटाकर
आरबीआई / 2008-09/212आरबीआई/2008-09/212 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 43/07.02.01/2008-09 10 अक्तूबर 2008 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखनाकृपया उपर्युक्त विषय पर 07 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.धकेंका.आरएफ.बीसी.सं. 39/07.02.01/2008-09 देखें जिसके माध्यम से यह सूचित किया गया है कि अपेक्षित औसत आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) को 11 अक्तूबर 2008 से आरंभ होनेवाले पखवाड़े से 50 आधार अंक घटाकर
अक्तू॰ 10, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई /2008-2009/213 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.44/03.05.28(बी)/2008-09 10 अकतूबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 07 अकतूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी. सं. बीसी.40/ 03.05.28(बी)/2008-09(आरबीआई/2008-09/205) देखें जिस के माध्यम से यह सूचित किया गया है कि औसत आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) को 11 अक्तूबर 2008 से आरंभ होनेवाले प
आरबीआई /2008-2009/213 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.44/03.05.28(बी)/2008-09 10 अकतूबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 07 अकतूबर 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी. सं. बीसी.40/ 03.05.28(बी)/2008-09(आरबीआई/2008-09/205) देखें जिस के माध्यम से यह सूचित किया गया है कि औसत आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) को 11 अक्तूबर 2008 से आरंभ होनेवाले प
अक्तू॰ 10, 2008
प्रधान मंत्री रोजगार निर्माण योजना (पीएमइजीपी)
आरबीआइ/2008-09/211आरबीआइ/2008-09/211 आरपासीडी.पीएलएनएफएस.बीसी.सं.41/09.04.01/2008-09 10 अक्तूबर 2008अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित)प्रिय महोदयप्रधान मंत्री रोजगार निर्माण योजना (पीएमइजीपी) जैसा कि आप जानते हैं, भारत सरकार ने ग्रामीण रोजगार निर्माण कार्यक्रम (आरइजीपी) का प्रधान मंत्री रोजगार योजना (पीएमआरवाइ) के साथ विलय करके प्रधान मंत्री रोजगार निर्माण योजना (पीएमइजीपी) नामक एक नई योजना आरंभ की है। 2. पीएमइजीप
आरबीआइ/2008-09/211आरबीआइ/2008-09/211 आरपासीडी.पीएलएनएफएस.बीसी.सं.41/09.04.01/2008-09 10 अक्तूबर 2008अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित)प्रिय महोदयप्रधान मंत्री रोजगार निर्माण योजना (पीएमइजीपी) जैसा कि आप जानते हैं, भारत सरकार ने ग्रामीण रोजगार निर्माण कार्यक्रम (आरइजीपी) का प्रधान मंत्री रोजगार योजना (पीएमआरवाइ) के साथ विलय करके प्रधान मंत्री रोजगार निर्माण योजना (पीएमइजीपी) नामक एक नई योजना आरंभ की है। 2. पीएमइजीप
अक्तू॰ 07, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई/2008-09/205 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.40/03.05.28(बी)/2008-097 अक्तूबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 31 ज़ुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 16/03.05.28(बी)/2008-2009 देखें। वैश्विक तथा देशी गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में चलनिधि की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने पर, तथा जैसा कि 6 अक्तूबर 2008 की भारतीय रिज़र्व बैंक
आरबीआई/2008-09/205 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी.40/03.05.28(बी)/2008-097 अक्तूबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 31 ज़ुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 16/03.05.28(बी)/2008-2009 देखें। वैश्विक तथा देशी गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में चलनिधि की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने पर, तथा जैसा कि 6 अक्तूबर 2008 की भारतीय रिज़र्व बैंक
अक्तू॰ 07, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआई/2008-09/204 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.39/07.02.001/2008-09 7 अक्तूबर 2008 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युकत विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 15/ 07.02.01/2008-2009 देखें। वैश्विक तथा देशी गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में चलनिधि की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने पर, तथा जैसा कि 6 अक्तूबर 2008 की भारतीय रिज़र्व बैंक की प्रेस प्रकाशनी 2008-09/447 म
आरबीआई/2008-09/204 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.39/07.02.001/2008-09 7 अक्तूबर 2008 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युकत विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 15/ 07.02.01/2008-2009 देखें। वैश्विक तथा देशी गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में चलनिधि की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने पर, तथा जैसा कि 6 अक्तूबर 2008 की भारतीय रिज़र्व बैंक की प्रेस प्रकाशनी 2008-09/447 म
सित॰ 19, 2008
नई ‘‘मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना’’ (एसआरएमएस) - लक्ष्यों की प्राप्ति
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआइ/2008-09/182 ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.36/09.03.01/2008-09 19 सितंबर 2008अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकनई ‘‘मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना’’ (एसआरएमएस) - लक्ष्यों की प्राप्तिकृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. एसपी.बीसी. 10/09.03.01/2007-08 देखें। भारत सरकार का यह आशय है कि नई एसआरएमएस योजना को दृढ़संकल्प के साथ राष्ट्रीय प्राथमिक
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआइ/2008-09/182 ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.36/09.03.01/2008-09 19 सितंबर 2008अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकनई ‘‘मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना’’ (एसआरएमएस) - लक्ष्यों की प्राप्तिकृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. एसपी.बीसी. 10/09.03.01/2007-08 देखें। भारत सरकार का यह आशय है कि नई एसआरएमएस योजना को दृढ़संकल्प के साथ राष्ट्रीय प्राथमिक
सित॰ 18, 2008
अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें
आरबीआइ/2008-09/179 ग्राआऋवि.सं.आरआरबी. बीसी. 33/03.05.33(c)/2008-09 18 सितंबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयअनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया एनआरई रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 26 अप्रैल 2007 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि. सं. आरआरबी. बीसी. 82/03.05.33(c)/2006-07 देखें । समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 16 सितंबर 2008 को भारत में कारोबार की समाप्ति से अगली सूचना तक अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) मीयादी जमाराशियों पर ब
आरबीआइ/2008-09/179 ग्राआऋवि.सं.आरआरबी. बीसी. 33/03.05.33(c)/2008-09 18 सितंबर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयअनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया एनआरई रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 26 अप्रैल 2007 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि. सं. आरआरबी. बीसी. 82/03.05.33(c)/2006-07 देखें । समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 16 सितंबर 2008 को भारत में कारोबार की समाप्ति से अगली सूचना तक अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) मीयादी जमाराशियों पर ब
सित॰ 18, 2008
एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दर
अ्ँध्अ्आरबीआइ/2008-09/180 ग्राआऋवि.सं.आरआरबी. बीसी. 35/03.05.33(c)/2008-09 18 सितंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदयएफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दर कृपया रुपयों में अनिवासी (साधारण / विदेशी) खाते खोलने / रखने का प्राधिकरण तथा एफसीएनआर जमाराशियां स्वीकार करने पर दिनांक 28 जून 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरआरबी. बीसी. 106/03.05.33(c)/2006-07 देखें । समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 16 सितंबर 2008 को भारत में कारोबार की समाप्ति से अगली सूचना तक एफस
अ्ँध्अ्आरबीआइ/2008-09/180 ग्राआऋवि.सं.आरआरबी. बीसी. 35/03.05.33(c)/2008-09 18 सितंबर 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदयएफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दर कृपया रुपयों में अनिवासी (साधारण / विदेशी) खाते खोलने / रखने का प्राधिकरण तथा एफसीएनआर जमाराशियां स्वीकार करने पर दिनांक 28 जून 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.आरआरबी. बीसी. 106/03.05.33(c)/2006-07 देखें । समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 16 सितंबर 2008 को भारत में कारोबार की समाप्ति से अगली सूचना तक एफस
सित॰ 17, 2008
अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें
अ्ँध्अ्आरबीआइ/2008-09/171 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी. 29/07.38.01/2008-09 17 सितंबर 2008 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदयअनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया एनआरइ रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 26 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 79/07.38.01/2006-07 देखें । समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 16 सितंबर 2008 को भारत में कारोबार की समाप्ति से अगली सूचना तक अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआ
अ्ँध्अ्आरबीआइ/2008-09/171 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी. 29/07.38.01/2008-09 17 सितंबर 2008 सभी राज्य सहकारी बैंक और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदयअनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया एनआरइ रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 26 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 79/07.38.01/2006-07 देखें । समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 16 सितंबर 2008 को भारत में कारोबार की समाप्ति से अगली सूचना तक अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआ
सित॰ 17, 2008
एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दर
DBODआरबीआइ/2008-09/172 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ. बीसी. 31/07.38.01/2008-0917 सितंबर 2008प्रबंध निदेशक महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक लि. 9, नगीनदास मास्टर रोड विस्तार,फोर्ट मुंबई 400 001 महोदयएफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दर कृपया एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज की दरों से संबंधित 26 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 81/07.38.01/2006-07 देखें । इसकी समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 16 सितंबर 2008 को भारत में कारोबार की समाप्ति से अगली सूच
DBODआरबीआइ/2008-09/172 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ. बीसी. 31/07.38.01/2008-0917 सितंबर 2008प्रबंध निदेशक महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक लि. 9, नगीनदास मास्टर रोड विस्तार,फोर्ट मुंबई 400 001 महोदयएफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दर कृपया एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज की दरों से संबंधित 26 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 81/07.38.01/2006-07 देखें । इसकी समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 16 सितंबर 2008 को भारत में कारोबार की समाप्ति से अगली सूच
सित॰ 12, 2008
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं/कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान/जगह का अभिग्रहण -दिशानिर्देशों का उदारीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक भारिबैं/2008-09/162 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 25/03.05.33/2008-09 12 सितम्बर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं/कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान/जगह का अभिग्रहण -दिशानिर्देशों का उदारीकरणयह निर्णय लिया गया है कि उपर्युक्त विषय पर अनुसूचित वाणिज्य बैंकें को बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग के दिनांक 11 नवम्बर 1998 और 4 अगस्त 2000 के परिपत्रों क्रमश: बैंपविवि.सं.बीएल.बीसी.105/22.01.03/98 और बैंपव
भारतीय रिज़र्व बैंक भारिबैं/2008-09/162 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं. 25/03.05.33/2008-09 12 सितम्बर 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं/कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान/जगह का अभिग्रहण -दिशानिर्देशों का उदारीकरणयह निर्णय लिया गया है कि उपर्युक्त विषय पर अनुसूचित वाणिज्य बैंकें को बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग के दिनांक 11 नवम्बर 1998 और 4 अगस्त 2000 के परिपत्रों क्रमश: बैंपविवि.सं.बीएल.बीसी.105/22.01.03/98 और बैंपव
सित॰ 12, 2008
गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में दावों का निपटान
ž¸¸¢£¤¸ÿ/2008-09/163 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी. बीसी. 26/03.05.33/2008-09 12 सितंबर 2008 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में दावों का निपटानहाल ही में यह पूछा जा रहा है कि गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावे के निपटान हेतु नामिती/कानूनी वारिसों से प्राप्त दावों पर बैंक किस प्रणाली का अनुसरण करें ।2. गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावों का निपटान भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की धारा 107/108 के प्रावधानों के अनुसार किया जाएगा। धारा 107 ग
ž¸¸¢£¤¸ÿ/2008-09/163 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी. बीसी. 26/03.05.33/2008-09 12 सितंबर 2008 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में दावों का निपटानहाल ही में यह पूछा जा रहा है कि गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावे के निपटान हेतु नामिती/कानूनी वारिसों से प्राप्त दावों पर बैंक किस प्रणाली का अनुसरण करें ।2. गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावों का निपटान भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की धारा 107/108 के प्रावधानों के अनुसार किया जाएगा। धारा 107 ग
सित॰ 12, 2008
प्रकटन के जारिए बैंक के कार्यों में अधिक पारदर्शिता लाना
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्ख्र्ज्ञ्i आरबीआई 2008 - 2009/164 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 27/03.05.33/2008-09 12 सितम्बर 2008अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय,प्रकटन के जारिए बैंक के कार्यों में अधिक पारदर्शिता लानाबेहतरीन प्रथाओं से सामंज़ास्य बनाए रखते हुए प्रकटन के लिए व्यापक अपेक्षाओं के साथ बैंकों की पारदर्शिता को बडाने के लिए समय-समय पर कई उपाय किए ज़ा रहे हैं। प्रकटन की आवश्यकताओं की समीक्षा की ज़ा रही है। उनमें समय-समय पर संशोधन कि
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्ख्र्ज्ञ्i आरबीआई 2008 - 2009/164 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 27/03.05.33/2008-09 12 सितम्बर 2008अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय,प्रकटन के जारिए बैंक के कार्यों में अधिक पारदर्शिता लानाबेहतरीन प्रथाओं से सामंज़ास्य बनाए रखते हुए प्रकटन के लिए व्यापक अपेक्षाओं के साथ बैंकों की पारदर्शिता को बडाने के लिए समय-समय पर कई उपाय किए ज़ा रहे हैं। प्रकटन की आवश्यकताओं की समीक्षा की ज़ा रही है। उनमें समय-समय पर संशोधन कि
सित॰ 04, 2008
केद्रीय बाट - 2008-09 - कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योज़ना, 2008
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iभारिबैं/2008-09/154 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं.24/05.04.02/2008-09 4 सितंबर 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (स्थानीय क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित)प्रिय महोदय,केद्रीय बज़ट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योज़ना, 2008कृपया 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.जीसी.सं.72/05.04.02/ 2007-08 देखें ज़िसके साथ कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योज़ना, 2008 और हमारा बाद में ज़ारी 30 मई 2008 का परि
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iभारिबैं/2008-09/154 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं.24/05.04.02/2008-09 4 सितंबर 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (स्थानीय क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित)प्रिय महोदय,केद्रीय बज़ट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योज़ना, 2008कृपया 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.जीसी.सं.72/05.04.02/ 2007-08 देखें ज़िसके साथ कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योज़ना, 2008 और हमारा बाद में ज़ारी 30 मई 2008 का परि
अग॰ 28, 2008
फसल ऋण के लिए किसानों के लिए सरलीकृत चक्रीय ऋण उत्पाद
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iभारिबैं/2008-09/145 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं.23/05..04.02/2008-09 28 अगस्त 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित)महोदय,फसल ऋण के लिए किसानों के लिए सरलीकृत चक्रीय ऋण उत्पादकृपया वर्ष 2008-09 के वार्षिक नीति वक्तव्य का पैरा 138 और 139 (प्रति संलग्न) देखें।2. वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा में कृषि कर्मदारी पर राधाकृष्ण विशेष
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iभारिबैं/2008-09/145 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं.23/05..04.02/2008-09 28 अगस्त 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित)महोदय,फसल ऋण के लिए किसानों के लिए सरलीकृत चक्रीय ऋण उत्पादकृपया वर्ष 2008-09 के वार्षिक नीति वक्तव्य का पैरा 138 और 139 (प्रति संलग्न) देखें।2. वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा में कृषि कर्मदारी पर राधाकृष्ण विशेष
अग॰ 26, 2008
फसल ऋण के लिए उधार देने की क्रियाविधि का सरलीकरण
आरबीआइ /2008-09/140आरबीआइ /2008-09/140 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं.22/05..04.02/2008-09 26 अगस्त 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित)महोदय,फसल ऋण के लिए उधार देने की क्रियाविधि का सरलीकरण कृपया वर्ष 2008-09 के वार्षिक नीति वक्तव्य का पैरा 138 और 139 (प्रति संलग्न) देखें।2. वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा में कृषि कर्ज़दारी पर राधाकृष्ण विशेषज्ञ दल की उन सिफारिशों की ज़ांच करने क
आरबीआइ /2008-09/140आरबीआइ /2008-09/140 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं.22/05..04.02/2008-09 26 अगस्त 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित)महोदय,फसल ऋण के लिए उधार देने की क्रियाविधि का सरलीकरण कृपया वर्ष 2008-09 के वार्षिक नीति वक्तव्य का पैरा 138 और 139 (प्रति संलग्न) देखें।2. वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा में कृषि कर्ज़दारी पर राधाकृष्ण विशेषज्ञ दल की उन सिफारिशों की ज़ांच करने क
अग॰ 18, 2008
मध्य प्रदेश राज्य में दो नये जिलों का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन
़ख्र्ख्र्दृ्र॰ख्र्ज्ञ्/2008-09/130भारिबैं/2008-09/130 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बी सी सं.20 /02.08.01/2008-09 अगस्त 18, 2008अध्यक्ष,सभी अग्रणी बैंक, प्रिय महोदय,मध्य प्रदेश राज्य में दो नये जिलों का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन राजस्व विभाग, मध्य प्रदेश सरकार, भोपाल के दिनांक मई 17, 2008 और मई 15, 2008 के आदेश सं.एफ.1-40-VII-05-एस.6 और सं.एफ.1-1-2007-VII-एस.6 द्वारा अलीराजपुर(जिसमें सम्पुर्ण अलीराजपुर ,जेबट तथा भावरा तहसीलें शामिल हैं ) और सिंगरौली (जिसमें देवस
़ख्र्ख्र्दृ्र॰ख्र्ज्ञ्/2008-09/130भारिबैं/2008-09/130 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बी सी सं.20 /02.08.01/2008-09 अगस्त 18, 2008अध्यक्ष,सभी अग्रणी बैंक, प्रिय महोदय,मध्य प्रदेश राज्य में दो नये जिलों का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व का आबंटन राजस्व विभाग, मध्य प्रदेश सरकार, भोपाल के दिनांक मई 17, 2008 और मई 15, 2008 के आदेश सं.एफ.1-40-VII-05-एस.6 और सं.एफ.1-1-2007-VII-एस.6 द्वारा अलीराजपुर(जिसमें सम्पुर्ण अलीराजपुर ,जेबट तथा भावरा तहसीलें शामिल हैं ) और सिंगरौली (जिसमें देवस
अग॰ 18, 2008
प्रकटन के जरिए बैंक के कार्यों में अधिक पारदर्शिता लाना
आरबीआई 2008 / 2009- 131 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 21 / 07.38.03/2008-09 18 अगस्त 2008 सभी राज्यों/मध्यवर्ती सहकारी बैंकों के अध्यक्ष/कार्यपालक महोदय,प्रकटन के जरिए बैंक के कार्यों में अधिक पारदर्शिता लानाभारतीय रिज़र्व बैंक बेहतरीन प्रथाओं से सामंजस्य बनाए रखते हुए प्रकटन के लिए व्यापक अपेक्षाओं के साथ बैंकों की पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए समय-समय पर कई उपाय करता रहा है। प्रकटन की आवश्यकताओं की समीक्षा की जा रही है। उनमें समय-समय पर संशोधन किए गए हैं। इस दिशा में,
आरबीआई 2008 / 2009- 131 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 21 / 07.38.03/2008-09 18 अगस्त 2008 सभी राज्यों/मध्यवर्ती सहकारी बैंकों के अध्यक्ष/कार्यपालक महोदय,प्रकटन के जरिए बैंक के कार्यों में अधिक पारदर्शिता लानाभारतीय रिज़र्व बैंक बेहतरीन प्रथाओं से सामंजस्य बनाए रखते हुए प्रकटन के लिए व्यापक अपेक्षाओं के साथ बैंकों की पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए समय-समय पर कई उपाय करता रहा है। प्रकटन की आवश्यकताओं की समीक्षा की जा रही है। उनमें समय-समय पर संशोधन किए गए हैं। इस दिशा में,
अग॰ 05, 2008
विभेदक ब्याज दर योजना- आय सीमा में संशोधन- अर्ध
शहरी क्षेत्र के बारे में स्पष्टीकरण
शहरी क्षेत्र के बारे में स्पष्टीकरण
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआइ/2008-09/119 आरपीसीडी.एसपी.सं. 19/09.07.01/2008-09 05 अगस्त, 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयविभेदक ब्याज दर योजना- आय सीमा में संशोधन- अर्ध शहरी क्षेत्र के बारे में स्पष्टीकरण कृपया 10 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.एसपी.सं.बीसी.55/09.07.01/200708 देखें जिसमें सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों द्वारा कार्यान्वित की जा रही संशोधित आय सीमा सूचित की
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआइ/2008-09/119 आरपीसीडी.एसपी.सं. 19/09.07.01/2008-09 05 अगस्त, 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयविभेदक ब्याज दर योजना- आय सीमा में संशोधन- अर्ध शहरी क्षेत्र के बारे में स्पष्टीकरण कृपया 10 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.एसपी.सं.बीसी.55/09.07.01/200708 देखें जिसमें सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों द्वारा कार्यान्वित की जा रही संशोधित आय सीमा सूचित की
जुल॰ 31, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआइ/2008-09/108 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं. 16/03.05.28(बी) 31 जुलाई 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 26 जून 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी. बीसी. 84/03.05.28(बी)/2007-2008 देखें। जैसा कि वर्ष 2008-09 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा पर 29 जुलाई 2008 को जारी गवर्नर महोदय के वक्तव्य में उल्लेख किया गया है, चलनिधि की वर्तम
आरबीआइ/2008-09/108 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं. 16/03.05.28(बी) 31 जुलाई 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 26 जून 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी. बीसी. 84/03.05.28(बी)/2007-2008 देखें। जैसा कि वर्ष 2008-09 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा पर 29 जुलाई 2008 को जारी गवर्नर महोदय के वक्तव्य में उल्लेख किया गया है, चलनिधि की वर्तम
जुल॰ 31, 2008
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्× व्र्ख्र्ह्य्आरबीआइ सं. 2008-09/114 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं. 18 /03.05.072/2008-09 30 जुलाई 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयकृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंडजैसा कि आपको ज्ञात है, माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2008-09 के बजट भाषण (पैरा 73) में किसानों के लिए ऋण माफी और ऋण राहत योजना की घोषणा की है, जिसे अन्यों के साथ-साथ सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्× व्र्ख्र्ह्य्आरबीआइ सं. 2008-09/114 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी सं. 18 /03.05.072/2008-09 30 जुलाई 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदयकृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंडजैसा कि आपको ज्ञात है, माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2008-09 के बजट भाषण (पैरा 73) में किसानों के लिए ऋण माफी और ऋण राहत योजना की घोषणा की है, जिसे अन्यों के साथ-साथ सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्
जुल॰ 31, 2008
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ सं. 2008-09/113 ग्राआऋवि.केका.आरएफ. सं. 17/07.38.03/2008-09 30 जुलाई 2008 सभी राज्य सहकारी बैंक (एससीबी) तथा जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक (डीसीसीबी) महोदयकृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंडजैसा कि आपको ज्ञात है, माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2008-09 के बजट भाषण (पैरा 73) में किसानों के लिए ऋण माफी और ऋण राहत योजना की घोषणा की है, जिसे अन्यों के साथ-साथ सभी राज्य सहकारी बैंकों
आरबीआइ सं. 2008-09/113 ग्राआऋवि.केका.आरएफ. सं. 17/07.38.03/2008-09 30 जुलाई 2008 सभी राज्य सहकारी बैंक (एससीबी) तथा जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक (डीसीसीबी) महोदयकृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंडजैसा कि आपको ज्ञात है, माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2008-09 के बजट भाषण (पैरा 73) में किसानों के लिए ऋण माफी और ऋण राहत योजना की घोषणा की है, जिसे अन्यों के साथ-साथ सभी राज्य सहकारी बैंकों
जुल॰ 30, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
RBI / 2008-2009 / 105आरबीआइ/2008-09/105 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 15/07.02.01/2008-09 30 जुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकमहोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 26 जून 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 83/07.02.01/2007-2008 देखें। जैसा कि वर्ष 2008-09 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा पर 29 जुलाई 2008 को जारी गवर्नर महोदय के वक्तव्य में उल्लेख किया ग
RBI / 2008-2009 / 105आरबीआइ/2008-09/105 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 15/07.02.01/2008-09 30 जुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकमहोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 26 जून 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 83/07.02.01/2007-2008 देखें। जैसा कि वर्ष 2008-09 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा पर 29 जुलाई 2008 को जारी गवर्नर महोदय के वक्तव्य में उल्लेख किया ग
जुल॰ 23, 2008
दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए बैंकिंग सुविधाएं
ग्राआऋविआरबीआई /2008-09/99 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी. बीसी.सं.13/03.05.33/2008-09 23 जुलाई 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए बैंकिंग सुविधाएंयह बात हमारी जानकारी में लाई गई है कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठाने में दिक्कतें हो रही हैं। यह नोट किया जाए कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को चेक बुक सुविधा / एटीएम का परिचालन / लॉकर आदि सहित अन्य बैंकिंग सुविधाओंं से वंचित नहीं किया जा सकता क्यों कि वे वैधानिक रूप से इन सुविधाओं का ला
ग्राआऋविआरबीआई /2008-09/99 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी. बीसी.सं.13/03.05.33/2008-09 23 जुलाई 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए बैंकिंग सुविधाएंयह बात हमारी जानकारी में लाई गई है कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठाने में दिक्कतें हो रही हैं। यह नोट किया जाए कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को चेक बुक सुविधा / एटीएम का परिचालन / लॉकर आदि सहित अन्य बैंकिंग सुविधाओंं से वंचित नहीं किया जा सकता क्यों कि वे वैधानिक रूप से इन सुविधाओं का ला
जुल॰ 14, 2008
यूनियन बजट - 2008-09 - वर्ष 2008-09 में अल्पावधि फसल
ऋण हेतु 2 प्रतिशत ब्याजा की आर्थिक सहायता (सबवेंशन) योजना जारी रखने का प्रस्ताव
ऋण हेतु 2 प्रतिशत ब्याजा की आर्थिक सहायता (सबवेंशन) योजना जारी रखने का प्रस्ताव
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiभारिबैं/2008-09/94 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 11/05.04.02/2008-09 14 जलाई 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकमहोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - वर्ष 2008-09 में अल्पावधि फसल ऋण हेतु 2 प्रतिशत ब्याजा की आर्थिक सहायता (सबवेंशन) योजना जारी रखने का प्रस्ताव जैसा कि आपको ज्ञात है , माननीय वित्त मंत्री ने 2008-09 के अपने बजट भाषण (पैरा 57) में निम्नलिखित घोषणा की थी :-" अल्पावधि फसल ऋण का संवितरण प्रतिवर्ष 7
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiभारिबैं/2008-09/94 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 11/05.04.02/2008-09 14 जलाई 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकमहोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - वर्ष 2008-09 में अल्पावधि फसल ऋण हेतु 2 प्रतिशत ब्याजा की आर्थिक सहायता (सबवेंशन) योजना जारी रखने का प्रस्ताव जैसा कि आपको ज्ञात है , माननीय वित्त मंत्री ने 2008-09 के अपने बजट भाषण (पैरा 57) में निम्नलिखित घोषणा की थी :-" अल्पावधि फसल ऋण का संवितरण प्रतिवर्ष 7
जुल॰ 14, 2008
छत्तीसगढ़ राज्य में नए जिलों का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2008-09/95 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 12 /02.08.01/2008-09 जुलाई 14, 2008अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, छत्तीसगढ़ राज्य में नए जिलों का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार के दिनांक अप्रैल 28, 2007 के सरकारी आदेश सं.115 द्वारा नारायणपुर (जिसमें नारायणपुर तहसील शामिल हैं) और बीजापुर (जिसमें बीजापुर और भोपालपट्टनम तहसीलें शामिल है), इन दो नये जिलां का गठन किया है जिनको क्रमश:ध वर्तमान बस्तर और दन्तेवाडा जिलों से वि
भारिबैं/2008-09/95 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 12 /02.08.01/2008-09 जुलाई 14, 2008अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, छत्तीसगढ़ राज्य में नए जिलों का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार के दिनांक अप्रैल 28, 2007 के सरकारी आदेश सं.115 द्वारा नारायणपुर (जिसमें नारायणपुर तहसील शामिल हैं) और बीजापुर (जिसमें बीजापुर और भोपालपट्टनम तहसीलें शामिल है), इन दो नये जिलां का गठन किया है जिनको क्रमश:ध वर्तमान बस्तर और दन्तेवाडा जिलों से वि
जुल॰ 09, 2008
दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए बैंकिंग सुविधाएं
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न् / 2008-09 / 91आरबीआई/2008-09/91 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 1/07.06.00/ 2008-09 9 जुलाई 2008 18 आषाढ, शक 1930सभी राज्य सहकारी और जिला केन्द्रीय सहकारी बैंकमहोदय/महोदयादृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए बैंकिंग सुविधाएंयह बात हमारी जानकारी में लाई गई है कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठाने में दिक्कतें हो रही हैं। यह नोट किया जाए कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को चेक बुक सुविधा / एटीएम का परिचालन / लॉकर आदि सहित अन्य बैंकिंग सुविधाओंं से वंच
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न् / 2008-09 / 91आरबीआई/2008-09/91 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 1/07.06.00/ 2008-09 9 जुलाई 2008 18 आषाढ, शक 1930सभी राज्य सहकारी और जिला केन्द्रीय सहकारी बैंकमहोदय/महोदयादृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए बैंकिंग सुविधाएंयह बात हमारी जानकारी में लाई गई है कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठाने में दिक्कतें हो रही हैं। यह नोट किया जाए कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को चेक बुक सुविधा / एटीएम का परिचालन / लॉकर आदि सहित अन्य बैंकिंग सुविधाओंं से वंच
जून 26, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ/2007-08/384आरबीआइ/2007-08/384 संदर्भ ग्राआऋवि. केका. आरएफ.बीसी.सं. 83/07.02.01/2007-08 26 जून 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकमहोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखनाकृपया उपर्युक्त विषय पर 29 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 63/07.02.01/2007-08 देखें । वर्तमान वैश्वक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अ
आरबीआइ/2007-08/384आरबीआइ/2007-08/384 संदर्भ ग्राआऋवि. केका. आरएफ.बीसी.सं. 83/07.02.01/2007-08 26 जून 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकमहोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखनाकृपया उपर्युक्त विषय पर 29 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.सं. 63/07.02.01/2007-08 देखें । वर्तमान वैश्वक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अ
जून 26, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iआरबीआइ/2007-08/385 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 84 /03.05.28(बी)/2007-08. 26 जून 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.लल आरआरबी. सं.बीसी.64/03.05.28(बी)/ 2007-08 देखें। वर्तमान वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iआरबीआइ/2007-08/385 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 84 /03.05.28(बी)/2007-08. 26 जून 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.लल आरआरबी. सं.बीसी.64/03.05.28(बी)/ 2007-08 देखें। वर्तमान वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर
जून 25, 2008
धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व
आरबीआइ/2007-08/381 आरपीसीडी. केका.आरएफ. एएमएल. बीसी. सं. 81/07.40.00/2007-08 25 ज़ून 2008 मुख्य कार्यपालक सभी राय़ और केद्रीय सहकारी बैंकमहोदयधन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व कृपया 03 माफी 2006 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.आरएफं. एएमएल. बीसी. 65/07.02.12/ 2005-06 देखें। उक्त परिपत्र के पैराग्राफ 3 में यह सुनिश्चित किया गया था कि बैंकों से अपेक्षित है कि वे नियम 3 में उल्लिखित अपने ग्राहक के साथ किए गए लेनदेन से संबं
आरबीआइ/2007-08/381 आरपीसीडी. केका.आरएफ. एएमएल. बीसी. सं. 81/07.40.00/2007-08 25 ज़ून 2008 मुख्य कार्यपालक सभी राय़ और केद्रीय सहकारी बैंकमहोदयधन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व कृपया 03 माफी 2006 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.आरएफं. एएमएल. बीसी. 65/07.02.12/ 2005-06 देखें। उक्त परिपत्र के पैराग्राफ 3 में यह सुनिश्चित किया गया था कि बैंकों से अपेक्षित है कि वे नियम 3 में उल्लिखित अपने ग्राहक के साथ किए गए लेनदेन से संबं
जून 24, 2008
यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008
आरबीआइ/2007-08/378 आरपीसीडी.सं.पीएलएफएस.बीसी. 80/05.04.02/2007-08 24 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 19 जून 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.78 /05.04.02/ 2007-08 देखें ।2. उपर्युक्त परिपत्र के प्रश्न सं. 33 के बारे में प्रस्तुत स्पष्टीकरण भारत सरकार द्वारा निम्नानुसार संशोधित किया गया है" यदि ऋण मुर्गी-
आरबीआइ/2007-08/378 आरपीसीडी.सं.पीएलएफएस.बीसी. 80/05.04.02/2007-08 24 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 19 जून 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.78 /05.04.02/ 2007-08 देखें ।2. उपर्युक्त परिपत्र के प्रश्न सं. 33 के बारे में प्रस्तुत स्पष्टीकरण भारत सरकार द्वारा निम्नानुसार संशोधित किया गया है" यदि ऋण मुर्गी-
जून 23, 2008
भारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकन
आरबीआइ/2007-08/376 आरपीसीडी.केका.आरएफ.बीसी. सं. 79/07.02.03/2007-08 23 जून 2008अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक सभी राज्य और केद्रीय सहकारी बैंकमहोदयभारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकनकृपया "बैंकों के निवेश संविभाग प्रतिभूतियों में लेन-देन" पर दिनांक 23 मई 1995 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.सं.बीसी. 154/07.02.08/1994-95 देखें —2. ऐसा देखा गया है कि भारत सरकार ने पिछले कई वर्षों से समय-समय पर ऐसी अनेक विशेष प्रतिभूतियाँ जारी की हैं जो राज्य / केद्रीय सहकार
आरबीआइ/2007-08/376 आरपीसीडी.केका.आरएफ.बीसी. सं. 79/07.02.03/2007-08 23 जून 2008अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक सभी राज्य और केद्रीय सहकारी बैंकमहोदयभारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकनकृपया "बैंकों के निवेश संविभाग प्रतिभूतियों में लेन-देन" पर दिनांक 23 मई 1995 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.सं.बीसी. 154/07.02.08/1994-95 देखें —2. ऐसा देखा गया है कि भारत सरकार ने पिछले कई वर्षों से समय-समय पर ऐसी अनेक विशेष प्रतिभूतियाँ जारी की हैं जो राज्य / केद्रीय सहकार
जून 19, 2008
यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008
भारिबैं / 2007-08 / 373भारिबैं / 2007-08 / 373 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 78 /05.04.02 /2007-08 19 जून 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 तथा उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 देखें। आपका ध्यान दिनांक 30 मई 2008 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफए
भारिबैं / 2007-08 / 373भारिबैं / 2007-08 / 373 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 78 /05.04.02 /2007-08 19 जून 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 तथा उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 देखें। आपका ध्यान दिनांक 30 मई 2008 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफए
जून 18, 2008
धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व
आरबीआइ/2007-08/372 आरपीसीडी. केका.आरआरबी. बीसी. सं. 77/03.05.33(इ)/2007-08 18 जून 2008 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदयधन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व कृपया 09 मार्च 2006 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.आरआरबी. बीसी. 68/03.05.33(इ)/ 2005-06 देखें। उक्त परिपत्र के पैराग्राफ 3 में यह सूचित किया गया था कि बैंकों से अपेक्षित है कि वे नियम 3 में उल्लिखित अपने ग्राहक के साथ किए गए लेनदेन से संबंधित जानकारी हार्ड तथा
आरबीआइ/2007-08/372 आरपीसीडी. केका.आरआरबी. बीसी. सं. 77/03.05.33(इ)/2007-08 18 जून 2008 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदयधन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार बैंकों का दायित्व कृपया 09 मार्च 2006 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.आरआरबी. बीसी. 68/03.05.33(इ)/ 2005-06 देखें। उक्त परिपत्र के पैराग्राफ 3 में यह सूचित किया गया था कि बैंकों से अपेक्षित है कि वे नियम 3 में उल्लिखित अपने ग्राहक के साथ किए गए लेनदेन से संबंधित जानकारी हार्ड तथा
जून 13, 2008
यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008
आरबीआइ/2007-08/366 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 76/05.04.02/2007-08 13 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.72/05.04.02/2007-08 और उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण की माफी और ऋण राहत योजना 2008 देखें।2. इस संबंध में हम इसके साथ योजना के सुचारू कार्यान्वयन के लिए कतिपय अतिरिक्त अनुदेश भेज रहे
आरबीआइ/2007-08/366 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 76/05.04.02/2007-08 13 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.72/05.04.02/2007-08 और उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण की माफी और ऋण राहत योजना 2008 देखें।2. इस संबंध में हम इसके साथ योजना के सुचारू कार्यान्वयन के लिए कतिपय अतिरिक्त अनुदेश भेज रहे
जून 04, 2008
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को दिए गए बैंक अग्रिमों की निगरानी - विशेष विवरणी III- जून (वार्षिक) के सूचना देने वाले अंतिम शुक्रवार की स्थिति के अनुसार प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को अग्रिमों का वितरण
आरबीआइ/2007-08/ 357 ग्राआऋवि.स्टैट.बीसी.सं. 75 /11.01.04/2007-08 04 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदयप्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को दिए गए बैंक अग्रिमों की निगरानी - विशेष विवरणी III- जून (वार्षिक) के सूचना देने वाले अंतिम शुक्रवार की स्थिति के अनुसार प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को अग्रिमों का वितरण कृपया दिनांक 9 अगस्त 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. स्टैट. बीसी.सं. 18/11.01.04 /2007-08 देखें जिसमें
आरबीआइ/2007-08/ 357 ग्राआऋवि.स्टैट.बीसी.सं. 75 /11.01.04/2007-08 04 जून 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदयप्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को दिए गए बैंक अग्रिमों की निगरानी - विशेष विवरणी III- जून (वार्षिक) के सूचना देने वाले अंतिम शुक्रवार की स्थिति के अनुसार प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को अग्रिमों का वितरण कृपया दिनांक 9 अगस्त 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. स्टैट. बीसी.सं. 18/11.01.04 /2007-08 देखें जिसमें
मई 30, 2008
यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008
आरबीआइ/2007-08/340 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 73/05.04.02/2007-08 30 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं. प्लान.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 और उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 देखें ।2. इस संबंध में, भारत सरकार द्वारा दिनांक 23 मई 2008 के कार्यान्वयन परिपत्र द्वारा जारी स्पष्टीकरण
आरबीआइ/2007-08/340 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 73/05.04.02/2007-08 30 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय,यूनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं. प्लान.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 और उसके साथ प्रेषित कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 देखें ।2. इस संबंध में, भारत सरकार द्वारा दिनांक 23 मई 2008 के कार्यान्वयन परिपत्र द्वारा जारी स्पष्टीकरण
मई 30, 2008
युनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योजना, 2008
आरबीआइ/2007-08/344आरबीआइ/2007-08/344 ग्राआऋवि.केका.सं.पीएलएफएस.बीसी. 74/05.04.02/2007-08 30 मई , 2008अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(स्थानिय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,युनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योजना, 2008कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.72/ 05.04.02/2007-08 और उसके साथ भेजी गई कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योजना, 2008 देखें। आपका ध्यान हमारे दिनांक 30 मई 2008 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस.ब
आरबीआइ/2007-08/344आरबीआइ/2007-08/344 ग्राआऋवि.केका.सं.पीएलएफएस.बीसी. 74/05.04.02/2007-08 30 मई , 2008अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(स्थानिय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,युनियन बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योजना, 2008कृपया दिनांक 23 मई 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.72/ 05.04.02/2007-08 और उसके साथ भेजी गई कृषि ऋण माफा और ऋण राहत योजना, 2008 देखें। आपका ध्यान हमारे दिनांक 30 मई 2008 के परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस.ब
मई 23, 2008
केद्रीय बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना - 2008
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्ख्र्ज्ञ्iआरबीआइ/2007-08/330 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 23 मई 2008अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,केद्रीय बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना - 2008जैसा कि आप जानते हैं, वर्ष 2008-09 के अपने बजट अभिभाषण (पैरा - 73) में माननीय वित्त मंत्री ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और सहकारी धक्रेडिट सोसायटियों के साथ - साथ सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्ख्र्ज्ञ्iआरबीआइ/2007-08/330 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी. 72/05.04.02/2007-08 23 मई 2008अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)प्रिय महोदय,केद्रीय बजट - 2008-09 - कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना - 2008जैसा कि आप जानते हैं, वर्ष 2008-09 के अपने बजट अभिभाषण (पैरा - 73) में माननीय वित्त मंत्री ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और सहकारी धक्रेडिट सोसायटियों के साथ - साथ सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों
मई 22, 2008
RRBS Allowed to sell Loan Assets in excess of prescribed Priority Sector Exposure
RBI/2007-2008/326RPCD. CO. RRB. No. BC. 71 /03.05.33/2007-08May 22, 2008The ChairmanAll Regional Rural BanksDear SirIncreasing opportunities for flow of credit to priority sectorPlease refer to paragraph 137 of the Annual Policy Statement for the year 2008-09 (copy enclosed). As indicated in the annual Policy Statement, it has been decided to allow RRBs to sell loan assets held by them under priority sector categories in excess of the prescribed priority sector lendin
RBI/2007-2008/326RPCD. CO. RRB. No. BC. 71 /03.05.33/2007-08May 22, 2008The ChairmanAll Regional Rural BanksDear SirIncreasing opportunities for flow of credit to priority sectorPlease refer to paragraph 137 of the Annual Policy Statement for the year 2008-09 (copy enclosed). As indicated in the annual Policy Statement, it has been decided to allow RRBs to sell loan assets held by them under priority sector categories in excess of the prescribed priority sector lendin
मई 14, 2008
गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में दावों का निपटान
आरबीआइ/2007-08/319 आरपीसीडी.केका.आरएफ.बीसी.70/07.38.01/2007-08 14 मई 2008 सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय,गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में दावों का निपटान यह पूछा गया है कि गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावे के निपटान हेतु नामिती/कानूनी वारिसों से प्राप्त दावों पर बैंक किस प्रणाली का अनुसरण करें ।2. गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावों का निपटान भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की धारा 107/108 के प्रावधानों के अनुसार किया जाएगा । धारा 107 गुमशुदा व्यक्ति के
आरबीआइ/2007-08/319 आरपीसीडी.केका.आरएफ.बीसी.70/07.38.01/2007-08 14 मई 2008 सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय,गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में दावों का निपटान यह पूछा गया है कि गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावे के निपटान हेतु नामिती/कानूनी वारिसों से प्राप्त दावों पर बैंक किस प्रणाली का अनुसरण करें ।2. गुमशुदा व्यक्तियों के मामले में दावों का निपटान भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की धारा 107/108 के प्रावधानों के अनुसार किया जाएगा । धारा 107 गुमशुदा व्यक्ति के
मई 13, 2008
StCBs/DCCBs - Customer Charges for use of ATMs for Cash Withdrawal/Balance Enquiry
RBI/2007-2008/318 RPCD.CO.RF.BC.No. 69 / 07.06.00 / 2007-08 May 13, 2008 23 Vaishakha, Saka 1930 To All State and Central Co-operative Banks Dear Sir, Customer charges for use of ATMs for cash withdrawal and balance enquiry Automated Teller Machines (ATMs) have gained prominence as a delivery channel for banking transactions in India. Banks have been deploying ATMs to increase their reach. While ATMs facilitate a variety of banking transactions for customers, their ma
RBI/2007-2008/318 RPCD.CO.RF.BC.No. 69 / 07.06.00 / 2007-08 May 13, 2008 23 Vaishakha, Saka 1930 To All State and Central Co-operative Banks Dear Sir, Customer charges for use of ATMs for cash withdrawal and balance enquiry Automated Teller Machines (ATMs) have gained prominence as a delivery channel for banking transactions in India. Banks have been deploying ATMs to increase their reach. While ATMs facilitate a variety of banking transactions for customers, their ma
मई 06, 2008
झारखण्ड राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2007-08/315 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 67 /02.08.01/2007-08 मई 06, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, झारखण्ड राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग, झारखण्ड सरकार के दिनांक सितम्बर 12, 2007 के राजपत्र अधिसूचना सं.ए एस /पीआरए.इ.पीयुआर-05.07/2004 केए.4961 व 4960/झारखन्ड के द्वारा रामगढ और खूँटी नामक दो नये जिलों का गठन किया है ।नवनिर्मित जिले रामगढ़ में वही क्षेत्र सम्मिलित है ,जो
भारिबैं/2007-08/315 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 67 /02.08.01/2007-08 मई 06, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, झारखण्ड राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग, झारखण्ड सरकार के दिनांक सितम्बर 12, 2007 के राजपत्र अधिसूचना सं.ए एस /पीआरए.इ.पीयुआर-05.07/2004 केए.4961 व 4960/झारखन्ड के द्वारा रामगढ और खूँटी नामक दो नये जिलों का गठन किया है ।नवनिर्मित जिले रामगढ़ में वही क्षेत्र सम्मिलित है ,जो
मई 06, 2008
प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत कृषि को अप्रत्यक्ष वित्त के रूप में जनरल प्रयोजन क्रेडिट कार्ड और "नो - फ्रिल्स" खात ेमें ओवर-ड्राप्ट
आरबीआइ / 2007-08 / 313 आरपीसीडी.केका.प्लान.बीसी.सं. 66/04.09.01/2007-08 6 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सहित) महोदय,प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत कृषि को अप्रत्यक्ष वित्त के रूप में जनरल प्रयोजन क्रेडिट कार्ड और "नो - फ्रिल्स" खाते में ओवर-ड्राप्ट कृपया दिनांक 27 दिसंबर 2005 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.सं.आरआरबी.बीसी.59/ 03.05.33(एफ)/2005-06 देखें जिसमें सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों
आरबीआइ / 2007-08 / 313 आरपीसीडी.केका.प्लान.बीसी.सं. 66/04.09.01/2007-08 6 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सहित) महोदय,प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत कृषि को अप्रत्यक्ष वित्त के रूप में जनरल प्रयोजन क्रेडिट कार्ड और "नो - फ्रिल्स" खाते में ओवर-ड्राप्ट कृपया दिनांक 27 दिसंबर 2005 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.केका.सं.आरआरबी.बीसी.59/ 03.05.33(एफ)/2005-06 देखें जिसमें सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों
मई 06, 2008
कमज़ोर वर्ग हेतु उधार लक्ष्य - पालन सुनिश्चित करना
आरबीआइ / 2007-08 / 314 आरपीसीडी.केका.प्लान.बीसी.सं. 65 / 04.09.01/2007-08 6 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी देशी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय, कमज़ोर वर्ग हेतु उधार लक्ष्य - पालन सुनिश्चित करनाकृपया दिनांक 2 जुलाई 2007 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.सं. प्लान.बीसी. 5/04.09.01/2007-08 द्वारा प्रेषित प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार का मास्टर परिपत्र देखें जिसके अनुसार देशी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों से अपेक्षित
आरबीआइ / 2007-08 / 314 आरपीसीडी.केका.प्लान.बीसी.सं. 65 / 04.09.01/2007-08 6 मई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी देशी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय, कमज़ोर वर्ग हेतु उधार लक्ष्य - पालन सुनिश्चित करनाकृपया दिनांक 2 जुलाई 2007 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.सं. प्लान.बीसी. 5/04.09.01/2007-08 द्वारा प्रेषित प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार का मास्टर परिपत्र देखें जिसके अनुसार देशी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों से अपेक्षित
अप्रैल 30, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी)
आरबीआइ / 2007-08 /306 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.64/03.05.28(बी)/2007-08 30 अप्रैल , 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 अप्रैल, 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 61/03.05.28(बी)/2007-08(आरबीआइ/2007 - 08 /292) देखें। 29 अप्रैल 2008 को वर्ष 2008-09 के लिए जारी किए गए गवर्नर महोदय के वार्षिक नी
आरबीआइ / 2007-08 /306 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.64/03.05.28(बी)/2007-08 30 अप्रैल , 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 अप्रैल, 2008 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 61/03.05.28(बी)/2007-08(आरबीआइ/2007 - 08 /292) देखें। 29 अप्रैल 2008 को वर्ष 2008-09 के लिए जारी किए गए गवर्नर महोदय के वार्षिक नी
अप्रैल 29, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ / 2007-08/305 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 63/07.02.01/2007-08 29 अप्रैल 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 21 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2007-2008/288 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी सं. 59/07.02.01/2007-08 देखें ।29 अप्रैल 2008 को वर्ष 2008-09 के लिए जारी किए गए गवर्नर महोदय के वार्षिक नीति वक्तव्य में दिए गए अनुसार चलनिधि की परिवर्तनशील स्थिति की समीक्षा करने प
आरबीआइ / 2007-08/305 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 63/07.02.01/2007-08 29 अप्रैल 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 21 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2007-2008/288 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी सं. 59/07.02.01/2007-08 देखें ।29 अप्रैल 2008 को वर्ष 2008-09 के लिए जारी किए गए गवर्नर महोदय के वार्षिक नीति वक्तव्य में दिए गए अनुसार चलनिधि की परिवर्तनशील स्थिति की समीक्षा करने प
अप्रैल 22, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी)
आरबीआइ/2007-08/292 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं. 61 / 03.05.28(बी) / 2007-08 22 अप्रैल 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया उपर्युक्त विषय पर 31 अक्तूबर 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 35/03.05.28(बी) /2007-08 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के
आरबीआइ/2007-08/292 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं. 61 / 03.05.28(बी) / 2007-08 22 अप्रैल 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया उपर्युक्त विषय पर 31 अक्तूबर 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीसी. 35/03.05.28(बी) /2007-08 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के
अप्रैल 21, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ / 2007-08/288 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 59 / 07.02.01 / 2007-08 21 अप्रैल 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 अक्तूबर 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ / 2007-2008 / 174 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी सं. 34 / 07.02.01 / 2007-08 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर
आरबीआइ / 2007-08/288 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं. 59 / 07.02.01 / 2007-08 21 अप्रैल 2008सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 अक्तूबर 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ / 2007-2008 / 174 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी सं. 34 / 07.02.01 / 2007-08 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर
अप्रैल 15, 2008
मार्च 2009 तक सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की नई "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस)
आरबीआइ /2007-08/283 आरपीसीडी.एसपी.सं. 57/09.03.01/2007-08 15 अप्रैल 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर ) महोदय, मार्च 2009 तक सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की नई "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस) जैसा कि आपको ज्ञात है, स्वच्छकारों की मुक्ति और पुनर्वास के लिए राष्ट्रीय योजना (एनएसएलआरएस) वर्ष 1993 से सभी
आरबीआइ /2007-08/283 आरपीसीडी.एसपी.सं. 57/09.03.01/2007-08 15 अप्रैल 2008 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर ) महोदय, मार्च 2009 तक सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की नई "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस) जैसा कि आपको ज्ञात है, स्वच्छकारों की मुक्ति और पुनर्वास के लिए राष्ट्रीय योजना (एनएसएलआरएस) वर्ष 1993 से सभी
अप्रैल 15, 2008
स्वयं सहायता समूहों का कुल वित्तीय समावेशन और ऋण आवश्यकता
आरबीआइ / 2007-08 / 282 आरपीसीडी.एमएफएफआइ.बीसी.सं. 56 / 12.01.001/2007-08 15 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय,स्वयं सहायता समूहों का कुल वित्तीय समावेशन और ऋण आवश्यकता कृपया माइक्रो ऋण पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र आरपीसीडी.एमएफएफआइ. बीसी.सं. 08 / 12.01.001/2007-08 देखें जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि अन्य बातों के साथ-साथ ऐसे ऋण में न केवल गरीबों के विभिन्न कृषि और गैर-कृषि गतिविधियों के लिए
आरबीआइ / 2007-08 / 282 आरपीसीडी.एमएफएफआइ.बीसी.सं. 56 / 12.01.001/2007-08 15 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय,स्वयं सहायता समूहों का कुल वित्तीय समावेशन और ऋण आवश्यकता कृपया माइक्रो ऋण पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र आरपीसीडी.एमएफएफआइ. बीसी.सं. 08 / 12.01.001/2007-08 देखें जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि अन्य बातों के साथ-साथ ऐसे ऋण में न केवल गरीबों के विभिन्न कृषि और गैर-कृषि गतिविधियों के लिए
अप्रैल 10, 2008
विभेदक ब्याज दर (डीआरआइ) योजना - आय सीमा में संशोधन
आरबीआइ / 2007 - 08 / 279 आरपीसीडी.एसपी.बीसी.सं. 55 / 09.07.01/2007-08 10 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशकभारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक ( क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर )महोदय, विभेदक ब्याज दर (डीआरआइ) योजना - आय सीमा में संशोधनकृपया दिनांक 13 जून 2007 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.एसपी.बीसी.सं. 101 / 09.07.01 /2006-07 देखें जिसमें उपर्युक्त योजना की संशोधित ऋण सीमाओं के बारे में सूचित किया गया है जिसे वर्तमान में सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों द्वारा कार्यान्वित किया ज
आरबीआइ / 2007 - 08 / 279 आरपीसीडी.एसपी.बीसी.सं. 55 / 09.07.01/2007-08 10 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशकभारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक ( क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर )महोदय, विभेदक ब्याज दर (डीआरआइ) योजना - आय सीमा में संशोधनकृपया दिनांक 13 जून 2007 का हमारा परिपत्र आरपीसीडी.एसपी.बीसी.सं. 101 / 09.07.01 /2006-07 देखें जिसमें उपर्युक्त योजना की संशोधित ऋण सीमाओं के बारे में सूचित किया गया है जिसे वर्तमान में सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों द्वारा कार्यान्वित किया ज
अप्रैल 01, 2008
राजस्थान राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2007-08/271 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 53/02.08.01/2007-08 अप्रैल 01, 2008.अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, राजस्थान राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग(ग्रुप-1)राजस्थान सरकार, जयपुर के दिनांक जनवरी 25, 2008 के सरकारी अधिसूचना सं.पी 9 (17)र.ज.-1/07/3 द्वारा प्रतापगढ नामक नये जिले का गठन किया है जिसे वर्तमान चितौरगढ, बाँसवारा और उदयपुर जिलों से अलग करके बनाया गया है एवं इसका मुख्यालय प्रतापगढ है ।इस नये प्रतापगढ
भारिबैं/2007-08/271 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 53/02.08.01/2007-08 अप्रैल 01, 2008.अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, राजस्थान राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग(ग्रुप-1)राजस्थान सरकार, जयपुर के दिनांक जनवरी 25, 2008 के सरकारी अधिसूचना सं.पी 9 (17)र.ज.-1/07/3 द्वारा प्रतापगढ नामक नये जिले का गठन किया है जिसे वर्तमान चितौरगढ, बाँसवारा और उदयपुर जिलों से अलग करके बनाया गया है एवं इसका मुख्यालय प्रतापगढ है ।इस नये प्रतापगढ
अप्रैल 01, 2008
पीएमआरवाई - कार्यक्रम वर्ष 2007 - 08 के लिए मंजूर किए गए मामलों में मंजूरी और ऋण वितरण पूरा करने की समाप्ति की अंतिम तारीख को और आगे बढ़ाने के संबंध में
आरबीआइ / 2007-08/272 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 54/09.04.01/2007-08 01 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)प्रिय महोदय, पीएमआरवाई - कार्यक्रम वर्ष 2007 - 08 के लिए मंजूर किए गए मामलों में मंजूरी और ऋण वितरण पूरा करने की समाप्ति की अंतिम तारीख को और आगे बढ़ाने के संबंध में कार्यक्रम वर्ष 2007-08 की तिमाही सूची में यह अधिदेशित किए जाने के बावजूद कि, कार्यक्रम वर्ष के अंतर्गत सभी ऋण मंजूरियों और उनके
आरबीआइ / 2007-08/272 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 54/09.04.01/2007-08 01 अप्रैल 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)प्रिय महोदय, पीएमआरवाई - कार्यक्रम वर्ष 2007 - 08 के लिए मंजूर किए गए मामलों में मंजूरी और ऋण वितरण पूरा करने की समाप्ति की अंतिम तारीख को और आगे बढ़ाने के संबंध में कार्यक्रम वर्ष 2007-08 की तिमाही सूची में यह अधिदेशित किए जाने के बावजूद कि, कार्यक्रम वर्ष के अंतर्गत सभी ऋण मंजूरियों और उनके
मार्च 27, 2008
गुजरात राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2007-08/267 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 52/02.08.01/2007-08 मार्च 27, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक (सूचीनुसार) प्रिय महोदय, गुजरात राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग गुजरात सरकार के दिनांक सितम्बर 27, 2007 के सरकारी आदेश सं.पी एफ आर /5207/एम आर 56/एल.1 द्वारा तापी नामक नये जिले का गठन किया है जिसमें व्यारा, सोनगढ, उच्छल, निझार और वालोद तालुका शामिल हैं जिन्हें वर्तमान सूरत जिले से लिया गया है, जिसमें विभाजन के उपरान्त चोरयासी,
भारिबैं/2007-08/267 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 52/02.08.01/2007-08 मार्च 27, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक (सूचीनुसार) प्रिय महोदय, गुजरात राज्य में नए जिले का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग गुजरात सरकार के दिनांक सितम्बर 27, 2007 के सरकारी आदेश सं.पी एफ आर /5207/एम आर 56/एल.1 द्वारा तापी नामक नये जिले का गठन किया है जिसमें व्यारा, सोनगढ, उच्छल, निझार और वालोद तालुका शामिल हैं जिन्हें वर्तमान सूरत जिले से लिया गया है, जिसमें विभाजन के उपरान्त चोरयासी,
फ़र॰ 28, 2008
"अपने ग्राहक को जानिए"(केवाइसी) मानदंड / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी)
आरबीआइ/2007-08/250 आरपीसीडी.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी. सं. 51 /07.40.00/2007-08 28 फरवरी 2008 सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय"अपने ग्राहक को जानिए"(केवाइसी) मानदंड / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) 18 फरवरी 2005 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.सं.एएमएल.बीसी.80/07.40.00/ 2004-05 द्वारा बैंकों को सूचित किया गया था कि ग्राहक स्वीकृति नीति अपनाने तथा उसे लागू करने का यह परिणाम नहीं होना चाहिए कि सामान्य जनता, विशेष रूप से वे जो व
आरबीआइ/2007-08/250 आरपीसीडी.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी. सं. 51 /07.40.00/2007-08 28 फरवरी 2008 सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय"अपने ग्राहक को जानिए"(केवाइसी) मानदंड / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) 18 फरवरी 2005 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.सं.एएमएल.बीसी.80/07.40.00/ 2004-05 द्वारा बैंकों को सूचित किया गया था कि ग्राहक स्वीकृति नीति अपनाने तथा उसे लागू करने का यह परिणाम नहीं होना चाहिए कि सामान्य जनता, विशेष रूप से वे जो व
फ़र॰ 27, 2008
‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआइ/2007-08/248 आरपीसीडी.केका.आरआरबी.बीसी.सं.50 /03.05.33(इ)/2007-08 27 फरवरी 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अध्यक्ष महोदय ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक18 फरवरी 2005 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.केका. आरआरबी. सं.बीसी.81/ 03.05.33(इ)/2004-05 द्वारा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को सूचित किया गया था कि ग्राहक स्वीकृति नीति अपनाने तथा उसे लागू करने का यह परिणाम नहीं
आरबीआइ/2007-08/248 आरपीसीडी.केका.आरआरबी.बीसी.सं.50 /03.05.33(इ)/2007-08 27 फरवरी 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अध्यक्ष महोदय ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाइसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक18 फरवरी 2005 के हमारे परिपत्र आरपीसीडी.केका. आरआरबी. सं.बीसी.81/ 03.05.33(इ)/2004-05 द्वारा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को सूचित किया गया था कि ग्राहक स्वीकृति नीति अपनाने तथा उसे लागू करने का यह परिणाम नहीं
फ़र॰ 19, 2008
बैंको द्वारा मुर्गीपालन उद्योग को राहत उपायों हेतु दिशानिर्देश
आरबीआइ/2007-08/240 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं.48/05.04.02/2007-08 19 फरवरी 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक,महोदय,बैंको द्वारा मुर्गीपालन उद्योग को राहत उपायों हेतु दिशानिर्देश जैसा कि आप को ज्ञात है कि देश के कुछ भागों में एवियन इन्फलूंजा (बर्ड फलू) फैलने के मामले सामने आए हैं। मुर्गियों की छँटाई के साथ-साथ पोल्ट्री उत्पाद की मांग और उनके मूल्य में भारी गिरावट के कारण होने वाली आय में हुई क्षति के मद्देनजर बैंक उनके द्वारा वित
आरबीआइ/2007-08/240 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं.48/05.04.02/2007-08 19 फरवरी 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक,महोदय,बैंको द्वारा मुर्गीपालन उद्योग को राहत उपायों हेतु दिशानिर्देश जैसा कि आप को ज्ञात है कि देश के कुछ भागों में एवियन इन्फलूंजा (बर्ड फलू) फैलने के मामले सामने आए हैं। मुर्गियों की छँटाई के साथ-साथ पोल्ट्री उत्पाद की मांग और उनके मूल्य में भारी गिरावट के कारण होने वाली आय में हुई क्षति के मद्देनजर बैंक उनके द्वारा वित
फ़र॰ 19, 2008
अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को ऋण सुविधाएँ-संशोधित अनुबंध
भारिबैं/2007-08/24 ग्राआऋवि.एसपी. बीसी.सं. 49/09.09.01/2007-08 फरवरी 19, 2008 सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को ऋण सुविधाएँ-संशोधित अनुबंध कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 2/09.09.01/07-08 देखें । इस संबंध में हम सूचित करते हैं कि दिनांक 30 अप्रैल 2007 के ग्राआऋवि.सं.प्लान.बीसी.84/04.09.01/06-07 द्वारा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार देने संबंधी दिशा-निर्देश संशोधित किए
भारिबैं/2007-08/24 ग्राआऋवि.एसपी. बीसी.सं. 49/09.09.01/2007-08 फरवरी 19, 2008 सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को ऋण सुविधाएँ-संशोधित अनुबंध कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 2/09.09.01/07-08 देखें । इस संबंध में हम सूचित करते हैं कि दिनांक 30 अप्रैल 2007 के ग्राआऋवि.सं.प्लान.बीसी.84/04.09.01/06-07 द्वारा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार देने संबंधी दिशा-निर्देश संशोधित किए
फ़र॰ 14, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात बनाये रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआइ/2007-08/237 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी. सं.47/03.05.28(बी)/2007-08 14 फरवरी , 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात बनाये रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 21 अक्तूबर 1997 का हमारा परिपत्र बैपविवि.सं.बीसी.137 /12.02.001 / 97-98 देखें।बैंककारी विनियमन (संशोधन) अध्यादेश, 2007 के स्थान पर बैंककारी विनियमन (संशोधन) अधिनियम, 2007 दिनांक 23 जनवरी 2007 से लागू हुआ था। बैंककारी विनियमन अध
आरबीआइ/2007-08/237 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी. सं.47/03.05.28(बी)/2007-08 14 फरवरी , 2008सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय,बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात बनाये रखना - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 21 अक्तूबर 1997 का हमारा परिपत्र बैपविवि.सं.बीसी.137 /12.02.001 / 97-98 देखें।बैंककारी विनियमन (संशोधन) अध्यादेश, 2007 के स्थान पर बैंककारी विनियमन (संशोधन) अधिनियम, 2007 दिनांक 23 जनवरी 2007 से लागू हुआ था। बैंककारी विनियमन अध
जन॰ 15, 2008
तामीलनाडु राज्य में नए जिलें का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2007-08/223 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 46 /02.08.01/2007-08 जनवरी 15, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, तामीलनाडु राज्य में नए जिलें का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग (आर ए1(1) तामीलनाडु सरकार के दिनांक नवम्बर 19, 2007 के सरकारी आदेश सं.जी.ओ.(एम.एस) सं.684 द्वारा अरियालूर नामक नये जिलें का गठन किया है जिसे वर्तमान जिला पेरामबलूर को विभाजित करके बनाया गया है । इन जिलें में शामिल तालुकों के नाम निम्न तालिका में दर्शाये गये ह
भारिबैं/2007-08/223 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 46 /02.08.01/2007-08 जनवरी 15, 2008 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, तामीलनाडु राज्य में नए जिलें का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग (आर ए1(1) तामीलनाडु सरकार के दिनांक नवम्बर 19, 2007 के सरकारी आदेश सं.जी.ओ.(एम.एस) सं.684 द्वारा अरियालूर नामक नये जिलें का गठन किया है जिसे वर्तमान जिला पेरामबलूर को विभाजित करके बनाया गया है । इन जिलें में शामिल तालुकों के नाम निम्न तालिका में दर्शाये गये ह
जन॰ 08, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 17 (2) - आरक्षित निधि में से विनियोजन
आरबीआइ / 2007 -08 / 222 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 45 / 03.05.98 / 2007-08 8 जनवरी 2008अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 17 (2) - आरक्षित निधि में से विनियोजन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 51 के साथ पठित धारा 17 (2) के अनुसार जब कोई बैंक आरक्षित निधि में से कोई राशि या राशियों का विनियोजन करता है तो वह ऐसा विनियोजन करने की तारीख से 21 दिनों के अंदर विनियोजन करने से संबंधित परिस्थितियों का स्पष्टीकरण देते
आरबीआइ / 2007 -08 / 222 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 45 / 03.05.98 / 2007-08 8 जनवरी 2008अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 17 (2) - आरक्षित निधि में से विनियोजन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 51 के साथ पठित धारा 17 (2) के अनुसार जब कोई बैंक आरक्षित निधि में से कोई राशि या राशियों का विनियोजन करता है तो वह ऐसा विनियोजन करने की तारीख से 21 दिनों के अंदर विनियोजन करने से संबंधित परिस्थितियों का स्पष्टीकरण देते
दिस॰ 28, 2007
वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करना
आरबीआई/2007-2008/218 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 44 / 05.03.095/2007-08 28 दिसंबर 2007अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करनाकृपया वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 149 (उद्धरण की प्रति संलग्न) देखें — इस समय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जोखिम भारित परिसंपत्ति की तुलना में पूंजी अनुपात (सीआरएआर) की परिधि से बाहर हैं —
आरबीआई/2007-2008/218 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 44 / 05.03.095/2007-08 28 दिसंबर 2007अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकप्रिय महोदय वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करनाकृपया वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 149 (उद्धरण की प्रति संलग्न) देखें — इस समय, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जोखिम भारित परिसंपत्ति की तुलना में पूंजी अनुपात (सीआरएआर) की परिधि से बाहर हैं —
दिस॰ 14, 2007
कर्नाटक राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व
भारिबैं/2007-08/212 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 43 /02.08.01/2007-08 दिसम्बर 14, 2007 अध्यक्ष,सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार ) प्रिय महोदय, कर्नाटक राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग (एल ए क्यू/एस एस एल आर) कर्नाटक सरकार के दिनांक अगस्त 03, 2007 के राजपत्र अधिसूचना सं.आर डी 27 भूदापु 2006(ज्.3) के द्वारा दिनांक 10 सितम्बर 2007 से रामनगर और चिक्कबल्लापुरा इन दो नये जिलों का गठन किया है जिनका विवरण निम्न तालिका में उन जिलां के सामने दर्शाय
भारिबैं/2007-08/212 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं. 43 /02.08.01/2007-08 दिसम्बर 14, 2007 अध्यक्ष,सभी अग्रणी बैंक, (सूचीनुसार ) प्रिय महोदय, कर्नाटक राज्य में नए जिलां का गठन - अग्रणी बैंक उत्तरदायित्व राजस्व विभाग (एल ए क्यू/एस एस एल आर) कर्नाटक सरकार के दिनांक अगस्त 03, 2007 के राजपत्र अधिसूचना सं.आर डी 27 भूदापु 2006(ज्.3) के द्वारा दिनांक 10 सितम्बर 2007 से रामनगर और चिक्कबल्लापुरा इन दो नये जिलों का गठन किया है जिनका विवरण निम्न तालिका में उन जिलां के सामने दर्शाय
दिस॰ 12, 2007
प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को प्रायोजक बैंकों /वाणिज्य बैंकों द्वारा निधियां प्रदान करना
आरबीआइ/2007-08/209 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बी.सी.42/04.09.01.2007-08 12 दिसंबर 2007 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) प्रिय महोदय प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को प्रायोजक बैंकों /वाणिज्य बैंकों द्वारा निधियां प्रदान करना कृपया प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. प्लान.बीसी. 5 /04.09.01/2007-08 देखें। कृषि क्षेत्र क
आरबीआइ/2007-08/209 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बी.सी.42/04.09.01.2007-08 12 दिसंबर 2007 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) प्रिय महोदय प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को प्रायोजक बैंकों /वाणिज्य बैंकों द्वारा निधियां प्रदान करना कृपया प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. प्लान.बीसी. 5 /04.09.01/2007-08 देखें। कृषि क्षेत्र क
दिस॰ 10, 2007
अग्रणी बैंक योजना - जम्मू और काश्मीर में अनंतनाग,बडग्ााँम, पुलवामा तथा श्रीनगर जिलों के संबंध में अग्रणी बैंक का उत्तरदायित्व स्थायी रूप से सौपना
भारिबैं/2007-08/207 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं 41 /02.08.01/2007-08 दिसम्बर 10, 2007अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, अग्रणी बैंक योजना - जम्मू और काश्मीर में अनंतनाग,बडग्ााँम, पुलवामा तथा श्रीनगर जिलों के संबंध में अग्रणी बैंक का उत्तरदायित्व स्थायी रूप से सौपनाकृपया दिनांक मार्च 29, 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.एलबीएस.बीसी.59/02.08.01/2006-07 देखें जिसके अंतर्गत जम्मू और काश्मीर बैंक लिमिटेड को अनंतनाग,बडग्ााँम, पुलवामा तथा श्रीनगर जिलों के सं
भारिबैं/2007-08/207 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.बीसी.सं 41 /02.08.01/2007-08 दिसम्बर 10, 2007अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक (सूचीनुसार)प्रिय महोदय, अग्रणी बैंक योजना - जम्मू और काश्मीर में अनंतनाग,बडग्ााँम, पुलवामा तथा श्रीनगर जिलों के संबंध में अग्रणी बैंक का उत्तरदायित्व स्थायी रूप से सौपनाकृपया दिनांक मार्च 29, 2007 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.सं.एलबीएस.बीसी.59/02.08.01/2006-07 देखें जिसके अंतर्गत जम्मू और काश्मीर बैंक लिमिटेड को अनंतनाग,बडग्ााँम, पुलवामा तथा श्रीनगर जिलों के सं
दिस॰ 04, 2007
वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करना
आरबीआई / 2007 - 2008 / 203 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. 40 / 07.38.03/2007-084 दिसंबर 2007 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय महोदय वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करनाकृपया वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 149 (उद्धरण की प्रति संलग्न) देखें । इस समय, राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक जोखिम भारित परिसंपत्ति की तुलना में पूंज
आरबीआई / 2007 - 2008 / 203 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी. 40 / 07.38.03/2007-084 दिसंबर 2007 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी राज्य / मध्यवर्ती सहकारी बैंकप्रिय महोदय वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंकों पर पूंजी पर्याप्तता मानदंड लागू करनाकृपया वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 149 (उद्धरण की प्रति संलग्न) देखें । इस समय, राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक जोखिम भारित परिसंपत्ति की तुलना में पूंज
नव॰ 29, 2007
निश्चित अवरुद्धता अवधि वाली जमा योजनाएं
आरबीआइ/2007-08/196 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं..39/03.05.33/2007-08 29 नवंबर 2007 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक(आरआरबी) महोदय निश्चित अवरुद्धता अवधि वाली जमा योजनाएं हमारे ध्यान में यह लाया गया है कि कुछ बैंक नियमित मीयादी जमाराशियों के अतिरिक्त अपने ग्राहकों को 300 दिन से पांच वर्ष तक की विस्तारित सीमा वाले विशेष मीयादी जमाराशि उत्पाद प्रस्तावित कर रहे हैं जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं :i. 6 से 12 महीने तक की विस्तारित सीमा वाली निश्चित अवरुद्धता अवधि; ii. निश
आरबीआइ/2007-08/196 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं..39/03.05.33/2007-08 29 नवंबर 2007 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक(आरआरबी) महोदय निश्चित अवरुद्धता अवधि वाली जमा योजनाएं हमारे ध्यान में यह लाया गया है कि कुछ बैंक नियमित मीयादी जमाराशियों के अतिरिक्त अपने ग्राहकों को 300 दिन से पांच वर्ष तक की विस्तारित सीमा वाले विशेष मीयादी जमाराशि उत्पाद प्रस्तावित कर रहे हैं जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं :i. 6 से 12 महीने तक की विस्तारित सीमा वाली निश्चित अवरुद्धता अवधि; ii. निश
नव॰ 22, 2007
ऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपलडिसेबिलिटीज़ वाले अपंग व्यक्तियों को अधिकार देनेवाले राष्ट्रीयन्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत जारी कानूनी अभिभावक प्रमाणपत्र
आरबीआइ /2007-08/ 191 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 38/03.05.33/2007-08 22 नवंबर 2007 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदयऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपलडिसेबिलिटीज़ वाले अपंग व्यक्तियों को अधिकार देनेवाले राष्ट्रीयन्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत जारी कानूनी अभिभावक प्रमाणपत्र नैशनल ट्रस्ट फॉर दि वेलफेयर ऑफ पर्सन्स विद ऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपल डिसेबिलिटीज़ (न्यास) ने हमें सूचित किया है कि ऐसा एक प्रश्न उठा है कि बैंक त
आरबीआइ /2007-08/ 191 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं.बीसी. 38/03.05.33/2007-08 22 नवंबर 2007 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदयऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपलडिसेबिलिटीज़ वाले अपंग व्यक्तियों को अधिकार देनेवाले राष्ट्रीयन्यास अधिनियम, 1999 के अंतर्गत जारी कानूनी अभिभावक प्रमाणपत्र नैशनल ट्रस्ट फॉर दि वेलफेयर ऑफ पर्सन्स विद ऑटिसम, सेरेब्रल पाल्सि, मेंटल रिटार्डेशन तथा मल्टिपल डिसेबिलिटीज़ (न्यास) ने हमें सूचित किया है कि ऐसा एक प्रश्न उठा है कि बैंक त
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