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फ़रवरी 20, 2004
उपहार के रूप में वस्तुओं का निर्यात - उदारीकरण
आर.बी.आइ/2004/66 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 73 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय उपहार के रूप में वस्तुओं का निर्यात - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 के विनियम 4 के खण्ड(ङ) के अनुसार, मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000-आरबी में दिया गया है कि उपहार के रूप में वस्तुओं
आर.बी.आइ/2004/66 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 73 20 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय उपहार के रूप में वस्तुओं का निर्यात - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 16, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं.11 की ओर आकृष्ट किया जाता हैं। विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 के विनियम 4 के खण्ड(ङ) के अनुसार, मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000-आरबी में दिया गया है कि उपहार के रूप में वस्तुओं
फ़रवरी 12, 2004
फेमा 1999 - अनिवासी भारतीयों को रुपया ऋण की मंजूरी - उदारीकरण
आर.बी.आइ/2004/55 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 69 12 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - अनिवासी भारतीयों को रुपया ऋण की मंजूरी - उदारीकरण मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.4/2000 आरबी-द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपया में ऋण लेना और देना) विनियमावली, 2000 के प्रावधानों के अंतर्गत प्राधिकृत व्यापारियों को अनिवासी भारतीयों को रुपये में ऋण (i) भारत में धारित शेयरों अथवा अचल संपत्ति की ज़मानत पर निजी अथवा कारोबार क
आर.बी.आइ/2004/55 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 69 12 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - अनिवासी भारतीयों को रुपया ऋण की मंजूरी - उदारीकरण मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.4/2000 आरबी-द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपया में ऋण लेना और देना) विनियमावली, 2000 के प्रावधानों के अंतर्गत प्राधिकृत व्यापारियों को अनिवासी भारतीयों को रुपये में ऋण (i) भारत में धारित शेयरों अथवा अचल संपत्ति की ज़मानत पर निजी अथवा कारोबार क
फ़रवरी 11, 2004
काल और सेवाओं का निर्यात - उदारीकरण
आर.बी.आइ/2004/54 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 68 11 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय काल और सेवाओं का निर्यात - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितम्बर 9, 2000 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 12 के परिशिष्ट के पैराग्राफ सी 20 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें बेचान के लिए/ पोत लदान देस्तावेजों को सावधानी सूची में शामिल निर्यातकों से जीआर/ एसडीएफ/ पीपी/ सॉफटेक्स फार्मों पर घोषित अथवा उनके द्वारा भरी गई
आर.बी.आइ/2004/54 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 68 11 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय काल और सेवाओं का निर्यात - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितम्बर 9, 2000 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 12 के परिशिष्ट के पैराग्राफ सी 20 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें बेचान के लिए/ पोत लदान देस्तावेजों को सावधानी सूची में शामिल निर्यातकों से जीआर/ एसडीएफ/ पीपी/ सॉफटेक्स फार्मों पर घोषित अथवा उनके द्वारा भरी गई
फ़रवरी 06, 2004
फेमा 1999 - भारत में आयात -आयात बिलों/दस्तावेजों की सीधी प्राप्ति - उदारीकरण
आर.बी.आइ/2004/45 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 66 6 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - भारत में आयात -आयात बिलों/दस्तावेजों की सीधी प्राप्ति - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 106 के परिशिष्ट के पैराग्राफ अ.12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें प्राधिकृत व्यापारियों को विदेशी आपूर्तिकर्ताओं से आयातकों को सीधे ही प्राप्त हो गए कतिपय आयात बिलों/ दस्तावेजों के संबंध
आर.बी.आइ/2004/45 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 66 6 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय फेमा 1999 - भारत में आयात -आयात बिलों/दस्तावेजों की सीधी प्राप्ति - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 106 के परिशिष्ट के पैराग्राफ अ.12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें प्राधिकृत व्यापारियों को विदेशी आपूर्तिकर्ताओं से आयातकों को सीधे ही प्राप्त हो गए कतिपय आयात बिलों/ दस्तावेजों के संबंध
फ़रवरी 06, 2004
विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के अंतर्गत शेष गतिविधियों के लिए स्वचालित मार्ग से संबंधित स्पष्टीकरण
आर.बी.आई./2004/46 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.67 फरवरी 6, 2004 सेवा में, विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के अंतर्गत शेष गतिविधियों के लिए स्वचालित मार्ग से संबंधित स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिसंबर 3, 2003 के एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.38 के साथ भेजे गए भारत में विदेशी निवेश को कवर करनेवाले से समाविष्ट विनियामक प्रावधानों का सारांश और जून 18, 2003 की अधिसूचना सं. फेमा.9/2003 आर.बी. की ओर आकृष
आर.बी.आई./2004/46 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.67 फरवरी 6, 2004 सेवा में, विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के अंतर्गत शेष गतिविधियों के लिए स्वचालित मार्ग से संबंधित स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिसंबर 3, 2003 के एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.38 के साथ भेजे गए भारत में विदेशी निवेश को कवर करनेवाले से समाविष्ट विनियामक प्रावधानों का सारांश और जून 18, 2003 की अधिसूचना सं. फेमा.9/2003 आर.बी. की ओर आकृष
फ़रवरी 05, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999-विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली में संशोधन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 आरबीआई/2004/43 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.65 5 फरवरी  2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999- विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली में संशोधन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान निम्नलिखित से संबंधित ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्रों की ओर आकर्षित किया जाता है:- i.          जोखिम प्रबंध और भा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 आरबीआई/2004/43 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.65 5 फरवरी  2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999- विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली में संशोधन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान निम्नलिखित से संबंधित ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्रों की ओर आकर्षित किया जाता है:- i.          जोखिम प्रबंध और भा
फ़रवरी 04, 2004
निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना
भारिबैंक/2004/39 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 64 4 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना जैसा कि आप जानते हैं, हम देश की समष्टि आर्थिक विकास का बहुत ही सूक्ष्म रूप से अनुप्रवर्तन करते रहे हैं और इस बदलते परिदृष्य के परिप्रेक्ष्य में उपयुक्त नीति की शुरूवात करते रहे हैं। निवासियों को उपलब्ध विदेशी मुद्रा की सुविधाओं को और अधिक सरल और उदारीकृत बनाने के अगले चरण के
भारिबैंक/2004/39 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 64 4 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 25,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत प्रेषण योजना जैसा कि आप जानते हैं, हम देश की समष्टि आर्थिक विकास का बहुत ही सूक्ष्म रूप से अनुप्रवर्तन करते रहे हैं और इस बदलते परिदृष्य के परिप्रेक्ष्य में उपयुक्त नीति की शुरूवात करते रहे हैं। निवासियों को उपलब्ध विदेशी मुद्रा की सुविधाओं को और अधिक सरल और उदारीकृत बनाने के अगले चरण के
फ़रवरी 03, 2004
अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थागत निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश
आर.बी.आइ/2004/37 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 63 3 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थागत निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2002-आरबी, समय समय पर यथा संशोधित, की अनुसूची 5 के पैराग्राफ 1 और 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार वित्तीय संस्थागत निवेशकों एवं अनिवासी भारतीयों को प्रत्यावर्तन के आधार पर सरकारी प्रतिभूतियां खर
आर.बी.आइ/2004/37 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 63 3 फरवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थागत निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2002-आरबी, समय समय पर यथा संशोधित, की अनुसूची 5 के पैराग्राफ 1 और 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार वित्तीय संस्थागत निवेशकों एवं अनिवासी भारतीयों को प्रत्यावर्तन के आधार पर सरकारी प्रतिभूतियां खर
जनवरी 31, 2004
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी)
आर.बी.आइ/2003-04/34 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 60 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) 1. प्रस्तावना नवंबर 14ए 2003 को घोषित बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित अस्थायी उपायों के स्थान पर अधिक पारदर्शी और सरल नीतियां एवं प्रक्रिया को लागू करने के विचार से बाह्य वाणिज्यिक उधार संबंधी दिशानिदेशों की समीक्षा की गई है। यह समीक्षा वर्तमान समष्टि आर्थिक परिस्थिति, बाह्य क्षेत्र के प्रबंध में आने वाली चुनौति
आर.बी.आइ/2003-04/34 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 60 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) 1. प्रस्तावना नवंबर 14ए 2003 को घोषित बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित अस्थायी उपायों के स्थान पर अधिक पारदर्शी और सरल नीतियां एवं प्रक्रिया को लागू करने के विचार से बाह्य वाणिज्यिक उधार संबंधी दिशानिदेशों की समीक्षा की गई है। यह समीक्षा वर्तमान समष्टि आर्थिक परिस्थिति, बाह्य क्षेत्र के प्रबंध में आने वाली चुनौति
जनवरी 31, 2004
अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों और विदेशी नागरिकों के लिए उदारीकृत प्रेषण सुविधाएं
आर.बी.आइ/2004/36 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 62 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों और विदेशी नागरिकों के लिए उदारीकृत प्रेषण सुविधाएं फेमा विनियमावली में संशोधन स्पष्टीकरण संबंधी दिशानिदेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 13, 2003 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं. 67 के पैराग्राफ 4 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार अनिवासी भारतीय/भारतीय मूल के व्यक्ति/ विदेशी नागरिकों (
आर.बी.आइ/2004/36 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 62 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों और विदेशी नागरिकों के लिए उदारीकृत प्रेषण सुविधाएं फेमा विनियमावली में संशोधन स्पष्टीकरण संबंधी दिशानिदेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 13, 2003 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रं. 67 के पैराग्राफ 4 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार अनिवासी भारतीय/भारतीय मूल के व्यक्ति/ विदेशी नागरिकों (
जनवरी 31, 2004
काल और सॉफटवेयर का निर्यात की घोषणा से छूट
आर.बी.आइ/2004/35 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 61 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय काल और सॉफटवेयर का निर्यात की घोषणा से छूट प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा 23/2000-आरबी के विनियम 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्रत्येक निर्यातक को माल अथवा भौतिक रूप में सॉफटवेयर अथवा किसी और रूप में निर्यात के लिए जीआर/एसडीएफ/पीपी/सॉफटवेयर फार्म में यह पुष्टि करते हुए घोषणा करनी होती है कि माल अथ
आर.बी.आइ/2004/35 एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 61 31 जनवरी 2004 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय काल और सॉफटवेयर का निर्यात की घोषणा से छूट प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा 23/2000-आरबी के विनियम 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्रत्येक निर्यातक को माल अथवा भौतिक रूप में सॉफटवेयर अथवा किसी और रूप में निर्यात के लिए जीआर/एसडीएफ/पीपी/सॉफटवेयर फार्म में यह पुष्टि करते हुए घोषणा करनी होती है कि माल अथ
जनवरी 01, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध - (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (पांचवां संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400001 अधिसूचना सं.फेमा.108/2003-आरबी दिनांक :22 दिसंबर, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध - (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (पांचवां संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों के प्रयोग तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 120/आरबी-2004 में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक विदेश
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400001 अधिसूचना सं.फेमा.108/2003-आरबी दिनांक :22 दिसंबर, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध - (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (पांचवां संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों के प्रयोग तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 120/आरबी-2004 में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक विदेश
जनवरी 01, 2004
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (पांचवा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंकविदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.109/2003-आरबी     दिनांक : 22 दिसंबर, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (पांचवा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी)
भारतीय रिज़र्व बैंकविदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.109/2003-आरबी     दिनांक : 22 दिसंबर, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (पांचवा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी)
दिसंबर 05, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात-उदारीकरण
ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 (5 दिसंबर 2003)
माल और सेवाओं का निर्यात-उदारीकरण ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 (5 दिसंबर 2003) भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 5 दिसंबर 2003 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात-उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान माल और सेवाओं के निर्यात से संबंधित समय -समय पर यथा संशोधित 9 सितंबर 2000 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 12 तथा उक्त परिपत्र के भाग सी, जिसमें
माल और सेवाओं का निर्यात-उदारीकरण ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 (5 दिसंबर 2003) भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 5 दिसंबर 2003 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात-उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान माल और सेवाओं के निर्यात से संबंधित समय -समय पर यथा संशोधित 9 सितंबर 2000 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 12 तथा उक्त परिपत्र के भाग सी, जिसमें
दिसंबर 03, 2003
भारत में विदेशी निवेश
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण वि?ााग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.38 दिसंबर 3, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में विदेशी निवेश * विदेशी प्रत्यक्ष निवेश से संबंधित हाल ही के उदारीकरण उपाय - फेमा सं.94/2000-आरबी * भारत में विदेशी निवेशों को समाविष्ट करने वाले विनियामक प्रावधानों का सारांश प्राधिकृत व्यापारियों यह विनियमावली विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रत
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण वि?ााग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.38 दिसंबर 3, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में विदेशी निवेश * विदेशी प्रत्यक्ष निवेश से संबंधित हाल ही के उदारीकरण उपाय - फेमा सं.94/2000-आरबी * भारत में विदेशी निवेशों को समाविष्ट करने वाले विनियामक प्रावधानों का सारांश प्राधिकृत व्यापारियों यह विनियमावली विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रत
दिसंबर 03, 2003
भारत में विदेशी निवेश - स्वामित्व प्रतिष्ठान/साझेदारी फ़र्म में निवेश
एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.39 दिसंबर 3, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय भारत में विदेशी निवेश - स्वामित्व प्रतिष्ठान/साझेदारी फ़र्म में निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में फर्म या स्वामित्व प्रतिष्ठान में निवेश) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसे विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 के, भारत में विदेशी निवेश से संबंधित प्रावधानों को लागू करने के लिए मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.24/2000
एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.39 दिसंबर 3, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय भारत में विदेशी निवेश - स्वामित्व प्रतिष्ठान/साझेदारी फ़र्म में निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में फर्म या स्वामित्व प्रतिष्ठान में निवेश) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसे विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 के, भारत में विदेशी निवेश से संबंधित प्रावधानों को लागू करने के लिए मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.24/2000
नवंबर 15, 2003
भारत में परियोजना कार्यालय खोलने और परिसंपत्तियों के प्रेषण की अनुमति - परियोजना कार्यालय
 भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई-400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.37 नवंबर 15, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में परियोजना कार्यालय खोलने और परिसंपत्तियों के प्रेषण की अनुमति - परियोजना कार्यालय प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान भारत से बाहर निवास करने वाले व्यक्ति द्वारा भारत में शाखा अथवा कार्यालय कारोबार का अन्य स्थान खोलने के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.22/2000-आ
 भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई-400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.37 नवंबर 15, 2003 संवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में परियोजना कार्यालय खोलने और परिसंपत्तियों के प्रेषण की अनुमति - परियोजना कार्यालय प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान भारत से बाहर निवास करने वाले व्यक्ति द्वारा भारत में शाखा अथवा कार्यालय कारोबार का अन्य स्थान खोलने के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.22/2000-आ
नवंबर 14, 2003
एकमुश्त शुल्क/रॉयल्टी/ईसीबी का पूंजीकरण - उदारीकरण
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.34 नवंबर 14, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय एकमुश्त शुल्क/रॉयल्टी/ईसीबी का पूंजीकरण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000 -आरबी के विनियम 5(1) और उसकी अनुसूची I के पैरा 8 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार भारत में कंपनी द्वारा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश योजना के अंतर्गत भारत के बाहर के निवासी व्यक्ति को (बांगलादेश अथवा पाकिस्तान अथवा श्रीलंका के अलाव
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.34 नवंबर 14, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय एकमुश्त शुल्क/रॉयल्टी/ईसीबी का पूंजीकरण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000 -आरबी के विनियम 5(1) और उसकी अनुसूची I के पैरा 8 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार भारत में कंपनी द्वारा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश योजना के अंतर्गत भारत के बाहर के निवासी व्यक्ति को (बांगलादेश अथवा पाकिस्तान अथवा श्रीलंका के अलाव
नवंबर 14, 2003
बाह्य वाणिज्यिक उधार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.36 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 5, 2000 और सितंबर 17, 2002 के क्रमानुसार ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 10 और 23 एवं भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) की नवंबर 12, 2003 की प्रेस विज्ञप्ति एफ.सं.4(35)/2003-ईसीबी की ओर आकृष्ट किया जाता हैं । 2. तदनुसार, हम वर्त
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.36 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 5, 2000 और सितंबर 17, 2002 के क्रमानुसार ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 10 और 23 एवं भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) की नवंबर 12, 2003 की प्रेस विज्ञप्ति एफ.सं.4(35)/2003-ईसीबी की ओर आकृष्ट किया जाता हैं । 2. तदनुसार, हम वर्त
नवंबर 14, 2003
म्यूच्युअल फंडों के युनिटों जारी करना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.35 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया म्यूच्युअल फंडों के युनिटों जारी करना वर्तमान में भारतीय आस्ति प्रबंध कंपनियाँ (एएमसी) जो विदेश में अपतटीय (ऑफ़शोर)निधि शुरू करती हैं उन्हें ऐसी योजनाओंं के लिए सेबी की अनुमति प्राप्त करनी पड़ती । उनहें ऐसी निधियों में समुद्रपारीय निवेशकों को यूनिट जारी करने लाभांश के प्रेषण और यू
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.35 नवंबर 14, 2003 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया म्यूच्युअल फंडों के युनिटों जारी करना वर्तमान में भारतीय आस्ति प्रबंध कंपनियाँ (एएमसी) जो विदेश में अपतटीय (ऑफ़शोर)निधि शुरू करती हैं उन्हें ऐसी योजनाओंं के लिए सेबी की अनुमति प्राप्त करनी पड़ती । उनहें ऐसी निधियों में समुद्रपारीय निवेशकों को यूनिट जारी करने लाभांश के प्रेषण और यू
नवंबर 13, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 चालू खामा लेनदेन - उदारीकरण
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 33 नवंबर 13, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय , विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 चालू खामा लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक जुलाई 17, 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र क्रं.3 की ओर ओञष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार वे विविध प्रयोजनों, नामत: (i) विदेश में रोजगार (ii) उत्प्रवास (iii) नज़दीकी रिश्तेदारी के भरणपोषण, और (iv) विदेश में शिक्षा, के लिए प्रत्येकी 100,000 अमरीकी डॉलर तक प
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 33 नवंबर 13, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय , विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 चालू खामा लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक जुलाई 17, 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र क्रं.3 की ओर ओञष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार वे विविध प्रयोजनों, नामत: (i) विदेश में रोजगार (ii) उत्प्रवास (iii) नज़दीकी रिश्तेदारी के भरणपोषण, और (iv) विदेश में शिक्षा, के लिए प्रत्येकी 100,000 अमरीकी डॉलर तक प
अक्‍तूबर 29, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं.फेमा 107/2005-आरबी 29 अक्तूबर,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं.फेमा 107/2005-आरबी 29 अक्तूबर,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा
अक्‍तूबर 28, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 32 अक्तुबर 28, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000 -आरबी के विनियम 18 अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आस्थिगत भुगतान कीर शर्त पर माल और सेवाओं के निर्यात अथवा टर्नकी परियोजना के निष्पादन अथवा सिविल निर्माण स
एपी(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 32 अक्तुबर 28, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000 -आरबी के विनियम 18 अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आस्थिगत भुगतान कीर शर्त पर माल और सेवाओं के निर्यात अथवा टर्नकी परियोजना के निष्पादन अथवा सिविल निर्माण स
अक्‍तूबर 27, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.106/2003-आरबी दिनांक : 27 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में , आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.106/2003-आरबी दिनांक : 27 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में , आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र
अक्‍तूबर 24, 2003
नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकार पत्र के तहत चांदी / प्लैटिनम को आयात
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र 31 अक्तूबर 24, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकार पत्र के तहत चांदी / प्लैटिनम को आयात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक अक्तूबर 1, 2003 के ए पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र. 25 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें यह सूचित किया गया था कि वे केवल उन्हीं नामित एजेंसियों की ओर से नामित एजेंसी योजना के अंतर्गत स्वर्ण आयात करने के लिए साख पत्र खोलने की
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र 31 अक्तूबर 24, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकार पत्र के तहत चांदी / प्लैटिनम को आयात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक अक्तूबर 1, 2003 के ए पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र. 25 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उन्हें यह सूचित किया गया था कि वे केवल उन्हीं नामित एजेंसियों की ओर से नामित एजेंसी योजना के अंतर्गत स्वर्ण आयात करने के लिए साख पत्र खोलने की
अक्‍तूबर 21, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.30 अक्तूबर 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 24, 2001 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.6 जुलाई 4, 2002 के क्र.2 और अक्तूबर 23, 2002 के क्र.33 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कुछ उत्पादों के विनिर्माता निर्यातकों /व्यापारी निर्यातकों / व्यापारियों को जिनकी एक वर्ष में निर्यात संविदाएं रुपये 100 करोड़ या उससे अधिक मूल्य की हों, उ
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.30 अक्तूबर 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 24, 2001 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.6 जुलाई 4, 2002 के क्र.2 और अक्तूबर 23, 2002 के क्र.33 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कुछ उत्पादों के विनिर्माता निर्यातकों /व्यापारी निर्यातकों / व्यापारियों को जिनकी एक वर्ष में निर्यात संविदाएं रुपये 100 करोड़ या उससे अधिक मूल्य की हों, उ
अक्‍तूबर 21, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा. 104/आरबी-2003 दिनांक : 21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 के उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए,भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा. 104/आरबी-2003 दिनांक : 21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 के उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए,भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
अक्‍तूबर 21, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (चतुर्थ संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.105/आरबी-2003 दिनांक :21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (चतुर्थ संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 की उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.105/आरबी-2003 दिनांक :21 अक्तूबर 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (चतुर्थ संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 की उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 25/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक,एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबं
अक्‍तूबर 18, 2003
विशेष आर्थिकक्षेत्र की इकाइयोंद्वारा बाह्यवाणिज्यिक उधार(ईसीबी)
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.29 18 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विशेष आर्थिक क्षेत्र की इकाइयों द्वारा बाह्य वाणिज्यिक उधार(ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति और प्रक्रिया (1999-2000) तथा भारत सरकार, वित्त मंत्रालय द्वारा जारी 15 सितंबर 2002 की प्रेस-विज्ञप्ति एफ-स. 4(2)/2002-ईसीबी की ओर आकर्षित किया जाता है ज
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.29 18 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विशेष आर्थिक क्षेत्र की इकाइयों द्वारा बाह्य वाणिज्यिक उधार(ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति और प्रक्रिया (1999-2000) तथा भारत सरकार, वित्त मंत्रालय द्वारा जारी 15 सितंबर 2002 की प्रेस-विज्ञप्ति एफ-स. 4(2)/2002-ईसीबी की ओर आकर्षित किया जाता है ज
अक्‍तूबर 17, 2003
वायदा संविदा- भारतीय कंपनियों में अनिवासियों के निवेश
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.28 17 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया वायदा संविदा- भारतीय कंपनियों में अनिवासियों के निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 16 नवंबर 2002 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 50 के साथ पठित 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.25/आरबी-2000 के विनियम 5 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. यह निर्णय लिया गया है कि भारत से बाहर रहने
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.28 17 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया वायदा संविदा- भारतीय कंपनियों में अनिवासियों के निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 16 नवंबर 2002 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 50 के साथ पठित 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.25/आरबी-2000 के विनियम 5 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. यह निर्णय लिया गया है कि भारत से बाहर रहने
अक्‍तूबर 13, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा.103/2003-आरबी दिनांक: 13 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण)  (संशोधन)विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ज) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 7/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विद
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा.103/2003-आरबी दिनांक: 13 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण)  (संशोधन)विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ज) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 7/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विद
अक्‍तूबर 10, 2003
फेमा 1999- भारतीय कंपनी निकाय केअनिवासी भारतीयभारतीय मूल के निवासी कर्मचारियों को रुपया ऋण की मंजूरी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.27 10 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया फेमा 1999- भारतीय कंपनी निकाय के अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के निवासी कर्मचारियों को रुपया ऋण की मंजूरी प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान  3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.04/2000 आरबी के विनियम 8 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार कोई प्राधिकृत व्यापारी अथवा राष्ट्रीय आव
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.27 10 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया फेमा 1999- भारतीय कंपनी निकाय के अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के निवासी कर्मचारियों को रुपया ऋण की मंजूरी प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान  3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.04/2000 आरबी के विनियम 8 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार कोई प्राधिकृत व्यापारी अथवा राष्ट्रीय आव
अक्‍तूबर 03, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात -परेषण आधार पर पुस्तकों का निर्यात
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 03 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया माल और सेवाओं का निर्यात -परेषण आधार पर पुस्तकों का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 09 सितंबर 2000 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 12 के पैराग्राफ ए-11 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार विस्तारित ऋण शर्तों पर माल निर्यात करने के इच्छुक निर्यातक अपने बैंकों के ज
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 03 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया माल और सेवाओं का निर्यात -परेषण आधार पर पुस्तकों का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 09 सितंबर 2000 के ए.पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 12 के पैराग्राफ ए-11 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार विस्तारित ऋण शर्तों पर माल निर्यात करने के इच्छुक निर्यातक अपने बैंकों के ज
अक्‍तूबर 03, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की भारत में स्थापना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.102/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की भारत में स्थापना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उप-धारा (6) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.22/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए , भारतीय रिज़र्व बैंक , ए
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.102/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की भारत में स्थापना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उप-धारा (6) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.22/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए , भारतीय रिज़र्व बैंक , ए
अक्‍तूबर 03, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.100/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में,आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.100/2003-आरबी दिनांक : 03 अक्तूबर ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में,आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
अक्‍तूबर 03, 2003
Foreign Exchange Management [Withdrawal of General Permission to Overseas Corporate Bodies (OCBs)] Regulations, 2003
Reserve Bank of India Exchange Control Department Central Office Mumbai-400 001Notification No. FEMA@@NBSP@@ 101@@NBSP@@ /2003-RB Dated October@@NBSP@@ 3rd@@NBSP@@ ,2003 Foreign Exchange Management [Withdrawal of General Permission to Overseas Corporate Bodies (OCBs)] Regulations, 2003 In exercise of the powers conferred by clauses (b), (d), (e) and (f) of sub-section (3) of Section 6 read with Section 47 of the FEMA, 1999 (42 of 1999) and all other powers available t
Reserve Bank of India Exchange Control Department Central Office Mumbai-400 001Notification No. FEMA@@NBSP@@ 101@@NBSP@@ /2003-RB Dated October@@NBSP@@ 3rd@@NBSP@@ ,2003 Foreign Exchange Management [Withdrawal of General Permission to Overseas Corporate Bodies (OCBs)] Regulations, 2003 In exercise of the powers conferred by clauses (b), (d), (e) and (f) of sub-section (3) of Section 6 read with Section 47 of the FEMA, 1999 (42 of 1999) and all other powers available t
अक्‍तूबर 01, 2003
नामित एजेंसीद्वारा जारीप्राधिकारपत्र  परस्वर्ण काआयात
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.25 1 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकारपत्र  पर स्वर्ण काआयात जैसा कि आप जानते हैं स्वर्ण-आयात हेतु सरकार की नामित एजेंसी योजना के तहत सरकार द्वारा नामित एजेंसी के रूप में पदनामित एमएमटीसी/ एचएचईसी, एसटीसी तथा पीईसी  और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनुमत बैंकों को उनके ऊपर ड
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.25 1 अक्तूबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया नामित एजेंसी द्वारा जारी प्राधिकारपत्र  पर स्वर्ण काआयात जैसा कि आप जानते हैं स्वर्ण-आयात हेतु सरकार की नामित एजेंसी योजना के तहत सरकार द्वारा नामित एजेंसी के रूप में पदनामित एमएमटीसी/ एचएचईसी, एसटीसी तथा पीईसी  और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनुमत बैंकों को उनके ऊपर ड
सितंबर 27, 2003
विदेश में  रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डी आइ आर सिरीज़) परिपत्र सं.24 27 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेश में  रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. 3/2000-आरबी के विनियम 6 के पैराग्राफ (iv) की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार आवेदनपत्र प्रस्तुत करने पर तथा उसमें निर्दिष्ट शर्तों पर भारत में निवासी किसी व्यक्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डी आइ आर सिरीज़) परिपत्र सं.24 27 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया विदेश में  रहने वाले नजदीकी रिश्तेदारों से उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. 3/2000-आरबी के विनियम 6 के पैराग्राफ (iv) की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार आवेदनपत्र प्रस्तुत करने पर तथा उसमें निर्दिष्ट शर्तों पर भारत में निवासी किसी व्यक्
सितंबर 24, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात / ईसीजीसी द्वारा दावों का भुगतान
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 22 सितंबर 24, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात / ईसीजीसी द्वारा दावों का भुगतान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 9, 2000 के ए.पी(डीआईआर परिपत्र) सं.12 की परिशिष्ट के पैराग्राफ इ. 17 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निर्यातक निर्यात अवधि के भीतर निर्यात मूल्य की वसूली करने के लिए जीआर/एसडीएफ/पीपी/सॉफटेक्स फार्मों पर उल्लिखित अपने सांविधिक दायित्व से मुक्त नहीं होता,
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 22 सितंबर 24, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात / ईसीजीसी द्वारा दावों का भुगतान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 9, 2000 के ए.पी(डीआईआर परिपत्र) सं.12 की परिशिष्ट के पैराग्राफ इ. 17 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निर्यातक निर्यात अवधि के भीतर निर्यात मूल्य की वसूली करने के लिए जीआर/एसडीएफ/पीपी/सॉफटेक्स फार्मों पर उल्लिखित अपने सांविधिक दायित्व से मुक्त नहीं होता,
सितंबर 24, 2003
समेकित फॉर्म ए-1/ए-2 का प्रस्तुतीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.23 24 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया समेकित फॉर्म ए-1/ए-2 का प्रस्तुतीकरण वर्तमान अनुदेशों के अनुसार निवासियों द्वारा आयातों के लिए 500 मिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक विप्रेषण भेजते समय फॉर्म ए-1 में तथा अन्य विप्रेषण भेजते समय फॉर्म ए-2 में आवेदन करना अपेक्षित है। 2. प्रक्रिया को सरल तथा अधिक कारगर बनाने और भुगतान ल
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.23 24 सितंबर 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/ महोदया समेकित फॉर्म ए-1/ए-2 का प्रस्तुतीकरण वर्तमान अनुदेशों के अनुसार निवासियों द्वारा आयातों के लिए 500 मिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक विप्रेषण भेजते समय फॉर्म ए-1 में तथा अन्य विप्रेषण भेजते समय फॉर्म ए-2 में आवेदन करना अपेक्षित है। 2. प्रक्रिया को सरल तथा अधिक कारगर बनाने और भुगतान ल
सितंबर 23, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - ईईएफसी / आरएफसी(डी) खाता - स्पष्टीकरण
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 21 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - ईईएफसी / आरएफसी(डी) खाता - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा 10/2000-आरबी, समय-समय पर यथासंशोधित, के विनियम 4 और 5अ,की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी कोई व्यक्ति, उसमें विहित शर्तों पर, क्रमश: विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (ईईएफसी) खाता और निवासी विदेशी मुद्
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 21 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - ईईएफसी / आरएफसी(डी) खाता - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा 10/2000-आरबी, समय-समय पर यथासंशोधित, के विनियम 4 और 5अ,की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी कोई व्यक्ति, उसमें विहित शर्तों पर, क्रमश: विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (ईईएफसी) खाता और निवासी विदेशी मुद्
सितंबर 23, 2003
विदेश में संविदा के निष्पादन हेतु परियोजना / सेवा निर्यातक द्वारा भारत में विदेशी मुद्रा खाता खोलना
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 20 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेश में संविदा के निष्पादन हेतु परियोजना / सेवा निर्यातक द्वारा भारत में विदेशी मुद्रा खाता खोलना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान परियोजना /सेवा निर्यातकों द्वारा भारत से बाहर विदेशी मुद्रा खाता खोलने, धारित करने और अनुरक्षित करने के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी के विनियम सं.7 की ओर आकृष्ट किया जाता है । संगत प्रावधानों को मार्
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 20 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेश में संविदा के निष्पादन हेतु परियोजना / सेवा निर्यातक द्वारा भारत में विदेशी मुद्रा खाता खोलना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान परियोजना /सेवा निर्यातकों द्वारा भारत से बाहर विदेशी मुद्रा खाता खोलने, धारित करने और अनुरक्षित करने के संबंध में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी के विनियम सं.7 की ओर आकृष्ट किया जाता है । संगत प्रावधानों को मार्
सितंबर 23, 2003
विदेशी दूतावासों / राजनयिकों/ कॉन्सुलेट जनरलों द्वारा अचल परिसंपत्ति की खरीद/विक्री
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 19 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी दूतावासों / राजनयिकों/ कॉन्सुलेट जनरलों द्वारा अचल परिसंपत्ति की खरीद/विक्री प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों को अनुमत कार्यकलाप करने के लिए भारत में अचल संपत्ति अभिगृहीत करने के बारे में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी के विनियम सं.5 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. भारत सरकार के परामर्श से मामले की समीक्षा
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 19 सितंबर 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी दूतावासों / राजनयिकों/ कॉन्सुलेट जनरलों द्वारा अचल परिसंपत्ति की खरीद/विक्री प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों को अनुमत कार्यकलाप करने के लिए भारत में अचल संपत्ति अभिगृहीत करने के बारे में मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी के विनियम सं.5 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. भारत सरकार के परामर्श से मामले की समीक्षा
सितंबर 20, 2003
वेतन का प्रेषण - ढील
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 17 सितंबर 20, 2003 सेवा में ेंविदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, वेतन का प्रेषण - ढील प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी जनवरी 22, 2001 की अधिसूचना सं. फेमा 34/2001-आरबी द्वारा यथासंशोध्ति, के विनियम 7(8) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में नियोजित विदेशी नागरिकों को अपने वेतन के 75 प्रतिशत तक भारत से बाहर अपने खाते में जमा करके प्राप्त करने की अनुमति है । 2. मामल
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 17 सितंबर 20, 2003 सेवा में ेंविदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, वेतन का प्रेषण - ढील प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी जनवरी 22, 2001 की अधिसूचना सं. फेमा 34/2001-आरबी द्वारा यथासंशोध्ति, के विनियम 7(8) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में नियोजित विदेशी नागरिकों को अपने वेतन के 75 प्रतिशत तक भारत से बाहर अपने खाते में जमा करके प्राप्त करने की अनुमति है । 2. मामल
सितंबर 20, 2003
भारत सरकार और भूतपूर्व श्झएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान शिष्टाचार
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 16 सितंबर 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, भारत सरकार और भूतपूर्व श्झएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान शिष्टाचार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 28, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.89 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष मुद्रा बास्क्टट का रूपया मूल्य मार्च 11, 2003 से प्रभावी होने का उल्लेख किया गया है । 2. प्राधिकृत व्यापारियों को सूचित किया जाता है
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 16 सितंबर 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, भारत सरकार और भूतपूर्व श्झएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 और 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान शिष्टाचार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 28, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.89 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष मुद्रा बास्क्टट का रूपया मूल्य मार्च 11, 2003 से प्रभावी होने का उल्लेख किया गया है । 2. प्राधिकृत व्यापारियों को सूचित किया जाता है
सितंबर 20, 2003
भारत में विदेशी दूतावासों के राजकीय पारपत्रधारी गैर राजनयिक स्टाफ़ द्वारा विदेशी मुद्रा खाते
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 18 सितंबर 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, भारत में विदेशी दूतावासों के राजकीय पारपत्रधारी गैर राजनयिक स्टाफ़ द्वारा विदेशी मुद्रा खाते प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी के विनियम सं.4(3) ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में राजनयिक मिशनों ओर राजनयिक कार्मिकें को उसमें विहित शर्तों पर, विदेशी मुद्रा खातों में जमा धारित करने की अनुमति है । 2. रिज़र्
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 18 सितंबर 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, भारत में विदेशी दूतावासों के राजकीय पारपत्रधारी गैर राजनयिक स्टाफ़ द्वारा विदेशी मुद्रा खाते प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी के विनियम सं.4(3) ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में राजनयिक मिशनों ओर राजनयिक कार्मिकें को उसमें विहित शर्तों पर, विदेशी मुद्रा खातों में जमा धारित करने की अनुमति है । 2. रिज़र्
सितंबर 17, 2003
आयात के लिए अग्रिम प्रेषण
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 15 सितंबर 17, 2003 सेवा में ेंविदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, आयात के लिए अग्रिम प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.106 की परिशिष्ट के पैरा अ.6 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारियों को अनुमति दी गई है कि वे 100,000 अमरीकी डॉलर (एक सौ हज़ार अमरीकी डॉलर) अथवा उसकी समतुल्य राशि के बराबर भारत में माल के आयात के लिए बिना बैंक गारंटी अग्रिम प्रेषण
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 15 सितंबर 17, 2003 सेवा में ेंविदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, आयात के लिए अग्रिम प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र.106 की परिशिष्ट के पैरा अ.6 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारियों को अनुमति दी गई है कि वे 100,000 अमरीकी डॉलर (एक सौ हज़ार अमरीकी डॉलर) अथवा उसकी समतुल्य राशि के बराबर भारत में माल के आयात के लिए बिना बैंक गारंटी अग्रिम प्रेषण
सितंबर 01, 2003
एक्सचेंज पर व्यापार गत व्युत्पन्न संविदाओं (ईटीडीसी) में विदेशी संस्थागत निवेशकों / अनिवासियों द्वारा निवेश
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 13 सितंबर 1, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, एक्सचेंज पर व्यापार गत व्युत्पन्न संविदाओं (ईटीडीसी) में विदेशी संस्थागत निवेशकों / अनिवासियों द्वारा निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें भारत से बाहर कतिपय व्यक्तियों को शेयरों की खरीद की अनुमति दी गई थी । 2. और अधिक उदारीकरण के उपाय के रूप में निर्णय किया गया है क
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 13 सितंबर 1, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, एक्सचेंज पर व्यापार गत व्युत्पन्न संविदाओं (ईटीडीसी) में विदेशी संस्थागत निवेशकों / अनिवासियों द्वारा निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें भारत से बाहर कतिपय व्यक्तियों को शेयरों की खरीद की अनुमति दी गई थी । 2. और अधिक उदारीकरण के उपाय के रूप में निर्णय किया गया है क
अगस्त 27, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा .99/2003-आरबी दिनांक: 27 अगस्त ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की उप-धारा (1) के खंड(क) , धारा 7 की उप-धारा (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई ,2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000-आरबी और दिनांक 27 फरवरी 2001 की अधिसूचना सं. फेमा 36/2001-आरबी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा .99/2003-आरबी दिनांक: 27 अगस्त ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की उप-धारा (1) के खंड(क) , धारा 7 की उप-धारा (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई ,2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23/2000-आरबी और दिनांक 27 फरवरी 2001 की अधिसूचना सं. फेमा 36/2001-आरबी
अगस्त 27, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतानका तरीका) (संशोधन)विनियमावली,2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई-400001 अधिसूचना सं. फेमा.98/आरबी 2003 दिनांक : 27 अगस्त ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतानका तरीका) (संशोधन)विनियमावली,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम,1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.14/2000-आरबी के आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतान का तरीका) विनियमावली, 2000, समय-
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई-400001 अधिसूचना सं. फेमा.98/आरबी 2003 दिनांक : 27 अगस्त ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतानका तरीका) (संशोधन)विनियमावली,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम,1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.14/2000-आरबी के आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतान का तरीका) विनियमावली, 2000, समय-
अगस्त 20, 2003
अनिवासी भारतीयों/समुद्रपारीय निगतिम निकायों को अधिकार आधार पर शेयर जारी करना
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 10 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, अनिवासी भारतीयों/समुद्रपारीय निगतिम निकायों को अधिकार आधार पर शेयर जारी करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/आरबी-2000 के विनियम 6 के उपविनियम (2) बिकया जाता है जिसके अनुसार भारतीय कंपनियों को भारत से बाहर रहने वाले निवासी व्यक्ति को अधिकार आधार पर ईक्विटी अथवा अधिमानीय शेयर अथवा परिवर्तनीय डिबेंचर उनमें विहित शर्तों पर ज
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 10 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, अनिवासी भारतीयों/समुद्रपारीय निगतिम निकायों को अधिकार आधार पर शेयर जारी करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/आरबी-2000 के विनियम 6 के उपविनियम (2) बिकया जाता है जिसके अनुसार भारतीय कंपनियों को भारत से बाहर रहने वाले निवासी व्यक्ति को अधिकार आधार पर ईक्विटी अथवा अधिमानीय शेयर अथवा परिवर्तनीय डिबेंचर उनमें विहित शर्तों पर ज
अगस्त 20, 2003
दस मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - सुरीनाम का मार्च 17, 2003 कर ऋण करार
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 11 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, दस मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - सुरीनाम का मार्च 17, 2003 कर ऋण करार भारत सरकार ने सुरीनाम सरकार को, दोनों सरकार के बीच मार्च 17, 2003 को किए गए समझाते के अंतर्गत 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (केवल दस मिलियन अमरीकी डॉलर) का ऋधण स्वीकृत किसर है । सह ऋण सुरीनाम सरकार को भारत में विनिर्मित भारत से पूंजीगत माल के आयात के लिए उपलब्घ ााटगा । जिसमें मूल अतिरिक्त पु
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 11 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, दस मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - सुरीनाम का मार्च 17, 2003 कर ऋण करार भारत सरकार ने सुरीनाम सरकार को, दोनों सरकार के बीच मार्च 17, 2003 को किए गए समझाते के अंतर्गत 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (केवल दस मिलियन अमरीकी डॉलर) का ऋधण स्वीकृत किसर है । सह ऋण सुरीनाम सरकार को भारत में विनिर्मित भारत से पूंजीगत माल के आयात के लिए उपलब्घ ााटगा । जिसमें मूल अतिरिक्त पु
अगस्त 20, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 12 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 28, 2002 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र. 12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उक्त परिपत्र के साथ परिशिष्ट में सूचीबद्ध देशों को निर्यात किए गए माल / सॉफटेयरों के पूर्ण निर्यात मूल्य की वसूली और प्रत्यावर्तन के लिए सितंबर 1, 2002 से एक साल की अवधि बढ़ा दी गई थी ।समीक्षा करने पर, उक्त सं
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 12 अगस्त 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 28, 2002 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र क्र. 12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उक्त परिपत्र के साथ परिशिष्ट में सूचीबद्ध देशों को निर्यात किए गए माल / सॉफटेयरों के पूर्ण निर्यात मूल्य की वसूली और प्रत्यावर्तन के लिए सितंबर 1, 2002 से एक साल की अवधि बढ़ा दी गई थी ।समीक्षा करने पर, उक्त सं
अगस्त 18, 2003
आयात साक्ष्य - उदारीकरण
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 9 अगस्त 18, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, आयात साक्ष्य  - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्रं क्र. 106 की परिशिष्ट के पैराग्राफ अ.10.1(i) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आयात के लिए प्रेषण भेजने वाले प्राधिकृत व्यापारियों के लिए यह अनिवार्य है कि वे सुनिश्चित करें कि आयातक आयात का दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत करें यदि भारत में आयात के लिए क
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 9 अगस्त 18, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, आयात साक्ष्य  - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 19, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्रं क्र. 106 की परिशिष्ट के पैराग्राफ अ.10.1(i) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आयात के लिए प्रेषण भेजने वाले प्राधिकृत व्यापारियों के लिए यह अनिवार्य है कि वे सुनिश्चित करें कि आयातक आयात का दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत करें यदि भारत में आयात के लिए क
अगस्त 16, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 8 अगस्त 16, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान परिशिष्ट में उल्लिशित ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्रों की ओर आकृष्ट किया जाता है । उनमें यह उल्लिखित किया गया था कि विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली, 2000 में आवश्यक संशोधन अलग से जारी िजा रहे हैं । रिज़र्व बैंक द्वारा जारी संगत सेंशोधन और सरकार द्वारा राजकीय राजपत्र में जारी अधिसुचनाएं परिशिष्ट
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 8 अगस्त 16, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान परिशिष्ट में उल्लिशित ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्रों की ओर आकृष्ट किया जाता है । उनमें यह उल्लिखित किया गया था कि विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली, 2000 में आवश्यक संशोधन अलग से जारी िजा रहे हैं । रिज़र्व बैंक द्वारा जारी संगत सेंशोधन और सरकार द्वारा राजकीय राजपत्र में जारी अधिसुचनाएं परिशिष्ट
अगस्त 12, 2003
चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण - स्पष्टीकरण
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 7 अगस्त 12, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जुलाई 17, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं.3 के पैराग्राफ 1, 2 और 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके द्वारा विदेश में रोज़गार, उत्प्रवास, शिक्षा, नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण और चिकित्सीय इलाज के लिए प्रेषण सुंविधाओं के उदारीकरण की सूचना दी गई थी। हमारे ध्यान में यह बात आई है कि
ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं. 7 अगस्त 12, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जुलाई 17, 2003 के ए.पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं.3 के पैराग्राफ 1, 2 और 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके द्वारा विदेश में रोज़गार, उत्प्रवास, शिक्षा, नज़दीकी रिश्तेदारों के भरणपोषण और चिकित्सीय इलाज के लिए प्रेषण सुंविधाओं के उदारीकरण की सूचना दी गई थी। हमारे ध्यान में यह बात आई है कि
जुलाई 23, 2003
रिसर्जेंट इंडिया बांड - वायदा संविदा - स्पष्टीकरण
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.6 जुलाई 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, रिसर्जेंट इंडिया बांड - वायदा संविदा - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/आरबी-2000 की अनुसूची II के पैराग्राफ 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें उन जोखिमों की सूची दी गई है जिनके लिए प्राधिकृत व्यापारी अनिवासी भारतीयों /समुद्रपारीय निगमित निकायें को वायदा संविदा का प्रस्ताव दे सकते हैं। 2. चूंकि रिसर्जेंट इंडिया बा
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.6 जुलाई 23, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, रिसर्जेंट इंडिया बांड - वायदा संविदा - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/आरबी-2000 की अनुसूची II के पैराग्राफ 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें उन जोखिमों की सूची दी गई है जिनके लिए प्राधिकृत व्यापारी अनिवासी भारतीयों /समुद्रपारीय निगमित निकायें को वायदा संविदा का प्रस्ताव दे सकते हैं। 2. चूंकि रिसर्जेंट इंडिया बा
जुलाई 21, 2003
विदेशी तकनीक सहयोग - रॉयल्टी भुगतान - उदारीकरण
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.5 जुलाई 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी तकनीक सहयोग - रॉयल्टी भुगतान - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी तकनीक सहयोग के अंतर्गत रॉयल्टी भुगतान से संबंधित सरकार की नीति की ओर आकृष्ट किया जाता है। वर्तमान में केवल पूर्ण स्वाधिकृत सहायक कंपनियों को ही अपनी अपतटीय (ऑफशोर) मूल विदेशी कंपनी को बिना किसी अवधि के प्रतिबंध के स्वचालित मार्ग के अंतर्गत रॉयल्टी भुगतान करने की अनुमति है।
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.5 जुलाई 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी तकनीक सहयोग - रॉयल्टी भुगतान - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी तकनीक सहयोग के अंतर्गत रॉयल्टी भुगतान से संबंधित सरकार की नीति की ओर आकृष्ट किया जाता है। वर्तमान में केवल पूर्ण स्वाधिकृत सहायक कंपनियों को ही अपनी अपतटीय (ऑफशोर) मूल विदेशी कंपनी को बिना किसी अवधि के प्रतिबंध के स्वचालित मार्ग के अंतर्गत रॉयल्टी भुगतान करने की अनुमति है।
जुलाई 19, 2003
व्यापारिक लेनदेनों का सौदा करना - स्पष्टीकरण - अल्पावधि ऋण
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.4 जुलाई 19, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, व्यापारिक लेनदेनों का सौदा करना - स्पष्टीकरण - अल्पावधि ऋण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान आपूर्तिकर्ता ऋण द्वारा भारत में आयात करने के लिए प्रक्रिया को सरल करने से संबंधित सितंबर 27, 2002 के ए पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.25 प्रावधानों की ओर आकृष्ट किया जाता है। स्पष्ट किया जाता है कि आपूर्तिकर्ता ऋण अथवा क्रेता ऋण द्वारा अल्पावधि ऋण, जैसा कि उक्त परिपऋ में
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.4 जुलाई 19, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, व्यापारिक लेनदेनों का सौदा करना - स्पष्टीकरण - अल्पावधि ऋण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान आपूर्तिकर्ता ऋण द्वारा भारत में आयात करने के लिए प्रक्रिया को सरल करने से संबंधित सितंबर 27, 2002 के ए पी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.25 प्रावधानों की ओर आकृष्ट किया जाता है। स्पष्ट किया जाता है कि आपूर्तिकर्ता ऋण अथवा क्रेता ऋण द्वारा अल्पावधि ऋण, जैसा कि उक्त परिपऋ में
जुलाई 17, 2003
चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.3 जुलाई 17, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) विनियमावली 2000, समय समय पर यथा संशोधित, के नियम 5 की अनुसूची III के अंतर्गत विदेशी मुद्रा देने की मौजूदा सीमाओं की ओर आकृष्ट किया जाता है । इसमें और अधिक उदारीकरण के उपाय स्वरूप वर्तमान सीमाओं को निम्नलिखित प्रकार से बढ़ाने का निर्णय किया गया है :- क्रम सं. अ
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.3 जुलाई 17, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) विनियमावली 2000, समय समय पर यथा संशोधित, के नियम 5 की अनुसूची III के अंतर्गत विदेशी मुद्रा देने की मौजूदा सीमाओं की ओर आकृष्ट किया जाता है । इसमें और अधिक उदारीकरण के उपाय स्वरूप वर्तमान सीमाओं को निम्नलिखित प्रकार से बढ़ाने का निर्णय किया गया है :- क्रम सं. अ
जुलाई 14, 2003
समुद्रपारीय बैंकिंग संस्थाओं / वित्तीय संस्थाओं को एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.2 जुलाई 14, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, समुद्रपारीय बैंकिंग संस्थाओं / वित्तीय संस्थाओं को एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता विदेशी संस्थाओं को एक्ज़िम बैंक द्वारा दी गई सहायता के बारे में जारी निम्नलिखित एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्रों की ओर प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान आकृष्ट किया जाता है- क्रम सं. ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. तारीख विषय 1 30 11.10.2002 एक्ज़िम बैंक द्वारा बैंका कॅमर्शियाला रोमा
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.2 जुलाई 14, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, समुद्रपारीय बैंकिंग संस्थाओं / वित्तीय संस्थाओं को एक्ज़िम बैंक की वित्तीय सहायता विदेशी संस्थाओं को एक्ज़िम बैंक द्वारा दी गई सहायता के बारे में जारी निम्नलिखित एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्रों की ओर प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान आकृष्ट किया जाता है- क्रम सं. ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. तारीख विषय 1 30 11.10.2002 एक्ज़िम बैंक द्वारा बैंका कॅमर्शियाला रोमा
जुलाई 08, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 97/2003-आरबी दिनांक: 08 जुलाई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग और दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी और 13 मई 2002 की अधिसूचना सं.फेमा 62/2002-आरबी में आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिस
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 97/2003-आरबी दिनांक: 08 जुलाई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग और दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी और 13 मई 2002 की अधिसूचना सं.फेमा 62/2002-आरबी में आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिस
जुलाई 02, 2003
एक्ज़िम बैंक द्वारा हैटन राष्ट्रीय बैंक लि. (एचएनबी) को 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.1 जुलाई 2, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, एक्ज़िम बैंक द्वारा हैटन राष्ट्रीय बैंक लि. (एचएनबी) को 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता एक्ज़िम बैंक ऑफ इंडिया (एक्ज़िम बैंक ) ने फरवरी 12, 2003 को हैटन राष्ट्रीय बैंक लि. (एचएनबी), श्रीलंका को कुल 5 (पाँच मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की राशि तक स्वीकृत समग्र अधिकतम ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। ऋण मई 20, 2003 से लागू हो गया है और पूंजी माल,
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.1 जुलाई 2, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, एक्ज़िम बैंक द्वारा हैटन राष्ट्रीय बैंक लि. (एचएनबी) को 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता एक्ज़िम बैंक ऑफ इंडिया (एक्ज़िम बैंक ) ने फरवरी 12, 2003 को हैटन राष्ट्रीय बैंक लि. (एचएनबी), श्रीलंका को कुल 5 (पाँच मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की राशि तक स्वीकृत समग्र अधिकतम ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। ऋण मई 20, 2003 से लागू हो गया है और पूंजी माल,
जुलाई 02, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की स्थापना) ( संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा विभाग) केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.95/2003-आरबी दिनांक : 2 जुलाई 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की स्थापना) ( संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.22/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए , भारतीय रिज़र्व बैंक , विदेशी मुद्रा प्रबंध ( भा
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा विभाग) केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.95/2003-आरबी दिनांक : 2 जुलाई 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबार के अन्य स्थान की स्थापना) ( संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.22/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए , भारतीय रिज़र्व बैंक , विदेशी मुद्रा प्रबंध ( भा
जुलाई 02, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 96/2003-आरबी        दिनांक: 02 जुलाई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी में आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रे
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 96/2003-आरबी        दिनांक: 02 जुलाई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी में आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रे
जून 21, 2003
विदेशी मुद्रा - रुपया विकल्प
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.108 जून 21, 2003 सेवा मेंविदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा - रुपया विकल्प भारत मे व्युत्पन्न बाज़ार विकास के अंग के रूप में और निवासियों और अनिवासियों को अपनी मुद्रा जोखिम की रक्षा के लिए उपलब्ध रक्षा उत्पादों के क्षेत्र में वृद्धि के लिए जुलाई 7, 2003 से विदेशी मुद्रा - रूपया विकल्प की अनुमति देने का निर्णय किया गया है। प्राधिकृत व्यापारियों को निम्नलिखित नियम और शर्तों के आधार पर उत्पाद का प्रस्ताव द
ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.108 जून 21, 2003 सेवा मेंविदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा - रुपया विकल्प भारत मे व्युत्पन्न बाज़ार विकास के अंग के रूप में और निवासियों और अनिवासियों को अपनी मुद्रा जोखिम की रक्षा के लिए उपलब्ध रक्षा उत्पादों के क्षेत्र में वृद्धि के लिए जुलाई 7, 2003 से विदेशी मुद्रा - रूपया विकल्प की अनुमति देने का निर्णय किया गया है। प्राधिकृत व्यापारियों को निम्नलिखित नियम और शर्तों के आधार पर उत्पाद का प्रस्ताव द
जून 19, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध 1999 - भारत में माल का आयात विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.106 जून 19, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध 1999 - भारत में माल का आयात विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 24, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 9 की परिशिष्ट की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमे प्राधिकृत व्यापारिय
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.106 जून 19, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध 1999 - भारत में माल का आयात विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 24, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 9 की परिशिष्ट की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमे प्राधिकृत व्यापारिय
जून 18, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग) केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं.फेमा 94/2003-आरबी दिनांक 18 जून, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा 3 के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग) केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं.फेमा 94/2003-आरबी दिनांक 18 जून, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा 3 के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय
जून 16, 2003
विशेष आर्थिक अंचल (एसईज़ेड) की इकायों द्वारा विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.105 जून 16, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विशेष आर्थिक अंचल (एसईज़ेड) की इकायों द्वारा विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान नवंबर 25, 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र के पैरा 8 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (ड
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.105 जून 16, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विशेष आर्थिक अंचल (एसईज़ेड) की इकायों द्वारा विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान नवंबर 25, 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र के पैरा 8 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (ड
जून 09, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण) (संशोधन)विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा.93/2003-आरबी दिनांक: 09 जून , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण)  (संशोधन)विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (i) और धारा 47 उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा.93/2003-आरबी दिनांक: 09 जून , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर अचल संपत्ति का अभिग्रहण तथा अंतरण)  (संशोधन)विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (i) और धारा 47 उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्
जून 07, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.92/2003-आरबी दिनांक : 07 जून, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.92/2003-आरबी दिनांक : 07 जून, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (चौथा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते
जून 05, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (बीमा)(संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई. अधिसूचना सं.फेमा. 91/2003-आरबी दिनांक : 05 जून ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (बीमा)(संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999, (1999 का 42) धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 12/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा प्रबंध (बीमा) विनियमावली, 2000, समय-समय पर यथा संशोधित, में निम्नलिखित
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई. अधिसूचना सं.फेमा. 91/2003-आरबी दिनांक : 05 जून ,2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (बीमा)(संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999, (1999 का 42) धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा दिनांक 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 12/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा प्रबंध (बीमा) विनियमावली, 2000, समय-समय पर यथा संशोधित, में निम्नलिखित
मई 31, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - उदारीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.104 मई 31, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान पूंजी खाता लेनदेनों में 30 जून 2003 की अवधि तक, समीक्षा के अधीन कतिपय उदारीकृत सुविधाएं घोषित करने वाले निम्नलिखित ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र की ओर आकृष्ट किया जाता है- क्रम सं. ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.104 मई 31, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान पूंजी खाता लेनदेनों में 30 जून 2003 की अवधि तक, समीक्षा के अधीन कतिपय उदारीकृत सुविधाएं घोषित करने वाले निम्नलिखित ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र की ओर आकृष्ट किया जाता है- क्रम सं. ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.
मई 23, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी करेंसी खाता) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.90/2003-आरबी दिनांक : 23 मई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी करेंसी खाता) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 के खंड (ख) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.90/2003-आरबी दिनांक : 23 मई , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी करेंसी खाता) (तृतीय संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 के खंड (ख) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
मई 21, 2003
अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड - निवासियों के लिए सुविधाओं का उदारीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.103 मई 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड - निवासियों के लिए सुविधाओं का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के उपयोग संबंधित जनवरी 24, 2003 की एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 73 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. उदारीकरण के अगले चरण के रूप में, भारत में प्राधिकृत व्यापारी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.103 मई 21, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड - निवासियों के लिए सुविधाओं का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के उपयोग संबंधित जनवरी 24, 2003 की एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 73 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. उदारीकरण के अगले चरण के रूप में, भारत में प्राधिकृत व्यापारी
मई 07, 2003
अस्वीकृति जोखिम बीमा - प्रेषण - उदारीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.102 मई 7, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अस्वीकृति जोखिम बीमा - प्रेषण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2002 की अधिसूचना सं.फेमा.12/2002-आरबी के उप-विनियम (2) की ओर आकृष्ट किय जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्ति को भारत से बाहर किसी बिमाकर्ता से सामान्य बीमा पॉलिसी लेने के लिए केंद्रीय सरकार का ‘‘अनापत्ति
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.102 मई 7, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अस्वीकृति जोखिम बीमा - प्रेषण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मई 3, 2002 की अधिसूचना सं.फेमा.12/2002-आरबी के उप-विनियम (2) की ओर आकृष्ट किय जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्ति को भारत से बाहर किसी बिमाकर्ता से सामान्य बीमा पॉलिसी लेने के लिए केंद्रीय सरकार का ‘‘अनापत्ति
मई 05, 2003
भारत में अनिवासी भारतीय / भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा अभिगृहीत अचल संपत्ति की विक्री आय का प्रत्यावर्तन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.101 मई 5, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारत में अनिवासी भारतीय / भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा अभिगृहीत अचल संपत्ति की विक्री आय का प्रत्यावर्तन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 29, 2002 की अधिसूचना सं.फेमा.65/2002-आरबी के साथ पठित मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा.21/2000--आरबी के विनियम 6 के उपविनियम (ख) के खण्ड (iii) की ओर आक
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.101 मई 5, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारत में अनिवासी भारतीय / भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा अभिगृहीत अचल संपत्ति की विक्री आय का प्रत्यावर्तन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जून 29, 2002 की अधिसूचना सं.फेमा.65/2002-आरबी के साथ पठित मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा.21/2000--आरबी के विनियम 6 के उपविनियम (ख) के खण्ड (iii) की ओर आक
मई 02, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात - विदेश में वेयरहाउसों को निर्यात
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.100 मई 2, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात - विदेश में वेयरहाउसों को निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 9, 2003 के एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.12 परिशिष्ट इ.6 की टिप्पणी ‘आ’ की आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक वैयक्तिक निर्यातकों को विदेश में, कुछ शर्ता के अधीन, वेय
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.100 मई 2, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात - विदेश में वेयरहाउसों को निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 9, 2003 के एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.12 परिशिष्ट इ.6 की टिप्पणी ‘आ’ की आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आवेदन करने पर रिज़र्व बैंक वैयक्तिक निर्यातकों को विदेश में, कुछ शर्ता के अधीन, वेय
अप्रैल 30, 2003
अनिवासी जमा - समकित एकल विवरणी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.99 अप्रैल 30, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अनिवासी जमा - समकित एकल विवरणी प्राधिकृत व्यापारियों इस बात से अवगत हैं कि राष्ट्रीय संख्यिकीय आयोग ने अनिवासी जमा के बारे में आंकड़े इकत्रित करने के लिए कंप्यूटरीकृत समेकित एकल विवरणी (CSR), जारी करने की सिफारिश की है। सिफारिश की है। सिफारिश को कार्यान्वित करने के विचार से रिज़र्व बै
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.99 अप्रैल 30, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अनिवासी जमा - समकित एकल विवरणी प्राधिकृत व्यापारियों इस बात से अवगत हैं कि राष्ट्रीय संख्यिकीय आयोग ने अनिवासी जमा के बारे में आंकड़े इकत्रित करने के लिए कंप्यूटरीकृत समेकित एकल विवरणी (CSR), जारी करने की सिफारिश की है। सिफारिश की है। सिफारिश को कार्यान्वित करने के विचार से रिज़र्व बै
अप्रैल 29, 2003
वायदा संविदा करना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.98 अप्रैल 29, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, वायदा संविदा करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अप्रैल 4, 2003 के एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.92 की ओर आकृष्ट किया जाता है । वायदा संविदा की सीमा को और बढ़ाने का निर्णय किया गया है ताकि निम्नलिखित लेनदेन उसमें समाहित हो सके । 1. विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के अंतर्गत अंतर्वाह भारत में
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.98 अप्रैल 29, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, वायदा संविदा करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अप्रैल 4, 2003 के एपी (डीआईआर सिरीज) परिपत्र क्र.92 की ओर आकृष्ट किया जाता है । वायदा संविदा की सीमा को और बढ़ाने का निर्णय किया गया है ताकि निम्नलिखित लेनदेन उसमें समाहित हो सके । 1. विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के अंतर्गत अंतर्वाह भारत में
अप्रैल 29, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.89/2003-आरबी दिनांक : 29 अप्रैल , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 के खंड (बी) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ई) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए भारत
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.89/2003-आरबी दिनांक : 29 अप्रैल , 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा विदेशी करेंसी खाता) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 के खंड (बी) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ई) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए भारत
अप्रैल 28, 2003
पूंजीगत खाता लेनदेन- उदारीकरण- स्पष्टीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी  मुद्रा नियंत्रण विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई-400001   ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.96 28 अप्रैल ,2003 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदय/महोदया पूंजीगत खाता लेनदेन- उदारीकरण- स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 13 जनवरी 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 66 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसमें विभिन्न श्रेणियों के निवेशकों द्वारा समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेशों से संबंधित उदारीकरण के कुछ उपायों की सू
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी  मुद्रा नियंत्रण विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई-400001   ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.96 28 अप्रैल ,2003 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदय/महोदया पूंजीगत खाता लेनदेन- उदारीकरण- स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 13 जनवरी 2003 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 66 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसमें विभिन्न श्रेणियों के निवेशकों द्वारा समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेशों से संबंधित उदारीकरण के कुछ उपायों की सू
अप्रैल 26, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999- अनिवासी भारतीयों/ भारतीयमूल के व्यक्तियों को आवास ऋण उपलब्ध करवाना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी  मुद्रा  विभाग केन्द्रीय कार्यालयमुंबई-400001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.95 26 अप्रैल 2003 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999- अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों को आवास ऋण उपलब्ध करवाना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान  3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.4/2000-आरबी की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार किसी प्राधिकृत व्यापारी अथवा राष्ट्रीय आवास बैंक द्वारा अनुमोदि
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी  मुद्रा  विभाग केन्द्रीय कार्यालयमुंबई-400001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.95 26 अप्रैल 2003 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999- अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों को आवास ऋण उपलब्ध करवाना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान  3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.4/2000-आरबी की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार किसी प्राधिकृत व्यापारी अथवा राष्ट्रीय आवास बैंक द्वारा अनुमोदि
अप्रैल 05, 2003
पूर्व निष्पादन के आधार पर वायदा संविदा करना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.93 अप्रैल 5, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, पूर्व निष्पादन के आधार पर वायदा संविदा करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान उक्त विषय में दिसंबर 1, 2001 के परिपत्र ईसी.सीओ. एफएमडी/453:02.03.75/2001-02 ओर दिसंबर 21, 2002 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रमांक 63 के पैरा 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है। प्राधिकृत व्यापारी अपने आयातक/निर्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.93 अप्रैल 5, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, पूर्व निष्पादन के आधार पर वायदा संविदा करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान उक्त विषय में दिसंबर 1, 2001 के परिपत्र ईसी.सीओ. एफएमडी/453:02.03.75/2001-02 ओर दिसंबर 21, 2002 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रमांक 63 के पैरा 3 की ओर आकृष्ट किया जाता है। प्राधिकृत व्यापारी अपने आयातक/निर्
अप्रैल 04, 2003
जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.92 अप्रैल 4, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 24, 2002 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रमांक 19 की विषय में समय समय पर जारी विविध संशोधनों की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. वायदा विनियम रक्षा, अन्य व्युत्पन्न उत्पादों, अनिवासी बैंकों के रुपये खाते और अंतर बैंक ल
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.92 अप्रैल 4, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जनवरी 24, 2002 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रमांक 19 की विषय में समय समय पर जारी विविध संशोधनों की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. वायदा विनियम रक्षा, अन्य व्युत्पन्न उत्पादों, अनिवासी बैंकों के रुपये खाते और अंतर बैंक ल
अप्रैल 01, 2003
माल और सेवाओं का निर्यात - विशेष आर्थिक अंचलो (SEZ) की इकाइयों को सुविधाएं
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.91 अप्रैल 1, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात - विशेष आर्थिक अंचलो (SEZ) की इकाइयों को सुविधाएं प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 30, 2001 की (डीआईआर.सिरीज) परिपत्र क्र.28 और तत्पश्चात् विशेष अंचलों को दी जानेवाली विविध सुविधाओं के बारे में जारी परिपत्रों की ओर आकृष्ट किया जाता है। विशेष आर्थिक अंचलो (S
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.91 अप्रैल 1, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात - विशेष आर्थिक अंचलो (SEZ) की इकाइयों को सुविधाएं प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 30, 2001 की (डीआईआर.सिरीज) परिपत्र क्र.28 और तत्पश्चात् विशेष अंचलों को दी जानेवाली विविध सुविधाओं के बारे में जारी परिपत्रों की ओर आकृष्ट किया जाता है। विशेष आर्थिक अंचलो (S
अप्रैल 01, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.88/2003-आरबी दिनांक : 01 अप्रैल, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम)  (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 19/2000-आरबी में , आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक,
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.88/2003-आरबी दिनांक : 01 अप्रैल, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम)  (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 19/2000-आरबी में , आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक,
मार्च 29, 2003
जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.90 मार्च 29, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिसंबर 21, 2002 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रमांक 63 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. सूचित किया जाता है कि उक्त परिपत्र में उल्लिखित ढील /सुविधाएं अगली सूचना तक जारी रहेंगी। 3. इस परिपत्र में समाहित निदेश विदेशी मुद्र
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.90 मार्च 29, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिसंबर 21, 2002 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रमांक 63 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. सूचित किया जाता है कि उक्त परिपत्र में उल्लिखित ढील /सुविधाएं अगली सूचना तक जारी रहेंगी। 3. इस परिपत्र में समाहित निदेश विदेशी मुद्र
मार्च 28, 2003
भारत सरकार और भूतपूर्व यूएसएसआर के बीच अप्रैल 30, 1981 और दिसंबर 23, 1985 का आस्थागित भुगतान शिष्टाचार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र. 89 मार्च 28, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारत सरकार और भूतपूर्व यूएसएसआर के बीच अप्रैल 30, 1981 और दिसंबर 23, 1985 का आस्थागित भुगतान शिष्टाचार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जुलाई 9, 2002 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रमांक 4 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अंतर्गत जून 27, 2002 से प्रभावी विशेष मुद्रा बास्केट का रुपया
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र. 89 मार्च 28, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारत सरकार और भूतपूर्व यूएसएसआर के बीच अप्रैल 30, 1981 और दिसंबर 23, 1985 का आस्थागित भुगतान शिष्टाचार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान जुलाई 9, 2002 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रमांक 4 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अंतर्गत जून 27, 2002 से प्रभावी विशेष मुद्रा बास्केट का रुपया
मार्च 27, 2003
भारतीस कंपनियों के विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड (एफसीसीबी) निर्गमों के समयपूर्व भुगतान के लिए दिशानिदेश
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.88 मार्च 27, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारतीस कंपनियों के विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड (एफसीसीबी) निर्गमों के समयपूर्व भुगतान के लिए दिशानिदेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 11, 2002 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रमांक 29 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार संसद द्वारा बनाए गए नियमों के अधीन गठित भारतीय कंपनी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.88 मार्च 27, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारतीस कंपनियों के विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड (एफसीसीबी) निर्गमों के समयपूर्व भुगतान के लिए दिशानिदेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान मार्च 11, 2002 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्रमांक 29 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार संसद द्वारा बनाए गए नियमों के अधीन गठित भारतीय कंपनी
मार्च 20, 2003
भारत में अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी(सेमीनार)/सम्मेलन(कॉन्फेरेन्स) / समागम (कन्वेन्शन) आदि - अस्थायी विदेशी मुद्रा खाता
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.87 मार्च 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारत में अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी(सेमीनार)/सम्मेलन(कॉन्फेरेन्स) / समागम (कन्वेन्शन) आदि - अस्थायी विदेशी मुद्रा खाता प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.10/2000-आरबी अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा थ विदेशी मुद्रा खाता) विनियमावली 20
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.87 मार्च 20, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारत में अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी(सेमीनार)/सम्मेलन(कॉन्फेरेन्स) / समागम (कन्वेन्शन) आदि - अस्थायी विदेशी मुद्रा खाता प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा सं.10/2000-आरबी अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा थ विदेशी मुद्रा खाता) विनियमावली 20
मार्च 20, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी करेंसी खाता) (संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.87/2003-आरबी दिनांक : 20 मार्च, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी करेंसी खाता) (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 के खंड (ख) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बै
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.87/2003-आरबी दिनांक : 20 मार्च, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी करेंसी खाता) (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 9 के खंड (ख) और धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (ङ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.10/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बै
मार्च 13, 2003
विदेशी मुद्रा-रुपी ऑप्शंस का परिचय
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग विदेशी मुद्रा-रुपी ऑप्शंस का परिचय "विदेशी मुद्रा-रुपी ऑप्शंस" पर मसौदा परिपत्र इसके साथ संलग्न है। प्राधिकृत व्यापारी अपनी टिप्पणी मुख्य महाप्रबंधक, विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग, विदेशी मुद्रा बाजार प्रभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, केंद्रीय कार्यालय, मुंबई 400 001 को 20 मार्च 2002 तक फैक्स (022-22611427) या ईमेल द्वारा अग्रेषित कर सकते हैं। ए. राजलक्ष्मी सहायक महाप्रबंधक टिप्पणियों के लिए मसौदा परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक विद
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग विदेशी मुद्रा-रुपी ऑप्शंस का परिचय "विदेशी मुद्रा-रुपी ऑप्शंस" पर मसौदा परिपत्र इसके साथ संलग्न है। प्राधिकृत व्यापारी अपनी टिप्पणी मुख्य महाप्रबंधक, विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग, विदेशी मुद्रा बाजार प्रभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, केंद्रीय कार्यालय, मुंबई 400 001 को 20 मार्च 2002 तक फैक्स (022-22611427) या ईमेल द्वारा अग्रेषित कर सकते हैं। ए. राजलक्ष्मी सहायक महाप्रबंधक टिप्पणियों के लिए मसौदा परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक विद
मार्च 04, 2003
एक्ज़िम बैंक द्वारा सेशेल्स मार्केटिंग बोर्ड को 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.86 मार्च 4, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, एक्ज़िम बैंक द्वारा सेशेल्स मार्केटिंग बोर्ड को 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता एक्ज़िम बैंक ऑफ इंडिया (एक्ज़िम बैंक ) ने नवंबर 25, 2002 को सेशेल्स मार्केटिंग बोर्ड को कुल 5 मिलियन अमरीकी डॉलर (पाँच मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की राशि तक स्वीकृत अधिकतम ऋण सामा / ऋण सहायता उपलब्ध कर
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.86 मार्च 4, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, एक्ज़िम बैंक द्वारा सेशेल्स मार्केटिंग बोर्ड को 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता एक्ज़िम बैंक ऑफ इंडिया (एक्ज़िम बैंक ) ने नवंबर 25, 2002 को सेशेल्स मार्केटिंग बोर्ड को कुल 5 मिलियन अमरीकी डॉलर (पाँच मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की राशि तक स्वीकृत अधिकतम ऋण सामा / ऋण सहायता उपलब्ध कर
मार्च 04, 2003
10 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - कंबोडिया, 6 नवंबर 2002
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.85 मार्च 4, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, 10 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - कंबोडिया, 6 नवंबर 2002 भारत सरकार ने रॉयल गवर्मेंट ऑफ कंबोडिया को, दोनों सरकार के बीच 6 नवम्बर 2002 को किए गए समझौते के अंतर्गत 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (केवल दस मिलियन अमरीकी डॉलर) का ऋण स्वीकृत किया है। यह ऋण रॉयल गवर्मेंट ऑफ कंबोडिया को भारत में विनिर
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.85 मार्च 4, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, 10 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - कंबोडिया, 6 नवंबर 2002 भारत सरकार ने रॉयल गवर्मेंट ऑफ कंबोडिया को, दोनों सरकार के बीच 6 नवम्बर 2002 को किए गए समझौते के अंतर्गत 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (केवल दस मिलियन अमरीकी डॉलर) का ऋण स्वीकृत किया है। यह ऋण रॉयल गवर्मेंट ऑफ कंबोडिया को भारत में विनिर
मार्च 03, 2003
माल का आयात - स्थानापन्न साखपत्र खोलना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.84 मार्च 3, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल का आयात - स्थानापन्न साखपत्र खोलना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 13, 2000 के एपी (डीआईआर) परिपत्र क्रमांक 9 के पैराग्राफ की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारियों को अपने ऐस ग्राहकां की ओर से, जो स्वतंत्र रूप से ऊर्जा के उत्पादक हैं, स्थानापन्न साखपत्र खोलन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.84 मार्च 3, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, माल का आयात - स्थानापन्न साखपत्र खोलना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 13, 2000 के एपी (डीआईआर) परिपत्र क्रमांक 9 के पैराग्राफ की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारियों को अपने ऐस ग्राहकां की ओर से, जो स्वतंत्र रूप से ऊर्जा के उत्पादक हैं, स्थानापन्न साखपत्र खोलन
मार्च 01, 2003
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 86/2003-आरबी दिनांक : 01 मार्च, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम)  (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 19/2000-आरबी में ,आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मु
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 86/2003-आरबी दिनांक : 01 मार्च, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम)  (संशोधन) विनियमावली, 2003 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 19/2000-आरबी में ,आंशिक आशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मु
मार्च 01, 2003
बाह्य वाणिजिक उधार (ईसीबी) - समयपूर्व भुगतान
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.82 मार्च 1, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, बाह्य वाणिजिक उधार (ईसीबी) - समयपूर्व भुगतान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 17, 2002 के एपी(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र क्रमांक 22 की ओर किया जाता है जिसके अनुसार बाह्य वाणिजिक उधार (ईसीबी) के समयपूव्र भुगतान के लिए स्वचालित मार्ग को उदार बनाया गया था और यदि पूर्व भुगतान स्थानीय संसाध
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.82 मार्च 1, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, बाह्य वाणिजिक उधार (ईसीबी) - समयपूर्व भुगतान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान सितंबर 17, 2002 के एपी(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र क्रमांक 22 की ओर किया जाता है जिसके अनुसार बाह्य वाणिजिक उधार (ईसीबी) के समयपूव्र भुगतान के लिए स्वचालित मार्ग को उदार बनाया गया था और यदि पूर्व भुगतान स्थानीय संसाध
फ़रवरी 27, 2003
10 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - लाओ करार, 6 नवंबर 2002
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.81 फरवरी 27, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, 10 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - लाओ करार, 6 नवंबर 2002 भारत सरकार ने लाओ पीपुल्स डिमॉक्रेटिक रिपब्लिक सरकार को, दोनों सरकार के बीच 6 नवम्बर 2002 को किए गए समझौते के अंतर्गत 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (केवल दस मिलियन अमरीकी डॉलर) का ऋण स्वीकृत किया है। यह ऋण लाओ पीपुल्स डिमॉक्रेटिक रिपब्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.81 फरवरी 27, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, 10 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए भारत - लाओ करार, 6 नवंबर 2002 भारत सरकार ने लाओ पीपुल्स डिमॉक्रेटिक रिपब्लिक सरकार को, दोनों सरकार के बीच 6 नवम्बर 2002 को किए गए समझौते के अंतर्गत 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (केवल दस मिलियन अमरीकी डॉलर) का ऋण स्वीकृत किया है। यह ऋण लाओ पीपुल्स डिमॉक्रेटिक रिपब्
फ़रवरी 18, 2003
एक्ज़िम बैंक द्वारा व्नेशतोर्ग बैंक, रूस को 25 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.80 फरवरी 18, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, एक्ज़िम बैंक द्वारा व्नेशतोर्ग बैंक, रूस को 25 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता एक्ज़िम बैंक ऑफ इंडिया (एक्ज़िम बैंक ) ने जुलाई 3, 2002 को व्नेशतोर्ग बैंक, रूस (विदेशी व्यापार बैंक, रूस) को कुल 25 (पचीस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की राशि तक स्वीकृत अधिकतम ऋण सामा / ऋण सहायता उपलब्ध
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.80 फरवरी 18, 2003 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, एक्ज़िम बैंक द्वारा व्नेशतोर्ग बैंक, रूस को 25 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता एक्ज़िम बैंक ऑफ इंडिया (एक्ज़िम बैंक ) ने जुलाई 3, 2002 को व्नेशतोर्ग बैंक, रूस (विदेशी व्यापार बैंक, रूस) को कुल 25 (पचीस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की राशि तक स्वीकृत अधिकतम ऋण सामा / ऋण सहायता उपलब्ध

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